स्मार्ट सिटी मुजफ्फरपुर में अंग्रेजी नाम पटल लगाने के विरोध में कई संगठनों ने खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर किया धरना प्रदर्शन

मुजफ्फरपुर: स्मार्ट सिटी मुजफ्फरपुर के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और मुख्य मार्ग की फेशियल एकरूपता के नाम पर अंग्रेजी नाम पटल लगाने के विरोध में साहित्यिक, सांस्कृतिक, सामाजिक कई संगठनों ने खुदीराम बोस स्मारक स्थल पर धरना प्रदर्शन किया। 

विरोध करते हुए स्मार्ट सिटी और नगर निगम की कार्यप्रणाली तथा भ्रष्टाचार को लेकर भी कई सवाल खड़े किए गए। सुविधा के नाम पर न तो पार्किंग है, न जलजमाव से मुक्ति है, न कहीं शौचालय और महिलाओं के लिए भी कोई व्यवस्था है। हर दिन भीषण जाम के शिकार होते हुए नगरवासी जैसे तैसे अपनी जीवन चर्या संपन्न करते हैं। 

काले रंग की पृष्ठभूमि पर उजले अंग्रेजी अक्षरों में नाम पटल दुकान पर लगा देना कहीं न कहीं से अंग्रेजियत की गुलाम मानसिकता का प्रतीक है। यह हिंदी की उपेक्षा तथा अपमान है जिसकी पुरजोर भर्त्सना और निंदा करते हुए तमाम संगठन के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि अगर हमारी आवाज नगर निगम प्रशासन द्वारा नहीं सुनी जाती है तो हम सरकार के विरोध में भी मोर्चा खोलेंगे और आंदोलन को तेज करेंगे। 

इस क्रम में वक्ताओं ने कहा कि जिस हिंदी भाषा के माध्यम से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई हुई थी और आज वह हमारी मातृ भाषा, राजभाषा तथा जन मान्यता में राष्ट्रभाषा है और अब तो यह विश्व भाषा के रूप में पूरे संसार में सम्मानित है, फिर भी हिंदी के गढ़ मुजफ्फरपुर में हिंदी की उपेक्षा बहुत ही दुखद है और इसके लिए हर स्तर पर विरोध करने के लिए नगरवासी संकल्पित हैं।

 मुजफ्फरपुर एक जनपदीय शहर है जिसके आसपास काफी ग्रामीण क्षेत्र हैं और वहां के लोग आज भी अंग्रेजी नहीं जानते हैं। हिंदी लगभग सब जानते हैं ।अंग्रेजी नाम पटल होने के कारण उनकी परेशानियों का तनिक भी ध्यान नहीं रखा गया ,यह एक तरह से चाहे जिसके द्वारा यह कार्य संपन्न कराया जा रहा है यह रवैया उचित नहीं है। स्मार्ट सिटी का यह कृत्य घोर निंदनीय है।

 अपने अध्यक्षीय उद्गार में डॉ संजय पंकज ने कहा कि मुजफ्फरपुर खड़ी बोली हिंदी का प्रवर्तक शहर है। यहां के साहित्यकार, संस्कृति कर्मी और स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ने वाले महान स्वतंत्रता सेनानियों ने हिंदी को ही संघर्ष का और अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ का साधन बनाया था। देश को एक सूत्र में बांधने का काम हिंदी ने किया।

 उसी हिंदी को बिहार की अघोषित सांस्कृतिक राजधानी में उपेक्षित कर देना आखिर किस मानसिकता का परिचायक है। हमारी आवाज जब तक नहीं सुनी जाती है हम आंदोलन को तेज करेंगे और चरण बद्ध धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।

धरना प्रदर्शन को अपना समर्थन देने के लिए उपस्थित होने वालों में बिहार सरकार के पूर्व नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा, अविनाश तिरंगा उर्फ ऑक्सीजन बाबा, मधुमंगल ठाकुर,समाज सेवी संजीव साहु, रघुनंदन प्रसाद सिंह उर्फ अमर बाबू, डॉ कुमार विरल, अन्नू सिंह, अजय सिंह, रामप्रवेश सिंह, प्रेम कुमार वर्मा, महेश सिंह, मनोज सिंह,सुमन वृक्ष, प्रमोद आजाद, यशवंत पाराशर, मुकेश त्रिपाठी, डॉ उषा किरण, डॉ पुष्पा गुप्ता, सोनू सिंह, आलोक कुमार अभिषेक, डॉ राकेश कुमार मिश्र, दीनबंधु, सोनू पांडेय आदि प्रमुख थे। 

