स्टार्टअप नीति के तहत अपने नये स्टार्टअप को बेहतर तरीके से शुरू करें युवा : जिलाधिकारी

बिहार स्टार्टअप नीति 2022 के तहत स्टार्टअप आउटरीच प्रोग्राम का सफलतापूर्वक आयोजन सम्पन्न

जिला पदाधिकारी, प0 चम्पारण, बेतिया दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा संचालित बिहार स्टार्टअप नीति 2022 के अन्तर्गत महरानी जानकी कुॅवर, महाविद्यालय, बेतिया में आज स्टार्टअप आउटरीच प्रोग्राम का आयोजन किया गया।जिला पदाधिकारी द्वारा वहॉ उपस्थित कॉलेज के छात्र एवं छा़त्राओं को अपने इनोवेटिव आईडिया के साथ अपने नये बिजनेस शुरू करने हेतु प्रेरित किया गया।

उनके द्वारा बताया गया कि उद्योग विभाग द्वारा स्टार्टअप नीति के तहत सीड कैपिटल के रूप में ब्याज मुक्त 10.00 लाख रूपया 10 वर्षो के लिए दिया जाता है, जिससे युवा वर्ग अपने नये स्टार्टअप को बेहतर तरीके से शुरू कर सकें। अनिल कुमार, उप विकास आयुक्त द्वारा उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया गया कि कैसे विभाग के बेवसाईट पर जाकर स्टार्टअप का लाभ लिया जा सकता है। उन्होने बताया कि कोई भी आईडिया बड़ा या छोटा नहीं होता है, सिर्फ उन्हे दिशा दिखाने की आवश्यकता होती हैं। वही इस कार्यक्रम का सफलता पूर्वक संचालन कर रहे प्राचार्य डॉ. सुरेन्द्र प्रसाद केशरी द्वारा भी छात्र-छात्राओं को स्टार्टअप हेतु प्रेरित किया गया।

इस आउटरीच प्रोग्राम में उद्योग विभाग, पटना के टेक्निकल टीम द्वारा प्रजेन्टेशन के माध्यम से युवाओं को स्टार्टअप लगाने एवं तकनीकी पहलू पर विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं से स्टार्टअप पर अपने आईडिया लिखित रूप में माँगी गई, जिसमें पाँच सर्वश्रेष्ठ आईडिया 1. संध्या श्रीवास्तव, 2. मयूर कुमार, 3़. आकाश कुमार, 4. काजल कुमारी एवं 5. सोनू कुमार को प्रमाण पत्र एवं टीशर्ट महाप्रबंधक एवं प्राचार्य महोदय के द्वारा प्रदान किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अनिल कुमार सिंह, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र द्वारा भी लोगो को स्टार्टअप लगाने हेतु हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया गया। इस अवसर पर कॉलेज के डॉ. सुरेन्द्र राय (गणित विभाग), डॉ. उपेन्द्र प्रसाद (राजीनिति विज्ञान विभाग), डॉ. अविनाश कुमार (रसायनशास्त्र विभाग), डॉ. एच. रहमान (जंतु विज्ञान विभाग), डॉ. विनोद कुमार, श्रीमति शैल वर्मा (हिन्दी विभाग), उद्योग विभाग के राजीव रंजन, उद्योग विस्तार पदाधिकारी एवं कॉलेज के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

कॉरस्टोन अगले 3 साल में बिहार के 40 हजार शिक्षकों को प्रशिक्षित करके ज्ञान और कौशल के सामंजस्य बिठाने का कार्य करेगी शिक्षकों

नई दिल्ली, 15 अप्रैल, 2023 : शिक्षा विषय आधारित ज्ञान एवं जानकारी तक सीमित न होकर विद्यार्थियों के लिए , व्यक्तित्व निर्माण और समग्र विकास में सहायक हो इसके प्रयास कई आयामों पर जारी हैं| नई शिक्षा नीति, 2020 के लक्ष्यों में भी इसे शामिल किया गया है| एनसीआरटी द्वारा 2022 में स्कूली छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण पर आधारित सर्वेक्षण से भी यह पता चला कि छात्र अध्ययन और परीक्षाओं के संबंध में चिंतित रहते हैं और मनोदशा में परिवर्तन भी महसूस करते हैं, यह स्कूली बच्चों के अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बच्चों की देखभाल की आवश्यकता को दर्शाता है।

