WestBengalBangla

Apr 18 2024, 10:29

*ভারতের জনসংখ্যার বিস্ফোরণ, জনসংখ্যা144 কোটিতে পৌঁছেছে, জাতিসংঘের রিপোর্টে প্রকাশিত হয়েছে*
#unfpa_report_population_of_india
এসবি নিউজ ব্যুরো: জাতিসংঘের জনসংখ্যা তহবিল (ইউএনএফপিএ) ভারতের সর্বশেষ জনসংখ্যা নিয়ে রিপোর্ট এসেছে। UNFPA অর্থাৎ জাতিসংঘের জনসংখ্যা তহবিলের রিপোর্টে অনুমান করা হয়েছে যে ভারতের জনসংখ্যা ১৪৪ কোটিতে পৌঁছেছে।
এই বছরের শুরুতে ভারত ছিল সর্বোচ্চ142.5 কোটি জনসংখ্যার দেশ। চীন পিছিয়ে ছিল। 2011 সালের আদমশুমারি অনুসারে, দেশের মোট জনসংখ্যা 121 কোটিতে রেকর্ড করা হয়েছিল।

*কত বয়সের মানুষ?*
রিপোর্ট অনুসারে, ভারতের মোট জনসংখ্যার 24% 0-14 বছর বয়সী মানুষদের দ্বারা গঠিত। যেখানে 10-19 বছর বয়সী 17 শতাংশ। ভারতের জনসংখ্যা 10-24 বছর বয়সী 68 শতাংশ, যেখানে 65 এবং তার বেশি বয়সের মধ্যে সাত শতাংশ। পুরুষদের গড় আয়ু 71,আর নারীদের গড় আয়ু ৭৪ বছর।
*সন্তান প্রসবের সময় মৃত্যুর হার হ্রাস*
যদি রিপোর্ট বিশ্বাস করা হয়, ভারতে প্রসবকালীন মৃত্যুর হার কমেছে। পিএলওএস গ্লোবাল পাবলিক হেলথ রিপোর্টটি উদ্ধৃত করে বলেছে যে 640টি জেলায় প্রতি 100,000 জীবিত জন্মে প্রসবকালীন মৃত্যুর অনুপাত 70 টিরও কম। যেখানে 114টি জেলায় এই অনুপাত 210-এর বেশি। প্রতিবেদনে বলা হয়েছে,“প্রতিবন্ধী, উদ্বাস্তু, জাতিগত সংখ্যালঘু, বিচিত্র সম্প্রদায়, এইচআইভি সহ বসবাসকারী মানুষ এবং প্রান্তিক জনগোষ্ঠীর নারী ও মেয়েরা সবচেয়ে বড় যৌন ও প্রজনন স্বাস্থ্য ঝুঁকির সম্মুখীন।
*30 বছরের মধ্যে যৌন স্বাস্থ্যের ক্ষেত্রে ভারত সেরা*
এই প্রতিবেদনে দাবি করা হয়েছে যে ভারতে যৌন ও প্রজনন স্বাস্থ্য 30 বছরের মধ্যে তার সেরা স্তরে রয়েছে এই কারণেই প্রসবের সময় সমস্যা হয়মৃতের সংখ্যাও কমেছে। বিশ্বে এই ধরনের মৃত্যুর ক্ষেত্রে ভারতের অংশ 8%। 2006-2023 সালের মধ্যে মোট বিবাহের 23% বাল্যবিবাহের জন্য দায়ী। যার মধ্যে ছেলে ও মেয়ের বয়স ছিল 21 ও 18 বছরের নিচে।

India

Apr 17 2024, 15:43

144 करोड़ तक पहुंची भारत की आबादी, 77 साल में दोगुनी होने के अनुमान, यूएन की रिपोर्ट में खुलासा

#unfpareportpopulationofindia

भारत की लेटेस्ट जनसंख्या को लेकर यूनाइटेड नेशन पॉपुलेशन फंड (यूएनएफपीए) की रिपोर्ट आई गई है। यूएनएफपीए यानी संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष की रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि भारत की आबादी 144 करोड़ पहुंच गई है। बता दें कि भारत ने इस साल के शुरुआत में सबसे ज्यादा 142.5 करोड़ आबादी वाले देश चीन को पीछे छोड़ा था। 2011 की जनगणना के मुताबिक, देश की कुल आबादी 121 करोड़ दर्ज की गई थी।

किस आयु के कितने लोग?

