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क्या है 'कफाला सिस्टम' जिसे सऊदी अरब ने किया खत्म, भारतीयों पर इसका क्या असर होगा?

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सऊदी अरब की सरकार ने दशकों पुराने 'कफ़ाला' यानी स्पॉन्सरशिप सिस्टम को खत्म करने का एलान किया है। इस व्यवस्था में विदेशी कामगारों को पूरी तरह से अपने नियोक्ता यानी काम देने वाले पर निर्भर रहना पड़ता था। मानवाधिकार संगठन लंबे समय से कफ़ाला सिस्टम को 'आधुनिक गुलामी' बताते आए हैं। अब सऊदी अरब ने इसे खत्म कर एक नए कॉन्ट्रैक्ट आधारित रोजगार मॉडल की शुरुआत की है। सऊदी में इसके खत्म होने से भारत, पाकिस्तान जैसे देशों के लोगों ने खासतौर से राहत की सांस ली है, जहां से बड़ी तादाद में कामगार सऊदी जाते हैं।

अरब देशों में बीते कई दशकों से ये सिस्टम विदेशी कामगारों के लिए बड़ी परेशानी का सबब रहा है। इस सिस्टम की वजह से अरब में काम करने के लिए जाने वाले लाखों लोगों को मानवाधिकारों से वंचित होना पड़ता था। कफाला एक तरह से लाखों लोगों को अरब देशों में बंधक मजदूर या गुलाम की तरह रहने पर मजबूर कर देता है।इस फैसले से खासकर उन देशों के कामगारों को बड़ी राहत मिली है जो वहां काम करने जाते हैं।

सऊदी अरब में 27 लाख भारतीय कामगार

सऊदी अरब में करीब 1.3 करोड़ कामगार हैं और इनमें करीब 27 लाख भारतीय शामिल हैं। कफाला व्यवस्था समाप्त होने से विदेशी कामगार अपनी मर्जी से नौकरी बदल सकेंगे, तयशुदा वेतन और काम के घंटों के साथ काम करेंगे, और बिना अपने नियोक्ता या 'कफील' की इजाजत के स्वदेश लौट सकेंगे।

कफाला सिस्टम क्या है?

कफाला सिस्टम प्रवासी मजदूरों और उनके स्थानीय नियोक्ताओं के बीच एक बाध्यकारी अनुबंध है जिसके तहत प्रवासी मजदूर केवल उस विशेष नियोक्ता के लिए ही काम कर सकते हैं, जिसके तहत उन्हें देश में रहने की अनुमति दी जाती है। कफाला सिस्टम के तहत नियोक्ता को कई अधिकार मिले होते हैं। मजदूर अपने कफाला की अनुमति के बिना नौकरी बदल नहीं सकते थे। इसके शोषणकारी स्वरूप के कारण, विशेष रूप से उन प्रवासी मजदूरों के लिए जो घरेलू काम, निर्माण आदि के लिए मध्य पूर्व आते हैं, आलोचकों ने इसे आधुनिक काल की गुलामी कहा है।

कफ़ाला सिस्टम खत्म होने से क्या होगा फायदा?

नई व्यवस्था के मुताबिक़ अब कामगार अपने कफ़ील की मर्जी के बिना भी अपनी नौकरी बदल पाएंगे। इसके अलावा देश छोड़ने के लिए भी कफ़ील की अनुमति की जरूरत नहीं होगी। नए सिस्टम में कामगारों को कानूनी मदद मुहैया करवाई जाएगी। कफ़ील कामगारों के स्पॉन्सर या मालिक को कहते हैं। इसका मतलब है कि अगर किसी कामगार को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है या उसे काम में दिक्कतें आ रही हैं तो वह शिकायत कर सकता है। इसके साथ ही नए सिस्टम में काम के घंटे, कंपनी के लिए कामगारों के अधिकार, वेतन और अन्य चीजें तय करना जरूरी कर दिया गया है।

