स्ट्रीटबज़्ज़ हेल्थ टिप्स:- गलत खानपान और जीवनशैली है आपके बीमारियों का कारण, अगर करें इस मे सुधार तो आप रह सकते हैं हेल्दी,जाने क्या करना है आपको


आज गलत खानपान और जीवन शैली के कारण लोग ऐसी-ऐसी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं जिन्हें ठीक करने के लिए डॉक्टर और दवाइयों के लिए अच्छे-खासे पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। 

कई बीमारियों को तो इतने पैसे खर्च करने के बाद भी पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता बस कंट्रोल में ही रखा जा सकता है, जैसे- डायबिटीज़, मोटापा और बीपी। 

तो अगर आप डॉक्टर की मंहगी फीस और दवाइयों में अब और ज्यादा पैसे नहीं खर्च करना चाहते, तो यहां दिए जा रहे हेल्थ टिप्स को आज से भी शुरू कर दें फॉलो करना।

1. धूप सेंकें

सुबह की धूप बॉडी के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। इससे शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन डी मिलता है जो हड्डियों की मजबूत बनाता है। इसके अलावा धूप सेंकने से कई तरह की स्किन समस्याएं भी दूर रहती हैं। और तो और सुकून भरी नींद के लिए भी धूप का सेवन जरूरी माना गया है क्योंकि इससे शरीर में मेलाटोनिन हॉर्मोन पैदा होता है जो अच्छी नींद के लिए जरूरी माना गया है और थोड़ी देर धूप में बैठने से स्ट्रेस भी दूर होता है।

2. रोजाना वर्कआउट करें

रोजाना 20-30 मिनट का समय जरूर निकालें वर्कआउट करने के लिए। यकिन मानिए इससे आप न सिर्फ बॉडी को फिट रख सकते हैं बल्कि अपनी उम्र के भी कई साल बढ़ा सकते हैं। वर्कआउट का मतलब जिम जाकर घंटों पसीना बहाना नहीं होता बल्कि घर के नॉर्मल कामकाज से भी आसानी से खुद फिट रहा जा सकता है। तो योग, रस्सी कूदना, पैदल चलना जैसी कई एक्टिविटीज़ हैं जिनके लिए किसी भी तरह के इनवेस्टमेंट की जरूरत नहीं और इनके फायदे ही फायदे हैं।

3. हेल्दी डाइट लें

कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज़, हार्ट प्रॉब्लम्स जैसी खतरनाक बीमारियों से बचे रहना चाहते हैं तो सबसे पहले अपनी डाइट से ऑयली, मसालेदार और जंक फूड को पूरी तरह से आउट कर दें। चीनी व नमक की मात्रा भी कम कर दें। सादा भोजन करें जिससे शरीर ही नहीं मन भी स्वस्थ रहता है और एक जो सबसे चीज़ फॉलो करना है वो है खाने का समय निर्धारित करना।

4. भरपूर मात्रा में पानी पीएं

बॉडी को हाइड्रेट रखने के साथ ही शरीर के कई जरूरी फंक्शन्स के लिए भी पानी बहुत जरूरी है। दिनभर में कम से कम 6 से 8 गिलास पानी जरूरी पीएं। गुनगुना पानी पीना और भी ज्यादा फायदेमंद होता है। इससे पाचन तो सही रहता ही है साथ ही मोटापा भी कंट्रोल किया जा सकता है।

5. 6-8 घंटे की नींद लें

नींद का बहुत बड़ा रोल है शरीर और मन को स्वस्थ रखने में। सुकून भरी नींद आप दिनभर फ्रेश और एनर्जेटिक फील करते हैं। किसी काम पर फोकस कर सकते हैं। याद्दाश्त दुरुस्त रहती है और डाइजेशन भी सही रहता है। तो अच्छी नींद के लिए बिस्तर पर जाने के बाद मोबाइल, टीवी आदि का इस्तेमाल न करें तो बेहतर।

स्ट्रीटबज़्ज़ हेल्थ:-क्या है फूड पॉइजनिंग,जानिए उसके लक्षण और बचाव के रास्ते...?

