बेतिया: बाल श्रम उन्मूलन मुक्ति एवं पुनर्वास विषय पर समीक्षात्मक बैठक का आयोजन

बेतिया: गुरुवार को जिला परिसदन हॉल में बाल श्रम उन्मूलन मुक्ति एवं पुनर्वास विषय पर समीक्षात्मक बैठक में बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष डॉ चक्रपाणि हिमांशु, श्रम अधीक्षक, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक कर दिशा निर्देश दिए।

बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष डॉ चक्रपाणि हिमांशु ने दिशा निर्देश देते हुए कहा की 6 से 14 वर्ष के बच्चे से बाल श्रम कराना एवं 14 से 18 वर्ष तक खतरनाक नियोजन में काम लेना कानूनन दंडनीय अपराध है।

 प्रभावशाली व्यक्ति ईट भट्ठा मालिक,घर प्रतिष्ठान, दुकान एवं कारखाने में काम करवाते पकड़े गए तो 20 हजार से 50 हजार तक का आर्थिक जुर्माना एवं 2 साल की सजा होती है। श्रमिकों को श्रम संसाधन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण कराकर सरकार द्वारा मिलने वाली सभी योजनाओं को लागू किया जाए। श्रमिकों की स्थिति जब तक अच्छी नहीं, बाल श्रम पर रोक नहीं लगेगा। 

उन्होंने निर्देशित किया की बाल श्रम एवं खतरनाक नियोजन में लगे बाल श्रमिकों की सूची 3 माह में उपलब्ध कराया जाए। सप्ताह में 2 दिन धावा दल चलाया जाए, विद्यालय एवं आंगनबाड़ी में नामांकित छात्राओं का जांच किया जाए। नामांकित छात्र विद्यालय आंगनबाड़ी केंद्र के अंदर आते हैं या नहीं अगर नहीं आते हैं इसका सही कारण का पता लगाया जाए। 

विमुक्त बाल श्रमिकों के परिवार को राशि इंदिरा आवास, राशन कार्ड, मिला या नहीं बच्चे विद्यालय जाते हैं या नहीं बाल श्रम गरीबी, बढ़ती आबादी एवं अशिक्षा का कारण है सरकार द्वारा दृढ़ इच्छाशक्ति से गरीब उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जाए। उन्होंने जताया कि संविधान के प्रावधान जिसमें 6 से 14 वर्ष के बच्चों को अनिवार्य शिक्षा देने का मौलिक अधिकार है, जिससे वह शिक्षित नागरिक बन सके, गैर खतरनाक नियोजन में लगे बच्चों से 1 दिन में 6 घंटे से अधिक कार्य नहीं लिया जा सकता। बच्चों को 2 घंटे की शिक्षा की व्यवस्था नियोजक के खर्च पर किया जाएगा। बाल श्रम सभ्य समाज के लिए कलंक है।

 बाल श्रम उन्मूलन हेतु जागरूकता अभियान एवं कार्यशाला, प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभागीय पदाधिकारी स्थानीय जनप्रतिनिधि, त्रिस्तरीय पंचायती राज के प्रतिनिधि राजनीतिक संगठन एवं सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि दृढ़ संकल्प के साथ प्रयास किया जाए।

बेतिया: सुदूर शेरवा दोन में ग्रामीण विकास शिविर के माध्यम से सैकड़ों लोगों को किया गया लाभान्वित

बेतिया: रामनगर प्रखंड अंतर्गत पंचायत सरकार भवन के परिसर में आज ग्रामीण विकास शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम के तहत सुदूर शेरवा दोन में विकास शिविर के माध्यम से सैकड़ों लोगों को विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं/कार्यक्रमों से लाभान्वित किया गया।

आमजनों की सहूलियत के लिए विभिन्न विभागों यथा-प्रधानमंत्री आवास योजना, जीविका, आपूर्ति, राजस्व, आरटीपीएस, सामाजिक सुरक्षा, शिक्षा, पशु एवं मत्स्य संसाधन, मनरेगा, कृषि, स्वास्थ्य, लोहिया स्वच्छ बिहार, विद्युत आदि के स्टॉल लगाए गए थे। इन स्टॉलों पर संबंधित विभाग के अधिकारी एवं कर्मी प्रतिनियुक्त थे तथा लोगों के आवेदन को सूचीबद्ध करते हुए उसका निराकरण कर रहे थे।

जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय द्वारा ग्राम विकास शिविर का विधिवत शुभारंभ किया गया। जिलाधिकारी द्वारा बारी-बारी से सभी स्टॉलों का अवलोकन किया गया। इस क्रम में जिलाधिकारी एवं उपस्थित अधिकारियों द्वारा गोद भराई एवं अन्न प्रासत्र आदि कराई गई। इसके साथ ही 264 लाभार्थियों के बीच राशन कार्ड का वितरण किया गया। राशन कार्ड प्राप्त करने वाले लाभुकों में मुन्नी देवी, दीनानाथ महतो, ज्योति देवी, कमलेश पावे, दीपक पावे, निशा कुमारी, श्रीकांति देवी, उषा देवी आदि के नाम शामिल हैं। इनमें ग्राम विकास शिविर के प्रति संतोष का भाव देखा गया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार की विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं/कार्यक्रमों का लाभ सभी योग्य लाभुकों को ससमय मिल जाय, इस हेतु लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में आज रामनगर प्रखंड के सुदूर शेरवा दोन में ग्राम विकास शिविर का आयोजन कर ग्रामीणों को लाभान्वित किया जा रहा है। ग्रा विकास शिविर के में कई मामलों का ऑन द स्पॉट निष्पादन किया जा रहा है। प्राप्त मामलों को प्रमाणित रजिस्टर में सूचीबद्ध किया जा रहा है। जिन मामलों का निष्पादन ऑन द स्पॉट नहीं हो पाया है, उनका निष्पादन त्वरित गति से और चरणबद्ध तरीके से कराया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सरकार के निदेशों के आलोक में जिला प्रशासन आमजनों के कल्याण एवं उत्थान के लिए सतत प्रयत्नशील है। युद्धस्तर पर योग्य लाभुकों को लाभान्वित किया जा रहा है। सभी संबंधित अधिकारियों को मामलों का निष्पादन नियमानुकूल, ससमय, पूर्ण पारदर्शी तरीके से कराने हेतु निर्देशित किया गया है। इसके साथ ही नियमित रूप से कार्य प्रगति की समीक्षा भी की जाएगी।

ग्राम विकास शिविर में दर्जनों लोगों ने अपनी समस्याओं से जिलाधिकारी को अवगत कराया। समस्याओं/शिकायतों में बाढ़ कटाव से बचाव, आंगनवाड़ी चयन, कब्रिस्तान घेराबंदी, भूमि विवाद, जमीन मापी, नियुक्ति पत्र, सोलर प्लांट, यातायात, बिजली, सिंचाई आदि के मामले ज्यादातर रहे। 

जिलाधिकारी द्वारा सभी की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुना गया तथा संबंधित अधिकारियों को नियमानुकूल तरीके से अविलंब निराकरण करने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही अनुपालन प्रतिवेदन कार्यकारी विभाग को उपलब्ध कराने को कहा गया।

इस अवसर पर अपर समाहर्त्ता (लोक शिकायत) श्री अनिल राय, एसडीएम, बगहा, डॉ० अनुपमा सिंह, जिला भू अर्जन पदाधिकारी, श्री नीरज कुमार, निदेशक, डीआरडीए, श्री सुजीत बरनवाल, विशेष कार्य पदाधिकारी, श्री सुजीत कुमार, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, श्री अनंत कुमार, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, श्री अनिल सिंह, जिला अल्पसंख्यक पदाधिकारी, श्री किशोर आनंद, सिविल सर्जन, डॉ0 श्रीकांत दुबे, स्थानीय बीडीओ, सीओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

बेतिया अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, प.चम्पारण के नव जिला कार्यालय 'छात्र शक्ति भवन' का हुआ उद्घाटन

बेतिया: उद्घाटन अभाविप के चम्पारण विभाग संयोजक सुजीत मिश्रा, जिला संयोजक अभिजीत राय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक राजकिशोर, जिला प्रचारक नितीश, जिला कार्यवाह अमरेंद्र, अभाविप प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विशाल झा मोहित गुप्ता व नगर मंत्री रंजीत श्रॉफ ने फीता काट कर एवं माता सरस्वती तथा विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर के किया।

 

