/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png StreetBuzz केटीयू में "समावेशी विकास एवं युवाओं की भागीदारी" के विषय एक दिवसीय शैक्षणिक कार्यशाला हुआ आयोजन Raipur
केटीयू में "समावेशी विकास एवं युवाओं की भागीदारी" के विषय एक दिवसीय शैक्षणिक कार्यशाला हुआ आयोजन

रायपुर-  कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर में समावेशी विकास एवं युवाओं की भागीदारी विषय में एक दिवसीय शैक्षणिक कार्यशाला का आयोजन किया गया। सहभागी विकास एवं सुशासन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध गैर सरकारी संगठन समर्थन, रायपुर का शैक्षणिक कार्यशाला में तकनीकी सहयोग रहा।

रायपुर के संभागायुक्त एवं कुलपति महादेव कावरे ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास पथ में युवाओं को मुख्यधारा में लाने पर संचार क्रांति ने निर्णायक भूमिका निभाई है। दूरस्थ क्षेत्रों में समाचार पत्रों के व्यापक प्रसार से युवाओं में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के प्रति जागरुकता बढ़ी। आज सोशल मीडिया के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और विकास के संदेश जन-जन तक पहुंच रहे हैं। मैं स्वयं बीजापुर के एक छोटे से गांव में पला, बढ़ा और पढ़ाई की। राज्य गठन के बाद प्रदेश में सभी क्षेत्रों में समावेशी विकास की गति बढ़ी। इसका परिणाम है कि बस्तर के युवाओं में शिक्षा और समावेशी विकास में भागीदारी से मुख्य धारा में शांति का एक नया अध्याय लिखा जा रहा है।

कुलपति महादेव कावरे ने उद्घाटन सत्र में प्रतिभागियों से कहा कि बस्तर हो या जशपुर-सरगुजा के दूरस्थ कई गांव जहां इंटरनेट की रफ्तार थोड़ी धीमी थी, वहां रेडियो एवं समुदायिक रेडियो ने विकास के संचार को गति और दिशा दी। इस कड़ी में यह उल्लेखनीय पहलू है कि मन की बात के माध्यम से जन-मन का स्वाभाविक जुड़ाव हमारे दूरदृष्ट्रा प्रधानमंत्री से हुए। हमारे मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में विजन 2047 की मूल अवधारणा में युवाओं—विशेषकर लड़कियों, आदिवासियों और ग्रामीण आबादी—की क्षमता को राज्य के विकास और शासन में प्रमुख योगदानकर्ता के रूप में उपयोग करने का अवसर दिया है। छत्तीसगढ़ शासन की विविध जन कल्याणकारी योजनाओं में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से वे समाज की प्रगति में निर्णायक भूमिका अदा कर रही है। माननीय राज्यपाल जी के निर्देश में नीतियां एवं विकास परियोजनाओं को द्रुतगति से क्रियान्वयन किया जा रहा है।

शिक्षा, आजीविका, शासन और समावेश पर केंद्रित कार्यशाला में समापन वक्तव्य डॉ. राजेश टंडन संस्थापक अध्यक्ष प्रिया एवं चेयरमैन, युनेस्को कम्युनिटी रिसर्च ने दिया। कार्यशाला में समर्थन की अध्यक्षा बनश्री बेनर्जी, कार्यकारी निदेशक डॉ. योगेश कुमार कार्यक्रम निदेशक देविदास किसन निमजे, समन्वयक मनीष झा ने संबोधित किया।

