/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1735358461339531.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1735358461339531.png StreetBuzz 3500 किमी यात्रा कर कछुए ने वैज्ञानिकों को किया हैरान, जानें कहां से कहां तक पहुंचा veer
3500 किमी यात्रा कर कछुए ने वैज्ञानिकों को किया हैरान, जानें कहां से कहां तक पहुंचा

कहा जाता है कि कछुए की चाल सबसे धीमी होती है. कछुए एक ही स्थान पर लंबे समय तक रहते हैं, लेकिन एक कछुए ने वैज्ञानिकों को हैरत में डाल दिया है. इस कछुए ने 3500 किमी की यात्रा कर ली. इस कछुए ने ओडिशा से महाराष्ट्र तक का सफर किया. हम बात कर रहे हैं एक मादा ओलिव रिडले कछुए की.

बताया जा रहा है कि इसने ओडिशा से महाराष्ट्र के गुहागर बीच तक 3,500 किलोमीटर का सफर किया है. कछुओं के प्रवास बदलने को लेकर अब तक वैज्ञानिकों को जो समझ थी, उसे इस घटना ने गलत साबित कर दिया है. साथ ही वैज्ञानिकों को मजबूर किया है कि वो कछुओं के प्रवास के बारे में अपनी समझ बदलें.

डॉ. बसुदेव त्रिपाठी ने कछुए का नाम टैग किया था

पहले ये कहा जाता था कि पूर्वी और पश्चिमी तटों पर कछुओं द्वारा अलग-अलग स्थानों पर अपना घोंसला बनाया जाता है, लेकिन मादा ओलिव रिडले के सफर ने इस बात को गलत साबित कर दिया है. साल 2018 में ओडिशा के गहिरमाथा बीच पर एक सामूहिक घोंसला बनाते समय इस कछुए को टैग किया था. जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बसुदेव त्रिपाठी नेकछुए का नाम 03233 टैग किया था.

महाराष्ट्र की टीम ने पाया टैग

टैग लगाने का अर्थ कछुए के पंखों पर एक निशान लगाना होता है, जिससे उनकी पहचान करने में मदद मिलती है. इस साल 27 जनवरी को जब वैज्ञानिकों ने इसी कछुए को गुहागर बीच पर घोंसला बनाते देखा तो हैरान रह गए. महाराष्ट्र के मैंग्रोव फाउंडेशन की एक टीम रात में कछुओं को टैग लगा रही थी. तभी उन्हें ये मादा कुछआ अंडा देते नजर आई. वो इसके पास गए. तब उन्होंने इस पर पहले ही लगा टैग देखा.

श्रीलंका से पहुंची महाराष्ट्र

टैग पर पता लिखा था उससे मालूम चला कि ये मादा कछुआ ओडिशा से आई है. अब कुछुए के पूर्व से पश्चिम तट की ओर 3500 किमोलटर के सफर तय करने का अनुमान लगाया जा रहा है. वैज्ञानिकों का मानना है कि ये मादा कछुआ ओडिशा से श्रीलंका तक गई होगी. फिर वहां से महाराष्ट्र के रत्नागिरी आई होगी.

पानी के लिए तरसता बांसवाड़ा का कुंडल गांव, नहीं आ रही कोई दुल्हन,दर्दनाक है इनकी कहानी

जल ही जीवन है… यह स्लोगन बताता है कि जीवन जीने के लिए पानी कितना महत्त्वपूर्ण है. इसी ‘जीवन’ को पाने के लिए राजस्थान का एक गांव तरस रहा है. पहाड़ी पर बसे गांव के लोगों को अपनी प्यास बुझाने के लिए पैदल 2 किलोमीटर नीचे तक आना पड़ता है. गांव की महिलाओं की उम्र पानी का इंतजाम करने में गुजरती जा रही है. अब आलम यह है कि गांव के युवाओं को दुल्हन मिलना दूभर हो रहा है. कोई भी अपनी बेटी को इस गांव में ब्याहना नहीं चाहता.

यह अभागा गांव राजस्थान के चेरापूंजी और सो टापुओं के शहर के नाम से मशहूर बांसवाड़ा में है. गांव का नाम है कुंडल और दुर्भाग्य की बात यह है कि माही नदी की अथाह जलराशि के बावजूद छोटी सरवन उपखंड में पानी की भयंकर किल्लत है, जिससे गांववालों की जिंदगी नरक बन गई है. तपती गर्मी में गांव की 300 की आबादी पानी की दो बूंद के लिए 1-2 किलोमीटर का सफर तय करती है.