डेस्क :- गर्मी हो या सर्दी पाचन सही रखने के लिए ताजा भोजन करने की सलाह दी जाती है, लेकिन सुबह की भागदौड़ में ज्यादातर लोग इस रूल को फॉलो नहीं कर पाते। उनके पास रात का बना हुआ खाना ही खाने का ऑप्शन बचता है। गर्मी के दिनों में अगर आपने भोजन को फ्रिज में नहीं रखा, तो ये बहुत जल्द खराब हो जाता है और जब आप इसे खाते हैं, तो पेट दर्द, उल्टी और दस्त जैसी समस्याओं का शिकार हो जाते हैं। 

फूड पॉइजनिंग क्या है?

फ़ूड पॉइज़निंग या फ़ूडबोर्न एक ऐसा संक्रमण है, जो दूषित भोजन, पानी, फल आदि की वजह से होता है। जब भोजन बैक्टीरिया, कीटाणुओं, वायरस, या परजीवियों से दूषित हो जाता है और हम उन्हें खा लेते हैं, तो इससे फूड पॉइजनिंग हो जाती है। 

क्या हैं फूड पॉइजनिंग के लक्षण?

फ़ूड पॉइजनिंग की वजह से पेट में ऐंठन, दस्त, जी मिचलाना, उल्टी करना, भूख में कमी, हल्का बुखार, कमज़ोरी, सिर दर्द आदि हो सकता है। दस्त की समस्या तो कई बार 3 दिनों से ज्यादा समय तक बनी रहती है। जिसकी वजह से डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लम हो सकती है, कमजोरी महसूस होती रहती है।

फूड पॉइजनिंग से राहत दिलाने वाले घरेलू उपाय

1. पुदीना

पुदीना पेट को ठंडा रखता है, साथ ही पेट से जुड़ी समस्याओं भी दूर करता है। फूड पॉइजनिंग होने पर पुदीने का पत्तों से रस निकाल लें और इसमें नींबू व शहद मिलाकर उसका सेवन करें। शहद की जगह काला नमक भी मिलाया जा सकता है। 

2. अदरक

फूड पॉइजनिंग के चलते मतली या सिरदर्द की प्रॉब्लम हो रही है, तो अदरक के सेवन से पा सकते हैं इससे राहत। इसके लिए एक कप पानी में थोड़ा सा अदरक डालकर उबाल लें। इसमें थोड़ा सा नींबू डालें। स्वाद अच्छा न लगे, तो इसमें शहद भी मिला सकते हैं। अदरक के इस पानी को पीने से पेट में होने वाली जलन शांत होती है। 

3. ठंडा दूध

फूड पॉइजनिंग होने पर ठंडे दूध का सेवन करना फायदेमंद होता है। इससे अगर एसिडिटी हो रही है, तो उससे राहत मिलती है। दूध को ऐसे ही पिएं इसमें कुछ न ही मिलाएं तो बेहतर। 

फूड पॉइजनिंग में क्या नहीं खाएं? 

इन सब उपायों को आजमाने के बाद अगर आपको थोड़ी राहत महसूस हो रही है, तो भी कुछ दिनों तक हल्की सुपाच्य चीज़ों ही खाएं। कुछ दिनों तक डेयरी प्रोडक्ट्स खासतौर से दूध और पनीर, फैटी फूड्स, तली-भुनी चीज़ें, शुगरी प्रोड, चटपटा खाना खाने से बचें। कैफीन, अल्कोहल, निकोटीन लेना भी अवॉयड करें।

नोट:- यह लेख घरेलू मान्यता और पारम्परिक जानकारी पर आधारित है। किसी भी नुस्खे के उपयोग से पूर्व चिकित्सक से जरूर सम्पर्क करें

