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छत्तीसगढ़ के 427 से अधिक स्वास्थ्य सेवा केंद्रों को मिले राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक, CM साय ने उत्कृष्ट संस्थाओं और टीम को दी बधाई…

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवा प्रदायगी के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित किए जा रहे हैं। राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और सेवा भावना का परिणाम है कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले शासकीय अस्पतालों की संख्या में ऐतिहासिक वृद्धि हुई है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि वर्ष 2024-25 में 427 से अधिक शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों ने राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाणन हासिल किया है, जो पूर्व वर्षों की तुलना में सबसे अधिक है। यह प्रदेश की स्वास्थ्य प्रणाली में आए अभूतपूर्व सुधार और सेवा के अंतिम छोर तक पहुँच सुनिश्चित करने का प्रमाण है।

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल तथा स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम को उनकी समर्पित कार्यशैली और दूरदर्शी प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने विशेष रूप से सुदूर अंचलों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र ‘चिंतागुफा’ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की उपलब्धि का उल्लेख करते हुए कहा कि जो क्षेत्र कभी चुनौतियों का प्रतीक रहा, आज वहाँ का स्वास्थ्य केन्द्र राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सेवा गुणवत्ता के लिए सम्मानित हुआ है। चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र को 28 नवंबर 2024 को भारत सरकार के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने कहा कि प्रदेश में कुल 436 शासकीय अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों को गुणवत्ता प्रमाणन मिल चुका है, वहीं 644 अन्य संस्थानों का मूल्यांकन प्रक्रियाधीन है। यह दर्शाता है कि छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को सुसंगत, भरोसेमंद और उत्कृष्ट बनाने के लिए लगातार प्रतिबद्ध है।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) प्रमाणन केवल उन्हीं अस्पतालों को प्रदान किया जाता है, जो उपलब्ध सेवाओं, मरीज अधिकारों, इनपुट गुणवत्ता, क्लिनिकल सर्विसेज, इन्फेक्शन कंट्रोल और गुणवत्ता प्रबंधन जैसे सख्त मानकों पर खरे उतरते हैं। विशेषज्ञों की टीम द्वारा गहन मूल्यांकन के बाद ही यह प्रमाणन प्रदान किया जाता है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने विश्वास जताया कि सरकार की सतत पहल और समर्पित टीम वर्क के जरिए छत्तीसगढ़ शीघ्र ही देश के अग्रणी स्वास्थ्य सेवा प्रदायक राज्यों में शामिल होगा।

पैरेंट्स एसोसिएशन ने युक्तियुक्तकरण का किया स्वागत, देखिए इसका क्या होगा फ़ायदा

रायपुर- छत्तीसगढ़ पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष क्रिस्टोफर पॉल ने स्कूल शिक्षा विभाग के युक्तियुक्तकरण फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम बच्चों, स्कूलों और शिक्षा व्यवस्था सभी के हित में है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हजारों स्कूल ऐसे हैं जहां शिक्षक नहीं हैं या एक ही शिक्षक के भरोसे स्कूल चल रहे हैं, जबकि शहरों में 7-8 हजार शिक्षक अतिशेष हैं.

शिक्षा में आएगी गुणवत्ता

बिना गुरू शिक्षा के कल्पना नहीं किया जा सकता और स्कूल में जो पाठ्यक्रम आधारित होता है वहाँ शिक्षा संभव नहीं है जिन स्कूलों में एक शिक्षक है वहाँ शिक्षक पहुँचेंगे जीन स्कूलों में शिक्षक ही नहीं है वहाँ शिक्षक होंगे.

