दाउदनगर के टेम्पो ड्राईवर के बेटे शुभम चौरसिया ने इंटर साइंस परीक्षा में राज्यभर में लाया दूसरा स्थान

 औरंगाबाद()।औरंगाबाद के दाउदनगर के दाउदनगर के दुर्गा पथ निवासी टेम्पो ड्राईवर संतोष चौरसियां के बेटे शुभम् चौरसियां ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति(बीएसइबी) की इंटर विज्ञान परीक्षा-2023 में राज्यभर में दूसरा स्थान लाकर अपने शहर और जिले को गौरवान्वित किया है।

शुभम् 2021 में मैट्रिक की परीक्षा में भी राज्यभर में आठवें स्थान पर रहा था। इंटरमीडिएट साइंस की परीक्षा में शुभम को 472 यानी 94.4 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं। शुभम दाउदनगर के अशोक इंटर स्कूल का विद्यार्थी है। शुभम् के पिता संतोष चौरसिया टेम्पो ड्राईवर है। वे ऑटो चला कर अपने परिवार का जीविकोपार्जन करते है। टेम्पो चलाकर ही वें अपने बच्चों को शिक्षित बनाने में लगे है। शुभम् की मां मीरा देवी गृहणी हैं। अपनी सफलता से शुभम बेहद खुश है। उसने कहा कि इस परिणाम से वह बहुत खुश हैं। कहा कि मेरे लिए घंटे मायने नहीं रखता है। जब भी उनका मन हुआ पढ़ाई की लेकिन जमकर की।

घर का उसे कोई खास काम नहीं करना पड़ता है। पढ़ाई के अलावा उनके पास और कोई काम नहीं था। उन्होंने जूनियर्स के लिए कहा कि यदि आपको लगता है कि आपके अंदर टैलेंट नहीं है तो आप हार्ड वर्क कीजिए, निश्चित तौर पर सफलता मिलेगी।

शुभम ने बताया कि इस सफलता के बाद सरकारी नौकरी की ओर ध्यान केंद्रित करना चाहेंगे। उन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को इस बात के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि भारत में सबसे पहले बिहार में रिजल्ट जारी किया गया है।

इससे विद्यार्थियों को आगे की तैयारी करने में सुविधा होगी। शुभम की मां मीरा देवी ने कहा कि वे पूरी तरह से खुश हैं। जब भी वह देखती थी, वह पढ़ता ही रहता था।

वह पूरी तरह अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान देता है। वही पिता संतोष चौरसिया ने कहा कि बेटे की सफलता पर गर्व है। शुभम हमेशा किताब में ही डूबा रहता है। वह लक्ष्य लेकर अपनी स्टडी में लीन रहता है। फिलहाल बेटे की सफलता पर पूरा परिवार खुश है।

औरंगाबाद के किसान की बेटी सौम्या शर्मा बनी बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा में कॉमर्स में बिहार टॉपर, परिवार मे जश्न का माहौल

  

औरंगाबाद :– बिहार बोर्ड का इंटरमीडिएट वर्षिक परीक्षा 2023 का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। इसबार आर्टस, साइंस और कॉमर्स तीनों संकायों में लड़कियों ने अपना परचम लहराते हुए टॉप किया है। वहीं जिले के एक किसान की बेटी सौम्या शर्मा ने इंटर कॉमर्स में स्टेट टॉप की है। 

बता दे कि सौम्या शर्मा औरंगाबाद जिले के रफीगंज प्रखंड के जाखिम पड़रिया गांव की रहने वाली है। इनके पिता रविंद्र शर्मा किसान हैं और इनकी माता गृहणी हैं। पता चला कि वर्तमान समय में सौम्या शर्मा औरंगाबाद शहर के श्री कृष्णा नगर मोहल्ले में रहकर महाराजगंज रोड स्थित हरिओम कॉमर्स क्लासेस में कोचिंग क्लास करती थी। 

सौम्या शर्मा औरंगाबाद शहर के ही सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय की छात्रा हैं। सौम्या शर्मा का बचपन से ही सपना था कि वे अपनी मेहनत के बदौलत पढ़ाई कर अपने जिला व राज्य का नाम रोशन करें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

एनएच-19 पर नशाखुरानों ने बनाया ट्रक चालक व सह चालक को निशाना, एक लाख आठ हजार लूटे, औरंगाबाद में चल रहा इलाज