संस्थाओं के अंतर्गत जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन, नवसंचेतन, मिशन भारती, बिहार गुरु, मुजफ्फरपुर सांस्कृतिक मंच, संस्कृति संगम, रंग लोक, बज्जिका विकास मंच जैसी निरंतर सक्रिय महत्वपूर्ण संस्थाएं सहभागी रहीं और सब ने एक स्वर में चरणबद्ध आंदोलन का संकल्प लिया। इस धरना प्रदर्शन का जोरदार तथा धारदार संचालन संस्कृति कर्मी सोनू सिंह ने किया।

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच विवाद पर क्या बोले प्रशांत किशोर

समस्तीपुर: बिहार का शिक्षा विभाग इन दिनों सुर्खियों में है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच विवाद है। मामले में जन सुराज के सूत्रधार ने नीतीश सरकार को घेरे में लेते हुए कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त है। बिहार में जब शिक्षा को लेकर नए-नए परिवर्तन होंगे, तो उथल-पुथल होना तय है। शिक्षा मंत्री और केके पाठक के बीच क्या हो रहा है, ये महत्वपूर्ण नहीं है। वर्तमान सरकार ने डोमिसाइल के नियम को बदला है, इससे बिहार के युवाओं को मौका नहीं मिलेगा और उनके साथ अन्याय होगा। UP, मध्य प्रदेश और दूसरे राज्य के लोग बिहार में आकर नौकरी करेंगे और बिहार के लोग दूसरे राज्यों में जाकर फैक्ट्री में मजदूरी करेंगे। 

नीतीश कुमार की सरकार के शासन को शिक्षा व्यवस्था को काला अध्याय कहा जाएगा: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश सरकार में ध्वस्त हुई शिक्षा व्यवस्था को आने वाले दिनों में काला अध्याय कहा जाएगा। सड़कें खराब हों, तो अगली सरकार बना सकती है, बाढ़ आएगी तो जल प्रबंधन की उचित व्यवस्था कर समस्या खत्म की जा सकती है। लेकिन खराब शिक्षा व्यवस्था के कारण 2 पीढ़ियां जो पढ़कर निकली हैं, उनका भविष्य सुधरने वाला नहीं है। उनकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। उन्हें हमेशा पढ़े-लिखे लोगों के नीचे ही काम करना होगा। 

शिक्षा व्यवस्था पर सरकार खर्च करती है 40 हजार करोड़ रुपए: प्रशांत किशोर

बकौल प्रशांत, बिहार सरकार 40 हजार करोड़ रुपए शिक्षा व्यवस्था पर खर्च करती है। अपर मुख्य सचिव को जो कहना है कह लें, शिक्षा मंत्री को जो कहना है कह लें, लेकिन शिक्षा व्यवस्था सुधरती नहीं दिख रही है। किसी का भी ध्यान शिक्षा को सुधारने पर नहीं है। दोनों ही अपनी बात मनवाने पर लगे हैं कि मेरी बात मान ली जाए। इसमें नुकसान बिहार के बच्चों का है, अध्यपकों का है, स्कूल प्रबंधन का है।

मुजफ्फरपुर में आर्मी जवान की हैवानियत : अवैध संबंध का विरोध करने पर पत्नी और बच्चों को जिंदा जलाया

मुजफ्फरपुर: जिले से एक हैवानियत की सारी हदों को पार कर देने वाली घटना सामने आई है।

जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र के बड़ा जगन्नाथ इलाके में आर्मी जवान ने पत्नी और अपने दो बच्चों को पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया। ।दिल दहला देने वाले हादसे में पत्नी और दो माह के बेटे की मौत हो गई। वही आठ साल की बेटी झुलस गई।वारदात को अंजाम देने के बाद आर्मी जवान मौके से फरार हो गया।

 

आरोपी जवान हिमांशु राजस्थान के जोधपुर में तैनात है । मंगलवार को छुट्टी पर घर आया था । पत्नी के रहते हुए वह अपनी गर्लफ्रेंड से शादी करना चाहता था । 

बुधवार को आर्मी जवान अपनी गर्लफ्रेंड को घर पर बुला लिया । पत्नी इसका विरोध कर रही थी । इससे गुस्साए हिमांशु ने बुधवार की रात पत्नी और 2 महीने के बेटे को जिंदा जला दिया । 