स्कूलों में नहीं रहेंगे अतिशेष शिक्षक

युक्ति युक्तकरण होने से अतिशेष शिक्षक नहीं रहेंगे रायपुर बिलासपुर और दुर्ग में ही 7-8 हज़ार शिक्षक अतिशेष जब पूरे छत्तीसगढ़ में आंकड़ा निकाला जाएगा यह बहुत बड़ा आंकड़ा होगा युक्ति युक्तकरण के माध्यम से ही इनको व्यवस्थित किया जा सकता है

शिक्षक विहीन नहीं रहेगा स्कूल

एक ओर स्कूलों में आवश्यकता से अधिक शिक्षक हैं दूसरी ओर इस स्कूल में शिक्षक ही नहीं है तो यही अतिरिक्त जो शिक्षक हैं उनको ख़ाली स्कूलों में भेजा जाएगा जिससे स्कूल ख़ाली नहीं होगा और विद्यार्थियों को शिक्षक मिलेंगे

मध्यान्ह भोजन घोटाला रुकेगा

दर्ज संख्या के आधार पर मध्यान्ह भोजन का रजिस्टर मेंटेन किया जाता है लेकिन दर्ज संख्या को चेक किया जाए तो बच्चे सब प्रतिशत उपस्थित रहते ही नहीं है ऐसे में उनकी अनुपस्थिति का फ़ायदा लिया जाता है और घोटाला को अंजाम दिया जाता है

क्लास नहीं लेने वाले लेंगे

प्राचार्य और प्रधान पाठक के लिए क्लास निर्धारित हैं बावजूद प्राचार्य और प्रधानपाठक स्कूलों में क्लास नहीं लेते थे जो अब क्लास लेंगे तो कही न कही जो शिक्षकों की कमी होते हुए भी दिखती थी वो थोड़ा आपूर्ति होगा

इन स्कूलों में प्रयोग सफल

प्रदेश में सैकड़ों की संख्या में स्वामी आत्मानंद स्कूल खोला गया जहाँ एक प्राचार्य रखा गया और ये प्रयोग सफल रहा है पढ़ाई का स्तर भी ऊँचा उठा है शिक्षकों की कमी दिखाई नहीं दी है हालाँकि इन स्कूलों में संविदा के माध्यमों से पद भरा गया है

विद्यार्थियों को भटकने की जरूरत नहीं

एक ही कैंपस में कक्षा एक से पांचवीं तक प्राथमिक स्कूल, कक्षा 6 वीं से 8वीं तक और कक्षा 9वीं से 12वीं तक हालाँकि स्कूल संचालित होने के कारण विद्यार्थियों को भटकना पड़ता था प्रवेश के लिए जूझना पड़ता था कई जगह 12वीं तक स्कूल नहीं होने के कारण पढ़ाई छोड़ना पड़ता था लेकिन अब हो सकता है कई स्थानों में 12 वीं तक की पढ़ाई के लिए थोड़ा बच्चों को दूर जाना पड़े लेकिन युक्तियुक्त करण होने के बाद कक्षा 1 से बारहवीं तक पढ़ाई के लिए बच्चे और पालक आश्वास्त रहेंगे

बाबूगीरी से छुटकारा

शिक्षा विभाग में शिक्षकों का बहुत बड़ा अमला जैसे संकुल समन्वयक और प्रधान पाठक, जो बाबूगिरी और अफसरगिरी कर रहे है, इन पदों की आवश्यकता ही नही है, इन्हे अध्ययापन कार्य में भेजा जाना चाहिए. युक्तियुक्तकरण से लाभ यह होगा कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर होगी, जो शिक्षक बाबूगिरी और अफसरगिरी कर रहे थे, उन्हे अब बच्चों को पढ़ाना पड़ेगा. घर के करीबी स्कूलों में पदस्थापना लेने वाले शिक्षक जिन्होने भ्रष्टाचार के ज़रिए पदस्थापना पाई है, उन्हे अब अन्य स्कूलों में भेजा जाएंगा

पैरेंट्स एसोसिएशन ने कहा जहां दर्ज संख्या कम है, ऐसे स्कूलों को पूर्व में भी बंद किया गया है, जहां अतिशेष शिक्षक है, उन्हे अन्य स्कूलों जहां पर शिक्षकों की कमी है, वहां भेजा जाता रहा है हम स्कूल शिक्षा विभाग के इस निर्णय का स्वागत करते है, इसे सख्ती से और अविलंभ करना अनिवार्य है ताकि विसंगतियां दूर है, स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जावें, बच्चों को स्कूलों में पढ़ाने के लिए पर्याप्त शिक्षक उपलब्ध हो, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पाने प्रत्येक बच्चे का मौलिक अधिकार है।

