औरंगाबाद: सीता थापा दो दिवसीय महोत्सव होगा 29 व 30 अप्रैल को

औरंगाबाद: मदनपुर प्रखंड् के ऐतिहासिक धार्मिक आस्था और विश्वास के केन्द्र सीता थापा महोत्सव आयोजन को लेकर बुद्धजीवियों का शुक्रवार को एक बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता घटराईन पंचायत की मुखिया संजय यादव ने की। 

बैठक में सर्वसम्मति से 29 और 30 अप्रैल को माता सीता जी के जन्म दिवस के अवसर पर महोत्सव मनाए जाने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान महोत्सव पुरुष सिधेश्वर विद्यार्थी ने कहा कि जिस तरह जिले में 11 महोत्सव होता है।उसी प्रकार 12 वें महोत्सव के रूप में मानये जाने का निर्णय लिया गया है।

उन्होंने बताया कि सीता थापा धाम अपने विकास के लिए उपेक्षित है।महोत्सव के आयोजन होने से धाम का विकास की गति बढ़ेगी। महोत्सव को सफल पूर्वक आयोजन को लेकर आयोजन कमेटी का गठन किया गया।

अध्यक्ष जगनरायन यादव एवं उपाध्यक्ष बबलू कुमार पासवान, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि नरेश कुमार सिंह,निखिल सिंह को चुनाव किया गया।

सचिव सजंय कुमार सिंह,धीरेंद्र कुमार सिंह, रामेश्वर कुमार रौशन,कोषाध्यक्ष मनोरंजन सिंह जबकि संरक्षक के रूप में पूर्व जिला परिषद् सदस्य प्रतिनिधि सह नीमा आंजन के मुखिया प्रतिनिधि सत्येन्द्र सिंह और घटराइन पंचायत के मुखिया सजंय यादव को चुना गया है।

कमेटी कार्यकारणी सदस्य 35 लोगों को चुनाव किया गया है।बैठक में कार्यक्रम का रूप रेखा तैयार किया गया।जिसमें दो दिवसीय महोत्सव का आयोजन कराए जाने का निर्णय लिया गया।

महोत्सव पुरुष अधिवक्ता सिधेश्वर विद्यार्थी,जिला पार्षद प्रतिनिधि बबलू पासवान,पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि नरेश सिंह,जनेश्वर विकास केंद्र अध्यक्ष लालदेव प्रसाद,सजंय पुजारी, पारस सिंह,अधिवक्ता संघ अध्यक्ष सिंघेश्वर सिंह,अध्यक्ष दुमोहन न्यास समिति अध्यक्ष,अशोक सिंह कल्प वृक्ष अध्यक्ष,ऐ नवीन पाठक विश्व हिंदू परिषद सदस्य, राम पुकार सिंह,ललन कुमार सिंह ,सजंय कुमार,अध्यक्ष उमगा महोत्सव,विजय कुमार सिंह, विनोद मालाकार,विनय सिंह,रामविलास सिंह,अनिल सिंह धीरेंद्र सिंह,सिंगर मदन माइकल जगन यादव,इंद्र देव यादव, राजेश विश्वकर्मा थे।

औरंगाबाद: ग्राम समितियां बनाकर ही भ्रष्टाचार को खत्म किया जा सकता है- पूर्व डीजीपी

औरंगाबाद: गोह स्थित अवध किशोर स्मृति भवन में महापरिवर्तन आंदोलन के ग्राम पंचायत समिति की बैठक का आयोजन किया गया।

इस दौरान तेलंगाना राज्य के पूर्व डीजीपी विनय कुमार सिंह उपस्थित वलोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ग्राम समितियां बनाकर ही भ्रष्टाचार को खत्म किया जा सकता है। इसके खात्मा के लिए सभी लोगो को आगे आने की जरूरत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जात-पात, धर्मवाद,क्षेत्रीयवाद,एवं प्रलोभन में वोट देने से समाज खोखला होता जा रहा है। 

साथ ही लोकतंत्र भी खतरे में पड़ गया है। स्वच्छ राजनीति के लिए अच्छे एवं ईमानदार लोगो को प्रतिनिधि चुने। गांव का झगड़ा गांव में ही निपटाने से गांव में आपसी समरसता कायम रहेगी।