कोरस्टोन द्वारा आयोजित कार्यक्रम “प्रमोटिंग एडोलसेंट वेलवींग इन एवरी स्कूल : बिहार लीड्स द वे” सम्मेलन में मुद्दों पर चर्चा हुई जहाँ किशोरों के आंतरिक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए तत्काल कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद्,(SCERT) बिहार के निदेशक ने कहा: , "छात्रों के कल्याण को बढ़ावा देना उनके मानसिक स्वास्थ्य, शिक्षा की प्राप्ति और समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है। एनईपी 2020 भी इसी बात की चर्चा करता है। इसे सुनिश्चित करने में स्कूल और शिक्षकों की भूमिका का महत्व बहुत अधिक है। हमारे सभी शिक्षक प्रशिक्षण में सहयोग और कल्याण को शामिल किया जा रहा है, और हमारे द्वारा 40 हजार शिक्षकों का पहला उन्मुखीकरण हाल ही में पूरा किया गया है। बिहार के हर माध्यमिक विद्यालय तक इसकी पहुंच बनाने की उम्मीद करते हैं ताकि विद्याथी अपने गुणों और क्षमताओं के बारे में सीखें और तनाव और चुनौतीपूर्ण परिस्थितयों में भी मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। विभाग इस पाठ्यक्रम को पाठ्यपुस्तकों में शामिल करने एवं शिक्षकों को जल्द से जल्द बच्चों को मनोसामाजिक सहयोग प्रदान करने के लिए उन्मुख करने को प्रतिबद्ध है हम कॉरस्टोन के साथ काम करने के लिए काफी खुश हैं ताकि यह जल्द वास्तविकता बन सके।“

कॉरस्टोन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टीव लेवेंथल ने कहा, "2013 से हम पूरे बिहार में हजारों छात्रों और शिक्षकों तक पहुँचे हैं और हमने इसके लिए व्यापक रूप से प्रमाणों का दस्तावेजीकरण किया है | यह कार्यक्रम किशोरों के भावनात्मक समुत्थान, मानसिक और शारीरिक कल्याण और शिक्षा के परिणामों को प्रभावित करता है। इसके लिए हम बिहार सरकार के बहुत आभारी हैं कि उन्होंने हमें हर कदम पर सहयोग दिया है।“

इस समारोह में एक रोचक पैनल चर्चा भी हुयी जिसका शीर्षक " स्कूलों को खुशहाल रखना/सुनिश्चित करना कि स्कूल कल्याण को बढ़ावा देने के लिए सहायक तंत्र बनें: क्यों और कैसे”। इस पैनलिस्ट में एनसीआरटी के मानोदर्पण सेल से डॉ. रुचि शुक्ला और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य अध्ययन की सह-लेखिका डॉ. सुष्मिता चक्रवर्ती, द ग्लोबल एजुकेशन एंड लीडरशिप फाउंडेशन से मिस दीनू रहेजा और पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया डॉ. मोनिका अरोड़ा शामिल थीं।

कॉरस्टोन इंडिया फाउंडेशन की कंट्री डायरेक्टर नंदिता भाटला ने कहा, “मुझे यकीन है कि यह साझेदारी यह सुनिश्चित करने के लिए पहला कदम है कि बिहार में प्रत्येक छात्र और शिक्षक कक्षा के अंदर और बाहर पढ़ने और अपने जीवन को बदलने के लिए कौशल और ज्ञान प्राप्त करेंगें। हम बिहार शिक्षा विभाग के साथ अपनी लंबे समय से चली आ रही साझेदारी की सफलता को उजागर करने के लिए उत्सुक हैं, और भारत में अन्य राज्यों में इस काम का विस्तार करने के लिए दूसरों के साथ सहयोग करने की आशा करते हैं।“

जल्द ही बिहार के सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में किशोरों को कॉरस्टोन और बिहार शिक्षा विभाग के बीच तीन साल के सहयोग के माध्यम से एक कल्याणकारी कार्यक्रम प्राप्त होगा। इस साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए नई शिक्षा नीति के अनुसार किशोरों के समग्र कल्याण और विकास को बढ़ावा देने के लिए कॉरस्टोन राज्य भर में यूथ फर्स्ट और गर्ल्स फर्स्ट रेजिलिएंस कार्यक्रमों का विस्तार करेगी। हाल ही में 21 दिसंबर को पटना में एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें इन कार्यक्रमों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया और स्कूल प्रणाली में किशोर कल्याण प्रशिक्षण के एकीकरण के लिए एक रोड मैप तैयार किया गया था।