सीएम विष्णुदेव साय ने कांग्रेस पर दिया बड़ा बयान, कहा- फ्यूज बल्ब है कांग्रेस, जिनका खुद का इतिहास संविधान विरोधी रहा

रायपुर- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला करते हुए उसे फ्यूज बल्ब करार दिया है. राजस्थान की राजधानी जयपुर पहुंचे मुख्यमंत्री साय ने जयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस अब देश की राजनीति में अप्रासंगिक हो चुकी है. कांग्रेस एक फ्यूज बल्ब बन चुकी है, जिसने देशभर में जनता का विश्वास खो दिया है. अब ये लोग बेतुके बयान देकर खुद को प्रासंगिक रखने की कोशिश कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री साय मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में दर्शन हेतु राजस्थान के दौरे पर थे, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. एयरपोर्ट पर पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा के दौरान उन्होंने कांग्रेस द्वारा जारी किए गए ‘गायब’ पोस्टर और संविधान बचाओ रैली पर तीखा प्रहार किया.

संविधान का सबसे बड़ा अपमान कांग्रेस ने ही किया है – सीएम साय

कांग्रेस की ओर से हाल ही में आयोजित संविधान बचाओ रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि संविधान को सबसे ज्यादा खतरा कांग्रेस ने ही पहुँचाया है. देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या किसने की. गैर-कांग्रेसी दलों के नेताओं को जेल में किसने डाला. अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इन्होंने कई बार संविधान में संशोधन किया. उन्होंने आगे कहा कि जो लोग खुद संविधान का दुरुपयोग करते रहे हैं, उन्हें संविधान बचाने की बात करना शोभा नहीं देता. यह केवल दिखावा है, जनता सब देख और समझ रही है.

राजनीतिक हलचल तेज

मुख्यमंत्री साय के इस तीखे बयान से राजस्थान और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. विधानसभा चुनावों के पूर्व भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी बयानबाज़ी अपने चरम पर है. मुख्यमंत्री साय के इस बयान को भाजपा की आक्रामक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य कांग्रेस को उसके पुराने कार्यकालों की याद दिलाकर कटघरे में खड़ा करना है.

लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने की निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा

रायपुर- राज्य शासन के लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बस्तर राजस्व संभाग में निर्माणाधीन सड़कों, पुल-पुलियों और भवनों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित बैठक में अधिकारियों से कहा कि बस्तर की स्थानीय जरूरतों के अनुसार कनेक्टीविटी बढ़ाने सड़कों एवं पुल-पुलियों के निर्माण कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता से संचालित कर अनुबंध के अनुसार समय-सीमा में पूर्ण करें। उन्होंने महत्वपूर्ण भवनों के निर्माण कार्यों को भी प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने को कहा। उन्होंने बैठक में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में ज्यादा ध्यान केंद्रित करने के साथ ही भारत माला परियोजना की सड़क को जोड़ने वाली सड़कों सहित दस वर्षों से अधिक पुराने राज्य मार्गों के नवीनीकरण कार्य पर जोर दिया। डॉ. सिंह ने वर्किंग सीजन में कार्यों में तेजी लाते हुए टीम भावना के साथ काम कर आशातीत परिणाम हासिल करने को कहा। उन्होंने बारिश के पहले पूर्ण होने वाले पुल-पुलियों के लिए पहुंच मार्ग अनिवार्यतः बनाने के निर्देश दिए। इससे लोगों को आवाजाही में मदद मिलेगी।

लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बस्तर में प्रगतिरत सड़कों, पुल-पुलियों और भवनों की कार्यवार समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कार्यादेश जारी होने के साथ ही सभी कार्यों में योजनाबद्ध ढंग से प्रगति के लिए पर्याप्त निर्माण सामग्री, मशीनरी, उपकरण और श्रमिकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने तकनीकी मापदंडों एवं गुणवत्ता के मानकों के अनुरूप कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने फील्ड विजिट कर निर्धारित तकनीकी मापदंडों और गुणवत्ता मानकों का अनुपालन तथा कार्य प्रगति की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के भी निर्देश ठेकेदारों को क्षमता के अनुरूप दें काम