उद्घाटन के उपरांत संबोधित करते हुए आरएसएस के जिला संघचालक राजकिशोर, जिला प्रचारक नीतीश, विद्या भारती से अनिल राम,जिला कार्यवाह अमरेंद्र,ने कहा कि कार्यकर्ताओं की मेहनत का फल देखकर आनंद की अनुभूति हो रही है। आज नई पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन मिल रहा है। कहा जाता है कि भवन की नींव मजबूत होने पर ही वह टिकाऊ रहता है और अभाविप की नींव मजबूत है।

 इसी के परिणामस्वरूप आज यह संगठन चहुंमुखी विकास के साथ निरंतर आगे बढ रहा है। आज कुछ असामाजिक तत्व देश की नींव को कमजोर करने में लगे हुए हैं। ऐसे में अभाविप के कार्यकर्ताओं की भूमिका और भी अधिक बढ़ जाती है। अब अभाविप का कार्य छात्र गतिविधि के साथ—साथ देश की धर्म,संस्कृति, परंपरा को बचाने का भी हो गया है। 

विभाग संयोजक सुजीत मिश्र व जिला संयोजक अभिजीत राय ने कहा कि देश यह चाहता है कि एक पीढ़ी ऐसी बने जो देशहित के बारे में विचार करे, इसके लिए विद्यार्थी परिषद सतत प्रयत्नशील है और रहना चाहिए। इसी उद्देश्य के साथ इस भवन का नाम छात्र शक्ति भवन रखा गया है। 

 कहा कि विद्यार्थियों को सही दिशा देने का काम करने वाला संगठन विद्यार्थी परिषद है। उन्होंने कहा कि समाज की मजबूती के दो आधार हैं— पहला, इतिहास और दूसरा, चरित्र संपन्न लोगों की एकता। इन्हीं आधारों को ध्यान में रखते हुए अभाविप कार्यकर्ता निर्माण कार्य में लगे हैं।

प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विशाल झा मोहित गुप्ता व नगर मंत्री रंजीत श्रॉफ ने बताया की यह भवन बेतिया के कार्यकर्ताओं के लिए ऊर्जा का केंद्र बनेगा। यह भवन महज कार्यालय नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं के लिए मंदिर के समान है। आज हम सभी बेहद उत्साहित हैं की अभाविप के 75 वें वर्ष के होने के दौरान हीं अभाविप बेतिया को अपने कार्यालय की भी प्राप्ति हुई है।

 यह बहुत हीं सौभाग्य का विषय है। मौके पर विद्या मंदिर के अनिल राम लखेन्द्र कुमार सिंह, वाणिकांत झा धन रंजन कुशवाहा अभिषेक पटेल मोहित गुप्ता रंजीत ,विशाल झा आदि उपस्थित रहे।

बेतिया: मीडिया को संवैधानिक दर्जा लोकतंत्र की बड़ी जरूरत विषय पर संगोष्ठी एवं परिचर्चा का आयोजन

बेतिया: बंदे भारत ग्लोबल फाउंडेशन द्वारा आयोजित एवं बंदे एजुकेशनल एण्ड कैरियर कंहलेटेसीं द्वारा प्रायोजित मीडिया को संवैधानिक दर्जा लोकतंत्र की बड़ी जरूरत विषय पर कोईरी टोला स्थित एक संगोष्ठी एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया।

मीडिया को संवैधानिक दर्जा देने की मांग लोकतंत्र की बड़ी जरूरतइस अवसर पर मुख्य प्रवक्ता मनोहर मनोज अध्यक्ष भारतीय युवा पत्रकार संगठन ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया को संवैधानिक दर्जा देने के लिए देश के समस्त मीडिया कर्मियों का एक ज्ञापन भारत के महामहिम राष्ट्रपति को देने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि मीडिया बरादरी बड़ी शिद्दत से यह महसूस करते हैं कि मीडिया को आखिर कब तक लोकतंत्र का एक अनाधिकृत चौथा स्तंभ मानकर चला जाता रहेगा भारत के मीडिया कर्मियों को अभी तक संवैधानिक स्थिति प्राप्त है और ना ही लोकतंत्र के चौथे खंभे के रूप में इसकी कानूनी बसता है जबकि मीडिया की भूमिका और महत्त्व लोकतंत्र के किसी भी स्थान विधायिका कार्यपालिका और न्यायपालिका से कम नहीं है कहने की आवश्यकता नहीं है कि वर्तमान दौर में मीडिया आधुनिक समाज का अविभाजित अंग बन गया है।

