India

Apr 26 2024, 19:14

दूसरे चरण की वोटिंग खत्म, बंगाल में 5 बजे तक 72 फीसदी वोटिंग, यूपी-बिहार में 53 प्रतिशत मतदान

#loksabhaelection2024phase2voting

18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए सेकेंड फेज की 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर वोटिंग का समय शाम 6 बजे खत्म हो गया। 5 बजे तक त्रिपुरा में सबसे ज्यादा करीब 76.23% वोटिंग हुई। महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश मे सबसे कम 53% के आसपास मतदान हुआ। आम चुनाव के लिए दूसरे दौर के मतदान में केरल की सभी 20 सीटों, कर्नाटक की 28 सीटों में से 14 सीटों, राजस्थान की 13 सीटों, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की आठ-आठ सीटों, मध्य प्रदेश की छह सीटों और पांच-पांच सीटों पर मतदान हुआ।

शाम पांच बजे तक का मतदान प्रतिशत

 

राज्य शाम पांच बजे तक मतदान %   

असम 70.66

बिहार 53.03

छत्तीसगढ़ 72.13

जम्मू् कश्मीर 67.22

कर्नाटक 63.90

केरल 63.97

मध्य प्रदेश 54.58

महाराष्ट्र 53.51

मणिपुर 76.06

राजस्थान 59.19

त्रिपुरा 76.23

यूपी 52.64

पश्चिम बंगाल 71.84

WestBengalBangla

Apr 24 2024, 08:52

না মাটি, না পাথর, না কাঠ.. 8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলীর মূর্তি বসছে গুজরাটের গোধরায়
#Bajrangbali _idol _in _Godhra Gujarat

এসবি নিউজ ব্যুরো: মধ্যপ্রদেশের ইন্দোরের শিল্পী স্ক্র্যাপ মেটাল থেকে হনুমানজির অনন্য মূর্তি তৈরি করছেন। গতকাল  সারাদেশে পালিত হয়েছে হনুমান জন্মোৎসব। সকাল থেকেই হনুমানজির মন্দিরে ভক্তদের উপচে পড়া ভিড় লক্ষ্য করা যায়। জানা গিয়েছে,8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলী মূর্তি তৈরি হচ্ছে সম্পূর্ণ স্ক্র্যাপ মেটালে। ইন্দোরের শিল্পী দেবল ভার্মার তৈরি এঈ মূর্তিটি আগামী মাসে গুজরাটের গোধরায় স্থাপন করা হবে। দেবাল ভার্মা বলেন, 'আমরা গত 7-8 বছর ধরে স্ক্র্যাপ-মেটাল আর্ট নিয়ে কাজ করছি। আমরা স্ক্র্যাপ ধাতু থেকে প্রত্নবস্তু তৈরি সহ অর্ডার অনুযায়ী মূর্তি তৈরি করুন। গোধরা থেকে একটা অর্ডার এসেছিল। সাধারণত ক্লায়েন্ট আমাদের স্থান দেখায় এবং সেখানে কী থাকা উচিত সে সম্পর্কে পরামর্শ চায়।তাকে ঈশ্বরের মূর্তি স্থাপন করতে বলা হয়েছিল। তারা আমাদের কাছে জানতে চেয়েছিল কোন মূর্তি তৈরি করা উচিত এবং কীভাবে তৈরি করা উচিত। আমরা তাকে হনুমানজির মূর্তি বসানোর পরামর্শ দিয়েছিলাম। তারপর হনুমানজির মূর্তির নকশা করি।" দেবল ভার্মা আরও বলেন, 'প্রথমত, এটি বজরঙ্গবলীর মূর্তি এবং আমরা স্ক্র্যাপ থেকে কাজ করছি। মানে এটি শুধুমাত্র স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা উচিত ছিল। কিন্তু এটি এমন ছিল, আমরা সাধারণত যা করি তার থেকে ভিন্ন কিছু করতে হয়েছে ।তার মানে আমরা মূর্তিটা একটু অন্যরকম করব। আমরা এটিতে প্রচুর পিতল এবং স্টেইনলেস স্টিল রাখি। ডিজাইন করতে  2-3 মাস লেগেছে বজরঙ্গবলীজির এই মূর্তিটি ডিজাইন করতে আমাদের 2-3 মাস লেগেছে। প্রস্তাবনা-মাত্রা নকশা সেট. নকশা চূড়ান্ত হওয়ার পর, আমরা মূর্তিটি যে উপাদান থেকে তৈরি করা হবে তা অনুসন্ধান শুরু করেছি। স্ক্র্যাপ খুঁজে পেতে অনেক সময় লাগে। মূর্তিটিতে আছে পিতলের প্যান, প্লেট এবং স্টেইনলেস স্টিলের পাইপ। এসএস শিটও স্থাপন করা হয়। গাড়ির স্প্রিং এবং গিয়ার বিয়ারিং বিভিন্ন ধরনের স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা হয়। হনুমান চালিসা হনুমানজির মূর্তি বানাতে আমরা হনুমান চালিসার অনুবাদও করেছি। তাদের বৈশিষ্ট্য কি? যেমন, 'কান্ধে মুঞ্জ জেনেউ সাজাই', অর্থাৎ কীভাবে পবিত্র সুতো পরানো হয়। তাহলে কানে দুল কেন? সে রকম ডিটেইলিং করা হয়েছে। প্রায়ই বলেন কথিত আছে, শ্রী রাম জানকী বজরঙ্গবলী জির বুকে বসে আছেন। তাই আমরা একটি অনুরূপ স্কেচ তৈরি করেছি, ডিজিটালভাবে এটি পিতলের মধ্যে খোদাই করেছি, একটি দুল তৈরি করে তার বুকে স্থাপন করেছি। এই ধরনের ডিটেইলিং করা হয়েছে। হনুমানজির মূর্তি তৈরির ক্ষেত্রে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জটি হল বজরঙ্গবলী জির শরীর একেবারে সুস্থ। হনুমানজি শক্তিশালী। সেই সঙ্গে হনুমানজির মুখও খুব কোমল। মুখে সেই স্নিগ্ধতা ওভদ্রতা আনা ছিল একটি বড় চ্যালেঞ্জ। স্টেইনলেস স্টিল, ব্রাস, মাইল্ড স্টিল ব্যবহার করা হয়েছে। উদাহরণস্বরূপ, যদি এটি একটি পিতলের প্লেট হয় তবে এটি কোথায় ব্যবহার করা হবে এবং কীভাবে এটি ব্যবহার করা হবে তা কেটে কেটে লাগানো হয়েছে। মূর্তিটি তৈরি করতে কত সময় লেগেছে? বজরংবলী জির এই মূর্তিটি তৈরি করতে মোট 1 বছর সময় লেগেছে। ডিজাইন থেকে উপাদান সংগ্রহ থেকে চূড়ান্ত উত্পাদন পর্যন্ত। অর্ডারটি গত ফেব্রুয়ারিতে আমাদের কাছে এসেছিল এবং চলতি বছরের মার্চে মূর্তিটি তৈরি হয়। এই মূর্তি তৈরিতে আমাদের ৪ জনের দল কাজ করেছে। আমি দেবল ভার্মা, চিফ মেকানিক্যাল ইঞ্জিনিয়ার ফাইজান খান, চিফ ওয়েল্ডার রাজেশ ঝা এবং হেল্পার অর্জুন। ইন্দোরে আমাদের ডিজাইন স্টুডিওতে এই মূর্তিটি তৈরি করা হয়েছে। গোধরায় বাসস্ট্যান্ডের কাছে শ্রীসারভাত রেস্তোরাঁয় এই মূর্তি স্থাপন করা হবে। এই মূর্তি তৈরি করার সময় হনুমানজির সামনে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জ ছিল আবেগ আনতে হয়েছে। কারণ, স্ক্র্যাপ উপাদান থেকে কিছু তৈরি করা এবং তার মধ্যে অভিব্যক্তি আনা সবচেয়ে চ্যালেঞ্জিং কাজ। লোকেরা যখন এই মূর্তিটি দেখে, তখন তাদের মনে হয় যেন বজরঙ্গবলী জি তাদের দেখছেন। মানুষ আমাদের তাই বলেছে। প্রিভিউ দেখে অনেকেই বজরঙ্গবলীজির মূর্তির সামনে কেঁদেছিলেন। হনুমানজির দাড়িতে স্টেইনলেস স্টিলের তার লাগানো আছে। গদাটি পিতলের মাথা দিয়ে তৈরি। মুকুট উপর ঘূর্ণিত। নিচে চশমা পিতলের তৈরি। মুকুটের পিছনে সেলাই মেশিনের চাকা।