डॉ. सिंह ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को ठेकेदारों को उनकी क्षमता के अनुरूप कार्य देने को कहा। उन्होंने कहा कि ठेकेदार के पास प्लांट, मशीनरी, उपकरण इत्यादि संसाधनों की उपलब्धता पर नजर रखें, एक साथ तीन-चार निर्माण कार्य लेने वाले ठेकेदारों के कार्यों की मॉनिटरिंग पर अधिक ध्यान केंद्रित करें। नियमित निर्माण कार्य नहीं करने वाले, धीमी प्रगति वाले, अतिरिक्त समय देने के बाद भी निर्माण कार्य में प्रगति नहीं लाने वाले तथा काम को लम्बे समय तक बंद रखने वाले ठेकेदारों के विरुद्ध अनुबंध की शर्तों के तहत कार्रवाई करें। काम को अपूर्ण छोड़कर जाने वाले ठेकेदारों को काली सूची में डालें और उन्हें सभी निविदाओं से बाहर रखें।भवन निर्माण के लिए सही स्थल का करें चयन

लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने सार्वजनिक भवनों के निर्माण के लिए स्थानीय प्रशासन से समन्वय कर उपयुक्त स्थलों के चयन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक भवनों तथा आवासों का सदुपयोग सुनिश्चित हो, इसे दृष्टिगत रखते हुए वहां सड़क, पेयजल एवं बिजली की उपलब्धता सहित सभी जरूरी सुविधाएं सुलभ कराएं।सड़कों के निर्माण में रोड-सेफ्टी का रखें ध्यान

डॉ. सिंह ने सड़कों के निर्माण के दौरान सड़क सुरक्षा के मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह बहुत जरूरी है। उन्होंने दुर्घटनाजन्य स्थलों को चिन्हित कर संकेतक बोर्ड व ब्लिंकर लगाने तथा डिवाइडर एवं गति अवरोधकों का निर्माण करने को कहा। उन्होंने सड़क सुरक्षा सम्बन्धी सभी मानकों को शामिल कर नवीन सड़कों के निर्माण के लिए कारगर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। डॉ. सिंह ने बैठक में लोक निर्माण विभाग के अधीन आरआरपी फेज-एक और आरसीपीएलडब्ल्यूईए के प्रगतिरत कार्यों के साथ ही विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत निर्माणाधीन सड़कों, भवनों एवं सेतु निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण तथा चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में शामिल निर्माण कार्यों के प्राक्कलन की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता वी.के. भतपहरी, बस्तर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता जी.आर. रावटे, मुख्य अभियंता (सेतु निर्माण) एस.के. कोरी और मुख्य अभियंता (विद्युत एवं यांत्रिकी) टी.आर. कुंजाम सहित बस्तर एवं कांकेर मण्डल के अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता तथा ठेकेदार भी समीक्षा बैठक में मौजूद थे।

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टीबी, कुष्ठ व मलेरिया को समन्वित प्रयास करते हुए सम्पूर्ण उन्मूलन करना प्राथमिकता: अमित कटारिया

रायपुर-  स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया ने आज सर्किट हाउस, रायपुर में आयोजित बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों तथा सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (CMHO) के साथ स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) की वर्तमान कार्ययोजना एवं भावी रणनीतियों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।

श्री कटारिया ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण एवं निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, अतः उपलब्ध संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग कर सेवा गुणवत्ता में निरंतर सुधार सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य सचिव ने सभी अधिकारियों को लक्ष्य आधारित कार्य प्रणाली अपनाने के निर्देश भी दिए और कहा कि राज्य निर्माण के बाद से स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जिसे और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।

श्री कटारिया ने मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई। उन्होंने उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की सतत निगरानी एवं समुचित देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, साथ ही मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में प्रभावी कमी लाने के लिए ठोस कार्ययोजना अपनाने पर बल दिया।