 समाजसेवी दिलीप विश्वकर्मा की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में मैट्रिक के सेकेंड टॉपर गोह के निवासी ज्ञानी अनुपमा को पूर्व डीजीपी ने सम्मानित किया।

 विगत चार सालों से गोह के बच्चे मैट्रिक परीक्षा में टॉपर बनने पर खुशी जाहिर किया। आयोजक ने मुख्य अतिथि को बुके देकर स्वागत किया।

 इस मौके पर बिंदेश्वरी शर्मा, पूर्वमुखिया रामकृपाल विश्वकर्मा, बक्सर ग्राम कचहरी के सरपंच आरती देवी,प्रो.विजय चौबे,संतोष कुमार, रविनंदन, बृजमोहन वर्मा, अमरेंद्र कुमार, बृजमोहन राम, सुरेन्द्र चौधरी,नंदकिशोर विश्वकर्मा, रामसोहन मिश्रा,दिनेश्वर प्रसाद,कुंदन गिरी, दुर्गा कुमारी, ललिता कुमारी,रूपेश तिवारी, रामप्रवेश प्रसाद,शैलेन्द्र गुप्ता, बृजलाल रजक,अमृत कुमार सहित कई गण्यमान्य लोग उपस्थित थे। पूर्व डीजीपी के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।

औरंगाबाद: ऑल इंडिया पीएनबी ऑफिसर्स एसोसिएशन ने बैंको के निजीकरण पर जताई गहरी नाराजगी

औरंगाबाद: ऑल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन ने केंद्र सरकार के बैंको के निजीकरण की प्रवृति पर गहरी नाराजगी जताई है।

 एसोसिएशन के महासचिव दिलीप साहा ने शनिवार को यहां में संगठन के औरंगाबाद अंचल के प्रथम त्रैवार्षिक अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि कहा कि एक समय बैंको का राष्ट्रीयकरण किया गया था। उस वक्त सरकार के इस कार्य की सर्वत्र सराहना हुई थी। वर्तमान में केंद्र सरकार इसका ठीक उलटा कर रही है। सरकार अब बैंकों का निजीकरण कर रही है। यह देशहित में नही है और इसके घातक परिणाम होंगे।

 उन्होने कहा कि सरकारी बैंक देश हित में देश के लाभ में काम करते है। वही निजी बैंक सिर्फ अपने बैंक के हित में काम करते है। उनसे देश हित की कल्पना नही की जा सकती। इसे इस रूप में भी समझा जा सकता है कि निजी बैंक सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के तहत छोटे से छोटा लोन देने में आनाकानी किया करते है। जब सरकारी विभागों द्वारा उन पर दबाव दिया जाता है तो थोड़ी सी मात्रा में वे इस तरह का लोन किया करते है। इससे उनकी कार्यशैली को समझा जा सकता है। 

उनका उदेश्य सिर्फ लाभ कमाना होता है जबकि सरकारी बैंको का उदेश्य सिर्फ लाभ कमाना ही नही बल्कि सरकार को सहयोग करना भी होता है। सरकारी बैंक सरकार का साथ देते है। इसके उलट निजी बैंक सरकार को सहयोग नही करते। सरकारी और निजी बैंको में यही बुनियादी फर्क है। इसी वजह से उन्हे सरकारी बैंको के निजीकरण पर घोर आपत्ति है और उनका संगठन इसका विरोध करता है। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ बैंको के निजीकरण का ही काम नही कर रही है बल्कि नई बहालियां भी नही की जा रही है।  

कार्यक्रम में पटना अंचल के अंचल प्रमु पीसी बेहरा, चैयरमैन अमिताभ भौमिक, औरंगाबाद मंडल के मंडल प्रमुख दीपक आचार्या, चेयरमैन रिसेप्शन कमिटी के अध्यक्ष उपेन्द्र चतुर्वेदी, उपाध्यक्ष सरोज कुमार सिंह, ऑर्गेनाइजेशन सेक्रेटरी सुमित कुमार और प्रबन्धक अमित कुमार औरंगाबाद मंडल के सचिव रवि कुमार एवं पटना अंचल के सभी मंडलों से अध्यक्ष एवं सचिव गण और औरंगाबाद मंडल के समस्त अधिकारी गण मौजूद रहे। आल इंडिया पंजाब नैशनल बैंक ऑफिसर एसोसिएशन, औरंगाबाद मंडल में पहली बार यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। 

