*चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन*
अमेठी। स्थानीय ब्लॉक के बाबा बालकदास कुटी के पास संकटमोचन धाम पर चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। ब्राह्मण स्वाभिमान एकता मंच के बैनर तले कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि समाजसेवी दिनेश तिवारी और अर्जुन पाण्डेय ने चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पार्चन करके किया।
कवि सम्मेलन में समीर मिश्र ने सुनाया 'अपने हाथों से ही अपनी, कुर्बानी को देने वाले। आजाद तुम्हें नमआँखों से, कोटिश: नमन कोटिश: नमन।' शायर शिवभानु कृष्णा ने अपनी पंक्तियों 'यारों की दोस्ती पे जां निसार करता हूँ, हाँ ये सच है मैं अपनी मां से प्यार करता हूँ।' से लोगों को भावुक कर दिया। कवि अभिजित त्रिपाठी की पंक्तियों 'स्वतंत्रता का था महाव्रती, मौत से भी वो नहीं डरा। वीर लाडला जगरानी का, आजाद जिया, आजाद मरा। पर पूरा पांडाल भारत माता की जयते नारों से गूँज उठा। राजेन्द्र शुक्ल अमरेश ने चंद्रशेखर आजाद को नमन करते हुए सुनाया 'अमर चंद्रशेखर हुए, फैली कीर्ति अपार।
श्रद्धांजलि अमरेश की, कर लीजे स्वीकार।' कवि अनिरुद्ध मिश्र की पंक्तियों 'राष्ट्र गौरव को हरगिज़ मिटाना नहीं। भाल मां भारती का झुकाना नहीं । जो समर्पित किए देशहित जिंदगी, उनकी यादों का दीपक बुझाना नहीं।' पर लोगों ने खूब तालियाँ बजाई। इस अवसर पर डा. अर्जुन पाण्डेय, दिवस प्रताप सिंह, तेजभान सिंह आदि कवियों ने भी अपनी रचनाएँ प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन कवि संजय पाण्डेय पुष्पेन्द्र और संयोजन अनिरुद्ध मिश्र ने किया।
दिनेश तिवारी ने कहा, कि चंद्रशेखर आजाद ने लोगों के अंदर परतंत्रता की बेड़ियों को काटने की चेतना भरी थी। हम सभई उन्हें सादर नमन करते हैं। इस अवसर पर प्रभात पाण्डेय, पिन्टू तिवारी, विवेक मिश्र, अमित मिश्र, अनुभव मिश्र, जयप्रकाश मिश्र, विनोद पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।
Jul 25 2023, 17:53