सूचना मिलने के बाद पत्नी के मायके वाले ससुराल पहुंचकर दोनों को अस्पताल पहुंचाया , जहां इलाज के दौरान मां - बेटे की मौत हो गई 

हिमांशु और सोनल प्रिया की शादी 2013 में हुई थी । जब शादी हुई तब हिमांशु बेरोजगार था । शादी के बाद उसकी सेना में नौकरी लगी । वह राजस्थान के जोधपुर में कार्यरत है । 

भाई ने आरोप लगाते हुए बताया कि नौकरी लगने के बाद हिमांशु दहेज में 10 लाख रुपए मांगने लगा । वह अक्सर सोनल के साथ मारपीट भी करता था । इधर , दो साल से उसका एक बैंक में कार्यरत शिवानी से प्रेम प्रसंग चल रहा है । लड़की जिले के देवरिया थाना क्षेत्र की रहने वाली है । नगर थाना क्षेत्र के सूतापट्टी स्थित एक बैंक में कार्यरत है । वह उससे शादी करना चाहता है । इसका विरोध बहन करती थी । 

वही नगर डीएसपी राघव दयाल ने बताया की मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बिहार में बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार और सरकार की विफलताओं पर नीतीश सरकार पर साधा निशाना ।

माo केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय जी का अगामी 13 जुलाई को विधानसभा मार्च पर प्रेस वार्ता

उन्होंने कहा कि 15 वर्ष सत्ता में रहते जो लोग भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे थे आज सुशासन का राग अलापने वाले उनकी गोद में खेल रहे हैं।

बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है अपराधी मौत की तारीख तय कर रहे हैं। कब कहां किसे शूट कर दें, कोई भरोसा नहीं। कोई पुरानी अदावत में जान गंवा रहा है तो कोई अपराध का विरोध करने पर मार दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हत्या, लूट और दुष्कर्म की घटनाओं से बिहार के लोग त्रस्त हैं। कहा कि अगस्त 2022 में नीतिश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार बिहार में बनी, तबसे लेकर आज तक 4800 से उपर अपराध की घटनाएं बिहार में हुई हैं। इनमें से हत्या, दुष्कर्म, अपहरण तथा हत्या के प्रयास के मामले हैं।

उन्होने स्पष्ट लहजे में भ्रष्टाचार में मुख्यमंत्री की संलिप्तता और महागठबंधन को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि राज्य सरकार की नीति भ्रष्टचारियों को प्रोत्साहित करने की है। इन सभी मुद्दों को लेकर सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ी जाएगी।

उन्होंने कहा कि सुल्तानगंज में 1710 करोड़ की लागत से बन रहा पुल पानी में बह गया।

कहा कि भाजपा अब बिहार सरकार से 10 लाख लोगों को नौकरी देने के मामले में जवाब मांगेगी तथा सरकार से यह भी पूछेगी- नौकरी आखिर कब देगी। इस मार्च से सरकार से सीटीईटी, एसटीईटी पास अभ्यर्थियों को बिना परीक्षा लिए नियुक्ति करने और नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिए जाने की मांग, वित्त रहित महाविद्यालयों को राशि भुगतान करने की भी मांग की जाएगी।

प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से

सांसद अजय निषाद, पूर्व मंत्री रामसूरत राय, अजीत कुमार, विधायक अरूण सिंह, प्रदेश महामंत्री बेबी कुमारी, जिला महामंत्री सचिन कुमार, धर्मेंद्र साहू, प्रभु कुशवाहा, जिला उपाध्यक्ष रागिनी रानी, अंकज कुमार, रामनरेश मालाकार, जिला मंत्री धनंजय झा, नंदकिशोर पासवान, मोर्चा अध्यक्ष भारत रत्न यादव, विजय पांडेय, राशि खत्री, फेकू राम, विकाश गुप्ता, मोर्चा प्रभारी रविरंजन शुक्ला, देवांशू किशोर, जिला मीडिया प्रभारी आशीष श्रीवास्तव सहित सत्यप्रकाश भारद्वाज, आदित्य कश्यप, उत्कर्ष दीक्षित, अमित राठौर, शांतनु शेखर, मुकुल सिंह, चंदन यादव, श्लोक, अभिमन्यु तिवारी आदि उपस्थित थे। 

मुज़फ़्फ़रपुर पहुंचे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, कहा महागठबंधन में भ्रष्टाचारियों


परिवार वादियों और घोटाले बाजों के साथ साथ अपराध को संरक्षण देने वालो की जामाता हैं।


2024 में फिर से कमल खिलना तय हैं बिहार की 40 सो लोकसभा सीट पर एनडीए की जीत सुनिश्चित है. विपक्ष एक तरफ एकजुट होकर मंच पर इकट्ठा हो रहा हैं, 

और नरेंद्र मोदी को 2024 में प्रधानमंत्री बनाने के लिए जनता एकतरफ़ इकट्ठा हो गई हैं.

 उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के साथ गठबंधन करके फस गए हैं, बिहार मे राज्य सरकार की विकास का गति एकदम ठप हो गया हैं.

जो भी विकास कार्य प्रदेश में चल रही हैं, वह सभी केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही हैं... बिहार मे 10 लाख नौकरी देने की वादा करने vali सरकार अपने वादों से पिछे हट गई हैं... शिक्षक बहाली में बिहार के लोगों को पहली प्राथमिकता मिलनी चाहिए क्युकी यहां इसकी जरूरत सबसे अधिक है...

 बिहार के नौजवानों को रोजगार मिले यह भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकता हैं.. उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता से कोई फर्क नहीं परने वाला हैं....

रेल कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षित 60 प्रशिक्षणार्थियों को दिया गया प्रमाण पत्र


हाजीपुर - पूर्व मध्य रेल द्वारा ‘रेल कौशल विकास योजना‘ के अन्तर्गत युवाओं को उद्योग आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर कुशल एवं रोजगार के लिए सक्षम बनाने के प्रयास के तहत युवाओं को दिनांक 06.06.2023 से 28.06.2023 तक पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र एवं यांत्रिक कारखाना/समस्तीपुर, सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना/हरनौत तथा इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन प्रशिक्षण केंद्र/पं. दीन दयाल उपाध्याय मंडल में 21वें बैच तथा सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र/दानापुर में 19वें बैच के रूप में प्रशिक्षण दिया गया। 

प्रशिक्षणोंपरांत कुल 60 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया तथा उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गयी । इस योजना के तहत पूर्व मध्य रेल के इन प्रशिक्षण केंद्रों द्वारा अब तक कुल 1521 युवाओं को प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाण पत्र प्रदान किया जा चुका है । 

   

पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केन्द्र तथा यॉंत्रिक कारखाना समस्तीपुर में 21वें बैच में फिटर ट्रेड में प्रशिक्षण के उपरांत सुयोग्य एवं उतीर्ण 25 युवकों को प्रमाण पत्र दिया गया। इस दौरान उन्हें विभिन्न प्रकार के माप, कटिंग, फाइलिंग, ड्रिलिंग, चुड़ी कटिंग इत्यादि कार्य का प्रशिक्षण दिया गया। इसी क्रम में सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना, हरनौत में 21वें बैच के रूप में प्रशिक्षण के उपरांत सुयोग्य एवं उत्तीर्ण 16 युवकों को प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। 

पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के विद्युत कर्षण प्रशिक्षण केंद्र में 21वें बैच में प्रशिक्षण के उपरांत सुयोग्य एवं उत्तीर्ण 08 युवकों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के दौरान इन्हें विद्युत आयरन, विद्युत हीटर,स्टेयर केस वायरिंग, सीलिंग फैन, विद्युत बोर्ड बनाना एवं कनेक्शन करना, विभिन्न उपकरणों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। सिगनल एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र, दानापुर में 19वें बैच के 11 युवाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया । इस दौरान उन्हें डायोड, ट्रंाजिस्टर, आईसी, पावर सप्लाई, सोल्डिंग, मल्टीमीटर ट्रांसफार्मर के उपयोग एवं मरम्मत इत्यादि कार्य का प्रशिक्षण दिया गया ।

    

प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण पूरा होने पर काफी संतोष व्यक्त किया । उन्होंने ज्ञानवर्द्धन और आत्मविश्वास को बढ़ाने में इस प्रशिक्षण को काफी उपयोगी पाया । आवेदक https://railkvy.indianrailways.gov.in पर विजिट कर ट्रेड से जुड़ी समस्त जानकारी, प्रशिक्षण संस्थान का विवरण, ऑनलाइन आवेदन पत्र सहित अन्य सभी सूचनाएं आसानीपूर्वक प्राप्त कर सकते हैं।