कार्यक्रम में सर्वप्रथम औरंगाबाद मंडल के सचिव रवि कुमार ने औरंगाबाद मंडल की सेक्रेटरी रिपोर्ट समस्त सदस्यों के समस्त प्रस्तुत की जिसे सर्वसम्मति से पास किया गया। उन्होंने अपने व्याख्यान में औरंगाबाद शहर के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए देश एवं समाज से पिछले तीन वर्षों में इस दुनिया को छोड़ चुके भारत की सभी हस्तियों और हमारे औरंगाबाद मंडल के साथी जिन्होंने कोरोना काल में अपने प्राण गवाए उन्हें श्रधान्जली अर्पित की। 

इन तीन वर्षों में उन्होंने संगठन द्वारा किये गए समस्त कार्यों जैसे कोरोना काल में समस्त बैंको के कर्माचारियों के टीकाकरण, गया शहर के गरीब लोगो के लिए 600 पैकेट खाद्य सामग्री का वितरण, संगठन द्वारा चलाये गए ऋण सेमीनार प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे अन्य कार्यों का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि "राष्ट्र प्रथम, पुनः संगठन और अंत में व्यक्ति" यही हमारे संगठन का मन्त्र हैं।

 वही मंडल प्रमुख दीपक आचार्या ने अपने व्याख्यान में मंडल के बिजनेस का विवरण दिया। कहा कि संगठन और प्रबंधन एक रेलगाड़ी की पटरी की तरह जो आपस में मधुर सम्बन्ध बनाते हुए बैंक की प्रगति के लिए कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं।

 बिहार अंचल के मुखिया अंचल प्रबंधक पी सी बेहरा ने अपने व्याख्यान में कहा कि इस वित्त वर्ष में पूरे पटना अंचल का व्यापार 80000 करोड़ से ज्यादा हैं। आनेवाले समय में इसे 1 लाख करोड़ करना हैं। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु हमें अच्छे ग्राहक सेवा को हथियार बनाना हैं। डिजिटल बैंकिंग को अपनाते हुए हमें अपने ग्राहकों को प्राइवेट बैंको से भी बेहतर सेवा देनी हैं। संगठन और प्रबंधन दोनों का एक ही उद्देश्य हैं बैंक का विकास |

वही अध्यक्ष गोविंद कुमार ने अपने व्याख्यान में कहा कि बैंको में फिक्स्ड सर्विस ऑवर होना जरूरी है ताकि सभी बैंक कर्मी भी समय से अपनी निजी और सामाजीक जिम्मेदारी को ससमय पूरा कर सके। किसी भी संस्था में संगठन का होना अत्यंत आवश्यक हैं जो वहा के कर्मचारियों की समस्त जरूरतों का ध्यान रखा सके। 

संगठन के माहासचिव दिलीप साहा जी ने संगठन के बारे में बताया कि पंजाब नैशनल बैंक में हमारे 44000 से ज्यादा सदस्य हैं और समस्त बैंकों को मिलाकर ये संख्या तीन लाख से ज्यादा हैं।

 हमारा उद्देश्य प्रबंधन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बैंक को प्रगति के पथ पर अग्रसर करना हैं। उन्होंने नव गठित गया मंडल के नव निर्वाचित सदस्यों को बधाई दी और उन्हें ऐसे ही टीम स्पिरिट के साथ कार्य करने पर बल दिया।

 कार्यक्रम में कोर्पोरेट सामाजिक उत्तरादायितव के अंतर्गत 21 हजार की राशि रेड क्रॉस सोसाइटी को दान स्वरूप भेंट की गयी | अंत में अपने धन्यवाद ज्ञापन में संगठन के अध्यक्ष गोविंद कुमार ने सभी सदस्यों, सांस्कृतिक कार्यक्रम और नृत्य कलाकारों सभी को इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया।