गांव में नहीं आ रही कोई दुल्हन

पानी की इस कमी ने गांव में सामाजिक जीवन को भी प्रभावित किया है, जहां लोग अपनी बेटियों की शादी कुंडल गांव में करने से कतराते हैं.गांव के पढ़े-लिखे युवाओं का कहना है कि पानी की किल्लत के कारण उनकी शादी तक अटक गई है. एक ग्रेजुएट युवक ने बताया, “जब कोई रिश्ता लेकर आता है, तो पानी की समस्या देखकर लोग बेटी की शादी से इनकार कर देते हैं.”

300 लोग और एक हैंडपंप

70 घरों वाले इस गांव में सिर्फ एक हैंडपंप है, जहां पानी के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है. यह हैंडपंप न केवल 300 लोगों की प्यास बुझाता है, बल्कि सैकड़ों मवेशी भी इसी पर निर्भर हैं. ऊंची पहाड़ी पर बसे इस गांव में गर्मी शुरू होते ही जलाशय सूख जाते हैं. कुएं और नदियां तो पूरी तरह सूख चुकी हैं और अधिकांश हैंडपंप खराब पड़े हैं. हर घर नल योजना केवल कागजों तक सिमट कर रह गई है. ग्रामीणों ने बताया कि पानी की समस्या को लेकर पीएचईडी विभाग को कई बार शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं मिला.

पानी भरकर ड्रम में लगा देते हैं ताला

पानी की तलाश में पहाड़ी से उतरकर 1-2 किलोमीटर का सफर करने वाली महिलाओं ने नेताओं और सरकारी सिस्टम की पोल खोल दी है. ग्रामीणों का कहना है कि “नेता सिर्फ वोट लेने चुनाव में आते हैं, बाद में हमारी सुध लेने कोई नहीं आता.” ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि पंचायती राज चुनाव में नेताओं को गांव में घुसने नहीं देंगे. गर्मी के दिनों में जलाशयों के सूख जाने के बाद ग्रामीण दूर-दराज से पानी लाकर ड्रम में भरते हैं और उसे ताला लगाकर रखते हैं.

महिलाओं में गुस्सा

महिलाएं ड्रम में इकट्ठा किए इस पानी को पीने, खाना बनाने और नहाने के लिए कई दिनों तक इस्तेमाल में लेती हैं. गांव की महिलाओं और युवाओं ने सरकार से तत्काल शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने की मांग की है. गांव में देखा गया कि पानी के लिए तपती गर्मी में घंटों इंतजार करती महिलाओं का गुस्सा साफ झलक रहा था. ग्रामीणों ने कहा, “सरकार को हमारी सुध लेनी चाहिए और पानी की समस्या का स्थायी समाधान करना चाहिए.”

सांप ने युवक को 10 बार डंसा, सुबह तक शव के पास ही बैठा रहा; हैरान कर देगी मेरठ की ये रहस्यमयी घटना

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक रहस्यमयी घटना हुई है. यहां एक युवक को सांप ने एक या दो बार नहीं, 10 बार डंसा. इसके बाद भागने के बजाय वहीं पर सुबह तक बैठा रहा. सुबह होने पर परिजनों को पता चला तो सपेरे को बुलाकर सांप को पकड़ा गया. इसके बाद युवक को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मर्ग दर्ज किया है. पुलिस के मुताबिक इस घटना के संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है.

मामला मेरठ के बहसूमा थाना क्षेत्र में अकबरपुर सादात गांव का है. जानकारी के मुताबिक इस गांव में रहने वाले 25 वर्षीय अमित उर्फ मिक्की मजदूरी करता था. शनिवार की रात वह मजदूरी कर घर लौटा और खाना खाने के बाद सो गया. सुबह जब परिजनों ने उसे जगाने की कोशिश की तो देखा कि उसके शरीर में कोई हलचल नहीं है और पूरा शरीर नीला पड़ गया है. इतने में उसके शरीर के नीचे एक जहरीला सांप दिखाई दिया.

