*ट्रेन का कंफर्म टिकट पाना बना मैराथन जीतना, आधी रात से रिजर्वेशन काउंटर पर कतार में लगने पर भी नही मिल पा रहा कंफर्म रेल टिकट

औरंगाबाद :- ट्रेन का कंफर्म टिकट पाना आज भी मैराथन जीतने के समान है। औरंगाबाद में धरातल पर यह हकीकत तब देखने को मिली जब शहर में कलेक्ट्रेट स्थित रेलवे रिजर्वेशन काउंटर पर कुछ ऐसे लोग मिले जो काउंटर खुलते ही तत्काल में भी कंफर्म टिकट पाने के लिए आधी रात को ही आ गए थे। पूरी रात ये टिकट काउंटर खुलने का इंतजार करते रहे। काउंटर खुलते ही टूट पड़े, फिर भी कंफर्म टिकट नही मिला। 

ऐसे लोगों में कुटुम्बा प्रखंड के चनकप के विवेक पांडेय ने बताया कि वें दिल्ली में काम करते हैं। वही शहर के फिरोज आलम ने बताया कि वें मुंबई में काम करते है। दोनो ही क्रमशः होली और शब ए बरात पर घर आएं थे। दोनों की बाते एक ही है। दोनों ने कहा कि त्योहार खत्म होने के बाद वापसी का कंफर्म टिकट पाने के लिए रात में ही यहां आ गए। सुबह में जब काउंटर खुला तो तत्काल में भी उन्हे कंफर्म टिकट नही मिला। ऐसे में यह कहना अतिश्योक्ति नही होगी कि भारतीय रेल में सफर करना आसान काम नही है। 

कहा कि जिस यात्री को अपना कंफर्म टिकट मिल गया, समझिए वह जंग जीतने में कामयाब हो गया क्योंकि वेटिंग कंफर्म होने की कोई गारंटी नहीं है। ऐसी ही जंग जीतने यानी सुबह के दस बजे काउंटर खुलने पर तत्काल टिकट लेने के लिए ये लोग रात के दस बजे से ही कतार में लग रहे हैं ताकि उन्हें कंफर्म टिकट मिले और वे अपने गंतव्य को जा सके लेकिन यह भी उनके भाग्य पर निर्भर करता है कि उन्हें तत्काल में भी कंफर्म टिकट मिलेगा या नही, कह पाना बेहद मुश्किल है। 

टिकट काउंटर पर पहुंचे कुछ लोगों ने यह भी कहा कि कंफर्म टिकट पाने के लिए वें दो दिनों से टिकट काउंटर का चक्कर लगा रहे है। यह कहानी सिर्फ़ औरंगाबाद और यहां के दो लोगो की नही है बल्कि यह कहानी देश के हर छोटे-बड़े शहर और हर उस इंसान की है, जिसे कंफर्म टिकट चाहिए और कंफर्म टिकट के लिए ऐसी ही मारामारी हर जगह होती है। ऐसे में कंफर्म टिकट चाहनेवालों ने रेल मंत्रालय से यह आग्रह किया है कि जितनी सीट हो, उतनी ही टिकट काटे जाएं ताकि लोगों को शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक प्रताड़ना का शिकार नही होना पड़े।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

विकास मित्रों का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

आज दिनांक 14 मार्च 2023 को जिला पदाधिकारी, श्री सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में नगर भवन में विकास मित्रों का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

इस प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ जिला पदाधिकारी के द्वारा करते हुए कहा गया कि विकास मित्र सरकार एवं समाज के वंचित वर्ग के लोगों के बीच एक कड़ी का कार्य करते हैं। जिला पदाधिकारी के द्वारा विकास मित्रों को संबोधित करते हुए यह भी बताया गया कि प्रशिक्षण में जिला स्तरीय पदाधिकारियों के द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, जिसका विकास मित्रों से उसका फीडबैक भी बाद में लिया जाएगा।