वक्ताओं ने प्रतिभागियों को जानकारी दी कि आजीविका के मोर्चे पर, डीडीयू-जीकेवाई और आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना जैसे कार्यक्रम सकारात्मक परिणाम दिखाते पीएम स्वनिधि योजना ने अनौपचारिक उद्यमिता को प्रोत्साहित करते हुए 1.4 लाख से अधिक ऋण स्वीकृत किए। कार्यशाला विभिन्न हितधारकों विचार-विमर्श और सहयोगात्मक सोच के माध्यम से - डिजिटल, लैंगिक और जनजातीय विभाजन को पाटने के लिए नवीन मॉडलों की पहचान, स्थानीय शासन, योजना और विकास में युवाओं की आवाज़ को एकीकृत माडल, छत्तीसगढ़ के लिए एक दूरदर्शी युवा मुख्यधारा रणनीति और युवाओं को लाभार्थी के रूप में लक्षित करने के बजाय उन्हें राज्य के विकसित होते परिदृश्य में परिवर्तनकर्ता और विकास रोल मॉडल के रूप में स्थापित करनें के विविध पहलूओं पर चर्चा हुई।

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर एवं समाज शास्त्री अमिताभ कुंडू, केटीयू के कुलसचिव सुनील कुमार शर्मा, प्रदान के मनोज कुमार, साथी के भूपेश तिवारी, दोस्त से डॉ. सत्यजीत साहू, प्योर से डॉ. सुनील शर्मा, आनंद शुक्ला ने संबंधोधित किया। विभागाध्यक्ष पंकज नयन पांडेय, शैलेन्द्र खंडेलवाल, डॉ. राजेन्द्र मोहंती, डॉ. नृपेन्द्र शर्मा सहित अतिथि शिक्षक एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यशाला के नोडल अधिकारी एवं प्रभारी प्राध्यापक डॉ. आशुतोष मंडावी रहे।

कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के प्रमुख स्वयंसेवी संगठन प्रदान, साथी, एफईएस, सृजन केन्द्र, पथ, शिखर युवा मंच, वाटर एड, पथ प्रदर्शक, चिराग, सेवा भास्कर, सहयोगी, जन सहयोग, सजग, आरोहण, जन साहस के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।

मुख्यमंत्री निवास में हरेली उत्सव: CM ने गौरी-गणेश, नवग्रह की पूजा कर भगवान शिव का किया अभिषेक

रायपुर-  छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति के पहले पर्व “हरेली” पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में गौरी-गणेश, नवग्रह की पूजा कर भगवान शिव का अभिषेक किया।

पहली बार मुख्यमंत्री निवास में हरेली के पूजन में भिलाई की ग्रेजुएट धनिष्ठा शर्मा ने अपने बड़े भाई दिव्य शर्मा के साथ भगवान शिव के अभिषेक में मंत्रोच्चार किया, इससे मुख्यमंत्री श्री साय एवं उनके परिजनों सहित मौजूद सभी अतिथि प्रभावित हुएहरेली के पूजा-पाठ में विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा भी शामिल हुए।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खेती किसानी के कामों में उपयोग होने वाले नांगर, रापा, कुदाल व दूसरे कृषि यंत्रों की विधिवत पूजा-अर्चना कर हरेली उत्सव का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेश के किसानों समेत समस्त छत्तीसगढ़ वासियों की ख़ुशहाली एवं सुख-समृद्धि की कामना की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने पशुधन संरक्षण के संदेश के साथ गाय और बछड़े को पारंपरिक लोंदी और हरा चारा खिलाया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को हरेली पर्व की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हरेली पर्व केवल किसानों का उत्सव नहीं है, बल्कि यह प्रकृति, पर्यावरण और पशुधन से जुड़े हमारे गहरे रिश्ते को भी दर्शाता है। इस दिन गाय एवं अन्य मवेशियों को गेहूं के आटे, नमक और अरंडी के पत्तों से तैयार लोंदी खिलाने की परंपरा है। मान्यता है कि इससे पशुओं को कई प्रकार की बीमारियों से बचाव मिलता है और उनकी सेहत बेहतर रहती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति में पशुओं को परिवार का सदस्य माना गया है। हरेली का यह पर्व हमें पशुधन के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनके संरक्षण का संकल्प लेने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे अपनी परंपराओं से जुड़ें और पशुधन की देखभाल एवं सुरक्षा को प्राथमिकता दें। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित इस अवसर पर पारंपरिक छत्तीसगढ़ी परिवेश और पूजा-पद्धति के साथ लोक संस्कृति की जीवंत झलक देखने को मिली।।

