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महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज से दो दिनों में 568 ट्रेन चलाई गईं

डेस्क:–महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज से दो दिनों में 568 ट्रेन चलाई गईं. इनमें 27 लाख 8 हजार यात्रियों ने सफर किया। इनमें 12 फरवरी को 225 ट्रेनों से 12.46 लाख से अधिक यात्री और 11 फरवरी को 343 ट्रेनों में 14.69 लाख से अधिक यात्रियों ने सफर किया।

महाकुंभ में ट्रेनों से आने-जाने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधाओं पर नई दिल्ली स्थित रेल भवन में बने वॉर रूम से नजर रखी जा रही है। बुधवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव वॉर रूम पहुंचे। उन्होंने वहां पहुंचकर प्रयागराज के आठ रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन की स्थिति की समीक्षा की। इस बीच रेल मंत्री ने सभी दिशाओं में तीर्थयात्रियों के लिए ट्रेनें उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

रेल मंत्रालय के मुताबिक, प्रयागराज से दो दिनों में 568 ट्रेन चलाई गईं। इनमें 27.08 यात्रियों ने सफर किया. इनमें 12 फरवरी को शाम छह बजे तक 225 ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें 12.46 लाख से अधिक यात्रियों ने सफर किया। इससे पहले मंगलवार यानी 11 फरवरी को 343 ट्रेनों में 14.69 लाख से अधिक यात्रियों ने यात्रा की ।

रेल मंत्री ने अश्विनी वैष्णव, सीईओ और सीआरबी सतीश कुमार के साथ बुधवार रात करीब 9 बजे रेल भवन के वॉर रूम पहुंचे। उन्होंने प्रयागराज की गाड़ियों की मॉनिटरिंग कर अधिकारियों महाकुंभ के श्रद्धालुओं को पूरी सुविधा दिए जाने के निर्देश दिए। साथ ही स्पेशल गाड़ियों का लगातार परिचालन किए जाने को भी कहा। रेल मंत्री ने प्रयागराज मंडल को यात्रियों की भीड़भाड़ कम करने और यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का निर्देश दिया।

मंत्रालय के अनुसार, भारतीय रेलवे द्वारा ट्रेनों से संबंधित जानकारी विशेष बुलेटिन, महाकुंभ क्षेत्र होल्डिंग जोन, रेलवे स्टेशन, सोशल मीडिया और अन्य मीडिया आउटलेट सहित विभिन्न चैनलों के माध्यम से लगातार प्रदान की जा रही है। मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि यात्रियों की सुविधा के लिए प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन के पास 5 हजार की क्षमता वाले चार होल्डिंग एरिया पूरी तरह से चालू हो गए हैं। मंत्रालय ने कहा, इसके अलावा, माघी पूर्णिमा के अवसर पर खुसरोबाग में 100,000 यात्रियों की क्षमता वाला एक नया होल्डिंग एरिया चालू हो गया है, जिसमें ठहरने, भोजन और अन्य आवश्यक चीजों की विशेष व्यवस्था की गई है।

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 133 एंबुलेंस तैनात

डेस्क :–महाकुंभ में माघ पूर्णिमा स्नान में बड़ी संख्या में आ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर योगी सरकार ने व्यापक तैयारी की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ क्षेत्र के साथ ही शहर और मंडल के सभी अस्पताल हाई अलर्ट मोड में रहेंगे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल, थल और नभ से निगरानी की जा रही है। इसके तहत 133 एंबुलेंस को तैनात किया गया है, जो किसी भी आपात स्थिति में तत्काल राहत पहुंचाने का काम करेंगी। इसमें 125 एंबुलेंस के अलावा सात रिवर एंबुलेंस और एक एयर एंबुलेंस विशेष रूप से तैनात की गई हैं।

