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देवास में भीषण आग लगने से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत, पड़ोसियों ने पुलिस को दी सूचना।

मध्य प्रदेश के देवास में एक मकान में भीषण आग लग गई. इस हादसे में एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई. सभी लोग मकान की दूसरी मंजिल पर सो रहे थे. घर से उठते धुएं को देखते ही पड़ोसियों ने इस बात की सूचना पुलिस को दी. मामले की जानकारी होते ही पुलिस, दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची. काफी मशक्कत के बाद आग को बुझाया गया.

आग मकान की पहली मंजिल पर मौजूद दूध की डेयरी में लगी थी, लेकिन देखते ही देखते इस आग ने विकराल रूप ले लिया और दूसरी मंजिल पर पहुंच गई. मृतक परिवार डेयरी की दूसरी मंजिल में रहता था. परिवार में पति-पत्नी और उनके दो बच्चे थे. शुक्रवार की रात हादसे में चारों की जिंदा जलने से मौत हो गई. घटना के बाद मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पा लिया है. वहीं, पुलिस ने मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

आग लगने से 4 लोगों की मौत

मरने वाले की पहचान दिनेश उनकी पत्नी गायत्री, बेटी इशिका और बेटे चिराग के तौर पर हुई है. दिनेश कारपेंटर का काम करके अपना परिवार का पालन पोषण कर रहा था. परिवार देवास के नयापुरा क्षेत्र में पिछले काफी समय से रह रहा था. रात में पड़ोसियों ने देखा कि डेयरी में आग लग गई है और पूरा मकान धू-धू कर जल रहा है. उन्होंने तुरंत पुलिस को इस बात की सूचना दी. आग लगने की जानकारी होते ही पुलिस और दमकल विभाग की कई टीमें मौके पर पहुंच गई.

दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया

दमकल विभाग की टीमों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग पर काबू पाने के बाद पुलिस ने घर में देखा कि चार लोगों के शव पड़े हुए है. पुलिस ने सभी शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं, देर रात एसपी पुनीत गेहलोद भी मौके पर पहुंचे थे. पुलिस ने मामला दर्ज कर आग लगने के पीछे के कारणों की जांच शुरू कर दी है. वहीं, पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही आग लगने के कारणों का पता लगा लेगी.

क्या आपको पता है कैसे चलती है ट्रेन, कौनसी टेक्नोलॉजी का होता है इस्तेमाल?, जानें

भारतीय रेलवे से हर दिन लाखों पैसेंजर्स ट्रेन से सफर करते हैं. आपने भी कभी ना कभी ट्रेन से सफर किया ही होगा. पहले की तुलना में अब ट्रेन में काफी बदलाव आ गए हैं. आजादी के बाद से ही भारत ने रेलवे सिस्टम में कई बदलाव किए. इसमें से एक इलेक्ट्रिक इंजन है. आजकल ज्यादातर ट्रेन इलेक्ट्रिसिटी से ही चल रही है. ट्रेन की रफ्तार पहले से काफी बढ़ गई है.

लेकिन क्या आपने सोचा है कि ट्रेन को सप्लाई होने वाली इलेक्ट्रिसिटी कभी जाती क्यों नहीं? जब ट्रेन लंबे रूट पर होती है तो इंजन को पावर कहां से मिलती है.

ऐसे मिलती है ट्रेन को इलेक्ट्रिसिटी

रेलवे के मुताबिक, जो ट्रेन इलेक्ट्रिसिटी से चलती हैं उन्हें 25 हजार वोल्टेज (25KV) की जरूरत होती है. ये करंट इंजन के ऊपर लगी एक मशीन पेंटोग्राफ के जरिए इंजन तक पहुंचता है. पेंटोग्राफ ट्रेन के ऊपर लगी तार से रगड़कर चलता है. बिजली इन तारों के जरिए ट्रेन में आती है.

इलेक्ट्रिक ट्रेन में दो तरह के पेंटोग्राफ का यूज किया जाता है. डबल डेकर पसेंजर के लिए WBL का यूज किया जाता है. नार्मल ट्रेन में हाई स्पीड पेंटोग्राफ यूज किए जाते हैं.

