रेल दुर्घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण, इसकी निष्पक्ष जांच करवाए भाजपा : राजीव रंजन
नालंदा : ओड़िसा में हुई रेल दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने इस घटना के शिकार हुए लोगों के प्रति अपनी संवेदनायें व्यक्त की हैं. उन्होंने कहा कि ओड़िसा में हुआ दर्दनाक रेल हादसा मन को झकझोर देने वाला है. इस घटना पर केवल संवेदना व्यक्त करने से काम नहीं चलने वाला. सरकार को इसके कारणों की गहन जांच करवानी चाहिए तथा जिनकी गलती से यह हादसा हुआ है, उन्हें कड़ी सजा देनी चाहिए. इसके अलावा घटना में मरे लोगों के परिजनों को सरकारी नौकरी और घायल हुए लोगों को मुआवजा देना चाहिए.
भाजपा पर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ देश इस हादसे के शिकार हुए लोगों के लिए शोक मना रहा है, दूसरी तरफ भाजपा अपनी सरकार के 9 साल पूरे होने का जश्न मना रही है. केवल दिखावे के लिए इन्होंने सिर्फ एक दिन के लिए अपने कार्यक्रम स्थगित किये हैं, लेकिन उसे भी यह लोग ऐसे पेश कर रहे हैं कि मानो उन्होंने जनता पर कोई अहसान कर दिया हो. भाजपा से हमारी मांग है कि घड़ियाली आंसू बहाने की बजाए इस घटना के कारणों का पता लगाए और रिपोर्ट को जनता के सामने पेश करे. कहीं ऐसा न हो कि गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे की तरह इसकी रिपोर्ट भी दब जाए.
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि एक जमाना था कि जब ऐसी घटनाओं की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए रेलमंत्री इस्तीफ़ा दे दिया करते थे. याद करें तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रेलमंत्री के पद पर रहते हुए, असम में अगस्त 1999 में हुई गैसल ट्रेन दुर्घटना के लिए नैतिक आधार पर अपना पद छोड़ दिया था. लालबहादुर शास्त्री जी के बाद नीतीश कुमार जी दूसरे रेलमंत्री थे, जिन्होंने ऐसी मिसाल पेश की थी. लेकिन वर्तमान सरकार में ऐसा संभव ही नहीं है.
कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में रेलमंत्री का पद सिर्फ नाम भर के लिए रह गया है. न तो उन्हें बजट पेश करने का अधिकार प्राप्त होता है और न ही नई ट्रेनों के उद्घाटन करने का. ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने का काम प्रधानमन्त्री करते हैं और बजट वितमंत्री पेश करती हैं. ऐसे में भाजपा यह तय ही नहीं कर सकती कि इस्तीफ़ा कौन देगा.
नालंदा से राज
Jun 04 2023, 11:56