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महाबोधि मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी: सच्चाई जानने में जुटी बोधगया थाने की पुलिस, अंतर्राष्ट्रीय धरोहर की सुरक्षा व्यवस्था चौकस

गया. बिहार के बोधगया स्थित अंतर्राष्ट्रीय धरोहर महाबोधि मंदिर को उड़ाने की धमकी का मामला सामने आने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता कर दिया गया है. इस बार धमकी के तार झारखंड के धनबाद से जुड़े हैं. धनबाद के प्रिंस खान नाम के कुख्यात अपराधी के द्वारा इस तरह का धमकी भरा पत्र भेजे जाने की बात सामने आ रही है. सोर्स के अनुसार आईएसआईएस के नाम से इस तरह का धमकी भरा पत्र भेजा गया है. हालांकि, गया के वरीय पुलिस अधिकारी इस मामले पर खुलकर कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं. उनका कहना है, की जांच की जा रही है.

महाबोधि मंदिर को उड़ाने की धमकी के बाद चौकसी

विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर को उड़ाने की धमकी के बाद बोधगया में चौकसी बढा दी गई है. धनबाद से इसका तार जुड़ा है. बताया जा रहा है, कि जिस अपराधी के द्वारा इस तरह की धमकी दी गई है, वह फिलहाल दुबई में छुपा हुआ है. झारखंड और बिहार दोनों राज्यों की पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है.

झारखंड के धनबाद को पहुंची पुलिस 

वही, इस तरह के मामले को लेकर झारखंड के धनबाद को बिहार से बोधगया पुलिस की टीम मंगलवार को पहुंची थी. बुधवार को भी टीम मामले में छानबीन कर रही है. झारखंड के धनबाद स्थित बैंक मोड़ बासेपुर में कुख्यात प्रिंस खान के घर पर गया पुलिस की टीम पहुंची. हालांकि पुलिस की टीम को जानकारी मिली है, कि कुख्यात प्रिंस खान दुबई में छुपा हुआ है. फिलहाल महाबोधि मंदिर को उड़ाने की धमकी के पीछे प्रिंस खान है या नहीं, या किसी और की करतूत है, इस सच्चाई को खंगालने में दोनों राज्यों की टीम जुटी हुई है. बिहार और झारखंड की पुलिस प्रिंस खान के घर पहुंचकर मामले को खंगाल रही है और महाबोधि मंदिर के धमकी कनेक्शन की पड़ताल जारी है. आईएसआईएस का नाम जुड़ने से केंद्रीय एजेंसियों के भी कान खड़े हो गए हैं.

महाबोधि मंदिर पर दो बार हो चुका है आतंकी हमला 

गंभीर बात यह है, कि महाबोधि मंदिर पर दो बार आतंकी हमला हो चुका है. वर्ष 2013 और 2018 में इस तरह की घटना सामने आई है. दोनों बार अलर्ट सुरक्षा व्यवस्था के कारण किसी प्रकार की बड़ी घटना को टाल दी गई थी, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय धरोहर महाबोधि मंदिर लगातार आतंकियों के टारगेट पर रहा है. इस बार महाबोधि मंदिर को उड़ाने की धमकी के पीछे क्या सत्यता है, इसकी जांच पुलिस कर रही है. वहीं, इसके बीच महाबोधि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और अलर्ट कर दिया गया है.

इस तरह के मामले का सत्यापन किया जा रहा है: थानाध्यक्ष 

इस संबंध में बोधगया थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह का कहना है कि महाबोधि मंदिर को उड़ाने की धमकी के मामले की जांच हो रही है. पूरे मामले को सत्यापित किया जा रहा है. सत्यापन के आधार पर जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई होगी. फिलहाल इस मामले में क्या सच्चाई है उसकी जांच की जा रही है. थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि इस संबंध में वरीय अधिकारी ही पूरी तरह से जानकारी दे सकते हैं।