राजभवन द्वारा दिए गए निर्देशों का नही हुआ अनुपालन ,दुर्गा पूजा में छह की जगह 7 दिन व विंटर में 12 के बदले 14 दिन दे दी छुट्टी

रांची: राजभवन द्वारा राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के लिए पहली बार यूनिफॉर्म लीव कैलेंडर कुलपतियों से विचार-विमर्श के बाद तैयार किया गया था। जिसके अनुसार, सभी विश्वविद्यालयों द्वारा राजभवन को अवकाश कैलेंडर की लिस्ट उपलब्ध कराई गई थी।

राजभवन सचिवालय के विशेष कार्य पदाधिकारी मुकुलेश चंद्र नारायण ने सभी विश्वविद्यालयों को लेटर जारी कर कहा है कि राजभवन द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन नहीं किया गया है। कथित कई विश्वविद्यालयों द्वारा दुर्गा पूजा की छुट्टी 6 दिनों के स्थान पर 7 दिन दे दी गई है।

इसी प्रकार शीतकालीन सेशन में 12 दिनों के स्थान पर 14 दिन अवकाश दे दिया गया है। इतना ही नहीं, स्थानीय पारंपरिक त्योहारों के आलोक में निर्धारित किए जाने वाले प्रतिबंधित अवकाश की लिस्ट भी उपलब्ध नहीं कराई गई है। स्थानीय पारंपरिक त्योहार के तहत 5 दिन अवकाश दिए जाने का प्रावधान राजभवन द्वारा किया गया था।

कई विवि को संशोधित कैलेंडर भेजने का निर्देश, दो दिन का दिया गया समय

राजभवन सचिवालय के ओएसडी एम. नारायण ने सभी विश्वविद्यालयों को संशोधित कैलेंडर भेजने का निर्देश दिया है। इसके लिए विश्वविद्यालयों को दो दिन समय दिया गया है। जिन विश्वविद्यालयों को संशोधित कैलेंडर भेजने के लिए कहा गया है, उनमें रांची यूनिवर्सिटी रांची, सिद्धू कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय रांची, जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय जमशेदपुर और झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी रांची शामिल हैं।

जाने क्यों बना यूनिफॉर्म लीव कैलेंडर

राज्य के सभी विश्वविद्यालयों का यूनिफॉर्म लीव कैलेंडर बनाने का उद्देश्य छुट्टियों में एकरूपता लाना था। इसके पहले तक राज्य के सभी विश्वविद्यालय अपना-अपना अवकाश कैलेंडर तैयार करते थे। इसमें एक विश्वविद्यालय से दूसरे की छुट्टियों में काफी भिन्नता रहती थी, जिसे दूर करने के लिए ही यूनिफॉर्म लीव कैलेंडर तैयार किया गया।

राजभवन की पहल पर तैयार अवकाश कैलेंडर का यूनिवर्सिटी शिक्षकों ने जमकर विरोध किया था। इसके तहत धरना-प्रदर्शन और काला बिल्ला लगाकर शैक्षणिक दायित्वों का निर्वहन किया था। गवर्नर से मिलने का समय भी मांगा था, लेकिन नहीं मिला। विवि शिक्षकों का कहना था कि नए कैलेंडर में छुट्टियों में कटौती की गई है, जो रेगुलेशन की अनदेखी है। रेगुलेशन 2018 के अनुसार, 8 सप्ताह अवकाश का प्रावधान है।

स्ट्रीटबज़्ज़ हेल्थ टिप्स: आइए जानते हैं गर्मी के दिनों में अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए किन-किन बातों का रखना है आप को ख्याल ..?