पेंटोग्राफ के जरिए ऊपर लगे तार से करंट मिलता रहता है. इसमें 25KV (25,000 वोल्ट) का करंट इलेक्ट्रिक इंजन के मेन ट्रांसफार्मर में आता है, इससे इंजन चलता है.

इलेक्ट्रिक ट्रेन में ये सिस्टम होता है यूज

जब ट्रेन रेलवे ट्रैक से गुजरती है, उस पर वजन जेनरेट होता है और मेटल ट्रैक से जुड़ा स्प्रिंग कम्प्रेस्ड हो जाता है. इससे रैक, पिनियन मैकेनिज्म और चेन ड्राइव में एक स्पीड शुरू हो जाती है. ये स्पीड जब फ्लाईव्हील, रेक्टिफायर और डीसी मोटर से गुजरती है तो इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट होती है.

इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई

रेलवे को इलेक्ट्रिसिटी डायरेक्ट पॉवर ग्रिड से मिलती है. ग्रिड को पॉवर प्लांट से सप्लाई होती है. वहीं से सब स्टेशंस पर भेजी जाती है. सब स्टेशन से डायरेक्ट 132 KV की सप्लाई रेलवे को जाती है. यहां से 25KV OHE को दी जाती है. रेलवे स्टेशंस के साइड में इलेक्ट्रिसिटी के सब स्टेशन दिख जाते हैं. डायरेक्ट इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई की वजह से यहां ट्रिपिंग नहीं होती है.

उत्तराखंड: असिस्टेंट डायरेक्टर ने की आत्महत्या, छेड़छाड़ का आरोप लगने के बाद किया सुसाइड।

उधम सिंह नगर के रुद्रपुर स्थित ईएसआईसी हॉस्पिटल में कार्यरत असिस्टेंट डायरेक्टर प्रकाश चंद लोडवाल ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना तब हुई, जब उन पर एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ का आरोप लगा और पंतनगर थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया.

जानकारी के अनुसार, पंतनगर थाना क्षेत्र स्थित ईएसआईसी हॉस्पिटल कैंपस में प्रकाश चंद लोडवाल के खिलाफ उनके पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने तहरीर दी थी. महिला ने आरोप लगाया था कि प्रकाश चंद ने उसकी नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ की. महिला ने दावा किया कि उसके पास इस घटना के साक्ष्य मौजूद हैं. महिला की शिकायत के आधार पर पंतनगर पुलिस ने प्रकाश चंद लोडवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया.

इस कार्रवाई के बाद शुक्रवार को प्रकाश ने सल्फास की गोली खा ली. उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें तुरंत रुद्रपुर के एक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें बरेली के श्रीराम मूर्ति स्मारक अस्पताल रेफर कर दिया गया. डॉक्टरों ने प्रकाश को बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन उनकी मौत हो गई.

पुलिस की जांच क्या सामने आया?

इस मामले में पुलिस ने अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है. पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि प्रकाश ने आत्महत्या क्यों की और छेड़छाड़ के आरोपों की सच्चाई क्या है? इस घटना के बाद से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है. एक ओर असिस्टेंट डायरेक्टर पर छेड़छाड़ के आरोप ने सभी को चौंका दिया है तो वहीं दूसरी ओर आत्महत्या की घटना ने हॉस्पिटल परिसर और स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है.

अंतिम निष्कर्ष का इंतजार

पुलिस इस मामले में सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है. प्रकाश चंद लोडवाल की आत्महत्या के पीछे की वास्तविक वजह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी. वहीं, नाबालिग लड़की और उसके परिवार के आरोपों की भी जांच की जा रही है. पुलिस ने सभी से संयम बनाए रखने की अपील की है. यह घटना यह सोचने पर मजबूर करती है कि व्यक्तिगत और सामाजिक दबाव इंसान को किन हालातों में लेकर जा सकता है.

