*सड़क हादसों को रोकने के लिए चिन्हित हॉट स्पॉट, ब्लैक स्पॉट पर आवश्यकतानुसार सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए कार्रवाई की जाये : डीजीपी विजय कुमार*

शिशिर पटेल

लखनऊ। पुलिस महानिदेशक विजय कुमार द्वारा गुरुवार को पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों, विशेष पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था एवं अपराध लखनऊ,अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे, अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय-112, अपर पुलिस महानिदेकश यातायात यूपी तथा यूपिडा UPEIDA व एनएचएआई NHAIके अधिकारियों के साथ सड़क सुरक्षा Road Safety के संबंध में समीक्षा बैठक की गई।

ब्लैक स्पॉट पर लगवाएं जाए संकेत चिन्ह

जिसमें पुलिस महानिदेशक द्वारा यूपिडा व एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिया कि यूपी 112 पर प्राप्त सूचनाओं के संकलित डॉटा के आधार पर चिन्हित किये गये सड़क दुर्घटना सम्बन्धी हॉट स्पॉट, ब्लैक स्पॉट पर अधिक से अधिक संख्या में संकेत चिन्ह लगवाने के लिए कार्रवाई की जाये। चिन्हित हॉट स्पॉट, ब्लैक स्पॉट पर आवश्यकतानुसार सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए कार्रवाई की जाये ।

दुर्घटना बाहुल्य स्थलों से पूर्व ही लगवाए जाए संकेत चिन्ह

डीजीपी ने कहा कि दुर्घटना बाहुल्य स्थलों से पूर्व ही संकेत चिन्ह ऐसे स्थानों पर लगाये जाये, जो वाहन चालकों को दूर से ही दृष्टिगत हो, जिससे दुर्घटना पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।प्राथमिकता के आधार पर एनएचएआई (NHAI) द्वारा लखनऊ-कानपुर रोड व लखनऊ- सीतापुर रोड तथा (UPEIDA) यूपिडा द्वारा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर उक्त कार्रवाई यथाशीघ्र करायी जाये ।

ट्रैफिक जाम बाहुल्य क्षेत्र की मैपिंग कर की जाए कार्रवाई

पुलिस महानिदेशक द्वारा यूपिडा व एनएचएआई के अधिकारियों के साथ समीक्षा गोष्ठी के पश्चात कमिश्नरेट लखनऊ के संयुक्त पुलिस आयुक्त यातायात पुलिस उपायुक्त यातायात के साथ लखनऊ की यातायात व्यवस्था व प्रबन्धन के सम्बन्ध में भी बैठक की गयी।इस अवसर पर कमिश्नरेट लखनऊ के अधिकारियों द्वारा कमिश्नरेट लखनऊ की यातायात व्यवस्था व प्रबन्धन के सम्बन्ध में अपना प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया गया। पुलिस महानिदेशक द्वारा जाम रहित यातायात व्यवस्था के सम्बन्ध निर्देश दिया गया कि

कमिश्नरेट लखनऊ के ट्रैफिक कन्ट्रोल रूम को तकनीकी रूप से और अधिक उच्चीकृत किया जाये। ट्रैफिक जाम (traffic jam) बाहुल्य एरिया की मैपिंग कर तदानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।

संयुक्त कार्रवाई के संबंध में तैयार की जाए एसओपी

डीजीपी ने कहा कि ट्रैफिक जाम (traffic jam) की सूचना प्राप्त होने पर ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ यूपी-112 व स्थानीय थाना पुलिस भी तत्काल मौके पर पहुंचकर संयुक्त रूप से सुदृढ यातायात व्यवस्था स्थापित करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। उक्त क्रम में संयुक्त कार्यवाही के सम्बन्ध में आवश्यकतानुसार एसओपी (SOP) तैयार की जाये। ताकि राजधानी में रहने वाले लोगों का जाम की समस्या से जूझना न पड़े। उक्त निर्देश को तत्काल अमल में लाया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं कीक जाएगी।

*छह लाख आठ हजार नकली नोट के साथ एक गिरफ्तार ,एसटीएफ ने की कार्रवाई, शामली कोतवाली में दर्ज कराया मुकदमा*