इस पहल का मूल उद्देश्य युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में गुणात्मक सुधार लाने के लिए प्रशिक्षण कौशल प्रदान करना है । यह कौशल युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार और उसे उन्नत करेगा। साथ ही युवाओं के रोजगार क्षमता में सुधार तथा स्वरोजगार के इच्छुक युवाओं के कौशल को भी उन्नत करेगा। रेल कौशल विकास योजना कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षुओं का चयन खुले विज्ञापन और पारदर्शी शॉर्ट-लिस्टिंग तंत्र के माध्यम से किया जाता है। प्रशिक्षण के बाद, सभी प्रशिक्षुओं का एक मानकीकृत मूल्यांकन किया जाता है और सफल प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाता है।

हाजीपुर से संतोष तिवारी

जिलाधिकारी ने निलाम पत्र, आपदा, आंतरिक संसाधन एवं राजस्व से संबंधित पदाधिकारीगण के साथ की बैठक, दिए कई निर्देश

मुजफ्फरपुर :-समाहरणालय सभागार में आज नीलाम पत्र, आपदा, आंतरिक संसाधन एवं राजस्व की बैठक जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार ने संबंधित पदाधिकारियों के साथ किया। 

नीलाम वाद की समीक्षा में उन्होंने निदेश दिया है कि सभी नीलाम पत्र पदाधिकारी कम से कम 10 बड़े बकायादारों की सूची चिन्हित करें, जिनका नोटिस तथा अन्य प्रक्रिया हो चुकी है, उन्हें बाॅडी वारेन्ट निर्गत करें। साथ ही निर्गत वारंट की प्रति जिला मुख्यालय वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय, आई॰जी॰ एवं आयुक्त महोदय को भी उपलब्ध करायें। 

शनिवारीय भूमि संबंधित निपटारे को लेकर लगाये जानेवाले दरबार को नियमित रूप से करने का निर्देश दिया गया। 

अनुमंडल पदाधिकारी अपने अंचल में सुनिश्चित करायेंगे। साथ ही यह भी माॅनिटरिंग करेंगे की बाॅडिवारेन्ट संबंधी सभी प्रक्रिया और नोटिस का संधारण और क्रियान्वयन हो रहा है या नहीं। इसके अतिरिक्त नीलाम वादों की अधिक संख्या को देखते हुए इसे अन्य पदाधिकारियों के बीच अधिकार देने की बात कही गयी।

आपदा को लेकर सभी अंचल अधिकारियों को गोताखोर की सूची एवं नाव की स्थिति/नाविक से एकरारनामा संबंधित अद्यतन स्थिति प्रतिवेदित करने को कहा गया।  

उन्होंने कहा कि सम्पूर्ति पोर्टल पर किये गये कार्यों और भुगतान को अनिवार्य रूप से इन्ट्री करने का निदेश दिया गया। इसके अतिरिक्त ए॰सी॰ डी॰सी॰ विपत्र का समायोजन और उपयोगिता प्रमाण-पत्र भेजने का भी निर्देश दिया गया।

अभियान बसेरा के तहत सर्वेक्षण कार्य में कितने भूमि प्राप्त कर लिए गए हैं और कितने शेष बाकी है, इसका ब्योरा अंचलाधिकारियों से मांगा गया। 

भू-समाधान के तहत लगाये जा रहे जनता दरबार में गुणवत्ता के साथ निर्णय एवं आदेश पारित करने का निदेश दिया गया। पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोडिंग करने के साथ-साथ थाना स्तर पर संबंधित निर्णयों का पंजी संधारण करने का भी निर्देश दिया गया। 

मुख्यमंत्री जनता दरबार, जिला पदाधिकारी जनता दरबार, सी॰पी॰ ग्राम से प्राप्त लंबित शिकायतों/पत्रों का एक्शन टेकन रिपोर्ट अविलम्ब भेजने को कहा गया। 

जिला पदाधिकारी ने कहा कि भू-समाधान के सभी मामले पंजीकृत करें और थाना और अंचल पर अलग-अलग अभिलेख संरक्षित रखें। प्रत्येक माह कम से कम 02 प्रतिशत मामले निष्पादित करने का निर्देश दिया गया। 

उक्त बैठक में अपर समाहर्ता संजीव कुमार एवं सभी अंचल अधिकारी उपस्थित थें।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

ग्रामीण विकास के सचिव ने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की, दिए कई निर्देश

मुजफ्फरपुर :- ग्रामीण विकास के सचिव डाॅ॰ एन॰ सरवण कुमार के अघ्यक्षता में संग्रहालय सभागार में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा बैठक की गयी। 

