औरंगाबाद: डीएम सौरभ जोरवाल का तबादला, बनाए गए मोतिहारी के जिलधिकारी

पूर्णिया के डीएम सुहर्ष भगत होंगे औरंगाबाद के नये जिलाधिकारी

औरंगाबाद: बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा किये गये आईएएस अधिकारियों के तबादले में औरंगाबाद के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल का पूर्वी चंपारण यानी मोतिहारी के डीएम के रूप में तबादला हुआ है। 

श्री जोरवाल वहां डीएम के साथ ही बंदोबस्त पदाधिकारी के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे। वही पूर्णिया के जिलाधिकारी सुहर्ष भगत को औरंगाबाद का जिलाधिकारी बनाया गया है। वह भी अगले आदेश तक यहां बंदोबस्त पदाधिकारी के प्रभार में रहेंगे।

श्री जोरवाल के स्थानांतरण की खबर जैसे ही औरंगाबाद जिले में फैली जिले के सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ता के साथ साथ आम लोगों में मायूसी छा गई क्योंकि जिलाधिकारी अपनी कार्यकुशलता की वजह से सबके चहेते बने हुए थे। शहर के कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी के स्थानांतरण एवं उनकी कार्यकुशलता तथा जिले में किए गए अभूतपूर्व कार्यों के लिए बधाई और नव पदस्थापित जिले में बेहतर कार्य के लिए शुभकामनाएं दी है।

गौरतलब है कि जिलाधिकारी श्री जोरवाल ने जब औरंगाबाद में पदभार ग्रहण किया। उस वक्त पूरा देश कोविड-19 की महामारी से जूझ रहा था लेकिन श्री जोरवाल ने नेतृत्व क्षमता का परिचय देते हुए अल्प संसाधन में भी चिकित्सकों के साथ आइसोलेशन सेंटर में मौजूद रहकर वैश्विक महामारी को मात दी। यही कारण रहा कि औरंगाबाद में मौत के आंकड़े बिहार में सबसे कम रहे। 

इस महामारी ने दो बार जिलाधिकारी को अपने चपेट में भी लिया लेकिन उसे भी हराकर उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों का उत्साह बढ़ाया और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ कदम से कदम मिलाकर इसकी भयावहता से जूझते कामगारों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया और दूर दूर से अपने घर आ रहे लोगों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने में सहयोग किया। यही कारण था कि जिले के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इनका भरपूर साथ दिया।

जिले में सामाजिक समरसता को बहाल करते हुए उन्होंने अपने नेतृत्व में अपने कार्य अवधि में सभी पर्व त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया। इसके लिए इन्हें सामाजिक एवं राज्य स्तर पर भी उन्हे पुरस्कृत किया गया। 

जिलाधिकारी ने सरकार की तमाम योजनाओं यथा स्वास्थ्य, शिक्षा, सहकारिता, कृषि, सात निश्चय, विद्युत, जल जीवन हरियाली के तहत अभूतपूर्व कार्य किया और जिले को कई क्षेत्रों प्रथम स्थान तक दिलाया। उनके स्थानातरण की खबर सुनकर जिले में मायूसी छाई हुई है।

औरंगाबाद: जिला विधिक सेवा प्राधिकार के बैनर तले विधिक जागरूकता शिविर आयोजित

औरंगाबाद: आज जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद के बैनर तले मध्य विद्यालय पंडरिया केताकी देव में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया।

 जिसकी अध्यक्षता पैनल अधिवक्ता राघवेन्द्र तिवारी ने किया और संचालन पारा विधिक स्वयं सेवक धमेंद्र कुमार ने किया।

पैनल अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि आज का विषय था आदिवासी के अधिकारों की संरक्षण और प्रवर्तन के लिए विधिक सेवाएं से सम्बंधित नालसा योजनाएं 2015, पैनल अधिवक्ता ने बताया कि आजादी के बाद भारतीय संविधान ने जनजातीय लोगों को विशेष दर्जा देने के लिए बहुत से प्रावधान अपनाया तथा सासंद ने विभिन्न रक्षात्मक कानून बनाकर उनके हितों को सुरक्षित रखने के लिए सजग प्रयास किया है और उन्हें आरक्षण और शिक्षा के माध्यम से समाज के सभी वर्गों से जोड़े रखने का प्रयास जारी हैं गरीबी उन्मूलन, निरक्षरता उन्मूलन का कोशिश हो रही है।