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की कुल आबादी का 24% हिस्सा 0-14 साल के लोगों का है। जबकि 10-19 आयु वर्ग वाले 17 प्रतिशत है। भारत की जनसंख्या में 10-24 आयु वर्ग वाले 68 प्रतिशत, जबकि 65 और उससे अधिक उम्र वाले सात प्रतिशत लोग शामिल हैं। पुरुषों की जीवन प्रत्याशा 71 और महिलाओं की 74 वर्ष है।

प्रसव के दौरान होने वाली मौतों में गिरावट

रिपोर्ट की माने तो भारत में प्रसव के दौरान होने वाली मौतों में गिरावट देखने को मिली है। पीएलओएस ग्लोबल पब्लिक हेल्थ के रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया गया कि 640 जिलों में प्रसव के दौरान होने वाली मौतों के अनुपात में 100,000 जीवित जन्मों में 70 से भी कम है। वहीं 114 जिलों में यह अनुपात 210 से ज्यादा है। रिपोर्ट में कहा गया, "दिव्यांग महिलाओं और लड़कियों, शरणार्थियों, जतीय अल्पसंख्यकों, समलैंगिग समुदाय के लोगों, एचआईवी से पीड़ित और वंचित जातियों को सबसे ज्यादा यौन और प्रजनन स्वास्थ्य जोखिमों का सामना करना पड़ता है।

सेक्सुअल हेल्थ में भारत 30 साल में सबसे बेहतर

इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में सेक्सुअल और रिप्रोडक्टिव हेल्थ 30 सालों के सबसे बेहतर स्तर पर है।यही कारण है कि डिलीवरी के दौरान होने वाली मौतों की संख्या में भी गिरावट आई है। दुनिया में हो रही ऐसी मौतों में भारत का हिस्सा 8% है। वहीं 2006-2023 के बीच हुए कुल विवाहों में 23% बाल विवाह है। जिनमें लड़के और लड़की की उम्र 21 और 18 साल से कम थी।

Motihari

Oct 09 2023, 15:26

बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत जागरुकता रथ को अपर समाहर्ता ने हरी झंडी दिखा किया रवाना

मोतिहारी : आज 09 को अक्टूबर को प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर, पूर्वी चंपारण के तत्वाधान में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत अपर समाहर्ता, मोतिहारी, पवन कुमार सिन्हा द्वारा जन जागरूकता रथ को समाहरणालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।

उन्होंने कहा कि बाल विवाह अगर होता रहेगा तो स्वस्थ्य भारत की कामना नहीं की जा सकती हैं, बच्चे कुपोषित पैदा लेंगे और उनमें विभिन्न प्रकार की बिमारिया होंगी।

 

उन्होंने कहा कि हमारी शुभकामना है कि प्रयास जुवेनाइल एड सेन्टर, पूर्वी चंपारण द्वारा यह अभियान जन जन तक पहुंचे और लोग बाल विवाह न करने के लिए जागरूक हो।

 

कार्यक्रम का संचालन प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चंपारण की जिला समन्वयक आरती कुमारी द्वारा बाल विवाह मुक्ति हेतु उपस्थित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई।

 मैं सत्य निष्ठा पूर्वक संकल्प लेता हूं कि 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की तथा 21 वर्ष से कम उम्र के लड़के का विवाह नहीं करूंगा। मैं ऐसे किसी भी आयोजन में शामिल नहीं रहूंगा ,जहां बाल विवाह किया जा रहा हो। कम उम्र की शादी एक सामाजिक बुराई है और कानूनी अपराध है।

 

अतः मैं प्रण लेता हूं कि इसकी रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। मैं अपने क्षेत्र को बोल मुक्त बनाने की प्रतिज्ञा लेता हूं।