विकास मित्रों को संबोधित करते हुए श्री आशीष कुमार सिन्हा के द्वारा बताया गया अभियान बसेरा योजना के तहत भूमिहीन परिवारों को जमीन दी जाती है। उप विकास आयुक्त श्री अभयेंद्र मोहन सिंह के द्वारा मनरेगा से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी गई। 

जिला उद्योग केंद्र औरंगाबाद से श्री अरविंद कुमार के द्वारा बताया गया प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत उद्योग लगाने के लिए ₹500000 पचास लाख रुपया तक का ऋण दिया जाता है जिन पर 35% अनुदान के रूप में आ जाता है। जिला कल्याण पदाधिकारी संजय कुमार के द्वारा बताया गया कि विकास रजिस्टर वर्जन 02 एक ऑनलाइन पोर्टल है जिस पर विकास मित्र प्रतिदिन एंट्री करते हैं। इसमें अनुसूचित जाति के सभी परिवारों का विवरण होता है और उन्हें सरकार के जिन योजनाओं को लाभ दिया जाता है उसे विकास रजिस्टर वर्जन 2 मे एंट्री की जाती है। सरकार की विभिन्न सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में विकास रजिस्टर वर्जन 2 की भूमिका की विस्तृत चर्चा की गई।

इस कार्यक्रम में 204 पंचायतों के विकास मित्र तथा 43 नगर परिषद के विकास मित्र कुल मिलाकर 247 विकास मित्र सम्मिलित हुए। इस कार्यक्रम में श्रीमती नीलम मिश्रा अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, श्री अमृत ओझा सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग, श्रम अधीक्षक, सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई, जिला प्रबंधक बुनियाद केंद्र ,श्री दया शंकर ओझा डीपीओ स्थापना इत्यादि सम्मिलित हुए।

ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के सुचारू क्रियान्वयन हेतु प्रखंड समन्वयक एवं स्वच्छता पर्यवेक्षक का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

औरंगाबाद : लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान द्वितीय चरण अंतर्गत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के सुचारू क्रियान्वयन हेतु औरंगाबाद जिले के सभी प्रखंड समन्वयक एवं स्वच्छता पर्यवेक्षक का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला ग्रामीण विकास अभिकरण(डीआरडीए) के सभागार में किया गया।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, जिला पंचायती राज पदाधिकारी एवं निदेशक डीआरडीए की उपस्थिति में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में यूनिसेफ के सहयोगी संस्था इंस्टीट्यूट ऑफ लाइवलीहुड रिसर्च टीम(ILRT) के द्वारा 02 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को ग्रामीण क्षेत्रों में अपशिष्ट प्रबंधन कैसे करना है। अपशिष्ट प्रबंधन में स्वच्छता पर्यवेक्षक एवं स्वच्छता कर्मियों की भूमिका पर चर्चा की गई। इसके अलावा जैविक अपशिष्ट, ठोस अपशिष्ट, प्लास्टिक अपशिष्ट एवं तरल अपशिष्ट इत्यादि का प्रबंधन कैसे करना है इसकी जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी गई।

गौरतलब हो कि कल सभी प्रतिभागियों को क्षेत्र भ्रमण कराया जाना है। क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्राम पंचायत में निर्मित अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का भ्रमण कर सभी प्रतिभागियों को व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाना है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बच्चों-महिलाओं की बेरहम पिटाई के विरोध में दो दिनों से बेमियादी धरना दे रहे बनतारा के महादलित, सुने दर्दभरी दास्तां

गोह(ओरंगाबाद)। गोह प्रखंड में देवकुंड थाना के बनतारा गांव में होली की रात डीजे बजाने को लेकर पुलिस द्वारा महादलित परिवार के बच्चों और महिलाओं को बेरहमी से पीटे जाने के विरोध में गांव में ग्रामीणों खिलाफ बनतारा में चल रहा बेमियादी धरना सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। धरना के दूसरे दिन सीपीआई के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने धरना में शामिल होकर आंदोलन का समर्थन किया और पीड़ितो की आवज को बुलंद किया। वही पीड़ितो ने कहा है कि यदि पुलिस का यही रवैया रहा तो वे सपरिवार गांव छोड़कर कही और चले जाएंगे। पीड़ित महिलाओं ने रोते-बिलखते हुए पुलिस की बर्बरता की दास्तां बयां की।

