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लोकतांत्रिक परंपराओं की मिसाल है छत्तीसगढ़ विधानसभा: मुख्यमंत्री विष्णदेव साय

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह के अवसर पर प्रदेशवासियों की ओर से भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का आत्मीय स्वागत करते हुए कहा कि यह हम सभी का सौभाग्य है कि जब छत्तीसगढ़ विधानसभा अपने गौरवशाली 25 वर्षों का उत्सव मना रही है, तब देश की प्रथम नागरिक हमारे बीच उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बने छत्तीसगढ़ का रजत वर्ष संयोग से उनके जन्मशताब्दी वर्ष में पड़ रहा है, जिसे हम अटल निर्माण वर्ष के रूप में मना रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी विधानसभा की 25 वर्षों की यात्रा लोकतंत्र की सुदृढ़ परंपराओं की प्रतीक है। वैदिक काल से चले आ रहे भारतीय लोकतंत्र को छत्तीसगढ़ ने अपने कार्यों से मजबूत किया है। सदन में जनहितकारी विषयों पर गंभीर चर्चाएं, सशक्त विमर्श और स्वस्थ वातावरण में लिए गए निर्णय, हमारी संसदीय संस्कृति को समृद्ध करते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा ने केवल विधायी कार्य ही नहीं, बल्कि प्रतिनिधियों के नेतृत्व विकास को भी प्राथमिकता दी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि सीखने की प्रक्रिया निरंतर चलनी चाहिए। हाल ही में विधानसभा सदस्यों के लिए आईआईएम रायपुर में आयोजित पब्लिक लीडरशिप प्रोग्राम इसका उदाहरण है, जहाँ नेतृत्व और प्रशासन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए संकल्पबद्ध हैं।

विधान सभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का स्वागत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा को यह गौरव प्राप्त है कि तीसरी बार भारत के राष्ट्रपति ने सदन को संबोधित किया है। इससे पहले स्वर्गीय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और प्रतिभा देवी सिंह पाटिल विधानसभा को संबोधित कर चुके हैं। उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मु के सरल, संघर्षशील और प्रेरणादायक जीवन को देश की महिलाओं, जनप्रतिनिधियों और युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बताया। उन्होंने छत्तीसगढ़ विधान सभा की 25 वर्ष की यात्रा को लोकतांत्रिक मूल्यों की सुदृढ़ता की यात्रा बताया। उन्होंने कहा कि सदन में ‘स्वअनुशासन’ की परंपरा स्थापित की गई, जहां सदस्यों ने स्वयं बनाए नियमों का पालन कर पूरे देश के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया।

डॉ. सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा ने संसदीय गतिविधियों के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई है। उन्होंने उल्लेख किया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा ने 2011 में लोक सेवा गारंटी अधिनियम, और 2012 में खाद्य सुरक्षा अधिनियम पारित किए, जो अंत्योदय और समावेशी विकास के प्रतीक हैं। डॉ. रमन सिंह ने बताया कि शीघ्र ही विधानसभा नया रायपुर स्थित नवीन भवन में स्थानांतरित होगी। उन्होंने राष्ट्रपति जी की उपस्थिति को सदन की स्मृतियों में एक अमिट अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में सदन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों को नियमित रूप से पुरस्कार व सम्मान दिया जाता है, जो लोकतांत्रिक चेतना को सुदृढ़ करते हैं।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का हृदय से स्वागत करते हुए उन्हें संघर्ष, सादगी और सेवा की प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी का जीवन पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु की उपस्थिति को ऐतिहासिक बताते हुए आभार व्यक्त किया और कहा कि हम सब उनके वचनों से प्रेरणा लेकर छत्तीसगढ़ के विकास में एकजुटता से कार्य करेंगे।

इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका ने विधानसभा सदस्य संदर्भ पुस्तिका का विमोचन किया और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म को पुस्तिका की प्रथम प्रति भेंट की। रजत जयंती समारोह के अवसर पर मंत्रीमंडल के सभी मंत्रीगण एवं विधानसभा के सभी सदस्यगण उपस्थित थे।

विधानसभा रजत जयंती: डिप्टी सीएम शर्मा बोले- राष्ट्रपति ने नक्सलवाद के विषय को किया चिन्हित, छत्तीसगढ़ में नक्सलिज्म अंतिम चरण में…

रायपुर-  राष्ट्रपित द्रौपदी मुर्मू आज छत्तीसगढ़ दौरे पर रायपुर पहुंची थीं. वे विधानसभा के रजत जयंती समारोह में शामिल होने के बाद वापिस दिल्ली रवाना हो गई हैं. उनके आगमन को लेकर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने नक्सलवाद के विषय को चिन्हित किया है. राष्ट्रपति ने कहा समूचे देश में यह चर्चा है कि सशस्त्र नक्सलिज्म अब समाप्त होने वाला है. छत्तीसगढ़ में भी यह अंतिम चरण में है.