उन्होंने बताया कि दिनांक 11/10/23 को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन द्वारा भुवन ऋषभ लिखित किताब (When children Have children) जब बच्चों के बच्चे होते हैं। उसका लोकार्पण किया जाएगा। 

बाल विवाह कुल 57% बच्चियों की शादी ड्रॉप आउट बच्चो/ बच्चियों जो स्कूली छात्र/छात्राओं का बाल विवाह होता है।अनुसूचित जाति में 25% बच्चियों एवम बच्चों की शादी मैट्रिक के बाद हो जाती हैं, बिहार में बाल विवाह का औसत 40%हैं ,यह आंकड़ा (UNFPA) यूनाइटेड नेशन पॉपुलेशन फंड(NFHS) द्वारा बताया गया है (UNFPA) के अध्ययन के अनुसार विगत कुछ वर्षों पूर्वी चंपारण जिले में बाल विवाह में बढ़ोतरी हुई हैं। 

इस पर नियंत्रण को लेकर जन जागरूकता रथ के माध्यम से प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी अनुमंडल और रक्सौल अनुमंडल के चिन्हित (150 ) गावों में संपर्क स्थापित कर आमजन को प्रेरित किया जाएगा ।

 

जागरूकता रथ के माध्यम से ग्रामीणों और विद्यालयों में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत जागरूक कर उन्हें बाल विवाह नहीं करने की शपथ दिलाई जा रही हैं। 

इस अवसर पर विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा,गौरव कुमार, जिला बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सह अध्यक्ष जिला बाल कल्याण समिती , श्रीमती कविता कुमारी, जिला जन संपर्क पदाधिकारी गुप्तेश्वर कुमार, जिला बाल सरंक्षण पदाधिकारी राकेश रंजन, चंद्रदीप कुमार, प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सह सदस्य जिला बाल कल्याण समिति तथा प्रयास संस्था के सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार शर्मा, राज गुप्ता, अफताब आलम, हमजा खान , केसर रेजा आदि उपस्थित थे।

నిజంనిప్పులాంటిది

Apr 19 2023, 19:12

Population: భారత్‌ జనాభా 142.86కోట్లు.. చైనాను అధిగమించి తొలిస్థానంలోకి..!

దిల్లీ: ప్రపంచంలో అత్యధిక జనాభా (Population) కలిగిన దేశంగా భారత్‌ రికార్డు సృష్టించింది. చైనా కంటే 29లక్షల అధిక జనాభాతో ఈ రికార్డును అధిగమించినట్లు ఐక్యరాజ్య సమితి వెల్లడించింది..

ఇందుకు సంబంధించి తాజా నివేదికను ఐరాస (United Nations) బుధవారం విడుదల చేసింది. 1950లో ఐరాస జనాభా సమాచారాన్ని వెల్లడించడం మొదలుపెట్టిన తర్వాత ప్రపంచ జనాభా జాబితాలో భారత్‌ తొలిసారిగా ప్రథమ స్థానంలో నిలిచింది.

జనాభా అంచనాలకు సంబంధించి 'స్టేట్‌ ఆఫ్‌ వరల్డ్‌ పాపులేషన్‌ రిపోర్టు-2023' పేరుతో యునైటెడ్‌ నేషన్స్‌ పాపులేషన్‌ ఫండ్స్‌ (UNFPA) తాజా నివేదికను విడుదల చేసింది. భారత్‌లో అత్యధికంగా 142.86 కోట్ల జనాభా ఉన్నట్లు లెక్కకట్టింది.

మనతో పోలిస్తే చైనాలో 29 లక్షల మంది తక్కువగా ఉన్నట్లు వెల్లడించింది. ప్రస్తుతం చైనా జనాభా 142.57కోట్లుగా అంచనా వేసింది. ఇక ప్రపంచంలో మూడోస్థానంలో ఉన్న అమెరికాలో 34కోట్ల మంది ఉన్నట్లు అంచనా వేసింది. ఫిబ్రవరి 2023 వరకు ఉన్న సమాచారాన్ని బట్టి ఈ అంచనాలు రూపొందించినట్లు తెలిపింది..