इस साझेदारी के अंतर्गत कॉरस्टोन और शिक्षा विभाग सरकारी ढांचे के भीतर कल्याणकारी प्रशिक्षण को संस्थागत बनाने के लिए काम करेंगे। कॉरस्टोन के पाठ्यक्रम को शैक्षणिक वर्ष 2024 तक सभी स्कूली पाठ्य पुस्तकों में शामिल और एकीकृत किया जाएगा। कॉरस्टोन संस्था द्वारा 2025 तक शिक्षा विभाग को पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण, तकनीकी सलाह और निगरानी सहायता भी प्रदान की जायेगी ताकि सभी 38 जिलों में इन कार्यक्रमों को अपनाने और इसकी स्थिरता सुनिश्चित करने में राज्य को मदद पहुंचाई जा सके। बड़े पैमाने पर इन कार्यक्रमों के माध्यम से लगभग 35,000 सरकारी स्कूलों और 534 केजीबीवी तक पहुंचने की उम्मीद है, जिससे एक वर्ष में कक्षा 6 से 8 तक के 35 लाख से अधिक छात्रों को कल्याणकारी कौशल प्रदान किया जाएगा।

यूथ फर्स्ट और गर्ल्स फर्स्ट कार्यक्रम भावनात्मक समुत्थान और किशोर स्वास्थ्य पाठ्यक्रम को एकीकृत करने का प्रयास किया गया है जिसको एक अभिनव शिक्षक-सुविधा वाले सहकर्मी समूह मॉडल के माध्यम से संचालित किया जाना है। भावनात्मक समुत्थान में कठिनाइयों से उबरने और सफलता प्राप्त करने की क्षमता होती है। ये कार्यक्रम तथ्यों का एकीकृत अध्ययन के माध्यम से विकसित हुए हैं जिसमें भावनात्मक समुत्थान , सकारात्मक मनोवृत्ति, सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा और संघर्ष समाधान से संबंधित आशयशील तथ्यों को सम्मिलित किया गया है जो युवाओं के बीच मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, स्कूल की भूमिका , स्व-वकालता, सामाजिक कौशल और संबंधों में सुधार करने के लिए युवाओं को शिक्षित करने के लिए हैं। भारत में 2009 में पहली बार शुरू किए गए इन कार्यक्रमों को 2013 से बिहार के कुछ जिलों में लागू किया गया है। केन्या में कॉरस्टोन और उसके स्थानीय सहयोगी ने वहां के शिक्षा मंत्रालय के साथ एक राष्ट्रव्यापी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके अंतर्गत सभी माध्यमिक विद्यालयों में कॉरस्टोन के यूथ फर्स्ट कार्यक्रम को शुरू किया जाएगा। जिससे वहां के लगभग 20 लाख बच्चे हर साल इस कार्यक्रम का लाभ उठाएंगे। रवाण्डा में कॉरस्टोन का यूथ फर्स्ट प्रोग्राम अगले 3 वर्षों में देश के 50% स्कूलों में लागू किया जाएगा। कुल मिलाकर भारत, केन्या, और रवाण्डा में अगले 3 वर्षों में 50,000 स्कूलों में हर साल लगभग 50 लाख बच्चे कॉरस्टोन के कल्याणकारी कार्यक्रम से लाभान्वित होंगे।

इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रालयों के अधिकारी, मानसिक स्वास्थ्य और किशोर स्वास्थ्य विशेषज्ञ, शोधकर्ता, गैर सरकारी संगठन, और वित्तीय एजेंसियां से सम्बंधित प्रतिभागी उपस्थित थे।

कॉरस्टोन के बारे में

कॉरस्टोन एक ग्लोबल गैर-लाभकारी संस्था है जो समाज में असहाय और वंचित नवयुवकों में आंतरिक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए 'अंदर से बाहर' की प्रणाली पर काम करता है। कॉरस्टोन का लचीलापन-आधारित दृष्टिकोण उन कौशलों को सिखाता है जो महत्वपूर्ण प्रतिकूलताओं का सामना करने पर युवाओं को न केवल कठिनाइयों से उबरने में सशक्त बनाता बल्कि सफलता प्राप्त करने की क्षमता का विकास भी करता है। विश्वसनीय अध्ययनों, जिसमें बड़े -स्तर पर कुछ चिन्हित परीक्षण भी शामिल हैं, ने संगठन के कार्यक्रमों का नवयुवकों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य और शिक्षा पर शक्तिशाली प्रभाव को दर्ज किया है। 1975 में स्थापित कॉरस्टोन का मुख्यालय मैरीलैंड, बाल्टिमोर, यूएसए में है। भारत में इसकी सहायक संस्था कॉरस्टोन इण्डिया फाउंडेशन का दिल्ली और पटना में कार्यालय है। अधिक जानने के लिए, कृपया कॉरस्टोन की वेबसाइट पर जाएं।

यूथ फर्स्ट और गर्ल्स फर्स्ट कार्यक्रम के बारे में

यूथ फर्स्ट और गर्ल्स फर्स्ट के बारे में कोर्स्टोन का यूथ फर्स्ट कार्यक्रम सरकारी मध्यमिक विद्यालयों में लागू किया जाता है जबकि गर्ल्स फर्स्ट कार्यक्रम केजीबीवी में लागू किया जाता है। यूथ फर्स्ट और गर्ल्स फर्स्ट दोनों स्कूल-आधारित, एकीकृत और किशोर स्वास्थ्य प्रशिक्षण प्रदान करते हैं, जो युवाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, स्कूल प्रदर्शन और भागीदारी, स्व-वक्तव्य, सामाजिक कौशल और लैंगिक विचारों में सुधार करने में सक्षम बनाते है। इसमें छात्र स्कूल के दौरान प्रत्येक सप्ताह एक घंटे के लिए स्कूलों और केजीबीवी में प्रशिक्षित शिक्षकों के नेतृत्व में समूहों में भाग लेते हैं। एक विशिष्ट सत्र में 20-30 मिनट का कौशल-निर्माण होता है, जिसके बाद 30 मिनट का समूह चर्चा और समस्या-समाधान सत्र होता है।

शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में ईद पर्व को सम्पन्न कराने को लेकर सजग एवं सतर्क रहें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी : जिलाधिकारी

संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों पर मजिस्ट्रेट, पुलिस मजिस्ट्रेट तथा पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स की प्रतिनियुक्ति कराने का निर्देश

फ्लैग/फुट मार्च कराने सहित धारा-107, 110, 116 (3) के तहत कार्रवाई करने का निर्देश

बेतिया, जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने कहा कि प्राप्त सूचनानुसार दिनांक-21.04.2023 को रमजान माह के अंतिम शुक्रवार (जुमा) को जमात-उल-विदा (अलविदा की नमाज) पढ़ी जायेगी। ऐसी संभावना है कि दिनांक 22 या 23 अप्रैल को चांद दिखने पर ईंद पर्व मनाया जायेगा।

उन्होंने कहा कि ईद पर्व को पूर्ण शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण सम्पन्न कराने हेतु सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को सजग एवं सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिया कि विगत वर्षों की घटनाओं के आधार पर संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों को तुरंत चिन्हित किया जाय। साथ ही ऐसे स्थलों पर मजिस्ट्रेट, पुलिस मजिस्ट्रेट सहित पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स की प्रतिनियुक्ति की जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि डिप्लॉयमेंट सूची को सावधानीपूर्वक तैयार किया जाय ताकि किसी प्रकार की त्रुटि नहीं रहे।

जिलाधिकारी समाहरणालय सभाकक्ष में ईद पर्व को लेकर विधि-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिया कि चिन्हित संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों में प्रशासन एवं पुलिस का फ्लैग/फुट मार्च अनिवार्य रूप से कराना सुनिश्चित किया जाय। जिलास्तर से लेकर अनुमंडल स्तर तथा प्रखंड स्तर तक 24ˣ7 कंट्रोल रूम फंक्शनल रखा जाय तथा कंट्रोल रूम के नंबर को प्रसारित कराया जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि आपात स्थिति से निपटने हेतु पर्याप्त संख्या में क्यूआरटी का गठन मजिस्ट्रेट तथा एंबुलेंस आदि के साथ कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि चौकीदारों तथा अन्य तंत्रों के माध्यम से आ-सूचना संग्रहण के साथ ही सोशल मीडिया पर भी विशेष नजर रखी जाय।उन्होंने निर्देश दिया कि दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 107/116 (3) के तहत बंध पत्र तथा बंध पत्र के उल्लंघन की स्थिति में विधि सम्मत कार्रवाई की जाय। इसके साथ ही धारा-110 के तहत भी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाय।जिलाधिकारी ने कहा कि ईद पर्व को लेकर शांति समिति की बैठक कर ली जाय। ईदगाहों की साफ-सफाई, पर्याप्त रौशनी, पेयजल वगैरह की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाय। पुलिस अधीक्षक, बेतिया, अमरकेश डी ने कहा कि ईंद पर्व को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने हेतु सभी पुलिस अधिकारी तत्पर रहेंगे। चौकीदारी परेड करायेंगे तथा उनके मिले फीडबैक के आधार पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी क्यूआरटी का गठन कर लें तथा उन्हें रेडी पोजिशन पर रखेंगे। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अनिल राय, एसडीएम, बेतिया, विनोद कुमार सहित सभी जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही पुलिस अधीक्षक, बगहा, एसडीएम/एसडीपीओ, नरकटियागंज, बगहा, सभी बीडीओ, सभी सीओ, सभी एसएचओ आदि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।

एडीएम ने स्वास्थ्य प्रभारी के साथ संयुक्त रूप से प्राइवेट मेडिकल सेवा संस्थानों की जांच

बगहा एडीएम ने बगहा 2 चिकित्सा प्रभारी के साथ वाल्मीकिनगर स्थित प्राइवेट मेडिकल सेवा संस्थानों की जांच की ।

बगहा एडीएम ने बगहा 2 चिकित्सा प्रभारी के साथ वाल्मीकिनगर स्थित प्राइवेट मेडिकल सेवा संस्थानों की जांच की । यह जांच लगभग चार घण्टे तक चला जिसमे 3 आरडी स्थित दांत जांच घर,सिटी क्लीनिक, अपोलो हॉस्पिटल, सुरजी नर्सिंग होम समेत कई छोटे बड़े स्वास्थ्य संस्थानों में जांच किया गया । कुछ सेवा संस्थान के कागजात दुरुस्त पाए गए तो कुछ संस्थानों को दो दिनों में डॉक्युमेंट समिट करने के लिए कहा गया है ।

बतातें चलें कि इन दिनों स्वास्थ महकमा एक्शन मोड में दिख रहा है । बगहा,हरनाटांड़,रामनगर,वाल्मीकिनगर समेत कई जगहों पर तबातोड़ जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में एडीएम बगहा के सरफराज आलम,बगहा 2 के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी अतुल कुमार,वाल्मीकिनगर चिकित्सा प्रभारी संजय सिंह,मेडिकल स्टाफ मनीष कुमार समेत कई स्वास्थ्यकर्मी शामिल थे ।

जलसंसाधन विभाग के दैनिक बेतनभोगी कर्ममचारी अपनी बकाया भुगतान को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए

वाल्मीकिनगर जलसंसाधन विभाग के शीर्षकार्य अंचल के दैनिक बेतनभोगी अपनी मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं ।

बगहा वाल्मीकिनगर जलसंसाधन विभाग के शीर्षकार्य अंचल के दैनिक बेतनभोगी अपनी मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं । हड़ताल पर गए कर्मचारियों ने बताया कि 2021 का पूरे वर्ष का बेतन भुगतान अबतक नहीं किया गया है । इसके लिए कर्मचारियों ने कई बार सरकार के अधिकारियों को इस बाबत चिट्टी और ज्ञापन देकर अवगत भी कराया लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला ।

पीड़ित कर्मचारियों ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर हम सब कई बार हड़ताल पर गए हर बार हमें झूठे आश्वासन और दिलासा दिलाकर काम पर वापस बुलाया लेकिन दो वर्ष होने को आए लेकिन अबतक भुगतान नहीं किया गया है । बतादें की शीर्षकार्य अंचल के पेयजलापूर्ति प्रतिष्ठान और अतिथि गृह व गंडक बराज कंट्रोलरूम के दैनिक बेतनभोगी के सामने 2021 का बेतन भुगतान नहीं मिलने से परिवारिक जीवनयापन संकट उतपन्न हो गया है ।जिस वजह से ये पीड़ित कर्मचारी मानसिक तनाव व पीड़ा से गुज़र रहे हैं । इधर जलापूर्ति ठप्प होने से गंडक प्रोजेक्ट के आवासीय क्षेत्रों में पेयजल का संकट गहराने लगा है।

बतातें चले कि गंडक प्रोजेक्ट परिक्षेत्र छोटी पहाड़ी पर बसा हुआ होने के कारण इस क्षेत्र में पेयजल की समस्या बनी रहती है।जिसके लिए एक मात्र गंडक प्रोजेक्ट की इकाई जलापूर्ति प्रतिष्ठान से आपूर्ति की जाती है । एक बड़ा आवासीय क्षेत्र के लोग इसके द्वारा जलापूर्ति पर ही निर्भर करता है । अगर जल्द ही ये हड़ताली कर्मचारी काम पर नहीं लौटे तो भीषण गर्मी को देखते हुए पेयजल का संकट विक्राल रुप धरन कर सकता है ।

खेत मे काम कर रहे युवा किसान पर तेंदुए ने किया हमला ग्रामीणों ने लाठी डंडे से तेंदुए को खदेड़ा

बगहा के पिपरासी में तेंदुआ के हमला से एक युवा किसान जख्मी हो गया है।

बगहा के पिपरासी में तेंदुआ के हमला से एक युवा किसान जख्मी हो गया है। बताया जा रहा है कि युवा किसान गेहूं काटने के लिए खेत में गया था। इसी दौरान तेंदुए ने किसान पर हमला बोल दिया। आसपास के ग्रामीणों ने लाठी-डंडे की मदद से तेंदुआ को खदेड़ा। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ दो की संख्या में है। घायल युवा किसान परसौनी गांव निवासी नक्छेद राम का इलाज स्थानीय पीएससी में चल रहा है। इधर ग्रामीणों के सूचना पर वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर पग मार के आधार पर तेंदुए को लोकेट करने में जुटी हुई है। रेंजर सुनील कुमार ने बताया कि वन विभाग की टीम मौके पर भेज दी गई है।

एक सप्ताह पूर्व पुलिस गश्ती दल को भी दिखा था तेंदुआ

थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि लोगों को दियारे के तरफ नहीं जाने की हिदायत दी गई है । तेंदुआ विचरण कर रहा है। गश्ती दल को भी एक सप्ताह पूर्व तटबंध पर दिखा था और सूचना वन विभाग को दी गई थी। हालांकि इसके बाद वन विभाग ने क्या कदम उठाया इसकी जानकारी नहीं है।

क्षेत्र में तेंदुआ होने को लेकर लोगो में दहशत है। ग्रामीण भयभीत हैं। तेंदुआ के हमले के बाद दियारा में गेहूं काटने वाले किसान गेहूं की कटाई छोड़कर गांव में भाग आए हैं। तेंदुआ जिस स्थान पर हमला किया है वहां से मदनपुर जंगल की दूरी करीब 10 किलोमीटर है । ऐसे में जंगल से भटकर रिहायशी क्षेत्रों में जंगली जानवर आ जाते हैं।

गंडक नदी के किनारे बांस के झुरमुट के नीचे तेंदुआ जमाया डेरा

तेंदुआ गंडक नदी के किनारे घने बास के झुरमुट के नीचे अपना डेरा जमाया हुआ है। बताया जा रहा है कि यहां पर नदी का पानी के साथ-साथ बांस के नीचे का क्षेत्र ठंडा है। वही छोटे-छोटे जानवर आसानी से तेंदुआ को मिल जाता है। जिसके वजह से तेंदुआ को भूख और प्यास दोनों से राहत मिलती है।

बगहा में दिखा गंगा जमुनी तहजीब पूजा समिति सदस्यों ने किया इफ़्तार पार्टी का आयोजन