आम आदमी पार्टी द्वारा संगठन विस्तार को लेकर बड़ी कवायद शुरू- गोपाल साहू

रायपुर- आम आदमी पार्टी द्वारा छत्तीसगढ़ में पार्टी के विस्तार और संगठन की मजबूती के लिए कवायद शुरू हो गई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने बताया कि आगामी 30 जुलाई तक सभी जिलों में जिला स्तरीय मीटिंग का आयोजन किया गया है और उसके बाद जोन स्तरीय सम्मलेन रखा जायेगा, जिसमें प्रदेश प्रभारी, सहप्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की मीटिंग लेंगे। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री, राज्यसभा सांसद एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी डॉ. संदीप पाठक और दिल्ली से सुल्तानपुर विधायक, उप नेता विपक्ष एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश सहप्रभारी मुकेश अहलावत के निर्देशानुसार राज्य में पार्टी विस्तार और मजबूत संगठन की कवायद शुरू हो गयी है। छत्तीसगढ़ में पार्टी ने 7 ज़ोन बनाकर प्रदेश पदाधिकारियों को पर्यवेक्षक /समन्वयक नियुक्त किया है, जिसमें प्रदेश संगठन महामंत्री जसबीर सिंग को सरगुजा जोन एवं कोरबा-रायगढ़ ज़ोन, प्रदेश महासचिव (मीडिया, सोशल मीडिया प्रभारी) मुख्य प्रवक्ता सूरज उपाध्याय को बिलासपुर -जांजगीर-चांपा ज़ोन,प्रदेश महासचिव वदूद आलम को रायपुर-महासमुंद ज़ोन, प्रदेश उपाध्यक्ष देवलाल नरेटी और प्रदेश उपाध्यक्ष उत्तम जायसवाल को बस्तर जोन, कांकेर ज़ोन एवं दुर्ग- राजनांदगाव ज़ोन की पर्यवेक्षक/समन्वयक के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी है।


प्रदेश संगठन महामंत्री जसबीर सिंग ने कहा कि पार्टी द्वारा जल्द ही नए सदस्यों को जोड़ने के लिए व्यापक अभियान चलाया जायेगा। जिला, ब्लॉक स्तर, प्रत्येक वार्ड, पंचायत और बूथ स्तर पर संगठन की टीम तैयार करने की रुपरेखा तैयार की जप्रदेश महासचिव वदूद आलम ने कहा कि पार्टी में युवाओं और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी पर फोकस किया जा रहा है।आने वाले कुछ महीनों में पार्टी में संगठन स्तर पर जिम्मेदारियां दे दी जाएंगी, जिसके बाद जनता के मुद्दे,आगामी चुनाव रणनीति की बड़ी रुपरेखा प्रदेश प्रभारी, प्रदेश सह प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष के मार्गदर्शन में तैयार होगी।

प्रदेश महासचिव सूरज उपाध्याय ने बताया कि हमारे द्वारा कार्यकर्ताओं को आम आदमी पार्टी की नीतियों, विचारधारा और सोशल मीडिया प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित कर कार्यकर्ताओं में जोश और एकता का संचार करने की तैयारी की जा रही है। आम आदमी पार्टी भारत की पहली ऐसी पार्टी है जो अपने गठन के सिर्फ 12 साल में ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल किया है, आम आदमी पार्टी ने हमेशा शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी पर आम जनता के अधिकार के तौर पर फोकस किया है, छत्तीसगढ़ में भी पार्टी जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर लगातार आंदोलन कर रही है। ऐसे में पार्टी के छत्तीसगढ़ के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को आगामी चुनाव में बड़ा फेरबदल की उम्मीद है

छत्तीसगढ़ के 14 जिलों में भीषण बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट

रायपुर- छत्तीसगढ़ में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटों के लिए प्रदेश के 14 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस चेतावनी में बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, कोरबा समेत प्रदेश के मध्य और दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश, गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के अनुसार, वर्तमान में मानसून द्रोणिका (ट्रफ लाइन) पूर्व-दक्षिणपूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। साथ ही एक ऊपरी हवा का चक्रवात दक्षिण उड़ीसा और उसके आसपास 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है। इसके अलावा 13 डिग्री उत्तर अक्षांश पर उत्तर मध्य कर्नाटक से दक्षिण आंध्र प्रदेश तक एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका भी मौजूद है, जिससे वर्षा की गतिविधियां और तेज होने की आशंका है।

22 जुलाई को प्रदेश के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। गरज-चमक और वज्रपात के भी आसार हैं, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 24 जुलाई तक एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जो आगामी दिनों में वर्षा को और अधिक सक्रिय बना सकता है। खासकर दक्षिण छत्तीसगढ़ के कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा में तेज बारिश और वज्रपात का विशेष खतरा बना रहेगा।

इन जिलों में है गरज-चमक और हल्की बारिश की संभावना:

सरगुजा, जशपुर, रायगढ़, महासमुंद, बलौदा बाजार, रायपुर, गरियाबंद, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव और दुर्ग।

राजधानी रायपुर का मौसम:

आज रायपुर में बादल छाए रहेंगे और एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

मौसम विभाग की अपील:

मौसम विभाग ने लोगों को गरज-चमक और वज्रपात के समय खुले स्थानों से दूर रहने, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का कम इस्तेमाल करने की सलाह दी है। किसान, ग्रामीण क्षेत्र के लोग और यात्री विशेष सतर्कता बरतें।

ननकीराम कंवर ने जीएसटी विभाग में हुए भर्ती परीक्षा पर उठाये सवाल, प्रधानंत्री को पत्र लिखकर की सीबीआई जांच की मांग



कोरबा- बीजेपी के सीनियर आदिवासी नेता और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने एक बार फिर भर्ती परीक्षा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये है। ननकीराम कंवर ने छत्तीसगढ़ में हुए जीएसटी विभाग में 350 पदों के लिए हुए भर्ती प्रक्रिया में धांधली और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इस भर्ती प्रक्रिया की सीबीआई से जांच की मांग की है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पीएससी घोटाला को उजागर करने वाले पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने कांग्रेस सरकार में हुए एक और परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया है। ननकीराम कंवर ने आरोप लगााया है कि जीएसटी विभाग में 2021 और 2022 में आयोजित वाणिज्यिक कर निरीक्षक के लिए 350 पदों पर परीक्षा ली गयी थी। उन्होने आरोप लगाया है कि इस परीक्षा के ठीक 2 दिन पहले चयनित अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र मुहैय्या करा दिया गया था।

ननकीराम कंवर ने आरोप लगाया है कि जीएसटी में होने वाली भर्ती की परीक्षा व्यापमं के जरिये ली जानी थी। लेकिन पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में ऐसा न कर विभाग ने भर्ती परीक्षा ली, जिससे भर्ती प्रक्रिया में खुलकर धांधली करते हुए अपने मनचाहे अभ्यर्थियों की भर्ती की गयी। ननकीराम कंवर ने तत्कालीन आयुक्त समीर बिश्नोई के पीए और अन्य उच्च अधिकारियों से जुड़े कर्मचारियों के चयन पर भी सवाल उठाए हैं।

ननकीराम कंवर ने परीक्षा में चयनित उम्मीदवारों को 80 से 100 प्रतिशत अंक मिलने पर अभ्यर्थियों को पहले ही प्रश्न पत्र मुहैय्या कराने की आशंका जतायी है। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मामले में शिकायत कर सीबीआई से उक्त भर्ती प्रक्रिया की जांच कराने की मांग की है। उधर ननकीराम कंवर के इस आरोप के बाद हड़कंप मचा हुआ है। ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि ननकीराम कंवर की शिकायत पर यदि केंद्र सरकार भर्ती प्रक्रिया की जांच शुरू कराता है, तो कई अधिकारी इस जांच के दायरे में आयेंगे।