जेल में नहीं थम रहा मोबाइल का खेल, नवंबर महीने में बंदियों का बात करते वीडियो तो दिसंबर में सेल्फ़ी लेते फ़ोटो हो रहा वायरल

गया सेंट्रल जेल के अंदरखाने में बड़ा खेल चलता है। हालिया नवंबर महीने में ही जेल से बंदियों का मोबाइल फ़ोन से बात करते वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो के वायरल होने के एक महीने ही हुए हैं कि अब बंंदियों के सेल्फ़ी वाला फोटो वायरल हो रहा है। जेल में बंदी फ़ोन से बात करते हीं हैं अब आराम से अपनी सेल्फ़ी ले रहे हैं। यह अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

हालांकि, यह सेल्फ़ी वाला फ़ोटो कब का है, इसकी स्पष्ट पुष्टि नहीं है, लेकिन यह स्पष्ट हो गया है, कि जेल में मोबाइल का बड़ा खेल हो रहा है। इधर इस मामले को लेकर मगध प्रक्षेत्र के आईजी क्षत्रनील सिंह ने कहा है, कि पूर्व में भी इस तरह की शिकायतें मिली थी अब फ़िर से इस तरह का मामला सामने आया है, तो इसकी गंभीरता से जांच की जाएगी।

सेंट्रल जेल में बंदियों को के पास मोबाइल

गया सेंट्रल जेल के अधिकारियों की कार्यशैली हालिया दिनों में संदिग्ध रही है। कई तरह के मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें जेेल अफसरों की कार्यशैली पर उंगली उठती रही है। पिछली बार नवंबर महीने में ही गया सेंट्रल जेल के वार्ड से मोबाइल फ़ोन से बात करते हुए बंदियों का वीडियो वायरल हुआ था। इस वायरल वीडियो को लेकर रामपुर थाने में एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर जेल प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। वहीं, गया सेंट्रल जेल के अधीक्षक और उपाधीक्षक को नसीहत भी दी गई थी, लेकिन इसका प्रभाव नहीं पड़ता दिख रहा। क्योंकि एक बार फ़िर से अब बंदियों का सेल्फी वाला फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। सोर्स के अनुसार जेल के अंदर मोबाइल से यह सेल्फी बंदियों के द्वारा ली गई है।

क्या है मोबाइल का हथकंडा

गया सेंट्रल जेल में मोबाइल का बड़ा हथकंडा है।यहां से बड़े-बड़े लोगों को धमकियां दी जाती रही है।चाहे अधिकारी हो नेता या फिर व्यवसाई, जेल के अंदर से फोन कर इन्हें धमकी देने का सिलसिला चलता रहा है। इस तरह सिलसिले को कहीं न कहीं पनपाया जा रहा है।क्योंकि बंदियों के पास मोबाइल फोन होने की लगातार कई तरह के तथ्य सामने आ रहे हैं। हाल में जिस तरह से जेल के अंदर बंदियों के मोबाइल से बात करने का वीडियो वायरल हुआ, उसके बाद रामपुर थाने में केस दर्ज जरूर हुआ, लेकिन कोई प्रोग्रेस अनुसंधान में नहीं दिखा। नतीजतन सेंट्रल जेल के अंदर से बंदियों के मोबाइल का उपयोग करने का सिलसिला सुचारू रूपसे जारी है, जो कि कभी भी ख़तरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि यहां एक से बढ़कर एक कुख्यात अपराधी और हार्डकोर नक्सली बंद है।ऐसे में जेल की सुरक्षा को लेकर भी निष्क्रियता दिखाई जा रही है।