नक्सलवाद को लेकर कहा – लड़ाई अब निर्णायक चरण में पहुंच चुकी है

बता दें, राष्ट्रपति ने आज छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंति समारोह में सदस्यों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि “मुझे जानकारी दी गई है कि यह लड़ाई अब निर्णायक चरण में पहुंच चुकी है. नक्सल प्रभावित जिलों के लोग विकास के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं और जल्द ही यह समस्या समाप्त हो जाएगी.”

उपमुख्यमंत्री अरुण साव का बयान:

वहीं उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भी राष्ट्रपति के छत्तीसगढ़ आगमन को लेकर मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ अपना रजत जयंती वर्ष माना रहा है. इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आई थीं. इस दौरान उन्होंने सभी विधानसभा सदस्यों का मार्गदर्शन किया और पौधारोपण भी किया.

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि उनके छ्त्तीसगढ़ विधानसभा आगमन से सभी सदस्यों का उत्साहवर्धन हुआ है. इसके उन्होंने ने बताया कि राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति की तारीफ की और उड़ीसा और छत्तीसगढ़ के संबंधों की भी चर्चा की है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा में राष्ट्रपति का संबोधन, कहा- मुझे गर्व है छत्तीसगढ़ राज्य पर…

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह का आयोजन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। इस ऐतिहासिक मौके पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत सहित सभी विधायक मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन की शुरुआत छत्तीसगढ़ की पहचान बन चुके वाक्य “छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया” से की, जिससे पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा। उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता और यहां की समृद्ध संस्कृति की सराहना की और इस अवसर का हिस्सा बनने पर खुशी जताई।

विधायकों को किया संबोधित, अनुशासन को बताया मिसाल

राष्ट्रपति ने कहा कि विधायक के रूप में जनता की सेवा करना एक सौभाग्य की बात है। उन्होंने छत्तीसगढ़ विधानसभा की अनुशासनप्रियता की तारीफ करते हुए कहा कि “यहां कभी मार्शल का उपयोग नहीं किया गया, जो अन्य विधानसभाओं के लिए एक मिसाल है।” उन्होंने उस नियम का भी जिक्र किया, जिसमें सदस्यों के वेल में प्रवेश करने पर स्वचालित निलंबन का प्रावधान है।

महिला सशक्तिकरण और मतदाता जागरूकता पर जोर

राष्ट्रपति मुर्मू ने छत्तीसगढ़ में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक होने पर खुशी जाहिर की और कहा कि यह राज्य महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने महिला विधायकों को संबोधित करते हुए कहा, “आपको महिला प्रतिनिधित्व बढ़ाने और महिलाओं के हित में नीतियां बनाने में आगे आना चाहिए।” इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मिनीमाता के योगदान और जनकल्याण में उनकी भूमिका को भी याद किया।

छत्तीसगढ़ में विकास की संभावनाओं लेकर कही ये बात

राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक संपदाओं और औद्योगिक विकास की संभावनाओं पर बात करते हुए कहा कि यह राज्य सीमेंट, खनिज और प्राकृतिक संसाधनों में समृद्ध है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विकास के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है।

नक्सलवाद को लेकर कहा – लड़ाई अब निर्णायक चरण में पहुंच चुकी है

राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद की समस्या पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, “मुझे जानकारी दी गई है कि यह लड़ाई अब निर्णायक चरण में पहुंच चुकी है। नक्सल प्रभावित जिलों के लोग विकास के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं, और जल्द ही यह समस्या समाप्त हो जाएगी।”

छत्तीसगढ़ और ओडिशा के सांस्कृतिक संबंधों का किया जिक्र

अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने छत्तीसगढ़ और ओडिशा के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों की भी बात की। उन्होंने कहा, “हम रायपुर को ओडिशा का हिस्सा मानते हैं। भगवान जगन्नाथ केवल ओडिशा के नहीं, बल्कि सभी के भगवान हैं। छत्तीसगढ़ से मेरा विशेष संबंध रहा है।”

राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ के स्वर्णिम भविष्य की कामना की

अंत में, राष्ट्रपति मुर्मू ने छत्तीसगढ़ की जनता के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा, “मैं अब तक 5 से 10 बार छत्तीसगढ़ आ चुकी हूं और इस राज्य से मुझे गहरा लगाव है। हम सब एक हैं, भारत हम सबका है। जय भारत, जय छत्तीसगढ़!”

एक्सप्रेस-वे पर बाइक के साथ मिली युवक की लाश, हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका, जांच में जुटी पुलिस

रायपुर- राजधानी रायपुर के शंकर एक्सप्रेस-वे के नाले में एक युवक की संदिग्ध लाश मिली है, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई कर जांच में जुट गई है. प्रथम दृष्ट्या युवक की हत्या कर शव को फेंकने की आशंका जताई जा रही है.यह मामला खम्हारडीह थाना क्षेत्र का है.

