*सीतामढ़ी में नए साल का स्वागत: मंदिर परिसर की भव्य सजावट, श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भव्य तैयारियां*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही में स्थित पौराणिक और धार्मिक नगरी सीतामढ़ी नए साल के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है। यह स्थल न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि हर साल लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों का केंद्र भी बनता है। माता सीता की पवित्र नगरी में इस बार भी नववर्ष के उत्सव के लिए तैयारियां की गई,जो आगंतुकों को आकर्षित कर रही है। माता सीता के मंदिर को रंग - बिरंगी लाइटों से सजाया गया है, जिससे यह रात के समय किसी स्वर्गिक दृश्य सा प्रतीत होता है। मंदिर प्रांगण और उसके आसपास के क्षेत्रों में ऐसी सजावट की गई है कि हर कोना दिव्यता का अहसास कराता है। मंदिर प्रबंधन कैलाश चंद्र ने बताया कि नववर्ष के मौके पर हर साल यहां लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं और इस बार भी प्रशासन और मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं का खास ख्याल रखा है।सीतामढ़ी का उत्सव हर उम्र के लोगों को आकर्षित करता है। युवा वर्ग मंदिर की भव्यता और धार्मिकता का अनुभव करता है, वहीं बुजुर्ग और बच्चे दर्शन - पूजन के बाद नए साल के उल्लास में खो जाते हैं। यहां सभी धर्मों के लोग माता सीता की पवित्र नगरी में आकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और नए साल को नई ऊर्जा के साथ शुरू करते हैं। श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ को संभालने के लिए पुलिस प्रशासन ने चाक - चौबंद व्यवस्था की है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो। पौराणिक कथाओं के अनुसार, सीतामढ़ी वहीं स्थान है जहां माता सीता का वनवास के दौरान ठहराव हुआ था, और यही कारण है कि यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए विशेष धार्मिक महत्व रखता है। नए साल के जश्न के दौरान यहां आना न केवल एक धार्मिक यात्रा होती है, बल्कि आत्मिक शांति और आध्यात्मिक का भी अनुभव कराती है। मंदिर प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन ने इस बार भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किए हैं ताकि वे बिना किसी असुविधा के सीतामढ़ी में नए साल का स्वागत कर सकें।
*महाकुंभ : ज्ञानपुर रोड होकर जाएगी साबरमती बनारस मेला स्पेशल ट्रेन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। रेलवे प्रशासन ने प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ मेला पर श्रद्धालु यात्रियों की सुविधा के लिए ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन होकर साबरमती- बनारस-साबरमती महाकुंभ मेला विशेष गाड़ी का संचालन करेगी।इसका संचालन 16 जनवरी, पांच, नौ, 14 और 18 फरवरी को साबरमती से जबकि 17 जनवरी, छह, 10, 15 और 19 फरवरी को वाराणसी से पांच फेरों के लिए किया जाएगा। जनसंपर्क अधिकारी वाराणसी अशोक कुमार ने बताया कि गाड़ी नंबर 09413 साबरमती-बनारस कुंभ मेला विशेष गाड़ी साबरमती से 16 जनवरी को सुबह 11 बजे मेहसाणा से चलेगी। पालनपुर, आबू रोड, मारवाड़, किशनगढ़, जयपुर, आगरा फोर्ट, इटावा, फतेहपुर, प्रयागराज होते हुए अगले दिन दोपहर 12 बजकर 42 ज्ञानपुर रोड पहुंचेगी।उक्त ट्रेन दोपहर दो बजकर 45 बजे वाराणसी पहुंचेगी। वापसी यात्रा में बनारस-साबरमती कुंभ मेला विशेष गाड़ी बनारस से शाम 19.30 बजे प्रस्थान कर ज्ञानपुर रोड से होकर गंतव्य को जाएगी।गाड़ी में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का एक, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के तीन, शयनयान श्रेणी के 12, साधारण द्वितीय श्रेणी के दो और एसएलआर/डी के दो समेत कुल 20 कोच लगाए जाएंगे।