WestBengalBangla

Apr 18 2024, 10:29

*ভারতের জনসংখ্যার বিস্ফোরণ, জনসংখ্যা144 কোটিতে পৌঁছেছে, জাতিসংঘের রিপোর্টে প্রকাশিত হয়েছে*
#unfpa_report_population_of_india
এসবি নিউজ ব্যুরো: জাতিসংঘের জনসংখ্যা তহবিল (ইউএনএফপিএ) ভারতের সর্বশেষ জনসংখ্যা নিয়ে রিপোর্ট এসেছে। UNFPA অর্থাৎ জাতিসংঘের জনসংখ্যা তহবিলের রিপোর্টে অনুমান করা হয়েছে যে ভারতের জনসংখ্যা ১৪৪ কোটিতে পৌঁছেছে।
এই বছরের শুরুতে ভারত ছিল সর্বোচ্চ142.5 কোটি জনসংখ্যার দেশ। চীন পিছিয়ে ছিল। 2011 সালের আদমশুমারি অনুসারে, দেশের মোট জনসংখ্যা 121 কোটিতে রেকর্ড করা হয়েছিল।

*কত বয়সের মানুষ?*
রিপোর্ট অনুসারে, ভারতের মোট জনসংখ্যার 24% 0-14 বছর বয়সী মানুষদের দ্বারা গঠিত। যেখানে 10-19 বছর বয়সী 17 শতাংশ। ভারতের জনসংখ্যা 10-24 বছর বয়সী 68 শতাংশ, যেখানে 65 এবং তার বেশি বয়সের মধ্যে সাত শতাংশ। পুরুষদের গড় আয়ু 71,আর নারীদের গড় আয়ু ৭৪ বছর।
*সন্তান প্রসবের সময় মৃত্যুর হার হ্রাস*
যদি রিপোর্ট বিশ্বাস করা হয়, ভারতে প্রসবকালীন মৃত্যুর হার কমেছে। পিএলওএস গ্লোবাল পাবলিক হেলথ রিপোর্টটি উদ্ধৃত করে বলেছে যে 640টি জেলায় প্রতি 100,000 জীবিত জন্মে প্রসবকালীন মৃত্যুর অনুপাত 70 টিরও কম। যেখানে 114টি জেলায় এই অনুপাত 210-এর বেশি। প্রতিবেদনে বলা হয়েছে,“প্রতিবন্ধী, উদ্বাস্তু, জাতিগত সংখ্যালঘু, বিচিত্র সম্প্রদায়, এইচআইভি সহ বসবাসকারী মানুষ এবং প্রান্তিক জনগোষ্ঠীর নারী ও মেয়েরা সবচেয়ে বড় যৌন ও প্রজনন স্বাস্থ্য ঝুঁকির সম্মুখীন।
*30 বছরের মধ্যে যৌন স্বাস্থ্যের ক্ষেত্রে ভারত সেরা*
এই প্রতিবেদনে দাবি করা হয়েছে যে ভারতে যৌন ও প্রজনন স্বাস্থ্য 30 বছরের মধ্যে তার সেরা স্তরে রয়েছে এই কারণেই প্রসবের সময় সমস্যা হয়মৃতের সংখ্যাও কমেছে। বিশ্বে এই ধরনের মৃত্যুর ক্ষেত্রে ভারতের অংশ 8%। 2006-2023 সালের মধ্যে মোট বিবাহের 23% বাল্যবিবাহের জন্য দায়ী। যার মধ্যে ছেলে ও মেয়ের বয়স ছিল 21 ও 18 বছরের নিচে।

India

Apr 17 2024, 15:43

144 करोड़ तक पहुंची भारत की आबादी, 77 साल में दोगुनी होने के अनुमान, यूएन की रिपोर्ट में खुलासा

#unfpareportpopulationofindia

भारत की लेटेस्ट जनसंख्या को लेकर यूनाइटेड नेशन पॉपुलेशन फंड (यूएनएफपीए) की रिपोर्ट आई गई है। यूएनएफपीए यानी संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष की रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि भारत की आबादी 144 करोड़ पहुंच गई है। बता दें कि भारत ने इस साल के शुरुआत में सबसे ज्यादा 142.5 करोड़ आबादी वाले देश चीन को पीछे छोड़ा था। 2011 की जनगणना के मुताबिक, देश की कुल आबादी 121 करोड़ दर्ज की गई थी।

किस आयु के कितने लोग?

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की कुल आबादी का 24% हिस्सा 0-14 साल के लोगों का है। जबकि 10-19 आयु वर्ग वाले 17 प्रतिशत है। भारत की जनसंख्या में 10-24 आयु वर्ग वाले 68 प्रतिशत, जबकि 65 और उससे अधिक उम्र वाले सात प्रतिशत लोग शामिल हैं। पुरुषों की जीवन प्रत्याशा 71 और महिलाओं की 74 वर्ष है।

प्रसव के दौरान होने वाली मौतों में गिरावट

रिपोर्ट की माने तो भारत में प्रसव के दौरान होने वाली मौतों में गिरावट देखने को मिली है। पीएलओएस ग्लोबल पब्लिक हेल्थ के रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया गया कि 640 जिलों में प्रसव के दौरान होने वाली मौतों के अनुपात में 100,000 जीवित जन्मों में 70 से भी कम है। वहीं 114 जिलों में यह अनुपात 210 से ज्यादा है। रिपोर्ट में कहा गया, "दिव्यांग महिलाओं और लड़कियों, शरणार्थियों, जतीय अल्पसंख्यकों, समलैंगिग समुदाय के लोगों, एचआईवी से पीड़ित और वंचित जातियों को सबसे ज्यादा यौन और प्रजनन स्वास्थ्य जोखिमों का सामना करना पड़ता है।

सेक्सुअल हेल्थ में भारत 30 साल में सबसे बेहतर

इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में सेक्सुअल और रिप्रोडक्टिव हेल्थ 30 सालों के सबसे बेहतर स्तर पर है।यही कारण है कि डिलीवरी के दौरान होने वाली मौतों की संख्या में भी गिरावट आई है। दुनिया में हो रही ऐसी मौतों में भारत का हिस्सा 8% है। वहीं 2006-2023 के बीच हुए कुल विवाहों में 23% बाल विवाह है। जिनमें लड़के और लड़की की उम्र 21 और 18 साल से कम थी।

Motihari

Oct 09 2023, 15:26

बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत जागरुकता रथ को अपर समाहर्ता ने हरी झंडी दिखा किया रवाना

मोतिहारी : आज 09 को अक्टूबर को प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर, पूर्वी चंपारण के तत्वाधान में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत अपर समाहर्ता, मोतिहारी, पवन कुमार सिन्हा द्वारा जन जागरूकता रथ को समाहरणालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।

उन्होंने कहा कि बाल विवाह अगर होता रहेगा तो स्वस्थ्य भारत की कामना नहीं की जा सकती हैं, बच्चे कुपोषित पैदा लेंगे और उनमें विभिन्न प्रकार की बिमारिया होंगी।

 

उन्होंने कहा कि हमारी शुभकामना है कि प्रयास जुवेनाइल एड सेन्टर, पूर्वी चंपारण द्वारा यह अभियान जन जन तक पहुंचे और लोग बाल विवाह न करने के लिए जागरूक हो।

 

कार्यक्रम का संचालन प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चंपारण की जिला समन्वयक आरती कुमारी द्वारा बाल विवाह मुक्ति हेतु उपस्थित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई।

 मैं सत्य निष्ठा पूर्वक संकल्प लेता हूं कि 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की तथा 21 वर्ष से कम उम्र के लड़के का विवाह नहीं करूंगा। मैं ऐसे किसी भी आयोजन में शामिल नहीं रहूंगा ,जहां बाल विवाह किया जा रहा हो। कम उम्र की शादी एक सामाजिक बुराई है और कानूनी अपराध है।

 

अतः मैं प्रण लेता हूं कि इसकी रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। मैं अपने क्षेत्र को बोल मुक्त बनाने की प्रतिज्ञा लेता हूं।