बलात्कार कांड के दो अभियुक्त गिरफ्तार

साठी-पुलिस ने बलात्कार कांड के मुख्य आरोपी सहित 2 लोगों को धर दबोचा है उक्त जानकारी देते हुए बेतिया पुलिस अधीक्षक अमरकेश डी ने बताया कि पिछले दिनों साठी थाना के लक्षनौता ग्राम में एक बलात्कार कांड में 6 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था,

इस कांड के अभियुक्तों को गिरफ्तार करने हेतु नरकटियागंज एसडीपीओ कुंदन कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित किया गया था टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए छापामारी कर कांड के मुख्य अभियुक्त लक्षनौता मीर टोला निवासी फिरिहाद आलम उर्फ लडन 19

वर्ष पिता शेख भुटेली एवं चांदबरवा निवासी अशरफ आलम 23 वर्ष पिता शेख मुल्तान को गिरफ्तार कर लिया गया टीम में शिकारपुर पुलिस अंचल निरीक्षक मुनीर आलम साठी थाना अध्यक्ष उदय कुमार दरोगा अरविंद कुमार रण विजय कुमार आदि शामिल थे.

भारत का अंतरिक्ष एवं परमाणु कार्यक्रम सूचना प्रौद्योगिकी ,विश्व शांति एवं मानवता के लिए सूचना प्रौद्योगिकी एवं अंतरिक्ष विज्ञान में आगे आए देश की नई पीढ़ी।


बेतिया पश्चिम चंपारण। आज 11 मई 2023 को ऑपरेशन शक्ति( राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण) की 25 वीं वर्षगांठ एवं राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी, तत्कालीन रक्षा मंत्री स्वर्गीय जॉर्ज फर्नांडीज,

तत्कालीन भारत के परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम, विभिन्न वैज्ञानिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सचिव सह ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन डॉ0 एजाज अहमद (अधिवक्ता ) डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड डॉ शाहनवाज अली अमित कुमार लोहिया , मदर ताहिरा चैरिटेबल वेलफेयर ट्रस्ट की निदेशक एस सबा, डॉ महबूब उर रहमान एवं अल बयान के संपादक डॉ सलाम ने संयुक्त रूप से कहा कि आज ही के दिन 11 एवं 13मई 1998 ई0 को

भारत ने विश्व शांति सूचना प्रौद्योगिकी एवं अंतरिक्ष विज्ञान में कदम बढ़ाते हुए राजस्थान के पोखरण में परमाणु केंद्र पर परीक्षण किए थे। भारत का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण कार्यों एवं उद्देश्यों के लिए है। भारत के परमाणु कार्यक्रम 1944 निरंतर होता आ रहा है। देश की स्वतंत्रता के बाद विभिन्न अवसरों पर इस दिशा में सकारात्मक कार्य किए गए।

1967 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान एवं मानव जीवन को सरल एवं सुलभ बनाने के उद्देश्य से मई 1974 में पहला परमाणु परीक्षण स्माइलिंग बुद्धा नामक किया था। भारत का परमाणु कार्यक्रम मानव जीवन सरल एवं सुलभ बनाने एवं वैज्ञानिक कार्यों के लिए रहा है। इस अवसर पर देश के युवाओं से आह्वान करते हुए डॉ0 एजाज अहमद ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी एवं अंतरिक्ष विज्ञान मे आगे आएं देश की नई पीढ़ी। विशेष रुप से चंपारण की युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि देश के विकास में चंपारण के युवाओं का अतुल्य योगदान रहा है। अतः नई पीढ़ी की नैतिक जिम्मेवारी है

कि सूचना प्रौद्योगिकी एवं अंतरिक्ष विज्ञान में चंपारण के युवा सकारात्मक रूप से हिस्सा ले। इस अवसर पर स्वच्छ भारत के ब्रांड एंबेसडर डॉ0 एजाज अहमद, अमित कुमार लोहिया ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल एवं बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के डॉ0 शाहनवाज अली ने संयुक्त रुप से कहा कि हमेशा से भारत का कार्यक्रम विश्व में शांति स्थापित करने एवं मानवीय मूल्यों के लिए रहा है।

इस अवसर पर वक्ताओं ने रूस एवं यूक्रेन से आह्वान करते हुए कहा कि बातचीत से ही जटिल समस्याओं का हल हल आधुनिक सभ्य समाज में निकाला जाता रहा है। आधुनिक सभ्य समाज में हिंसा एवं युद्ध के लिए कोई जगह नहीं है। महात्मा गांधी एवं संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्माताओं ने युद्ध एवं हिंसा का सदैव विरोध किया है।