कई देशों में अब भी लागू

सऊदी अरब में कफाला खत्म हो गया है लेकिन खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के कई देशों में यह जारी है। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) और ह्यूमन राइट्स वॉच (एचआरडब्ल्यू) के आंकड़ों के हिसाब से खाड़ी देशों में 2.4 करोड़ श्रमिक कफाला के नियंत्रण में हैं। इनमें से सबसे बड़ा हिस्सा 75 लाख भारतीयों का है। अधिकार समूहों ने कफाला की 'आधुनिक गुलामी' कहकर आलोचना की है।

तेजस्वी यादव होंगे महागठबंधन के सीएम फेस, 2 डिप्टी CM भी बनेंगे, अशोक गहलोत का बड़ा ऐलान

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बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन ने अपनी एकता और चुनावी रणनीति का प्रदर्शन करते हुए गुरुवार को पटना में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से तेजस्वी यादव सीएम के उम्मीदवार होंगे।उन्होंने मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम बनाने का समर्थन किया। अशोक गहलोत ने तेजस्वी यादव को सीएम कैंडिडेट बनाने का ऐलान करते हुए कहा कि बीजेपी अब अपना मुख्यमंत्री के बारे में बताए।

तेजस्वी यादव महागठबंधन का चेहरा

बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन ने गुरुवार को पटना के होटल मौर्य में बहुप्रतीक्षित प्रेस कांफ्रेंस कर बिहार की जनता को बड़ा संदेश दिया। इस संयुक्त प्रेस वार्ता में महागठबंधन के सभी प्रमुख नेताओं ने भाग लिया और अपनी-अपनी बात रखी। इस दौरान पूर्व सीएम और कांग्रेस के सीनियर लीडर अशोक गहलोत ने ऐलान करते हुए कहा कि बिहार में महागठबंधन तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे और वे मुख्यमंत्री के चेहरे होंगे।

मुकेश सहनी होंगे डिप्टी सीएम फेस

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि इंडिया गठबंधन ने लोकसभा चुनाव में एनडीए को अच्छी टक्कर दी। पिछले चुनाव में महागठबंधन मामूली वोटों के अंतर से पीछे रह गए। एनडीए संवैधानिक संस्थाओं को दुरुपयोग कर खेला करना चाहताा है। यह लोग चुनाव जीतने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हैं। इस चुनाव में अगले मुख्यमंत्री के रूप में हमलोग तेजस्वी यादव को चुनते हैं। वह नौजवान हैं। जो कहते हैं करते हैं। अब तक जो वादे किए, उसमें खड़े उतरे। इसलिए महागठबंधन ने फैसला लिया है कि हमलोगों का मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी यादव ही होंगे। वहीं अशोक गहलोत ने कहा कि मुकेश सहनी की पार्टी महागठबंधन के प्रमुख दलों में से एक हैं। उनकी छवि को देखते हुए महागठबंधन उन्हें डिप्टी सीएम का फेस घोषित करता है।

तेजस्वी ने क्या कहा?

वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि गठबंधन के सभी दलों ने उन पर भरोसा जताया है। वह जनता और अपने सहयोगियों के विश्वास पर खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि इस बीस साल की निक्कमी सरकार को हम उखाड़ फेंकेंगे और बिहार के लोगों को विकास और न्याय देंगे। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री पद के संभावित चेहरे को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि गठबंधन नेताओं ने बार-बार बैठकें की हैं और हर निर्णय सोच-समझकर लिया गया है।

प्रधानमंत्री मोदी आसियान समिट में शामिल होंगे या नहीं? मलेशिया के पीएम ने दी जानकारी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 47वें आसियान शिखर सम्मेलन के लिए कुआलालंपुर नहीं जाएंगे। मलयेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने बुधवार को इसकी पुष्टि की। उन्होने बताया कि पीएम मोदी आसियान शिखर सम्मेलन के लिए कुआलालंपुर नहीं जाएंगे, बल्कि वर्चुअली इसमें शामिल होंगे। मलयेशियाई प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी के एक करीबी सहयोगी से फोन पर हुई बातचीत के बाद ये जानकारी दी। इस तरह मलेशिया दौरा न होने की वजह से पीएम मोदी और ट्रंप मुलाकात की संभावना भी खत्म हो गई है।

