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पटपड़गंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अवध ओझा के सामने कांग्रेस के दिग्गज नेता चौधरी अनिल की चुनौती, जानें चौधरी अनिल का राजनीतिक सफर

राजनीति में नए-नए एक्टिव हुए अवध ओझा इस बार दिल्ली की पटपड़गंज विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. इस सीट से पहले मनीष सिसोदिया चुनाव लड़ते थे, लेकिन इस बार उनकी सीट बदलकर यहां अवध ओझा को टिकट दिया गया है. ओझा के लिए अपना पहला चुनाव आसान नहीं होने वाला है, ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस ने यहां से दिग्गज नेता पूर्व दिल्ली कांग्रेस चीफ चौधरी अनिल को उम्मीदवार बनाया है.

कांग्रेस ने दिल्ली कांग्रेस के पूर्व चीफ चौधरी अनिल को पटपड़गंज से प्रत्याशी बनाया है, अनिल इस सीट से पहले भी विधायक रह चुके हैं. ऐसे में इस इलाके में उनकी अच्छी खासी पकड़ है, तो वहीं अवध ओझा के लिए ये पूरी विधानसभा ही नयी है.

कौन हैं अनिल चौधरी

अनिल चौधरी का जन्म 1976 में भारत की राजधानी दिल्ली में हुआ था. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2008 में अनिल चौधरी ने पटपड़गंज विधानसभा से जीत दर्ज की थी, लगातार 10 वें राउंड तक पिछड़ते के बाद अनिल ने करते हुए अंतिम राउंड में भाजपा प्रत्याशी को 639 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी.

चौधरी विधायक बनने से पहले 2002 से 2007 तक पार्षद भी रहे हैं. अनिल का कांग्रेस के अंदर कद काफी बड़ा है, वे कांग्रस के दिग्गज नेताओं में शुमार हैं. चौधरी दिल्ली प्रदेश युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के साथ ही दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे हैं.

महीने भर पहले ही आप में शामिल हुए थे ओझा

इस महीने की शुरुआत में ही अवध ओझा आम आदमी पार्टी में शामिल हुए और उन्हें अपेक्षाकृत सुरक्षित मानी जाने वाली पटपड़गंज से उम्मीदवार बनाया. पूर्वी दिल्ली के इस निर्वाचन क्षेत्र को आप का गढ़ माना जाता है, जिसका प्रतिनिधित्व 2013 से मनीष सिसोदिया कर रहे हैं. लेकिन अब कांग्रेस उम्मीदवार के मैदान में उतरने से ओझा के लिए चुनाव आसान नहीं रहने वाला है.

कैसा रहा पटपड़गंज का इतिहास

1993 में इस सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी, जिसके बाद तीन बार यहां कांग्रेस का कब्जा रहा है. 2013 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर मनीष सिसोदिया जीते, जिसके बाद 2015 में भी उन्होंने आप का झंडा बुलंद किया. पिछले चुनाव में यहां से बीजेपी ने रवींद्र सिंह नेगी,कांग्रेस ने लक्ष्मण सिंह रावत और आप ने सिसोदिया को प्रत्याशी बनाया था. इस चुनाव के कांग्रेस और आप ने अपने पत्ते खोल दिए हैं, अब देखना होगा बीजेपी किसे अपना उम्मीदवार बनाती है.

रेलवे की नई सौगात: जल्द लॉन्च होगा 'ऑल इन वन' मोबाइल ऐप, टिकट बुकिंग से लेकर ट्रेन ट्रैकिंग तक की सुविधा मिलेगी

रेल मंत्रालय एक मोबाइल एप्लीकेशन तैयार कर रहा है. नए ऐप के जरिए यूजर्स अनरिजर्व्ड ट्रेन टिकट बुक कर सकेंगे. यही नहीं इसके अलावा किसी भी तरह की कंप्लेंट भी दर्ज कर सकेंगे. आप इस ऐप पर ट्रेन को आसानी से ट्रैक कर सकेंगे. जब से इस ऐप के बारे में चर्चा शुरू हुई है यूजर्स को इसका बेसब्री से इंतजार है. रेल मंत्री ने संसद में इसके लॉन्च के सवाल पर कहा कि ये ऐप यूजर्स के लिए काफी बेनिफिशियल रहेगा. इससे काफी सारी ट्रेन सर्विस मिल सकेगी. जल्द ही इसे यूजर्स के लिए शुरू किया जाएगा.