जानकारी के अनुसार, मृतक के पास से एक यामाहा मोटरसाइकिल (CG 04 PF 5676) भी बरामद हुई है, जिसे घटनास्थल से पुलिस ने जब्त किया है. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए FSL और डॉग स्कॉड की टीम को भी मौके पर बुलाया है. वहीं पुलिस ने शव की शिनाख्त की प्रक्रिया शुरू की और मृतक की पहचान 25 वर्षीय मेघराज के रूप में की, जो चंपारण का निवासी था. मृतक के पास मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान की पुष्टि हुई है. फिलहाल, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है.

खैरागढ़ में ‘ऑक्टेव 25’ महोत्सव का हुआ भव्य समापन, पूर्वोत्तर के कलाकारों ने जीवंत प्रस्तुतियों से किया मंत्रमुग्ध

खैरागढ़-  इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय ‘ऑक्टेव 25’ महोत्सव का कल भव्य समापन हुआ. दक्षिण-मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में हुए इस आयोजन में पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने को मिली. 21 से 23 मार्च 2025 तक चले इस भव्य आयोजन में असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा के 280 से अधिक कलाकारों ने अपने पारंपरिक नृत्य और लोकसंस्कृति की अद्भुत प्रस्तुतियां दीं.

महोत्सव के आखिर दिन मणिपुर का ढोल चोलम, पुंग चोलम और बसंत रास, असम का बिहू नृत्य, त्रिपुरा का होजागीरी, नागालैंड का नजाता, अरुणाचल प्रदेश का गास्यो स्यो नृत्य, मिजोरम का चेराव नृत्य और सिक्किम का तामाङ सेलो जैसे अनूठे नृत्य रूपों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.

पूर्वोत्तर के स्वाद और शिल्पकला का भी जलवा

सिर्फ नृत्य और संगीत ही नहीं, बल्कि इस महोत्सव में पूर्वोत्तर की पारंपरिक हस्तशिल्प कला और व्यंजनों का भी शानदार प्रदर्शन किया गया. दर्शकों ने न केवल रंग-बिरंगे और आकर्षक हस्तशिल्पों की खरीदारी की, बल्कि पूर्वोत्तर के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद भी चखा. महोत्सव का ग्रैंड फिनाले विशेष आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें आठों राज्यों के कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से समां बांध दिया. पारंपरिक वेशभूषा, लोकसंगीत और नृत्यशैली ने दर्शकों को पूर्वोत्तर की सांस्कृतिक विविधता से परिचित कराया. समापन समारोह में रानी विभा देवव्रत सिंह समेत खैरागढ़ और देश-विदेश के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे. आयोजन की सफलता में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ और जिला प्रशासन का विशेष योगदान रहा.

खैरागढ़ बना सांस्कृतिक आयोजनों का केंद्र

‘ऑक्टेव 25’ महोत्सव ने न सिर्फ पूर्वोत्तर की समृद्ध लोकसंस्कृति को देश के अन्य हिस्सों तक पहुंचाने का कार्य किया, बल्कि खैरागढ़ को भी राष्ट्रीय सांस्कृतिक आयोजनों के मानचित्र पर एक नई पहचान दिलाई. इस भव्य आयोजन ने पूर्वोत्तर की सांस्कृतिक विविधता और उसकी जीवंत परंपराओं को नए आयाम दिए.

दुर्गा मंदिर के पास संदिग्ध हालत में मिली महिला की लाश, जांच में जुटी पुलिस

कोरबा- कटघोरा थाना क्षेत्र में स्थित दुर्गा मंदिर के पास एक महिला की लाश संदिग्ध हालत में मिली है. घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है. मामले की सूचना पर पुलिस पहुंची और मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है.

जानकारी के अनुसार, महिला किराए के मकान में अकेले रहती थी और मजदूरी करती थी. आज सुबह महिला की लाश घर के पीछे स्थित बाड़ी में पाई गई, जबकि घर का पिछला दरवाजा खुला हुआ था. महिला की लाश संदिग्ध अवस्था में पाई गई, जिससे हत्या की आशंका जताई जा रही है. घटनास्थल के पास और घर के दरवाजे पर खून से सने हुए ईंट भी मिले हैं, जो इस मामले को और संदिग्ध बना रहे हैं.