रोटरी क्लब ने लगाई निःशुल्क नेत्र जाँच शिविर

आज रामचन्द्र प्रसाद गोदावरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर पुरानी बाजार में रोटरी क्लब की स्थानीय इकाई द्वारा निःशुल्क नेत्र जाँच शिविर का आयोजन किया. क्लब के अध्यक्ष वर्मा प्रसाद ने बताया कि विद्यालय के नवम और दशम के 175 छात्र,छात्राओं का नगर के प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक और क्लब के उपसचिव डा0 फैसल सिद्दिकी द्वारा नेत्र जाँच किया गया.

  

 डा़ फैसल सिद्दीकी ने कहा कि नेत्र हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। इसलिए हमें इनकी देखभाल में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। समय-समय पर अपने आंखों की जांच करवानी चाहिए।

ताकि समय रहते अंधापन से बचा जा सके. कार्यक्रम प्रभारी प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने बताया क‍ि नेत्र जांच में राहुल कुमार को मोतियाबिंद तथा अर्चना कुमारी अंजलि कुमारी, कृति कुमारी,रंजीत राज को दूरदृष्टि की बीमारी का प्रकोप देखा गया है साथ ही कविता कुमारी को एक आँख से बिल्कुल नहीं दिखाई देता है

जबकि उसे इसका आज तक एहसास नहीं हुआ. सभी को विशेष जाँच एवं सही चिकित्सा के लिए डा़ फैसल सिद्दीकी के क्लिनिक पर जाने की सलाह दी गई साथ ही अन्य दृष्टि दोष के लिए छात्र छात्राओं के बीच निःशुल्क दवा का वितरण किया गया.

      

इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य वाणी कांत झा एवं विद्यालय के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष वर्मा प्रसाद ने डा0 फैसल सिद्दिकी को अंग वस्त्र एवं उपहार देकर सम्मानित किया एवं रोटरी क्लब के सभी सदस्यों का आधार व्यक्त किया.

  

 इस अवसर पर ई0 उमेश जायसवाल,कृष्ण कुमार पाठक,रोट्रेक्ट क्लब के निशांत कुमार और शुभम खंडेलवाल के अतिरिक्त विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक उपस्थित थे.

ABVP की ओर से बिहार में व्याप्त शैक्षणिक अराजकता रोजगार समस्या एवं बार-बार शिक्षक नियमावली में परिवर्तन के विरोध में एक दिवसीय धरना.

बेतिया नगर स्थित समाहरणालय के पास किया एक दिवसीय धरना किया गया। धरना को संबोधित करते हुए चंपारण के विभाग संयोजक सुजीत मिश्रा ने कहा कि आज जिस प्रकार शिक्षक भर्ती नियमावली मे बार-बार परिवर्तन किया जा रहा है

इससे साफ जाहिर है कि बिहार सरकार की शिक्षा नीति ढुलमुल है। सरकार छात्र युवा को ठगने के लिए बार-बार नियमावली मे परिवर्तन कर रोजगार देने से बच रही है। यह बिहार सरकार के छात्र एवं युवा विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।

बिहार सरकार को एक दीर्घकालिक शिक्षक नियमावली लागू करना चाहिए। वहीं जिला संयोजक अभिजीत राय ने कहा की बिहार की शिक्षा बदहाल स्थिति से गुजर रही है आने वाले समय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलना कठिन हो जाएगा बिहार की मेघा के साथ खिलवाड़ किसी कीमत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री जी शायद यह भूल गए हैं की उनकी राज्य में स्थापना 74 के छात्र आंदोलन के समय हुई थी लेकिन अगर ऐसे कार्य करेंगे तो हम जैसे छात्र उनको सत्ता से ऊँखाड़ फेंकेने का कार्य करेंगे।

प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य विशाल झा मोहित गुप्ता सुशांत सिंह ने कहा कि जिले में भी शैक्षणिक अराजकता व्याप्त है

नामांकन एवं अन्य कार्यों में अवैध उगाई हो रही है लेकिन सरकार प्रशासन कुंभकरण रूपी नींद में सोई हुई है। इस अवसर पर नगर मंत्री रंजीत श्रॉफ नगर सह मंत्री अभिषेक गुप्ता तथा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ऋचा श्रीवास्तव ने भी धरना को संबोधित किया।