बगहा इन दिनों माहे रमजान का आखरी महीना चल रहा है,जहाँ गंगा जमुनी तहजीब को बरकरार रखते हुए हिन्दू समुदाय के लोगों ने इफ्तार पार्टी का आयोजन कर मुस्लिम समाज के लोगों के साथ इस पाक महीने में इंसानियत की मिशाल पेश किया है,जो बगहा में गंगा जमुनी की खूबसूरत तस्वीर नज़र आई है। बतादें, बगहा नगर परिषद के नरईपुर मुहल्ले में रविवार की शाम माँ बटेशरा पूजा समिति के सदस्यों ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया,जिसमें पूजा समिति के सदस्यों और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक साथ इफ्तार पार्टी में शामिल हुए ।

वहीं समिति के सदस्यों ने अपने हाथों से रोजा रखने वालों को इफ्तार कराया। इस दोरान मां बटेशरा पूजा समिति के सदस्य अवनीश कुमार ने बताया कि रमजान के इस पाक महीने में समिति की ओर से इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया है,जिसमें समिति के सभी सदस्यों ने मुस्लिम भाइयों के साथ मिलकर इफ्तार किया है।

उन्होंने कहा कि इस समुदाय के लोग हमारे सभी धार्मिक सामाजिक आयोजनों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं और एक दूसरे को सहयोग करते हैं। वहीं इफ्तार के बाद कुदरुस अंसारी,सोनू अंसारी ने बताया कि प्रेम और इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नही,उन्होंने कहा कि एक दूसरे के त्योहारों में शामिल होकर उसे आपसी प्रेम व भाईचारे के साथ मनाना ही इस देश की खूबसूरती है।

मौके पर समिति के भोला प्रसाद,अरविंद कुमार,सुधीर कुमार,मंटू साह,अभिषेक कुमार,जितेंद्र गुप्ता,सोनू कुमार,विनय गुप्ता तथा राकेश सोनी उपस्थित रहे।

बेतिया में चुनावी रंजिश में पूर्व उप मुखिया की हत्या मामले में पुलिस ने सभी तीन अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

आपको बता दें कि बेतिया पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सन सरैया में हुई पूर्व उप मुखिया की हत्या मामले में 24 घंटों के भीतर सभी 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है

बेतिया में चुनावी रंजिश में पूर्व उप मुखिया की हत्या मामले में पुलिस ने सभी तीन अभियुक्तों को किया गिरफ्तार, भेजा जेल।आपको बता दें कि बेतिया पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सन सरैया में हुई पूर्व उप मुखिया की हत्या मामले में 24 घंटों के भीतर सभी 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया और मेडिकल जांच उपरांत न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया

जानकारी देते हुए बेतिया पुलिस अधीक्षक अमरकेश डी ने बताया कि पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए पूर्व उप मुखिया की हत्या मामले में सभी 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है जिन्हें मेडिकल जांच उपरांत न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया

बेतिया: डेढ़ करोड़ से बन रही झिलिया के पीसीसी सड़क में बाधक बने अतिक्रमण को महापौर ने हटवाया

==महापौर ने स्वयं मौके पर खड़ा रह कर अवैध निर्माण पर चलवाया नगर निगम का बुलडोजर,

==सरकारी जमीन के अतिक्रमण से महीनों से अवरुद्ध पड़ी थी सड़क निर्माण की योजना,

बेतिया।करीब डेढ़ करोड़ की लागत से नगर के झिलिया में बन रही पीसीसी सड़क एवं नाला की योजना में बाधक बने अतिक्रमण को मंगलवार के दिन नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने हटवाया। नगर आयुक्त की नोटिस और आदेश के बावजूद अतिक्रमणकारी इस सार्वजनिक सड़क के निर्माण में महीनों से बाधक बने हुए थे।तब महापौर श्रीमती सिकारिया द्वारा स्वयं मौके पर खड़ा रह कर इस अवैध निर्माण पर नगर निगम का बुलडोजर चलवाया गया। इस सरकारी जमीन के अतिक्रमण के कारण महीनों से सड़क निर्माण की योजना अवरुद्ध पड़ी थी। हालांकि नगर आयुक्त शंभू कुमार के अनुरोध पर एसडीएम डॉ.विनोद कुमार ने इस कार्रवाई के लिए मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस फोर्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने की भी कार्रवाई की थी। एक कथित शैक्षणिक संस्थान के नाम पर खड़ा किए गए अतिक्रमित ढांचे को हटवा कर वर्षों से जर्जर इस सड़क का निर्माण करवाने को लेकर दर्जनों मुहल्ले वासियों ने नगर सरकार से गुहार लगाई थी। श्रीमती सिकारिया ने बताया कि यह समस्या बेतिया के नगर निगम बनने से पहले की है। तब के नगर परिषद की सभापति रहते मुहल्ले के लोगों ने उनसे समस्या खत्म कराने का अनुरोध किया था। लेकिन उसके कुछ ही दिन बाद एक फर्जी अविश्वास का प्रस्ताव अवैध तौर पर पारित कराने के कारण तब मुझे पद से हटना पड़ा था। हाईकोर्ट के आदेश से मुझे पुनः सभापति का पद मिलने तक नगर निगम का चुनाव घोषित हो गया। उसी समय पारित इस योजना के तहत सड़क एवं नाला निर्माण में बाधा बने अतिक्रमण को आज हटवाया गया है।