औरंगाबाद: डीएम सौरभ जोरवाल का तबादला, बनाए गए मोतिहारी के जिलधिकारी

पूर्णिया के डीएम सुहर्ष भगत होंगे औरंगाबाद के नये जिलाधिकारी

औरंगाबाद: बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा किये गये आईएएस अधिकारियों के तबादले में औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल का पूर्वी चंपारण यानी मोतिहारी के डीएम के रूप में तबादला हुआ है। 

श्री जोरवाल वहां डीएम के साथ ही बंदोबस्त पदाधिकारी के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे। वही पूर्णिया के जिलाधिकारी सुहर्ष भगत को औरंगाबाद का जिलाधिकारी बनाया गया है। वह भी अगले आदेश तक यहां बंदोबस्त पदाधिकारी के प्रभार में रहेंगे।

श्री जोरवाल के स्थानांतरण की खबर जैसे ही औरंगाबाद जिले में फैली जिले के सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ता के साथ साथ आम लोगों में मायूसी छा गई क्योंकि जिलाधिकारी अपनी कार्यकुशलता की वजह से सबके चहेते बने हुए थे। शहर के कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के स्थानांतरण एवं उनकी कार्यकुशलता तथा जिले में किए गए अभूतपूर्व कार्यों के लिए बधाई और नव पदस्थापित जिले में बेहतर कार्य के लिए शुभकामनाएं दी है।

गौरतलब है कि जिलाधिकारी श्री जोरवाल ने जब औरंगाबाद में पदभार ग्रहण किया। उस वक्त पूरा देश कोविड-19 की महामारी से जूझ रहा था लेकिन श्री जोरवाल ने नेतृत्व क्षमता का परिचय देते हुए अल्प संसाधन में भी चिकित्सकों के साथ आइसोलेशन सेंटर में मौजूद रहकर वैश्विक महामारी को मात दी। यही कारण रहा कि औरंगाबाद में मौत के आंकड़े बिहार में सबसे कम रहे। 

इस महामारी ने दो बार जिलाधिकारी को अपने चपेट में भी लिया लेकिन उसे भी हराकर उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों का उत्साह बढ़ाया और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ कदम से कदम मिलाकर इसकी भयावहता से जूझते कामगारों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया और दूर दूर से अपने घर आ रहे लोगों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने में सहयोग किया। यही कारण था कि जिले के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इनका भरपूर साथ दिया।

जिले में सामाजिक समरसता को बहाल करते हुए उन्होंने अपने नेतृत्व में अपने कार्य अवधि में सभी पर्व त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया। इसके लिए इन्हें सामाजिक एवं राज्य स्तर पर भी उन्हे पुरस्कृत किया गया। 

जिलाधिकारी ने सरकार की तमाम योजनाओं यथा स्वास्थ्य, शिक्षा, सहकारिता, कृषि, सात निश्चय, विद्युत, जल जीवन हरियाली के तहत अभूतपूर्व कार्य किया और जिले को कई क्षेत्रों प्रथम स्थान तक दिलाया। उनके स्थानातरण की खबर सुनकर जिले में मायूसी छाई हुई है।

औरंगाबाद: जिला विधिक सेवा प्राधिकार के बैनर तले विधिक जागरूकता शिविर आयोजित

औरंगाबाद: आज जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद के बैनर तले मध्य विद्यालय पंडरिया केताकी देव में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया।

 जिसकी अध्यक्षता पैनल अधिवक्ता राघवेन्द्र तिवारी ने किया और संचालन पारा विधिक स्वयं सेवक धमेंद्र कुमार ने किया।

पैनल अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि आज का विषय था आदिवासी के अधिकारों की संरक्षण और प्रवर्तन के लिए विधिक सेवाएं से सम्बंधित नालसा योजनाएं 2015, पैनल अधिवक्ता ने बताया कि आजादी के बाद भारतीय संविधान ने जनजातीय लोगों को विशेष दर्जा देने के लिए बहुत से प्रावधान अपनाया तथा सासंद ने विभिन्न रक्षात्मक कानून बनाकर उनके हितों को सुरक्षित रखने के लिए सजग प्रयास किया है और उन्हें आरक्षण और शिक्षा के माध्यम से समाज के सभी वर्गों से जोड़े रखने का प्रयास जारी हैं गरीबी उन्मूलन, निरक्षरता उन्मूलन का कोशिश हो रही है।