मौके पर कॉलेज अध्यक्ष सितांशु मिश्रा, खेलकूद मंत्री अभयानन्द दीक्षित आदी ने भी अपना सम्बोधन रखा। मौके पर अमित श्रीवास्तव, चंदन सैनी, सागर श्रीवास्तव, अंकित तिवारी धर्मेश गुप्ता , सुशांत सिंह प्रियेश गौतम आशीष गुप्ता निखिल अमित श्रीवास्तव जुनेद आलम , इशान आलम , आदित्य मौसम, प्रशांत मिश्रा अंकित अभिषेक रोहित राय , राकेश शिवम धनु आदि सैकड़ों कार्यकर्त्ता छात्र उपस्थित रहे।

महापौर के स्थल निरीक्षण में अधूरी मिली दो खंडों में नाला एवं पीसीसी सड़क निर्माण की तीन साल पुरानी योजना

बेतिया: इंद्रपुरी मुहल्ले में जल निकासी की समस्या और जल जमाव की शिकायत मिलने पर महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बुधवार को नगर आयुक्त के साथ खुद से स्थल निरीक्षण किया।

 जहां वर्ष 2019-20 में ही स्वीकृत कुल 23.57 लाख की लागत वाली पीसीसी सड़क और दो खंडों में नाला निर्माण योजना का एक भाग तीन साल से अधूरा रह जाने की जानकारी मिली थी। नगर आयुक्त शंभू कुमार के साथ मौके पर पहुंचने पर जल जमाव और अधूरा नाला निर्माण की शिकायत को सही पाया गया। पीसीसी सड़क और दो खंडों में से एक खंड का नाला निर्माण वर्ष 2020 के मार्च अप्रैल में ही अधूरा छोड़ दिए जाने को महापौर ने बड़ी लापरवाही करार दिया। 

तीन साल से अधूरी पड़ी इस योजना को बरसात शुरु होने से पहले हर हाल में पूरी कर लेने का सख्त निर्देश महापौर श्रीमती सिकारिया द्वारा दिया गया। तब संवेदक ने बताया की कुछेक स्थानीय लोगों के विरोध के कारण योजना तब अधूरी रह गई थी। 

तब नगर आयुक्त ने कहा कि सरकारी भूखंड और सड़क की जमीन का अतिक्रमण कर के नगर निगम की योजना को बाधित करना कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नाला निर्माण पूरा नहीं हुआ तो अतिक्रमणकारी और संवेदक दोनों पर कार्रवाई होगी। तब दर्जनों मुहल्ले वासियों की मौजूदगी में महापौर गरिमा देवी सिकरिया ने कहा कि अधूरे नाला निर्माण और ऐसे जल जमाव से आस पास के लोगों सहित पूरे इंद्रपुरी को परेशानी है। 

उन्होंने तीन साल पूर्व स्वीकृत योजना संख्या -36/2019-20 के अनुसार बृज मोहन उपाध्याय के घर से हरेंद्र मणि त्रिपाठी के घर तक के नाला का कार्य आज ही शुरू करा देने का आदेश देकर नाला निर्माण का कार्य शुरू कराया। 

इस मौके पर स्थानीय नगर पार्षद के पति मोहम्मद सरफराज, सिटी मैनेजर अरविंद कुमार, कनीय अभियंता मनीष कुमार सहित दर्जनों गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 आरंभ होने की 166वीं वर्षगांठ पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन

              

बेतिया: सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में भारत की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857आरंभ होने की 166 वी वर्षगांठ पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ,बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया ।

इस अवसर पर सर्वप्रथम डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ अमित कुमार लोहिया, डॉ शाहनवाज अली, पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन, मदर ताहिरा चैरिटेबल वेलफेयर ट्रस्ट की निदेशक एस सबा, डॉ महबूब उर रहमान एवं अल बयान के संपादक डॉ सलाम ने संयुक्त रूप से 1857 के महानायक स्वतंत्रता सेनानी बहादुर शाह जफर , बेगम हजरत महल,रानी लक्ष्मीबाई , तात्या टोपे ,वीर कुंवर सिंह , स्वतंत्रता सेनानियों एवं अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन 10 मई 1857को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का शंखनाद हुआ था। स्वतंत्रता सेनानियों ने बहादुर शाह जफर को स्वतंत्रता आंदोलन का मुखिया मानते हुए उन्हें फिर से दिल्ली के गद्दी पर बैठाया था। मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर के नेतृत्व में रानी लक्ष्मीबाई, कुंवर सिंह, बहादुर शाह, नाना साहब, तातिया टोपे और बेगम हजरत महल के साथ देश की हजारों स्वतंत्रता सेनानी शामिल थे।

लखनऊ के नजदीक बेगम हजरत महल एवं झांसी की रानी के नेतृत्व भारतीयों के प्रति अंग्रेज शासकों का व्यवहार उचित नहीं था। 1857 के आंदोलन के बाद भारत के हजारों युवाओं को मौत के घाट उतार दिया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 मे दिल्ली के खूनी दरवाजा जिसे लाल दरवाजा भी कहा जाता है। दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर दिल्ली गेट के निकट स्थित है। यह दिल्ली के बचे हुए 13 ऐतिहासिक दरवाजों में से एक है। यही वह दरवाजा है जहां अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर के दो बेटों व एक पोते को अंग्रेजों ने बर्बरता पूर्वक मानवी तरीके से धोखे से शहीद कर दिया था।

 

यही वह दरवाजा है जहां अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर के दो बेटों व एक पोते को 1857 में अंग्रेजों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी हत्याकांड से इस दरवाजा के नाम खूनी दरवाजा रख दिया गया। जिस रोड पर यह दरवाजा स्थित है, देश के स्वाधीन होने के बाद इस रोड का नाम बहादुर शाह जफर मार्ग रखा गया।खूनी दरवाजा पुरानी दिल्ली के लगभग आधा किलोमीटर दक्षिण में फिरोज शाह कोटला मैदान के सामने स्थित है। 

इसके पश्चिम में मौलाना आजाद चिकित्सीय महाविद्यालय का द्वार है। यह असल में दरवाजा न होकर तोरण है। भारतीय पुरातत्व विभाग ने इसे सुरक्षित स्मारक घोषित किया है। इस दरवाजे का का नाम खूनी दरवाजा तब पड़ा जब यहां मुगल सल्तनत के तीन शहजादों को हत्या कर लटका दिया गया। इनमें शामिल थे अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर के बेटे मिर्जा मुगल और मिर्जा सुल्तान और बहादुर शाह के पोते अबू बकर।

ब्रिटिश जनरल विलियम हॉडसन ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान गोली मार हत्या कर दी। मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर के आत्मसमर्पण के अगले ही दिन विलियम हॉडसन ने तीनों शहजादों को भी समर्पण करने पर मजबूर कर दिया। 22 सितम्बर को जब वह इन तीनों को हुमायूं के मकबरे से लाल किले ले जा रहा था। इन शहजादों को विश्वास में लिया गया था कि उन्हें लालकिला ले जाया जाएगा। जहां उन पर मुकदमा चलेगा। उनका विद्रोह में योगदान नहीं है तो उन्हें मुक्त कर दिया जाएगा। उन दिनों अंग्रेजों की अदालत लालकिला में थी। 

वहीं मामलों की सुनवाई होनी थी। अंग्रेज सैनिक तीनों शहजादों को हुमायूं के मकबरे से लेकर लालकिला के लिए चले थे तो उनके पीछे बड़ी संख्या में जनता हो ली थी। 

शहजादों की गिरफ्तारी पर जनता में भारी रोष था। ब्रिटिश जनरल विलियम हाडसन भी अंग्रेज सैनिकों के साथ था। खूनी दरवाजे पर हाडसन ने तीनों शहजादों को रोका, उन्हें नग्न किया और कतार में खड़ा कर गोलियां दाग कर मार डाला। इसके बाद शवों को इसी हालत में ले जाकर कोतवाली के सामने लटका दिया गया। 

डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता कहते हैं कि शहजादों की हत्या और उन्हें कोतवाली पर लटकाए जाने का मकसद अंग्रेजों द्वारा जनता में भय व्याप्त करना था ताकि विद्रोह में शामिल होने से अन्य लोग डरें। मगर इससे उल्टा हुआ।

 निर्दोष शहजादों को इस तरह से मार देने से जनता में अंग्रेजों के प्रति भयंकर आक्रोश पैदा हुआ। लोग गुस्से से भर गए और बागी सैनिकों का हर तरह से साथ देने लग गए थे। इस मंच के माध्यम से हम सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।