10 स्थानों पर मिले डंसने के निशान

यह देखते ही मौके पर हड़कंप मच गया. आनन फानन में सपेरा बुलाकर सांप को पकड़ा गया. इसके बाद अमित को परिजन उठाकर अस्पताल ले आए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने अमित के शव की जांच करने के बाद बताया कि इसके शरीर पर एक दो जगह नहीं, बल्कि 10 स्थानों पर डंसा है. सांप के डंसने के निशान उसके शरीर पर कई जगह मिले हैं. आम तौर पर सांप डंसने के बाद जगह छोड़ देते हैं, लेकिन इस मामले में हैरानी की बात है कि डंसने के बाद भी यह सांप सुबह तक वहीं पर बैठा रहा.

सोशल मीडिया में हो रही चर्चा

यहां तक कि इतनी हलचल होने के बाद भी सांप वहां से नहीं हिला. सोशल मीडिया में इस घटना की खूब चर्चा हो रही है. बता दें कि अमित अपने चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर का था और उसके तीन छोटे बच्चे भी हैं. उसकी मौत से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने बताया कि अस्पताल से मेमो मिलने के बाद शव का पंचनामा कराया गया है. परिजनों की ओर से कोई शिकायत नहीं दी गई है. उधर, ग्रामीण इस घटना को बेहद रहस्यमयी बता रहे हैं.

मेहुल चोकसी की मुश्किलें बढ़ीं, 106 किलो सोने के मामले में एफआईआर, जल्द होगी भारत लाने की प्रक्रिया

भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की बेल्जियम में गिरफ्तारी हुई है. उस पर करीब 14 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है. साल 2018 से वो भारत की जांच एजेंसियों को चकमा दे रहा है. गिरफ्तारी के बाद अब एक और मामले में उसकी मुसीबत बढ़ने वाली है. गुजरात के भावनगर निवासी दिग्विजय जडेजा के आरोप पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. दिग्विजय का आरोप है कि उन्होंने चौकसी की कंपनी के पास निवेश के तौर पर 106 किलो सोना रखा था. करोड़ों रुपये कीमत के सोने के बदले में उन्हें महज 18 लाख रुपये ही दिए गए थे.

बता दें कि भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी के बाद भारत लाने के प्रयास तेज भी हो गए हैं. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने सोमवार को कहा कि मोदी सरकार भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराधों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है. चोकसी को जल्द भारत वापस लाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात पर जोर देते रहे हैं कि देश की संपत्ति लूटने वाले भगोड़ों को वापस लाया जाएगा और जनता का पैसा उन्हें लौटाया जाएगा.

पंकज चौधरी ने और क्या कहा?

वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि चोकसी की गिरफ्तारी इसी दिशा में की गई कार्रवाई का हिस्सा है. सूत्रों का कहना है कि चोकसी को सीबीआई और ईडी द्वारा किए गए प्रत्यर्पण अनुरोध के आधार पर बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया. वो इलाज के नाम पर बेल्जियम गया था और वहीं रुक गया. इससे पहले वह 2018 से एंटीगुआ में रह रहा था. मेहुल चोकसी, नीरव मोदी का मामा है.

कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल का बयान

इससे पहले कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने रविवार को कहा था कि मेहुल चोकसी की बेल्जियम में गिरफ्तारी मोदी सरकार की कूटनीति की जीत है.यह देश के लिए गर्व की बात है. मेहुल चोकसी कीगिरफ्तारी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की सफल कूटनीति की वजह से ही संभव हो सकी है.

हमदर्दी है तो कांग्रेस का अध्यक्ष किसी मुसलमान को बनाओ, 50% टिकट दो: पीएम मोदी

हरियाणा के हिसार में पीएम मोदी ने वक्फ संशोधन कानून को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर कांग्रेस को मुसलामनों से इतनी हमदर्दी है तो वह अपनी पार्टी का अध्यक्ष किसी मुसलमान को क्यों नहीं बनाते. संसद में 50 फीसदी टिकट मुसलमानों को दे. वे जीत करके आएंगे तो अपनी बात बताएंगे लेकिन इन्हें ये नहीं करना है.

पीएम मोदी ने कहा कि इनकी नीयत कभी किसी का भला करने की नहीं रही. मुसलमानों का भी भला करने की नहीं थी. यही कांग्रेस की असली सच्चाई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति ने मुस्लिम समुदाय को कोई फायदा नहीं पहुंचाया, बल्कि उन्हें नुकसान ही पहुंचाया. कांग्रेस ने सिर्फ कुछ कट्टरपंथियों को खुश करने का विकल्प चुना. बाकी समाज बेहाल रहा, अशिक्षित रहा, गरीब रहा.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इस कुनीति का सबसे बड़ा प्रमाण वक्फ कानून है. नए प्रावधानों से वक्फ की पवित्र भावना का सम्मान होगा.