नए ऐप पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, भारतीय रेलवे पैसेंजर सर्विस के लिए एक स्पेशल ऐप ‘ऑल इन वन’ डेवलप कर रहा है. इस ऐप में पैसेंजर एक ही ऐप में अनरिजर्व्ड टिकटिंग, शिकायत दर्ज करने, ट्रेन की स्टेट्स चेक करने और कई दूसरी सर्विसेज का बेनिफिट देगा.

रेलवे का नया ऐप

अपकमिंग ऐप ट्रेन से सफर करने वालों के लिए बेहतर साबित हो सकता है. इसे सेंटर फॉर रेलवे इन्फॉर्मेशन सिस्टम्स (CRIS) ने से डिजाइन किया है. नए ऐप को टिकट बुकिंग वेबसाइट IRCTC के साथ कनेक्ट किया जाएगा. इसमें पैसेंजर्स को टिकट बुकिंग से लेकर सफर के दौरान की कई सर्विसेज मिलेंगी. ऐप में आपको कई सारे ऑप्शन मिलेंगे.

इस नए ऐप के जरिए भारतीय रेलवे का मोटीव पैसेंजर्स को एक जगह पर सभी ऑप्शन देने और उन्हें आसान बनाने का है. इसके अलावा कमाई बढ़ाना है. फिलहाल इस ऐप पर काम चल रहा है, इसे जल्द ही यूजर्स के लिए शुरू किया जा सकता है.

ऑनलाइन ट्रेन टिकट ऐसे करें बुक

IRCTC की वेबसाइट या ऐप से टिकट बुक करने के लिए आपको इन पर लॉगइन करना होगा. इसके बाद ‘Book Your Ticket’ या ‘तत्काल बुकिंग’ के ऑप्शन पर क्लिक करें. यहां पर बोर्डिंग और डेस्टिनेशन एड्रेस भरें. यात्रा की डेट सलेक्ट करें. यात्रा करने का क्लास सलेक्ट करें. अपनी ट्रेन चुनें. पैसेंजर संख्या और उनकी डिटेल्स भरें. इसके बाद मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड डालें. पेमेंट करने लिए क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, या यूपीआई का यूज कर सकते हैं. आप अपना पेमेंट स्टेटस चेक करें और कंफर्मेशन के बाद टिकट डाउनलोड कर लें.

राहुल गांधी ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से की मुलाकात , कहा- सरकार परिवार को इंसाफ देने की जगह अत्याचार कर रही है

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष (LoP) राहुल गांधी आज गुरुवार को हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस पहुंचे और परिवार का हालचाल जाना. गैंगरेप के बाद पीड़िता की मौत हो गई थी. राहुल ने परिवार से मुलाकात के बाद कहा कि सरकार पीड़ित परिवार को इंसाफ देने की जगह उन पर तरह-तरह से अत्याचार कर रही है. जबकि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हम परिवार को न्याय दिलाने के लिए पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पीड़ित परिवार से मुलाकात के दौरान की फोटो शेयर करते हुए कहा, “हाथरस जाकर 4 साल पहले हुई शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पीड़ित परिवार के लोगों से. परिवार के लोगों ने मुलाकात के दौरान जो बातें बताईं उसने मुझे झकझोर कर रख दिया.”

