औरंगाबाद: जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव द्वारा किया गया औचक जेल निरीक्षण

          

औरंगाबाद: जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर द्वारा आज बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर मण्डल कारा औरंगाबाद का औचक निरीक्षण करते हुए भ्रमण किया गया। 

औरंगाबाद मण्डल कारा में भ्रमण के दौरान मण्डल कारा औरंगाबाद में प्रतिनियुक्त जेल भ्रमण अधिवक्ता श्री गजेन्द्र कुमार पाठक एवं निवेदिता कुमारी भी साथ में उपस्थित थे तथा निरीक्षण के दौरान मण्डल कारा में पदस्थापित जेल अधीक्षक श्री सुजीत कुमार झा भी मौजूद थे। सचिव श्री प्रणव शंकर द्वारा जेल के प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण किया गया तथा बंदियों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त किया गया। 

मण्डल कारा में निरीक्षण के दौरान पुरे समय तक जेल अधीक्षक उपस्थित रहें एवं सचिव ने कैदियों को कारा में उत्पन्न हो रही समस्याओं से अवगत होने के उपरान्त कैदियों के समक्ष ही तत्काल निदान करने का निर्देष जेल अधीक्षक को दिया।

 साथ ही सचिव द्वारा जेल के निरीक्षण के क्रम में लगभग दस कैदी जो प्रथम दृष्टया नाबालिग प्रतीत हुए जो देखने से ऐसा प्रतीत हुआ पाए कि उनकी उम्र 18 वर्ष से कम है इसपर सचिव ने तत्काल कारा अधीक्षक को यह निदेशित किया कि इनकी सूची सम्बन्धित न्यायालयों में उनकी आयु के सत्यापन हेतु प्रेषित करें, ताकि विधि अनुसार उनके मामलों पर कार्रवाई हो सके तथा वैसे कैदियों की सूची तत्काल जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यालय को सुनिष्चित करें। सचिव ने अपने निरीक्षण के दौरान बंदियों से उनके जमानत एवं अधिवक्ता के सम्बन्ध में पूछताछ किया जिसमें एक महिला बंदी जिसने बताया कि उसकी जमानत हो गयी है।

 इसपर तत्काल सचिव ने कार्रवाई करते हुए उसके परिजन से सम्पर्क स्थापित कर उन्हें कारा मुक्ति के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त किया एवं जमानत के शर्तो के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त किया एवं उन्हें जमानत की शर्तो को पुरा नहीं करने की स्थिति में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के आलोक में सम्बन्धित न्यायालय से सम्पर्क करने हेतु कहा गया एवं परेशानी होने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार में सम्पर्क करने को कहा गया। 

निरीक्षण के क्रम में यह बात प्रकाश में आया कि कारा में पानी एवं स्थान की समस्या हो रही है जिसपर कारा अधीक्षक ने बताया कि बहुत जल्द कारा के बंदियों को नये जेल में स्थानान्तरित करने का कार्य जोर-शोर से चल रहा है जल्द ही उक्त समस्या का समाधान हो जायेगा। जिसपर सचिव ने कारा प्रशासन को आवष्यक दिशा-निर्देश दिया ताकि बंदियों की समस्या तत्काल समाप्त हो सके।

      

इसके उपरान्त सचिव ने जेल में स्थापित लिगल एड क्लिनिक में प्रतिनियुक्त कैदी पारा विधिक स्वयं सेवकों को प्रशिक्षण एवं उनके कार्यो का मूल्यांकन के दौरान उनके द्वारा पूर्व में बनाये गये पंजी का निरीक्षण किया| जेल भ्रमण में निरीक्षण के दौरान सचिव द्वारा जेल की साफ-सफाई हेतु आवष्यक निर्देश भी दिया गया । 

सचिव द्वारा सभी कैदियों से उनके अधिवक्ता के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त किया गया तथा कहा गया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा विधिक सहायता की आवश्यकता रखने वालो के लिए उन्हें मुफ्त पैनल अधिवक्ता की सेवा मुहैया करायी जाती है।

 सचिव द्वारा यह भी निर्देश दिया गया कि जो भी नये कैदी जेल में आते हैं तो बंदी के दौरान उनके अधिकार एवं कर्तव्य के बारे में बतायें साथ ही साथ अगर उन्हें विधिक सहायता की आवश्यकता है तो किस प्रकार उन्हें विधिक सहायता मिल सकती है के बारे में भी बतायें।  