उत्तराखंड में 6,559 आंगनबाड़ी कर्मचारियों की भर्ती जल्द होगी शुरू, जानें पूरी जानकारी।

उत्तराखंड में 6,559 आंगनबाड़ी कर्मचारियों की भर्ती जल्द शुरू होने जा रही है, जिसमें 374 पद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के और 6,185 पद सहायिका के हैं. महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री रेखा आर्या ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस भर्ती प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू किया जाए. यह भर्ती राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों में रिक्त पदों को भरने के लिए की जा रही है.

रेखा आर्या ने बताया कि कुछ समय पहले राज्य में सभी जिलों के आंगनबाड़ी केंद्रों का अपग्रेडेशन किया गया था, जिससे सहायिकाओं को कार्यकर्ता के पद पर पदोन्नत किया गया. इससे सहायिकाओं के काफी पद खाली हो गए हैं, जो अब नए कर्मचारियों द्वारा भरे जाएंगे.

ऑनलाइन देना होगा आवेदन

इस भर्ती के लिए आवेदन ऑनलाइन मांगे जाएंगे और आवेदन प्रक्रिया में लगभग 30 दिन का समय मिलेगा. ऑनलाइन आवेदन से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी हो. आवेदन की प्रक्रिया को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं और जल्द ही इस बारे में विस्तृत सूचना दी जाएगी. इस भर्ती का उद्देश्य राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि करना और वहां पर बच्चों को बेहतर पोषण एवं शिक्षा प्रदान करना है.

नंदा गौरा योजना

रेखा आर्या ने नंदा गौरा योजना के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि इस योजना के लिए आवेदन 31 दिसंबर तक मंगवाए जाएंगे. इस योजना के तहत उन महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जो अपने बच्चों को अच्छे स्वास्थ्य और शिक्षा प्रदान करने के लिए संघर्ष कर रही हैं. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिन आवेदन पत्रों में किसी कारणवश कोई कमी पाई गई थी, उन्हें फिर से मंगवाया जाएगा.

महिला सारथी प्रोजेक्ट

महिला सशक्तिकरण विभाग ने एक नई पहल ‘महिला सारथी’ शुरू करने की योजना बनाई है, जिसके तहत महिलाएं यात्री वाहनों को चलाने के लिए प्रशिक्षित की जाएंगी. योजना देहरादून में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की जाएगी, और अगर यह सफल रहती है तो इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा. परिवहन विभाग चयनित महिलाओं को ड्राइविंग का प्रशिक्षण देगा और वाहनों की व्यवस्था एक संस्था के सीएसआर फंड और निर्भया योजना के फंड से निशुल्क की जाएगी.

खेल विभाग की पहल

उत्तराखंड खेल विभाग ने राष्ट्रीय खेलों के प्रशिक्षण कैंपों के लिए 32 कर्मचारियों की नियुक्ति की है. इसमें फिजियोथेरेपिस्ट, साइकोलॉजिस्ट, न्यूट्रिशनिस्ट और मसाज के लिए कर्मचारी शामिल हैं. इन कर्मचारियों की नियुक्ति खिलाड़ियों के शारीरिक, मानसिक और आहार संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए की गई है, ताकि खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर सकें.

लखनऊ में करोड़ों रुपये की चोरी का मामला: पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया, झूठी लूट की कहानी का किया पर्दाफाश।

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक शख्स ने चोरी की झूठी कहानी गढ़ी लेकिन उसका ये नाटक ज्यादा देर तक नहीं चल सका. शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो शिकायकर्ता पर ही संदेह हुआ. जिसके बाद उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने मामले का खुलासा कर दिया. जानकारी के मुताबिक हंसिनी ज्वैलर्स के कर्मचारी ने करोड़ों रुपए की हेरा-फेरी करने की कोशिश की थी. पुलिस ने आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है.

लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के सेंट्रल जोन पुलिस ने करोड़ों रुपए की चोरी के मामले में कार्रवाई करते हुए महज दो घंटे में साजिश का पर्दाफाश कर दिया. थाना हसनगंज पुलिस ने ना केवल आरोपी अभियुक्त को गिरफ्तार किया है बल्कि उसके पास से 1.5 करोड़ रुपए के बिस्किट भी बरामद किए हैं. लूट की कहानी पर पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की तेज कार्रवाई और दो घंटे के भीतर खुलासा करने से व्यापारियों में पुलिस के प्रति एक बार फिर सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है.

घटनाक्रम 19 दिसंबर की है, जिसके अनुसार हंसिनी ज्वैलर्स महानगर के कर्मचारी अमन सोढ़ी ने चौक स्थित आनंदी बुलियन ज्वैलर्स से 5 सोने के बिस्किट (प्रत्येक का वजन 1 किलो, कुल कीमत ₹3.94 करोड़) खरीदे. इसके कुछ देर बाद अमन सोढ़ी ने पुलिस को बताया कि अली क्लाथ हाउस के पास नदवा बंधा रोड पर अज्ञात बाइक सवारों ने उसके सिर पर लोहे की रॉड मारकर दो बिस्किट छीन लिए हैं.

नानी के कमरे में छिपाए बिस्किट

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस उपायुक्त सेंट्रल रवीना त्यागी के कार्रवाई के निर्देश पर थाना हसनगंज की टीम ने वादी गौरव अग्रवाल की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की. जांच के दौरान पुलिस को अमन सोढ़ी की गतिविधियां संदिग्ध लगीं. साक्ष्यों और पूछताछ के आधार पर जब सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने चौंकाने वाला खुलासा किया. अमन सोधी ने खुद अपनी लालच के कारण दो सोने के बिस्किट चोरी कर नानी के किराए के कमरे में छुपाने की बात स्वीकार की.

लूट की झूठी कहानी गढ़ी

पुलिस ने अमन की निशानदेही पर कमरे से चोरी किए गए दो सोने के बिस्किट बरामद कर लिए, जिनकी बाजार में कुल कीमत लगभग ₹1.5 करोड़ है. जांच में यह बात सामने आई कि अमन ने लूट की झूठी कहानी गढ़कर खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश की थी. सेंट्रल जोन के थाना हसनगंज पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ उनकी तत्परता और कड़ी निगरानी का प्रमाण है.

पुलिस उपायुक्त मध्य के निर्देशन और अपर पुलिस उपायुक्त एवं सहायक पुलिस आयुक्त महानगर के पर्यवेक्षण में टीम ने मामले को सुलझाने में गजब की कुशलता और प्रोफेशनलिज्म का प्रदर्शन किया. इस घटना के खुलासे ने न केवल व्यापारियों में सुरक्षा का भरोसा बढ़ाया है, बल्कि पुलिस की कार्य शैली को भी सराहा जा रहा है. आरोपी अमन सोधी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है.

नए साल का जश्न मनाने जा रहे हैं राजस्थान! जानें कैसा रहेगा मौसम का हाल

राजस्थान में इस समय कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. राज्य के कई इलाके शीतलहर और कोहरे की चपेट में हैं. मौसम विभाग की माने तो नए साल तक इससे राहत मिलते नहीं दिख रही है. अगले सप्ताह एक पश्चिमी विक्षोभ के असर से बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग ने इस बारे में जानकारी दी है और साथ ही शीतलहर के जारी रहने का भी अनुमान व्यक्त किया है.

मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में नए साल के पहले सप्ताह मौसम में बदलाव होने की संभावना है. जयपुर मौसम केंद्र के प्रवक्ता ने बताया कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ राज्य में आ सकता है, जिसके कारण राज्य के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है. विशेष रूप से, 25 दिसंबर को दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में मेघ गर्जन के साथ हल्की बारिश हो सकती है.

ठंड और शीतलहर का असर

मौसम विभाग ने बताया कि राज्य में शीतलहर का असर लगातार बना रहेगा, जिससे ठंड और अधिक बढ़ सकती है. न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट का अनुमान है. पिछले चौबीस घंटों के दौरान, मौसम मुख्यत: शुष्क रहा, लेकिन पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्का कोहरा देखा गया. राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस फतेहपुर (सीकर) में दर्ज किया गया है.

मौसम विभाग की सलाह

मौसम विभाग ने राज्य के लोगों से नए साल में मौसम के बदलते मिजाज के हिसाब से अपनी तैयारियों को पूरा करने की सलाह दी है. शीतलहर के चलते विशेषकर बुजुर्गों और बच्चों को सर्दी से बचाव के उपायों की आवश्यकता है. सर्दी से बचने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े पहनना, गर्म खाना और गर्म पानी का सेवन करना महत्वपूर्ण रहेगा. इसके अलावा, बाहरी गतिविधियों को कम से कम रखने और शरीर को गर्म रखने की सलाह दी जा रही है.

किसानों के लिए चेतावनी

राजस्थान में बारिश के अनुमान के चलते किसान भी अपनी फसलों को लेकर सतर्क हो गए हैं. किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी जा रही है. इस मौसम में हल्की बारिश से खेतों में नमी तो आएगी, लेकिन ठंडी हवाओं के कारण फसलें प्रभावित हो सकती हैं. 26 और 27 दिसंबर को माउंट आबू, उदयपुर, अजमेर, कोटा, जयपुर, भरतपुर और बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.

यातायात पर भी पड़ेगा असर

मौसम विभाग ने राज्य के सभी जिलों में सर्दी और बारिश के कारण यातायात पर असर पड़ने का भी अनुमान जताया है. खासकर पहाड़ी इलाकों में बारिश और ठंडी हवाओं के कारण सड़क पर फिसलन बढ़ सकती है, जिससे वाहन चालकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है.

कुल मिलाकर, राजस्थान में नए साल में मौसम का मिजाज बदल सकता है, जिसमें बारिश और शीतलहर का प्रभाव प्रमुख रहेगा. ऐसे में, राजस्थान के लोग सर्दी से बचने के लिए जरूरी उपायों के साथ तैयार रहें और मौसम के बदलाव के मुताबिक अपनी दिनचर्या में आवश्यक बदलाव करें.

नए साल पर कैसा रहेगा लखनऊ, वाराणसी, अयोध्या समेत यूपी के शहरों का मौसम, कहां होगी बारिश?

उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में साल के आखिरी हफ्ते में बारिश होने की संभावना है. यूपी के कुछ इलाकों में दिन में तापमान सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहने की संभावना है. वहीं रात में तापमान के गिरने का सिलसिला जारी रहेगा. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो से तीन दिनों में मौसम में कोई बड़े बदलाव होने के आसार नजर नहीं आ रहें है. हवा की स्पीड औसत गति से 1.5 किमी प्रति कम चल रही है. यही कारण है कि पहाड़ों से आ रही सर्द हवाओं का असर यूपी समेत कई राज्यों में ज्यादा पड़ नहीं पा रहा है.

हवा की गति धीमी होने की वजह से यूपी में शीतलहर चलने की संभावना कम हो गई है. मौसम विभाग के मुताबिक, साल के आखिरी हफ्ते में मौसम का मिजाज बदल सकता है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नोएडा समेत कई इलाकों में बारिश हो सकती है. बताया जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी में मौसमी बदलाव हो रहे हैं. दिसंबर के आखिरी हफ्ते तक बंगाल की खाड़ी से उठकर बादल पश्चिमी यूपी तक पहुंच जाएंगे. यहां जोरदार बारिश की संभावना साल के आखिरी हफ्ते में जताई जा रही है.

नए साल पर कहां होगी बारिश?

पश्चिमी यूपी के शहर यानी नोएडा, मेरठ और गाजियाबाद में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक इन इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है. बारिश की वजह से यूपी के इन इलाकों में ठंड के बढ़ने की संभावना है. यानी नए साल पर पश्चिमी यूपी के जिलों में कंपकपी बढ़ सकती है.

लखनऊ में कैसा रहेगा मौसम?

राजधानी लखनऊ और कानपुर में भी पहाड़ी राज्यों की बर्फबारी का असर देखने को मिलेगा. नए साल पर नवाबों की नगरी में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई गई है. यही नहीं, धुंध की वजह से भी लोगों को नए साल पर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

पूर्वांचल में छाया रहेगा कोहरा

पूर्वांचल यानी बरेली, गोरखपुर, अयोध्या, प्रतापगढ़, देवरिया और वाराणसी तक कोहरे की चादर दिख सकती है. ऐसे में नए साल का जश्न फीका रह सकता है. वर्तमान में दिल्ली-मुंबई समेत अन्य बड़े शहरों से यूपी को जाने वाली ट्रेनें कोहरे की वजह से लेट चल रही हैं. नए साल तक ये सिलसिला जारी रह सकता है.

एक्टिव हो रहा पश्चिमी विक्षोभ

ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि साल के आखिरी हफ्ते में यूपी में 3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हवाएं चलेगी. मौसम विभाग के मुताबिक, दिसंबर के आखिरी हफ्ते में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव रहेगा. इसका असर यूपी के कई इलाकों में दिखेगा. पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने की वजह से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होगी, जो कि उत्तर भारत के मैदानी इलाके में सर्दी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी.

ठंड के साथ बढ़ेगा प्रदूषण

साल के आखिरी हफ्ते में यूपी के लोगों को शीतलहर का प्रकोप झेलना पड़ सकता है. ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि ठंड के साथ प्रदूषण के स्तर में भी बढ़ोतरी होगी. दिल्ली से सटे इलाके में AQI 400 पार दर्ज किया गया है.

मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भगदड़, कई श्रद्धालु गिरे, मौके पर पुलिस तैनात।

उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में भगदड़ मच गई. भगदड़ में कई श्रद्धालु गिर गए और दब गए. आज पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का छठा दिन था. मौके पर पुलिस पहुंची है और बचाव कार्य में जुटी है. बताया जा रहा है कि इनकी कथा को सुनने करीब एक लाख से अधिक लोग मेरठ पहुंचे थे. कल कथा का अंतिम दिन है.

जानकारी के मुताबिक, महिलाएं और बुजुर्ग कथा सुनने के लिए आए थे. इसी बीच, बाउंसर्स ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद भीड़ में धक्का-मुक्की होने लगी. लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे. इस कथा को सुनने कई वीवीआईपी भी मेरठ पहुंचे थे. इस कथा का आयोजन मेरठ के शताब्दीनगर में हो रहा है.

इस कथा का आयोजन शताब्दीनगर में श्री केदारेश्वर सेवा समिति की ओर से किया जा रहा है. 15 दिसंबर से ही कथा हो रही है. कथा दोपहर 1 बजे से शुरू होती है और 4 बजे तक चलती है. हर दिन कथा को सुनने लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. आयोजकों की ओर से वाहनों को खड़ा करने के लिए 7 पार्किंग बनाई गई है. वहीं, लगभग 1000 पुलिसकर्मियों की मौके पर तैनाती है.

कालाष्टमी के दिन क्या करें और क्या नहीं, जानें सही नियम और महत्व

हिंदू धर्म में कालाष्टमी व्रत का बहुत अधिक महत्व है. इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप कालभैरव की पूजा करने और व्रत रखने का विधान है. जो भक्त इस दिन विधि-विधान से व्रत रखकर काल भैरव की पूजा करता है तो उन पर भगवान काल भैरव की कृपा बनी रहती है और जीवन से सभी संकट दूर हो जाते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यह व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. कालाष्टमी का विशेष महत्व इसलिए है क्योंकि इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा करने से व्यक्ति को भय, संकट, रोग और शत्रु बाधा से मुक्ति मिलती है.

पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की 22 दिसंबर को दोपहर 02 बजकर 31 मिनट पर होगी. और अगले दिन 23 दिसंबर को शाम 05 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगी. काल भैरव देव की पूजा निशा काल में की जाती है. ऐसे में 22 दिसंबर को पौष महीने की कालाष्टमी मनाई जाएगी.