India

Apr 23 2024, 16:29

हिमाचल की मंडी लोकसभा सीटः क्या बीजेपी लहराएगी जीत का परचम या कांग्रेस मारेगी बाजी?

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देश की सबसे हॉट सीटों में से एक

राज परिवारों की सीट रही मंडी

मंडी सीट पर कांग्रेस का रहा है दबदबा

बीजेपी और कांग्रेस में रहती है कड़ी टक्कर

17 लोकसभा चुनाव में से 11 बार कांग्रेस ने दर्ज की जीत

5 बार बीजेपी के पास गई ये सीट

इस बार बीजेपी लहराएगी परचम या कांग्रेस मारेगी बाजी

हिमाचल प्रदेश की 4 लोकसभा सीटों में से मंडी सीट पर हर किसी की नजर होती है. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्‍कर देखने को मिलती है। इस लोकसभा सीट पर 1951 से अब तक 17 बार लोकसभा चुनाव हुए हैं जिसमें से 11 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है जबकि 5 बार ये सीट बीजेपी के पास गई है। जबकि एक बार इस सीट पर बीएलडी ने कब्‍जा जमाया। मंडी लोकसभा सीट राज परिवारों की सीट रही है। यहां से 1 3 बार राज परिवार के सदस्यों ने जीत दर्ज की है। साल 1951 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में यहां से रानी अमृत कौर ने जीत हासिल की थी। इसके अलावा यहां से ललित सेन, जोगिंदर सेन और बुशहर रिसासत के राजा वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह लोकसभा पहुंच चुके हैं। यही नहीं कुल्लू के रूपी रियासत के राजा महेश्वर सिंह भी यहां से चुनाव जीतकर लोकसभा जा चुके हैं।उन्होंने इस सीट से तीन बार चुनाव जीता था।

दो रियासतों मंडी और सुकेत के विलय के साथ मंडी जिले का गठन 1948 में किया गया। साल 1951-52 में देश के पहले आम चुनाव हुए तब मंडी नाम से लोकसभा सीट नहीं थी। पहले चुनाव में मंडी महासू नाम से सीट थी जिस पर कांग्रेस से अमृत कौर को जीत मिली थी। अगले आम चुनाव, जो 1957 में हुए, उसमें मंडी सीट अस्तित्व में आई। इस चुनाव में कांग्रेस से जोगिंदर सेन को जीत मिली। 1962 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के ललित सेन को जीत मिली। 1967 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस के ललित सेन जीते।

1971 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजपरिवार से ताल्लुक रखने वाले वीरभद्र सिंह को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया। 1971 में हुए चुनाव में वीरभद्र ने बड़ी जीत हासिल की। आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार वीरभद्र सिंह को मंडी सीट पर हार मिली। जनता लहर में यहां से भारतीय लोक दल के गंगा सिंह ने जीत गर्ज की। तीन साल बाद हुए मध्यावधि चुनाव में दोनों उम्मीदवार फिर आमने-सामने थे। इस बार नतीजा बदल गया। वीरभद्र सिंह ने गंगा सिंह से 1977 में मिली हार का बदला ले लिया। 1984 के चुनाव में कांग्रेस ने यहां से सुखराम को अपना उम्मीदवार बनाया। सहानुभूति लहर पर सवार होकर सत्ता में आई कांग्रेस को मंडी से एक बार फिर बहुत बड़ी जीत मिली। 

1989 का लोकसभा चुनाव में मंडी की राजनीति में बदलाव आया।इस चुनाव में भाजपा ने पहली बार सफलता हासिल की। पार्टी की तरफ से उतरे उम्मीदवार महेश्वर सिंह ने कांग्रेस नेता सुख राम को हरा दिया। दो साल बाद हुए 1991 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर सुखराम और महेश्वर सिंह आमने-सामने थे। इस बार सुखराम ने मंडी सीट पर कांग्रेस की वापसी कराई। 1996 में सुख राम ने मंडी सीट पर तीसरी बार जीत दर्ज की। हालांकि, घोटाले में नाम आने के बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया।

1998 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मंडी के पूर्व सांसद महेश्वर सिंह को टिकट दिया तो कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को मैदान में उतारा। 1999 के चुनाव में भी भाजपा के महेश्वर सिंह तीसरी बार मंडी सीट से जीते।

साल 2004, एक बार फिर वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह और भाजपा के महेश्वर सिंह आमने-सामने थे। इस बार प्रतिभा ने 1998 में मिली हार का बदला ले लिया। 2009 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को उतारा। नतीजे आए तो एक बार फिर कांग्रेस दिग्गज को जीत मिली। उन्होंने भाजपा के पूर्व सांसद महेश्वर सिंह को 13,997 वोटों से हराकर जीत दर्ज की। 2012 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली और वीरभद्र सिंह एक बार फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बने। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता छोड़ दी। इसके बाद 2013 में हुए उप-चुनाव में यहां से उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह फिर से जीतकर लोकसभा पहुंचीं। 

2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के एक बार फिर प्रतिभा सिंह को यहां से उम्मीदवार बनाया। उनके सामने थे भाजपा के रामस्वरूप शर्मा। भाजपा के राम स्वरुप शर्मा ने कांग्रेस की पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह को हरा दिया।2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर बड़ी जीत दर्ज की। भाजपा की इस सफलता में मंडी की जीत में शामिल रही, जहां दूसरी बार भाजपा से राम स्वरुप शर्मा जीते।2021 में मंडी सांसद रामस्वरूप शर्मा का निधन हो गया। इसके बाद मंडी सीट पर उप-चुनाव हुआ। इस चुनाव में भाजपा ने ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) खुशाल ठाकुर को उतारा, जबकि कांग्रेस की उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह थीं। उप-चुनाव में प्रतिभा सिंह ने भाजपा के खुशाल ठाकुर को हरा दिया। इस तरह प्रतिभा तीसरी बार मंडी लोकसभा सीट से सांसद चुनी गईं।

अब बात 2024 के चुनाव की कर लेते हैं। इस बार भाजपा ने मंडी लोकसभा सीट से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को अपना उम्मीदवार बनाया है। कंगना के उम्मीदवार बनने के बाद यह सीट सुर्खियों में है। वहीं, कंगना को टक्‍कर देने के लिए कांग्रेस ने विक्रमादित्‍य सिंह पर दांव खेला है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व सांसद प्रतिभा सिंह के पुत्र विक्रमादित्य वर्तमान में शिमला ग्रामीण से विधायक हैं। विक्रमादित्य सिंह का परिवार मंडी लोकसभा सीट का छह बार प्रतिनिधित्व कर चुका है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा की कंगना मंडी की “क्वीन” बनती हैं या विक्रमादित्य बाजी मारते हैं।