मण्डल कारा, औरंगाबाद में लिगल एड क्लिनिक अपना कार्य सुचारू रूप से कर रहा है जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से उन्हें विधिक सहायता मुहैया कराने में भरपुर मदद की जा रही ।

औरंगाबाद न्यायालय के आदेश के अवमानना को लेकर कोर्ट ने किया ओबरा थानाध्यक्ष को शोकोज

औरंगाबाद आज़ व्यवहार न्यायालय एडिजे सात सुनील कुमार सिंह ने ओबरा थाना कांड संख्या 193/22 में जेल में बंद अभियुक्त के ज़मानत आवेदन पर सुनवाई करते हुए वाद दैनिकी प्रस्तुत करने में अभी तक असफल रहने पर थानाध्यक्ष को शोकोज किया है 

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि वाद दैनिकी वास्ते 22/03/23 को न्यायालय से आदेश हुआ था स्मार पत्र 29/03/23 को भेजा गया, किन्तु आज तक न्यायलय में वाद दैनिकी प्रस्तुत नहीं किया गया जो भादंवि धारा 379,504,506/34 से सम्बंधित है, 

न्यायालय अपने आदेश के अवमानना देखते हुए थाना प्रभारी को आदेश दिया है कि एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण के साथ संदेह उपस्थित हो तथा आपके इस अवहेलना के लिए क्यों नहीं वरीय अधिकारियों को सुचित किया जाए,

इस ज़मानत आवेदन पर सुनवाई के अगली तिथि 26/04/23 है

देर रात खिड़की तोड़कर चोर घर में घुसा, 5 लाख नगद समेत 20 लाख के जेवर लेकर फरार

शुक्रवार की देर रात घर के पीछे का खिड़की तोड़ चोर घर में घुस गए और 5 लाख नगद समेत 20 लाख के जेवर लेकर फरार हो गए।

घटना नगर थाना क्षेत्र के बाईपास समीप प्रजापति नगर वार्ड चार की है।

चोरी की घटना उसी मुहल्ला निवासी व्यवसायी दीपक कुमार सिंह के घर में घटी है। घटना के बाद इसकी सूचना नगर थाना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तहकीकात शुरू की।

वहीं परिजनों से पूछताछ किया। इस संबंध में नगर थानाध्यक्ष एसबी शरण ने बताया कि चोरी की घटना घटी है। आवेदन मिलने पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी

घर में सो रहा था परिवार, सुनसान पाकर चोरों ने दिया घटना को अंजाम

प्रतिदिन की तरह शुक्रवार की रात भी घर के परिवार खाना खाकर सो गए। तभी सुनसान का फायदा उठाकर चोर घर के पीछे की खिड़की तोड़कर एक घर में घुस गए। फिर उस घर को अंदर से बंद कर लिया और अलमीरा तोड़कर उसमें रखे गए 5 लाख नगद व लगभग 20 लाख की जेवर की चोरी कर ली। सुबह जब मुहल्ले के लोग जगे तो देखा की खिड़की टूटा हुआ है। वहीं नीचे बक्सा अटैची फेका हुआ है।

जिसके बाद इसकी सूचना मुहल्ले के लोगों ने व्यवसायी दीपक कुमार को दिया। सूचना मिलते ही परिजन खिड़की के पास गए तो नजारा देखकर चौंक गए। फिर टूटे खिड़की से कमरा के अंदर घुसे।

जहां देखा की अलमीरा खुला है। वही अलमीरा से पैसा व जेवर गायब है।

जिसके बाद घटना की सूचना नगर थाना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और तहकीकात शुरू की।

दाउदनगर में जमीनी विवाद में व्यवसायी की पीट-पीटकर हत्या, तीन की हालत गंभीर

 

औरंगाबाद()। औरंगाबाद के दाउदनगर शहर के वार्ड संख्या-18 पटवा टोली के बम रोड में शनिवार की सुबह जमीनी विवाद में एक 45 वर्षीय व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।

वही तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक की पहचान पटवा टोली बम रोड निवासी 45 वर्षीय राजेंद्र साव के रूप में की गई है। वही घायलों में मृतक का पुत्र 22 वर्षीय पिंटू कुमार, 24 वर्षीय रवि कुमार व पड़ोसी 38 वर्षीय शिव कुमार गुप्ता शामिल हैं।

संवाद भेजे जाने तक सभी घायलों का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दाउदनगर में किया जा रहा है।घटना की सूचना मिलने पर दाउदनगर थानाध्यक्ष अंजनी कुमार सदल- बल मौके वारदात पर और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दाउदनगर पहुंचे। घटना की बारीकी से जानकारी ली। जानकारी लेने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।