गर्मियों के मौसम में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल, ये सवाल अक्सर आपके दिमाग में आता होगा. तो चलिए आज इसी पर बात करते हैं. इस मौसम में शरीर से अधिक पसीना निकलने और गर्म वातावरण की वजह से बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

 गर्मी में पाचन यानी डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं भी अधिक होती हैं. किसी भी तरह के इंफेक्शन का जोखिम भी बढ़ते तापमान के साथ बढ़ जाता है, ऐसे में गर्मी के दिनों में आपको अपनी सेहत का अधिक और खास ख्याल रखने की जरूरत होती है.

आइए जानते हैं कि गर्मी के दिनों में अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए किन-किन बातों का ख्याल रखना है.  

गर्मियों में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल, ये टिप्स आएंगे काम

1. हल्का और हेल्दी फूड

गर्मियों के दिनों में जरूरी है कि हल्का भोजन करें. आप चाहें तो थोड़ा-थोड़ा कई बार खा सकते हैं, लेकिन एक ही बार अधिक खाने से परहेज करें. बहुत ज्यादा कार्बोहाइड्रेट और फैट वाले फूड से शरीर में बहुत अधिक गर्मी पैदा होती है. ताजे फल और सब्जियों का सेवन बढ़ा दें, जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है, जैसे कि संतरे, तरबूज, टमाटर, नारियल पानी आदि.

2. खूब पानी पिएं

गर्मी में धूप और पसीने की वजह से डिहाइड्रेशन का खतरा काफी ज्यादा रहता है. वहीं, इससे बुखार का खतरा भी रहता है, इन समस्याओं से बचने के लिए आपको पर्याप्त पानी पीने और खुद को हाइड्रेटेड रखने की जरूरत होती है.

3. घर के अंदर रहें

बाहरी गतिविधियों को दिन के ठंडे घंटों में करने की कोशिश करें. बाहर के कामों या ऑफिस आने जाने के लिए सुबह 11 बजे से पहले या देर शाम 5 बजे के बाद का समय तय करें.

4. शराब और कैफीन से रहें दूरी

शराब और कॉफी आपको डिहाइड्रेट कर सकते हैं. इन ड्रिंक्स से परहेज करें. इसके बजाय गर्मी के मौसम में सादे पानी के साथ फलों के जूस का सेवन बढ़ा दें.

5. बाहर के खाने से परहेज करें

स्ट्रीट फूड दूषित हो सकता है, जो बीमारियों को दावत देता है. ऐसे में गर्मियों के दिनों में बाहर खाने से परहेज करें. पेट की एलर्जी और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचने के लिए बाहर के खाने से दूरी बना लें.

6. आंखों का रखें ख्याल

अपनी आंखों को कड़ी धूप से बचाने के लिए सुरक्षात्मक आईवियर पहनें. बाहर निकलने पर धूप से बचाने वाले ग्लास पहनें जो 99 फीसदी तक पराबैंगनी किरणों को रोकते हों.

*झारखंड में भीषण गर्मी के कारण 14 जून तक सभी सरकारी एवं निजी स्कूल बंद रहेंगे*

झारखंड के सभी सरकारी व निजी स्कूल 12 जून से 14 जून तक बंद रहेंगे। बढ़ती भीषण गर्मी और मौसम विभाग की ओर से जारी लू के अलर्ट को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है। इससे संबंधित आदेश भी जारी कर दिया गया है। शिक्षा सचिव रवि कुमार के हस्ताक्षर से यह आदेश आज जारी कर दिया गया है।

बता दे कि स्कूलों में गर्मी छुट्टी के बाद 12 जून को लगभग सभी स्कूल खुलने वाले थे। आदेश में यह भी कहा गया है कि फिलहाल स्कूल 14 जून तक के लिए बंद किए गये हैं। सचिव ने कहा है कि इस अवधि में बच्चों की पढ़ाई में होनेवाली क्षति की भरपाई के संबंध में अलग से निर्णय लेते हुए सूचित किया जायेगा। यह आदेश 12 जून से 14 जून, 2023 तक लागू रहेगा।

बेहतर डाइट का सेवन कर आप रह सकते है स्वस्थ और तरोताज़ा,आइये कौन डाइट आपके लिए है जरूरी जानते है आज के स्ट्रीटबज्ज हेल्थ टिप्स में...!



  

 डेस्क खबर:- स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है की हम एक बेहतर डाइट लें, तभी हम अपने आपको फिट रख सकते हैं साथ ही कई बीमारियों के खतरे से दूर भी रह सकते हैं। हम जो भी खाते हैं उसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है, यही वजह है कि हमे हमेशा पौष्टिक आहार का ही सेवन करना चाहिए। 

अच्छी डाइट की मदद से ही हमारा शरीर कोई भी काम करने को तैयार रहता है। अक्सर ज्यादातर लोग होते हैं जो अपनी डाइट पर कंट्रोल नहीं कर पाते और जिसकी वजह से उन्हें तमाम बीमारियों की चपेट में आना पड़ता है। लेकिन जो लोग अपनी डाइट को बेहतर बनाने के साथ उसपर कंट्रोल रखते हैं, वो लोग ज्यादा लंबे समय तक स्वस्थ रहते हैं। 

अगर आप भी स्वस्थ रहना चाहते हैं तो हम आपको इस लेख में बताते हैं कि ऐसे कौन से सदाबहार पौष्टिक आहार है जिसका सेवन कर आप लंबे समय तक फिट रह सकते हैं। 

पौष्टिक आहार

दूध 

दूध एक ऐसा विकल्प है जिसको आप बचपन में भी पीते हैं और बड़े होने के बाद भी। ये आपको फिट रखने में बहुत अहम किरदार अदा करता है। दूध एक तरह से संपूर्ण आहार है जिसमें मिनरल, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन की काफी मात्रा होती है। आप रोजाना नियमित रूप से अगर दूध पीते हैं तो इससे आप फिट भी रह सकेंगे साथ ही इससे आपको पेट संबंधित समस्याएं भी नहीं होंगी।

फल

अपने आपको स्वस्थ रखने के लिए फल बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। आपको नियमित रूप से फलों का सेवन करना चाहिए। जरूरी नहीं कि आप एक ही फल पर निर्भर रहें, आप बदलते मौसम के साथ मौसमी फल का सेवन जरूर करें। आपको हर प्रकार के फल खाने चाहिए, सभी फलों में अपने-अपने गुण होते हैं जो आपको कई बीमारियों से दूर रखने का काम करते हैं। फलों में केला एक ऐसा फल माना जाता है जिसे आप रोजाना नियमित रूप से खा सकते हैं। आप चाहें तो केले को दूध के साथ भी खा सकते हैं। ये आपको हेल्दी रखने के लिए काफी अच्छा होता है। 

सब्जियां 

हरी पत्‍तेदार सब्‍जियां (green vegetables) हमारे स्वास्थ्य को ठीक रखने में बहुत अहम होती है, नियमित रूप से सब्जियों का सेवन करने से हमें हर प्रकार का पोषण मिलता है और हमारी सारी बीमारियां दूर होती हैं। लभी हरी सब्‍जियां हमारे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती हैं। आपको बता दें कि हरी पत्‍तेदार सब्‍जियां बढ़ते वजन को कम करती है, हड्डी को मजबूती देती है, स्‍किन में ग्‍लो लाती है, कैंनसर आदि से लड़ने में सहायक होती है। 

नट्स(ड्राई फ़ूड)

रोजाना आपको एक मुठ्ठी भर नट्स खाने से आप दिनभर तरो-ताजा और एक्‍टिव महसूस करेंगे। नट्स में खासतौर पर बादाम और अखरोठ ज्‍यादा महत्‍व रखते हैं। बादाम खाने से दिमाग तेज होता है और खून भी बढता है। साथ ही बादाम को वर्यता दें। बादाम के अंदर अच्छा कोलैस्ट्रॉल और अच्छा वसा पाया जाता है जो शरीर के लिए बिल्कुल भी खराब नहीं होता। इसमें रेशा होता है जो शरीर से वसा को जला कर उसे स्वस्थ्य और एक्टिव बनाता है। अगर आपके पास बादाम हैं तो आपकी तोंद नहीं निकलेगी।

रांची स्मार्ट सिटी निर्माण में प्रभावित व्यक्तियों/विस्थापित परिवारों को पुनर्वास नीति अन्तर्गत भूमि बंदोबस्ती के पर्चा का वितरण

राँची: राज्य सरकार विस्थापन से पहले पुनर्वास की नीति को लेकर दृढ संकल्पित है। इसी क्रम में आज दिनांक 09 जून 2023 को नगर विकास एवं आवास विभाग झारखंड सरकार के अंतर्गत रांची स्मार्ट सिटी निर्माण में प्रभावित व्यक्तियों/विस्थापित परिवारों को पुनर्वास अन्तर्गत भूमि बंदोबस्ती पर्चा वितरण किया गया। 

समाहरणालय ब्लॉक A स्थित उपायुक्त सभागार में सचिव, नगर विकास विभाग एवं आवास विभाग श्री विनय चौबे की गरिमामयी उपस्थिति में 25 प्रभावित/विस्थापित परिवारों में से 22 को पर्चा वितरण किया गया। इस दौरान निदेशक सूडा, श्री अमित कुमार, उपायुक्त, रांची श्री राहुल कुमार सिन्हा, अपर समाहर्त्ता रांची श्री राजेश बरवार, अंचल अधिकारी, नामकुम, महाप्रबंधक स्मार्ट सिटी श्री राकेश कुमार नंद कियोलयर, पीआरओ स्मार्ट सिटी श्री अमित कुमार, प्रबंधक, स्मार्ट सिटी रविशंकर पांडे एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

सचिव, नगर विकास विभाग एवं आवास विभाग श्री विनय चौबे ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी को विस्थापित करने से पहले पुनर्वास की व्यवस्था की गयी है। 25 प्रभावितों को मकान बनाने के लिए 10-10 डिसिमल जमीन का पट्टा दिया गया है। उन्होंने बताया कि सभी प्रभावितों को अंबेडकर योजना की तर्ज पर जुडको लिमिटेड के सीएसआर फंड से आवास का निर्माण कराया जाएगा। इस पर प्रति आवास ₹130000 खर्च होंगे। 

इस पर सभी ने एक स्वर पर घर बनाकर दिये जाने की बात कही। सचिव महोदय द्वारा आश्वस्त किया गया कि इस दिशा में समेकित रुप से प्रोजेक्ट बनाकर प्रभावितों को लाभ दिलाये जाने का प्रयास किया जायेगा। 

"माननीय मुख्यमंत्री को बहुत-बहुत धन्यवाद"

मकान पट्टा पाकर प्रभावित/विस्थापित परिवार काफी खुश नजर आये। सभी ने राज्य सरकार को धन्यवाद दिया। घर टूटने के बाद डेविड आईन्द की शादी रुक गयी थी और आज पट्टा मिलने के बाद उनकी शादी पक्की हो गयी। डेविड और उनकी होनेवाली पत्नी हलयानी भुईंया ने माननीय मुख्यमंत्री को जमीन का पट्टा दिये जाने पर धन्यवाद दिया। अन्य प्रभावितों ने कहा कि आज उन्हें मकान का पट्टा मिला है, आगे वो सरकार की सहायता से अपना अशियाना बनायेंगे।

आज 25 प्रभावित परिवारों में से 22 को पर्चा दिया गया, जिनके नाम निम्न हैं:-

1. श्री संतोष तिग्गा

2. श्रीमती गिन्नी कच्छप

3. श्री पुनीत किस्पोट्टा

4. श्री अजय कच्छप

5. श्री संजय कच्छप

6. श्रीमती मंजू मिंज

7. श्री अरविंद टोप्पो

8. श्री सुनील मिंज 

9. श्री राजेश लिण्डा

10. श्री फिलिप मिंज

11. श्री रुपेश मिंज

12. श्री चंदा मिंज

13. श्री जयंत आईन्द

14. श्रीमती नंदिया मिंज

15. श्रीमती पिरी कच्छप

16. श्री धनई कुजूर

17. श्री मधु एक्का

18. श्री राम जतन साहू

19. श्रीमती संध्या आईन्द

20. श्रीमती सरोज आईन्द

21. श्री प्रभात एक्का

22. श्री सुशील मिंज

तीन प्रभावित श्री बुधु अहिर, श्री अमित कच्छप एवं श्री सोमा संगा के उपस्थित नहीं होने के कारण उनसे मिलकर पर्चा उपलब्ध कराने का निदेश अंचल अधिकारी को दिया गया है।

राँची: लालपुर चौक से डिस्टलरी पुल तक सड़कजाम से मुक्ति के लिए नगर निगम ने फुटपाथ दुकानदारों को खदेड़ा,अब यहां नही लगा पाएंगें लोग दुकानें


रांची नगर निगम की ओर से लालपुर इलाके में फुटपाथ पर सब्जी और दैनिक जरूरत के अन्य सामान की बिक्री करने वालों को हटाने का अभियान चलाया जा रहा है। 

लालपुर चौक से डिस्टलरी पुल तक सड़क के दोनों छोर पर दुकान लगाने वालों को मटन,चिकन और मछली मार्केट की छत पर स्थान दिया जाएगा। जिन दुकानदारों को वहां चबूतरा आवंटित किया गया है, वह निगम के सर्वे में पहले से पंजीकृत है।

इस करवाई का कारण सड़क जाम बताया गया है

निगम के अधिकारियों का कहना है कि उस मार्ग पर दुकान लगने की वजह से रूक-रूककर जाम की स्थिति बनती रहती है। जिस कारण आमजन को काफी परेशानी हो रही थी। इधर वेंडर्स एसोसिएशन के नेताओं का कहना है कि डिस्टलरी पुल के समीप बने मार्केट की छत पर दुकान लगाने की व्यवस्था करने से पूर्व शेड का निर्माण कराया जाना चाहिए था। जिससे दुकानदारों को वहां बैठने में और कारोबार में परेशानी नहीं होती। गौरतलब है कि जब मंगलवार को निगम के कर्मचारी सब्जी विक्रेताओं को सड़क से हटाने गए तो हंगामा हुआ।

बिरसा मुंडा की यहां समाधि स्थल होने के कारण यह है महत्वपूर्ण स्थल

गौरतलब है कि कोकर को लालपुर से जोड़ने वाली सड़क मुख्य सड़क है। इसमें पूरे दिन वाहनों का आवागमन होता है। दोनों ओर सब्जी विक्रेताओं के दुकान लगाने से रास्ता ब्लॉक हो जाता है और अक्सर यहां लंबा जाम लगता है। 

पहले यहां मांस-मुर्गा और मछलियों की दुकानें भी थीं जिन्हें डिस्टलरी पुल के पास बने खटाल में शिफ्ट कर दिया गया है। अब इसी की छत पर सब्जी विक्रेताओं को दुकान लगाना होगा। बता दें कि यहां धरती आबा बिरसा मुंडा का स्मारक भी है। यहां सब्जी और मीट-मछली की दुकानें होने से गंदगी भी पसरी रहती थी। यहां बिरसा मुंडा की जयंती और पुण्यतिथि के दिन मुख्यमंत्री और राज्यपाल जैसे वीवीआईपी शख्सियतों का आना भी होता है। इस लिहाज से भी इसे जाम मुक्त करना जरूरी थी।

बुंडू - भीषण गर्मी में चलती ट्रेलर में लगी आग , चालक ने कुद कर बचायी जान।


बुंडू : रांची जिले के दाशम फाॅल थाना क्षेत्र रांची टाटा मार्ग तैमारा घाटी में दोपहर एक बजे के आसपास अचानक एक चलती ट्रेलर में आग लग गयी। 

चालक को जैसे ही पता चला गाड़ी में आग लग गयी तो चालक ने गाड़ी को खड़ी कर दी और कुद कर अपनी जान बचा ली। आग इतनी तेजी से फैली की देखते ही देखते पुरा इंजन और केबीन को चपेट में ले लिया । सुचना पर दाशम फाॅल थाना की पुलिस टीम पहुंच कर दमकल की मदद से आग पर तो काबु पा लिया लेकिन तब तक ट्रेलर का इंजन और केबीन पुरा जल कर राख हो चुका था।

 चालक ने बताया कि ट्रेलर में चुना लदे हुआ था जो उदयपुर राजस्थान से जमशेदपुर जा रही थी।

नितिन गडकरी बिहार झारखंड और यूपी को जोड़ने वाले सड़क परियोजना को देने जा रहे है स्वीकृति,सर्वेक्षण कार्य शुरू


चतरा l केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने चतरा को एक और सौगात देने जा रहे हैं । जिला मुख्यालय सहित सिमरिया, जोरी एवं हंटरगंज में बाइपास के बाद अब बनारस-कोलकाता 

वाया चतरा भारत माला परियोजना एवं भागलपुर-बूड़ीसेमर फोरलेन की स्वीकृति देने वाले है।

यह सड़क परियोजना इन शहरों एवं क्षेत्रो से गुजरेगी

यह सड़क बिहार के भागलपुर से शुरू होकर चतरा होते हुए उत्तर प्रदेश के मुड़ीसेमर वाया चतरा फोरलेन बनेगा। इसके लिए सर्वे का कार्य शुरू हो गया है। यह मार्ग भागलपुर से देवघर, गिरिडीह, कोडरमा, हजारीबाग, चतरा, पलामू एवं गढ़वा होते हुए उत्तर प्रदेश के बूड़ीसेमर तक जाएगा।

सड़क की कुल लंबाई 393 किलोमीटर होगी। इससे बिहार और झारखंड के लोगों के लिए उत्‍तर प्रदेश की दूरी काफी कम हो जाएगी और सफर में भी आसानी रहेगी। अब तक ऐसी कोई खास व्‍यवस्‍था नहीं है। इसकी लागत को लेकर अभी तक कुछ स्‍पष्‍ट नहीं हो पाया है। 

इस सड़क निर्माण के लिए चल रहा है सर्वे का काम

इस संबंध में एनएच अधिकारियों ने बताया कि परियोजना की सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है। बहुत जल्द सरकार की तरफ से स्वीकृति मिल जाएगी। सैद्धांतिक सहमति मिलने के बाद ही सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ किया गया है।

उन्होंने बताया कि फोरलेन का मानक अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा। इधर, राष्ट्रीय उच्च पथ ने सर्वे का कार्य प्रारंभ कर दिया है। उन्होंने बताया कि इसे ईस्ट-वेस्ट कारिडोर के रूप में स्थापित किया जाएगा। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।

प्रक्रियाएं पूरी होने में नवंबर से दिसंबर तक का लगेगा समय

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में रिपोर्ट समर्पित करने के बाद भूमि अधिग्रहण की प्रकिया प्रारंभ होगी और योजना के प्राक्कलन पर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने संभावना जताते हुए कहा कि नवंबर से दिसंबर तक उपर्युक्त सारी प्रक्रियाएं पूरी हो जाएंगी।

इधर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी गोरांग महतो ने बताया कि बिहार के भागलपुर से यूपी के मुड़ीसेमर वाया चतरा फोरलेन का प्रस्ताव एक साल पहले आया है। स्वीकृति के लिए संबंधित मंत्रालय को भेजा गया था।