WestBengalBangla

Apr 23 2024, 15:04

তৃণমূল কংগ্রেসের প্রার্থীর সমর্থনে রায়গঞ্জে দেবের রোড শো
#TMC# Loksabha election#Roadshow#Raigang#Streetbuzz

তৃণমূল কংগ্রেসের প্রার্থীর সমর্থনে রায়গঞ্জে দেবের রোড শো

India

Apr 19 2024, 20:09

लोकसभा चुनाव 2024 :पहले फेज का मतदान खत्म, जानिए कहां हुई कितने प्रतिशत वोटिंग

#oksabhaelection2024firstphasevoting

लोकसभा चुनाव का पहला चरण शुक्रवार को संपन्न हो गया। हालांकि अभी फाइनल प्रतिशत आना बाकी है।पहले चरण में 102 सीटों पर मतदान हुआ। इसके साथ ही 8 केंद्रीय मंत्रियों व विपक्ष के कई बड़े नेताओं की किस्मत का फैसला वोटिंग मशीन में बंद हो गया। इन 102 सीटों पर कुल 1,625 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण के मतदान के लिए देश भर में 1.87 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन मतदान केद्रों पर कुल 16.63 करोड़ से अधिक मतदाता थे।

शाम पांच बजे तक करीब 60% मतदान

पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें तमिलनाडु की सभी 39 सीटें, राजस्थान की 12, उत्तर प्रदेश की आठ, मध्य प्रदेश की छह, उत्तराखंड की सभी पांच, महाराष्ट्र की पांच, असम और बिहार की चार-चार, पश्चिम बंगाल की तीन, मणिपुर, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश की दो-दो, छत्तीसगढ़, मिजोरम और त्रिपुरा की एक-एक सीट शामिल है।चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, शाम पांच बजे तक 102 सीटों पर करीब 60% मतदान दर्ज किया गया है। तीन बजे तक 49.78% मतदान दर्ज किया गया था। 

राज्यवार पांच बजे तक का मतदान प्रतिशत

अंडमान और निकोबार: 56.87%

अरुणाचल प्रदेश: 63.26 %

असम: 70.77 %

बिहार: 46.32 %

छत्तीसगढ़: 63.41 %

जम्मू और कश्मीर: 65.08%

लक्षदीप: 59.02 %

मध्य प्रदेश: 63.25 %

महाराष्ट्र: 54.85 %

मणिपुर: 67.46 %

मेघालय: 69.91 %

मिजोरम: 52.62 %

नागालैंड: 55.75 %

पुडुचेरी: 72.84 %

राजस्थान: 50.27 %

सिक्किम: 67.58 %

तमिलनाडु: 62.02 %

त्रिपुरा: 76.10 %

उत्तर प्रदेश: 57.54 %

उत्तराखंड: 53.56 %

पश्चिम बंगाल: 77.57

WestBengalBangla

Apr 17 2024, 14:41

#:Today Ramlala's_ Suryaavishek _took _place _in Ayodhya *আজ অযোধ্যায় রামলালার সূর্যাভিষেক হল*

#:Today Ramlala's_ Suryaavishek _took _place _in Ayodhya

এসবি নিউজ ব্যুরো: অযোধ্যায় রামনবমীতে রামলালের রামলালার সূর্যাভিষেক হল। ভগবান রামের মাথার অলৌকিক দৃশ্য দেখে সারা দেশের মানুষ আবেগাপ্লুত।আধ্যাত্মিকতা ও বিজ্ঞানের মিলনের এক মনোরম দৃশ্য আজ দেখা গেল অযোধ্যায়। রামনবমীর বিশেষ দিন উপলক্ষ্যে, অযোধ্যার রাম মন্দিরে যখন ভগবান শ্রীরামের কপালে সূর্য তিলক লাগানো হয়েছিল তখন একটি অপূর্ব দৃশ্য দেখা যায়। এই সূর্যাভিষেক দুপুর ১২.০১ মিনিটে শুরু হয়ে প্রায় পাঁচ মিনিট ধরে চলে। এই ঘটনাসারা বিশ্ব কৌতূহল নিয়ে দেখছে, আজ ৫০০ বছর পর অযোধ্যা ও দেশের মানুষের জন্য এই বিশেষ সুযোগ এসেছে। রাম মন্দির প্রতিষ্ঠার পর এটাই প্রথম রাম নবমী। অযোধ্যায় রামনবমী উপলক্ষ্যে, সূর্যের রশ্মি দ্বারা রামলালার তিলক করা হয়। এই উপলক্ষ্যে রামলালার বিশেষ মেকআপও করা হয়েছিল। 500 বছর পর, এই সূর্যাভিষেকের সময় রামলালা মূর্তির সূর্যাভিষেক হয়েছিল প্রায় 4 থেকে রামলালার মূর্তির মাথায় সূর্য তিলক লাগানো হয় ৬ মিনিটের জন্য। সূর্যের আলো রামলালার ওপর এমনভাবে পড়ল যেন ভগবান রামের গায়ে সূর্য তিলক লাগানো হয়েছে। এই দৃশ্যটি সকলের মনকে মোহিত করেছে ।বিজ্ঞানীরা বহু মাস ধরে এই সূর্য তিলকের জন্য প্রস্তুতি নিচ্ছিলেন। এর জন্য অনেক ট্রায়াল করা হয়েছিল। আজ দুপুরে ঘড়ির কাঁটা 12:01 বাজতেই সূর্যের রশ্মি সরাসরি রামের কপালে এসে পৌঁছায়। 12:01 থেকে 12:06 পর্যন্ত সূর্যাভিষেক চলতে থাকে। পাঁচ মিনিট ধরে চলতে থাকে এই প্রক্রিয়া। বিজ্ঞানীরা গত 20 বছরে অযোধ্যার আকাশে সূর্যের গতিবিধি অধ্যয়ন করেছেন। সঠিক দিকনির্দেশ ইত্যাদি নির্ধারণের পর মন্দিরের উপরের তলায় প্রতিফলক ও লেন্স স্থাপন করা হয়েছে। সূর্যের রশ্মি ঘূর্ণায়মান হয়ে রামলালার কপালে পৌঁছে গেল। উপরের সমতলের লেন্সে সূর্যের রশ্মি পড়ল। এর পরে, এটি তিনটি লেন্সের মধ্য দিয়ে যায় এবং দ্বিতীয় তলায় আয়নার কাছে আসে। শেষেসূর্যের রশ্মি রাম লালার কপালকে 75 মিমি বুলেটের আকারে আলোকিত করতে থাকে এবং এটি প্রায় পাঁচ মিনিট ধরে চলতে থাকে। সূর্য তিলকের পরে, ভগবান শ্রী রামের বিশেষ পূজা এবং আরতি করা হয়।রাম নবমীতে ভক্তদের ভিড়ের পরিপ্রেক্ষিতে প্রায় 25 লাখ ভক্তের আগমনের সময়টি 19 ঘন্টা করা হয়েছে।মঙ্গলা আরতি থেকে শুরু হয়ে রাত ১১টা পর্যন্ত খোলা থাকবে মন্দির। এর মধ্যেই রামলালকে ভোগ প্রদান ও আরতি করা হবে।

WestBengalBangla

Apr 17 2024, 13:48

আজ অযোধ্যায় রামলালার সূর্যাভিষেক হল
#:Today Ramlala's_ Suryaavishek _took _place _in Ayodhya

*আজ অযোধ্যায় রামলালার সূর্যাভিষেক হল।*

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Apr 17 2024, 09:01

Election Campaign: కృష్ణాజిల్లాలో చంద్రబాబు పవన్ ఉమ్మడి ప్రచారం

విజయవాడ: సార్వత్రిక ఎన్నికల నేపథ్యంలో ఏపీలో ఎన్నికల ప్రచారం (Election Campaign) ఊపందుకుంది. అధికార, ప్రతిపక్ష పార్టీలు ప్రచారాన్ని ఉధృతం చేస్తున్నాయి..