राज्य सरकार प्रतिबद्ध है प्रदेश के हर खिलाड़ी को अवसर, संसाधन और मंच देने के लिए : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-  खेल प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के हर खिलाड़ी को उसकी मेहनत, लगन और क्षमता के अनुरूप अवसर, संसाधन और मंच उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने महासमुंद जिले की नवोदित तीरंदाज नवलीन कौर को आगामी राष्ट्रीय खेलों में तीरंदाजी में स्थान बनाने पर बधाई और शुभकामनाएँ दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवलीन जैसी खिलाड़ी छत्तीसगढ़ के भविष्य की नींव हैं और सरकार उन्हें खेल के हर स्तर पर निखारने के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करेगी।

जन्म से ही स्वास्थ्यगत चुनौतियों से जूझने वाली नवलीन ने इसे अपनी कमज़ोरी नहीं, बल्कि ताकत में बदल दिया और खेल को अपना जीवन-मार्ग चुना। उन्होंने फरवरी 2025 में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर यह साबित कर दिया कि इच्छाशक्ति और मेहनत के आगे कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।

महासमुंद जिले के बागबाहरा की निवासी नवलीन कौर, अरविंद एवं रंजीत कौर छाबड़ा की सुपुत्री हैं। उनका जन्म गर्भावस्था के सातवें महीने में हुआ था, जिससे प्रारंभिक वर्षों में स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियाँ रहीं। आस-पड़ोस, रिश्तेदार और परिचित हमेशा उनकी तबीयत के बारे में पूछते रहते थे, जिससे वह कभी-कभी उदास हो जाती थीं। लेकिन नवलीन ने इस जिज्ञासा को चुनौती के रूप में स्वीकार किया और खुद को एक नई दिशा में ढाल दिया।

वर्ष 2018 में नवलीन ने बागबाहरा से लगभग पांच किलोमीटर दूर स्थित बिहाझर बालाश्रम में तीरंदाजी का प्रशिक्षण प्रारंभ किया। वे महासमुंद जिले की पहली महिला तीरंदाज बनीं। स्कूली शिक्षा के दौरान उन्होंने दो बार राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में पदक हासिल किए और एक बार राष्ट्रीय स्तर की स्कूली तीरंदाजी प्रतियोगिता में चौथा स्थान अर्जित किया। वर्ष 2023 में उन्होंने गुजरात में आयोजित एफजीएफआई राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया और राज्य स्तरीय सीनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।

नवलीन का लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीतना है। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में कंपाउंड बो से खेला जाता है, जिसके लिए उनके परिजनों ने उन्हें एक नया आधुनिक कंपाउंड धनुष प्रदान किया है। उन्होंने सिटी ओपन तीरंदाजी प्रतियोगिता में कंपाउंड राउंड बालिका वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त कर इसकी शानदार शुरुआत की है। वर्तमान में नवलीन कोच श्री एवन साहू एवं खेल अधिकारी मनोज धृतलहरे से तीरंदाजी के गुर सीख रही हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि क्रिकेट की लोकप्रियता के इस दौर में कोई खिलाड़ी यदि तीरंदाजी जैसे विशिष्ट खेल में कड़ी मेहनत करके प्रदेश और देश के लिए मेडल लाने की दिशा में काम कर रहा है, तो यह न केवल सराहनीय है बल्कि प्रेरणास्पद भी। नवलीन जैसी प्रतिभाएं छत्तीसगढ़ के युवाओं को यह संदेश देती हैं कि प्रतिबद्धता, अभ्यास और आत्मविश्वास के बल पर कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

शराब घोटाले में चेतन्य बघेल को मिले थे 16.70 करोड़, ईडी ने पूर्व सीएम के बेटे की गिरफ्तारी को लेकर जारी किया बयान

रायपुर- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल को 18 जुलाई 2025 को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई है। ईडी ने उन्हें विशेष न्यायालय (PMLA), रायपुर में पेश किया, जहां से उन्हें 22 जुलाई 2025 तक ईडी की रिमांड पर भेज दिया गया है। चेतन्य बघेल की गिरफ्तारी को लेकर ईडी ने एक अधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है।

प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि ईडी की यह जांच ACB/EOW रायपुर द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर शुरू की गई थी, जिसमें आईपीसी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस और ईडी की जांच में यह सामने आया है कि 2019 से 2022 के बीच हुए इस शराब घोटाले से राज्य सरकार को भारी वित्तीय नुकसान हुआ और करीब 2500 करोड़ रुपये की अवैध आय (Proceeds of Crime – POC) अर्जित की गई।

चैतन्य बघेल के खिलाफ आरोप क्या हैं?