कालाष्टमी के दिन क्या करें?

काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए कालाष्टमी के दिन व्रत रखना चाहिए.

इस दिन सुबह जल्दी उठकर काल भैरव की विधिवत पूजा करें.

अपने घर के पास काल भैरव के मंदिर में जाकर दर्शन करें.

काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए शिव पुराण का पाठ अवश्य करें.

गरीबों की दुआएं पाने के लिए उनको भोजन कराएं या दान दें.

कालाष्टमी के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाना शुभ माना जाता है.

काल भैरव को प्रसन्न करने के लिए सरसों के तेल का दीपक जलाएं.

काल भैरव के मंत्रों का जाप करें.

कालाष्टमी के दिन क्या न करें?

किसी से झगड़ा न करें: कालाष्टमी के दिन किसी से झगड़ा या विवाद न करें.

नकारात्मक विचार न रखें: मन में नकारात्मक विचार नहीं लाने चाहिए.

मांस-मदिरा का सेवन न करें: कालाष्टमी के दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.

किसी को कष्ट न दें: किसी को कष्ट या दुःख न दें.

नशीले पदार्थों का सेवन न करें: नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए.

कालाष्टमी के उपाय

कालाष्टमी के दिन काले तिल का दान करने से काल भैरव प्रसन्न होते हैं.

कालाष्टमी के दिन शमी के पेड़ की पूजा करने से भी लाभ मिलता है.

काल भैरव मंत्र का नियमित जाप करने से मन शांत होता है और दिल को सुकून मिलता है.

कालाष्टमी का महत्व

कालाष्टमी का दिन भगवान काल भैरव की कृपा पाने का एक विशेष अवसर है. इस दिन व्रत करके और पूजा-अर्चना करके हम सभी संकटों से मुक्ति पा सकते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी कर सकते हैं. ऐसी मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन भगवान काल भैरव की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. यह व्रत सभी प्रकार के संकटों से लोगों को मुक्ति दिलाता है.

कालाष्टमी के व्रत से रोगों से भी मुक्ति मिलती है और शत्रुओं का नाश होता है.

राहुल गांधी पर बीजेपी सांसदों के साथ धक्का-मुक्की का आरोप, संसद परिसर में हंगामे को लेकर केस दर्ज, जानें राहुल गांधी पर कब कितने मुकदमे?

आंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी के बाद संसद परिसर में हंगामे को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. राहुल पर बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत के साथ धक्का-मुक्की का आरोप है. राहुल पर मुकदमा दर्ज होने के बाद कांग्रेस पार्टी हमलावर हो गई है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक यह केस मुद्दे को डायवर्ट करने के लिए किया गया है.

वेणुगोपाल के मुताबिक राहुल पर बीजेपी की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाना कोई नई बात नहीं है. 2014 से अब तक राहुल पर 20 से ज्यादा मुकदमा दर्ज हो चुके हैं. साल 2019 में राहुल पर सबसे ज्यादा 5 मुकदमे दर्ज किए गए थे. 2024 में 4 और 2021 में राहुल गांधी के खिलाफ 3 मुकदमे दर्ज हुए थे.

राहुल 2019 में दर्ज एक केस में दोषी भी पाए जा चुके हैं. वहीं कई मुकदमों का ट्रायल कोर्ट में जारी है. राहुल के दो मुकदमे की सुनवाई हाई कोर्ट में हो रही है.

राहुल गांधी पर कब कितने मुकदमे?

साल 2014 में राहुल गांधी पर पहला कोर्ट में मुकदमा दर्ज हुआ था. यह केस महाराष्ट्र के भिवंडी स्थित जॉइंट सिविल जज की अदालत में दर्ज किया गया था. राहुल पर यह केस गांधी की हत्या में आरएसएस की भूमिका बताने को लेकर किया गया था. यह केस क्रिमिनल और सिविल मानहानि से जुड़ा है.