मुसलमानों को अब उनका हक मिलेगा’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वक्फ के नाम पर लाखों हेक्टेयर जमीन है. अगर वक्फ संपत्तियों का लाभ जरूरतमंदों को दिया जाता तो उन्हें फायदा होता लेकिन इन संपत्तियों का फायदा भू-माफियाओं को मिला. इस संशोधित वक्फ कानून से गरीबों की लूट बंद होगी.

अब नए वक्फ कानून के तहत किसी भी आदिवासी की जमीन को हिंदुस्तान के किसी भी कोने में उसकी संपत्ति को ये वक्फ बोर्ड हाथ भी नहीं लगा पाएगा. नए प्रावधानों से मुस्लिम समाज के गरीब और पसमांदा परिवारों, महिलाओं, खासकर मुस्लिम विधवाओं को, बच्चों को उनका हक भी मिलेगा और उनका हक सुरक्षित भी रहेगा. यही असली सामाजिक न्याय है.

कांग्रेस ने बाबा साहेब को अपमानित किया

कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर ने जो सपना देखा था, सामाजिक न्याय के लिए संविधान में जो व्यवस्था की थी. उसको भी छुरा घोंपकर उस संविधान के प्रावधान को तुष्टिकरण का माध्यम बना दिया. कांग्रेस ने हमारे पवित्र संविधान को सत्ता हासिल करने का एक हथियार बना दिया. जब-जब कांग्रेस को सत्ता का संकट दिखा उन्होंने संविधान को कुचल दिया. कांग्रेस ने आपातकाल में संविधान की स्पिरिट को कुचला, ताकि जैसे तैसे सत्ता बनी रहे. कांग्रेस ने बाबा साहेब को अपमानित किया. उनके विचारों को खत्म करना चाहा.

गुजरात में 1800 करोड़ का 300 किलो ड्रग्स बरामद, कोस्ट गार्ड और गुजरात ATS की बड़ी कार्रवाई

भारतीय कोस्ट गार्ड (ICG) और गुजरात एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने मिलकर एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है, जिसमें बड़ी सफलता मिली है. भारतीय तटरक्षक बल (ICG) और गुजरात एटीएस ने 12-13 अप्रैल की रात एक ज्वाइंट ऑपरेशन में समुद्र के रास्ते तस्करी की जा रही नशे की बड़ी खेप को पकड़ा है. इस ऑपरेशन में 300 किलोग्राम से ज्यादा नशीला पदार्थ बरामद हुआ है, जिसकी कीमत लगभग 1800 करोड़ रुपये बताई जा रही है. यह नशा मेथामफेटामिन (Methamphetamine) होने की संभावना है. हालांकि इस बारे में अभी जांच की जा रही है.

यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) के पास की गई, जब ICG को गुजरात एटीएस से पुख्ता खुफिया जानकारी मिली. इसके बाद पश्चिमी क्षेत्र में गश्त कर रहा तटरक्षक जहाज तुरंत कार्रवाई करते हुए संदिग्ध नाव की पहचान कर पाया.

कोस्ट गार्ड को देखने ही नशीला पदार्थ नदीं में फेंका

जैसे ही नाव पर सवार तस्करों को भारतीय तटरक्षक जहाज के आने का आभास हुआ, उन्होंने नशे की खेप को समुद्र में फेंक दिया और IMBL की ओर भागने लगे. तटरक्षक बल ने अपनी छोटी नाव उतारकर समुद्र में फेंकी गई खेप को खोजा, जबकि मुख्य जहाज ने तस्करों का पीछा किया.

हालांकि नाव IMBL पार कर गई, जिससे तटरक्षक बल को पीछा रोकना पड़ा, लेकिन सागर में चल रही तलाशी के दौरान टीम को नशीली सामग्री मिल गई, जिसे अब जांच के लिए पोरबंदर लाया गया है. यह कार्रवाई हाल के सालों में ICG और एटीएस की तरफ से की गई 13वीं बड़ी संयुक्त सफलता है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इन एजेंसियों की मजबूत साझेदारी को दिखाती है.