कहा कि हमलोगो का कोई कसूर नही है। हमलोगो को बाल बच्चों समेत बेवजह बेरहमी से पीटा गया है। इसी वजह से वे देवकुंड थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई और फर्जी मकदमा वापस लेने की मांग को लेकर गांव में ही बेमियादी धरना दे रहे है। इस मामले में उन्हे राहत नही मिली तो वे जिला मुख्यालय आकर भी धरना प्रदर्शन करेंगे और अंततः इंसाफ नही मिलने पर गांव छोड़कर दूर चले जाएंगे, जहां पुलिस का कोपभाजन नही बन सके।

वही धरना का समर्थन कर रहे सीपीआई नेताओं-गोह के अंचल मंत्री सुरेश प्रसाद यादव, पूर्व जिला मंत्री जगनारायण सिंह विकल, कृष्णनंदन यादव एवं एलजेपीआर के प्रदेश सचिव विजय कुमार अकेला ने कहा कि देवकुंड थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने होली की रात गांव में पहुँचकर बनतारा गांव के लोगो पर जो अत्याचार किया है, वह गलत है। मामले में पुलिस ने मनगढ़ंत कहानी बनाते हुए महादलितों पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने मासूम बच्चों और महिलाओं को बेरहमी से पीटा है। मामले में देवकुंड थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाना चाहिए और एसपी को मामले की उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए।

साथ ही जितना जल्द हो सके फर्जी मुकदमा को वापस लेते हुए गांव में शांति अमन बहाल होना चाहिए। यहां के लोगों को न्याय मिलना चाहिए। कहा कि बनतारा के लोगो पर जो पुलिसिया जुल्म ढाया गया है, वह कतई बर्दाश्त करने लायक नही है। वही इस मामले में पूछे जाने पर देवकुंड थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने कहा कि उन पर लगाये जा रहे सारे आरोप निराधार है। गांव में तेज और कर्कश आवाज वाला डीजे बजाया जा रहा था।

इसी सूचना पर पुलिस होली के रात में गांव में गई थी। मना करने पर एक ग्रुप ने डीजे बजाना बंद कर दिया था। वही दूसरा ग्रुप डीजे बजाना बंद करने के बजाय पुलिस से उलझ पड़ा था। उनके द्वारा पुलिस पर हमला बोल दिया गया था।

इसी कारण पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया था। इसी को तिल का ताड़ बनाया जा रहा है। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह जायज है और पुलिस किसी को भी परेशान नही कर रही है।

औरंगाबाद क्राइम मीटिंग में एसपी ने दिए अवैध शराब व अवैध खनन के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश

औरंगाबाद के पुलिस केंद्र स्थित सभाकक्ष में सोमवार की शाम पुलिस अधीक्षक स्वपना गौतम मेश्राम की अध्यक्षता में अपराध गोष्ठी संपन्न हुई। अपराध गोष्ठी में सहायक पुलिस अधीक्षक-सह-अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी(सदर) स्वीटी सहरावत, डीएसपी नभ वैभव, दाउदनगर के एसडीपीओ कुमार ऋषि राज, सभी अंचल पुलिस निरीक्षक एवं सभी थानाध्यक्ष मौजूद रहे।

गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक ने सभी थानाध्यक्षों को अपराध नियंत्रण, लंबित कांडों का तीव्र निष्पादन, अवैध शराब, अवैध खनन कारोबारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई, वारंट, कुर्की का शीघ्र निष्पादन एवं गंभीर शीर्ष अपराधकर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

