झारखंड में वज्रपात का कहर: एक ही दिन में सात की मौत, दो घायल
झारखंड में शुक्रवार का दिन वज्रपात के कहर के रूप में सामने आया, जब राज्य के विभिन्न हिस्सों में बिजली गिरने से तीन महिलाओं सहित सात लोगों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं खूंटी, हजारीबाग और सरायकेला-खरसावां जिलों में दर्ज की गईं, जिससे मानसून के मौसम में वज्रपात से सुरक्षा की आवश्यकता एक बार फिर रेखांकित हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार, खूंटी जिले में वज्रपात की चपेट में आने से सबसे ज्यादा चार लोगों की मौत हुई। मृतकों में दो महिलाएं शामिल हैं। वहीं, हजारीबाग जिले में भी बिजली गिरने से दो व्यक्तियों की जान चली गई। इन घटनाओं में एक महिला भी शामिल है, जिनकी पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।
सरायकेला-खरसावां जिले से भी एक व्यक्ति की मौत की खबर है, जबकि दो अन्य घायल हुए हैं, जिन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उनका इलाज जारी है।
प्रशासन द्वारा इन घटनाओं पर दुख व्यक्त किया गया है और मृतकों के परिजनों को नियमानुसार मुआवजा देने की घोषणा की गई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान खुले में न रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। विशेषकर बारिश और गरज-चमक के दौरान पेड़ों के नीचे या बिजली के खंभों के पास खड़े होने से बचें। ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां लोग अक्सर खेतों में काम करते हैं, उन्हें विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
यह घटना दर्शाती है कि वज्रपात झारखंड में एक गंभीर प्राकृतिक आपदा है, जो हर साल कई लोगों की जान ले लेती है। सरकार और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा लोगों में जागरूकता फैलाने और वज्रपात से बचाव के उपायों के बारे में शिक्षित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। स्थानीय मौसम विभाग ने भी आने वाले दिनों में और अधिक गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
Jul 19 2025, 14:29