लखनऊ। एसटीएफ उ.प्र. को थाना कोतवाली जनपद शामली क्षेत्र से 6,08,300 रुपये की कूटरचित नकली भारतीय करेंसी सहित एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम इमरान पुत्र महबूब निवासी मौहल्ला नोकुआ बर्फ खाने वाली गली रसीदिया मस्जिद थाना कोतवाली जनपद शामली है। इसके कब्जे से भारतीय जाली मुद्रा के साथ एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम इमरान, जो शामली का निवासी

एसटीएफ को विगत कुछ समय से सीमावर्ती क्षेत्रों से नकली भारतीय करेंसी लाकर असली करेंसी में बदलने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की इकइयों व टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में बृजेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ के पर्यवेक्षण में एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ की टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ से निरीक्षक प्रशांत कपिल एंव निरीक्षक रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में उ.नि. संजय कुमार, हेड कां. प्रीतम भाटी, हेड कां. जयवर्धन, हेड कां. विवेक पवॉर एवं हेड कां. विनय कुमार की टीम वांछित एवं इनामियां अपराधी हेतु जनपद शामली में भ्रमणशील थी।तभी मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि इमरान पुत्र महबूब निवासी उपरोक्त मोहल्ला नोकुआ बर्फ खाने वाली गली रसीदिया मस्जिद थाना कोतवाली जनपद शामली के पास नकली भारतीय करेंसी है, जो उसे बाजार में चलाने की फिराक में है। यदि जल्दी की जाये तो वह नकली करेंसी के साथ पकड़ा जा सकता है।

नकली नोट को असली करेंसी में बदलने की सूचना पर की कार्रवाई

इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली संजीव भटनागर को सूचना से अवगत कराते हुए एसटीएफ टीम स्थानीय पुलिस को साथ लेकर इमरान के मकान की तरफ चल दिये। टीमों के रसीदिया मस्जिद के पास पहुंचने पर मुखबिर द्वारा बताया कि सामने दो मंजिल मकान इमरान का है मुखबिर के बताये गये स्थान पर पहुंच कर उपरोक्त अभियुक्त को भारतीय जाली मुद्रा सहित गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी की गयी। गिरफ्तार अभियुक्त इमरान ने पूछताछ पर बताया कि नफीस पुत्र मुदा निवासी मौहल्ला खैर कस्बा व थाना कॉधला, जनपद शामली उसके पास जाली करेंसी लेकर आया था तथा उससे कहा था कि यह एक लाख जाली करेंसी को असली भारतीय करेंसी के 55 हजार में सप्लाई करनी है।

अभियुक्त 2008 में भी नकली करेंसी में जा चुका है जेल

इमरान ने यह भी बताया कि वह वर्ष 2008 में नकली करेंसी के मामले में जेल गया था, जिसके सम्बन्ध में थाना कोतवाली शामली पर मुकदमा पंजीकृत हुआ था। विश्वसनीय सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि इमरान उपरोक्त के पिता महबूब के पाकिस्तान में रहने वाले इकबाल उर्फ काना से काफी अच्छे सम्बन्ध थे। इकबाल उर्फ काना पाकिस्तान से नकली करेंसी व अवैध असलाह की भारत में इमरान के पिता महबूब के द्वारा सप्लाई करता था। इमरान का पिता महबूब इन मामलों में कई बार जेल जा चुका है, जिसकी वर्तमान में मृत्यु हो चुकी है। नफीस की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। गिरफ्तार अभियुक्त इमरान उपरोक्त के विरूद्ध थाना कोतवाली जनपद शामली पर विभिन्न धारा में मुकदमा पंजीकृत कराया गया। अग्रिम विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा किया जा रहा है।

*ज्ञानवापी में एएसआई की टीम ने शुरू किया सर्वे, सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम*

लखनऊ । वाराणसी के ज्ञानवापी स्थित सील वजूखाने को छोड़कर शेष अन्य हिस्से का सर्वे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम कर रही है। ज्ञानवापी में एएसआई की टीम बिना मशीनों के प्रयोग से ही पूरे परिसर का नक्शा शीट पर उतारा। उधर, मुस्लिम पक्ष की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।