बताया जाता है कि जमीनी विवाद में मारपीट की यह घटना घटी है। दोनो पक्षों में करीब दो कट्ठा की आवासीय जमीन को लेकर विवाद है। इसी विवाद में मारपीट की घटना को अंजाम देने का आरोप दूसरे पक्ष के कुछ लोगों पर है।

वही पीड़ित का कहना है कि शनिवार की सुबह अचानक आरोपित पक्ष के लोग लाठी-डंडा एवं कुदाल लेकर पहुंच गए और जमीन पर काम लगा दिया। विरोध करने पर जमकर पिटाई करनी शुरू कर दी। मामले में किस-किसको आरोपी बनाया गया है, की जानकारी के लिए पुलिस की प्राथमिकी की प्रतीक्षा है। वही पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया है।

मुखिया व उनके भाई के साथ मारपीट व गाली गलौज, के थाने में दिया आवेदन

(गोह औरंगाबाद) गोह प्रखंड के मलहद गांव में नाली निर्माण कार्य को लेकर हुए विवाद को लेकर थाने में आवेदन दिया गया है. आवेदन मुखिया के भाई धर्मेंद्र कुमार के द्वारा दी गई है. जिसमे बताया गया है

कि वार्ड नम्बर 5 में नाली का निर्माण कार्य कराया जा रहा था, इसी बीच गांव के ही दीपू शर्मा आया और गाली गलौज करते हुए कार्य बंद करा दिया, इसे लेकर जब मुखिया संतोष रजक को जानकारी मिली तो उन्होंने स्थल पर जाकर पूछताछ करने के लिए गए, इसी बात पर उन्हें भी गाली गलौज देने लगा जब उनके भाई मना किया तो

उनके साथ भी मारपीट किया गया. और जान से मारने की धमकी दी गई है. थानाध्यक्ष रामायण कुमार ने बताया कि मामले में मुखिया के भाई के द्वारा आवेदन मिली है, जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

औरंगाबाद राजद के पूर्व विधायक रविंद्र सिंह के छोटे बेटे की गोली मारकर हत्या

 बिहार में शुक्रवार की देर रात अपराधियों ने बड़े कांड को अंजाम दिया। आरजेडी सुप्रीमो की बेटी के ससुराल वाले गांव में इस कांड को अंजाम दिया गया। यहां RJD के पूर्व विधायक के बेटे को अपराधियों ने गोलियों से छलनी कर दिया। पढ़िए पूरी खबर...

 औरंगाबाद बिहार में राजद विधायक के बेटे को घर के बाहर ही अपराधियों ने गोलियों से भून डाला। अपराधियों ने अरवल से राजद के पूर्व विधायक रविंद्र सिंह के छोटे बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को औरंगाबाद-अरवल जिले के बॉर्डर पर हीछन बिगहा गांव में अंजाम दिया गया। अपराधियों ने घर के बाहर खलिहान में ही आरजेडी विधायक के बेटे को गोलियों से छलनी कर दिया। आरजेडी के पूर्व विधायक के बेटे के सीने में अपराधियों ने 5 गोलियां दागीं और मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया। कहा जा रहा है कि अपराधी पहले से ही घात लगाकर खलिहान के पास छिपे थे।

लालू के करीबी नेता के बेटे की हत्या

घात लगाए अपराधियों ने पूर्व विधायक के छोटे बेटे दिवाकर कुमार पर खाना खाने के बाद घर से बाहर निकलते ही दनादन गोलियां दाग दीं। जिससे उसने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। गोलियों की आवाज से पूरा गांव थर्रा उठा। जब तक लोग कुछ समझ पाते अपराधी फायरिंग करते हुए गांव से फरार हो गए। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस हत्यारों को पकड़ने के लिए सोन के तटीय इलाकों में छापेमारी कर रही है। अरवल-औरंगाबाद जिला का बॉर्डर होने के कारण अपराधी घटना को अंजाम देकर बड़े शातिर तरीके से निकल गए।

इसी गांव में है लालू की बेटी रोहिणी का ससुराल

जिस गांव में घटना को अंजाम दिया गया है उसी गांव में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिनी आचार्य का ससुराल है। पूर्व विधायक रविंद्र सिंह लालू यादव के करीबी माने जाते हैं। लालू परिवार में पैठ होने के कारण उन्हें दो बार अरवल से टिकट मिला, जिस पर दोनों बार ही उन्होंने जीत दर्ज किया। दो बार विधायक रहे रविंद्र सिंह की बेटे की निर्मम हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।