औरंगाबाद : कहते है सावधानी हटी दुर्घटना घटी। इसलिए सावधान रहना जरूरी है। यातायात के किसी भी माध्यम से सफर में सिर्फ एक्सिडेंट से बचने के लिए ही नही बल्कि सीधी लूट-छिनतई और परोक्ष रूप से लूटनेवाले नशाखुरानों से भी बचने के लिए सावधानी जरूरी है। सफर में भोजन भी करना है तो पहले वेंडर, होटल या ढ़ाबा की विश्वसनीयता की परख जरूर कर ले अन्यथा आपके साथ धोखा हो सकता है और नशाखुरानी गिरोह के आप शिकार हो सकते है। इसी तरह की सावधानी बरतने के लिए यह घटना आगाह कर रही है।

नशाखुरानी की यह घटना तो एनएच-19 पर गया जिले के आमस थाना क्षेत्र की है, लेकिन बेहतर इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र होने के कारण नशाखुरानी के शिकार दो लोगों को औरंगाबाद सदर अस्पताल लाकर इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। इलाज के बाद अब दोनो की हालत खतरे से बाहर है।

मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-19 जीटी रोड पर पर गया जिले में आमस थाना क्षेत्र में किसी ढ़ाबे पर एक ट्रक के चालक और सहचालक को नशाखुरानी गिरोह ने शिकार बनाया है। हद यह कि नशाखुरानों ने उन्हे खाने में मिलाकर कब क्या और कौन सा ऐसा नशा खिला दिया कि दोनो खाना खाकर चले तो पूरे होशोहवाश में लेकिन कुछ दूर चलने के बाद उन्हे ऐसा चक्कर आने लगा कि ट्रक को सड़क किनारे खड़ा करने पर मजबूर हो गये। ट्रक को सड़क पर खड़ा करने के बाद फिर दोनों के साथ क्या हुआ, उन्हें कुछ भी पता नही चला और आंख खुली तो दोनो औरंगाबाद सदर अस्पताल में बेड पर नजर आए।

गिरोह ने दोनों से कुल मिलाकर 1 लाख 8 हजार की नगदी लूटी है। ट्रक चालक एवं सह चालक को बुधवार को करीब 9 बजे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के एंबुलेंस द्वारा इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

नशाखुरानो ने खाने में मिलाया नशीला पदार्थ, लूटी रकम

नशाखुरानी गिरोह के शिकार हुए ट्रक चालक एवं सह चालक की पहचान मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के सिवली गांव निवासी मुरली बराड़कर एवं संजू के रूप की गई है। औरंगाबाद सदर अस्पताल में इलाज करा रहे ट्रक के सह चालक संजू ने बताया कि सोमवार की रात साढ़े दस बजे वे लोग गया जिले के आमस क्षेत्र में एनएच-19 पर स्थित एक ढाबे में खाना खाने गए। इसी दौरान ढाबे में रहे लोगों ने उनके खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया और उनके पॉकेट के पैसे कब निकाल लिए, पता नही चला।

संजू ने बताया कि उसके पॉकेट से 18 हजार रुपए निकाल लिया गया है। हालांकि चालक और सह चालक अभी भी नशीले पदार्थ के प्रभाव में है, इसलिए वे ज्यादा बोलने में असमर्थ थे लेकिन संजू ने इस मामले में ढाबे वाले की भी संलिप्तता बताई। नासिक से संतरा लेकर गया था नवादा, वापसी में ढाबे पर घटी घटना-संजू ने बताया कि ट्रक नासिक से संतरा लेकर नवादा आया हुआ था और वहां व्यापारी को संतरा देकर पैसे लेकर वापस आ रहा था। आमस टोल प्लाजा के पास ढाबे में खाना खाने के दौरान यह घटना घटी। खाने के बाद जब ट्रक लेकर आगे बढ़े तो सर चकराने लगा और गाड़ी को सड़क किनारे खड़ा कर दिया। कब उन्हे एंबुलेंस से औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया, इसका उसे कुछ भी पता नही है।

मामले की जांच में जुटी पुलिस

ट्रक चालक मुरली ने बताया कि संतरे के व्यापारी से उसे 90 हजार रुपए मिले थे। उसे भी ढाबे में खाना खाने के बाद निकाल लिया गया। अस्पताल आने से पहले देखा कि उसके पास रहे भी रुपए गायब थे।

फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है कि नशाखुरानी गिरोह के सदस्यों के चंगुल में ट्रक का चालक और सह चालक कैसे आए और दोनो ने किस ढाबे में खाना खाया। प्रथमदृष्टया उनकी बातों से कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। हालांकि मामला नशाखुरानी का ही लगता है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

जाति आधारित गणना 2022 के द्वितीय चरण के प्रशिक्षण कार्यक्रम का जिलाधिकारी ने किया उद्घाटन

औरंगाबाद : बिहार, जाति आधारित गणना 2022 के द्वितीय चरण का प्रशिक्षण जिला पदाधिकारी -सह- प्रधान गणना अधिकारी, औरंगाबाद के द्वारा आज दिनांक- 21 मार्च 2023 को विधिवत् उदघाटन योजना भवन, औरंगाबाद के सभागार में किया गया।

बताया गया कि औरंगाबाद जिले में वास्तविक गणना कार्य घर घर जाकर 15.04.23 से 15.05.23 तक किया जायेगा। जिसमें सभी का आर्थिक एवं जाति संबंधित सर्वेक्षण प्रपत्र एवं मोबाइल ऐप पर किया जायेगा।

प्रशिक्षण सतीश कुमार जिला सांख्यिकी पदाधिकारी एवं प्रदीप कुमार जिला आईटी मैनेजर औरंगाबाद के द्वारा दिया गया।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला पंचायत राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद, अनुमंडल पदाधिकारी औरंगाबाद/दाऊदनगर, वरीय उप समाहर्ता फतेह फैयाज, वरीय उप समाहर्ता कृष्णा कुमार, जिला नजारत उप समाहर्ता मनीष कुमार, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सतीश कुमार, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, अपर अनुमंडल पदाधिकारी एवं जिला के चार्ज स्तरीय फिल्ड ट्रेनर उपस्थित रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

परित्यक्त रेलवे क्वार्टर में रह रहे रेल कर्मी की मौत ने व्यवस्था पर उठाए कई सवाल, जांच में जुटी पुलिस

बेगूसराय : जिले के गढहरा स्थित पूर्व मध्य ईस्टर्न रेलवे कॉलोनी के विभाग द्वारा वर्षों से परित्यक्त घोषित किए गए बंद क्वार्टर संख्या 219 से रेल कैरेज विभाग गढ़हरा के हेल्पर पद पर कार्यरत करीब 55 वर्षीय लालबाबू कुमार के शव को उनके परिजनों के पहुंचने के बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला। जिससे पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है। लेकिन परित्यक्त रेलवे क्वार्टर के अंदर इस रेल कर्मी की मौत ने स्थानीय रेल अधिकारियों की कार्यशैली एवं रेलवे में व्याप्त अव्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है।

बताया जाता है कि गढ़हरा रेलवे कॉलोनी के सैकड़ों पुराने रेलवे आवाज को विभाग ने तकरीबन 10 वर्ष पूर्व ही परित्यक्त घोषित कर दिया था। पिछले डीआरएम मनोज अग्रवाल के निरीक्षण के दौरान परित्यक्त रेलवे क्वार्टरों को तत्काल खाली करवाकर उसे तोड़े जाने के निर्देश के बाद इनमें से कई क्वार्टरों को दो विभाग ने तोड़वा दिया। लेकिन विभाग के अधिकारियों एवं उनके अधीनस्थ कर्मियों की मिलीभगत से कई परित्यक्त क्वार्टरों को पूर्ववत ही छोड़ दिया गया। जिसमें बरसों से ना सिर्फ रेलवे के कर्मचारी के अलावे कई अंजान चेहरे भी डेरा जमाए बैठे हैं।

सुरक्षा को लेकर भी बना है खतरा

लोग बताते हैं कि बरसों से विभाग द्वारा परित्यक्त घोषित कर दिया गया इस रेलवे आवास में न सिर्फ रेलवे के कर्मचारी वर्षों से डेरा डाले बैठे हैं। बल्कि विभाग के कर्मियों की मिलीभगत से कई अंजान चेहरे भी इस आवास में वर्षों से रह रहे हैं। ऐसे में ऐसे लोग ना सिर्फ रेलवे के लिए बल्कि क्षेत्र के सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकते हैं।