एएसआई की 64 सदस्यीय टीम में 34 लोग आज ज्ञानवापी परिसर में सर्वे कर रहे हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण किया जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से गोदौलिया से चौक तक जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई गई है। दर्शनार्थिओं को केवल दोनों तरफ से दर्शन के लिए बैरिकेडिंग से जाने की अनुमति है। बांसफाटक पर रास्ता बंद है। केवल ज्ञानवापी से आने की अनुमति है। जाने की अनुमति नहीं है। ज्ञानवापी में एएसआई की टीम ने सर्वे शुरू किया। बिना मशीनों के प्रयोग से ही टीम ने पूरे परिसर का नक्शा शीट पर उतारने की प्रक्रिया भी शुरू की।

*निजी मेडिकल कालेज एवं डेंटल कालेजों की इस बार नहीं बढ़ेगी फीस, चिकित्सा शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के निजी मेडिकल एवं डेंटल कॉलेजों की इस बार फीस नहीं बढ़ेगी। यह मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। पिछले साल निर्धारित की गई फीस ही जमा कराई जाएगी। इस संबंध में गुरुवार चिकित्सा शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। निजी मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस में दाखिला लेने वालों को 10.77 लाख से 13.73 लाख रुपये तक फीस जमा करनी होगी।

प्रति वर्ष डेढ़ लाख रुपये हॉस्टल शुल्क भी जमा करना होगा। वहीं, 85,600 रुपये विविध शुल्क भी जमा करने होंगे। एक बार तीन लाख रुपये सुरक्षा राशि भी जमा कराई जाएगी। एमडी और एमएस के क्लीनिकल कोर्स के लिए प्रति वर्ष ट्यूशन फीस 14.43 लाख रुपये से अधिकतम 25.09 लाख रुपये तय की गई है। जबकि पैथोलॉजी कोर्स के लिए 10.80 लाख से 13.68 लाख रुपये और नान क्लीनिक के लिए आठ लाख से 9.77 लाख रुपये जमा करने पड़ेंगे।

*हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा आतंकी अहमद रजा उर्फ शाहरुख गिरफ्तार ,पूछताछ में बोला- वो भारत के संविधान और सरकार को नहीं मानता*

लखनऊ । हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा आतंकी यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार उ.प्र. शासन एवं डीजीपी के निर्देशन में एडीजी एटीएस के पर्यवेक्षण में सहारनपुर टीम ने प्राप्त की एक बड़ी सफलता। एटीएस ने इसके कब्जे से दो मोबाइल फोन, तीन सिम और 1220 रुपये बरामद किया है। एटीएस उत्तर प्रदेश को सहयोगी एजेंसी से सूचना प्राप्त हुई थी कि एक व्यक्ति अहमद रजा उर्फ़ शाहरुख उर्फ मोहीउद्दीन जो ग्राम मिलक गुलड़िया, पोस्ट-कांकर खेड़ा, थाना-मूढ़ा पांडे, जनपद-मुरादाबाद, उ.प्र. का निवासी सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन व पाकिस्तान के आतंकी हैंडलर्स के लगातार सम्पर्क में है। वह पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान जाकर आतंकी कमाण्डों ट्रेनिंग लेकर भारत में आतंकी घटना कारित करने का मंसूबा बना रहा है।

एटीएस ने सहारनपुर से किया गिरफ्तार

एटीएस फील्ड इकाई सहारनपुर द्वारा उपरोक्त आसूचना को तकनीकी व भौतिक रूप से विकसित कर संदिग्ध व्यक्ति अहमद रजा से गुरुवार को विस्तृत पूछताछ की गयी व उसके मोबाइल का प्राथमिक अवलोकन किया गया। मोबाइल की गैलरी में हथियारों की फोटोज, चैट के स्क्रीन शॉट व जिहादी वीडियो संचित मिले, जिनके सम्बंध में अहमद रजा कोई संतोष जनक उत्तर नहीं दे पाया और अपना अपराध स्वीकार कर लिया। इस सम्बंध में थाना एटीएस लखनऊ पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अभियुक्त अहमद रजा को गिरफ्तार कर लिया गया।