बैठक में टीबी, मिज़ल रूबेला , मलेरिया और कुष्ठ रोग को त्वरित लक्ष्य के रूप में चिन्हित करते हुए इनके उन्मूलन के लिए प्रभावी एवं ठोस कार्यवाही करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। श्री कटारिया ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े प्रत्येक अधिकारी और चिकित्सक को संवेदनशीलता और सेवा भाव के साथ कार्य करना चाहिए, ताकि आमजन तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर पहुंच सकें।

बैठक के दौरान आयुक्त सह संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं डॉ प्रियंका शुक्ला ने स्पष्ट किया कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत वेतन भुगतान में हो रही देरी को तत्काल समाप्त करने तथा चिकित्सा अधिकारियों, खंड चिकित्सा अधिकारियों एवम अन्य स्वास्थ्य अमले की समय-समय पर प्रशिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. शुक्ला ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई और इसके लिए समन्वित कार्य योजना बनाकर प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत सरकार की मंशा के अनुरूप वर्ष 2026 तक मीसल्स-रूबेला उन्मूलन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सुनियोजित कार्यवाही आवश्यक है।

बैठक में महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. एस.के. पामभोई तथा संयुक्त संचालक प्रेमलता चंदेल सहित सभी जिलों के सीएमएचओ, संभागीय संयुक्त संचालक, उप संचालक एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे।

छत्तीसगढ़ डायोसीस के सचिव ने मसीही समुदाय के सहयोग हेतु केंद्र एवं राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया

रायपुर-  छत्तीसगढ़ डायोसीस के सचिव नितिन लॉरेंस ने केंद्र और राज्य सरकार का मसीही समुदाय के सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मसीही समाज सदैव देश और शासन के प्रति निष्ठावान रहा है। सेवा, शिक्षा और शांति के सिद्धांतों पर चलते हुए मसीही समाज राष्ट्र निर्माण में निरंतर योगदान देता आया है और आगे भी देता रहेगा।

हाल ही में सोशल मीडिया और कुछ समाचार माध्यमों में मसीही समाज से जुड़े कुछ भ्रामक एवं असत्यापित बयानों को लेकर भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है। विशेष रूप से अरुण पानालाल नामक व्यक्ति द्वारा दी गई कथित जानकारी और उनके सोशल मीडिया पोस्टों को मसीही समुदाय की राय के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, जो पूर्णतः असत्य है।

यह स्पष्ट किया जाता है कि अरुण पानालाल किसी भी मान्यता प्राप्त मेनलाइन चर्च — जैसे कैथोलिक चर्च या चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया (CNI) — के प्रतिनिधि नहीं हैं। वे स्वयं द्वारा संचालित क्रिश्चियन फोरम संस्था के अध्यक्ष हैं, जो मसीही समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। उनका कोई भी बयान समुदाय की अधिकृत राय नहीं माना जा सकता। मसीही समाज में कोई भी व्यक्ति व्यक्तिगत रूप से संपूर्ण समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता, जब तक कि उसे मान्यता प्राप्त संस्थाओं द्वारा अधिकृत न किया गया हो।

हम यह भी स्पष्ट करते हैं कि जम्मू-कश्मीर के हालिया आतंकी हमले में मारे गए व्यक्तियों को लेकर फैलाया गया भ्रमित दावा, जिसमें एक विशेष धर्म के 15 लोगों के मारे जाने की बात कही गई थी, तथ्यों से परे और अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मृतकों में शामिल दिनेश मिरानिया जी के परिजनों की आपत्ति और पीड़ा को हम पूरी तरह समझते हैं और ऐसी अफवाहों की हम कड़ी निंदा करते हैं।

हम केंद्र और राज्य सरकार का, विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, आपदा राहत और सामाजिक समरसता के क्षेत्रों में, मसीही समाज को निरंतर भागीदारी के अवसर देने हेतु आभार प्रकट करते हैं। मसीही समुदाय अपनी संस्थाओं एवं सेवाओं के माध्यम से राष्ट्र निर्माण, सामाजिक कार्य, स्वास्थ्य सेवा और आपदा राहत में सदैव सहभागी रहा है और रहेगा। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि केवल अधिकृत और प्रमाणिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर ही विश्वास करें और अफवाहों से बचें।