*गोपीगंज सीएचसी को मिली अल्ट्रासाउंड मशीन* *जिले की पहली सीएचसी में उपलब्ध होगी सुविधा*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आने वाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है। उन्हें अब अल्ट्रासाउंड के लिए दर-दर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह जिले की पहली सीएचसी है, जहां पर अल्ट्रासाउंड मशीन लगाई गई है। चिकित्सकीय परामर्श पर मरीजों का नि:शुल्क अल्ट्रासाउंड होगा।सीएचसी के विशेषज्ञ डॉ. आशीष गुप्ता के नेतृत्व में अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित की गई। इंस्टालेशन करने की प्रक्रिया शुरू है। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल और महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय के बाद अब गोपीगंज सीएचसी पर अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था उपलब्ध होगी। लेकिन जिला अस्पताल में करीब आठ महीने से अल्ट्रासाउंड मशीन खराब पड़ी है। शासन से नई मशीन की मांग की गई है, जो अभी तक नहीं आई है। गोपीगंज जिले की पहली सीएचसी बनी है, जहां पर अल्ट्रासाउंड मशीन लगाई गई है। रोजाना 200 से 250 की ओपीडी होती है। इसमें 10 से 15 मरीजों को अल्ट्रासाउंड की जरूरत पड़ती है। लेकिन व्यवस्था न होने के कारण प्रसव पीड़िता समेत अन्य मरीजों को निजी सेंटरों का रुख करना पड़ता था। जहां उन्हें एक अल्ट्रासाउंड का 500 से 600 रुपये का भुगतान करना पड़ता था। लेकिन अब यह समस्या दूर हो जाएगी। अल्ट्रासाउंड के लिए मरीजों को भाग दौड़ नहीं करना पड़ेगा। अस्पताल में मशीन स्थापित कर दिया गया है, इंस्टॉलेशन की प्रकिया चल रही है।इसके बाद मरीजों को अल्ट्रासाउंड का लाभ मिलेगा। सीएमओ डॉ. संतोष कुमार चक ने कहा कि गोपीगंज सीएचसी पर अल्ट्रासाउंड मशीन आई है। इंस्टाॅल कराने की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद मरीजों का इसका समुचित लाभ मिलेगा।
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। श्री द्वादश ज्योतिर्लिंग संगम क्षेत्र श्री रामजानकी मंदिर सुन्दरवन, लक्ष्मणपट्टी,भदोही, उप्र की पीठाधीश्वर माँ राजलक्ष्मी मंदा ने सुदूर स्तिथ ग्रामीण बच्चों के लिये निःशुल्क शिक्षण कार्य का शुभारम्भ किया है, जिसको लेकर क्षेत्र के छात्रों और अभिभावकों में अत्यधिक उत्साह है l मात्र चार दिनों में 60 से अधिक छात्र /छात्रायें इस निःशुल्क शिक्षण कक्षा में अध्ययन करने आने लगे हैं जिनकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है l मंदिर की पीठाधीश्वर माँ राजलक्ष्मी मंदा जी इन जरूरत मंद छात्र /छात्राओं को नोटबुक, पेन्सिल, पेन, रबर, शार्पनर और बैग आदि भी उपलब्ध करा रही हैं l आशा है कि माँ के इस सुन्दर प्रयास से सुदूर ग्रामीण अंचल के छात्र /छात्राएं भी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर देश की सेवा कर सकेंगे l
*बोर्ड परीक्षा : पारदर्शी व्यवस्था होगी फेल, छात्र आवंटन में खेल शिक्षा माफिया ने फाइनल सूची में वित्त पोषित स्कूलों से हटवाएं केंद्र*
भदोही। शुचिता और पारदर्शिता के लिए शासन स्तर पर तैयार चक्रव्यूह को शिक्षा माफिया बोर्ड परीक्षा के पहले ही भेद चुके हैं। ऑनलाइन केंद्र निर्धारण के बाद भी नकल माफियाओं ने खास विद्यालयों को केंद्र बनवाने में सफल रहे।विकास खंड डीघ के एक नामचीन विद्यालय का हाईस्कूल और इंटर के पूरे के पूरे छात्रों को एक ही केंद्र पर भेज दिया गया है। यही नहीं केंद्र निर्धारण की अनंतिम और अंतिम सूची में छात्र आवंटन में खेल कर दिया गया। वित्तपोषित स्कूलों में गए केंद्रों को हटवाकर वित्त-विहीन में करा लिया गया है।बोर्ड परीक्षा 24 फरवरी से शुरू होगी। इसके लिए जिले में 94 केंद्र बनाए गए हैं। नवंबर में माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 85 केंद्रों की अनंतिम सूची जारी की। इसमें कई माननीयों से लेकर नामचीन विद्यालयों को केंद्र नहीं बनाया गया। अंंतिम सूची में कई शिक्षा माफियाओं के विद्यालयों का केंद्र वित्तपोषित में चला गया। इससे उनका जुगाड़ बिगड़ने लगा। आपत्ति निस्तारण की प्रक्रिया में शिक्षा माफियाओं ने कार्यालय से लेकर परिषद तक दौड़ धूप कर अपनी सेटिंग कर ली। इससे वित्तपोषित विद्यालयों से अपना केंद्र हटवाकर जुगाड़ वाले स्कूलों में करा लिया।ऐसे विद्यालयों की संख्या करीब आठ से 10 हैं। बताते चलें कि बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में कुल 55 हजार छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने कहा कि पहली सूची में कई खामियां थी। जिसे सुधारकर केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि कुछ विद्यालय पर विभाग की नजर है। जहां पर मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारियों की तैनाती रहेगी।
सीतामढ़ी में न रैन बसेरे का इंतजाम और न ही सफाई व पेयजल की सुविधा* *स्ट्रीट लाइटें, पार्किंग की समस्या,सुलभ काॅम्प्लेक्स जैसी सुविधाओं की जरूरत*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। प्रयागराज के महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु अगर सीतामढ़ी आते हैं तो यहां उन्हें तमाम दुश्वारियों से जूझना होगा।यहां न तो रैन बसेरे की व्यवस्था है और नहीं बेहतर तरीके से साफ-सफाई के इंतजाम। सीतामढ़ी मुख्य गेट के पास से ही सड़क पर अतिक्रमण का ऐसा आलम है कि शाम होते ही जाम लगना शुरू हो जाता है। इसके अलावा यहां लगी स्ट्रीट लाइटें, पार्किंग की समस्या, सुलभ कॉम्प्लेक्स, शुद्ध पेयजल एक बड़ी समस्या बनकर उभरेंगे। आगामी जनवरी माह में प्रयागराज में महाकुंभ होने जा रहा है। प्रयागराज जनपद से सटा होने के कारण जिले के धार्मिक पर्यटन स्थल सीतामढ़ी में बड़ी में श्रद्धालु दर्शन-पूजन करने आते हैं। ऐसे में यहां अब तक किसी भी स्तर की तैयारियां प्रशासन की ओर से नहीं की गई है। श्री सीता सामाहित स्थल परिसर और महर्षि वाल्मीकि आश्रम परिसर के साथ सीतामढ़ी में समस्याओं का अंबार है। चारों ओर गंदगी, सड़क पर अतिक्रमण, बिजली संकट, शो-पीस पड़ी सोलर और स्ट्रीट लाइटें, पार्किंग की समस्या, सुलभ कॉम्प्लेक्स, शुद्ध पेयजल आदि की बदइंतजामी सैलानियों व श्रद्धालुओं को परेशान करेगी। पुलिस चौकी सीतामढ़ी से हनुमान जी मंदिर तक मुख्य सड़क पर मनमाना तरीके से अतिक्रमण कर लिया गया है। इसके अलावा बिजली समस्या के कारण शाम के समय चारों ओर घूप अंधेरा छा जाता है। रात में श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए कोई रैन बसेरा तक नहीं है। तीर्थ यात्रियों को स्नान और शौच के लिए सरकारी सामुदायिक शौचालय तक की उचित व्यवस्था नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते समस्याओं को दूर नहीं किया गया तो बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और सैलानियों को समस्याएं झेलनी पड़ेगी। जिसका सीधा असर पर्यटन और व्यवसाय पर पड़ेगा। पर्यटन विभाग की स्ट्रीट लाइट शो पीस, सोलर लाइटें खराब पर्यटन विभाग ने सीतामढ़ी में बड़ी संख्या में स्ट्रीट लाइट और सोलर लाइट लगाया हुआ है, लेकिन तमाम सोलर लाइट लगने के कुछ दिन बाद से बंद हो गयी है। वहीं जो जल भी रही हैं। वे चिमनी की तरह प्रकाश देती हैं। दो माह पूर्व सीतामढ़ी मंदिर से लेकर सीतामढ़ी गेट तक लगभग एक किलोमीटर के दायरे में एलईडी स्ट्रीट लाइट के लिए पोल गाड़कर उसमें एलईडी लाइट लगा दी गई है। स्ट्रीट लाइट लगे हुए काफी समय बीत गया है, लेकिन अभी तक इन लाइटों को बिजली नसीब नहीं हो पाई है। मंदिर प्रशासन कर रहा तैयारियां, प्रशासन से भी मिले सहयोग मंदिर व सीतामढ़ी ट्रस्ट के प्रबंधक कैलाश चन्द्र ने बताया कि कुंभ के दौरान सीतामढ़ी में देश-विदेश के बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों और सैलानियों का आगमन होता है। इस बार महाकुंभ है। इस लिहाज से लाखों तीर्थ यात्रियों के आने की संभावना है। ट्रस्ट और मंदिर प्रशासन अपने स्तर से तैयारियों में जुटा है, लेकिन जिला प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता है। ऐसी तमाम समस्याएं हैं। जिन्हें समय पर दूर करना आवश्यक है।
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिला चिकित्सालय के फिजिशियन डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि मौसम बदला है। सेहत के प्रति सजगता जरुरी है। खासकर बच्चों के प्रति अभिभावक सतर्क रहे। अभी बीमारी होने पर परेशानी बढ़ सकती हैं। ऐसे में मौसम में सर्दी,जुकाम के अलावा ठंड लगने की आशंका रहती है। गर्म कपड़ा पहने,कान ढंग कर रखे।
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में 29 नवंबर तक हल्के बादलों का क्रम रहेगा। समुद्र में हवा का दबाव होने के कारण कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी एवं बारिश का असर देखा जा सकता है। मौसम वैज्ञानिक सर्वेश कुमार बरनवाल ने बताया कि इस किसान फसलों की सिंचाई कर सकते हैं। रात के समय में ठंड को देखते हुए इससे बचने की सलाह दी।
*आवारा कुत्तों के जमघट से लोगों का रास्ता चलना दूभर*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जनपद में ग्रामीण अंचलों के लोग आवारा पशुओं से तो शहर के लोग कुत्तों से परेशान हैं। शहर के प्रमुख मार्गों व निर्यात भवन जैसे प्रतिष्ठानों में इन्हें किसी भी समय विचरण करते देखा जा सकता है। इतना ही नहीं, पैदल साइकिल व बाइक सवारों पर झुंड आक्रमण भी कर देता है। बचाव व राहत की दिशा में कोई कदम न उठाने से लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। शहर के एमबीएस अस्पताल में ही एक साल में करीब 10 हजार लोगों लोगों को कुत्तों काटने का टीका लगाया गया। शहर के मेन रोड, स्टेशन रोड, ज्ञानपुर रोड, चौरी रोड, निर्यात भवन बीड़ा के साथ ही गलियों में आवारा कुत्तों का झुंड विचरण करता रहता है। दिन तो देर रात तक कुत्ते सड़कों और पटरियों पर घूमने हुए देखे जाते हैं।
*बूंदाबांदी के साथ बारिश के आसार बादलों से घिरा आसमान, हवाओं ने बढ़ा दी है गलन
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही जिले में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। बुधवार यानी आज सुबह से आसमान में काले बादल छाए रहे। बादलों की आवाजाही के साथ ही हवा भी चलने लगी। आज बूंदाबांदी के साथ हल्की बारिश हो सकती है। करीब एक माह से मौसम साफ रहा। दिन में धूप निकलने से लोगों को राहत मिलती, लेकिन रात में गलन परेशानी करती। दिसंबर में ठंड भी सामान्य के आसपास रही। महीने में एक से दो दिन छोड़ दिया जाए तो अन्य दिन न्यूनतम तापमान 10 से अधिक ही रहा। पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम तेजी से बदल रहा है। मौसम वैज्ञानिक सर्वेश कुमार बरनवाल ने बताया कि 25 से 28 दिसंबर को बादल छाए रहेंगे। बूंदाबांदी और बारिश के आसार हैं।
Dec 28 2024, 16:35