सरकार को हटाकर शरिया कानून लाने को अपनी जिन्दगी का मकसद बना लिया था

पूछताछ में बताया कि वह पाकिस्तान व अफगानिस्तान में लड़ रहे विभिन्न जिहादी संगठन के मुजाहिदीनों से प्रभावित है और उनकी जिहादी सोच और कार्यवाहियों पर बहुत विश्वास करता है। अहमद ने हिन्दुस्तान में काफिरों व काफिर सरकार के खिलाफ जिहाद करके जम्हूरियत की सरकार को हटाकर शरिया कानून लाने को अपनी जिन्दगी का मकसद बना लिया था। इसके लिए वह हिजबुल मुजाहिदीन पीर पंजाल तंजीम से जुड़े हुए सीनियर मुजाहिद साथी फिरदौस, निवासी-अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर से लगातार सम्पर्क में था। फिरदौस ने ही इसे हिजबुल मुजाहिद्दीन पीर पंजाल में शामिल होने की बैयत शपथ दिलवाई थी।

अहसान गाजी की मदद से अफगानिस्तान जाकर बद्री कमांडो बनना चाहता था

हिन्दुस्तान में जिहाद करने एवं अपनी तंजीम को मजबूत बनाने के लिए इसे अपने सीनियर मुजाहिद साथियों(अमीरों) से ये हिदायत मिली थी कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जिहादी बनाकर अपनी तंजीम से जोड़े। इसके लिए अहमद रजा लोगों से मिलकर और सोशल मीडिया के जरिए जुड़ने की दावत देता था और लोगों में हिंसात्मक जिहाद भरने के लिए सोशल मीडिया में जिहादी वीडियो पोस्ट करता था। अपने मुजाहिद साथियों फिरदौस व पाकिस्तानी आतंकी हैंडलर के कहने पर अहमद दो बार श्रीनगर, अनंतनाग जम्मू-कश्मीर, हथियारों की ट्रेनिंग लेने गया था। अपने आतंकी मंसूबों को पूरा करने के लिए ये अहसान गाजी की मदद से अफगानिस्तान जाकर बद्री कमांडो बनना चाहता था।

जम्मू कश्मीर के फिरदौस की शिनाख्त एवं गिरफ्तारी के भी प्रयास यूपी एटीएस करेगी

अहमद रजा ने कहा कि वो भारत के संविधान और सरकार को नहीं मानता और विश्वास करता है कि एक न एक दिन हिन्दुस्तान में भी शरिया लागू होगा। गिरफ्तार अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर पीसीआर में लेने एवं मोबाइल फोन के डेटा एक्सट्रैक्शन के लिए एफएसएल से संपर्क कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा जाएगी। जम्मू कश्मीर के फिरदौस की शिनाख्त एवं गिरफ्तारी के भी प्रयास यूपी एटीएस करेगी।

*मशहूर शायर मुनव्वर राना की पुत्री के कीमती गहने चोरी*

लखनऊ । मशहूर शायर मुनव्वर राना की बेटी के गहने घर से चोरी हो गये। गहने कौन ले गया इस संबंध में परिवार के किसी सदस्य को कोई जानकारी नहीं है। हुसैनगंज पुलिस ने तहरीर मिलने पर चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

गुरुवार को फौजिया राना पुत्री मुनव्वर राना निवासी एफआई ढींगरा अपार्टमेन्ट ने थाना हुसैनगंज पर सूचना दिया कि वादिनी ने अपने घर के स्टोर रूम में एक थैले में अपने कीमती गहने रखे थे। गुरुवार को जब सुबह में वादिनी ने अपना गहना चेक किया तो वादिनी के सारे गहने गायब थे और खाली डिब्बे पड़े मिले। इस सूचना पर थाना हुसैनगंज पुलिस ने मुकदम दर्ज कर लिया है।