 पैनल अधिवक्ताओं के माध्यम से प्रचार प्रसार कर विधिक अधिकार, सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ दिलाने का प्रयास हो रहा है और यह भी कोशिश हो रही है कि झुठे केस में कोई आदिवासी न फंसे और उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार हो, अनुसूचित जनजाति एवं परम्परागत वन निवासी एक्ट, अत्याचार निवारण एक्ट,भु अर्जन, पुनर्वास ,प्रतिकर एक्ट और भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों का लाभ दिलाया जाएगा, इस अवसर पर बहुत संख्या ग्रामीण उपस्थित थे।

औरंगाबाद: सांसद सुशील कुमार सिंह ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर कई मुद्दों पर की विस्तृत रूप से चर्चा

औरंगाबाद: सांसद सुशील कुमार सिंह भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से दिल्ली में मुलाकात कर अपने संसदीय क्षेत्र एवं जिले के रेल से जुड़ी विभिन्न समस्याओं और लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न स्टेशनों पर पूर्व में रेलगाड़ी के ठहराव के लिए किए गए माँग से संबंधित एवं अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत लोकसभा क्षेत्र के अनुग्रह नारायण रोड,रफीगंज एवं गुरारू एवं जिले के नबीनगर स्टेशन का चयन हुआ है।

जिसके तहत स्टेशन पर कई तरह के विकास कार्य,आधुनिकीकरण, स्टेशन विकास अभियान के तहत कार्य होना है।

इसके अलावा और भी कई मुद्दों पर विस्तृत रूप से चर्चा किया।रेल मंत्री के द्वारा आश्वासन मिला कि जल्द ही इन सभी बातों पर विशेष रूप से ध्यान देते हुए एवं रेलगाड़ी ठहराव के कार्य को पूर्ण किया जाएगा।इस मौके पर गया के पूर्व जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा उपस्थित रहे।

औरंगाबाद: निर्माणाधीन आवासीय जीएनएम एवं पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के कार्य की प्रगति का किया गया निरीक्षण

औरंगाबाद: जिला पदाधिकारी, श्री सौरभ जोरवाल द्वारा सदर अस्पताल के निकट निर्माणाधीन आवासीय जीएनएम एवं पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के कार्य की प्रगति का निरीक्षण किया गया।

गौरतलब हो कि उक्त भवन का निर्माण 20.48 करोड़ की लागत से सदर अस्पताल के दूसरी ओर बीएमएसआईसीएल के माध्यम से किया जा रहा है। विदित है कि जीएनएम एवं पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट का निर्माण 2 साल के भीतर पूर्ण करने का लक्ष्य था जिसके अनुसार कार्य समाप्ति की तिथि 06 अक्टूबर 2023 है।

 निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात इंस्टिट्यूट में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं यथा जीएनएम, एलटी एवं अन्य पैरामेडिकल प्रशिक्षु सदर अस्पताल में प्रशिक्षण के दौरान चिकित्सीय कार्य में सहयोग भी प्रदान करेंगे जिससे सदर अस्पताल में स्किल्ड पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या एवं उपचार की गुणवत्ता को भी बढ़ाया जा सकेगा। इसके निर्माण से सदर अस्पताल, औरंगाबाद के प्रबंधन एवं चिकित्सीय व्यवस्था में अपेक्षित सुधार होगा।

उक्त भवन में मुख्य तौर पर 3 भवन बनने हैं। जिला पदाधिकारी द्वारा नक्शे के अनुसार सभी भवनों में हो रहे कार्य की भी जांच की गई। जिला पदाधिकारी द्वारा भवन के प्रत्येक हिस्से के कार्य को देखा और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए कहा गया। साथ ही सिविल सर्जन को लगातार भ्रमण करने एवं कार्य की गति बनाए रखने के लिए निदेशित किया गया।

