एसएसपी लाल उमेद सिंह ने बताया कि 8 और 9 जनवरी की दरम्यानी रात मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली की मोमिनपारा स्थित एक मकान में कुछ व्यक्तियों द्वारा गौमांस बिक्री किया जा रहा है. सूचना पर पुलिस ने तुरंत उस मकान में रेड कार्रवाई की. रेड कार्रवाई के दौरान मकान के कमरे में एक व्यक्ति उपस्थित था, पुलिस की टीम को देखकर अन्य कई लोग मौके से भाग निकले थे. मौके पर उपस्थित व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम समीर मंडल बताया. टीम के सदस्यों द्वारा कमरे की तलाशी लेने के दौरान कमरे में गौमांस, मांस काटने का बड़ा हथियार, चाकू, तराजू सहित अन्य सामग्री पाई गई.
8 घंटे की पूछताछ के बाद ED ऑफिस से बाहर निकले पूर्व मंत्री लखमा, कहा – जब तक लड़ना पड़े मैं लडूंगा मेरी कोई गलती नहीं
रायपुर- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2 हजार करोड़ के शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज दूसरी बार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा से पूछताछ की। राजधानी रायपुर क पचपेड़ी नाका पुजारी चैंबर स्थित ED के क्षेत्रीय कार्यालय में 8 घंटे की पूछताछ के बाद दोनों बाहर आ गए हैं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि ईडी ने उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जैसे अन्य लोग ईडी द्वारा परेशान करने की बातें करते हैं, वैसा कुछ उनके साथ नहीं हुआ।
पूर्व मंत्री लखमा ने बताया कि पूछताछ के दौरान ईडी अधिकारियों ने उन्हें पानी भी पिलाया। उन्होंने यह भी बताया कि उनके मोबाईल को टैपिंग किया गया फिर सील किया गया, जिसकी वजह से उन्हें टाइम लग गया।
लखमा ने आरोप लगाते हुए कहा कि “सरकार मुझे बार-बार परेशान कर रही है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि एक आदिवासी नेता को क्यों निशाना बनाया जा रहा है।” कवासी लखमा ने इसे राजनीतिक साजिश बताते हुए कहा कि “मैं बस्तर की आवाज़ विधानसभा में उठाता हूँ। इसीलिए मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है। बस्तर के लोगों को दबाने की कोशिश हो रही है। दो नंबर की शराब अगर बन रही थी तो वह अधिकारी या संबंधित कंपनी की जिम्मेदारी है।”
खुद को बताया गांधीवादी
पूर्व मंत्री लखमा ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों के दौरान ED की इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा बताया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है और वे गांधीवादी विचारधारा का पालन करते हैं। “मैं सच के रास्ते पर चल रहा हूँ। सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं। जब तक लड़ना पड़ेगा, मैं लड़ता रहूंगा।”
बुधवार 15 जनवरी को होगी अगली पूछताछ
पूर्व मंत्री लखमा ने बताया की ईडी ने उन्हें अगले बुधवार को फिर से बुलाया है। इस बार वे अपने वकील या ऑडिटर को साथ लेकर जाएंगे और कुछ दस्तावेज़ भी प्रस्तुत करेंगे।
Jan 09 2025, 21:31