13वीं बड़ी कार्रवाई

गुजरात में पिछले कई महीनों से इस तरह की कई बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. कोस्ट गार्ड विभाग की मानें तो ये 13वीं बड़ी कार्रवाई है. इसके बाद भी तस्कर फिराक में लगे रहते हैं कि एक मौका मिले और वे अपनी खेप डिलेवर कर सकें. हालांकि तटरक्षक बल पूरी तरह से निगरानी रखे हुए है, यही कारण है कि उनके तस्करों के मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं.

बिहार: हमारी सरकार ने हर वर्ग के लिए काम किया… भीम संवाद में बोले CM नीतीश

राजधानी पटना के बापू सभागार में रविवार (13 अप्रैल) को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर जेडीयू की ओर से ‘भीम संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. भीम संवाद का आयोजन में बड़ी संख्या में पूरे बिहार से दलित समाज के लोग पहुंचे थे. उन्होंने नेताओं को एकसाथ मिलकर सबके लिए काम करने का संदेश दिया.

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान अशोक चौधरी से कहा, ‘अरे भाई कहां है. खड़ा होइए न, इधर आइए. हम लोगों के साथ आ गए हैं, पूरा काम कर रहे हैं. इनको मैं बधाई देता हूं. इनसे हम यही कहेंगे. जितना काम पूरे देश में किया जा रहा है. आप सभी जगह जो हमारा काम है, उसे पूरा कराइएगा न’.

बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को नमन’

कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, ‘बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को नमन करता हूं. उनकी जयंती पर आपको शुभकामनाएं. हम तो उनके घर पर भी कई बार गए हैं. बहुत ज्यादा उन्होंने काम किया है. संविधान की रचना कोई मामूली बात है. उनके घर पर परिवार के लोगों से भी मिले हैं’.

लालू और राबड़ी देवी की सरकार पर हमला

पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल पर निशाना साधते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पहले की सरकारों ने कोई कुछ काम नहीं करता था. लेकिन जब से वो सरकार में आए तो लोगों के लिए बहुत काम किया. महिलाओं के लिए काम किया. हर जाति हर धर्म के लोगों के लिए हमने काम किया है. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले यात्रा पर निकले थे, इस दौरान जहां भी कमी दिखी, उसे पूरा करने का निर्देश दिया गया है.

‘बाबासाहेब के बताए रास्ते पर चल रहे हैं नीतीश’

वहीं इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि पूरे बिहार से लोग यहां पहुंचे हैं. नवंबर 2005 में पहली बार नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने थे, तब से लेकर आज तक बाबासाहेब के बताए रास्ते पर चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने नारा दिया था, ‘न्याय के साथ विकास’, 2006 से यह कार्यक्रम चला आ रहा है. मंत्री ने कहा कि सीएम ने पिछड़े वर्ग और अति पिछड़ों को सम्मान दिया. पंचायती राज में महिलाओं को 50 आरक्षण दिया और आज अनुसूचित जाति की महिलाएं समाज में आगे बढ़ रही हैं.

जेडीयू की तरफ से कार्यक्रम का आयोजन

भीम संवाद कार्यक्रम का आयोजन जेडीयू की तरफ से दूसरी बार किया गया है. इसके पहले 2024 लोकसभा चुनाव से पहले पहली बार जेडीयू ने भीम संवाद कार्यक्रम किया गया था. उसके बाद लोकसभा चुनाव में एनडीए को दलितों का समर्थन भी मिला था. वहीं अब आज हुए कार्यक्रम से पार्टी को एक बार फिर उम्मीद है कि दलितों का समर्थन 2025 के विधानसभा चुनाव में भी मिलेगा. कार्यक्रम का आयोजित करते वाले नेता अशोक चौधरी भी इस मौके पर काफी उत्साहित दिखे. उन्होंने मंच से कहा कि नीतीश कुमार मानस पिता हैं जिन्होंने सबके लिए बिना भेदभाव के विकास किया है.

पंजाब पुलिस की बड़ी सफलता, जालंधर से रॉकेट लॉन्चर बरामद, फिरोजपुर में 2 आतंकी अरेस्ट, बिश्नोई गैंग से थे जुड़े

पंजाब पुलिस की काउंटर इंटेलीजेंस टीम ने फिरोजपुर से जग्गा सिंह और मनजिंदर सिंह नाम के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है. ये जर्मनी में बैठे गैंगस्टर से आतंकी बने गुरप्रीत सिंह उर्फ गोल्डी ढिल्लों के गैंग का टेरर मॉड्यूल पंजाब में चला रहे थे. ये लोग गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नजदीकी बताए जाते हैं.