जिला पदाधिकारी द्वारा आज बी. एल. इण्डो स्कूल के सामने स्थित 'आरोहण' विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान का किया निरीक्षण

आज दिनांक 08 अप्रैल 2023 को जिला पदाधिकारी, सौरभ जोरवाल एवं सहायक निदेशक, बाल संरक्षण इकाई, औरंगाबाद द्वारा समाज कल्याण विभाग के अन्तर्गत किशोर न्याय अधिनियम, 2015 की धारा 65 के अधीन शहर के कर्मा रोड में बी. एल. इण्डो स्कूल के सामने स्थित 'आरोहण' विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान (Specialized Adoption Agency) का निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान उक्त संस्थान में 09 बच्चे (विशेष आवश्यकता वाले 03 बच्चे, 4 नवजात शिशु एवं 1 बालक, उम्र – 4 वर्ष तथा 01 बालिका उम्र – 6 वर्ष सहित) आवासित थे। निरीक्षण के दौरान समन्वयक, सामाजिक कार्यकर्त्ता, आया आदि विभिन्न कर्मी भी मौजूद थे। जिला संस्थान में आवासित 2 बालक / बालिका के अभिभावक का पता लगा कर उन्हें पुनर्वासित कराने का निदेश जिला पदाधिकारी द्वारा सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण

इकाई को दिया गया। 

साथ ही मौजूद कर्मियों को सभी बच्चों का उपयुक्त तरीके से देख-भाल करने हेतु भी निदेशित किया गया। विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान में 0-6 वर्ष के देखरेख एवं संरक्षण के जरुरतमंद 10 बच्चों का आवासन कराया जाता है। जिले के अनाथ निराश्रित एवं परित्यक्त बच्चे जिनके माता/पिता / अभिभावक / रिश्तेदार की खोज नहीं की जा सकती वैसी बच्चों को दत्तकग्रहण विनिमय, 2022 के प्रावधानानुसार उपयुक्त दम्पति को कानूनी रूप से गोद दिया जाता है। अवैध रुप से गोद लेना एवं देना दंडनीय अपराध है। अनाथ निराश्रित एवं परित्यक्त बच्चों को गोद देने हेतु जिले में विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान फैसिलिटेशन सेन्टर के रूप में कार्य करती है। 

बताया गया कि गोद लेने वाले कोई भी इच्छुक दम्पति अपना ऑनलाईन निबंधन Central Adoption Resource Authority के बेवसाईट पर करा सकते हैं। गोद लेने देने की सारी प्रक्रिया ऑनलाईन है। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी आम जनों से अपील भी किया जाता है कि बच्चे को असुरक्षित तरीके से नहीं फेकें बल्कि उसे 'आरोहण' विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान के बाहर लगे झूले में, किसी अस्पताल में अथवा पुलिस थाना में ही रखें। 

जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी के साथ-साथ निजी अस्पताल संचालक एवं कर्मचारियों की वैधानिक जिम्मेदारी है कि ऐसे बच्चों के प्राप्त होते ही इसकी सूचना बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण इकाई को दें अथवा समिति के समक्ष प्रस्तुत करें। जानकारी छुपाने अथवा अवैध तरीके से बच्चे को किसी को गोद देने अथवा बेचने आदि की सूचना प्राप्त होने पर उस व्यक्ति के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी।

 औरंगाबाद:-एसडीएम सदर एवं एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों की टीम द्वारा मंडल कारा, औरंगाबाद का औचक निरीक्षण किया


आज दिनांक 08 अप्रैल 2023 को जिला पदाधिकारी, सौरभ जोरवाल एवं पुलिस अधीक्षक, स्वप्ना जी मेश्राम के निर्देशानुसार एसडीएम सदर एवं एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों की टीम द्वारा मंडल कारा, औरंगाबाद का औचक निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान मंडल कारा के सभी कैदी वार्ड, महिला वार्ड, किचन वार्ड, अस्पताल, शौचालय इत्यादि की जांच की गई।

 निरीक्षण के समय कोई भी आपत्तिजनक वस्तु नहीं बरामद की गई। औचक निरीक्षण के दौरान बीडीओ औरंगाबाद कुमार रविराज, बीडीओ नबीनगर देवानंद कुमार सिंह, सीओ मदन पुर, सीओ नबीनगर, सीओ कुटुंबा, सीओ देव, राजस्व अधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी एवं लगभग 70 पुलिस कर्मी उपस्थित रहे।

औरंगाबाद डॉग स्क्वायड के साथ की पांच घंटे तक छापेमारी, मिली अवैध शराब की 10 रनिंग मिनी फैक्ट्री

औरंगाबाद पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में औरंगाबाद के उत्पाद महकमें ने शनिवार को अहले सुबह एक बड़ी कार्रवाई की है। कार्रवाई में अवैध शराब का उत्पादन कर रही 10 मिनी शराब फैक्ट्री ध्वस्त की गयी है। 9 हजार किलो जावा महुआ विनष्ट किया गया है।

150 लीटर चुलाई शराब नष्ट की गई है लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि कोई गिरफतारी नही हुई है। औरंगाबाद के उत्पाद अधीक्षक शैलेंद्र कुमार ने बताया कि लगातार सूचना मिल रही थी कि नक्सलियों के दुर्ग के रूप में चर्चित रहे मदनपुर थाना क्षेत्र में चाल्हो पहाड़ के जंगली इलाके में अवैध शराब के उत्पादन के लिए कई मिनी शराब फैक्ट्रियां स्थापित कर रखी गई है। वहां भारी मात्रा में अवैध शराब का उत्पादन किया जा रहा है और थोक के भाव में बिक्री की जा रही है।

इस खुफिया इनपुट के सत्यापन के लिए उत्पाद विभाग ने ड्रोन का सहारा लिया। ड्रोन उड़ाकर चाल्हो पहाड़ के चप्पे चप्पे को छान मारा गया। ड्रोन के कैमरे से जो तस्वीरे मिली उससे स्पष्ट हो गया कि चाल्हो पहाड़ में संगठित तरीके से बाजाप्ता ओपेन मिनी शराब फैक्ट्री लगाकर न केवल भारी मात्रा में महुआ वाईन की चुलाई की जा रही है

बल्कि बाइक एवं अन्य छोटे वाहनों से इसकी दूरदराज के इलाकों तक सप्लाई भी की जा रही है। ड्रोन कैमरे से सारी बातें स्पष्ट होने के बाद उनके नेतृत्व में विभाग की एक स्पेशल ऑपरेशनल टीम गठित की गई। टीम ने शनिवार को डॉग स्क्वायड के साथ अहले सुबह ही चाल्हो पहाड़ में रेड शुरू की। चूंकि अवैध शराब का उत्पादन पहाड़ के उपर समतल स्थानों पर किया जा रहा था। इस कारण पहाड़ के उपर अवैध शराब के उत्पादन में लगे धंधेबाजों ने छापेमारी टीम को पहाड़ की तलहट्टी में पहुंचते ही देख लिया और वें जंगली  रास्तों के सहारे निकल भागे। इसके बावजूद उत्पाद पुलिस ने ड्रोन उड़ाकर उन्हे पकड़ने की कोशिश की लेकिन जंगल के रास्तों से अनजान होने के कारण

सफलता नही मिल सकी। इस दौरान उत्पाद पुलिस की टीम ने चार से पांच घंटों तक चलाये गये ऑपरेशन में चाल्हो पहाड़ का चप्पा चप्पा छान मारा। इस क्रम में ड्रोन द्वारा चिन्हित किए गए दस स्थानों पर चल रही अवैध शराब उत्पादन की मिनी शराब फैक्ट्रियों का उद्भेदन किया गया। एक-एक कर धधकती आग पर शराब की चुलाई कर रही यानी

रनिंग मोड की कुल 10 मिनी शराब फैक्ट्रियों को ध्वस्त किया गया। भारी मात्रा में अवैध शराब निर्माण के उपकरणों की बरामदगी की गई। मौके पर ही 9 हजार किलो पानी में फुलाया हुआ जावा महुआ और 150 लीटर चुलाई महुआ वाईन विनष्ट की गई। छापेमारी टीम में एक्साइज इंस्पेक्टर दानी प्रसाद, सब इंस्पेक्टर हैदर अली, नीतीश कुमार एवं सशस्त्र बल शामिल रहे।

विश्व स्वास्थ्य दिवस पर गोष्ठी का हुआ आयोजन, वक्ताओं ने कहा- स्वास्थ्य ही धन है

औरंगाबाद : आरोग्य समिति, जमुना नगर (वार्ड नंबर- 28) द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन आशा शुंर्मिला देवी के आवास पर किया गया. 