 पैनल अधिवक्ताओं के माध्यम से प्रचार प्रसार कर विधिक अधिकार, सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ दिलाने का प्रयास हो रहा है और यह भी कोशिश हो रही है कि झुठे केस में कोई आदिवासी न फंसे और उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार हो, अनुसूचित जनजाति एवं परम्परागत वन निवासी एक्ट, अत्याचार निवारण एक्ट,भु अर्जन, पुनर्वास ,प्रतिकर एक्ट और भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों का लाभ दिलाया जाएगा, इस अवसर पर बहुत संख्या ग्रामीण उपस्थित थे।

औरंगाबाद: सांसद सुशील कुमार सिंह ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर कई मुद्दों पर की विस्तृत रूप से चर्चा

औरंगाबाद: सांसद सुशील कुमार सिंह भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से दिल्ली में मुलाकात कर अपने संसदीय क्षेत्र एवं जिले के रेल से जुड़ी विभिन्न समस्याओं और लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न स्टेशनों पर पूर्व में रेलगाड़ी के ठहराव के लिए किए गए माँग से संबंधित एवं अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत लोकसभा क्षेत्र के अनुग्रह नारायण रोड,रफीगंज एवं गुरारू एवं जिले के नबीनगर स्टेशन का चयन हुआ है।

जिसके तहत स्टेशन पर कई तरह के विकास कार्य,आधुनिकीकरण, स्टेशन विकास अभियान के तहत कार्य होना है।

इसके अलावा और भी कई मुद्दों पर विस्तृत रूप से चर्चा किया।रेल मंत्री के द्वारा आश्वासन मिला कि जल्द ही इन सभी बातों पर विशेष रूप से ध्यान देते हुए एवं रेलगाड़ी ठहराव के कार्य को पूर्ण किया जाएगा।इस मौके पर गया के पूर्व जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा उपस्थित रहे।

औरंगाबाद: निर्माणाधीन आवासीय जीएनएम एवं पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के कार्य की प्रगति का किया गया निरीक्षण

औरंगाबाद: जिला पदाधिकारी, श्री सौरभ जोरवाल द्वारा सदर अस्पताल के निकट निर्माणाधीन आवासीय जीएनएम एवं पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के कार्य की प्रगति का निरीक्षण किया गया।

गौरतलब हो कि उक्त भवन का निर्माण 20.48 करोड़ की लागत से सदर अस्पताल के दूसरी ओर बीएमएसआईसीएल के माध्यम से किया जा रहा है। विदित है कि जीएनएम एवं पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट का निर्माण 2 साल के भीतर पूर्ण करने का लक्ष्य था जिसके अनुसार कार्य समाप्ति की तिथि 06 अक्टूबर 2023 है।

 निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात इंस्टिट्यूट में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं यथा जीएनएम, एलटी एवं अन्य पैरामेडिकल प्रशिक्षु सदर अस्पताल में प्रशिक्षण के दौरान चिकित्सीय कार्य में सहयोग भी प्रदान करेंगे जिससे सदर अस्पताल में स्किल्ड पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या एवं उपचार की गुणवत्ता को भी बढ़ाया जा सकेगा। इसके निर्माण से सदर अस्पताल, औरंगाबाद के प्रबंधन एवं चिकित्सीय व्यवस्था में अपेक्षित सुधार होगा।

उक्त भवन में मुख्य तौर पर 3 भवन बनने हैं। जिला पदाधिकारी द्वारा नक्शे के अनुसार सभी भवनों में हो रहे कार्य की भी जांच की गई। जिला पदाधिकारी द्वारा भवन के प्रत्येक हिस्से के कार्य को देखा और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए कहा गया। साथ ही सिविल सर्जन को लगातार भ्रमण करने एवं कार्य की गति बनाए रखने के लिए निदेशित किया गया।

जिला पदाधिकारी द्वारा आज बी. एल. इण्डो स्कूल के सामने स्थित 'आरोहण' विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान का किया निरीक्षण