फौजिया का कहना है कि वह सारे गहने ससुराल से उठाकर लायी थी। जिसे घर के अंदर एक थैले में रख दिया था। घर में सभी लोग मौजूद थे ऐसे में गहने कैसे चोरी हो गए। इसके बारे में किसी को कुछ पता नहीं चल पाया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

*अवैध डग्गामारी करते छह बसें सीज,लखनऊ-अयोध्या मार्ग पर बस सड़क पर खड़ी करके भर रही थी सवारियां*

लखनऊ । थाना चिनहट पुलिस टीम द्वारा अभियान के तहत संचालित अवैध डग्गामारी के कुल छह सवारी वाहन अन्तर्गत धारा 207 एमवी एक्ट के तहत सीज किया गया।गुरुवार थाना चिनहट को सूचना प्राप्त हुआ की लखनऊ- अयोध्या हाइवे मार्ग पर कुछ गामा बस सड़क जाम करके सवारी भर रहे है ।

उक्त सूचना के क्रम में थाना स्थानीय से टीम गठित कर अवैध डग्गामारी गाड़ियो के विरुद्ध शासन-प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे अभियान के दृष्टिगत हाइवे पर पहुंचा तो देखा गया कुछ बसों को सड़क पर खड़ा कर सवारी भरी जा रही है। जिससे यातायात बाधित हो रहा ह।ै इस कृत्य से रोड पर काफी जाम लगने लगा था । जिसके दृष्टिगत रोड पर खड़े कुल छह डग्गामारी गाड़ियो का चालान अन्तर्गत धारा 207 एमवी एक्ट के तहत करते हुए सीज किया गया तथा सीज वाहन को सुरक्षित थाना चिनहट पुलिस चौकी अपट्रान पर खड़ा किया गया।

*राजधानी लखनऊ में साइबर क्राइम सेल ने वापस कराया ठगी का 45 हजार*

लखनऊ । साइबर क्राइम सेल द्वारा शिकायतकर्ता के आईसीआईसीआई क्रेडिट कार्ड से फ्रॉडस्टर द्वारा निकाले गये 45,000 रुपए कराये गये वापस । साइबर क्राइम सेल प्रभारी सतीश चंद्र साहू ने बताया कि शिकायतकर्ता अंकिता दुबे के द्वारा साइबर क्राइम सेल आकर अवगत कराया गया कि 17 मई को एक अज्ञात कॉलर के द्वारा उनके क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेकर उनके क्रेडिट कार्ड से लगभग 45,000 रुपये निकाल लिये गये।

प्रार्थनापत्र पर कार्रवाई करते हुए सम्बन्धित बैंक व कम्पनियों से इलैक्ट्रानिक पत्राचार कर प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई करते हुये सम्पूर्ण धनराशि 45,000 रुपए पीड़ित के आईसीआईसीआई क्रेडिट कार्ड में वापस कराये गये। साइबर क्राइम सेल के द्वारा की गयी त्वरित कार्यवाही के कारण, शिकायतकर्ता अपना पैसा वापस पाकर अत्यन्त प्रसन्न हैं, तथा पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए धन्यवाद प्रकट किया। बैंक के नाम से आये हये किसी भी कॉल पर अपने खाते व कार्ड की कोई भी निजी जानकारी व ओटीपी इत्यादि साझा न करें।

*मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत महमूदपुर विद्यालय पहुंची महिला पुलिस की टीम*

लखनऊ। गोसाईगंज सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत बालिकाओं एवं महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन संबंधी जानकारी देने के लिए गुरुवार को गोसाईगंज कोतवाली की महिला पुलिस टीम ने महमूदपुर विद्यालय पहुंच कर सभी का हाल जाना और योजनाओ की जानकारी दी।

पुलिस अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार गुरुवार को गोसाईगंज कोतवाली की महिला उप निरीक्षक नीरू यादव आरक्षी प्रीती द्विवेदी और विदुषी के साथ पूर्व मध्यमिक विद्यालय महमूदपुर पहुंची। महिला पुलिस ने कक्षाओ में जाकर बालिकाओं से पूछा की किसी को कोई परेशानी तो नहीं है। रास्ता आते जाते कोई परेशान तो नही करता है। उप निरीक्षक नीरू यादव ने बालिकाओं से पुलिस सहायता से संबंधित नंबरों की जानकारी ली। उन्होंने कहा की कोई परेशान करता है तो उस बात को छुपाना नही है बताना है।