छत्तीसगढ़ में भाजपा का जनजागरण अभियान : BJP अध्यक्ष किरण देव ने कहा – वक्फ बिल को लेकर मुस्लिम समाज के बीच पहुंचेंगे भाजपाई

रायपुर- वक्फ संशोधन बिल को लेकर छत्तीसगढ़ में भाजपा जनजागरण अभियान चलाएगी. इस अभियान को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने बताया कि, बीजेपी पूरे प्रदेश में जनजागरण अभियान चलाएगी और मुस्लिम समाज के बीच पहुंचेगी. इसके लिए 1 से 10 मई तक अलग- अलग कार्यक्रम होंगे.

प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने बताया, 1 मई को कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में बीजेपी की कार्यशाला भी होगी, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, सभी मंत्री, सांसद, विधायक शामिल होंगे. बता दें कि यह कार्यशाला पहले 25 अप्रैल को रखी गई थी. पहलगाम में आतंकी हमले के बाद इसे स्थगित किया गया था.

प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने कहा, वक्फ बोर्ड में जो विसंगतियां थी उन्हें दूर करने के लिए इसमें संसोधन किया गया. मुस्लिम समाज को फायदा मिले इसके लिए संसोधन किया गया है. वक्फ संशोधन बिल को लेकर छत्तीसगढ़ में भाजपा जन जागरण अभियान चलाएगी. 1 से 10 मई तक यह अभियान चलेगा. 1 मई को वृहद कार्यशाला का आयोजन किया गया है, जिसमें बुद्धजीवियों के साथ चर्चा होगी.


कांग्रेस ने झूठ परोसने का काम किया : किरण देव

किरण देव ने कहा, कांग्रेस ने पूरे देश में झूठ परोसने का काम किया. मुस्लिम समाज के लोगों के सामने भ्रम फैलाने की कोशिश की. महिला मोर्चा के नेतृत्व में भी जनजागरण कार्यक्रम होगा, जिसमें केंद्रीय नेता भी शामिल होंगे. मुस्लिम समाज के धर्म नेताओं के सामने अल्प संख्यक मोर्चा संगोष्ठी का आयोजन करेगी. इसमें नए संसोधन बिल के सकारात्मक पहलुओं को बताया जाएगा. बिल की सत्यता को लेकर जनता तक जाएंगे.

परीक्षा परिणाम का तनाव दूर करने CG बोर्ड ने शुरू किया हेल्पलाइन सेंटर, इस नंबर पर कॉल कर बच्चे और पालक ले सकते हैं मार्गदर्शन…

रायपुर- बोर्ड परीक्षा परिणाम के तनाव से बच्चों को बचाने के लिए छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हेल्पलाइन सेंटर शुरू किया है. हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 18002334363 पर फोन कर बच्चे एवं अभिभावक विषय विशेषज्ञों से मार्गदर्शन ले सकते हैं. विषय, कैरियर चयन एवं पुनर्मूल्यांकन, पुनर्गणना संबंधी मार्गदर्शन के लिए यह हेल्पलाइन सेंटर बनाया गया है.

छत्तीसगढ़ में बोर्ड परीक्षा 10वीं-12वीं का परिणाम जारी होते ही कई विद्यार्थी अपने परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं होते हैं और गलत कदम उठा लेते हैं. जीवन लीला को समाप्त करने की कोशिश करते हैं तो वहीं कई विद्यार्थी तनाव में आ जाते हैं. अभिभावक आक्रोशित होकर बच्चों पर टूट पड़ते हैं. इसे रोकने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हेल्पलाइन सेंटर बनाया है, जहां विशेषज्ञ बच्चों एवं अभिभावकों का मार्गदर्शन करेंगे.

