औरंगाबाद: नए जिलाधिकारी सुहर्ष भगत ने किया पदभार ग्रहण
औरंगाबाद। पूर्व जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल से प्रभार लेने के बाद नए जिलाधिकारी सुहर्ष भगत ने मंगलवार को समाहरणालय कक्ष में अपना योगदान दिया। पदभार ग्रहण करते ही जिलाधिकारी सबसे पहले मुख्यमंत्री की वीसी में उपस्थित हुए। तत्पश्चात उन्होंने ने जिले के तमाम वरीय पदाधिकारियों से मुलाकात की और उनसे परिचय प्राप्त कर उनके कार्यों की जानकारी ली।जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को अपने सभी कार्यों का निष्पादन ससमय करने का निर्देश दिया।
अधिकारियों से मिलने के बाद street Buzz से बात करते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि सरकार की जितनी भी कल्याणकारी योजनाएं हैं उन्हें धरातल पर उतारा जायेगा और अंतिम पायदान तक योजना पहुंचाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। जिले में व्याप्त जल संकट पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे संबंधित विभागों के साथ शीघ्र बैठक कर इस समस्या के निराकरण की दिशा में सार्थक प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि जिला प्रशासन के कार्यों में जहां जन सहयोग की जरूरत पड़े वहां सहयोग करें।क्योंकि सरकार उनके लाभों को उन तक पहुंचाने के लिए कटिबद्ध है।उन्होंने जमीनी विवाद के समस्याओं के निराकरण पर पूरा फोकस किया और कहा कि शनिवार को थाना पर लगने वाले जनता दरबार के माध्यम से उसे दूर कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा। साथ ही साथ प्रखंड और अंचल स्तर के मामले को वहीं से सही समय और सही तरीके से निष्पादन कराने का प्रयास होगा।
कहा कि सभी अधिकारी को अपनी जवाबदेही समझनी होगी। भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डीएम ने कहा कि जिले में सामाजिक सद्भाव कायम करना उनका प्रयास होगा। गौरतलब है कि जिलाधिकारी मूलतः समस्तीपुर के रहने वाले हैं और वर्ष 2015 में यूपीएससी परीक्षा में देश में पांचवां स्थान प्राप्त किया था। इसके पर उन्होंने बांका और पूर्णिया में बतौर डीएम अपनी सेवा दी और कई उल्लेखनीय कार्य कर चर्चे में आए।
उन्होंने आइआइटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग किया। वर्ष 2011 में उनका चयन इंडियन आडिट एंड एकाउंट सर्विस में हुआ। वर्ष 2012 के यूपीएसी परीक्षा उनका चयन भारतीय सूचना सेवा और वर्ष 2013 में रेवेन्यु सेवा में हुआ। उन्होंने बताया कि उनकी कोशिश होगी की जिले की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर बने।
Apr 11 2023, 20:44