महाकुंभ क्षेत्र के प्रत्येक सेक्टर में अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं की व्यवस्था की गई है। छोटे ऑपरेशनों से लेकर बड़ी सर्जरी तक की सुविधा मौजूद रहेगी। महाकुंभ मेला के नोडल चिकित्सा स्थापना डॉ. गौरव दुबे ने बताया कि योगी सरकार की आपातकालीन सेवाएं विशेष रूप से एंबुलेंस सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इस दौरान 2,000 से अधिक मेडिकल स्टाफ महाकुंभ क्षेत्र में तैनात रहेंगे, जबकि स्वरूप रानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल में 700 से अधिक मेडिकल फोर्स हाई अलर्ट पर रहेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष निर्देश पर एसआरएन अस्पताल में 250 बेड रिजर्व किए गए हैं। यहां पर आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 200 यूनिट ब्लड भी सुरक्षित रखा गया है। वहीं, महाकुंभ नगर के 500 बेड क्षमता वाले सभी 43 अस्पतालों को भी पूरी तरह से मुस्तैद रखा गया है। स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में 40 बेड का ट्रॉमा सेंटर, 50 बेड का सर्जिकल आईसीयू, 50 बेड का मेडिसिन वार्ड, 50 बेड का पीएमएसएसवाई वार्ड और 40 बेड की बर्न यूनिट को रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा, 10 बेड का कार्डियोलॉजी वार्ड और 10 बेड का आईसीयू भी पूरी तरह तैयार है। यहां संपूर्ण व्यवस्था की निगरानी प्रधानाचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा के नेतृत्व में की जा रही है, जबकि उप प्रधानाचार्य डॉ. मोहित जैन और प्रमुख अधीक्षक डॉ. अजय सक्सेना विशेष रूप से श्रद्धालुओं की जरूरतों के मद्देनजर मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

अस्पतालों में चिकित्सकीय सेवाओं की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए 30 वरिष्ठ डॉक्टरों को विशेष ड्यूटी पर लगाया गया है, जबकि 180 रेजिडेंट डॉक्टर और 500 से अधिक नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ लगातार सेवा देंगे। अस्पताल प्रशासन ने हाउसकीपिंग एजेंसियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि सफाई व्यवस्था में कोई लापरवाही न होने पाए। स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल की प्रधानाचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा ने बताया कि माघ पूर्णिमा स्नान के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में तुरंत अस्पताल से संपर्क करें। यहां निःशुल्क और उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा उपलब्ध रहेगी।

आयुष विभाग की 150 मेडिकल फोर्स के साथ 30 विशेषज्ञ डॉक्टर भी श्रद्धालुओं की सेवा के लिए तैनात किए गए हैं। इनमें एम्स दिल्ली और बीएचयू के चिकित्सा विशेषज्ञ भी सतर्क रहेंगे। डॉ. गिरीश चंद्र पांडेय ने बताया कि क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. मनोज सिंह के नेतृत्व में टीम 24 घंटे श्रद्धालुओं की हिफाजत के लिए अलर्ट मोड में है।
राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने लखनऊ एसजीपीजीआई में ली अंतिम सांस ,CM योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख
डेस्क:–अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बुधवार को लखनऊ एसजीपीजीआई में अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से अस्वस्थ थे और एसजीपीजीआई में उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख व्यक्त किया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर लिखा कि परम रामभक्त, श्री राम जन्मभूमि मंदिर, श्री अयोध्या धाम के मुख्य पुजारी आचार्य श्री सत्येन्द्र कुमार दास जी महाराज का निधन अत्यंत दुःखद एवं सामाजिक व आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे तथा शोक संतप्त शिष्यों एवं अनुयायियों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

भाजपा सांसद रवि किशन ने भी एक्स पर लिखा कि श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी, आचार्य सत्येंद्र दास जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद और पीड़ादायक है। वे संपूर्ण जीवन श्री रामलला की सेवा, भक्ति और धर्म की रक्षा के प्रति समर्पित रहे। उनकी आध्यात्मिक साधना, धर्म पर गहरी पकड़, और सनातन संस्कृति के प्रति अटूट निष्ठा ने उन्हें न केवल अयोध्या बल्कि समस्त हिंदू समाज में एक पूजनीय संत के रूप में स्थापित किया।

उन्होंने आगे लिखा कि उनका योगदान श्री राम जन्मभूमि आंदोलन से लेकर रामलला के पुनर्स्थापन तक अविस्मरणीय रहेगा। उनकी मधुर वाणी, ज्ञान की गहराई, और भक्ति की ऊर्जा ने असंख्य श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान किया। उनकी अनुपस्थिति से अयोध्या और समस्त भक्त समुदाय में एक अपूरणीय शून्य उत्पन्न हो गया है, जिसे भर पाना असंभव है। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे पूज्य आचार्य सत्येंद्र दास जी की पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिवार, भक्तों तथा अनुयायियों को इस कठिन समय में धैर्य एवं संबल प्रदान करें। उनका आशीर्वाद और शिक्षा सदैव हमें धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते रहेंगे।