उन्होंने बताया कि दिनांक 11/10/23 को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन द्वारा भुवन ऋषभ लिखित किताब (When children Have children) जब बच्चों के बच्चे होते हैं। उसका लोकार्पण किया जाएगा। 

बाल विवाह कुल 57% बच्चियों की शादी ड्रॉप आउट बच्चो/ बच्चियों जो स्कूली छात्र/छात्राओं का बाल विवाह होता है।अनुसूचित जाति में 25% बच्चियों एवम बच्चों की शादी मैट्रिक के बाद हो जाती हैं, बिहार में बाल विवाह का औसत 40%हैं ,यह आंकड़ा (UNFPA) यूनाइटेड नेशन पॉपुलेशन फंड(NFHS) द्वारा बताया गया है (UNFPA) के अध्ययन के अनुसार विगत कुछ वर्षों पूर्वी चंपारण जिले में बाल विवाह में बढ़ोतरी हुई हैं। 

इस पर नियंत्रण को लेकर जन जागरूकता रथ के माध्यम से प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी अनुमंडल और रक्सौल अनुमंडल के चिन्हित (150 ) गावों में संपर्क स्थापित कर आमजन को प्रेरित किया जाएगा ।

 

जागरूकता रथ के माध्यम से ग्रामीणों और विद्यालयों में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत जागरूक कर उन्हें बाल विवाह नहीं करने की शपथ दिलाई जा रही हैं। 

इस अवसर पर विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा,गौरव कुमार, जिला बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सह अध्यक्ष जिला बाल कल्याण समिती , श्रीमती कविता कुमारी, जिला जन संपर्क पदाधिकारी गुप्तेश्वर कुमार, जिला बाल सरंक्षण पदाधिकारी राकेश रंजन, चंद्रदीप कुमार, प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सह सदस्य जिला बाल कल्याण समिति तथा प्रयास संस्था के सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार शर्मा, राज गुप्ता, अफताब आलम, हमजा खान , केसर रेजा आदि उपस्थित थे।

నిజంనిప్పులాంటిది

Apr 19 2023, 19:12

Population: భారత్‌ జనాభా 142.86కోట్లు.. చైనాను అధిగమించి తొలిస్థానంలోకి..!

దిల్లీ: ప్రపంచంలో అత్యధిక జనాభా (Population) కలిగిన దేశంగా భారత్‌ రికార్డు సృష్టించింది. చైనా కంటే 29లక్షల అధిక జనాభాతో ఈ రికార్డును అధిగమించినట్లు ఐక్యరాజ్య సమితి వెల్లడించింది..

ఇందుకు సంబంధించి తాజా నివేదికను ఐరాస (United Nations) బుధవారం విడుదల చేసింది. 1950లో ఐరాస జనాభా సమాచారాన్ని వెల్లడించడం మొదలుపెట్టిన తర్వాత ప్రపంచ జనాభా జాబితాలో భారత్‌ తొలిసారిగా ప్రథమ స్థానంలో నిలిచింది.

జనాభా అంచనాలకు సంబంధించి 'స్టేట్‌ ఆఫ్‌ వరల్డ్‌ పాపులేషన్‌ రిపోర్టు-2023' పేరుతో యునైటెడ్‌ నేషన్స్‌ పాపులేషన్‌ ఫండ్స్‌ (UNFPA) తాజా నివేదికను విడుదల చేసింది. భారత్‌లో అత్యధికంగా 142.86 కోట్ల జనాభా ఉన్నట్లు లెక్కకట్టింది.

మనతో పోలిస్తే చైనాలో 29 లక్షల మంది తక్కువగా ఉన్నట్లు వెల్లడించింది. ప్రస్తుతం చైనా జనాభా 142.57కోట్లుగా అంచనా వేసింది. ఇక ప్రపంచంలో మూడోస్థానంలో ఉన్న అమెరికాలో 34కోట్ల మంది ఉన్నట్లు అంచనా వేసింది. ఫిబ్రవరి 2023 వరకు ఉన్న సమాచారాన్ని బట్టి ఈ అంచనాలు రూపొందించినట్లు తెలిపింది..