जदयू ने मनाई डॉ. अंबेडकर की जयंती, लगाया भीम चौपाल, की संकल्प सभा

औरंगाबाद()। औरंगाबाद शहर के कर्मा रोड स्थित जयप्रकाश नारायण स्मृति भवन में जदयू की जिला इकाई के तत्वावधान में शुक्रवार को संविधान के शिल्पकार समाज सुधारक भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती मनाई गई।

साथ ही भीम चौपाल लगाते हुए संकल्प सभा की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता रफीगंज के पूर्व विधायक एवं जदयू के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने की जबकि संचालन पूर्व प्रखंड अध्यक्ष अजिताभ कुमार उर्फ रिंकू सिंह ने किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर के बनाये कानून पर देश चल रहा है।

उस संविधान को केन्द्र की भाजपा सरकार धवस्त करना चाहती है। कहा कि पूरे प्रदेश में जदयू नेता तथा कार्यकर्ता आज एक माह से भीम चौपाल कार्यक्रम का आयोजन अनुमंडल स्तर से लेकर पंचायत स्तर पर कर रहें हैं। इसी कड़ी में आज पूरे जिले में पार्टी के सभी पदाधिकारी कार्यक्रम को सफल बनाने में अपने स्तर से लगे हुए है।

उन्होंने कहा कि केन्द्र की सरकार संवैधानिक अधिकार और मर्यादाओं को कमजोर करने में अपनी ताकत की ईस्तेमाल कर रही है। इनके दोहरे चरित्र और भेदभाव की नीतियों पर जदयू की पैनी नजर है और पार्टी ऐसा नही होने देगी। कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व जिलाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह ने कहा कि महादलित वर्ग के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी पंचायतों में एससी-एसटी के लिए जो कार्य किए है, उसका अस्तित्व कभी समाप्त होनेवाला नहीं है।

इसके बावजूद आज साम्प्रदायिक ताकतें एससी-एसटी वर्गों के हक पर केन्द्र की दखलंदाजी कर कानून को समाप्त कर देना चाहती है। केन्द्र की सरकार के भेदभाव के कारण समाज में

अराजकता की स्थिति उतपन्न हो गयी है।

इसे लेकर जदयू आरपार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश सचिव रामकृष्ण कुमार उर्फ नन्हकू पांडेय, जिला प्रवक्ता तेजेन्द्र कुमार सिंह, जदयू महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष मंजरी सिंह, सत्येंद्र सिंह चंद्रवंशी, ऊंकार नाथ सिंह, प्रमोद कुमार सिंह, ब्रजकिशोर शर्मा, काराकाट सांसद के नबीनगर प्रतिनिधि राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू, जहीर अहसन आजाद, अधिवक्ता लव कुमार

राम, भीम सेना के जिलाध्यक्ष विकास कुमार, प्रबंधक संजय कुमार, कौशल कुमार, प्रभाकर सिंह, रितेश कुमार सिंह, तकनीकी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार वर्मा, प्रवीण कुमार शर्मा, सुरीठ सिंह, संजय कुमार सिंह, नागेन्द्र सिंह, मुनेश कुमार सिंह, संजय कुमार सिंह, अधिवक्ता लव कुमार एवं औरंगाबाद सदर प्रखंड अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह आदि ने भी विचार रखें। कार्यक्रम में पार्टी पदाधिकारी एवं सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।

औरंगाबाद में संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा का गठन, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग को ले सभी प्रखंडों में धरना-प्रदर्शन

औरंगाबाद()। संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा के निर्णय के आलोक में शुक्रवार को यहां नियोजित शिक्षकों ने श्रीकृष्ण सिंह पुस्तकालय में बैठक कर मोर्चा की औरंगाबाद इकाई का गठन किया। 

बैठक की अध्यक्षता परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने की जबकि संचालन पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने किया।

बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि मोर्चा के निर्देशानुसार बिहार सरकार को 24 घंटो का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि 24 घंटे के अंदर सरकार नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देते हुए शिक्षक नियमावली 2023 में संशोधन नहीं करती है, तो आंदोलन को तेज करते हुए 15 अप्रैल को औरंगाबाद जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों में आक्रोशपूर्ण धरना एवं प्रदर्शन किया जाएगा।

मांग पूरी होने तक चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा। बैठक में शिक्षक नेता डॉ. शिव पूजन,.अरविन्द पासवान, डॉ. रजनीकांत रंजन, मार्कंडेय कुमार सिंह, अनिल कुमार यादव, नवलेश कुमार सिंह, अनिल कुमार सिंह, शिवबोध कुमार सिंह, विजय कुमार, सुबोध कुमार सिन्हा, कुंदन कुमार ठाकुर, शशि कुमार सिंह एवं विनोद पाठक आदि शामिल रहे।

औरंगाबाद अंबेडकर जयंती पर एलजेपीआर के प्रदेश महासचिव के समक्ष चार पंसस सदस्यों समेत कई ने ली पार्टी की सदस्यता

औरंगाबाद लोजपा (रामविलास) के मदनपुर प्रखंड के शिवगंज स्थित प्रखंड कार्यालय में शुक्रवार को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयती समारोहपूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष शम्भू कुमार ने की। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पार्टी के प्रदेश महासचिव प्रमोद कुमार सिंह शामिल हुए।

कार्यक्रम के दौरान कई नये लोगो ने पार्टी संगठन का दामन थामा। पार्टी में शामिल होनेवालों में नीमा आंजन के पंचायत समिति सदस्य छोटन सिंह, उतरी उमगा के पंचायत समिति सदस्य प्रवीण पासवान, मनिका के पंचायत समिति सदस्य हरेन्द्र पासवान, मदनपुर के कल्लू जी एवं पिपरौरा के बीरू कुमार शामिल है।

साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता कमेश शर्मा, रामसुंदर दास, पंकज कुमार पासवान, गौतम विश्वकर्मा, ललित विश्वकर्मा, भोला पासवान(सरपंच), सुबोध सिंह, पंकज गहलौत, शशिकांत कुमार उर्फ सोनू एवं अवनिश सिंह ने भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान प्रदेश महासचिव ने सभी को पार्टी की सदस्यता प्रदान की।

कार्यक्रम में एरकी कला के पूर्व मुखिया रणधीर सिंह, रामलायक सिंह, विनय सिंह, विपिन सिंह, नवीन सिंह, प्रखंड कोषाध्यक्ष अभय सिंह, प्रखंड मीडिया प्रभारी राहुल सिंह, उपाध्यक्ष संजय मेहता, रजनिश सिंह एवं कारू मेहता आदि उपस्थित रहे।

औरंगाबाद की दो मुखियों ने किया ऐसा काम की सरकार दे रही इनाम

औरंगाबाद()। औरंगाबाद की दो महिला मुखियों को अच्छा काम करने का इनाम मिलने वाला है। इनाम में इन्हे राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार मिलेगा। साथ ही दोनों के पंचायतों को विकास कार्य के लिए भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा 50-50 लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएंगी। यह पुरस्कार भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय, द्वारा 17 से 21 अप्रैल तक नई दिल्ली में पंचायती राज व्यवस्था पर आहूत राष्ट्रीय कार्यक्रम के दौरान 21 अप्रैल को केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा प्रदान किया जाएंगा।  

औरंगाबाद से दो समेत बिहार के कुल 48 पंचायत प्रतिनिधियों को मिलेगा यह अवार्ड-पंचायती राज व्यवस्था के तहत केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्रालय द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतर कार्य करनेवाले देश भर के पंचायतों को हर साल राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इसके लिए मंत्रालय द्वारा पंचायतों से अलग-अलग क्षेत्र में बेहतर कार्यों के लिए आवेदन लिए जाते है। आवेदन के आधार पर पंचायतों द्वारा बेहतर कार्य के किये गये दावें की स्क्रीनिंग और जांच के बाद पुरस्कारों की घोषणा की जाती है। इस वर्ष के घोषित पुरस्कारों के अनुसार औरंगाबाद के दो पंचायतों के साथ ही बिहार के कुल 48 पंचायत प्रतिनिधियों को यह अवार्ड प्रदान किया जाएगा।          

  गोह के बर्मा खुर्द पंचायत की मुखिया रूपा को गुड गवर्नेंस के लिए मिल रहा इनाम-गोह प्रखंड के बर्मा खुर्द पंचायत की मुखिया रुपा पासवान में गुड गवर्नेंस के कार्य के लिए यह इनाम मिल रहा है। वें पूर्व में औरंगाबाद जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी है। राजनीति में उनका अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड है। वें अनुभवी राजनीतिज्ञ है। वें राजद की वरीय महिला नेत्री है और औरंगाबाद जिले की महिला राजनीतिज्ञों में वह एक सम्मानित व्यक्तित्व है।

वर्तमान में वें राजद के जिला संगठन की उपाध्यक्ष भी है। पहले वें राजद महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष भी रही है। बर्मा खुर्द पंचायत की मुखिया निर्वाचित होने के बाद से उन्होने अपने पंचायत के सभी गांवों में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल जल, हर गली में नाली, पीसीसी सड़क, सोलर लाइटिंग, लोहिया संपूर्ण स्वच्छता योजना के तहत शौचालय निर्माण एवं डस्टबिन वितरण जैसे कार्य किए है। उनके पंचायत में पंचायत सरकार भवन भी बनकर लगभग तैयार है। उनकी दिली ख्वाहिश है कि पंचायत सरकार भवन के उद्घाटन का कार्य केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह के हाथों ही संपन्न हो।

इन सभी कार्यों को संपन्न कराने में उन्होने गुड गवर्नेंस यानी सुशासन की पंचायत में अमिट छाप छोड़ी है। इसी वजह से उन्होने पंचायती राज पुरस्कार के लिए गुड गवर्नेंस की श्रेणी में आवेदन किया था और इसी श्रेणी में उन्हे यह पुरस्कार मिलने जा रहा है। इस पुस्कार का श्रेय वह अपने पंचायत के नागरिकों को देती है। वें कहती है कि यह सम्मान उनका सम्मान नही बल्कि पंचायत के हर नागरिक का सम्मान है। पंचायत के हर विकास कार्य में नागरिकों ने अड़ंगा डालने के बजाय  उन्हे बढ़ चढ़कर सहयोग किया है। पंचायत में जो भी विकास कार्य हुए है, उन कार्यों में जनता का भरपूर सहयोग रहा है। इस नाते यह पुरस्कार उनका नही जनता का है।

रफीगंज के पौथु की मुखिया डिम्पल को सोशल सिक्योरिटी के लिए मिल रहा यह सम्मान-रफीगंज प्रखंड के पौथु पंचायत की मुखिया डिम्पल कुमारी को अपने पंचायत में सोशल सिक्योरिटी के किए गए बेहतर कार्यों के लिए राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार मिलने जा रहा है। डिम्पल पहली बार अपने पंचायत की मुखिया बनी है। राजनीति का उन्हे कोई अनुभव नही है लेकिन कार्य करने में दक्ष है। डिम्पल बताती है कि उन्होने पंचायत में विकास योजनाओं के तहत वें सारे कार्य किए है,

जो जरूरी है लेकिन उन्होने सामाजिक सुरक्षा (सोशल सिक्योरिटी) की योजनाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। उन्होने पंचायत के वृद्ध जनों को वृद्धा पेंशन, विधवा महिलाओं को विधवा पेंशन, दिव्यांगों को दिव्यांगता पेंशन, प्रधानमंत्री आवास एवं शौचालय निर्माण आदि योजनाओं का लाभ पंचायत के हर जरूरतमंद को दिलाने का काम किया। इतना ही नही अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर उन्होने पंचायत की स्कूली छात्राओं को मिलनेवाली छात्रवृति, पोशाक, साइकिल योजना का लाभ दिलाने एवं प्रोत्साहन राशि दिलाने के लिए वह अपने क्षेत्र के सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के लगातार संपर्क में रही। उनसे संपर्क साधकर हर जरूरतमंद छात्राओं को इन योजनाओं का लाभ दिलाने का काम किया है।

आज भी सामाजिक सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता में शुमार है। इसी वजह से जब राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के लिए जब आवेदन करने की बारी आई तो उन्होने सोशल सिक्योरिटी कैटेगरी में ही पुरस्कार के लिए आवेदन दिया। उनका आवेदन भी स्वीकृत हुआ और अब पुरस्कार मिलने का दिन भी निकट आ गया है। डिम्पल कहती है कि उन्हे मिलनेवाला यह पुरस्कार पंचायत की जनता को समर्पित है।

उन्होने जो कुछ भी किया अपने लिए नही किया बल्कि जनता की भलाई के लिए ही किया। इस कारण यह पुरस्कार भी उनका नही जनता का है। जनता उनके लिए सिर आंखों पर है। पुरस्कार स्वरूप जो भी राशि मिलेगी, उसे खर्च करने के लिए भी वें अपने पंचायत की जनता के साथ बैठकर योजना बनाएंगी। जनता जो निर्णय लेगी, उसी निर्णय के अनुसार यह राशि पंचायत के विकास कार्यों पर खर्च की जाएंगी।