इनके पास से एक 2.8 किलोग्राम का इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस IED, जिसमें 1.6 किलो RDX लगा था और एक रिमोट कंट्रोल भी बरामद किया गया है. शुरुआती जांच में पता चला है कि इस IED का इस्तेमाल किसी टारगेटेड जगह पर टेरर अटैक के लिए किया जाना था. NIA ने जर्मनी में बैठे गोल्डी ढिल्लों पर 10 लाख रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है.

पंजाब के जालंधर से रॉकेट लांचर बरामद किया गया है. रॉकेट लांचर से किसी जगह को टारगेट किए जाने से पहले ही पंजाब पुलिस ने रॉकेट लांचर को बरामद करके आतंकी साजिश को नाकाम किया है.

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के भी गुर्गों को किया गिरफ्तार

बीते दिनों पंजाब पुलिस के एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने लॉरेंस बिश्नोई-रोहित गोदारा गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इसके दो सक्रिय गुर्गों को गिरफ्तार किया था. उनके कब्जे से एक .32 कैलिबर की पिस्तौल बरामद की है. यह जानकारी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी.

गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान राजस्थान के गंगानगर जिले के गांव 25 एमएल निवासी जशनदीप सिंह उर्फ ​​जशन संधू और गुरसेवक सिंह के रूप में हुई है. डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि आरोपी जशन संधू राजस्थान के गंगानगर में हुए 2023 के एक हत्या के मामले में शामिल था. जॉर्जिया, अजरबैजान, सऊदी अरब और दुबई में लगातार ठिकाने बदलकर गिरफ्तारी से बच रहा था.

डीजीपी ने कहा कि हाल ही में, अपने आकाओं के निर्देश पर आरोपी जशन भारत वापस आया और कानून प्रवर्तन से बचने के प्रयास में सड़क मार्ग से भारत में प्रवेश करने से पहले दुबई से नेपाल में गया. डीजीपी यादव ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी जशन ने गिरोह को रसद सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्होंने कहा कि उसकी पूछताछ से विदेशी हवाला ऑपरेटरों, ट्रैवल एजेंटों और विदेशों में छिपे भगोड़े गैंगस्टरों के ठिकानों की पहचान भी हुई है, जो इन नेटवर्क को खत्म करने में एक जरूरी कदम है.

सोशल मीडिया पर दोस्ती, शादी का झांसा देकर बनाया संबंध; IPS बनते बनाई दूरी तो महिला डॉक्टर पहुंची थाने

महाराष्ट्र के नागपुर में तैनात एक आईपीएस अफसर के खिलाफ महिला के डॉक्टर ने शादी का झांसा देकर रेप का आरोप लगाया है. पीड़िता ने नागपुर के इमामबाड़ा थाने में आरोपी आईपीएस के खिलाफ तहरीर दी है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. महिला डॉक्टर ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी के साथ उसकी दोस्ती इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी.

पीड़िता के मुताबिक उन दिनों वह खुद एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी. आरोपी खुद भी यूपीएससी की तैयारी कर रहा था. उनके बीच पहले दोस्ती थी. यह दोस्ती कब प्यार में बदल गई, उन्हें खुद पता नहीं चला. इस प्यार की वजह से दोनों अक्सर मिलने लगे. इसी दौरान आरोपी ने उसे शादी का झांसा दिया और कई बार उसके साथ संबंध भी बनाए. पीड़िता के मुताबिक इसी बीच उसका एमबीबीएस पूरा हो गया. वहीं दूसरी ओर आरोपी का भी यूपीएससी में चयन हो गया.

आईपीएस में चयन होते दिखाया रंग

पुलिस को दिए शिकायत में पीड़िता ने बताया कि आईपीएस बनते ही आरोपी ने उससे किनारा करना शुरू कर दिया. वहीं पूछने पर उसने साफ तौर पर शादी से इनकार कर दिया. ऐसे में पीड़िता ने आरोपी के परिजनों से गुहार लगाई, लेकिन उन लोगों ने भी कोई रिस्पांस नहीं दिया. आखिरकार थकहार कर पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दी है. बताया कि आरोपी फिलहाल उत्तर महाराष्ट्र के एक जिले में पोस्टेड है.

मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस

पुलिस के मुताबिक पीड़िता की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस ने इस संबंध में आरोपी आईपीएस अधिकारी को नोटिस देकर बयान देने को कहा है. हालांकि विभागीय मामला होने की वजह से कोई भी पुलिस अधिकारी इस संबंध में कोई भी आधिकारिक बयान देने से बच रहा है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक मामले की तकनीकी जांच कराई जा रही है

हनुमान जयंती जुलूस पर मस्जिद के सामने पथराव, मची अफरा-तफरी… पुलिस ने लिया ये एक्शन

गुना में हनुमान जयंती के अवसर पर माहौल बिगड़ गया. क्योंकि यहां हनुमान जयंती के जुलूस पर पथराव किया गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें पत्थरबाजी के दौरन पुलिस वालों को स्थिति संभालते देखा जा सकता है. वहीं, गुस्साए लोगों ने चक्काजाम कर दिया. लोगों ने पत्थर फेंकेने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की.

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब इस मामले में नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. लिस ने 5 नामजद और 20 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है. हालात पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए गुना शहर के हर प्रमुख चौराहे पर भारी पुलिस बल तैनाती है. वहीं गुना में हनुमान जयंती जुलूस पर हमले का एक्सक्लूसिव वीडियो सामने आया है, जिसमें मस्जिद के अंदर से हमले कर रहें लोगों को देखा जा सकता है. मस्जिद के अंदर पहले से हथियार छिपाए गए. एक वीडियो में साफ देखा गया कि एक वर्ग विशेष का युवक बेल्ट लेकर हनुमान के रूप में सजे व्यक्ति से मारपीट कर रहा है.

इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ है यह कोई तात्कालिक विवाद नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित हिंसा थी. धार्मिक स्थल का उपयोग कर हथियार जमा किए गए और शांतिपूर्ण जुलूस को निशाना बनाया गया. दरअसल, शनिवार को शाह के कोल्हू पुरा से शनिवार को हनुमान जयंती का जुलूस निकला. ये जुलूस रापटा और हाट रोड की ओर बढ़ रहा था. जुलूस में लोग बड़ी संख्या में गाते-बजाते चल रहे थे. शाम के लगभग आठ बजे ये जुलूस कर्नलगंज स्थित मस्जिद के सामने पहुंचा. इसी स्थान पर पार्षद की कहा सुनी किसी से जुलूस को आगे बढ़ाने को लेकर हो गई

पत्थरबाजी के बाद पुलिस एक्शन में आई

इसी समय किसी से जुलूस पर पत्थर मार दिया. इसी के बाद माहौल बिगड़ा. फिर दोनों ओर से पत्थर चलाए जाने लगे. पत्थरबाजी से इलाके में भगदड़ मच गई. कुछ पुलिस वालों ने लोगों से अपील कर कहा कि वो पत्थरबाजी ने करें. हालांकि, पत्थरबाजी के बाद पुलिस एक्शन में आई और मौके से लोगों को भगाया. इस घटना ने लोगों के भीतर गुस्सा भर दिया.

प्रशासनिक अमले में हड़कंप

इसके बाद जो युवा जुलूस में चल रहे थे उन्होंने हनुमान चौराहे पर पहुंचकर चक्काजाम कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की. माहौल बिगड़ता देख प्रशासनिक अमले के हाथ पांव फूल गए. इसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस और प्रसाशन के अधिकारी मौके पर पहुंचे.

फिलहाल स्थिति नियंत्रण में

बड़े अधिकारियों ने लोगों से कहा कि वो कोतवाली जाकर केस दर्ज कराएं. इसके बाद युवा कोतवाली गए. कलेक्टर किशोर कुमार कान्याल और एसपी संजीव कुमार सिन्हा हनुमान चौराहे पहुंचे. अधिकारी कर्नलगंज भी स्थिति का जायजा लेने पहुंचे. फिलहाल बताया जा रहा है कि स्थिति नियंत्रण में है.

एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने क्या कहा?

वहीं इस पूरे मामले में एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि जैसे ही हमको कर्नलगंज में विवाद की जानकारी मिली मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई. फिलहाल हालात हमारे कंट्रोल में हैं. मामले की जांच की जा रही है.