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की सचिव पुष्पा साहू ने बताया, बच्चों की परेशानियों को दूर करने के लिए हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 18002334363 संचालित किया जाएगा. परीक्षा परिणाम के पूर्व विद्यार्थियों के मन में परीक्षा परिणाम के भय से होने वाले तनाव का प्रबंधन, विषय व कैरियर चयन एवं पुनर्मूल्यांकन, पुनर्गणना संबंधी मार्गदर्शन, जानकारी के लिए 29 अप्रैल से 09 मई 2025 तक मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक, कैरियर काउंसलर, मण्डल के अधिकारी, सहायक प्राध्यापक के सहयोग से उप सचिव जेके अग्रवाल के मार्गदर्शन में हेल्पलाइन सेंटर का संचालन शुरू किया गया हैं।


दो पालियों में संचालित होगा हेल्पलाइन सेंटर

समन्वयक प्रदीप कुमार साहू के समन्वय से हेल्पलाइन दो पालियों में सुबह 10: 30 से 01 :30 तक एवं दोपहर 02:00 बजे से 05:09 तक संचालित की जा रही है. आज प्रथम दिवस में मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक, कैरीयर काउंसलर, अरूणा जैन एवं मण्डल के सहायक प्राध्यापक मनीषी सिंह उपस्थित रहे.

"वन नेशन वन इलेक्शन" प्रस्ताव पर बवाल- विपक्ष ने कहा हमें बोलने नहीं दिया जा रहा, बीजेपी ने लगाए कांग्रेस राष्ट्र विरोधी के नारे..

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के सभी निकायों में “वन नेशन वन इलेक्शन” के समर्थन में प्रस्ताव लाए जा रहे है. इसी प्रस्ताव पर चर्चा के लिए आज रायपुर नगर निगम में विशेष सामान्य सभा बुलाई गई. सभा रायपुर के शहीद स्मारक भवन में आयोजित की गई जिसमें सभापति सूर्यकांत राठौर, महापौर मीनल चौबे, नेताप्रतिपक्ष संदीप साहू, निगम कमिश्नर विश्वदीप, MIC सदस्य और पार्षद मौजूद रहे.

वन नेशन वन इलेक्शन पर चर्चा करने विशेष सामान्य साभा बुलाने का कांग्रेस ने जमकर विरोध किया. सामान्य सभा के विषय पर चर्चा न करने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों के बीच तनाव बढ़ा और कांग्रेस ने सदन से बहिरगमन कर दिया. सदन छोड़ने के बाद बीजेपी पार्षदों ने कांग्रेस राष्ट्र विरोधी के नारे लगाए.  

सभा की कार्यवाही-विपक्ष ने वक्तव्य में व्यवधान डालने का लगाया आरोप

वन नेशन वन इलेक्शन के प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष के पार्षदों ने समर्थन में अपना वक्तव्य रखा. नेताप्रतिपक्ष संदीप साहू ने जल संकट के बीच इस विषय पर चर्चा करने पर सवाल उठाया. शहर के अन्य मुद्दों पर चर्चा न करने के लिए उन्होंने नाराजगी जाहिर की. इस दौरान MIC मनोज वर्मा ने टोका और सदन का महोल गरमाया।  

इधर अर्जूमन ढेबर ने आतंकी हमले के बीच चुनावी प्रस्ताव के लिए विशेष सभा बुलाने का विरोध किया. पानी और सफ़ाई जैसे मुद्दे पर चर्चा न कर राजनीतिक मुद्दा लाने पर सवाल उठाया जिसके बाद पार्षद कृतिका जैन ने कटाक्ष करते हुए कहा कि हम सिर्फ नाली और पानी के लिए नहीं बने. इस बयान के बाद फिर सदन में सत्ता और विपक्ष के पार्षदों ने एक दूसरे का विरोध शुरू किया. 

कृतिका जैन ने कहा कि सौभाग्य है कि हमारा भी मत “एक देश एक चुनाव” में लिया जा रहा है. हम सिर्फ नाली और पानी के लिए नहीं बने हैं. 

जल संकट पर मचा बवाल, पक्ष और विपक्ष आमने सामने

कांग्रेस पार्षद दल ने भीषण गर्मी में जल संकट पर चर्चा की जगह वन नेशन वन इलेक्शन पर चर्चा का निरंतर विरोध किया. नेताप्रतिपक्ष संदीप साहू ने कहा कि नई सरकार को बने दो महीने हुए है, पानी सबसे बड़ी समस्या है जो सदन में बैठे हर व्यक्ति का मुद्दा है फिर इस पर चर्चा क्यों नहीं की जा रही. नेताप्रतिपक्ष के इस बयान पर बीजेपी पार्षदों ने विपक्ष को जमकर घेरा, मनोज वर्मा ने कहा कि कांग्रेस की पिछली सरकार ने टैंकर मुक्त शहर के दावे किए थे फिर जल संकट क्यों है. 