सरकार ने नहीं निभाया वादाः राहुल

परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा, आज भी पूरा परिवार डर के साए में जी रहा है. उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है. वे आजादी के साथ कहीं भी आ-जा नहीं सकते हैं, उन्हें हर समय बंदूक और कैमरों की निगरानी में रखा जाता है.” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने उनके साथ जो वादे किए थे, वो आज तक पूरे नहीं किए गए हैं. न तो उन्हें सरकारी नौकरी दी गई और न ही उन्हें किसी दूसरी जगह घर देकर शिफ्ट करने का वादा निभाया गया है.

परिवार के इंसाफ की बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “पीड़ित परिवार को इंसाफ देने की जगह सरकार उन पर तरह-तरह से अत्याचार कर रही है. वहीं आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं.” उन्होंने कहा कि हम इस परिवार को यूं ही इनके हाल पर नहीं छोड़ेंगे. हम इंसाफ दिलाने के लिए पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे.

इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सुबह करीब 11.15 बजे बूल गढ़ी गांव पहुंचे, जबकि पुलिस ने उनके दौरे को देखते हुए जिले के चंदपा इलाके में गांव और उसके आसपास के इलाके में पुलिसकर्मियों की तैनाती बढ़ा दी थी.

आखिरी बार कब मिलने गए राहुल

राहुल के रवानगी से पहले कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख अजय राय ने लखनऊ में बताया कि राहुल गांधी हाथरस के बूल गढ़ी में गैंगरेप-मर्डर केस की पीड़ित परिवार से मिलने जाएंगे.

हाथरस में, कांग्रेस के स्थानीय नेता चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने भी कहा, “राहुल और प्रियंका गांधी ऐसे नेता हैं जो देश भर में पीड़ित लोगों के लगातार संपर्क में रहे हैं. राहुल इस परिवार के संपर्क में भी रहे हैं.”

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने करीब 4 साल पहले 3 अक्टूबर, 2020 को पीड़ित परिवार के लोगों से मुलाकात की थी. तब उन्होंने यह घोषणा की थी कि वे पीड़िता और परिवार को न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे.

कब हुआ था हाथरस कांड

हाथरस में 14 सितंबर 2020 को एक युवती के साथ कथित तौर पर गैंगरेप किया गया था. उसे इलाज के लिए पहले अलीगढ़ फिर दिल्ली लाया गया, लेकिन 29 सितंबर, 2020 को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. 30 अक्टूबर को उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस ने उन्हें रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर किया था.

अंतिम संस्कार को लेकर खासा विवाद हुआ. स्थानीय पुलिस अधिकारियों की ओर से बताया गया कि दाह संस्कार परिवार की इच्छा के अनुसार किया गया था. घटना की जांच शुरुआत में पुलिस कर रही थी. लेकिन बाद में सीबीआई ने मामले की जांच अपने हाथ में ले ली. फिर चारों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल दी गई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल प्रयागराज के दौरे में, करेंगे 6670 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (13 दिसंबर) को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का दौरा करेंगे. जहां वह 6,670 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. साथ ही पीएम मोदी इस दौरान संगम तट पर पूजा-अर्चना और दर्शन करेंगे. इसके अलावा वह महाकुंभ प्रदर्शनी स्थल का दौरा करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने गुरुवार को एक बयान में यह जानकारी दी है.

पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे. वह प्रयागराज में दोपहर करीब 12:15 बजे संगम तट पर पूजा-अर्चना और दर्शन करेंगे. इसके बाद करीब 12:40 बजे प्रधानमंत्री अक्षय वट वृक्ष पर पूजा-अर्चना करेंगे, जिसके बाद वह हनुमान मंदिर और सरस्वती कूप में दर्शन-पूजन करेंगे.’ इसके बाद करीब 2 बजे वह प्रयागराज में 6670 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शुभारंभ करेंगे.