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मलयेशिया के पीएम अनवर इब्राहिम पीएम मोदी के साथ फेन पर हुई बातचीत के बाद कहा, हमने इस महीने के अंत में कुआलालंपुर में होने वाले 47वें आसियान शिखर सम्मेलन के आयोजन पर चर्चा की। उन्होंने मुझे बताया कि इस समय भारत में चल रहे दीपावली समारोह के कारण प्रधानमंत्री वर्चुअली इसमें शामिल होंगे। मलयेशियाई पीएम ने कहा, मैं उनके फैसले का सम्मान करता हूं और उन्हें और भारत के सभी लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं देता हूं।

आसियान शिखर सम्मेलन क लेकर पीएम मोदी ने दिया अपडेट

वहीं, आसियान शिखर सम्मेलन में शामिल होने को लेकर पीएम मोदी ने अपडेट दिया है। उन्होंने इस सम्मेलन में वर्चुअल शामिल होने की बात कही है। अपने एक्स हैंडल पर जानकारी देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे प्रिय मित्र, मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के साथ गर्मजोशी से बातचीत हुई। उन्हें मलेशिया की आसियान अध्यक्षता के लिए बधाई दी और आगामी शिखर सम्मेलनों की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में वर्चुअल रूप से शामिल होने और आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और प्रगाढ़ बनाने के लिए उत्सुक हूं।

एस जयशंकर कर सकते हैं भारत का प्रतिनिधित्व

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर इन बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। बता दें कि हाल के कुछ बैठकों में पीएम मोदी की जगह एस जयशंकर या दूसरे मंत्री ही भाग ले रहे हैं।

ट्रंप-मोदी मुलाकात के आसार प फिरा पानी

बता दें कि आसियान में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हिस्सा ले रहे हैं। उम्मीद की जा रही थी कि यहां ट्रंप की मुलाकात पीएम मोदी और शी जिनपिंग से होगी। मगर पीएम मोदी की ओर से यह कन्फर्म हो गया है वह इस समिट में भाग नहीं ले रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप के अलावा, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस समिट में शामिल होंगे। ट्रंप शी जिनपिंग से भी मुलाकात को लेकर आतुर हैं। बहरहाल, आसियान समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पीएम मोदी संग संभावित मुलाकात की राहें अब बंद हो गई हैं।

दिल्ली-एनसीआर में दमघोंटू हवा, दिवाली बाद खतरनाक स्तर पर पहुंचा AQI

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दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के कारण हालात बिगड़ने शुरू हो गए हैं। बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई तथा हवा की गति कम होना इसकी बड़ी वजह रही। दीपावली के तीन दिन बाद एक्यूआई का स्तर 400 के पार पहुंच गया है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता का रेड जोन में होना एक गंभीर चेतावनी है।

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली के आनंद विहार में गुरुवार सुबह एक्यूआई 428 दर्ज किया गया। यह आंकड़ा 'गंभीर' श्रेणी में आता है, जो वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को दर्शाता है। अक्षरधाम के आसपास 350, इंडिया गेट और इसके आसपास के इलाकों में 353, एम्स में 342 एक्यूआई दर्ज किया गया है।

आतिशबाजी के बाद प्रदूषण तेजी से बढ़ा

सोमवार को दिवाली रात हुई आतिशबाजी के बाद प्रदूषण तेजी से बढ़ा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिवाली के बाद दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में तेजी से गिरावट आई है। शहर में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम 2.5) का स्तर पिछले पांच वर्षों में सबसे खराब स्थिति में पहुँच गया है। दिवाली के तुरंत बाद, 24 घंटे के भीतर पीएम 2.5 की औसत सांद्रता 488 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुँच गई, जो त्योहार से पहले के 156.6 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के स्तर से तीन गुना से भी अधिक है।

कमजोर हवाओं के कारण प्रदूषण जस-का-तस

वहीं, हवाएं इस समय कमजोर हैं। इस वजह से प्रदूषण जस-का-तस एक जगह बना हुआ है। सुबह-शाम स्मॉग की चादर मोटी दिख रही है। अगले तीन दिनों तक यही स्थिति बनी रह सकती है।

पराली जलाने की घटनाओं में कमी, फिर भी प्रदूषण का कहर

इस बार पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में 77 फीसदी की कमी आई है। क्लाइमेट ट्रेंड्स के अनुसार, यह गिरावट मुख्य रूप से बाढ़ और फसल चक्र में देरी के कारण हुई। 1 से 12 अक्टूबर के बीच, जब पराली जलाने की घटनाएं अपने चरम पर होती हैं, तब भी दिल्ली के पीएम 2.5 स्तर में 15.5 फीसदी की कमी दर्ज की गई। हालांकि, इस कमी के बावजूद, अन्य स्रोतों से होने वाले प्रदूषण ने हवा की गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।

मेहुल चोकसी के भारत प्रत्यर्पण में कोई कानूनी बाधा नहीं, बेल्जियम की अदालत ने कर दिया साफ

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भगोड़े मेहुल चोकसी को बड़ा झटका लगा है। बेल्जियम की एक अदालत ने फैसला सुनाया है कि उसके भारत प्रत्यर्पण में कोई कानूनी बाधा नहीं है। अदालत ने कहा कि चोकसी बेल्जियम का नागरिक नहीं, वो एक विदेशी नागरिक है और उसके खिलाफ लगे आरोप इतने गंभीर हैं कि उसका प्रत्यर्पण जायज है।

बेल्जियम की एंटवर्प अदालत ने एक ऐतिहासिक फैसले में भगोड़े मेहुल चोकसी के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। कोर्ट ने साफ कहा कि चोकसी बेल्जियम का नागरिक नहीं बल्कि विदेशी नागरिक है और उसके खिलाफ भारत में दर्ज आरोप गंभीर आपराधिक प्रकृति के हैं। बेल्जियम कोर्ट के अनुसार, भगोड़े मेहुल चोकसी पर धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और जालसाजी जैसे संगीन अपराधों के आरोप हैं। कोर्ट ने माना कि भारत में उसे निष्पक्ष सुनवाई मिलेगी और जेल की सुविधाएं भी अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगी।

अदालत ने चोकसी पर लगे एक आरोप को खारिज कर दिया कि 201 आईपीसी के तहत साक्ष्य गायब किए गए थे और कहा कि यह अपराध बेल्जियम के कानून के तहत मान्यता प्राप्त नहीं है और इसलिए इसे लागू करने योग्य नहीं माना जा सकता है। फैसले में स्पष्ट किया गया कि कथित कृत्य भारत में 31 दिसंबर, 2016 और 1 जनवरी, 2019 के बीच हुए थे और अभियोजन भारतीय या बेल्जियम कानून के तहत समय-बाधित नहीं है।

एंटवर्प की अदालत ने चोकसी की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि प्रत्यर्पण का अनुरोध राजनीति से प्रेरित है या उसके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है। अदालत ने कहा कि कथित अपराधों को राजनीतिक, सैन्य या गैर-प्रत्यर्पणीय कर अपराध नहीं माना जा सकता और यह मानने का कोई आधार नहीं है कि यह अनुरोध किसी व्यक्ति पर उसकी जाति, धर्म, राष्ट्रीयता या राजनीतिक संबद्धता के आधार पर मुकदमा चलाने या उसे दंडित करने के इरादे से किया गया था।

भारत सरकार की ओर से दी गई जानकारी का हवाला देते हुए, अदालत ने नोट किया कि चोकसी को मुंबई की आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर 12 में रखा जाएगा। इस बैरक में 46 वर्ग मीटर का क्षेत्र, दो सेल और एक निजी शौचालय शामिल है। भारत ने यह आश्वासन दिया कि उसे केवल चिकित्सा जरूरतों या अदालत में पेशी के लिए ही जेल से बाहर निकाला जाएगा। चोकसी ने अपने बचाव में एक्सपर्ट रिपोर्ट, अंतरराष्ट्रीय संदर्भ और विभिन्न दस्तावेज पेश किए थे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सुरक्षा में बड़ी चूक, चॉपर लैंड होते ही हेलिपैड धंसा