मनरेगा की कार्य योजना की समीक्षा में उन्होंने कहा की MIS प्रणाली का सभी पदाधिकारी प्रयोग करें, जिससे की हम पंचायत स्तर पर चल रहे कार्यों की प्रगति का माॅनिटरिंग बेहतर ढंग से किया जा सके। 

अधिक से अधिक जीविका दीदियों को मनरेगा कार्यों में मेट बनाने का निर्देश दिया गया। आधार सीडिंग और बैंकिंग लिंकेज को शत-प्रतिशत करने का निदेश दिया गया। मजदूरी में बकाया को शून्य करने का निर्देश उन्होंने दिया। साथ ही क्षेत्र निरीक्षण शत-प्रतिशत पदाधिकारियों द्वारा करने का निर्देश दिया गया। 

उप विकास आयुक्त ने बताया कि ऑगनबाड़ी केन्द्र निर्माण एवं ॅच्न् निर्माण मनरेगा के माध्यम से कराया जा रहा है। 

जीविका समीक्षा में डी॰पी॰एम॰ जीविका ने बताया कि बैग कलस्टर, दीदी के रसोई, दीदी की नर्सरी, जीविका ग्रामीण बाजार, सुजनी कला एवं लहटी कलस्टर, स्वास्थ्य मित्र, बैंक सखी, मशरूम कलस्टर में जिला जीविका ने बेहतर प्रगति की है। 

बताया गया कि अभी दीदी की नर्सरी जिले में 25 है। प्रत्येक प्रखण्ड में 03 दीदी की नर्सरी बनाने का निदेश प्राप्त हुआ है। 

सचिव ने निर्देश दिया की वैल्यू एडिशन कार्य करें और क्षेत्र और आवश्यकता के अनुरूप जीविका दीदी के संसाधन का प्रयोग करें।  

बैठक में जिला पदाधिकारी, प्रणव कुमार, उप विकास अयुक्त, आशुतोष द्विवेदी, प्रोवेशन आई॰ए॰एस॰ सुश्री सारा असरफ, डी.आर.डी.ए. निदेश, विजय पांडे तथा अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थें।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

चिराग पासवान पहुंचे मुजफ्फरपुर,मीडिया से बात करते हुए कही यह बात

लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के सुप्रीमो चिराग पासवान मुजफ्फरपुर पहुंचे जहां उन्होंने पार्टी के नेताओ से मिलकर उनका हाल जाना साथ ही कैसे कैसे पार्टी को मजबूती मिले इसके लिए कार्यकर्ताओं और नेताओं के

साथ बातचीत भी किया. जिसके बाद चिराग पासवान मीडिया से बातचीत की तो उन्होंने इस दौरान कई सारी बातों को कहा.

उन्होंने कहा की वैशाली लोकसभा क्षेत्र से 2024 में भी हमारी पार्टी ही चुनाव लडेगी. साथ ही जमुई लोकसभा क्षेत्र को लेकर मीडिया के सवालों से बचते दिखे चिराग पासवान. वही मुख्यमत्री नीतीश कुमार पर जमकर कसा तंज.

बिहार के मुजफ्फरपुर में स्वास्थ ब्यवस्था की खुली पोल, एम्बुलेंस नही मिली तो दरोगा को जीआरपी जवान ठेले पर लादकर ले गए सदर अस्पताल*

मुजफ्फरपुर : बिहार स्पेशल पुलिस के एसआई मदनमोहन चौधरी का जंक्शन के प्लेटफॉर्म एक पर लगे नल से पानी लेकर वापस लौटने के क्रम में काई पर फिसलने से तीन जगह पैर फ्रैक्चर हो गया । उनके साथ के जवानों ने 102 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस को बुलाया , पर एक घंटा इंतजार के बाद भी जब एंबुलेंस नहीं पहुंची तो ठेला पर लिटाकर सदर अस्पताल पहुंचाया गया। इसके बाद सदर अस्पताल इमरजेंसी में उनका एक्सरे कराने के बाद प्राथमिक उपचार कर उन्हें पटना आईजीआईएमएस भेज दिया गया। 

प्लेटफॉर्म एक पर नल के पास काई जमी थी , जिस पर फिसल कर उनका पैर फ्रैक्चर हो गया। जब एंबुलेंस नहीं आई तो उनको दर्द से छटपटाता देख पुलिस ने एक ठेला वाले को बुलाकर उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया। 

बता दें कि बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर बिहार स्पेशल पुलिस की 10 नंबर कंपनी मुजफ्फरपुर जंक्शन पर पहुंची थी । कंपनी को स्पेशल ट्रेन से बंगाल जाना है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी