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राम मंदिर के मुख्य पुजारी के निधन पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शोक जताया, बताया अध्यात्म जगत के लिए अपूरणीय क्षति…

रायपुर- अयोध्या स्थित श्री राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र कुमार दास जी महाराज के निधन की खबर से देशभर के रामभक्त दुखी हैं. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आचार्य के निधन पर शोक जताते हुए अध्यात्म जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर किए अपने पोस्ट में लिखा है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर, पावन अयोध्या धाम के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र कुमार दास जी महाराज का निधन धर्म और अध्यात्म जगत की अपूरणीय क्षति है. उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन प्रभु श्रीराम की भक्ति और सेवा में व्यतीत किया. प्रभु श्रीराम से दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों, उनके अनुयायियों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं.

बता दें कि उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 12 फरवरी को निधन हो गया. लखनऊ स्थित एसजीपीजीपाई में उन्होंने 85 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली. उन्हें 3 फरवरी से ही भर्ती कराया गया था. उनके निधन पर देशभर के रामभक्तों शोक की लहर है.

पत्नी की सहमति के बिना अननेचुरल सेक्स अपराध नहीं, हाईकोर्ट ने सुनाया फैसला, पति को जेल से रिहा करने का दिया आदेश

बिलासपुर- पत्नी की सहमति के बिना उनके साथ अननेचुरल यौन संबध बनाना अपराध नहीं है. हाईकोर्ट ने एक मामले में अहम फैसला सुनाया है. कोर्ट ने कहा कि पति पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 के तहत बलात्कार या धारा 377 के तहत अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए मुकदमा नहीं चलाया जा सकता है. भले ही वह अपनी वयस्क पत्नी की सहमति के बिना उसके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाता हो.

न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार व्यास की एकल पीठ ने ऐसे मामलों में पत्नी की सहमति को कानूनी रूप से महत्वहीन बताते हुए कहा कि यदि पत्नी 15 वर्ष से कम आयु की नहीं है तो पति द्वारा अपनी पत्नी के साथ किए गए किसी भी यौन संबंध या यौन कृत्य को इन परिस्थितियों में बलात्कार नहीं कहा जा सकता है, इसलिए अपीलकर्ता के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और 377 के तहत अपराध नहीं बनता है.

दरअसल, मृतक पीड़िता का पति 11 दिसंबर 2017 की रात को कथित तौर पर अपनी पत्नी की इच्छा के विरुद्ध उसके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाए. इसके बाद तबियत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस मामले में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज की गई और अपीलकर्ता के खिलाफ धारा 377 आईपीसी के तहत जुर्म दर्ज की गई. पीड़िता का मृत्यु पूर्व बयान एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट ने दर्ज किया, जिसमें उसने कहा कि वह अपने पति द्वारा जबरदस्ती किए गए यौन संबंध के कारण बीमार पड़ गई. उसी दिन उसकी मृत्यु हो गई.

साक्ष्यों का मूल्यांकन करने के बाद ट्रायल कोर्ट ने अपीलकर्ता को आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध), 376 (बलात्कार के लिए सजा) और 304 (हत्या के लिए दोषी न होने वाली गैर इरादतन हत्या के लिए सजा) के तहत दोषी ठहराया. उन्हें डिफॉल्ट शर्तों के साथ 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई. इस फैसले के खिलाफ उन्होंने उच्च न्यायालय के समक्ष आपराधिक अपील दायर की.

मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि धारा 375, 376 और 377 आईपीसी के अवलोकन से यह बिल्कुल स्पष्ट है कि धारा 375 आईपीसी की संशोधित परिभाषा के मद्देनजर पति और पत्नी के बीच धारा 377 आईपीसी के तहत अपराध का कोई स्थान नहीं है. इस तरह बलात्कार नहीं किया जा सकता है. धारा 375 आईपीसी के अपवाद 2 पर जोर देते हुए न्यायालय ने फैसला सुनाया कि एक पुरुष और उसकी पत्नी के बीच यौन संबंध या यौन क्रियाएं यदि पत्नी 15 वर्ष से अधिक उम्र की है तो बलात्कार नहीं माना जाता है. नतीजतन भले ही एक पति अपनी वयस्क पत्नी के साथ धारा 377 आईपीसी के तहत परिभाषित अप्राकृतिक यौन संबंध बनाता है, यह अपराध नहीं माना जाता है.

न्यायालय ने धारा 304 आईपीसी के तहत अपीलकर्ता की दोषसिद्धि के संबंध में इसे “विकृत” माना और टिप्पणी की. कोर्ट ने कहा, आईपीसी की धारा 304 के तहत अपराध मामले के वर्तमान तथ्यों से कैसे जुड़ा है और अभियोजन पक्ष द्वारा कैसे साबित किया गया है, फिर भी इसने अपीलकर्ता को धारा 304 आईपीसी के तहत दोषी ठहराया है, जो विकृति और स्पष्ट अवैधता के अलावा और कुछ नहीं है, जिस पर इस न्यायालय द्वारा हस्तक्षेप किया जाना चाहिए.” कोर्ट ने अपीलकर्ता को सभी आरोपों से बरी करते हए उसे जेल से रिहा करने का आदेश दिया.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने संत रविदास जयंती की दी शुभकामनाएं

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने संत रविदास जी की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि संत रविदास जी ने समाज में समता, एकता और भाईचारे के सिद्धांतों को प्रतिष्ठित किया। उनके उपदेशों ने मानवता की सेवा और सामाजिक समानता का संदेश दिया। संत रविदास जी ने अपने आध्यात्मिक संदेशों के माध्यम से जातिवाद, भेदभाव और सामाजिक असमानता का विरोध किया और प्रेम, करुणा तथा परोपकार को जीवन का आधार बनाने पर बल दिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि संत रविदास जी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके समय में थे। वे हमें सद्भाव, सामाजिक उत्थान और मानवतावादी मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा देते हैं।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे संत रविदास जी के उपदेशों से प्रेरणा लेकर सामाजिक सद्भाव, समानता और सेवा के मूल्यों को आत्मसात करें और समाज को एक बेहतर दिशा देने में योगदान दें।

कांग्रेस ने उठाया बड़ा कदम : 18 निष्कासित नेताओं की हुई घर वापसी, देखिये सूची …

रायपुर- छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव खत्म होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने बड़ा कदम उठाया है. पार्टी अपने निष्कासित नेताओं की घर वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पार्टी ने 18 नेताओं का निष्कासन रद्द करते हुए उन्हें फिर से पार्टी में शामिल कर लिया है. इस संबंध में प्रदेश प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने आदेश जारी किया है.

इन निष्कासित नेताओं की हुई वापसी

रायपुर के अजीत कुकरेजा, बिलासपुर के जसबीर गुब्बर, महासमुंद के विश्वजीत बोहरा, दंतेवाड़ा के मनोज मालवीय समेत अन्य 14 नेताओं को वापस पार्टी में लाया गया है. इन नेताओं की पार्टी में वापसी के लिए एक छानबीन समिति का गठन किया गया था, जिसकी अनुशंसा पर यह निर्णय लिया गया.

देखिये सूची-

JEE मेन 2025 रिजल्ट: छत्तीसगढ़ के हर्ष बने स्टेट टापर

रायपुर- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा मुख्य 2025 की फाइनल आंसर-की 10 फरवरी को जारी कर दी है और आज किसी भी वक्त जेईई मेन रिजल्ट 2025 को जारी किया जा सकता है। छत्तीसगढ़ के भी कई छात्रों ने इस परीक्षा में कामयाबी का झंडा गाड़ा है।

जेईई मेन 2025 के सेशन-1 परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. इसमें 14 स्टूडेंट्स ने 100 पर्सेंटाइल स्कोर के साथ टॉप किया है, जिसमें से सबसे अधिक 5 टॉपर राजस्थान के हैं।यूपी के दो स्टूडेंट्स ने 100 पर्सेंटाइल स्कोर किया है। वहीं कैटेगरी वाइज टॉपर की बात करें तो छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के दिव्यांग कैटेगरी में हर्सिल गुप्ता, छत्तीसगढ़ 99.9545990 हासिल कर टॉपर की लिस्ट में जगह बनाई हैं।

परिणाम जारी होने के बाद उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइटjeemain.nta.nic.in पर जाकर संयुक्त प्रवेश परीक्षा मुख्य (JEE Main) BE और BTech पेपर के लिए परिणामों की जांच कर सकेंगे।

एनटीए ने जेईई मेन 2025 का पहला सत्र 22 से 30 जनवरी तक आयोजित किया। जेईई मेन में उपस्थित होने वाले छात्रों और विशेषज्ञों से प्राप्त फीडबैक के अनुसार, 22 से 29 जनवरी के बीच आयोजित जेईई मेन 2025 की सभी शिफ्टों में प्रश्नों में कक्षा 11 और 12 की एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों के लगभग सभी अध्याय शामिल थे।

छत्तीसगढ़ के इन छात्रों को जेईई मेन के रिजल्ट में मिली सफलता

1हर्षल गुप्ता 99.954599

2 हर्ष कुमार 99.9172429

3 किंशुक केडिया 99.9087483

4 पृथ्वी देवांगन 99.767314

5 तनीषा अग्रवाल 99.7588904

6 श्रीसंत कुमार मोहना 99.7255572

7 अनिमेष कुमार डहरवाल 99.6479855

8 अक्षत गोयल 99.721524

9 प्रद्युम्न गोंदुले 99.6270581 

नगरीय निकाय चुनाव 2025: वोटिंग खत्म होने के बाद मतदान दलों की वापसी शुरू, स्ट्रांग रूम में जमा हो रही EVM मशीनें

रायपुर- छत्तीसगढ़ में नगर सरकार चुनने के लिए मतदान खत्म होने के बाद मतदान कर्मियों के लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। सभी मतदान केंद्रों से ईवीएम मशीनों को सुरक्षित स्ट्रांग रूम तक पहुँचाया जा रहा है। राजधानी में सेजबहार इंजीनियरिंग कॉलेज को स्ट्रांग रूम के रूप में तैयार किया गया है, जहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ईवीएम जमा की जा रही हैं। अभी तक शंकर नगर, श्याम नगर, तेलीबांधा, कटोरा तालाब स्थित मतदान केंद्रों से मतदान दल पहुंच चुके हैं।

लोगों में मतदान को लेकर दिखा जबरदस्त उत्साह

बता दें कि रायपुर नगर निगम में मतदान समाप्ति के बाद मतदान का प्रतिशत करीब 49.55 है। हालांकि, मतदान कर्मियों ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही और लोगों में मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया। कई स्थानों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी रहीं, जिससे मतदान प्रतिशत संतोषजनक रहा। हालांकि, कुछ केंद्रों पर हल्की दिक्कतें आईं, लेकिन उन्हें तत्काल हल कर दिया गया।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

उप निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी कि सभी सेक्टर अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं और मतदान दलों की वापसी सुनिश्चित की जा रही है। स्ट्रांग रूम के आसपास 100 मीटर की परिधि में सुरक्षा घेरा बनाया गया है और इसे नो एंट्री ज़ोन घोषित कर दिया गया है। दो परतों में सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जिसमें सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के साथ CCTV निगरानी भी रखी जा रही है।

गौरतलब है कि मतदान दलों के सुरक्षित लौटने के बाद स्ट्रांग रूम को नियमानुसार सील कर दिया जाएगा। 15 फ़रवरी को मतगणना के दिन सुबह निर्धारित प्रक्रिया के तहत सील खोली जाएगी और मतगणना कार्य शुरू होगा।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से गोवा के विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमेश बी. तावड़कर ने की सौजन्य मुलाकात

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज शाम यहां उनके निवास में गोवा के विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमेश बी. तावड़कर ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति ने की सौजन्य मुलाकात

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय सांकरा, पाटन दुर्ग के कुलपति प्रोफेसर रवि आर.सक्सेना ने सौजन्य मुलाकात की।

मुख्यमंत्री ने कुलपति प्रोफेसर सक्सेना से चर्चा के दौरान प्रदेश में, विकासखंडवार उपजाए जाने वाले विशिष्ट फलों और सब्जियों की खेती को प्रोत्साहित करने, खेती की अत्याधुनिक तकनीकी और अनुसंधान कार्यों को किसानों तक पहुंचाने की जरूरत पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में उत्पादकता और किसानों की आय बढ़ाने तथा क्षमता विकास के लिए स्किल डेवलपमेंट के कोर्स प्रारंभ करने की पहल विश्वविद्यालय द्वारा की जानी चाहिए, जिससे अधिक से अधिक संख्या में किसान और विश्वविद्यालय के विद्यार्थी लाभान्वित हो सकें।

15 दिन तक बंद रहेंगी शराब दुकानें, आदेश जारी…



राजिम-  राजिम कुंभ कल्प मेले के मद्देनजर छत्तीसगढ़ शासन ने 12 फरवरी से 26 फरवरी तक शराब दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया है. महामाघी पूर्णिमा से लेकर महाशिवरात्रि तक चलने वाले इस धार्मिक मेले के दौरान श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है.

शासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, गरियाबंद जिले के राजिम, रायपुर जिले के गोबरा नवापारा और धमतरी जिले के मगरलोड सहित कुल 6 शराब दुकानें इस अवधि में पूरी तरह बंद रहेंगी. आबकारी विभाग ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं, और संबंधित जिलों के प्रशासन को इसका सख्ती से पालन कराने को कहा गया है.

श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम

राजिम कुंभ कल्प मेले में हर साल लाखों श्रद्धालु देशभर से आते हैं. धार्मिक आयोजनों की पवित्रता बनाए रखने और श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक वातावरण प्रदान करने के उद्देश्य से शराब बिक्री पर रोक लगाई गई है. प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं कि इस दौरान शराब की अवैध बिक्री न हो.

स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने फैसले का किया स्वागत

इस निर्णय को लेकर स्थानीय लोग और श्रद्धालु दोनों ही संतुष्ट नजर आ रहे हैं. लोगों का कहना है कि धार्मिक आयोजन के दौरान शराब बिक्री पर रोक लगाना एक सकारात्मक पहल है, जिससे मेले की गरिमा बनी रहेगी और श्रद्धालु बिना किसी व्यवधान के धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल हो सकेंगे.

सनातन धर्म के उत्थान और सामाजिक जागरूकता में गहिरा गुरु संत समाज की है महत्वपूर्ण भूमिका: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज रायगढ़ जिले के लैलूंगा क्षेत्र स्थित ग्राम गहिरा के संत गहिरा गुरु आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने परम पूज्य गहिरा गुरु जी के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया और श्री विष्णु महायज्ञ में सम्मिलित होकर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि व खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने संत गहिरा गुरु जी के समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ग्राम गहिरा से उनका गहरा आत्मीय संबंध रहा है, यह पूज्य संत गहिरा गुरु जी की जन्मस्थली और एक पवित्र धाम है। उन्होंने स्मरण किया कि पहली बार रायगढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद बनने का सौभाग्य भी उन्हें इसी पवित्र भूमि के आशीर्वाद से प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रधानमंत्री कार्यकाल में सांसदों को अपने क्षेत्र के किसी एक गांव को गोद लेकर विकास कार्य करने के लिए कहा गया था, तब उन्होंने ग्राम गहिरा को चुना और यहां विकास कार्य किए, हालांकि कुछ कार्य अधूरे रह गए थे। मुख्यमंत्री के रूप में पुनः ग्राम गहिरा आने पर उन्होंने कहा कि शायद यह उन्हीं अधूरे कार्यों को पूरा करने का अवसर है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने गहिरा गुरु संत समाज द्वारा सनातन धर्म और सामाजिक उत्थान में किए जा रहे योगदान की सराहना करते हुए कहा कि एक समय ऐसा था जब जनजातीय समुदाय में धर्मांतरण, सामाजिक बुराइयाँ और व्यसन बढ़ रहे थे, तब संत गहिरा गुरु जी ने समाज सुधार का बीड़ा उठाया, गांव-गांव में यज्ञ कराए, रामचरितमानस के पाठ करवाए और समाज को आध्यात्मिक रूप से जागरूक किया। उन्होंने कहा कि आज यह संस्था पूरे प्रदेश में सनातन धर्म को सुदृढ़ करने, समाज को जागरूक करने और संस्कृत की शिक्षा को प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस बात की भी प्रशंसा की कि संस्था के माध्यम से जनजातीय समुदाय के बच्चे संस्कृत में अध्ययन कर रहे हैं और सनातन संस्कृति के संवर्धन में एक सराहनीय पहल करते हुए विद्यालय व महाविद्यालय संचालित किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भगवान श्रीराम ने अपने 14 वर्षों के वनवास का अधिकांश समय छत्तीसगढ़ में बिताया था, जिसके प्रमाण आज भी प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर विद्यमान हैं। उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ के लिए प्रदेशवासियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि श्रद्धालुओं के ठहरने की संपूर्ण व्यवस्था छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में सतत विकास और सुशासन को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे प्रत्येक नागरिक को समृद्धि और सुशासन का लाभ मिले।

मुख्यमंत्री श्री साय ग्राम गहिरा में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुए और नवविवाहित जोड़ों से परिचय प्राप्त कर उन्हें मंगलमय दांपत्य जीवन का आशीर्वाद दिया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में संत गहिरा गुरु जी के आशीर्वाद से सुशासन और विकास का कार्य निरंतर जारी है। हमारी सरकार राज्य की संस्कृति और आध्यात्मिक परंपराओं को अक्षुण्ण बनाए रखते हुए छत्तीसगढ़ को विकास की नई ऊंचाइयों की ओर ले जाने के लिए दृढ़संकल्पित हैं।