अपराध गोष्ठी में आगामी रामनवमी पर्व पर विधि-व्यवस्था संधारण पर विस्तृत चर्चा की गई एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए गये।

सड़क हादसे में स्कूली छात्रा की मौत, लंच में खाना खाकर स्कूल लौटते समय पिकअप ने रौंदा

औरंगाबाद : जिले में सड़क हादसे में एक छात्रा की दर्दनाक मौत हो गयी। दरअसल यह घटना सोमवार की दोपहर ओबरा थाना क्षेत्र के भरूब गांव की है। जहां घर से खाना खाकर स्कूल जा रहे छात्रा को एक तेज रफ्तार पिकअप ने रौंद दिया। जिसके बाद घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी। मृतक छात्रा की पहचान ओबरा थाना क्षेत्र के भरुब गांव निवासी सन्तोष कुमार के सात वर्षीय पुत्री उजाला पटेल के रूप में हुई है। इस घटना के बाद से परिजनों पर दुखो का पहाड़ टूटा हुआ है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार उजाला अपने गांव के ही बुद्धा पब्लिक स्कूल में पढ़ाई करती है। सोमवार को वह पढ़ाई करने के लिए स्कूल आई हुई थी। जिसके बाद दोपहर में लंच हुआ। जिसके बाद वह घर पर खाना खाने चली गयी। घर से खाना खाकर वह स्कूल लौट रही थी। लेकिन बीच रास्ते मे ही एक तेज रफ्तार पिकअप ने जोरदार टक्कर मार दिया। जिसके कारण घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी।

इस घटना के बाद आसपास के नागरिकों की भीड़ इकट्ठा हो गयी। जिसके बाद पिकअप को बरामद किया गया और थाने को सुपुर्द किया गया। इस घटना के बाद ओबरा थाना की पुलिस मृतक छात्रा के शव को आने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कागजी प्रक्रिया पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया। जहां से पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौप दिया गया।

इस सम्बंध में ओबरा थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी ने बताया कि पिकअप के चपेट में आकर एक छात्रा की मौत हुई है। शव का पोस्टमार्टम कराकर दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौप दिया गया है और पिकअप को जब्त कर लिया गया है। फिलहाल इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस घटना के बाद से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतक के परिजनों ने जिला प्रशासन से आपदा राहत के तहत मुआवजे की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

आपसी विवाद में आवेश में आकर एक युवक ने खाया जहर, इलाज के लिए सदर अस्पताल मे भर्ती

औरंगाबाद : जिले में आपसी विवाद में आवेश में आकर एक युवक ने जहर खा लिया। जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। घायल युवक की पहचान सदर प्रखंड के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के तिवारी बीघा गांव निवासी गुलचंद्र साव के 30 वर्षीय पुत्र सुरेश साव के रूप में की गई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि परिवार में किसी बात को लेकर विवाद हुआ। तभी परिजनों ने उसे डांट फटकार लगाया। इसके बाद वह आवेश में आकर जहर खा लिया। लेकिन जब उसकी तबीयत बिगड़ी तो परिजनों में कोहराम मच गया। जिसके बाद परिजन आनन-फानन में उसे लेकर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों के द्वारा प्राथमिक उपचार किया जा रहा है।

हालांकि जहर खाने के बाद युवक की स्थिति काफी ज्यादा गंभीर हो गई। लेकिन चिकित्सकों द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है।

इस मामले में चिकित्सक ने बताया कि जब तक युवक पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाएगा। तब तक वह सदर अस्पताल में ही इलाजरत रहेगा।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

अज्ञात वाहन ने अधेड़ को रौंदा, मौके पर हुई मौत, परिवार मे मचा कोहराम

औरंगाबाद : जिले में साइकिल से बाजार कर घर लौट रहे एक अधेड़ व्यक्ति को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जिसमे कारण घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी। घटना सोमवार की दोपहर मदनपुर थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे 19 स्थित खिरियावां मोड़ की है। जहां सड़क पार करने के दौरान एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दिया। मृतक की पहचान गया जिले के आमस थाना क्षेत्र अंतर्गत पहाड़पुर निवासी 55 वर्षीय सिद्धेश्वर शर्मा के रूप मे की गयी है।