जेल प्रशासन को सख्त निर्देश, फिर भी बेपरवाह 

बता दे कि हाल में जेल से बंदियों का मोबाइल से बात करते वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी आशीष भारती ने इसे काफ़ी गंभीरता से लिया था।इस मामले की जांच करने के लिए सिटी एसपी को सेंट्रल जेल भेजा गया था। सेंट्रल जेल में जांच के बाद सिटी एसपी प्रेरणा कुमार के निर्देश पर रामपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी।जेल प्रशासन के द्वारा प्राथमिकी दर्ज हुई थी। रामपुर थाने में आईटी एक्ट 52 व 66 के तहत दर्ज प्राथमिकी 617/24 कांड संख्या के बावजूद जेल प्रशासन की लचरता का हीं नतीजा है, कि जेल से मोबाइल से बात करने, और मोबाइल से सेल्फी खींचने जैसे संगीन अपराध हो रहे हैं, जिससे जेल की सुरक्षा को भी खतरा है। इस तरह से जेल प्रशासन पर पुलिस के वरीय अधिकारियों द्वारा दी गई नसीहत का भी कोई प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है। गौरतलब हो कि गया सेंट्रल जेल से कुख्यात अपराधी अंकुर चौबे ने मुजफ्फरपुर के व्यवसाई से रंगदारी की मांग की थी, नहीं देने पर जान मारने को धमकाया था। इस तरह की घटना के बाद भी जेल प्रशासन नहीं चेता।इससे पहले टिकारी के एसडीएम को भी धमकी दी गई थी। वहीं इस तरह के कई मामले हैं, जो स्पष्ट करते हैं, कि गया सेंट्रल जेल से मोबाइल से धमकी देने की घटना होती रही है, जो बदस्तूर जारी है। बता दें कि जेल सुपरिटेंडेंट के बाद जेल के कर्ताधर्ता जेलर की होती है। वर्तमान जेलर राजेश कुमार सिंह की कार्यशैली को लेकर ज़िला प्रशासन ने उनके स्थानांतरण के लिए मुख्यालय को पहले हीं अनुशंसा कर चुकी है। उक्त पत्र में चर्चा की गई है कि जुलाई 24 में सेंट्रल जेल में जेलर राजेश कुमार सिंह ने योगदान दिया था उसके बाद से हीं उनकी कार्यशैली संदिग्ध है। इनका स्थानांतरण किया जाए।

मामले की गंभीरता से होगी जांच

वहीं, इस मामले को लेकर मगध प्रक्षेत्र के आईजी क्षत्रनील सिंह का कहना है, कि पूर्व में भी इस तरह की शिकायत आ चुकी है। इस बार भी इस तरह का मामला सामने आया है, तो इसकी गंभीरता से जांच की जाएगी। पहले भी वरीय अधिकारियों द्वारा जेल प्रशासन को चेताया गया है।पूरे मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

फतेहपुर प्रखंड के बीडीओ राहुल रंजन को विजिलेंस की टीम ने 70 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा

गया में फतेहपुर प्रखंड के बीडीओ राहुल रंजन को विजिलेंस की टीम ने 70 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। कार्रवाई अनुमंडलीय लोक शिकायत परिसर में हुई है।

बीडीओ पर ग्रामीण विकास योजना की ऑनलाइन करने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप था। योजना 2023 से जुड़ा था, जो अब तक पेंडिंग पड़ा था। विजिलेंस डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि फतेहपुर के उप प्रमुख रणधीर कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान शिकायत सही पाई गई।

इसके बाद निगरानी टीम ने जाल बिछाकर बुधवार की शाम बीडीओ को रिश्वत लेते पकड़ लिया। हालांकि कार्रवाई के दौरान उन्होंने भागने की कोशिश की, लेकिन उनकी चालाकी काम नहीं आई। अनुमंडलीय परिसर में कार्रवाई के बाद बड़ी भीड़ जुट गई है। इस बीच निगरानी की टीम आरोपी बीडीओ को लेकर निकल गई।

बीडीओ राहुल रंजन डेढ़ साल से फतेहपुर में तैनात किये गए थे। वे औरंगाबाद के रहने वाले है। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। बीडीओ को कोर्ट में पेश किया जाएगा। गिरफ्तारी के बाद प्रखंड में हड़कंप मच गया। निगरानी टीम ने पहले भी ऐसे कई मामलों में सख्त कार्रवाई की है। स्थानीय लोगों ने ठोस कार्रवाई की सराहना की है।