पीएम मोदी कई मंदिर कॉरिडोर का भी उद्घाटन करेंगे

प्रधानमंत्री मोदी दोपहर 1.30 बजे महाकुंभ प्रदर्शनी स्थल का दौरा करेंगे और वहां चल रही तैयारियों का जायजा लेंगे. पीएमओ ने कहा, ‘पीएम मोदी दोपहर करीब 2 बजे प्रयागराज में 6,670 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शुभारंभ करेंगे.’ PM नरेंद्र मोदी 3 घंटे 20 मिनट संगम नगरी में रहेंगे. वह सुबह 11.30 बजे प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचेंगे. एयरपोर्ट से अरैल DPS स्कूल हेलीपैड पहुंचेंगे. वहीं अरैल से पीएम मोदी निषादराज क्रूज से 12 बजे किला घाट पहुंचेंगे.

वहीं, पीएम मोदी किला घाट पहुंचने के बाद वहां से निकलकर लेटे हनुमान मंदिर में दर्शन करेंगे. इसके बाद पीएम मोदी 12.40 बजे से 1.10 बजे तक संगम पूजन करेंगे.महाकुंभ 2025 के लिए प्रधानमंत्री जिन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, उनमें प्रयागराज में कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए 10 नए रोड ओवर ब्रिज या फ्लाईओवर, स्थायी घाट और रिवरफ्रंट रोड जैसी विभिन्न रेल और सड़क परियोजनाएं शामिल होंगी.

पीएमओ ने कहा कि स्वच्छ और निर्मल गंगा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री गंगा नदी की ओर जाने वाले छोटे नालों को रोकने, उनका दोहन करने, उन्हें मोड़ने और उपचारित करने की परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे, ताकि नदी में अनुपचारित पानी न छोड़ा जाए. प्रधानमंत्री भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर, श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर, अक्षयवट कॉरिडोर, हनुमान मंदिर कॉरिडोर सहित प्रमुख मंदिर कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे.

महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तकहोगी

पीएमओ ने कहा, ”इन परियोजनाओं से श्रद्धालुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक आने-जाने में सुविधा होगी और आध्यात्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.” पीएम मोदी कुंभ सहायक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (आधारित) चैटबॉट भी लॉन्च करेंगे जो महाकुंभ मेला 2025 पर श्रद्धालुओं को कार्यक्रम संबंधी मार्गदर्शन और अपडेट देने के लिए विवरण प्रदान करेगा. महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में आयोजित किया जाएगा.

छत्तीसगढ़ में बड़ी मुठभेड़: अबूझमाड़ में सुरक्षा बलों ने 7 नक्सलियों को मार गिराया, एक टॉप नक्सली भी शामिल

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के दक्षिण अबूझमाड़ इलाके में आज सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में सात नक्सली मारे गए. इन सभी के शव बरामद किए गए हैं, जिनमें एक टॉप नक्सली का शव भी शामिल है, जो लाल उग्रवादियों की केंद्रीय समिति का हिस्सा था. सुरक्षा बल के मुताबिक, सुबह तीन बजे से सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही है.

नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर और कोंडागांव जिले की स्पेशल टास्क फोर्स, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड की संयुक्त टीम दक्षिण अबूझमाड़ इलाके में नक्सल विरोधी तलाशी अभियान चला रही थी. सीआरपीएफ सूत्रों के मुताबिक, तलाशी अभियान अभी भी जारी है.

रुक-रुक कर हो रही फायरिंग

जानकारी के मुताबिक, मुठभेड़ में सेंट्रल कमेटी स्तर के नक्सली के मारे जाने की सूचना आ रही है. बताया जा रहा है कि गुरुवार तड़के तीन बजे से रुक-रुक कर दोनों तरफ से फायरिंग हो रही है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सल विरोधी सर्च अभियान में मंगलवार को नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, कोंडागांव जिले की डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड के साथ स्पेशल टास्क फोर्स और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स की संयुक्त पार्टी दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में रवाना हुई थी.

7 नक्सलियों को मार गिराया

एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि क्षेत्र में सर्च अभियान जारी है. 15 दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर के दौरे पर आ रहे हैं. शाह के बस्तर प्रवास से ठीक पहले अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षाबलों ने 7 नक्सलियों को मार गिराया है. इनके शव भी बरामद कर लिए गए हैं. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इसकी पुष्टि की है. बताया जा रहा है कि अभी भी दोनों तरफ से गोलीबारी हो रही है.

15 दिसंबर को बस्तर आ रहे अमित शाह

15 दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर के दौरे पर रहेंगे. इस बीच पुलिस को सूचना मिली थी कि माड़ इलाके में भारी संख्या में नक्सली मौजूद हैं. इसी सूचना के आधार पर 4 जिलों से करीब एक हजार से ज्यादा जवानों को ऑपरेशन के लिए निकाला गया था. इसी बीच गुरुवार तड़के तीन बजे जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें जवाबी कार्रवाई में जवानों ने सात नक्सलियों को मार गिराया है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि जवानों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है.

एनआईए की बड़ी कार्रवाई: झांसी में मदरसा संचालक के घर पर छापेमारी, विदेशी फंडिंग का आरोप

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, यूपी और गुजरात में कई जगहों पर छापेमारी की. एनआईए ने ये छापेमारी आतंकी गतिविधियों और विदेशी फंडिंग के मामले में की है. इसके तहत एनआईए ने जम्मू-कश्मीर के 4 जिलों में छापेमारी की है. रईसी, अनंतनाग, बारामुल्ला और बडगाम में छापेमारी की गई. वहीं, यूपी के झांसी में एक मदरसा संचालक के घर पर छापेमारी की गई

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने यूपी के झांसी में एक मदरसा संचालक के घर पर छापेमारी की. वहीं, एनआईए मदरसा संचालक मुफ्ती खालिद नकवी से पूछताछ कर रही है. मुफ्ती खालिद नकवी पर विदेशी फंडिंग का आरोप लगा है. मुफ्ती खालिद नकवी वीडियो में बैठे लोगों को ऑनलाइन मदरसा क्लास देते हैं. एनआईए की टीम मुफ्ती खालिद नकवी से झांसी पुलिस लाइंस में पूछताछ कर रही है.

एनआईए ने देशभर में की कई छापेमारी

दो महीने पहले एनआईए ने देशभर में छापेमारी कर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक गुर्गे को गिरफ्तार किया था. यह छापेमारी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े एक षड्यंत्र के मामले में की गई थी. जिसमें भारत के युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें आतंकी गतिविधियों में शामिल करने की योजना बनाई जा रही थी.

एनआईए की जांच में पता चला है कि जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य भारत में अलग-अलग जगहों पर सक्रिय थे. इनका मकसद युवाओं को भड़काकर आतंकी संगठनों में भर्ती करना और उन्हें आतंकी हमलों के लिए तैयार करना था. ये लोग सोशल मीडिया और दूसरे तरीकों से आतंकवाद से जुड़ा दुष्प्रचार करने में भी शामिल थे.

अर्श डाला के सदस्यों के खिलाफ पंजाब में रेड्स

वहीं, इससे एक दिन पहले एनआईए ने पंजाब और हरियाणा में कई जगहों पर छापेमारी की थी. एनआईए ने बुधवार को कनाडा स्थित अर्श डाला समेत प्रतिबंधित खालिस्तान टेररिस्ट फोर्स (केटीएफ) संगठन के सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर-आतंकवादी संबंध मामले में पंजाब और हरियाणा में कई जगहों पर छापेमारी की थी.

एनआईए की टीमों ने गिरफ्तार आरोपी बलजीत मौर से जुड़े संदिग्धों के साथ-साथ डाला और केटीएफ से जुड़े लोगों के ठिकानों पर व्यापक तलाशी ली. पंजाब के बठिंडा, मुक्तसर साहिब, मोगा, फिरोजपुर, संगरूर और मानसा जिलों और हरियाणा के सिरसा जिलों में छापेमारी की गई.