रेलवे को हो रही है लाखों के राजस्व की क्षति

बताया जाता है कि विभाग के बाबूओं की सांठगांठ से इस परित्यक्त रेलवे क्वार्टर में रह रहे रेलकर्मी रेलवे आवास का सुविधा भी उठा रहे हैं। दूसरी ओर रेलवे से मिलने वाले आवास भत्ता कभी बरसों से लाभ उठा रहे हैं । ऐसे में जहां एक ओर रेलवे को इन रेलवे कॉलोनी के रखरखाव के दौरान प्रतिवर्ष लाखों रुपए पानी बिजली व अन्य मदों में खर्च करनी पड़ रही है। तो वहीं दूसरी ओर रेल कर्मियों के पिछले दरवाजे से आवास की सुविधा दिए जाने के बावजूद लाखों रुपए बेवजह आवास भत्ता के रूप में भुगतान करना पड़ रहा है।

परित्यक्त रेलवे क्वार्टर से कई बार शराब की बिक्री करते पकड़े जा चुके हैं आरोपी

लोगों की माने तो विभाग द्वारा परित्यक्त इन रेलवे आवास से आए दिनों विभिन्न तरह के गैर संवैधानिक कार्यों का भी संचालन किया जाता है। जिसमें से गढ़हरा सहायक थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कई दफा इन परित्यक्त आवासों से ना सिर्फ शराब की बरामदगी की है। बल्कि शराब बेचते एवं मौके पर मौजूद लोगों को शराब परोसे हुए भी कई आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

लेकिन रेलवे का मामला होने के कारण इस मामले में स्थानीय पुलिस कोई भी ठोस कदम उठाने में असमर्थता जाहिर करती परित्यक्त आवास को तोड़ने को लेकर अधिकारी से बातचीत की है बताया जाता है कि इस परित्यक्त रेलवे क्वार्टर के अंदर से दुर्गंध आने की सूचना पर मौके पर पहुंचे आरपीएफ के इंस्पेक्टर ने भी इन परित्यक्त आवास में रेल कर्मियों के रखे जाने पर एतराज जाहिर करते हुए सुरक्षा के दृष्टिकोण से परित्यक्त रेलवे क्वार्टरों को तत्काल खाली करवाए जाने के लिए मोबाइल से स्थानीय रेलवे एईएन से बात की है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

सिविल कोर्ट ने अपहरण कर रेप करने के आरोपी को दिया दोषी करार, 29 मार्च को सुनाई जायेगी सजा

औरंगाबाद : आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे सह स्पेशल पोक्सो कोर्ट ब्रजेश कुमार पाठक ने गोह थाना कांड संख्या 92/14 में निर्णय पर सुनवाई करते हुए अभियुक्त चंदन कुमार भवानीपुर गोह को स्पेशल एक्ट में दोषी करार दिया।

स्पेशल पीपी शिवलाल मेहता ने बताया कि अभियुक्त चंदन कुमार को भादंवि धारा 366ए,376 में दोषी पाते हुए बंधपत्र विखंडित कर जेल भेज दिया है और सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई के तिथि 29/03/23 निर्धारित किया गया है।

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि प्राथमिकी नाबालिग इंटर की छात्रा के पिता ने 16/08/14 को

गोह थाना में दर्ज कराई थी। जिसमें कहा था कि गांव से 13/08/14 को छात्रा प्रतिदिन के भांति गोह ट्यूशन पढ़ने गई थी। दोपहर तक लोट कर नहीं आई।

खोजबीन के क्रम में सहेली से पता चला कि गंदे नियत से अभियुक्त बाईक से अपहरण कर डेल्हा गया ले गया है।

अभियुक्त के घर गया तो अभियुक्त के परिजनों ने गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे और धमकी देने लगें। तत्पश्चात न्याय और छात्रा बरामदगी के लिए थाना की शरण ली।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सूर्य राघव महोत्सव के आयोजन को लेकर जिलाधिकारी ने की बैठक, दिए कई अहम जानकारी

औरंगाबाद : आज 20 मार्च को जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल द्वारा जिले के नवीनगर प्रखंड में आयोजित किए जाने वाले सूर्य राघव महोत्सव के आयोजन से संबंधित समीक्षा बैठक समाहरणालय सभागार में आयोजित की गई।