कटघोरा थाना पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक एक्सपर्ट को मौके पर बुलाया है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

एडिशनल एसपी कटघोरा नीतीश कुमार ठाकुर ने बताया कि दुर्गा मंदिर के सामने एक महिला लता नेताम रहती थी, जिनकी हत्या कर दी गई है. वह किराए के मकान में रहती थी. घटना कल शाम की है और इस संबंध में पुलिस को सूचना मिली थी. डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची थी. मौके से भौतिक साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं और जो संदिग्ध व्यक्ति हैं, उनके संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विधानसभा परिसर में किया कदम्ब का पौधरोपण

रायपुर-   छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह के अवसर पर आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विधानसभा परिसर में कदम्ब का पौधरोपण किया। इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह उपस्थित थे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का छत्तीसगढ़ आगमन: स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

रायपुर-  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का आज छत्तीसगढ़ आगमन पर स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर में राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री द्वय अरुण साव एवं विजय शर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, महापौर मीनल चौबे, रमेश बैस, सरोज पाण्डे, गौरीशंकर अग्रवाल, शिवरतन शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने स्वागत किया।

विश्व क्षय दिवस: टीबी के खिलाफ जनजागरण और सहभागिता से ही बनेगा स्वस्थ छत्तीसगढ़ - मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विश्व क्षय (टीबी) दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों से टीबी जैसे संक्रामक रोग के उन्मूलन के लिए एकजुट होकर कार्य करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि टीबी केवल एक बीमारी नहीं, बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक विकास में बाधा उत्पन्न करने वाली चुनौती है, जिससे हमें मिलकर लड़ना है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि टीबी, जिसे तपेदिक भी कहा जाता है, एक संक्रामक रोग है, जो मुख्यतः फेफड़ों को प्रभावित करता है और यह विश्वभर में लाखों लोगों को प्रभावित करता है। लोगों को इसके लक्षणों, जांच और उपचार के प्रति जागरूक करना बेहद आवश्यक है। इसी उद्देश्य से हर वर्ष 24 मार्च को 'विश्व क्षय दिवस' मनाया जाता है, ताकि इस बीमारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को गति दी जा सके।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में टीबी की रोकथाम के लिए प्रभावी और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई हैं। सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी की निःशुल्क जांच और इलाज की सुविधा है, जिससे समाज के सभी वर्गों को लाभ मिल रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने आमजन से अपील की कि यदि लगातार खांसी, बुखार, वजन कम होना जैसे लक्षण हों, तो तुरंत जांच कराएं। उन्होंने कहा कि टीबी का इलाज पूरी तरह संभव है, बशर्ते समय पर जांच हो और दवाएं नियमित रूप से ली जाएं। स्वस्थ जीवनशैली और सावधानी से संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के प्रतिनिधिमंडल ने की सौजन्य मुलाकात

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संघ की पत्रिका "सेवा शिखर" के प्रथम संस्करण का विधिवत विमोचन भी किया।

राज्य प्रशासनिक सेवा की भूमिका को बताया शासन का मजबूत स्तंभ

मुख्यमंत्री श्री साय ने मुलाकात के दौरान राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश की योजनाओं और कार्यक्रमों का सफल क्रियान्वयन उन्हीं के माध्यम से धरातल पर संभव हो पाता है। उन्होंने कहा कि जनता तक शासन की नीतियों और योजनाओं को प्रभावी ढंग से पहुँचाने में इन अधिकारियों की निष्ठा, समर्पण और संवेदनशीलता अत्यंत महत्वपूर्ण है। यही वे मूल्य हैं जो शासन और जनता के बीच की कड़ी को मजबूत करते हैं तथा प्रदेश के विकास को गति प्रदान करते हैं।

"सेवा शिखर" पत्रिका को बताया विचारों का सशक्त मंच

मुख्यमंत्री श्री साय ने "सेवा शिखर" पत्रिका के प्रथम संस्करण के प्रकाशन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे राज्य के प्रशासनिक अधिकारियों के लिए एक सार्थक मंच बताया। उन्होंने कहा कि यह पत्रिका अधिकारियों को अपने अनुभव, विचार और सुझाव साझा करने का अवसर प्रदान करेगी, जिससे एक जीवंत और संवादपूर्ण प्रशासनिक वातावरण का निर्माण होगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य प्रशासनिक सेवा संघ को पत्रिका के प्रकाशन हेतु बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि यह पहल सेवा भावना, उत्तरदायित्व और पारदर्शिता को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्ण ईमानदारी और निष्ठा से करें, ताकि शासन की योजनाओं का लाभ सही अर्थों में अंतिम व्यक्ति तक पहुँच सके।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष अजय त्रिपाठी, उपाध्यक्ष उमाशंकर बंदे, कोषाध्यक्ष नवीन भगत, सेवा शिखर पत्रिका के संपादक डॉ. अभिनव मिश्रा सहित अपूर्व प्रियेश टोप्पो, नंद कुमार चौबे, अर्चना पाण्डेय, दिव्या वैष्णव, बृजेश क्षत्रिय, डॉ. सुभाष राज, डॉ. धनंजय कुमार नेताम एवं घनश्याम कँवर उपस्थित थे।