शहर के प्रमुख पथों की सफाई करने वाले एजेंसी पर नगर आयुक्त की कार्रवाई , 25 से 35% लगाया पेनल्टी

Gaya : आज बुधवार को नगर आयुक्त द्वारा शहर की प्रमुख सड़कों पर साफ सफाई एवं नाला सफाई का जायजा लिया गया। नगर निगम क्षेत्र की प्रमुख सड़कों का निरीक्षण नगर आयुक्त द्वारा किया गया, जिसमें गेवल बीघा मोड़ से लेकर चांदचौरा मोड़ से लेकर विष्णुपद मंदिर, बंगाली आश्रम होते हुए गोदावरी रोड स्थित मां मंगला गौरी मंदिर रोड तक का पैदल भ्रमण किया गया।
वार्ड 36, वार्ड 39, वार्ड 41, वार्ड 42 एवं वार्ड 34 की प्रमुख सड़कों का निरीक्षण किया गया। एजेंसी के माध्यम से शहर की प्रमुख सड़कों का मैकेनिकल स्वीपिंग एवं मैनुअल स्वीपिंग कराया जा रहा है। इसमें कुल 50 km की लंबाई की सड़क को चिन्हित कर निगम बोर्ड के द्वारा एजेंसी को कार्य करने हेतु सुपुर्द किया गया है। शर्तों के हिसाब से अप्रैल माह के अंत से एजेंसी को तीन वाहनों के माध्यम से सड़कों की साफ सफाई करवानी थी। मार्च माह में एजेंसी की केवल एक गाड़ी से हीं सफाई का कार्य कराया गया है।
एजेंसी के द्वारा अब तीनों वाहन का इस्तेमाल कर कार्य कराया जा रहा है। एजेंसी के द्वारा माह मार्च से कार्य संपादित किया जा रहा है जिसको नगर आयुक्त द्वारा संतोष जनक नहीं पाया गया। नगर आयुक्त ने बताया कि एजेंसी नई है एवं नए कार्य को सुचारू रूप से क्रियान्वयन करने में थोड़ा वक्त लग सकता है।
उपरोक्त के आलोक में पर्याप्त समय एजेंसी को दिया गया है। पर उसके बावजूद भी एजेंसी के कार्य में पूर्ण रूप से सुधार नहीं आया है। आज के निरीक्षण में उपरोक्त प्रमुख मार्ग में कई जगह गंदगी पाई गई, जिसको स्वयं नगर आयुक्त ने मोबाइल के माध्यम से स्वच्छ गया ऐप पर अपलोड किया।
नगर आयुक्त द्वारा स्वयं मोबाइल ऐप के माध्यम से कुल 21 स्थानों पर जाकर जहां कचरा गिरा हुआ था, उसे ऐप पर अपलोड किया गया। साथ में एजेंसी को कड़ी चेतावनी दी गई कि अगर कार्य प्रणाली में दो से तीन दिन में सुधार नहीं आता है तो इकरारनामा रद्द करते हुए कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल के लिए पेनल्टी एजेंसी पर लगाई जा रही है। नगर आयुक्त द्वारा एजेंसी के समर्पित मैनुअल स्वीपिंग के विपत्र में पहले पंद्रह दिन का 100% एवं माह के अंतिम पंद्रह दिनों के विपत्र में 35% दंडात्मक शुल्क लगाते हुए कटौती की गई। साथ में हीं, मैकेनिकल स्वीपिंग के विपत्र में 25% राशि की कटौती की गई।
एजेंसी के द्वारा सभी मैकेनिकल स्वीपिंग की गाड़ियों में 2 GPS सिस्टम लगाया गया है, जिसमें एक निगम के द्वारा लगाया गया है एवं एक एजेंसी के द्वारा खुद लगाया गया है। दोनों GPS के तुलनात्मक विवरणी के बाद हीं भुगतान की प्रक्रिया की जाती है।
नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि भले हीं GPS डाटा के हिसाब से गाड़ी ने दूरी तय की परन्तु स्थल निरीक्षण में कई बार सफाई संतोषजनक नहीं पाई गई थी। इसी के आलोक में एजेंसी पर दंड अधिरोपित किया गया है। एजेंसी द्वारा गैरन्टी दी गयी है कि कार्य प्रणाली में सुधार लाया जाएगा एवं कई सारे सुधार मई माह से लागू कर भी दिए गए हैं।
नगर आयुक्त ने बताया कि कोई भी व्यक्ति gayaswm.in पर लॉगिन कर अपनी सफाई से संबंधित शिकायत लोकेशन के साथ पोर्टल पर दर्ज कर सकता है। साथ ही, एंड्रॉयड ऐप वाले यूजर्स स्वच्छ गया ऐप भी डाउनलोड कर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। प्रक्रिया काफी सरल है एवं मोबाइल से इसे आसानी से दर्ज किया जा सकता है। एजेंसी एवं निगम के साफ सफाई की निगरानी इसी ऐप के माध्यम से की जा रही है। नगर आयुक्त ने बताया कि पिछले माह अप्रैल तक कुल 107 शिकायतें gayaswm पोर्टल पर प्राप्त हुई थी, सफाई से संबंधित जिसमें से सभी का निष्पादन कराया गया।
इसके साथ हीं, 22 सेवा request भी portal के माध्यम से प्राप्त हुई थी जैसे कि फॉगिंग एवं टैंक की सफाई। इन सभी की भी आपूर्ति ससमय की गई।
नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल नंबर से लॉगिन कर अपना सफाई से संबंधित शिकायत दर्ज कर सकता है और इसपे निगम अपने स्तर से समय सीमा निर्धारित करते हुए कार्रवाई करता है। कई लोग इसका लाभ भी ले रहे हैं और यही लोगों से अपेक्षा भी है। साथ हीं, लोगों से अपील भी की गई कि सफाई व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए कहीं भी कचरा न फेंके। निगम एक निर्धारित समय में हीं सफाई का कार्य करता है। साथ ही, घर घर से कचरा उठाव का भी कार्य करता है। इसके अलावा बहुत सारे लोग इधर उधर कचरा फेंक रहे हैं जिस से की पूरी सफाई प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। इस माह से अतिक्रमण के साथ साथ, सफाई से संबंधित दंडात्मक शुल्क भी चिन्हित लोगों पे लगाया जाएगा।
साथ हीं, नगर आयुक्त ने नाला सफाई के कार्यों की समीक्षा की। वार्ड 22 एवं वार्ड 41 में नाले की सफाई की धीमी गति को लेकर नाले सफाई वाले एजेंसी से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। नाले सफाई के एजेन्सी के द्वारा बताया गया कि लगन के कारण कर्मी मिलने में कठिनाई हो रही थी परंतु अब से पर्याप्त मात्रा में लेबर उपलब्ध है एवं नाला की सफाई तय समय सीमा में पूर्ण कराई जाएगी।
नगर आयुक्त ने सभी जमादारों को निर्देशित किया कि नियमित रूप से नालों की सफाई का कार्य कराया जाए ताकि समय सीमा के अंदर सफाई का कार्य समाप्त हो सके। किसी भी तरह के जल जमाव की शिकायत मिलने पर उन पर करवाई की जाएगी।
गया से मनीष कुमार
May 15 2025, 11:51