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस महोत्सव के आयोजन हेतु प्रखंड विकास पदाधिकारी, नबीनगर को राशि दी जाएगी एवं प्रखंड स्तर पर ही स्थानीय कलाकारों का भी चयन किया जाएगा।

उन्होने कहा कि इस महोत्सव के दौरान स्थानीय कलाकारों को भी अपने प्रतिभा का कौशल दिखाने का अवसर मिलेगा। इस महोत्सव के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा अपना स्टाल भी लगाया जाएगा एवं इस दौरान मेहंदी, रंगोली, पेंटिंग एवं खेल प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा।

इस समीक्षा बैठक में अपर समाहर्ता आशीष कुमार सिन्हा, उप विकास आयुक्त अभयेंद्र मोहन सिंह, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद, सामान्य शाखा प्रभारी मनीष कुमार, वरीय उप समाहर्ता कृष्णा कुमार, वरीय उप समाहर्ता अमित कुमार सिंह एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में 22 मार्च से मौसम होगा साफ

औरंगाबाद: दिनाँक 21 मार्च को कुछ स्थानों पर आसमान में बादल के साथ साथ बूंदाबून्दी बारिश होने की संभावना है। साथ ही 22 मार्च से आसमान साफ होने की संभावना है।

मौसम पूर्वनुमान के अनुसार आगामी पाँच दिनों का

दिनाँक 21, 22, 23, 24, & 25 मार्च 2023 को अधिकतम तापमान 23, 28, 29, 31, & 33 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 15, 16, 17, 18 & 20 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

दिनाँक 20 मार्च को अधिकतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस एवम न्यूनतम तापमान 17.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया ।

डॉ अनूप चौबे, कृषि मौसम वैज्ञानिक, विज्ञान केन्द्र, सिरिस, औरंगाबाद

लोजपा स्मृति मंच की हुई बैठक, जिलाध्यक्ष ने संगठन का विस्तार करते हुए रविकांत सिंह को बनाया जिला सचिव

औरंगाबाद : आज लोजपा स्मृति मंच का बैठक सतेंद्र नगर कार्यालय में बैठक संपन्न हुआ जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष सुधीर शर्मा ने किया। बैठक में संगठन को आगे विस्तार करते हुए चपरा निवासी रविकांत कुमार सिंह को जिला का सचिव बनाया गया। 

जिलाध्यक्ष ने कहा इनके आने से कि पार्टी में मजबूती होगी। संगठन में युवा वर्ग जुड़ रहे हैं क्योंकि देश का भविष्य युवा है। हमारे आदरणीय नेता युवा है। युवा ही देश का भविष्य होता है। प्रदेश में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। 

कहा कि अब तो संवाददाता पर भी केस होने लगा है। मनीष कश्यप को झूठा केस फंसा कर जेल में बंद कर दिया गया। इससे साबित होता है कि बिहार सरकार निकम्मी हो गई है। पहले से जो नौकरी में काम करते थे। उनका भी फोटो खिंचवा कर सरकार ढिंढोरा पीट रही है कि हम रोजगार दे रहे हैं। वही आने वाला समय ने नीतीश कुमार महागठबंधन में रहेंगे या नहीं रहेंगे। कब पलटी मारेंगे कोई नहीं जानता। 

जिलाध्यक्ष ने कहा कि बिहारी फर्स्ट बिहार फर्स्ट का हम लोग का नारा है अगर हमारी सरकार बनती है इस विजन पर हैं काम करेंगे। 

इस अवसर पर दलित सेना के पूर्व जिला अध्यक्ष अजय पासवान, बड़ी उपाध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार सिंह, कुटुंबा प्रखंड अध्यक्ष रॉकी कुमार आदि लोग मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

इस्लामिक धर्मगुरु सैयद मोहम्मद हाशिमी ने इश निंदा के नाम पर सर तन से जुदा जैसे नारों पर गहरी आपत्ति जताई

 

   औरंगाबाद()। मजहब ए इस्लाम के प्रवर्तक हजरत मुहम्मद की 40वीं पीढ़ी के वंशज और उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर के किछौछा स्थित दरगाह मखदूम अशरफ के सर्वेसर्वा जाने माने इस्लामिक धर्मगुरु सैयद मोहम्मद हाशिमी ने इश निंदा के नाम पर सर तन से जुदां जैसे नारों पर गहरी आपत्ति जताई है। 