महिला पुलिस ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, ग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय पोषण मिशन, सामूहिक विवाह योजना तथा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना साहित महिला हेल्प डेस्क, शक्ति मोबाइल, महिला साइबर सेल के विषय में जानकारी देते हुए बताया की सरकार महिलाओ की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के प्रति संकल्परत है।

महिला जवानों ने बालिकाओं और बालको को योजनाओं की जानकारी देते हुए बुकलेट वितरित किया और कहा की सभी बच्चे इनको घरों में जाकर देंगे और पढ़ कर सुनाएंगे।

इंस्पेक्टर गोसाईगंज दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया की महिला उपनिरीक्षक और सिपाही गांवो में जाकर उक्त जानकारी देने के साथ ही महिलाओ का हाल भी जान रही हैं। ब्रेकथ्रू की हिना ने भी बालिकाओं को कई तरह की जानकारी दी।

विद्यालय में प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह, इंचार्ज अध्यापिका नीता यादव, उमा देवी पाल, कुमुद अग्रवाल, रीना यादव, देव नारायण, मनोज तिवारी और राजू शर्मा, भी मौजूद रहे।

*श्रमिकों के लिए संचालित योजनाओं का लाभ देने में अधिकारी कोताही न बरतेंः मंत्री अनिल राजभर*

लखनऊ। प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि भारत सरकार और प्रदेश सरकार रोजगार सृजन के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं, ताकि यहां के श्रमिकों को रोजगार के अवसर प्राप्त हों, उन्हें रोजगार की तलाश में प्रदेश से बाहर न जाना पड़े।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ श्रमिकों को मिल सके, इसके लिए लेबर अड्डों पर, ब्लॉक और तहसीलों में जागरूता कार्यक्रम, सेमिनार करवाये जायें, जिससे कि योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सके।

श्रम मंत्री ने कहा कि ऐसे श्रमिक, जिनका अभी पंजीयन नहीं हुआ है, उनको पंजीयन करने के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि बोर्ड के स्तर से योजनाओं के प्रभावी संचालन के लिए स्थाई पदों के सृजन की कार्यवाही शीघ्र करा ली जाय। अनिल राजभर ने यह निर्देश बापू भवन स्थित सभागार में उप्र असंगठित कर्मकार सामाजिक सुरक्षा बोर्ड के कार्यों की समीक्षा के दौरान दिए।

श्री राजभर ने निर्देशित किया कि उत्तर प्रदेश के चयनित जिलों में मुसहर, सहरिया, वनटांगिया और विमुक्त, घुमन्तु जातियों व समुदायों को चयनित करने की कार्यवाही गम्भीरता से की जाय और संवेदनशीलता से डाटा संग्रहण किया जाय। मंत्री जी द्वारा बैठक के दौरान बोर्ड के सभी सदस्यों से यह अपेक्षा की गई कि असंगठित कामगारों के हित में बोर्ड को प्रभावी बनाने हेतु नई योजनाओं के संचालन हेतु विस्तृत अध्ययन कर अपना प्रस्ताव बोर्ड कार्यालय को उपलब्ध कराया जाय।

उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के बोर्ड द्वारा श्रमिकों के हितों में किये जा रहे कार्यों से भी प्रेरणा ली जाय, ताकि प्रदेश के श्रमिकों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाया जा सके।

प्रमुख सचिव श्रम अनिल कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना एवं एनपीएस ट्रेडर्स के तहत सभी जनपदों को लक्ष्य आवंटित कर दिया गया है। जनपद व मण्डल स्तर पर कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के चयनित जिलों में मुसहर, सहरिया, वनटांगिया और विमुक्त, घुमन्तु जातियों व समुदायों के डाटा संग्रहण की कार्यवाही भी की जा रही है। बैठक में बोर्ड के सदस्यगणों के अलावा श्रम विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहें।