आठ दिनों से लापता बस मालिक के पुत्र का नहीं मिला कोई सुराग, अनहोनी की आशंका से परिजन परेशान

नालंदा : बिहार थाना इलाके के गढ़पर निवासी बस मालिक अंजय कुमार का 21 वर्षीय पुत्र आकर्ष कुमार पिछले 1 जून से लापता है । 8 दिनों बाद भी उसका कोई सुराग नहीं मिलने पर अनहोनी की आशंका से परिजनों का रो रो का बुरा हाल है। 

इस संबध में नगर थाना में 1 जून को लापता होने का मामला दर्ज कराया गया है। पिता अंजय कुमार और मां बबली कुमारी का आरोप है कि पुलिस उनके बच्चे को खोज बीन करने में सही से सहयोग नहीं कर रहा है। 

उन्होंनें बताया कि 1 जून को उनका पुत्र अपने दोस्त के साथ परीक्षा देने पटना गया था। उसके बाद से वह नहीं लौटा काफी खोजबीन के बाद जब कुछ पता नहीं चला तब थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया। हालांकि पुलिस दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। मगर अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है । दोस्त कभी साथ नहीं रहने तो कभी गंगा नदी में छलांग लगाने की बात कह रहा है। जबकि पटना में सीसीटीवी फुटेज में दोनो एक साथ देखा गया है। उनका मानना है कि पुलिस अगर उसके दोस्त से सख्ती से पूछताछ करे तो सच्चाई सामने आ जाएगा। 

सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है । प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि युवक आत्महत्या कर लिया है । अनुसंधान अभी जारी हैं। दोस्तों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है।

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नालंदा - कोचिंग पढ़ने आए दो छात्र को बदमाशों ने मारी चाकू, एक की मौत

बिहार थाना क्षेत्र इलाके के देकुलीघाट सुंदरगढ़ मोहल्ले में कोचिंग पढ़ने आए दो छात्रों को बदमाश ने चाकू मार दिया । जिसमें एक छात्र की मौत इलाज के दौरान हो गई । जबकि एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जुझ रहा है । मृतक नकटपुरा गांव निवासी राजकिशोर यादव का 19 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार जबकि जख्मी शैलेंद्र यादव का पुत्र श्याम कुमार है । मौत से आक्रोशित लोगों ने नकट पूरा के समीप बिहारशरीफ बरबीघा मार्ग को जाम कर दिया ।

छात्र के मामा ने बताया कि कुछ दिन पहले कोचिंग पढ़ने के दौरान कुछ विवाद हुआ था। जिसके बाद स्थानीय लोगो के द्वारा इस विवाद को सुलझा भी दिया गया था। बुधवार को किसी ने दोनों को फोन कर बुलाया गया और दोनों छात्रों के ऊपर चाकुओं से हमला कर दिया।

 जख्मी हालत में दोनों को स्थानीय लोगों द्वारा इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया । जहां राहुल कुमार की स्थिति गंभीर देखते हुए उसे पटना रेफर कर दिया। पटना ले जाने के क्रम में राहुल कुमार ने दम तोड़ दिया। 

 सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी ने बताया कि आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है । इस मामले में थानाध्यक्ष को त्वरित गति से अनुसंधान करते हुए आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है । सड़क जाम कर रहे लोगों को कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है जिसके बाद लोग सड़क जाम हटा दिए हैं । 

नालंदा - जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा पूंजीपतियों पर है सरकार का ध्यान, हाशिये पर हैं गरीब, मजदूर, किसान व नौजवान

भाजपा को घेरते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा है कि 2014 में भाजपा ने देश को अच्छे दिनों का जो सपना दिखाया था वह पिछले नौ वर्षों में पूरी तरह चकनाचूर हो गया है. इन वर्षों में सरकार का पूरा ध्यान पूंजीपतियों के विकास पर रहा है वहीं देश के गरीब, मजदूर, किसान व नौजवान हाशिये पर चले गये हैं. देश के संवैधानिक ताने-बाने और लोगों के जीवन पर बड़ा हमला हुआ है. भारतीय जनता सांप्रदायिकता और कॉर्पोरेट लूट के संयुक्त हमले का सामना कर रही है. इन सबके बीच भाजपा अपनी चुनावी मशीनरी के जरिये लोगों को फिर से बरगलाने और असल मुद्दों से दूर लेकर जाने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है.

केंद्र की पोल खोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने युवाओं को 2 करोड़ सालाना नौकरी देने का वादा किया था लेकिन इसके उलट आज देश में बेरोजगारी नई ऊंचाई पर पहुंच गई है. सीएमआईई के आज अनुसार देश में बेरोजगारी की दर 7.45 % तक पहुंच गई है. स्थिति यह है कि हर वर्ष लाखों लोग काम की आयु में प्रवेश कर रहें हैं, लेकिन उनके लिए रोजगार है ही नहीं. 10 लाख रिक्तियां होने के बावजूद भर्तियाँ नहीं निकाली गयीं.

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि इसी तरह सरकार ने किसानों की आमदनी 2022 तक दुगनी करने का वादा किया था, लेकिन हकीकत में उनकी आय और घट गयी है. लॉकडाउन से पहले किये एक सर्वेक्षण के 2013 और 2019 के बीच फसल उत्पादन से आय में वास्तव में लगभग 5 प्रतिशत की गिरावट आई है. आज भी इसमें कोई सुधार नहीं दिखता. एक रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में 50 प्रतिशत कृषक परिवारों पर औसत बकाया ऋण 74,121 रुपये था. इन्हीं कारणों से पिछले 9 वर्षों में लगभग एक लाख किसानों ने आत्महत्या की हैं.

जदयू महासचिव ने कहा कि इतनी समस्याओं के बावजूद दूसरी तरफ सरकार पूंजीपतियों को मुनाफा कमाने में लगातार मदद कर रही है. पिछले 9 वर्षों में 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक के ऋण बट्टे खाते में डाल दिए गए हैं. उन्हें भारी कर रियायतें भी दी गई हैं13 कंपनियों द्वारा लिए गए लगभग 4.5 लाख करोड़ रुपयों के निकृष्ट ऋणों को 64 प्रतिशत की भारी कटौतियों के साथ ‘सेटल’ किया गया है. वास्तव में केंद्र की गलत नीतियों से आज देश विनाश की तरफ जा रहा है, वहीं सरकार के नेता 9 वर्षों का जश्न मनाने में व्यस्त हैं. यह इनकी संवेदनहीनता को दर्शाता है.

अतिक्रमण मुक्त कराया गया कब्रिस्तान की भूमि, रामनवमी जुलूस के दौरान हुआ था दो पक्षों के बीच भिड़ंत, जिला प्रशासन कब्रिस्तान की करा रही है घेराबं

नालन्दा :- बिहार शरीफ के लहेरी थाना क्षेत्र के गगन दीवान मोहल्ले में सदर सीओ धर्मेंद्र पंडित के नेतृत्व में कब्रिस्तान की भूमि पर अवैध रूप से कई वर्षों से कब्जा जमाए दुकान एवं गुमटी पर बुलडोजर चला दिया गया। उक्त भूमि पर चाहारदीवारी का कार्य कराना है। इसे लेकर पिछले 2 महीने से अवैध रूप से कब्जा जमाए दुकानदार और गुमटी मालिक को नोटिस दिया गया था। बावजूद उन लोगों के द्वारा जगह खाली नहीं की जा रही थी। जिससे चाहारदीवारी बनाने में अड़चन आ रही थी। 

सदर सीओ धर्मेंद्र पंडित लहेरी थानाध्यक्ष दीपक कुमार दल बल के साथ मंगलवार को बुलडोजर लेकर गगन दीवान मोहल्ला पहुंच गए। इसके बाद अवैध रूप से कब्जा जमाए, दुकान एवं गुमटी पर बुलडोजर चलाकर जगह को अतिक्रमण मुक्त करा दिया गया। सीओ ने बताया कि कई बार नोटिस दिया गया, बाबजूद जगह खाली नहीं की जा रही थी। जिला प्रशासन के निर्देश के आलोक में मंगलवार को जगह को अतिक्रमण मुक्त करा लिया गया है। 

दरअसल रामनवमी जुलूस के दौरान 31 मार्च को उक्त स्थल के पास ही दो पक्षों के बीच भिड़ंत हुई थी। जमकर आगजनी एवं रोड़ेबाजी की घटना को अंजाम दिया गया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने उक्त जगह के कब्रिस्तान की घेराबंदी करने का निर्णय लिया था। पिछले 1 महीने से कब्रिस्तान की घेराबंदी का कार्य चल रहा है। लेकिन कब्रिस्तान पर ही गगन दीवान मोहल्ले के ही कुछ लोगों के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर गुमटी एवं दुकान बना लिया गया था। बार-बार नोटिस देने के बावजूद भी उन लोगों के द्वारा जगह खाली नहीं की जा रही थी। इसके बाद मंगलवार को प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर कब्रिस्तान को अतिक्रमण मुक्त करा दिया।  

सुरक्षा के दृष्टिकोण से फिलहाल गगन दिवान मोहल्ले में भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती भी कर दी गई है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने से रोका जा सके।

नालंदा से राज

नालंदा:- ब्लैकमेलिंग से परेशान महिला ने की आत्महत्या,

नालंदा में एक महिला ने बीती रात फांसी लगा खुदकुशी कर ली है। मामला नगर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर मोहल्ले का है। मृतका जितेंद्र साव की (28) वर्षीया पत्नी पूजा देवी है। ससुराली परिवार के द्वारा फंदे से लटक आत्महत्या की बात मायके वालों को बताई गई। इसके उपरांत मायके वाले पूजा के ससुराल पहुँचे और इस बात की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। 

नगर थाना क्षेत्र के टिकुली पर निवासी पूजा देवी का भाई कृष्ण साव ने बताया कि उसकी बहन का सगा भांजा आपत्तिजनक वीडियो बनाकर पिछले 1 साल से ब्लैकमेलिंग करने का काम कर रहा था और वह धमकी देता था कि जैसा कहते हैं वैसा करते जाइए नहीं तो वीडियो वायरल कर देंगे। 3 दिन पहले वह ननिहाल आया था इसके बाद उसे समझा बुझा दिया गया था। जिसके उपरांत उसने इस तरह की हरकत नहीं करने की बात कही थी। लेकिन अपने रिश्तेदार के यहां जाकर पुनः वही हरकत करनें लगा, इसके उपरांत उन लोगों ने युवक के रिश्तेदार के घर जाकर उसका मोबाइल ले लिया और गुस्से में 2 चार झापड़ भी धर दिया। युवक के द्वारा उन लोगों को झापड़ मारने के बदले जान से मारने की धमकी भी दी गई। उसने चैट में लिखा था कि वह अपने दोस्त से हथियार के बारे में जानकारी भी लिया है। 

पूजा देवी का भांजा अमित कुमार हरियाणा के बल्लभगढ़ में रहता है। 3 दिन पूर्व ही वह ननिहाल आया था। 

नगर थाना अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने बताया कि मृतिका के भांजे पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लग रहा है। शव को पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है। युवक को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। लिखित शिकायत मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

नालन्दा:- अतिक्रमण मुक्त कराया गया कब्रिस्तान की भूमि, रामनवमी जुलूस के दौरान हुआ था दो पक्षों के बीच भिड़ंत, जिला प्रशासन कब्रिस्तान की करा रही है घेराबंदी। 


बिहार शरीफ के लहेरी थाना क्षेत्र के गगन दीवान मोहल्ले में सदर सीओ धर्मेंद्र पंडित के नेतृत्व में कब्रिस्तान की भूमि पर अवैध रूप से कई वर्षों से कब्जा जमाए दुकान एवं गुमटी पर बुलडोजर चला दिया गया। उक्त भूमि पर चाहारदीवारी का कार्य कराना है। इसे लेकर पिछले 2 महीने से अवैध रूप से कब्जा जमाए दुकानदार और गुमटी मालिक को नोटिस दिया गया था। बावजूद उन लोगों के द्वारा जगह खाली नहीं की जा रही थी। जिससे चाहारदीवारी बनाने में अड़चन आ रही थी। 

सदर सीओ धर्मेंद्र पंडित लहेरी थानाध्यक्ष दीपक कुमार दल बल के साथ मंगलवार को बुलडोजर लेकर गगन दीवान मोहल्ला पहुंच गए। इसके बाद अवैध रूप से कब्जा जमाए, दुकान एवं गुमटी पर बुलडोजर चलाकर जगह को अतिक्रमण मुक्त करा दिया गया। सीओ ने बताया कि कई बार नोटिस दिया गया, बाबजूद जगह खाली नहीं की जा रही थी। जिला प्रशासन के निर्देश के आलोक में मंगलवार को जगह को अतिक्रमण मुक्त करा लिया गया है। 

दरअसल रामनवमी जुलूस के दौरान 31 मार्च को उक्त स्थल के पास ही दो पक्षों के बीच भिड़ंत हुई थी। जमकर आगजनी एवं रोड़ेबाजी की घटना को अंजाम दिया गया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने उक्त जगह के कब्रिस्तान की घेराबंदी करने का निर्णय लिया था। पिछले 1 महीने से कब्रिस्तान की घेराबंदी का कार्य चल रहा है। लेकिन कब्रिस्तान पर ही गगन दीवान मोहल्ले के ही कुछ लोगों के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर गुमटी एवं दुकान बना लिया गया था। बार-बार नोटिस देने के बावजूद भी उन लोगों के द्वारा जगह खाली नहीं की जा रही थी। इसके बाद मंगलवार को प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर कब्रिस्तान को अतिक्रमण मुक्त करा दिया।  

सुरक्षा के दृष्टिकोण से फिलहाल गगन दिवान मोहल्ले में भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती भी कर दी गई है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने से रोका जा सके।

बड़ी खबर : नालंदा में ग्रामीणों ने थाना पर बोला हमला, जमकर की गई रोड़ेबाजी में एक पुलिसकर्मी जख्मी

नालंदा : जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां ग्रामीणों ने बिन्द थाना पर हमला कर दिया। लोगों ने जमकर रोड़ेबाजी की। रोड़ेबाजी में पुलिसकर्मी वीरेन्द्र शर्मा के चोटिल होने की सूचना है। पुलिसकर्मी शराब के खिलाफ छापेमारी करने वाली एलटीएफ टीम के सदस्य हैं। सूत्रों की माने तो लोग शराबियों की गिरफ्तारी से नाखुश हैं।

पुलिस सूत्रों की माने तो थाना क्षेत्र के रामपुर व बिन्द गांव से दो-दो शराबियों को पकड़ा गया है। रामपुर गांव से पकड़ा गया एक शराबी बिहार थाना क्षेत्र के नकटपुरा गांव का रहने वाला है। वह अपनी ससुराल रामपुर गया हुआ था। लोगों का कहना था कि उसे बिना कसूर के पकड़ लिया गया। 

इधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस शराबियों की चेकिंग के दौरान माउथ एनालाइजर मशीन को साफ नहीं करती है। एक आदमी के मुंह में लगाने के बाद उसे दूसरे आदमी के मुंह में लगा दिया जाता है। इससे लोग आक्रोशित हो गये और थाना पर हमला कर दिया। थानाध्यक्ष का कहना है कि शराबियों को छुड़ाने के लिए लोगों ने उपद्रव किया। दोषियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।

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नालंदा: उड़ीसा ट्रेन हादसे में बाल बाल बचे नालंदा के लोग सकुशल घर लौटे

नालंदा : ओडिशा रेल हादसे में सुरक्षित बचे बिहार राज्य के यात्रियों को बिहार सरकार के सहयोग से वापस लाया गया।

 हादसे में सुरक्षित कुल 66 यात्रियों को बिहार सरकार आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बसों से बिहार लाया गया। जिसमे नालंदा जिला के भी 3 लोग शामिल थे। तीन लोगों में एक अस्थावां प्रखंड के कनंद गांव निवासी उदय रविदास और उनकी पत्नी रानी कुमारी अपने 3 बच्चो के साथ रविवार की दोपहर सकुशल अपने घर लौट गए। वही दूसरा व्यक्ति का नाम शशि भूषण बताया जा रहा है जो बिंद प्रखंड का रहने वाला है। 

उड़ीसा ट्रेन हादसे में बाल बाल बचकर अपने घर लौटे उदय रविदास ने बताया की हम लोग अपने पूरे परिवार के साथ फरकनुमा एक्सप्रेस गुंटूर से हावड़ा लौट रहे थे जबकि हमे हावड़ा से फिर बिहार लौटना था लेकिन हावड़ा लौटने के उपरांत ही हमारे ट्रेन को कटक में रोक दिया गया। जब ट्रेन काफी समय तक रुका रहा तो हम लोग घबरा गए और आसपास से पता किया तो जानकारी मिली की आगे बालासर में ट्रेन एक्सीडेंट हुआ है जिस वजह से इस रूट की सभी ट्रेनें को पहले ही रोक दिया गया।

 और यही वजह है की हम लोग इस हादसे का शिकार होते - होते बचे क्योंकि दुर्घटना वाली जगह से कटक स्टेशन की दूरी तकरीबन 100 किलो मीटर के आसपास थी। इसके बाद हमलोग को रेल प्रशासन द्वारा सही सलामत बस में बैठा कर आज हमारे घर तक पहुंचाया गया है जबकि हमारे आलावे बिहार के 66 अन्य लोग भी है जिन्हे बस से लाया गया है जिसमे सबसे ज्यादा अररिया जिला के 24 लोग शामिल है। जब तक घर नहीं लौटे तब तक हमारे मन में डर तो था ही साथ ही कई सवाल भी थे की घर पहुंचूंगा या नही ? छोटे छोटे बच्चों को कैसे संभालूंगा ? मेरी पत्नी रानी भी काफी घबरा गई थी लेकिन थोड़ा हिम्मत और हौसला भी प्रशासन से मिल रहा था। 

वही हमारे घर में भी मेरी मां भाई पूरा परिवार बहुत ही चिंतित थे लेकिन जब अब घर लौट आए है तो सब सही हो गया, सारा डर भय खत्म हो गया,मैं इसके लिए राज्य सरकार और रेलवे प्रशासन को बहुत - बहुत धन्यवाद देता हूं जिनके सहयोग से मैं आज अपने पूरे परिवार के साथ हूं।

बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर ओडिशा के बालासोर में बहनागा रेलवे स्टेशन के पास हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना में बिहार के यात्रियों को आवश्यक मदद पहुंचाने हेतु बिहार के अधिकारियों की एक टीम भेजी गई थी जो ओडिशा सरकार, रेलवे तथा बालासोर जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित की गई। 

मुख्यमंत्री के निर्देश पर वरीय अधिकारियों की एक चार सदस्यीय टीम गठित की गई जिसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं श्रम संसाधन विभाग के निदेशक श्याम बिहारी मीणा, मुजफ्फरपुर के रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी अविनाश कुमार एवं एसडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट शहरयार शामिल हैं।और इनके सहयोग से बिहार के लोगों को सकुशल घर पहुँचाने की प्रक्रिया अब भी जारी है।

नालंदा: मामूली से विवाद में अधेड़ की पीट कर हत्या

नालंदा: नूरसराय थाना क्षेत्र के दरुआरा गांव में मामूली से विवाद को लेकर अधेड़ की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। 

मृतक सिद्धेश्वर रविदास का 50 वर्षीय पुत्र नरेश रविदास है ।

परिजनों ने बताया कि करीब एक माह पूर्व दीनू रविदास की पत्नी ने मृतक पर छेड़खानी का आरोप लगाई थी । छेड़छाड़ के आरोप को लेकर गांव में पंचायत भी बुलाई गई । पंचायत के दौरान महिलाओं ने पंचों के बीच नरेश को चप्पलों से पिटाई भी कर दी थी । हालांकि पंचों के बीच मामला सुलक्षा दिया गया । 

एक माह बाद जब महिला का पति गांव आया तो उसे इस बात की जानकारी होने पर आक्रोशित होकर उसने 2 दिन पूर्व नरेश रविदास को सोए हुए अवस्था में लाठी-डंडों से पीट-पीटकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया।

जख्मी हालत में उसे इलाज के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। 

 नूरसराय थानाध्यक्ष कुणाल कुमार सिंह ने बताया कि कहा पूर्व में किसी ने शिकायत नहीं की गई थी । परिजन द्वारा हत्या का मामला दर्ज कराया गया है । आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है ।

नालंदा - मौजूदा केंद्र सरकार में बेटियों की अस्मत सुरक्षित नहीं: राजीव रंजन

केंद्र सरकार को महिला विरोधी बताते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा कि ओलंपिक और अन्य प्रतियोगिताओं में मेडल जीत कर देश का नाम रौशन करने वाली बेटियां अपने साथ हुए शोषण के खिलाफ पिछले दो महीने से आंदोलन कर रही हैं,

लेकिन केंद्र सरकार के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही. इससे साफ़ पता चलता है कि केंद्र सरकार के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढाओ का नारा एक जुमला है. उन्हें बेटियों की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है.

इस मुद्दे पर दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार के रवैए को निराशाजनक बताते हुए उन्होंने कहा कि शोषण के आरोपी भाजपा सांसद को बचाने के लिए केंद्र सरकार ने कानून व्यवस्था को भी ताक पर रख दिया है. इस मामले में एक नाबालिग भी भुक्तभोगी है, इसलिए इसमें पॉक्सो एक्ट भी लागू है. बावजूद इसके केंद्र सरकार के अधीन आने वाली दिल्ली पुलिस ने कारवाई करना तो दूर शोषण के शिकार नाबालिग समेत 7 खिलाड़ियों की FIR तक दर्ज तक नही की. इसके लिए भी सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता है. आज देश में लोकतंत्र और संविधान पर मंडराते खतरे का इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है. 

उन्होंने कहा कि गौर करने वाली बात यह है जब देश की नामचीन खिलाड़ियों के साथ ऐसा हो रहा है तो सामान्य घरों की बेटियों को ऐसे मामलों का शिकार होने पर क्या-क्या झेलना पड़ता होगा. इससे साफ़ है कि मौजूदा केंद्र सरकार में बेटियों की इज्जत आबरू सुरक्षित नहीं है. 

जदयू महासचिव ने कहा कि यह खिलाडी जिस व्यक्ति पर शोषण का आरोप लगा रहे हैं, वह भाजपा के दबंग नेता हैं, जिन पर पहले से ही दर्जनों मामले चल रहे हैं. बाबरी विध्वंस के मामले में यह नेताजी आरोपी रह चुके हैं. ऐसे दागदार व्यक्ति का कुश्ती संघ का अध्यक्ष बन जाना ही खुद में एक सवाल है और अब यह मामला उठने पर भी उनपर भाजपा कोई कारवाई नहीं कर रही है. अदानी के बचाव में खड़े हो जाने वाले सारे नेता भी इस मुद्दे पर चुप हैं. यह दिखाता है कि एक दबंग नेता की दबँगई के सामने पूरी भाजपा घुटनो पर बैठ गयी है. 

केंद्र सरकार को महिला सम्मान के मामले में बिहार से सीख लेने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि यदि ऐसी घटना बिहार में हुई होती और पुलिस ने FIR दर्ज करने से मना किया होता तो उन सारे पुलिसकर्मीयों पर आज कारवाई चल रही होती. महिलाओं को ऐसा न झेलना पड़े इसीलिए बिहार सरकार ने उनके लिए विशेष महिला थाना खोल रखा है, जिससे महिला पुलिसकर्मी ही संचालित करती हैं. सरकार ने महिलाओं को पुलिस की नौकरी में 35% आरक्षण भी दे रखा है, जिसके कारण आज सबसे अधिक महिला पुलिस बल बिहार में ही है. इसके अलावा महिलाओं के नेतृत्व को मजबूती प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने उन्हें पंचायत चुनावों में 50% आरक्षण भी दे रखा है. हकीकत में केंद्र सरकार को बिहार से सीखना चाहिए कि महिलाओं को सम्मान और अधिकार कैसे दिया जाता है.