अहमदाबाद रेलवे स्टेशन का होगा पुनर्विकास, एयरपोर्ट जैसी होगी सुविधाएं

अहमदाबाद के लोगों को एक बड़ी सौगात मिलने वाली है. कालूपुर रेलवे स्टेशन के नाम से मशहूर अहमदाबाद रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास होने जा रहा है. इस स्टेशन को बनाने के लिए 24 हजार करोड़ की लागत आएगी. इस रेलवे स्टेशन के बन जाने के बाद यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों की कैपेसिटी 3 लाख तक बढ़ जाएगी. इस रेलवे स्टेशन पर 3 हजार गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था होगी. इस प्रोजेक्ट को 36 महीने में पूरा करने का टारगेट रखा गया है यानी ये रेलवे स्टेशन साल 2027 तक बनकर तैयार होगा. इसके बाद लोग इस वर्ल्ड क्लास सुविधा का आनंद ले सकेंगे.

कालूपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का काम शुरू कर दिया गया है. प्रोजेक्ट का मकसद स्टेशन को वर्ल्ड क्लास मल्टी-मॉडल ट्रांजिट हब में बदलना है. यह 35 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा. इस स्टेशन का काम ट्रेन संचालन को बाधित किए बिना ही अलग-अलग चरणों में किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट की खास बात ये है कि इसका डिजाइन और स्ट्रक्चर न्यूयॉर्क की हडसन हाई लाइन से प्रेरित होकर किया गया है.

सभी सुविधाएं होंगी शामिल

इस स्टेशन में बुलेट ट्रेनों के लिए अपर लेवल, पारंपरिक ट्रेनों के लिए ग्राउंड लेवल और सबवे के लिए अंडरग्राउंड लेवल शामिल हैं. मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब स्टेशन पर 16 मंजिला मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब बनाया जाएगा, जिसमें पार्किंग, ऑफिस, होटल, गार्डन और मॉल जैसी कई सुविधाएं शामिल होंगी. पुनर्विकास में कालूपुर ब्रिज और सारंगपुर ब्रिज को जोड़ने वाला एक ग्रीन एरिया और ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए एक ऊंचा ब्रिज शामिल होगा.

एयरपोर्ट जैसा रेलवे स्टेशन

इस प्रोजेक्ट के बाद रोज सफर करने वाले यात्रियों की संख्या को बढ़ाया जाएगा, जो 3 लाख तक हो जाएगी. इसके साथ ही इसे एक मॉडर्न और ईको फ्रेंडली सेंटर में भी बदल देगा. स्टेशन की कई फिक्शनल इमेज सामने आई हैं, जिसमें अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पुनर्विकसित होने के बाद कैसे दिखेगा. रेलवे स्टेशन की जो तस्वीरें सामने आई हैं. वह किसी रेलवे स्टेशन नहीं बल्कि एक एयरपोर्ट के जैसी लग रही हैं, जो मल्टी-मॉडल ट्रांजिट हब को दर्शाती हैं. यह डिजाइन अहमदाबाद की सांस्कृतिक विरासत को शामिल करते हुए इसे एक वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने के नजरिए से प्रेरित है.

7 नेताओं से मुलाकात, दीं अलग-अलग मूर्तियां…CM बनने के बाद फडणवीस का पहला दिल्ली दौरा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली के दौरे पर हैं. सीएम पद की शपथ लेने के बाद फडणवीस का ये पहला दिल्ली दौरा है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत 7 नेताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने 5 अलग-अलग मूर्तियां देकर महाराष्ट्र की संस्कृति का चित्रण दर्शाया. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सीएम फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री से आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को गतिशील बनाए रखना जरूरी है. ये महत्वपूर्ण राज्य है.