बताते चलें कि मृतक अपने घर से साइकिल पर सवार होकर मदनपुर बाजार में सामान की खरीदारी करने आया हुआ था। मदनपुर बाजार से साइकिल से गेहूं लेकर अपने घर जा रहा था। तभी नेशनल हाईवे 19 स्थित खिरियावां मोड़ के समीप एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जिसके कारण घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी। घटना की सूचना मिलते ही मदनपुर थानाध्यक्ष शशि कुमार राणा सशस्त्र पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे मे लेकर कागजी प्रक्रिया पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया। जहां से पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया गया।

इस घटना की सूचना मिलते ही घर मे कोहराम मच गया। परिजन चीत्कार मार रोने लगे। ऐसा लगा जैसे परिजनों पर दुखो का पहाड़ टूट पड़ा। मृतक की माँ तिलेश्वरी कुंवर का रो-रोकर बुरा हाल है।

मृतक अपने गाँव के ही टोला टीपू टांड पर झोपड़ीनुमा मकान मे किराना दुकान चलाकर परिवार का भरण पोषण था। मृतक की पत्नी की मौत कुछ वर्ष पूर्व हो चुकी थी। जबकि उसके दो पुत्र है जो बाहर मे रहकर मेहनत मजदूरी करता है।

इस घटना के बाद मृतक के परिजनों ने जिला प्रशासन से आपदा राहत के तहत मुआवजे की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सांसद को सड़क पर उतरने को बाध्य करनेवाले बहुचर्चित चंदन हत्याकांड का पुलिस ने किया उद्भेदन, तीन अपराधी गिरफ्तार

औरंगाबाद : सांसद सुशील कुमार सिंह को सड़क पर उतरने को बाध्य कर देनेवाले टेंगरा के बहुचर्चित चंदन हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। मामले में पुलिस ने हत्याकांड में संलिप्त तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक स्वपना गौतम मेश्राम ने आज सोमवार को प्रेसवार्ता में बताया कि पुलिस ने 10 मार्च को बारुण थाना क्षेत्र में टेंगरा मोड़ के पास नरारीकला खुर्द थाना के बसडीहा निवासी चंदन कुमार की पीट-पीटकर हुई हत्या के मामले का उद्भेदन कर दिया है। मामले में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों में नरारीकला खुर्द थाना के बसडीहा निवासी दिनेश कुमार, राहुल कुमार एवं संतन कुमार उर्फ सोनू शामिल है।

उन्होने बताया कि मामले में बारूण थाना में भादंवि. की धारा 147, 148, 149, 341, 323, 324, 302 के तहत प्राथमिकी संख्या-115/23 दर्ज किया गया था। मामले में हत्याकांड में संलिप्त अपराधियों की त्वरित गिरफ्तारी को लेकर सहायक पुलिस अधीक्षक-सह- अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी(सदर) स्वीटी सहरावत के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान दल(एसआइटी) का गठन किया गया था। एसआइटी टीम ने ही गुप्त सूचना पर मामले के तीन नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। हत्याकांड में संलिप्त अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस का अभियान निरंतर जारी है।

गौरतलब है कि 10 मार्च को बारूण थाना क्षेत्र में टेंगरा मोड़ पर तीन बाइको पर सवार आधा दर्जन हमलावरों ने नरारीकला खुर्द थाना के बसडीहा निवासी चंदन कुमार को लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया था। बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर ले जाये जाने के दौरान युवक की रास्ते में ही मौत हो गई थी। मौत के बाद हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने जमकर बवाल किया था। परिजनों ने शव के साथ रमेश चौक को जाम कर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया था।

औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह भी परिजनों के समर्थन में सड़क पर उतरे थे। उन्होने भी परिजनों के साथ सड़क पर करीब चार घंटे तक बैठकर हत्यारों की त्वरित गिरफ्तारी की मांग की थी।

वही मौके पर पहुंची एएसपी सह सदर एसडीपीओ स्वीटी सहरावत ने अपराधियों की त्वरित गिरफ्तारी के लिए मामले में एसआइटी गठित किये जाने का आश्वासन दिया था। इसी आश्वासन के आलोक में एसआइटी का गठन किया था और एसआइटी टीम ने ही मामले में संलिप्त तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

गजब ! बिजली चोरी के आरोप में अधिकारियों ने छापेमारी कहीं और की, प्राथमिकी किसी अन्य पर दर्ज कर दी

औरंगाबाद : बिहार साउथ पावर डिस्ट्रीब्यूशन के अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। उनकी लापरवाह गतिविधियों से आम लोग परेशान हैं। मामला मदनपुर प्रखंड की पिरवां पंचायत के टेका बिगहा से सामने आया है।

विभाग के अधिकारियों ने बिजली चोरी को लेकर छापेमारी की, लेकिन प्राथमिकी उस व्यक्ति के नाम से कर दर्ज हुई जिसके यहां बिजली की रौशनी तो दूर बल्कि बिजली से संबंधित कोई कार्य किए ही नहीं जाते हैं।

23,699 रुपये का लगाया जुर्माना

बताया जाता है कि विभाग के अधिकारियों ने 21 फरवरी को टेका बिगहा गांव में बिजली चोरी और बिजली बकाए को लेकर गांव के शिवनाथ मिस्त्री के यहां छापेमारी की। वहां बिजली चोरी के मामले भी पाए गए। अधिकारियों ने विश्वनाथ मिस्त्री के यहां भी छापेमारी की, लेकिन उनके द्वारा इन पर ऊपर सलैया थाना में 23,699 रुपया जुर्माना लगाते हुए प्राथमिकी भी दर्ज कर दी। यह प्राथमिकी मदनपुर विद्युत आपूर्ति प्रशाखा के कनीय विद्युत अभियंता राकेश कुमार राम द्वारा दर्ज कराई गई। दर्ज प्राथमिकी में विभाग के सहायक अभियंता सहित दो विद्युतकर्मी को गवाह भी बनाया गया है।

झूठे मामले को लेकर व्यक्ति परेशान

विद्युत विभाग द्वारा दर्ज प्राथमिकी के बाद विश्वनाथ मिस्त्री परेशान है और उसके घर लगातार पुलिस दस्तक दे रही है। इसके कारण वह भागा भागा फिर रहा है। प्राथमिकी होने के बाद विश्वनाथ ने अपने बचाव के लिए अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक गुहार लगाई, लेकिन उसे राहत मिलती नजर नहीं आ रही। अब उसने जुर्माना की राशि जमा करके बेल लेने की बात सोची। वहीं झूठा मुकदमा दर्ज करने वाले विभाग के अधिकारियों पर न्यायालय में शरण लेने का भी मन बना लिया है। विश्वनाथ ने बताया कि वह विद्युत से संबंधित कोई काम नहीं करता, लेकिन उसके बावजूद उसे गुनहगार बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई जिससे वह मानसिक एवं आर्थिक परेशानियों के दौर से गुजर रहा है।

विभाग ने मानी गलती

इधर, इस संबंध में विभाग के कनीय विद्युत अभियंता राकेश कुमार राम से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि गलती हुई है और उसे सुधार कर लिया जाएगा। प्राथमिकी विश्वनाथ मिस्त्री की जगह शिवनाथ मिस्त्री पर ही होगी प्राथमिकी में नाम संशोधित कर लिया जाएगा। विश्वनाथ को किसी भी प्रकार बेल लेने और जुर्माना की राशि जमा करने की जरूरत नहीं है। विभाग द्वारा किए गए इस कार्य की चर्चा जोरों पर है और लोग विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र