कोर्ट में बंटवारा सूट चल रहा, फिर भी जमीन बेची, खरीददार जदयू नेता द्वारा बाउंड्री कराए जाने का विरोध, प्रशासन से गुहार

गया. गया शहर के जीबी रोड में एक जमीन में बाउंड्री का विरोध किया जा रहा है. बताया जा रहा है, कि यह जमीन जदयू के एक नेता ने खरीदी है और वह अब बाउंड्री करवा रहे हैं, जिसका विरोध हो रहा. इस संबंध में विरोध करने वाले शंभू नाथ ने बताया कि उनकी जमीन जीबी रोड में है. हमारी जमीन का मेरे नाम यानी कि शंभू नाथ और मेरे भाई विश्वनाथ के नाम से बंटवारा सूट चल रहा है.

सिविल कोर्ट न्यायालय चार में बटवारा सूट संख्या 111/ 2009, 532/2009 चल रहा है. इस जमीन को राजू बर्नवाल ने बंटवारा सूट के चलने के बीच विश्वनाथ प्रसाद से खरीद लिया. 13 मई 2024 को इन्होंने जमीन की खरीदी कर ली. अब जब तक बंटवारा नहीं हुआ है, तो उस जमीन पर बाउंड्री भी कर रहे हैं, जिसे वे लोग विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि बंटवारा सूट के बीच जब बंटवारा नहीं हुआ है, तो इस पर बाउंड्री कैसे करवा सकते हैं. जमीन की रजिस्ट्री में भी यह लिखा हुआ है, कि बंटवारा सूट जमीन पर चल रहा है.

अब हम लोग मांग करते हैं कि जमीन पर जो बाउंड्री किया जा रहा है, उसे रोका जाए. इसे लेकर प्रशासन को फोन किया. डीएम, एसएसपी, डीएसपी, कोतवाली थाना के पास गए. किंतु किसी ने गंभीरता से सुध नहीं लिया है. डीएम- एसडीओ के पास मामला गया तो उन्होंने औपचारिकता निभाते हुए मजिस्ट्रेट के रूप में रोहित कुमार को दलबल के साथ एक दारोगा के साथ भेजा, लेकिन वह भी आए और जमीन की बाउंड्री देखे, लेकिन काम को नहीं रोका है.

शंभू नाथ ने कहा कि जदयू के नेता राजू बर्नवाल दबंग नेता है और अपने सरकार में रहते पावर के बल पर इस तरह का अवैध काम कर रहे हैं. प्रशासन को चाहिए कि तुरंत इस मामले में एक्शन ले और बाउंड्री का निर्माण कार्य रोका जाए। इस संबंध में जदयू नेता राजू बनवाल का कहना है कि वह किसी भी तरह से अवैध काम नहीं कर रहे हैं। आरोप लगाने वाले अपनी गलती को खुद ही समझे।

डीएम ने बोधगया मे पर्यटकों को बढ़ावा को लेकर किया बैठक, विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा किया गया

गया। जिलाधिकारी के उपस्थिति में सभी पदाधिकारी, होटल एसोसिएशन, टूर एंड ट्रैवेल एसोसिएशन और स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक किया गया। बोधगया के पर्यटन सीजन के मद्देनजर डीएम गया डॉ त्यागराजन ने बोधगया में बैठक की. इसमें बोधगया की सुरक्षा, यातायात के साथ यहां आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुविधा का ध्यान रखने को लेकर सभी संबंधित स्टेक होल्डरों को तत्परता दिखाने की अपील की।