2016 में राहुल गांधी पर असम की राजधानी गुवाहाटी में मानहानि का मुकदमा दर्ज किया गया था. यह केस चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की अदालत में दर्ज किया गया था. राहुल पर यह मुकदमा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर की गई एक टिप्पणी को लेकर की गई थी. राहुल ने हत्या से जुड़े एक मामले में संघ पर विवादित टिप्पणी की थी.

साल 2018 में राहुल गांधी पर 3 मुकदमे दर्ज किए गए. पहला मुकदमा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और दूसरा मुकदमा सुल्तानपुर में दर्ज किया गया. तीसरा मुकदमा झारखंड के रांची में दर्ज किया गया था. राहुल गांधी पर दोनों मुकदमा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर विवादित टिप्पणी को लेकर किया गया था. यह मुकदमा भी मानहानि से जुड़ा हुआ है.

2019 में राहुल गांधी पर सबसे ज्यादा 5 मुकदमे दर्ज किए गए. यह केस देश के अलग-अलग हिस्सों में दर्ज किया गया. मामला मोदी सरनेम से जुड़ा था. राहुल ने एक रैली में सवाल उठाते हुए कहा था कि सारे मोदी सरनेम के लोग ही चोर क्यों हैं?

राहुल पर मोद सरनेम मामले में सूरत, पटना, रांची, अहमदाबाद और नई दिल्ली में केस किया गया था. सूरत केस में उन्हें दोषी भी ठहराया जा चुका है. बाकी मामलों की सुनवाई चल रही है. सूरत केस की वजह से ही 2023 में राहुल गांधी की सदस्यता गई थी.

2021 में राहुल गांधी पर 3 मुकदमे दर्ज हुए. पहला मुकदमा झारखंड के चाईबासा, दूसरा मुकदमा दिल्ली और तीसरा मुकदमा मुंबई में दर्ज किया गया. दिल्ली वाला मुकदमा रेप विक्टिम को लेकर किए गए दावों की वजह से किया गया था. इसमें राहुल पर पोक्सो की धारा भी लगाई गई है. मामले की सुनवाई दिल्ली हाईकोर्ट में चल रही है. यह गंभीर मामला है और राहुल गांधी अगर इसमें दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें दो साल या उससे ज्यादा की सजा मिल सकती है.

वहीं चाईबासा और मुंबई का मामला मानहानि से जुड़ा है. दोनों केस में मोदी और बीजेपी कार्यकर्ताओं पर राहुल ने टिप्पणी की थी.

2022 में राहुल गांधी पर दो मुकदमे दर्ज किए गए. पहला मुकदमा बेंगलुरु में दर्ज किया गया. यह केस कॉपीराइट उल्लंघन से जुड़ा है. राहुल पर आरोप है कि उन्होंने बिना परमिशन अपनी यात्रा का थीम सॉन्ग तैयार करने के लिए कॉपीराइट का उल्लंघन किया. राहुल पर दूसरा मामला लखनऊ में दर्ज है. राहुल पर इस केस में वीर सावरकर पर विवादित टिप्पणी का आरोप है.

2023 में राहुल गांधी पर सूरत में एक मुकदमा फिर से दर्ज किया गया. यह मुकदमा सूरत के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज के पास दर्ज किया गया. राहुल पर मोदी समाज को अपमानित का आरोप था.

2024 में अब तक राहुल गांधी पर 4 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. जनवरी 2024 में असम में राहुल पर भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में केस दर्ज किया गया था. इसी महीने राहुल पर कर्नाटक के बेंगलुरु में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को लेकर विवादित टिप्पणी के आरोप में केस दर्ज किया गया.

सितंबर महीने में राहुल गांधी ने अमेरिका में सिख समुदाय और आरक्षण को लेकर टिप्पणी की थी. इस केस में राजधानी दिल्ली में राहुल के खिलाफ 3 जगहों पर केस दर्ज किया गया था. अब राहुल पर संसद में मारपीट के आरोप में केस दर्ज हुआ है.