सत्ता पक्ष के पार्षदों की सभापति ने ली क्लास  

इधर नेता प्रतिपक्ष के वक्तव्य के बीच बीजेपी पार्षदों द्वारा टोकने को लेकर सभापति ने सभी की क्लास लगा दी. सूर्यकांत राठौर ने कहा कि नेताप्रतिपक्ष के वक्तव्य के बीच व्यवधान डालना गलत है. आज का विषय सत्ता पक्ष ने लाया है,यदि सत्ता पक्ष ही व्यवधान लाएगी तो उचित नहीं है. विपक्ष को बात रखने देना सत्ता को आना चाहिए. महापौर और नेताप्रतिपक्ष के वक्तव्य में टीका टिप्पणी सदन की गरिमा के अनुरूप नहीं है (वन नेशन वन इलेक्शन).

महापौर मीनल चौबे ने कहा- महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा के दौरान विपक्ष पलायन कर चुका है. कांग्रेस ने सदन का अपमान किया है. देश चाहता है कि सार्थक विचार-विमर्श हो इसलिए सभा में चर्चा की जा रही. मेरा दायित्व है कि जल संकट पर भी सोचू. देश हित में भी सोचते हुए ये सभा आज रखा गया, सर्वसम्मति से प्रस्ताव भी पारित हुआ है.

राज्यपाल के लेटरहेड से जालसाजी करने वाला फर्जी महामंडलेश्वर गिरफ्तार, राजभवन के सचिव ने दर्ज करायी थी FIR

रायपुर- कैथोलिक रायपुर में जालसाजी करने वाले फर्जी महामंडलेश्वर अजय रामदास को छत्तीसगढ़ पुलिस ने पांच साल बाद मध्य प्रदेश के हिंद जिले से गिरफ्तार कर लिया है। बड़े पैमाने पर लंबे समय से भेष मंदिर वहां छिप गया था।

साल 2019 में उस समय गवर्नर अनुसुइया उइके के लेटर पैड की चोरी कर, रजिस्ट्री द्वारा कई फर्जी पत्र और नोटिस जारी किए गए थे। उन्होंने सिर्फ गवर्नर के फर्जी हस्ताक्षर युक्त दस्तावेज नहीं बनाए, बल्कि कई अवैध तरीके से ऑर्डर लेटर भी भेजा , जिससे रजिस्ट्री की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचा था।

टोयोटा के सचिव द्वारा इस मामले में सिविल लाइन थाना, रायपुर में वर्ष 2019 में धोखाधड़ी एवं जालसाजी की धारा में रिकार्ड दर्ज कराया गया था। इसके बाद से ही बच्चा बच्चा चल रहा था।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, अजय रामदास ने खुद को “महामंडलेश्वर” घोषित कर रखा था और साधु के भेष में विभिन्न स्थानों पर भ्रमण करता रहा। छिंदवाड़ा जिले में भी उसने नाम बदलकर रहना शुरू कर दिया और वहीं खुद को धार्मिक गुरु बताकर आम जनता को धोखा दे रहा था।

छत्तीसगढ़ पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि वह छिंदवाड़ा में भेष बदलकर रह रहा है, जिसके बाद एक विशेष टीम ने वहां दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को रायपुर लाया गया है और अब उससे पूछताछ की जा रही है।

पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी के खिलाफ मध्यप्रदेश के विभिन्न थानों में भी धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस अब आरोपी के खिलाफ अन्य मामलों की भी जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसके साथ और कौन-कौन लोग शामिल थे।

इस हाई-प्रोफाइल मामले में पुलिस जल्द ही विस्तृत खुलासा कर सकती है। फिलहाल आरोपी अजय रामदास को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।