आज दिनांक 08 अप्रैल 2023 को जिला पदाधिकारी, सौरभ जोरवाल एवं सहायक निदेशक, बाल संरक्षण इकाई, औरंगाबाद द्वारा समाज कल्याण विभाग के अन्तर्गत किशोर न्याय अधिनियम, 2015 की धारा 65 के अधीन शहर के कर्मा रोड में बी. एल. इण्डो स्कूल के सामने स्थित 'आरोहण' विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान (Specialized Adoption Agency) का निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान उक्त संस्थान में 09 बच्चे (विशेष आवश्यकता वाले 03 बच्चे, 4 नवजात शिशु एवं 1 बालक, उम्र – 4 वर्ष तथा 01 बालिका उम्र – 6 वर्ष सहित) आवासित थे। निरीक्षण के दौरान समन्वयक, सामाजिक कार्यकर्त्ता, आया आदि विभिन्न कर्मी भी मौजूद थे। जिला संस्थान में आवासित 2 बालक / बालिका के अभिभावक का पता लगा कर उन्हें पुनर्वासित कराने का निदेश जिला पदाधिकारी द्वारा सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण

इकाई को दिया गया। 

साथ ही मौजूद कर्मियों को सभी बच्चों का उपयुक्त तरीके से देख-भाल करने हेतु भी निदेशित किया गया। विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान में 0-6 वर्ष के देखरेख एवं संरक्षण के जरुरतमंद 10 बच्चों का आवासन कराया जाता है। जिले के अनाथ निराश्रित एवं परित्यक्त बच्चे जिनके माता/पिता / अभिभावक / रिश्तेदार की खोज नहीं की जा सकती वैसी बच्चों को दत्तकग्रहण विनिमय, 2022 के प्रावधानानुसार उपयुक्त दम्पति को कानूनी रूप से गोद दिया जाता है। अवैध रुप से गोद लेना एवं देना दंडनीय अपराध है। अनाथ निराश्रित एवं परित्यक्त बच्चों को गोद देने हेतु जिले में विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान फैसिलिटेशन सेन्टर के रूप में कार्य करती है। 

बताया गया कि गोद लेने वाले कोई भी इच्छुक दम्पति अपना ऑनलाईन निबंधन Central Adoption Resource Authority के बेवसाईट पर करा सकते हैं। गोद लेने देने की सारी प्रक्रिया ऑनलाईन है। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी आम जनों से अपील भी किया जाता है कि बच्चे को असुरक्षित तरीके से नहीं फेकें बल्कि उसे 'आरोहण' विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान के बाहर लगे झूले में, किसी अस्पताल में अथवा पुलिस थाना में ही रखें। 

जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी के साथ-साथ निजी अस्पताल संचालक एवं कर्मचारियों की वैधानिक जिम्मेदारी है कि ऐसे बच्चों के प्राप्त होते ही इसकी सूचना बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण इकाई को दें अथवा समिति के समक्ष प्रस्तुत करें। जानकारी छुपाने अथवा अवैध तरीके से बच्चे को किसी को गोद देने अथवा बेचने आदि की सूचना प्राप्त होने पर उस व्यक्ति के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी।

 औरंगाबाद:-एसडीएम सदर एवं एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों की टीम द्वारा मंडल कारा, औरंगाबाद का औचक निरीक्षण किया


आज दिनांक 08 अप्रैल 2023 को जिला पदाधिकारी, सौरभ जोरवाल एवं पुलिस अधीक्षक, स्वप्ना जी मेश्राम के निर्देशानुसार एसडीएम सदर एवं एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों की टीम द्वारा मंडल कारा, औरंगाबाद का औचक निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान मंडल कारा के सभी कैदी वार्ड, महिला वार्ड, किचन वार्ड, अस्पताल, शौचालय इत्यादि की जांच की गई।

 निरीक्षण के समय कोई भी आपत्तिजनक वस्तु नहीं बरामद की गई। औचक निरीक्षण के दौरान बीडीओ औरंगाबाद कुमार रविराज, बीडीओ नबीनगर देवानंद कुमार सिंह, सीओ मदन पुर, सीओ नबीनगर, सीओ कुटुंबा, सीओ देव, राजस्व अधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी एवं लगभग 70 पुलिस कर्मी उपस्थित रहे।

औरंगाबाद डॉग स्क्वायड के साथ की पांच घंटे तक छापेमारी, मिली अवैध शराब की 10 रनिंग मिनी फैक्ट्री

औरंगाबाद पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में औरंगाबाद के उत्पाद महकमें ने शनिवार को अहले सुबह एक बड़ी कार्रवाई की है। कार्रवाई में अवैध शराब का उत्पादन कर रही 10 मिनी शराब फैक्ट्री ध्वस्त की गयी है। 9 हजार किलो जावा महुआ विनष्ट किया गया है।

150 लीटर चुलाई शराब नष्ट की गई है लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि कोई गिरफतारी नही हुई है। औरंगाबाद के उत्पाद अधीक्षक शैलेंद्र कुमार ने बताया कि लगातार सूचना मिल रही थी कि नक्सलियों के दुर्ग के रूप में चर्चित रहे मदनपुर थाना क्षेत्र में चाल्हो पहाड़ के जंगली इलाके में अवैध शराब के उत्पादन के लिए कई मिनी शराब फैक्ट्रियां स्थापित कर रखी गई है। वहां भारी मात्रा में अवैध शराब का उत्पादन किया जा रहा है और थोक के भाव में बिक्री की जा रही है।

इस खुफिया इनपुट के सत्यापन के लिए उत्पाद विभाग ने ड्रोन का सहारा लिया। ड्रोन उड़ाकर चाल्हो पहाड़ के चप्पे चप्पे को छान मारा गया। ड्रोन के कैमरे से जो तस्वीरे मिली उससे स्पष्ट हो गया कि चाल्हो पहाड़ में संगठित तरीके से बाजाप्ता ओपेन मिनी शराब फैक्ट्री लगाकर न केवल भारी मात्रा में महुआ वाईन की चुलाई की जा रही है

बल्कि बाइक एवं अन्य छोटे वाहनों से इसकी दूरदराज के इलाकों तक सप्लाई भी की जा रही है। ड्रोन कैमरे से सारी बातें स्पष्ट होने के बाद उनके नेतृत्व में विभाग की एक स्पेशल ऑपरेशनल टीम गठित की गई। टीम ने शनिवार को डॉग स्क्वायड के साथ अहले सुबह ही चाल्हो पहाड़ में रेड शुरू की। चूंकि अवैध शराब का उत्पादन पहाड़ के उपर समतल स्थानों पर किया जा रहा था। इस कारण पहाड़ के उपर अवैध शराब के उत्पादन में लगे धंधेबाजों ने छापेमारी टीम को पहाड़ की तलहट्टी में पहुंचते ही देख लिया और वें जंगली  रास्तों के सहारे निकल भागे। इसके बावजूद उत्पाद पुलिस ने ड्रोन उड़ाकर उन्हे पकड़ने की कोशिश की लेकिन जंगल के रास्तों से अनजान होने के कारण

सफलता नही मिल सकी। इस दौरान उत्पाद पुलिस की टीम ने चार से पांच घंटों तक चलाये गये ऑपरेशन में चाल्हो पहाड़ का चप्पा चप्पा छान मारा। इस क्रम में ड्रोन द्वारा चिन्हित किए गए दस स्थानों पर चल रही अवैध शराब उत्पादन की मिनी शराब फैक्ट्रियों का उद्भेदन किया गया। एक-एक कर धधकती आग पर शराब की चुलाई कर रही यानी

रनिंग मोड की कुल 10 मिनी शराब फैक्ट्रियों को ध्वस्त किया गया। भारी मात्रा में अवैध शराब निर्माण के उपकरणों की बरामदगी की गई। मौके पर ही 9 हजार किलो पानी में फुलाया हुआ जावा महुआ और 150 लीटर चुलाई महुआ वाईन विनष्ट की गई। छापेमारी टीम में एक्साइज इंस्पेक्टर दानी प्रसाद, सब इंस्पेक्टर हैदर अली, नीतीश कुमार एवं सशस्त्र बल शामिल रहे।