फडणवीस ने महाराष्ट्र की संस्कृति-परंपरा से दिल्ली को कैसे जोड़ा…

मुख्यमंत्री बनने के बाद पहला दिल्ली दौरा

कुल 7 नेताओं से की मुलाकात

5 अलग-अलग मूर्तियां देकर महाराष्ट्र की संस्कृति का चित्रण दर्शाया

राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को दी गई विट्ठल-रुख्मिणी की मूर्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छत्रपति शिवाजी की मूर्ति

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को वीर सावरकर की प्रतिमा

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को गाय-बछड़े की मूर्ति

राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी को सिद्धिविनायक की मूर्त्ति

PM से मुलाकात के बाद फडणवीस क्या बोले?

सीएम फडणवीस ने कहा, पीएम से मुलाकात हुई. उनका आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र को गतिशील बनाए रखना जरूरी है. महत्वपूर्ण राज्य है. केंद्र सरकार पूरी तरह से महाराष्ट्र के साथ खड़ी है. सीएम ने कहा कि मैंने पार्टी के सभी बड़े नेताओं से मुलाकात की है. पीएम मोदी हमारे पिता समान हैं. उनकी भूमिका अभिभावक की है.

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अमित शाह से मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा हुई है. विस्तार में कोई दिक्कत नहीं है. मेरी पार्टी में मंत्री कौन बनेगा ये संसदीय बोर्ड तय करेगा.

अतुल सुभाष और निकिता सिंघानिया की WhatsApp चैट आई सामने, जानें क्या हुआ खुलासा

देश के बहुचर्चित अतुल सुभाष सुसाइड केस में एक के बाद एक ऐसी जानकारियां सामने आ रही हैं, जो कि सच में हैरान कर देने वाली हैं. 24 पन्नों के सुसाइड नोट, वीडियो, घर में लटके लेटर के बाद अब अतुल और पत्नी निकिता सिंघानिया की WhatsApp चैट सामने आई है. इमें अतुल अपनी बीवी निकिता से बेटे व्योम के बारे में बात करते दिखे. लेकिन निकिता ने पहले तो अतुल को कोई रिप्लाई नहीं दिया. फिर बाद में सिर्फ एक रिप्लाई दिया, वो भी ऐसा जिससे पता चलता है कि वो अतुल को उसके बेटे से बात तक नहीं करने दिया जाता था.

WhatsApp चैट 2021 की है. उस समय निकिता अपने बेटे व्योम के साथ जौनपुर में थी. अतुल ने आरोप लगाया था कि साढ़े तीन साल तक निकिता ने उसे बेटे से बात नहीं करने दी. न ही उसका चेहरा दिखाया. चैट में अतुल ने हर बार यही लिखा- फ्री हो तो बाबू के साथ कॉल करवा दो. रोज-रोज अतुल मैसेज करते लेकिन निकिता उन्हें रिप्लाई नहीं करती. फिर एक दिन 26 जून को निकिता ने लिखा- नहीं कराएंगे वीडियो कॉल.

अतुल ने इस बारे में बेटे व्योम को जो लेटर लिखा है, उसमें भी जिक्र किया है. अतुल ने कहा- मैं अपने बेटे की शक्ल तक देखने के लिए तरसता रहा. मैं उसकी शक्ल तक भूल गया हूं. फोटो देखता हूं तभी उसका चेहरा याद आता है. बेटे को औजार बनाकर निकिता और उसके घर वाले मुझसे पैसे ऐंठ रहे हैं. लेकिन जब मैं रहूंगा ही नहीं तो कौन उन्हें पैसे देगा. जब मैं मर जाऊंगा तो न ही पैसे देने की जरूरत पड़ेगी. न ही वो लोग मेरे मम्मी पापा को परेशान कर पाएंगे.

बेटे के नाम एक खत

इसके साथ ही अतुल ने बेटे को लिखा- बेटा एक न एक दिन अपने पापा को जरूर समझोगे. तुम किसी पर भी भरोसा मत करना. सभी तुम्हारा इस्तेमाल कर रहे हैं. मैं तुम्हें एक गिफ्ट दे रहा हूं. लेकिन इसे तभी खोलना जब साल 2038 आएगा. अतुल ने तो बेटे के लिए कार खरीदने के लिए पैसे भी जोड़ने शुरू कर दिए थे. सुसाइड नोट के मुताबिक, अतुल इस हद तक टूट गया था कि उसे मौत को गले लगाना ही एक सॉल्यूशन लगा.