लौरिया नगर पंचायत का 94 करोड़ 5 लाख 74 हजार का एतिहासिक बजट सर्वसम्मति से हुआ पारित

लौरिया : लौरिया नगर पंचायत के सभागार में नपं अध्यक्ष सीता देवी द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट प्रस्ताव परित हो गया| जिसे पढकर उपस्थित सदन को सभापति सीता देवी द्वारा सुनाया गया|जिसे ध्वनि मत से पारित किया गया|

बजट में नपं के आय व व्यय की रूपरेखा तय की गई।जिससे नगर का सर्वांगीण विकास हो सके। जिसमे सम्राट अशोक भवन निर्माण, पर्यावरण सुविधाएं, स्मार्ट वार्ड योजना,शहरी गरीबों के लिए मूल सुविधा, शहरी जलापूर्ति योजना,लैंड फिट साइड, मार्केट काम्प्लेक्स, टाउन हॉल एवं पुस्तकालय,ठोस कचरा प्रोसेसिंग, नगर पंचायत के प्रशासनिक भवन के निर्माण, वेंडिंग जोन का निर्माण कार्य कार्य, सम्पत्ति कर एवं अन्य शुल्क को आंन लाईन करने का प्रस्ताव,नव सृजीत पद,जल जीवन हरियाली योजना, अकास्मिक दुर्घटना में सहायता राशि का वितरण, आउटसोर्सिंग एजेन्सी, तालाबों का सौंदर्यीकरण, पार्क निर्माण,बस स्टैंड एवं सौंदर्यीकरण, साइंटिफिक लैंड फिल साईट,साईनटिफिक स्लाटर हाउस,जल जमाव से मुक्ति योजना,डोरन स्क्रीनिंग सिस्टम,सिवेज ट्रीटमेंट प्लांट, नगर सौंदर्यीकरण,सबके लिए आवास योजना, सड़क एवं नालों का निर्माण, आदि मुख्य हैं। वही नपं के आय स्रोतों में संपति कर,व्यवसाय अनुज्ञप्ति, विधुत उपभोग पर शुल्क, स्टांप ड्यूटी,नागरिक सुविधाओं से किराया,विज्ञापन कर,सैरातो की बंदोबस्ती आदि शामिल हैं।

बजट बैठक में नपं अध्यक्ष सीता देवी,उपाध्यक्ष किशोरी देवी, नपं ईओ लक्ष्मण प्रसाद, वार्ड पार्षद भगवान सिंह, विमला देवी,अंतिमा गुप्ता,शोभा देवी,शुशबू रानी,उगीया देवी,गीता देवी, तनवीर हैदर,धनमनीया देवी,रोबैदा खातुन, रोहित कुमार सिंह, मुरारी प्रसाद,प्रेमा देवी,अजय कुमार मिश्रा, सहित नगर पंचायत कर्मी राहुल कुमार ओझा, विकास कुमार,मौसम कुमार, प्रदुम्न कुमार, दीपक वर्मा, अखिलेश मिश्रा, पुष्कर कुमार एवं सभी वार्ड पार्षद व कर्मी मौजूद थे।

वही आज से नगर पंचायत के पांच स्थानो पर भयंकर गर्मी को देखते हुये निः शुल्क प्याऊ की व्यवस्था आज से ही शुरू कर दी गयी है|