ఈ క్రమంలో తెలుగుదేశం (TDP) జాతీయ అధ్యక్షుడు నారా చంద్రబాబు నాయుడు (Nara Chandrababu Naidu), జనసేన (Janasena) అధినేత పవణ్ కల్యాణ్ (Pawan Kalyan) బుధవారం కృష్ణా జిల్లాలో ఉమ్మడి ప్రచారం చేయనున్నారు. ప్రజాగళం (Prajagalam) ఎన్నికల ప్రచారంలో భాగంగా పెడన (Pedala), మచిలీపట్నం (Machilipatnam)లో రోడ్డు షో (Road Show), బహిరంగ సభలు (Meetings) నిర్వహిస్తారు..

ఈ నేపథ్యంలో చంద్రబాబు బుధవారం సాయంత్రం మూడు గంటలకు హైదరాబాద్ నుంచి పెడనకు ప్రత్యక హెలికాప్టర్‌లో రానున్నారు. నాలుగు గంటలకు పెడన బస్ స్టాండ్‌లో బహిరంగ సభ నిర్వహిస్తారు. అనంతరం రోడ్డు మార్గం ద్వారా మచిలీపట్నంకు బయలుదేరి వెళతారు. సాయంత్రం 6 గంటల 30 నిమిషాలకు మచిలీపట్నంలో జరగనున్న బహిరంగ సభలో పాల్గొంటారు..

ఎన్డీయే కూటమి అభ్యర్థుల తరఫున మచిలీపట్నం, పెడన నియోజకవర్గాల్లో ఎన్నికల ప్రచార సభల్లో చంద్రబాబు, పవన్ కల్యాన్ పాల్గొననున్నారు. మధ్యాహ్నం 3 గంటలకు పెడనలో ప్రజాగళం సభ జరగనుంది. స్థానిక బస్టాండ్ సెంటర్ లో ఈ సభ నిర్వహించనున్నారు. అనంతరం రాత్రి 7 గంటలకు మచిలీపట్నం కోనేరు సెంటర్‌లో వారాహి విజయభేరి సభ జరగనుంది..

నిజంనిప్పులాంటిది

Apr 15 2024, 16:47

ఎన్నికల్లో ధన వర్షం రోజుకు రూ.100కోట్లు సీజ్!

దిల్లీ: లోక్‌సభ ఎన్నికల నేపథ్యంలో ఓటర్లను ప్రలోభాలకు గురికాకుండా చూసేందుకు కేంద్ర ఎన్నికల సంఘం (Election Commission) అన్ని చర్యలు తీసుకుంటోంది..

ఈ క్రమంలో దేశవ్యాప్తంగా ముమ్మర తనిఖీలు చేపట్టింది. ఇందులో భాగంగా మార్చి 1 నుంచి నిత్యం సగటున రూ.100 కోట్ల విలువైన నగదు ఇతర తాయిలాలను అధికారులు సీజ్‌ చేస్తున్నట్లు ఈసీ వెల్లడించింది. దేశవ్యాప్తంగా కొనసాగుతోన్న తనిఖీల్లో ఇప్పటి వరకు మొత్తంగా రూ.4650 కోట్లను స్వాధీనం చేసుకున్నట్లు ప్రకటించింది..

2019తో పోలిస్తే ఇది చాలా ఎక్కువ అని తెలిపింది. అంతేకాకుండా లోక్‌సభ ఎన్నికల చరిత్రలో ఈ స్థాయిలో ఎన్నడూ తాయిలాలను సీజ్‌ చేయలేదని పేర్కొంది. ఎన్నికల్లో ధనప్రవాహం, ప్రలోభాలకు అడ్డుకట్ట వేసేందుకు ఈ తనిఖీలు ముమ్మరం చేస్తామని చెప్పింది.

దేశవ్యాప్తంగా ఫ్లయింగ్‌ స్క్వాడ్‌, నిఘా బృందాలతో సహా సరిహద్దు చెక్‌పోస్టులు నిరంతరం పనిచేస్తున్నట్లు ఈసీ వెల్లడించింది. మాదకద్రవ్యాల రవాణాతోపాటు నగదు, మద్యం, తాయిలాల పంపిణీని అడ్డుకునేందుకు కృషి చేస్తున్నామని తెలిపింది.

ఇదిలాఉంటే, ఏప్రిల్‌ 19 నుంచి జూన్‌ 1 వరకు మొత్తం ఏడు దశల్లో లోక్‌సభ ఎన్నికలు జరగనున్నాయి. జూన్‌ 4న లెక్కింపు ఉంటుంది..

India

Apr 15 2024, 13:50

राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर की ली गई तलाशी, तमिलनाडु में लैंड होते ही पहुंचे चुनाव आयोग के अधिकारी

#election_officials_check_rahul_gandhi_helicopter_in_tamil_nadu 

इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग एक्शन मोड में है। चुनाव आयोग ने तमिलनाडु के नीलगिरी में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर की जांच की है। आज राहुल गांधी का वायनाड दौरा था, जिससे पहले वे तामिलनाडू के नीलगिरी में एक प्रोग्राम में शामिल होने पहुंचे, जहां चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली। हेलीकॉप्टर के यहां उतरने के बाद उड़न दस्ते के अधिकारियों ने तलाशी ली। 

तमिलनाडु के सीमावर्ती क्षेत्र नीलगिरी जिले में राहुल गांधी ने कला एवं विज्ञान कॉलेज के छात्रों से मुलाकात की। इसके बाद वे सड़क मार्ग से केरल के सुल्तान बाथेरी पहुंचे। यहां राहुल ने खुली छत वाली कार में बैठकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। सैकड़ों लोग उनके रोड शो में शामिल हुए।

रोड शो के दौरान राहुल ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा, "हमारी लड़ाई मुख्य रूप से आरएसएस की विचारधारा से है। भाजपा और प्रधानमंत्री का कहना है कि वे एक राष्ट्र, एक चुनाव, एक नेता, एक भाषा चाहते हैं। भाषा कोई थोपी हुई चीज नहीं है। भाषा एक ऐसी चीज है जो लोगों के अंदर से आती है। केरल के लोगों से यह कहना कि आपकी भाषा हिंदी से कमतर है, अपमानजनक है। भारत में सिर्फ एक ही नेता होना चाहिए, ऐसा कहना देश के सभी युवा लोगों का अपमान करने जैसा है।"

लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग भी इस बार एक्शन मोड में है। इस चुनाव में आयोग ने 75 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा नकदी जब्त की है और वो जांच पड़ताल में किसी बड़े नेता को भी नहीं छोड़ रहा है। हेलीकॉप्टरों की पड़ताल के बारे में कुछ भी नया नहीं है, जैसा कि टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी के मामले में हुआ था। चुनाव से पहले ईसीआई द्वारा सभी डीएम/एसपी को हवाई क्षेत्रों/हेलीपैडों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया था। इस तरह की तलाशी पूरे देश में सार्वजनिक और निजी दोनों हवाई क्षेत्रों में हो रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हवाई मार्ग के जरिए प्रलोभन न दिए जाएं।

