*नहीं रहे अगिनदूत के लेखक आनंद संधिदूत*
मिर्ज़ापुर। जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार आनंद संधिदूत का शनिवार को उनके पदार्थ लाल की गली स्थित निवास पर निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। लगभग 75 वर्षीय आनंद संधिदूत का जन्म गाज़ीपुर में हुआ था और मिर्ज़ापुर में इलाहाबाद बैंक में थे।
उन्होंने गद्य पद्य की कई पुस्तकें लिखी हैं। उनको कई सम्मान मिल चुके थे। उनका अंतिम संस्कार चौबेघाट के गंगा घाट पर रविवार को किया गया। अंतिम यात्रा उनके तहसील स्थित पुराने निवास से निकाली गई। उनके बड़े पुत्र आशुतोष ने मुखाग्नि दी।
आनंद संधिदूत की पुस्तक 'अगिनदूत' उ. प्र. हिंदी संस्थान से पुरस्कृत हो चुकी है। पिछले वर्ष इन्होंने "रोशनी के द्वीप" और कम्युनियन विथ कृष्णा (अंग्रेजी) का संपादन किया था। इनके अतिरिक्त भी इनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। अनेकों पत्र पत्रिकाओं में इनके लेख और कविताएँ प्रकाशित हो चुकी हैं।
उनके निधन पर साहित्यजगत में शोक व्याप्त हो गया। शोक व्यक्त करने वालों में अजिता श्रीवास्तव, बृजदेव पाण्डेय, प्रमोद कुमार सुमन, भोलानाथ कुशवाहा, गणेश गंभीर, लल्लू तिवारी, मुहिब मिर्जापुरी, केदारनाथ सविता, डॉ अनुराधा ओस, जफर मिर्जापुरी, इम्तियाज अहमद गुमनाम, रितेश सिंह, आनंद अमित, अरविंद अवस्थी, इरफान कुरैशी, शुभम श्रीवास्तव, अताउल्लाह सिद्दीकी आदि थे।
May 31 2023, 19:04