ईडी के अनुसार, चैतन्य बघेल ने 16.70 करोड़ रुपये की अवैध कमाई को अपने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में खपाया। उन्होंने यह पैसा नकद में ठेकेदारों को भुगतान, फर्जी बैंक एंट्री और फ्लैट खरीद के बहाने से उपयोग किया। वह त्रिलोक सिंह ढिल्लों के साथ मिलकर एक ‘विठ्ठलपुरम’ नामक परियोजना में फर्जी फ्लैट खरीद की योजना बनाकर 5 करोड़ रुपये प्राप्त करने के आरोप में भी घिरे हैं। इन फ्लैटों को ढिल्लन के कर्मचारियों के नाम पर खरीदा गया था, लेकिन असल लाभार्थी चैतन्य ही थे।

जांच में यह भी पाया गया कि चैतन्य ने इस घोटाले से जुड़े 1000 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध धनराशि को हैंडल किया और इसे अनवर ढेबर एवं अन्य के माध्यम से छत्तीसगढ़ कांग्रेस के तत्कालीन कोषाध्यक्ष तक पहुंचाया गया। यह राशि बघेल परिवार के करीबी लोगों द्वारा आगे निवेश के लिए प्रयोग की गई।

अब तक कौन-कौन फंसे हैं?

इस मामले में अब तक ईडी द्वारा जिन प्रमुख लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें शामिल हैं:अनिल टुटेजा (पूर्व आईएएस),अरविंद सिंह, त्रिलोक सिंह ढिल्लन,अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी कवासी लखमा (तत्कालीन आबकारी मंत्री और वर्तमान विधायक)ईडी ने बताया कि यह घोटाला सिर्फ शराब बिक्री तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे अर्जित धन का उपयोग राजनीतिक और निजी निवेशों में किया गया है। मामले में धन की अंतिम उपयोगिता की जांच अभी चल रही है और आने वाले समय में और भी खुलासे संभव हैं।

प्रधान पाठक ने दे दी जान, घर में इस परिस्थिति में मिला शव, पुलिस जांच में जुटी

रायपुर- प्रधान पाठक की संदिग्ध परिस्थिति में लाश मिली है। परिवार के लोगों ने उनके शव को देखा तो पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया। घटना सुकमा जिले के कोंटा वार्ड की है, जहां वार्ड क्रमांक 7 में ये पूरी घटना घटी। कारीगुंडम स्कूल में पदस्थ हेड मास्टर चैन सिंह नेताम का शव उनके घर के बाथरूम में फांसी के फंदे पर लटका मिला।

इस घटना से शिक्षा विभाग सहित पूरे इलाके में शोक और सन्नाटा पसर गया है। फिलहाल आत्महत्या या हत्या, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है, पुलिस मामले की जांच में जुटी है। करीब 45 वर्षीय चैन सिंह नेताम, जो कि कारीगुंडम प्राथमिक शाला में हेड मास्टर के पद पर कार्यरत थे, उनका शव सोमवार सुबह उनके घर के बाथरूम में फांसी पर लटका हुआ मिला।

परिजनों के अनुसार, चैन सिंह नेताम रविवार रात को सामान्य अवस्था में थे और परिवार के साथ समय बिताने के बाद अपने कमरे में सोने चले गए थे। सुबह जब काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं निकले तो परिजनों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन भीतर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद जब दरवाजा तोड़ा गया, तो उनका शव बाथरूम में फांसी पर लटका मिला।