बेटे को देखने के लिए तरस गए

अतुल के भाई विकास सुभाष ने भी बताया कि अतुल की शादी 2019 में हुई थी. उनकी पत्नी और उसके पूरे परिवार ने उन्हें कई संगीन झूठे मामलों में फंसाया था. साल 2021 में ही भाभी निकिता अपने बेटे अपने साथ लेकर चली गई थी. उसके बाद से अतुल ने कभी अपने बेटे को नहीं देखा. अंतिम समय तक वो बेटे से मिलने के लिए तरसता रहा. इससे अतुल बहुत परेशान रहने लगे थे.

डिप्रेशन की वजह से ही उन्होंने अपनी जिंदगी खत्म कर ली. पुलिस ने अतुल के परिवार की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है. जब पुलिस निकिता के घर पहुंची तो उसका परिवार फरार था. बताया जा रहा है कि निकिता दिल्ली में है. जल्द ही सभी आरोपियों को अरेस्ट कर लिया जाएगा. जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है, उनमें निकिता, उसकी मां निशा, भाई अनुराग और चाचा सुनील शामिल हैं.

गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ छत्तीसगढ़ का यह पहाड़, जानिए क्या है खास

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में स्थित मधेश्वर पहाड़ को शिवलिंग की विश्व की सबसे बड़ी प्राकृतिक प्रतिकृति के रूप में मान्यता मिली है. इस ऐतिहासिक उपलब्धि को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में स्थान मिला है. रिकॉर्ड बुक में ‘लार्जेस्ट नेचुरल फैक्सिमिली ऑफ शिवलिंग’ के रूप में मधेश्वर पहाड़ को दर्ज किया गया है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए इसे प्रदेश के पर्यटन की उपलब्धियों में एक नया आयाम बताया.

गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि श्रीमती हेमल शर्मा और अमित सोनी ने मुख्यमंत्री साय से मंत्रालय स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात कर उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट सौंपा. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, वन मंत्री केदार कश्यप, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े उपस्थित थे.

जशपुर जिले के लिए बड़ी उपलब्धि

उल्लेखनीय है कि हाल ही में पर्यटकों के बीच लोकप्रिय पर्यटन वेबसाइट (https://www.easemytrip.com) में जशपुर जिले को शामिल किया गया है. इसके बाद जिले के लिए यह एक और बड़ी उपलब्धि है. इस वेबसाइट में शामिल होने वाला जशपुर छत्तीसगढ़ का पहला जिला है.

वेबसाइट से पर्यटन प्रेमियों को जशपुर के नैसर्गिक स्थलों की जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी और पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए इसे प्रदेश के पर्यटन की उपलब्धियों में एक नया आयाम बताया.

मधेश्वर पहाड़: प्रकृति और आस्था का संगम

जशपुर जिले के कुनकुरी ब्लॉक में मयाली गांव से 35 किलोमीटर दूर स्थित मधेश्वर पहाड़, शिवलिंग के आकार की अपनी अद्भुत प्राकृतिक संरचना के लिए प्रसिद्ध है. यह स्थान लोगों की धार्मिक आस्था का केंद्र है, जहां स्थानीय ग्रामीण इसे विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग के रूप में पूजते हैं.

पर्यटन और रोमांच का केंद्र

मधेश्वर पहाड़ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्वतारोहण और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए भी लोकप्रिय होता जा रहा है. यहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और प्रकृति के साथ जुड़ने का अनुभव करते हैं. जशपुर जिले में पर्यटन और रोमांचक खेलों के विकास की असीम संभावनाएं मौजूद हैं.