बता दें कि 2 फरवरी को सत्येंद्र दास को अयोध्या के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से बेहतर इलाज के लिए उन्हें पहले ट्रामा सेंटर और फिर लखनऊ एसजीपीजीआई रेफर किया गया था।
संत रविदास जयंती पर वाराणसी में विशेष भजन-कीर्तन का आयोजन

डेस्क:–पूरा देश संत शिरोमणि रविदास को उनकी 648वीं जयंती पर याद कर रहा है। वाराणसी स्थित सीर गोवर्धन क्षेत्र के प्रसिद्ध संत रविदास मंदिर में भी उनके अनुयायी जुट रहे हैं। सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं ने संत रविदास की प्रतिमा के समक्ष मत्था टेका और भक्ति भाव से पूजन-अर्चन किया। इस मौके पर विशेष भजन-कीर्तन और प्रवचन का आयोजन भी किया गया, जिसमें संतों और विद्वानों ने संत रविदास के जीवन और उनके उपदेशों पर प्रकाश डाला। उनके विचारों को याद करते हुए वक्ताओं ने कहा कि उन्होंने समाज में समानता, प्रेम और भक्ति का संदेश दिया, जो आज भी प्रासंगिक है।

पूरा देश संत शिरोमणि रविदास को उनकी 648वीं जयंती पर याद कर रहा है। वाराणसी स्थित सीर गोवर्धन क्षेत्र के प्रसिद्ध संत रविदास मंदिर में भी उनके अनुयायी जुट रहे हैं। सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं ने संत रविदास की प्रतिमा के समक्ष मत्था टेका और भक्ति भाव से पूजन-अर्चन किया। इस मौके पर विशेष भजन-कीर्तन और प्रवचन का आयोजन भी किया गया, जिसमें संतों और विद्वानों ने संत रविदास के जीवन और उनके उपदेशों पर प्रकाश डाला। उनके विचारों को याद करते हुए वक्ताओं ने कहा कि उन्होंने समाज में समानता, प्रेम और भक्ति का संदेश दिया, जो आज भी प्रासंगिक है।

पंजाब से आए श्रद्धालु बलवीर सिंह ने इस अवसर पर अपनी भावनाएं प्रकट करते हुए कहा, “हमारे श्री गुरु रविदास महाराज जी की आज जयंती है। यह पर्व हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने सभी को शिक्षा का मार्ग दिखाया, भक्ति की और समाज को नई दिशा दी। वह नेकी और सत्य के प्रतीक हैं। मैं उन्हें कोटि-कोटि प्रणाम करता हूं। मंदिर समिति के अनुसार, इस वर्ष पहले की तुलना में अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था की गई। मंदिर परिसर में सफाई, जल आपूर्ति और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई थी। पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ चिकित्सा शिविर भी लगाए गए ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता उपलब्ध कराई जा सके। श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला। विभिन्न राज्यों से आए अनुयायियों ने शोभा यात्रा में भाग लिया और भजन-कीर्तन करते हुए नगर में संत रविदास के संदेश का प्रचार किया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने आपसी प्रेम और भाईचारे का परिचय देते हुए उन्हें याद किया।

बता दें कि संत रविदास का जन्म वाराणसी के गोवर्धनपुर गांव में 15वीं शताब्दी में हुआ था। उन्होंने अपने उपदेशों के माध्यम से समाज में व्याप्त ऊंच-नीच और भेदभाव को समाप्त करने की शिक्षा दी। उनके भजन और शिक्षाएं आज भी करोड़ों अनुयायियों को प्रेरित कर रही हैं। उनकी जयंती न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि सामाजिक एकता और समरसता का प्रतीक भी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से की मुलाकात

डेस्क:–प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात की, जहां उन्होंने आपसी हितों के विषयों पर चर्चा की, जिसमें यह भी शामिल था कि कैसे अमेरिका स्वच्छ, "विश्वसनीय" अमेरिकी परमाणु प्रौद्योगिकी में निवेश के माध्यम से भारत को अपने ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाने में सहायता कर सकता है, व्हाइट हाउस के एक आधिकारिक बयान की पुष्टि की गई। बैठक के बाद, दोनों नेताओं ने अमेरिका की द्वितीय महिला उषा वेंस के साथ मिलकर कॉफी का आनंद लिया। व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने वेंस के बच्चों के साथ उपहार साझा करने का भी अवसर लिया और उपराष्ट्रपति के बेटे विवेक को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।

बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनके परिवार के साथ शानदार बैठक हुई। हमने विभिन्न विषयों पर अच्छी बातचीत की। उनके बेटे विवेक का जन्मदिन मनाने में उनके साथ शामिल होकर बहुत प्रसन्न हूं। जवाब में, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी दयालु और उदार थे, और हमारे बच्चों ने उपहारों का वास्तव में आनंद लिया। मैं उनके साथ हुई अद्भुत बातचीत के लिए उनका आभारी हूं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका की यात्रा पर जाएंगे। राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए पदभार संभालने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात होगी।
जहीर खान ने टीम इंडिया के बैटिंग लाइनअप में बल्लेबाजों की पॉजिशन लगातार बदलाव को लेकर जताई चिंता


डेस्क:–जब से गौतम गंभीर भारतीय टीम के हेड कोच नियुक्त हुए हैं, तब से सीमित ओवरों के फॉर्मेट में भारतीय टीम में एक चीज साफ झलक रही है वह है कि बल्लेबाजों की पॉजिशन स्थाई नहीं है। कोई भी बल्लेबाज किसी भी पॉजिशन पर खेलता दिख रहा है। गंभीर ने कोच बनने के बाद इस बात के साफ संकेत भी दिए थे कि वह भारतीय बैटिंग में लचीलापन लाना चाहते हैं, जिससे परिस्थितियों के लिहाज से कोई भी बल्लेबाज किसी भी क्रम पर खेलने को तैयार हो। लेकिन गौतम गंभीर के साथ खेल चुके पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान कोच के इस आइडिया से प्रभावित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इससे खिलाड़ियों के मन में असुरक्षा की भावना घर कर जाएगी और यह स्थिति कोच गंभीर को ही मुश्किल में डाल सकती है।

बता दें गंभीर और जहीर खान 2011 वनडे वर्ल्ड कप विनिंग टीम का अहम हिस्सा रहे थे। जहीर ने इस टूर्नामेंट में भारत के लिए सर्वाधिक विकेट अपने नाम किए थे। इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही 3 मैचों की मौजूदा वनडे सीरीज के पहले दो मैचों में टीम को दो अलग-अलग ओपनिंग कॉम्बिनेशन, जबकि नंबर 3 पर अलग-अलग बल्लेबाज खेलते दिखे। हां, टी20 सीरीज में जरूर ओपनिंग पॉजिशन पर संजू सैमसन और अभिषेक शर्मा के रूप में एक ही कॉम्बिनेशन देखने को मिला।

लेकिन वनडे सीरीज में वह भी चैम्पियन्स ट्रॉफी से ठीक पहले इतने बदलाव देखने चौंकाने वाला है। पहले वनडे में जब रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग के लिए यशस्वी जायसवाल आए तो यह लगा कि शायद विराट कोहली चोटिल हैं और ऐसे में गिल को नंबर 3 पर मौका दिया गया है क्योंकि जायसवाल स्वभाविक ओपनिंग बल्लेबाज हैं। लेकिन इसी मैच में श्रेयस अय्यर ने पचासा ठोककर ब्रॉडकास्टर में यह बयान देकर हैरान कर दिया कि वह इस प्लेइंग XI का हिस्सा नहीं थे  अगर कोहली चोटिल नहीं होते तो वह इस मैच में बाहर बैठते, जबकि जायसवाल का डेब्यू पहले से ही तय था।

तो क्या इसके मायने यह हैं कि चैम्पियन्स ट्रॉफी में गंभीर गिल को नंबर 4 पर खिलाने की योजना बना रहे हैं।क्योंकि निश्चिततौर पर आप वनडे में कोहली के क्रम को नीचे नहीं कर सकते। लेकिन आप श्रेयस अय्यर को बेंच पर कैसे बिठा सकते हैं? जिनका वनडे में औसत 50 है। इसके अलावा अक्षर पटेल को लगातार नंबर 5 पर खिलाया जा रहा है, जबकि उनके बाद केएल राहुल और हार्दिक पांड्या को भेजा जा रहा है।

जहीर खान ने क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज पर चर्चा के दौरान कहा, ‘लचीलापन लाना सही है लेकिन यह तय गाइडलाइन्स के मुताबिक होना चाहिए. अन्यथा इससे असुरक्षा की भावना पैदा हो सकती है.’