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Apr 26 2024, 19:14

दूसरे चरण की वोटिंग खत्म, बंगाल में 5 बजे तक 72 फीसदी वोटिंग, यूपी-बिहार में 53 प्रतिशत मतदान

#loksabhaelection2024phase2voting

18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए सेकेंड फेज की 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर वोटिंग का समय शाम 6 बजे खत्म हो गया। 5 बजे तक त्रिपुरा में सबसे ज्यादा करीब 76.23% वोटिंग हुई। महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश मे सबसे कम 53% के आसपास मतदान हुआ। आम चुनाव के लिए दूसरे दौर के मतदान में केरल की सभी 20 सीटों, कर्नाटक की 28 सीटों में से 14 सीटों, राजस्थान की 13 सीटों, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की आठ-आठ सीटों, मध्य प्रदेश की छह सीटों और पांच-पांच सीटों पर मतदान हुआ।

शाम पांच बजे तक का मतदान प्रतिशत

 

राज्य शाम पांच बजे तक मतदान %   

असम 70.66

बिहार 53.03

छत्तीसगढ़ 72.13

जम्मू् कश्मीर 67.22

कर्नाटक 63.90

केरल 63.97

मध्य प्रदेश 54.58

महाराष्ट्र 53.51

मणिपुर 76.06

राजस्थान 59.19

त्रिपुरा 76.23

यूपी 52.64

पश्चिम बंगाल 71.84

WestBengalBangla

Apr 24 2024, 08:52

না মাটি, না পাথর, না কাঠ.. 8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলীর মূর্তি বসছে গুজরাটের গোধরায়
#Bajrangbali _idol _in _Godhra Gujarat

এসবি নিউজ ব্যুরো: মধ্যপ্রদেশের ইন্দোরের শিল্পী স্ক্র্যাপ মেটাল থেকে হনুমানজির অনন্য মূর্তি তৈরি করছেন। গতকাল  সারাদেশে পালিত হয়েছে হনুমান জন্মোৎসব। সকাল থেকেই হনুমানজির মন্দিরে ভক্তদের উপচে পড়া ভিড় লক্ষ্য করা যায়। জানা গিয়েছে,8.5 ফুট উঁচু এবং 350 কেজি ওজনের বজরংবলী মূর্তি তৈরি হচ্ছে সম্পূর্ণ স্ক্র্যাপ মেটালে। ইন্দোরের শিল্পী দেবল ভার্মার তৈরি এঈ মূর্তিটি আগামী মাসে গুজরাটের গোধরায় স্থাপন করা হবে। দেবাল ভার্মা বলেন, 'আমরা গত 7-8 বছর ধরে স্ক্র্যাপ-মেটাল আর্ট নিয়ে কাজ করছি। আমরা স্ক্র্যাপ ধাতু থেকে প্রত্নবস্তু তৈরি সহ অর্ডার অনুযায়ী মূর্তি তৈরি করুন। গোধরা থেকে একটা অর্ডার এসেছিল। সাধারণত ক্লায়েন্ট আমাদের স্থান দেখায় এবং সেখানে কী থাকা উচিত সে সম্পর্কে পরামর্শ চায়।তাকে ঈশ্বরের মূর্তি স্থাপন করতে বলা হয়েছিল। তারা আমাদের কাছে জানতে চেয়েছিল কোন মূর্তি তৈরি করা উচিত এবং কীভাবে তৈরি করা উচিত। আমরা তাকে হনুমানজির মূর্তি বসানোর পরামর্শ দিয়েছিলাম। তারপর হনুমানজির মূর্তির নকশা করি।" দেবল ভার্মা আরও বলেন, 'প্রথমত, এটি বজরঙ্গবলীর মূর্তি এবং আমরা স্ক্র্যাপ থেকে কাজ করছি। মানে এটি শুধুমাত্র স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা উচিত ছিল। কিন্তু এটি এমন ছিল, আমরা সাধারণত যা করি তার থেকে ভিন্ন কিছু করতে হয়েছে ।তার মানে আমরা মূর্তিটা একটু অন্যরকম করব। আমরা এটিতে প্রচুর পিতল এবং স্টেইনলেস স্টিল রাখি। ডিজাইন করতে  2-3 মাস লেগেছে বজরঙ্গবলীজির এই মূর্তিটি ডিজাইন করতে আমাদের 2-3 মাস লেগেছে। প্রস্তাবনা-মাত্রা নকশা সেট. নকশা চূড়ান্ত হওয়ার পর, আমরা মূর্তিটি যে উপাদান থেকে তৈরি করা হবে তা অনুসন্ধান শুরু করেছি। স্ক্র্যাপ খুঁজে পেতে অনেক সময় লাগে। মূর্তিটিতে আছে পিতলের প্যান, প্লেট এবং স্টেইনলেস স্টিলের পাইপ। এসএস শিটও স্থাপন করা হয়। গাড়ির স্প্রিং এবং গিয়ার বিয়ারিং বিভিন্ন ধরনের স্ক্র্যাপ থেকে তৈরি করা হয়। হনুমান চালিসা হনুমানজির মূর্তি বানাতে আমরা হনুমান চালিসার অনুবাদও করেছি। তাদের বৈশিষ্ট্য কি? যেমন, 'কান্ধে মুঞ্জ জেনেউ সাজাই', অর্থাৎ কীভাবে পবিত্র সুতো পরানো হয়। তাহলে কানে দুল কেন? সে রকম ডিটেইলিং করা হয়েছে। প্রায়ই বলেন কথিত আছে, শ্রী রাম জানকী বজরঙ্গবলী জির বুকে বসে আছেন। তাই আমরা একটি অনুরূপ স্কেচ তৈরি করেছি, ডিজিটালভাবে এটি পিতলের মধ্যে খোদাই করেছি, একটি দুল তৈরি করে তার বুকে স্থাপন করেছি। এই ধরনের ডিটেইলিং করা হয়েছে। হনুমানজির মূর্তি তৈরির ক্ষেত্রে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জটি হল বজরঙ্গবলী জির শরীর একেবারে সুস্থ। হনুমানজি শক্তিশালী। সেই সঙ্গে হনুমানজির মুখও খুব কোমল। মুখে সেই স্নিগ্ধতা ওভদ্রতা আনা ছিল একটি বড় চ্যালেঞ্জ। স্টেইনলেস স্টিল, ব্রাস, মাইল্ড স্টিল ব্যবহার করা হয়েছে। উদাহরণস্বরূপ, যদি এটি একটি পিতলের প্লেট হয় তবে এটি কোথায় ব্যবহার করা হবে এবং কীভাবে এটি ব্যবহার করা হবে তা কেটে কেটে লাগানো হয়েছে। মূর্তিটি তৈরি করতে কত সময় লেগেছে? বজরংবলী জির এই মূর্তিটি তৈরি করতে মোট 1 বছর সময় লেগেছে। ডিজাইন থেকে উপাদান সংগ্রহ থেকে চূড়ান্ত উত্পাদন পর্যন্ত। অর্ডারটি গত ফেব্রুয়ারিতে আমাদের কাছে এসেছিল এবং চলতি বছরের মার্চে মূর্তিটি তৈরি হয়। এই মূর্তি তৈরিতে আমাদের ৪ জনের দল কাজ করেছে। আমি দেবল ভার্মা, চিফ মেকানিক্যাল ইঞ্জিনিয়ার ফাইজান খান, চিফ ওয়েল্ডার রাজেশ ঝা এবং হেল্পার অর্জুন। ইন্দোরে আমাদের ডিজাইন স্টুডিওতে এই মূর্তিটি তৈরি করা হয়েছে। গোধরায় বাসস্ট্যান্ডের কাছে শ্রীসারভাত রেস্তোরাঁয় এই মূর্তি স্থাপন করা হবে। এই মূর্তি তৈরি করার সময় হনুমানজির সামনে সবচেয়ে বড় চ্যালেঞ্জ ছিল আবেগ আনতে হয়েছে। কারণ, স্ক্র্যাপ উপাদান থেকে কিছু তৈরি করা এবং তার মধ্যে অভিব্যক্তি আনা সবচেয়ে চ্যালেঞ্জিং কাজ। লোকেরা যখন এই মূর্তিটি দেখে, তখন তাদের মনে হয় যেন বজরঙ্গবলী জি তাদের দেখছেন। মানুষ আমাদের তাই বলেছে। প্রিভিউ দেখে অনেকেই বজরঙ্গবলীজির মূর্তির সামনে কেঁদেছিলেন। হনুমানজির দাড়িতে স্টেইনলেস স্টিলের তার লাগানো আছে। গদাটি পিতলের মাথা দিয়ে তৈরি। মুকুট উপর ঘূর্ণিত। নিচে চশমা পিতলের তৈরি। মুকুটের পিছনে সেলাই মেশিনের চাকা।

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Apr 23 2024, 16:29

हिमाचल की मंडी लोकसभा सीटः क्या बीजेपी लहराएगी जीत का परचम या कांग्रेस मारेगी बाजी?

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देश की सबसे हॉट सीटों में से एक

राज परिवारों की सीट रही मंडी

मंडी सीट पर कांग्रेस का रहा है दबदबा

बीजेपी और कांग्रेस में रहती है कड़ी टक्कर

17 लोकसभा चुनाव में से 11 बार कांग्रेस ने दर्ज की जीत

5 बार बीजेपी के पास गई ये सीट

इस बार बीजेपी लहराएगी परचम या कांग्रेस मारेगी बाजी

हिमाचल प्रदेश की 4 लोकसभा सीटों में से मंडी सीट पर हर किसी की नजर होती है. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्‍कर देखने को मिलती है। इस लोकसभा सीट पर 1951 से अब तक 17 बार लोकसभा चुनाव हुए हैं जिसमें से 11 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है जबकि 5 बार ये सीट बीजेपी के पास गई है। जबकि एक बार इस सीट पर बीएलडी ने कब्‍जा जमाया। मंडी लोकसभा सीट राज परिवारों की सीट रही है। यहां से 1 3 बार राज परिवार के सदस्यों ने जीत दर्ज की है। साल 1951 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में यहां से रानी अमृत कौर ने जीत हासिल की थी। इसके अलावा यहां से ललित सेन, जोगिंदर सेन और बुशहर रिसासत के राजा वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह लोकसभा पहुंच चुके हैं। यही नहीं कुल्लू के रूपी रियासत के राजा महेश्वर सिंह भी यहां से चुनाव जीतकर लोकसभा जा चुके हैं।उन्होंने इस सीट से तीन बार चुनाव जीता था।

दो रियासतों मंडी और सुकेत के विलय के साथ मंडी जिले का गठन 1948 में किया गया। साल 1951-52 में देश के पहले आम चुनाव हुए तब मंडी नाम से लोकसभा सीट नहीं थी। पहले चुनाव में मंडी महासू नाम से सीट थी जिस पर कांग्रेस से अमृत कौर को जीत मिली थी। अगले आम चुनाव, जो 1957 में हुए, उसमें मंडी सीट अस्तित्व में आई। इस चुनाव में कांग्रेस से जोगिंदर सेन को जीत मिली। 1962 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के ललित सेन को जीत मिली। 1967 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस के ललित सेन जीते।

1971 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजपरिवार से ताल्लुक रखने वाले वीरभद्र सिंह को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया। 1971 में हुए चुनाव में वीरभद्र ने बड़ी जीत हासिल की। आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार वीरभद्र सिंह को मंडी सीट पर हार मिली। जनता लहर में यहां से भारतीय लोक दल के गंगा सिंह ने जीत गर्ज की। तीन साल बाद हुए मध्यावधि चुनाव में दोनों उम्मीदवार फिर आमने-सामने थे। इस बार नतीजा बदल गया। वीरभद्र सिंह ने गंगा सिंह से 1977 में मिली हार का बदला ले लिया। 1984 के चुनाव में कांग्रेस ने यहां से सुखराम को अपना उम्मीदवार बनाया। सहानुभूति लहर पर सवार होकर सत्ता में आई कांग्रेस को मंडी से एक बार फिर बहुत बड़ी जीत मिली। 

1989 का लोकसभा चुनाव में मंडी की राजनीति में बदलाव आया।इस चुनाव में भाजपा ने पहली बार सफलता हासिल की। पार्टी की तरफ से उतरे उम्मीदवार महेश्वर सिंह ने कांग्रेस नेता सुख राम को हरा दिया। दो साल बाद हुए 1991 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर सुखराम और महेश्वर सिंह आमने-सामने थे। इस बार सुखराम ने मंडी सीट पर कांग्रेस की वापसी कराई। 1996 में सुख राम ने मंडी सीट पर तीसरी बार जीत दर्ज की। हालांकि, घोटाले में नाम आने के बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया।

1998 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मंडी के पूर्व सांसद महेश्वर सिंह को टिकट दिया तो कांग्रेस ने वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को मैदान में उतारा। 1999 के चुनाव में भी भाजपा के महेश्वर सिंह तीसरी बार मंडी सीट से जीते।

साल 2004, एक बार फिर वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह और भाजपा के महेश्वर सिंह आमने-सामने थे। इस बार प्रतिभा ने 1998 में मिली हार का बदला ले लिया। 2009 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को उतारा। नतीजे आए तो एक बार फिर कांग्रेस दिग्गज को जीत मिली। उन्होंने भाजपा के पूर्व सांसद महेश्वर सिंह को 13,997 वोटों से हराकर जीत दर्ज की। 2012 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली और वीरभद्र सिंह एक बार फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बने। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता छोड़ दी। इसके बाद 2013 में हुए उप-चुनाव में यहां से उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह फिर से जीतकर लोकसभा पहुंचीं। 

2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के एक बार फिर प्रतिभा सिंह को यहां से उम्मीदवार बनाया। उनके सामने थे भाजपा के रामस्वरूप शर्मा। भाजपा के राम स्वरुप शर्मा ने कांग्रेस की पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह को हरा दिया।2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर बड़ी जीत दर्ज की। भाजपा की इस सफलता में मंडी की जीत में शामिल रही, जहां दूसरी बार भाजपा से राम स्वरुप शर्मा जीते।2021 में मंडी सांसद रामस्वरूप शर्मा का निधन हो गया। इसके बाद मंडी सीट पर उप-चुनाव हुआ। इस चुनाव में भाजपा ने ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) खुशाल ठाकुर को उतारा, जबकि कांग्रेस की उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह थीं। उप-चुनाव में प्रतिभा सिंह ने भाजपा के खुशाल ठाकुर को हरा दिया। इस तरह प्रतिभा तीसरी बार मंडी लोकसभा सीट से सांसद चुनी गईं।

अब बात 2024 के चुनाव की कर लेते हैं। इस बार भाजपा ने मंडी लोकसभा सीट से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को अपना उम्मीदवार बनाया है। कंगना के उम्मीदवार बनने के बाद यह सीट सुर्खियों में है। वहीं, कंगना को टक्‍कर देने के लिए कांग्रेस ने विक्रमादित्‍य सिंह पर दांव खेला है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व सांसद प्रतिभा सिंह के पुत्र विक्रमादित्य वर्तमान में शिमला ग्रामीण से विधायक हैं। विक्रमादित्य सिंह का परिवार मंडी लोकसभा सीट का छह बार प्रतिनिधित्व कर चुका है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा की कंगना मंडी की “क्वीन” बनती हैं या विक्रमादित्य बाजी मारते हैं।

WestBengalBangla

Apr 23 2024, 15:04

তৃণমূল কংগ্রেসের প্রার্থীর সমর্থনে রায়গঞ্জে দেবের রোড শো
#TMC# Loksabha election#Roadshow#Raigang#Streetbuzz

তৃণমূল কংগ্রেসের প্রার্থীর সমর্থনে রায়গঞ্জে দেবের রোড শো

India

Apr 19 2024, 20:09

लोकसभा चुनाव 2024 :पहले फेज का मतदान खत्म, जानिए कहां हुई कितने प्रतिशत वोटिंग

#oksabhaelection2024firstphasevoting

लोकसभा चुनाव का पहला चरण शुक्रवार को संपन्न हो गया। हालांकि अभी फाइनल प्रतिशत आना बाकी है।पहले चरण में 102 सीटों पर मतदान हुआ। इसके साथ ही 8 केंद्रीय मंत्रियों व विपक्ष के कई बड़े नेताओं की किस्मत का फैसला वोटिंग मशीन में बंद हो गया। इन 102 सीटों पर कुल 1,625 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण के मतदान के लिए देश भर में 1.87 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन मतदान केद्रों पर कुल 16.63 करोड़ से अधिक मतदाता थे।

शाम पांच बजे तक करीब 60% मतदान

पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें तमिलनाडु की सभी 39 सीटें, राजस्थान की 12, उत्तर प्रदेश की आठ, मध्य प्रदेश की छह, उत्तराखंड की सभी पांच, महाराष्ट्र की पांच, असम और बिहार की चार-चार, पश्चिम बंगाल की तीन, मणिपुर, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश की दो-दो, छत्तीसगढ़, मिजोरम और त्रिपुरा की एक-एक सीट शामिल है।चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, शाम पांच बजे तक 102 सीटों पर करीब 60% मतदान दर्ज किया गया है। तीन बजे तक 49.78% मतदान दर्ज किया गया था। 

राज्यवार पांच बजे तक का मतदान प्रतिशत

अंडमान और निकोबार: 56.87%

अरुणाचल प्रदेश: 63.26 %

असम: 70.77 %

बिहार: 46.32 %

छत्तीसगढ़: 63.41 %

जम्मू और कश्मीर: 65.08%

लक्षदीप: 59.02 %

मध्य प्रदेश: 63.25 %

महाराष्ट्र: 54.85 %

मणिपुर: 67.46 %

मेघालय: 69.91 %

मिजोरम: 52.62 %

नागालैंड: 55.75 %

पुडुचेरी: 72.84 %

राजस्थान: 50.27 %

सिक्किम: 67.58 %

तमिलनाडु: 62.02 %

त्रिपुरा: 76.10 %

उत्तर प्रदेश: 57.54 %

उत्तराखंड: 53.56 %

पश्चिम बंगाल: 77.57

WestBengalBangla

Apr 17 2024, 14:41

#:Today Ramlala's_ Suryaavishek _took _place _in Ayodhya *আজ অযোধ্যায় রামলালার সূর্যাভিষেক হল*

#:Today Ramlala's_ Suryaavishek _took _place _in Ayodhya

এসবি নিউজ ব্যুরো: অযোধ্যায় রামনবমীতে রামলালের রামলালার সূর্যাভিষেক হল। ভগবান রামের মাথার অলৌকিক দৃশ্য দেখে সারা দেশের মানুষ আবেগাপ্লুত।আধ্যাত্মিকতা ও বিজ্ঞানের মিলনের এক মনোরম দৃশ্য আজ দেখা গেল অযোধ্যায়। রামনবমীর বিশেষ দিন উপলক্ষ্যে, অযোধ্যার রাম মন্দিরে যখন ভগবান শ্রীরামের কপালে সূর্য তিলক লাগানো হয়েছিল তখন একটি অপূর্ব দৃশ্য দেখা যায়। এই সূর্যাভিষেক দুপুর ১২.০১ মিনিটে শুরু হয়ে প্রায় পাঁচ মিনিট ধরে চলে। এই ঘটনাসারা বিশ্ব কৌতূহল নিয়ে দেখছে, আজ ৫০০ বছর পর অযোধ্যা ও দেশের মানুষের জন্য এই বিশেষ সুযোগ এসেছে। রাম মন্দির প্রতিষ্ঠার পর এটাই প্রথম রাম নবমী। অযোধ্যায় রামনবমী উপলক্ষ্যে, সূর্যের রশ্মি দ্বারা রামলালার তিলক করা হয়। এই উপলক্ষ্যে রামলালার বিশেষ মেকআপও করা হয়েছিল। 500 বছর পর, এই সূর্যাভিষেকের সময় রামলালা মূর্তির সূর্যাভিষেক হয়েছিল প্রায় 4 থেকে রামলালার মূর্তির মাথায় সূর্য তিলক লাগানো হয় ৬ মিনিটের জন্য। সূর্যের আলো রামলালার ওপর এমনভাবে পড়ল যেন ভগবান রামের গায়ে সূর্য তিলক লাগানো হয়েছে। এই দৃশ্যটি সকলের মনকে মোহিত করেছে ।বিজ্ঞানীরা বহু মাস ধরে এই সূর্য তিলকের জন্য প্রস্তুতি নিচ্ছিলেন। এর জন্য অনেক ট্রায়াল করা হয়েছিল। আজ দুপুরে ঘড়ির কাঁটা 12:01 বাজতেই সূর্যের রশ্মি সরাসরি রামের কপালে এসে পৌঁছায়। 12:01 থেকে 12:06 পর্যন্ত সূর্যাভিষেক চলতে থাকে। পাঁচ মিনিট ধরে চলতে থাকে এই প্রক্রিয়া। বিজ্ঞানীরা গত 20 বছরে অযোধ্যার আকাশে সূর্যের গতিবিধি অধ্যয়ন করেছেন। সঠিক দিকনির্দেশ ইত্যাদি নির্ধারণের পর মন্দিরের উপরের তলায় প্রতিফলক ও লেন্স স্থাপন করা হয়েছে। সূর্যের রশ্মি ঘূর্ণায়মান হয়ে রামলালার কপালে পৌঁছে গেল। উপরের সমতলের লেন্সে সূর্যের রশ্মি পড়ল। এর পরে, এটি তিনটি লেন্সের মধ্য দিয়ে যায় এবং দ্বিতীয় তলায় আয়নার কাছে আসে। শেষেসূর্যের রশ্মি রাম লালার কপালকে 75 মিমি বুলেটের আকারে আলোকিত করতে থাকে এবং এটি প্রায় পাঁচ মিনিট ধরে চলতে থাকে। সূর্য তিলকের পরে, ভগবান শ্রী রামের বিশেষ পূজা এবং আরতি করা হয়।রাম নবমীতে ভক্তদের ভিড়ের পরিপ্রেক্ষিতে প্রায় 25 লাখ ভক্তের আগমনের সময়টি 19 ঘন্টা করা হয়েছে।মঙ্গলা আরতি থেকে শুরু হয়ে রাত ১১টা পর্যন্ত খোলা থাকবে মন্দির। এর মধ্যেই রামলালকে ভোগ প্রদান ও আরতি করা হবে।

WestBengalBangla

Apr 17 2024, 13:48

আজ অযোধ্যায় রামলালার সূর্যাভিষেক হল
#:Today Ramlala's_ Suryaavishek _took _place _in Ayodhya

*আজ অযোধ্যায় রামলালার সূর্যাভিষেক হল।*

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Apr 17 2024, 09:01

Election Campaign: కృష్ణాజిల్లాలో చంద్రబాబు పవన్ ఉమ్మడి ప్రచారం

విజయవాడ: సార్వత్రిక ఎన్నికల నేపథ్యంలో ఏపీలో ఎన్నికల ప్రచారం (Election Campaign) ఊపందుకుంది. అధికార, ప్రతిపక్ష పార్టీలు ప్రచారాన్ని ఉధృతం చేస్తున్నాయి..