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही सामने आई है। राष्ट्रपति को सबरीमाला यात्रा पर लेकर जा रहा हेलीकॉप्टर बुधवार को केरल के एक लैंडिंग पैड पर फंस गया। राष्ट्रपति को सबरीमाला यात्रा पर ले जा रहा वायु सेना का हेलीकॉप्टर बुधवार सुबह प्रमदम स्थित राजीव गांधी इंडोर स्टेडियम में नए कंक्रीट वाले हेलीपैड पर उतरते समय एक गड्ढे में फंस गया। हादसे के तुरंत बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड कर्मियों ने मुस्तैदी दिखाते हुए हेलिकॉप्टर को धंसे हुए हिस्से से हाथों से खींचकर बाहर निकाला और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

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आज सुबह पूरा हुआ हेलीपैड निर्माण कार्य

राष्ट्रपति मुर्मू सबरीमाला जाने के लिए केरल पहुंची थीं। राष्ट्रपति की यात्रा को लेकर सबरीमाला में हेलीपैड का निर्माण अंतिम समय में किया गया। बताया गया कि हेलीपैड पर कॉन्क्रीट का काम बुधवार (22 अक्टूबर) सुबह पूरा हुआ। सूत्रों के मुताबिक, हेलीपैड बनाने का निर्णय मंगलवार (21 अक्टूबर) शाम को ही लिया गया था और पायलटों के निर्देश पर रात में ही कॉन्क्रीट डालने का काम शुरू हो गया। सुबह तक काम पूरा किया गया, ताकि राष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर वहां उतर सके।

हेलीपैड का कॉन्क्रीट पूरी तरह सूखा नहीं था

हालांकि, राज्य खुफिया विभाग ने पहले ही चेतावनी दी थी कि हेलीपैड का कॉन्क्रीट पूरी तरह सूखा नहीं है, इसलिए वहां हेलिकॉप्टर न उतारा जाए। यह चेतावनी नजरअंदाज कर दी गई। अधिकारी ने बताया कि पहले राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग पंबा के पास निलक्कल में होनी थी, लेकिन खराब मौसम के कारण, राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग प्रमदम में हुई

राष्ट्रपति का कार्यक्रम

राष्ट्रपति मुर्मू का केरल का चार दिवसीय दौरा 21 अक्टूबर से शुरू हुआ है और 24 अक्टूबर तक चलेगा। बुधवार को राष्ट्रपति मुर्मू ने भगवान अयप्पा के सबरीमाला मंदिर में पूजा-अर्चना की। वह सबरीमाला दर्शन करने वाली पहली महिला राष्ट्रपति हैं और इस पवित्र स्थल पर जाने वाली दूसरी राष्ट्रपति हैं। इससे पहले 1970 के दशक में पूर्व राष्ट्रपति वी.वी. गिरि यहां पहुंचे थे। सबरीमाला दर्शन के बाद राष्ट्रपति मुर्मू बुधवार शाम को तिरुवनंतपुरम लौटेंगी। गुरुवार को वह राजभवन में पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन की प्रतिमा का अनावरण करेंगी। इसके अलावा, वह वड़करा के शिवगिरी मठ में श्री नारायण गुरु की महासमाधि शताब्दी समारोह का उद्घाटन भी करेंगी। राष्ट्रपति शुक्रवार को कोट्टायम जिले के पाला स्थित सेंट थॉमस कॉलेज के प्लेटिनम जुबली समापन समारोह में शामिल होंगी और 24 अक्टूबर को एर्नाकुलम के सेंट टेरेसा कॉलेज के शताब्दी समारोह में भाग लेकर अपने दौरे का समापन करेंगी।

ट्रंप ने दी दिवाली की शुभकामनाएं तो पीएम मोदी ने दिया धन्यवाद, बोले-आतंकवाद के खिलाफ हम एकजुट

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दिवाली के खास मौके पर बधाई संदेश के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद कहा है। डोनाल्ड ट्रंप ने दिवाली के खास मौके पर पीएम मोदी से फोन पर बात की। दीपावली की शुभकामनाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद दिया। साथ ही पीएम ने आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त रूप से लड़ने की उम्मीद जताई।

पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि राष्ट्रपति ट्रंप, आपके फोन कॉल और दिवाली की हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। प्रकाश के इस पर्व पर हमारे दो महान लोकतंत्र दुनिया को आशा की किरण दिखाते रहें और आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ एकजुट रहें।

ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दीप जलाया

प्रधानमंत्री का यह सुबह का पोस्ट उस समय आया जब कुछ घंटे पहले ही राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक विशेष दिवाली कार्यक्रम में दीप जलाया था। दीवाली के मौके पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैं भारत के लोगों को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। ट्रंप ने दिवाली के अवसर पर सभी भारतीय-अमेरिकी नागरिकों और विश्वभर में त्योहार मना रहे लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। वॉशिंगटन से जारी अपने बयान में उन्होंने कहा कि आज मैं उन सभी अमेरिकियों को शुभकामनाएं देता हूं जो दिवाली, रोशनी का त्योहार मना रहे हैं।

रूस से तेल खरीद पर भी दिया बयान

इस दौरान पत्रकारों को बताया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत की है। उन्होंने यह भी दोहराया कि प्रधानमंत्री ने रूसी तेल आयात में कमी लाने का आश्वासन दिया है और मई में भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को रोका था। वह पहले भी कई बार ऐसे दावे कर चुके हैं। हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया था।

ओवैसी ने इस चुनाव में किया कांग्रेस का समर्थन, जनता से की खास अपील

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एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने तेलंगाना की राजनीति पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने तेलंगाना के जुबली हिल्स उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार नवीन यादव को समर्थन देने का ऐलान किया है। औवेसी ने साफ कहा कि एआईएमआईएम का कोई प्रत्याशी जुबली हिल्स से चुनाव नहीं लड़ेगा।

बीआरएस पर लगाया विकास ना करने का आरोप

ओवैसी ने कहा, जुबली हिल्स में उपचुनाव होने वाले हैं। रेवंत रेड्डी राज्य के मुख्यमंत्री हैं। इस उपचुनाव से न तो सरकार बनेगी और न ही सरकार बदलेगी। जुबली हिल्स की जनता ने बीआरएस के पूर्व विधायक को 10 साल दिए, लेकिन उन्होंने इसका कोई फायदा नहीं उठाया। जुबली हिल्स के किसी भी वार्ड में कोई विकास नहीं हुआ। वहां विकास के मुद्दे पर ही वोटिंग होनी चाहिए।

ओवैसी ने की कांग्रेस उम्मीदवार को वोट देने की अपील

एआईएमआईएम जुबली हिल्स से अपना उम्मीदवार नहीं उतार रही है। हम जुबली हिल्स की जनता से अपील करते हैं कि वे युवा नेता नवीन यादव (कांग्रेस उम्मीदवार) को वोट दें, ताकि वह जुबली हिल्स का विकास कर सकें। यह पार्टी का फैसला है। मौजूदा सरकार कम से कम 2.5 से 3 साल सत्ता में रहेगी और इस उपचुनाव से कुछ बदलने वाला नहीं है। 2028 में जब विधानसभा चुनाव होंगे तब आप देखेंगे कि एआईएमआईएम जुबली हिल्स में क्या करती है।

जुबली हिल्स सीट पर कांग्रेस ने नवीन यादव और बीआरएस ने मंगती सुनीता को उम्मीदवार बनाया है। मंगती सुनीता यहां के विधायक रहे मंगती गोपीनाथ की पत्नी हैं, जिनके निधन से यह सीट खाली हुई है। बीजेपी ने जुबली हिल्स से एल.दीपक रेड्डी को मैदान में उतारकर चुनाव को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है।

दिल्ली-एनसीआर में हवा जहरीली हुई, AQI 400 पार

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देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर दम घुटने लगा है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है। हालत यह है कि राजधानी में कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार हो गया है। दिल्ली-एनसीआर में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ दीवाली की रातभर आतिशबाजी हुई। इसका असर ये हुआ कि मंगलवार की सुबह दिल्ली- एनसीआर में धुंध नजर आई और एयर क्वालिटी जहरीली हो गई।

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आतिशबाजी के बाद भी पिछले साल से कम एक्यूआई

इस बार सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली पर ग्रीन पटाखों को चलाने की अनुमति दे दी थी। लिहाजा इस बार दिल्ली और एनसीआर में जमकर आतिशबाजी हुई और पटाखे भी चले। दिवाली की रात हवा में प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा था। हालांकि, देर रात हवा चलने से अपेक्षाकृत कम होता चला गया। पिछले कुछ सालों से दिल्ली और एनसीआर दिवाली के बाद एक्यूआई 500 के आसपास पहुंच रहा था। ऐसे में इस बार दिल्ली में हवा उतनी जहरीली नहीं हुई, जितना अनुमान लगाया जा रहा था।

कहा कितना एक्यूआई?