इस संगोष्ठी के मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के इंचार्ज कंसलटेंट एवं जिला स्वास्थ समिति के डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी ने भाग लिया. साथ ही साथ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर सरमद आलम ने वक्तव्य दिए. 

इस क्रम में वक्ताओं द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य ही धन है. स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति को स्वस्थ दिनचर्या, स्वस्थ खान-पान, स्वस्थ रहन-सहन के साथ-साथ सही परिवेश एवं व्यक्तिगत साफ-सफाई एवं स्वच्छता पर ध्यान देना आवश्यक है. 

आज के समय में हर व्यक्ति को किसी न किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या है. इस प्रकार अगर देखें तो हर व्यक्ति बीमार है. इस स्थिति से निजात पाने के लिए हर व्यक्ति विशेष को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना होगा.

कार्यक्रम का संचालन आशा शुर्मिला कुमारी द्वारा किया गया जिसमें महिला आरोग्य समिति के सदस्यों के अतिरिक्त स्थानीय पुरुषजन, महिलायें एवं बच्चों ने हिस्सा लिया. 

विदित हो कि स्वास्थ्य के प्रति जन जागरूकता हेतु महिला आरोग्य समिति का गठन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत शहरी क्षेत्र में किया गया है.

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

72 घंटे बाद भी अज्ञात शव की पहचान नही होने पर पुलिस ने किया अंतिम संस्कार, ट्रेन से कटकर हुई थी मौत


औरंगाबाद : विभिन्न स्त्रोतों से पता लगाए जाने के बाद भी शव की शिनाख्त न होने पर फेसर पुलिस ने अज्ञात शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मंगलवार को थाना क्षेत्र के बरीमल गांव के समीप ट्रेन से कटकर एक अधेड़ व्यक्ति की मौत हो गई थी जिसका पोस्टमार्टम करवा कर 72 घंटों के लिए पुलिस अभिरक्षा में रखा गया था। लेकिन शुक्रवार को थानाध्यक्ष डॉ. रामविलास प्रसाद यादव के उपस्थिति में पुलिस बलों द्वारा शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

थानाध्यक्ष ने बताया कि इस दौरान मृतक की शिनाख्त करवाने के लिए पुलिस ने यथा संभव प्रयास किया लेकिन शव का शिनाख्त नहीं होने पर पूरे रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार करवा दिया गया। 

मंगलवार को ट्रेन से कटकर अधेड़ व्यक्ति की मौत हुई थी। शव काफ़ी क्षतिग्रस्त अवस्था में बरामद किया गया था जिसे सामान्यतः पहचान पाना मुश्किल था। मृतक की उम्र करीब 55 वर्ष के आसपास रही होगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

गोह में खेत की रखवाली कर रही नाबालिग से दुष्कर्म का प्रयास, पीड़िता के परिवार ने थाने मे दर्ज कराया मामला

औरंगाबाद : जिले के उपहारा थाना क्षेत्र के एक गांव में चना की खेत की रखवाली कर रही एक नाबालिग किशोरी से दुष्कर्म के प्रयास का मामला प्रकाश में आया है। मामले में नाबालिग के पिता के बयान पर उपहारा थाना में एफआईआर दर्ज किया गया है। 

आवेदन में बताया गया है कि नाबालिग अपने एक अन्य सहेली के साथ चना के खेत की रखवाली कर रही थी, उसी समय उपहारा थाना क्षेत्र के भलुआर गांव निवासी शंकर यादव के पुत्र पुष्पेंद्र कुमार अपने एक अन्य साथी के साथ पहुंचा और नाबालिग का हाथ पकड़कर जबरदस्ती करने लगा। 

उपहारा थाना अध्यक्ष मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि आवेदन मिली है जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई की जाऐंगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र