घटना की सूचना मिलते ही कोंटा पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल की जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन पुलिस का कहना है कि वह हर पहलु की बारीकी से जांच कर रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

परिजनों और साथ काम करने वाले शिक्षकों का कहना है कि चैन सिंह नेताम बीते कुछ महीनों से मानसिक तनाव में थे, हालांकि तनाव का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। सहकर्मियों के अनुसार, वे एक ईमानदार, अनुशासित और विद्यार्थियों के प्रति समर्पित शिक्षक थे।

इस असामयिक मृत्यु से शिक्षा जगत सहित पूरे क्षेत्र में गहरा शोक व्याप्त है। सोशल मीडिया पर साथी शिक्षक, छात्र और ग्रामीण उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।

26 साल बाद मिला इंसाफ: TI की मौत के बाद पत्नी ने लड़ी कानूनी लड़ाई, हाईकोर्ट ने किया बरी

बिलासपुर- न्याय में देर भले हो, लेकिन अंधेर नहीं — इस कहावत को सच कर दिखाया एक महिला ने, जिसने अपने दिवंगत पति की बेगुनाही साबित करने के लिए 26 वर्षों तक कानूनी लड़ाई लड़ी। यह मामला महासमुंद जिले के बसना थाना में पदस्थ तत्कालीन थाना प्रभारी (TI) गणेशराम शेंडे का है, जिन पर 1990 में रिश्वत मांगने का आरोप लगा था।

10 अप्रैल 1990 को गणेशराम शेंडे के खिलाफ एक व्यक्ति ने लोकायुक्त और एसपी से शिकायत की थी कि उन्होंने जमानत के एवज में 1,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायत के आधार पर लोकायुक्त ने जांच कर उन्हें दोषी ठहराते हुए 3 साल की सजा और 2,000 रुपये जुर्माने की सज़ा सुनाई थी।

हालांकि, इस मामले में पीड़ित ने आरोप लगाया था कि रिश्वत की मांग जमानत मिलने के बाद की गई थी। इसी बिंदु को हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया और कहा कि “जब जमानत पहले ही मिल चुकी थी, तो उसके एवज में रिश्वत मांगने का कोई औचित्य नहीं बनता।” इस आधार पर हाईकोर्ट ने दिवंगत TI गणेशराम शेंडे को सभी आरोपों से बरी कर दिया।

TI गणेशराम शेंडे का देहांत पहले ही हो चुका था, लेकिन उनकी पत्नी ने न्याय की उम्मीद नहीं छोड़ी और हाईकोर्ट में मामले की पैरवी जारी रखी। अंततः उन्हें अपने पति की बेगुनाही का प्रमाण मिला।

यह मामला न केवल एक लंबी कानूनी लड़ाई का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सच्चाई के लिए डटे रहना आखिरकार इंसाफ दिला सकता है — भले ही उसमें सालों लग जाएं।

डिजिटल अरेस्ट” का खौफ दिखाकर कर्मचारी से ठगे 32 लाख! वाट्सएप पर भेजा फर्जी नोटिस

जांजगीर-चांपा- ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां “डिजिटल अरेस्ट” के नाम पर एक रिटायर्ड कर्मचारी से 32 लाख 54 हजार 996 रुपये की धोखाधड़ी की गई।

पीड़ित तुषारकर देवांगन, जो सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं, को मनी लॉन्ड्रिंग केस में नाम जुड़ने का डर दिखाया गया। बदमाशों ने उन्हें डराते हुए वॉट्सऐप पर फर्जी डिजिटल अरेस्ट नोटिस भेजा और धीरे-धीरे 6 किस्तों में मोटी रकम ऐंठ ली।

इस पूरे मामले में पीड़ित ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और साइबर सेल की मदद से आरोपियों की तलाश की जा रही है।

सवाल ये उठता है कि अब अपराधी डिजिटल डर और तकनीकी जाल में लोगों को फंसा रहे हैं — क्या पुलिस और प्रशासन इसके खिलाफ तैयार हैं?