ఈ క్రమంలో తెలుగుదేశం (TDP) జాతీయ అధ్యక్షుడు నారా చంద్రబాబు నాయుడు (Nara Chandrababu Naidu), జనసేన (Janasena) అధినేత పవణ్ కల్యాణ్ (Pawan Kalyan) బుధవారం కృష్ణా జిల్లాలో ఉమ్మడి ప్రచారం చేయనున్నారు. ప్రజాగళం (Prajagalam) ఎన్నికల ప్రచారంలో భాగంగా పెడన (Pedala), మచిలీపట్నం (Machilipatnam)లో రోడ్డు షో (Road Show), బహిరంగ సభలు (Meetings) నిర్వహిస్తారు..

ఈ నేపథ్యంలో చంద్రబాబు బుధవారం సాయంత్రం మూడు గంటలకు హైదరాబాద్ నుంచి పెడనకు ప్రత్యక హెలికాప్టర్‌లో రానున్నారు. నాలుగు గంటలకు పెడన బస్ స్టాండ్‌లో బహిరంగ సభ నిర్వహిస్తారు. అనంతరం రోడ్డు మార్గం ద్వారా మచిలీపట్నంకు బయలుదేరి వెళతారు. సాయంత్రం 6 గంటల 30 నిమిషాలకు మచిలీపట్నంలో జరగనున్న బహిరంగ సభలో పాల్గొంటారు..

ఎన్డీయే కూటమి అభ్యర్థుల తరఫున మచిలీపట్నం, పెడన నియోజకవర్గాల్లో ఎన్నికల ప్రచార సభల్లో చంద్రబాబు, పవన్ కల్యాన్ పాల్గొననున్నారు. మధ్యాహ్నం 3 గంటలకు పెడనలో ప్రజాగళం సభ జరగనుంది. స్థానిక బస్టాండ్ సెంటర్ లో ఈ సభ నిర్వహించనున్నారు. అనంతరం రాత్రి 7 గంటలకు మచిలీపట్నం కోనేరు సెంటర్‌లో వారాహి విజయభేరి సభ జరగనుంది..

నిజంనిప్పులాంటిది

Apr 15 2024, 16:47

ఎన్నికల్లో ధన వర్షం రోజుకు రూ.100కోట్లు సీజ్!

దిల్లీ: లోక్‌సభ ఎన్నికల నేపథ్యంలో ఓటర్లను ప్రలోభాలకు గురికాకుండా చూసేందుకు కేంద్ర ఎన్నికల సంఘం (Election Commission) అన్ని చర్యలు తీసుకుంటోంది..

ఈ క్రమంలో దేశవ్యాప్తంగా ముమ్మర తనిఖీలు చేపట్టింది. ఇందులో భాగంగా మార్చి 1 నుంచి నిత్యం సగటున రూ.100 కోట్ల విలువైన నగదు ఇతర తాయిలాలను అధికారులు సీజ్‌ చేస్తున్నట్లు ఈసీ వెల్లడించింది. దేశవ్యాప్తంగా కొనసాగుతోన్న తనిఖీల్లో ఇప్పటి వరకు మొత్తంగా రూ.4650 కోట్లను స్వాధీనం చేసుకున్నట్లు ప్రకటించింది..

2019తో పోలిస్తే ఇది చాలా ఎక్కువ అని తెలిపింది. అంతేకాకుండా లోక్‌సభ ఎన్నికల చరిత్రలో ఈ స్థాయిలో ఎన్నడూ తాయిలాలను సీజ్‌ చేయలేదని పేర్కొంది. ఎన్నికల్లో ధనప్రవాహం, ప్రలోభాలకు అడ్డుకట్ట వేసేందుకు ఈ తనిఖీలు ముమ్మరం చేస్తామని చెప్పింది.

దేశవ్యాప్తంగా ఫ్లయింగ్‌ స్క్వాడ్‌, నిఘా బృందాలతో సహా సరిహద్దు చెక్‌పోస్టులు నిరంతరం పనిచేస్తున్నట్లు ఈసీ వెల్లడించింది. మాదకద్రవ్యాల రవాణాతోపాటు నగదు, మద్యం, తాయిలాల పంపిణీని అడ్డుకునేందుకు కృషి చేస్తున్నామని తెలిపింది.

ఇదిలాఉంటే, ఏప్రిల్‌ 19 నుంచి జూన్‌ 1 వరకు మొత్తం ఏడు దశల్లో లోక్‌సభ ఎన్నికలు జరగనున్నాయి. జూన్‌ 4న లెక్కింపు ఉంటుంది..

India

Apr 15 2024, 13:50

राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर की ली गई तलाशी, तमिलनाडु में लैंड होते ही पहुंचे चुनाव आयोग के अधिकारी

#election_officials_check_rahul_gandhi_helicopter_in_tamil_nadu 

इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग एक्शन मोड में है। चुनाव आयोग ने तमिलनाडु के नीलगिरी में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर की जांच की है। आज राहुल गांधी का वायनाड दौरा था, जिससे पहले वे तामिलनाडू के नीलगिरी में एक प्रोग्राम में शामिल होने पहुंचे, जहां चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली। हेलीकॉप्टर के यहां उतरने के बाद उड़न दस्ते के अधिकारियों ने तलाशी ली। 

तमिलनाडु के सीमावर्ती क्षेत्र नीलगिरी जिले में राहुल गांधी ने कला एवं विज्ञान कॉलेज के छात्रों से मुलाकात की। इसके बाद वे सड़क मार्ग से केरल के सुल्तान बाथेरी पहुंचे। यहां राहुल ने खुली छत वाली कार में बैठकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। सैकड़ों लोग उनके रोड शो में शामिल हुए।

रोड शो के दौरान राहुल ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा, "हमारी लड़ाई मुख्य रूप से आरएसएस की विचारधारा से है। भाजपा और प्रधानमंत्री का कहना है कि वे एक राष्ट्र, एक चुनाव, एक नेता, एक भाषा चाहते हैं। भाषा कोई थोपी हुई चीज नहीं है। भाषा एक ऐसी चीज है जो लोगों के अंदर से आती है। केरल के लोगों से यह कहना कि आपकी भाषा हिंदी से कमतर है, अपमानजनक है। भारत में सिर्फ एक ही नेता होना चाहिए, ऐसा कहना देश के सभी युवा लोगों का अपमान करने जैसा है।"

लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग भी इस बार एक्शन मोड में है। इस चुनाव में आयोग ने 75 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा नकदी जब्त की है और वो जांच पड़ताल में किसी बड़े नेता को भी नहीं छोड़ रहा है। हेलीकॉप्टरों की पड़ताल के बारे में कुछ भी नया नहीं है, जैसा कि टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी के मामले में हुआ था। चुनाव से पहले ईसीआई द्वारा सभी डीएम/एसपी को हवाई क्षेत्रों/हेलीपैडों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया था। इस तरह की तलाशी पूरे देश में सार्वजनिक और निजी दोनों हवाई क्षेत्रों में हो रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हवाई मार्ग के जरिए प्रलोभन न दिए जाएं।