औरंगाबाद के बारुण प्रखंड के जोगिया में आयोजित सेराजे मिल्लत कांफ्रेंस में शामिल होने आए जनाब हाशिमी ने विशेष वार्ता में कहा कि इश निंदा दूसरे धर्म के लोगो पर लागू नही होता है। 

यह उस पर लागू होता है, जो उस धर्म या मजहब को मानते है। इस्लाम तो क्या किसी भी धर्म में यह नही कहा गया कि दूसरे धर्म की निंदा करने वालों का सिर तन से जुदां कर दिया जाएं। इस तरह की बातें करना बेहद गलत है। उन्होने कहा कि कुरान किस पर लागू होता है, उस पर जो मुसलमान है और यह दूसरे धर्म को मानने वालो पर लागू नही होता है। इस स्थिति में जब दूसरे धर्म को मानने वाला कुराना के बारे में उल्टा सीधा बोल दे तो यह उसकी नासमझी है।

 इसके लिए वह गुनहगार नही है क्योकि वह कुरान के बारे में नही जानता है। ऐसे में हमारा फर्ज बनता है कि हम उल्टा सीधा बोल देने वालों से उलझे नही और न ही हम उनके प्रति अनाप शनाप बातें कहे बल्कि सही जानकारी देकर उनका ज्ञानवर्द्धन करे। 

उनकी जिज्ञासाओं का निवारण कर दे। ऐसा करने से किसी भी धर्म की निंदा करने की प्रवृति निःसंदेह समाप्त होगी। उन्होने कहा कि पैगम्बर मोहम्मद ने कहा है कि तुम इस्लाम को मानते हो, ठीक है पर दूसरे धर्मों की आलोचना या गलत कहने का काम नहीं करो। उनके धर्मगुरुओं को भी गाली मत दो। यह न हमे मंजूर और न ही अल्लाह को मंजूर है। धर्मगुरु ने कहा कि कुरीतियां, कट्टरता, संकीर्णता, सांप्रदायिकता और आतंकवाद किसी भी धर्म में नही है।

 ये बुराईयां धर्मों के कारण नही बल्कि लोगों के कारण है। कहा कि वैदिक काल में लोग अच्छे थे तो उन्हें वैदिक धर्म अच्छा लगता था। इसा मसीह थे तो बाइबिल अच्छा लगता था। पैगम्बर मोहम्मद थे तो इस्लाम और कुरान अच्छा लगता था पर लोग बदलते गये धर्म नही बदला और न ही उसकी अच्छाईयां बदली।

 जमाना भी कभी खराब नही होता, जमाने वाले बदलते गये और उल्टे जमाने को खराब कहते गये, इसे हम सबको गहराई से समझने की जरूरत है। उन्होने धार्मिक पुस्तकों में लिखी बातों को भड़काउं बताने और इसे लेकर बवाल खड़ा करने की मजामत करते हुए कहा कि किसी धर्म या मजहब को नीचा दिखाने के लिए बड़े से बड़ा विद्वान कोई किताब लिख दे तो वह धर्मग्रंथ नही हो सकता बल्कि वह लेख ही रहेगा। 

बड़े से बड़े मौलवी की लिखी किताब लेख ही रहेगी वह कुरान नही हो जाएंगा। कहा कि रामचरितमानस को लेकर भी ऐसी ही बातें हो रही है। यदि किसी किताब में संशोधन कर कोई गलत बात जोड़ दी गई हो तो उसमें उस किताब की क्या गलती है, गलती तो उनकी है जिन्होने संशोधन किया है। 

किसी भी धर्म का मूल ग्रंथ इश वाणी है और बाकी किताबें लेख है और लेखों में गलती हो सकती है लेकिन किसी भी धर्म की इश वाणी में कही कोई गलती नही है। उन्होने मदरसों के भी आधुनिकीकरण की वकालत की। कहा कि मुझे भी मदरसे की पढ़ाई से कुछ नही मिला बल्कि जो मिला वह अपने गुरु से मिला। मेरे पास जो भी ज्ञान है, वह मुझे गुरु से प्राप्त है। कहा कि मदरसे सिर्फ धार्मिक शिक्षा के ही नही बल्कि आधुनिक शिक्षा के भी केंद्र बने। इसी में इनकी प्रासंगिकता है।