दिल्ली के कई इलाकों जैसे अक्षरधाम, आईटीओ, एम्स का AQI 300 के ऊपर (सुबह 8 बजे) दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आज सुबह दिल्ली में इंडिया गेट के आसपास वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 342 दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में है। दिल्ली में अक्षरधाम के आसपास वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 358 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है। INA और AIIMS के पास भी हवा खराब है। 38 में से 36 मॉनिटरिंग स्टेशनों पर पॉल्यूशन का लेवल रेड जोन में रिकॉर्ड हुआ। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, सोमवार रात 10 बजे तक ही AQI 344 पार पहुंच था। द्वारका में AQI 417, अशोक विहार में 404, वजीरपुर में 423 और आनंद विहार में 404 रहा था।

ग्रैप-2 को किया गया एक्टिव

दिल्ली में वायु गुणवत्ता का संकट गहरा गया है। इसके कारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और आसपास वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के स्टेज-2 को तेजी से सक्रिय करना पड़ा है। सीएक्यूएम की ग्रैप उप-समिति की एक तत्काल बैठक बुलाई गई, जिसमें भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के पूर्वानुमानों की समीक्षा की गई, जिसमें स्थानीय उत्सर्जन, स्थिर हवाओं और तापमान इनवर्जन के कारण आने वाले दिनों में निरंतर 'बहुत खराब' स्थिति (301-400) बने रहने की आशंका जताई गई।

बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी जेएमएम, कांग्रेस-आरजेडी पर लगाया ये गंभीर आरोप

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हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने बिहार में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है। पार्टी ने महागठबंधन के सहयोगी दलों राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इन दोनों दलों पर राजनीतिक साजिश का आरोप लगाते हुए पार्टी ने कहा है कि वह आनेवाले दिनों में इस गठबंधन पर फिर से विचार करेगी। इस बड़े राजनीतिक फैसले की घोषणा झारखंड सरकार में नगर विकास मंत्री एवं बिहार चुनाव प्रभारी सुदिव्य कुमार सोनू ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर की।

राजनीतिक धूर्तता का लगाया आरोप

झारखंड सरकार में नगर विकास मंत्री एवं बिहार चुनाव प्रभारी सुदिव्य कुमार सोनू ने तीखे लहजे में कहा कि बहुत दुख और आक्रोश के साथ कहना पड़ रहा है कि राजद और कांग्रेस ने झामुमो के साथ खुला राजनीतिक धोखा किया है। गठबंधन के नाम पर हमें अंधेरे में रखा गया, और हमारी हिस्सेदारी को साजिश के तहत कुचल दिया गया। झामुमो की प्रतिबद्धता और समर्पण के बावजूद हमारे साथ धूर्तता की गई।

कांग्रेस-आरजेडी के साथ अलायंस का रिव्यू करेगी जेएमएम

सुदिव्य कुमार सोनू ने गे कहा कि पार्टी झारखंड में कांग्रेस और आरजेडी के साथ अलायंस का रिव्यू करेगी और इस राजनीतिक धूर्तता का जवाब देगी। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड की भावनाएं आहत की गई है। उन्होंने कहा था कि जेएमएम ने 2019 और 2024 में राजद और कांग्रेस के विधायकों को झारखंड कैबिनेट में सम्मान दिया, लेकिन बिहार में उनके कार्यकर्ताओं के आत्मसम्मान से समझौता किया जा रहा है।

पहले किया था 6 सीटों पर लड़ने का ऐलान

इससे पहले जेएमएम के बिहार विधानसभा का चुनाव ना लड़ने के इस फैसले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। दरअसल, पार्टी ने मात्र दो दिन पहले बिहार में 6 सीटों (जमुई, चकाई, धमदाहा, मनिहारी, पीरपैंती और कटोरिया) पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।