जहीर ने कहा, ‘आपने कहा था कि आपको लचीलापन लाना होगा। नंबर 1 और 2 वहां रहेंगे लेकिन दूसरे बल्लेबाजों के क्रम में लगातार बदलाव देखने को मिल सकता है। इस लीचलेपन के भीतर ही कुछ नियम तो लागू करने होंगे। यहां कुछ निश्चित नियम होने चाहिए, जिनका पालन जरूरी है। वहां एक निश्चित संवाद की जरूरत है, जो चीजों को सही बनाते हुए दिखे। अन्यथा आप असुरक्षा पैदा कर रहे हैं, जो किसी स्थिति में आप पर भी आ सकती है और नुकसान पहुंचा सकती है। आप ऐसी स्थिति लाना नहीं चाहेंगे तो आपको ऐसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।’
जय शाह ने तीसरे वनडे से पहले अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने की मुहिम की शुरुआत करने की जानकारी दी

डेस्क:–इंग्लैंड के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज पहले ही अपने नाम कर चुकी टीम इंडिया अब मेहमान टीम का सफाया करने के इरादे से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में उतरेगी। बुधवार को खेले जाने वाले इस मैच में अंग दान के प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से एक खास अभियान भी चलाया जाएगा। अहमदाबाद में खेले जाने वाले इस मैच के दौरान ‘अंग दान करें, जीवन बचाएं’ नामक जागरूकता अभियान की शुरुआत होगी. आईसीसी के अध्यक्ष जय शाह ने यह जानकारी अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए दी है ।

जय शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ’12 फरवरी को अहमदाबाद में भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे वनडे के अवसर पर हम ‘अंग दान करें, जीवन बचाएं’ नामक जागरूकता अभियान शुरू कर रहे हैं. खेल में लोगों को प्रेरित करने, जोड़ने और मैदान से बाहर भी सकारात्मक प्रभाव डालने की ताकत होती है. इस पहल के माध्यम से हम सभी से अनुरोध करते हैं कि वे सबसे बड़ा उपहार देने की दिशा में एक कदम बढ़ाएं – जीवनदान।

‘एक संकल्प, एक निर्णय, कई जिंदगियां बचा सकता है. आइए, हम सब मिलकर बदलाव लाने में योगदान दें!’ भारत ने नागपुर में खेले गए पहले वनडे में चार विकेट से जीत दर्ज कर इंग्लैंड पर बढ़त बनाई थी। इसके बाद कटक में हुए दूसरे वनडे में भी भारत ने इसी अंतर से जीत हासिल कर 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। अब तीसरा और आखिरी वनडे बुधवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा।

दिल्ली के विकास के लिए काम करेगी भाजपा की डबल इंजन सरकार:केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल

डेस्क:–दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि इस परिणाम का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों में जनता के भरोसे को दिया जाता है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे बताते हैं कि दिल्ली की जनता ने पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों पर भरोसा दिखाया है और जनता ने AAP के कुशासन को खत्म कर दिया है। भाजपा की डबल इंजन की सरकार दिल्ली के विकास के लिए काम करेगी और यमुना नदी को साफ करेगी।

भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने इस पल की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि दिल्ली के लोग दिवाली मना रहे हैं। लंबे समय के बाद दिल्ली में भाजपा की सरकार बन रही है। दिल्ली के लोग एक समृद्ध और विकसित दिल्ली का सपना देखते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में दिल्ली की जनता का यह सपना पूरा होगा। भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने भी चुनाव परिणामों पर अपनी राय रखी और कहा कि दिल्ली की जनता ने दिल्ली में भ्रष्टाचार करने वाले सभी लोगों को परास्त कर दिया है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने "ऐतिहासिक" जीत दर्ज की, 70 में से 48 सीटें जीतीं और आम आदमी पार्टी से सत्ता छीन ली। बता दें कि BJP पार्टी ने अभी तक दिल्ली के लिए किसी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। भाजपा 27 साल बाद राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता में लौटी है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP ने 22 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस लगातार तीसरी बार एक भी सीट जीतने में विफल रही।
246 महिलाओं ने ली नागा दीक्षा, महाकुंभ में नारी शक्ति ने रचा नया अध्याय

डेस्क:–प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 धार्मिक और सामाजिक चेतना के इतिहास में एक नया अध्याय लिख रहा है। इसमें न केवल लाखों श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं, बल्कि सनातन धर्म में नारी शक्ति और युवा चेतना की भागीदारी भी बड़ी संख्या में देखी जा रही है।

*नारी शक्ति का ऐतिहासिक योगदान*

- महाकुंभ में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने एक नया इतिहास रच दिया है।

- 246 महिलाओं को नागा संन्यासिनी दीक्षा दी गई, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।

- इन महिलाओं में बड़ी संख्या में उच्च शिक्षित और आत्म चिंतन की प्रवृत्ति रखने वाली महिलाएं शामिल हैं।

- 2019 के कुंभ में 210 महिलाओं को दीक्षा दी गई थी, लेकिन इस बार संख्या ने नया रिकॉर्ड कायम किया।

- संन्यासिनी श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की अध्यक्ष डॉ. देव्या गिरी ने बताया कि इस बढ़ी हुई भागीदारी का श्रेय महिलाओं की बढ़ती आध्यात्मिक रुचि और उनके आत्म-निर्णय को जाता है।

*सनातन से जुड़ने का बढ़ता आकर्षण*

- योगी आदित्यनाथ सरकार के दिव्य, भव्य और डिजिटल महाकुंभ आयोजन ने लोगों को सनातन धर्म से जोड़ने का मंच प्रदान किया है।

- सभी प्रमुख अखाड़ों में 7,000 से अधिक महिलाओं ने गुरु दीक्षा ली और सनातन धर्म की सेवा का संकल्प लिया।

- जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी, श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरुण गिरी और वैष्णव संतो के धर्माचार्यों में सनातन से जुड़ने वालों में महिलाओं की संख्या अभूतपूर्व रही।

*नई पीढ़ी में बढ़ती रुचि*

- दिल्ली यूनिवर्सिटी और गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान के शोध से यह सामने आया है कि महाकुंभ में नई पीढ़ी की महिलाओं की भागीदारी में 40% वृद्धि हुई है।

- महाकुंभ में आने वाले हर 10 श्रद्धालुओं में 4 महिलाएं होती हैं।

- युवाओं में सनातन धर्म को समझने और इससे जुड़ने की रुचि तेजी से बढ़ी है।

सनातन धर्म का भविष्य

- महाकुंभ न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह समाज को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम भी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह आयोजन सनातन धर्म को और मजबूत कर रहा है।

- यह आयोजन भारत के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को नई दिशा प्रदान कर रहा है।

- नारी शक्ति और युवा चेतना का अभूतपूर्व जुड़ाव, सनातन धर्म के भविष्य की नींव रख रहा है।

महाकुंभ 2025 ने यह साबित कर दिया है कि सनातन धर्म की व्यापकता और गहराई आधुनिक युग में भी लोगों को आकर्षित कर रही है। नारी शक्ति और युवाओं की बढ़ती भागीदारी से इसका विस्तार सुनिश्चित है।
महाकुंभ में भगदड़ को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत कार्य स्थगन नोटिस किया पेश

डेस्क:–आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत कार्य स्थगन नोटिस पेश किया, जिसमें प्रयागराज में 29 जनवरी को हुई महाकुंभ भगदड़ पर चर्चा की मांग की गई। बता दें कि इस घटना में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए। राज्यसभा के महासचिव को लिखे अपने पत्र में सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि यह दुखद आपदा योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार के कुप्रबंधन और वीआईपी संस्कृति का परिणाम थी।

सांसद संजय ने कहा कि सबसे बड़े धार्मिक समारोहों में से एक महाकुंभ ने पिछले 70 वर्षों में अपनी छठी भीषण भगदड़ देखी है। इस बार, यह दुखद आपदा योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार वीआईपी संस्कृति का परिणाम थी। व्यवस्थाओं पर 7,500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने के बावजूद, संसाधनों का असमान वितरण स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। 

सांसद संजय सिंह ने मामले पर तत्काल चर्चा के लिए नियम 267 के तहत कार्यवाही स्थगित करने का आग्रह किया। वहीं भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज विदेश मामलों की स्थायी समिति की 29वीं रिपोर्ट में टिप्पणियों और सिफारिशों पर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई का विवरण देते हुए राज्यसभा में बयान देंगी। बता दें कि यह रिपोर्ट भारत की नीति नियोजन और थिंक टैंकों की भूमिका से संबंधित 24वीं रिपोर्ट की सिफारिशों के कार्यान्वयन पर केंद्रित है, जिसमें आईसीडब्ल्यूए और आरआईएस का विशेष संदर्भ है। साथ ही वह भारत की पड़ोस प्रथम नीति के बारे में विदेश मामलों की स्थायी समिति की 13वीं रिपोर्ट पर सरकार की प्रतिक्रिया पर एक बयान भी पेश करेंगी, जिस पर पहले 22वीं रिपोर्ट में चर्चा की गई थी।