डीएम ने महाबोधि मंदिर व बीटीएमसी कार्यालय के तर्ज पर यहां स्थित विभिन्न देशों के बौद्ध मठों में भी प्रधानमंत्री सौर्यघर योजना के तहत सोलर लाइट लगाने की अपील की. डीएम ने कहा कि जिस तरह महाबोधि मंदिर और बीटीएमसी ऑफिस में सोलर ऊर्जा (रिन्यूअल एनर्जी) लगाया गया है उसी अनुरूप आप सभी मोनास्ट्री में रिन्यूअल एनर्जी को बढ़ावा देते हुए अपने मोनास्ट्री को कंवर्ट करे, जो बोधगया एव बिहार के लिये एक अच्छा संदेश अन्य राज्यों एव देशों में जायेगा। इसके तहत 01 लाख रुपये तक अनुदान भी दिए जाएंगे।

नगर पर्षद को निर्देश दिया कि सड़कों पर पानी का छिड़काव कराने से श्रद्धालुओं को धूल आदि से राहत मिलेगी. साफ सफाई की पूरी बेहरतीन प्रबंधन रखे। इसी तरह इ-रिक्शा संचालकों को भी बिपार्ड गया में सॉफ्ट स्किल संबंधित प्रशिक्षण देने की बात कही. महाबोधि मंदिर के साथ ही अन्य मंदिरों में साफ-सफाई व सड़कों को साफ सुथरा रखने पर बल दिया।

कालचक्र मैदान के सौंदर्याकरण के साथ होटल ताज दरबार से रामपुर की ओर जाने वाली सड़क को दुरुस्त कराने का निर्देश दिए हैं। डीएम ने कार्यपालक पदाधिकारी बोधगया को निर्देश दिया है कि टैक्स कलेक्टर के माध्यम से निजी घरों में रहने वाले विदेशी श्रद्धालुओं ( होम स्टे) की पड़ताल कर उनके घरों को रजिस्टर्ड/ पंजीकृत कराने को कहा। डीएम ने होटल व टूर एंड ट्रैवल्स के व्यवसाय से जुड़े लोगों से भी अपील की है कि वे यहां आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए अपनी ओर से भी बेहतर करने का प्रयास करे।

इसके अलावे बोधगया मे सुरक्षा के दृष्टिकोण अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा बेल्टरॉन के माध्यम से सर्वे कराई गई है। जल्द ही लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि महाबोधी मन्दिर में 57 कैमरे को बढ़ाकर 140 की जाएगी, साथ ही नगर परिषद क्षेत्र में 56 सीसीटीवी कैमरा लगाई जाएगी। डीएम ने कार्यपालक पदाधिकारी बोधगया को निर्देश दिया है कि लैंड मार्क के अनुसार आकर्षक साइनबोर्ड लगवाने के निर्देश दिए हैं।

डीएम ने अनुमण्डल पदाधिकारी सदर, कार्यपालक पदाधिकारी बोधगया एव पुलिस उपाधीक्षक बोधगया को निर्देश दिया है कि संयुक्त रूप से विजिट कर मंदिर के समीप रोड साइड दुकानों को व्यवस्थित करवाये ताकि वाहनो का आवागमन में कोई दिक्कत भी न हो और उनका रोजगार भी चलता रहे।

पूर्व कृषि मंत्री सह स्थानीय विधायक कुमार सर्वजीत ने कहा कि बोधगया में पर्यटन सीजन में पर्यटकों की संख्या में कैसे और इजाफा किया जाए, इन सभी बिंदुओं पर जिलाधिकारी के साथ बैठक की गई। उन्होंने बोधगया में श्रद्धालुओं व पर्यटकों की संख्या बढ़ाने की दिशा में काम करने की अपील जिला प्रशासन से की. बैठक में अन्य कई बिंदुओं पर भी चर्चा की गयी. उसके लिए समाधान की बात कही गयी. उन्होंने कहा कि महाबोधी मन्दिर में पर्यटक सीजन में काफी भीड़ रहती है। कम समय के लिए आने वाले पर्यटकों को बिना किसी समस्या को बोधगया एव मंदिर दर्शन कैसे करवाया जाय इस पर विचार विमर्श किया गया। मंदिर के बाहर फ्रिस्किंग पॉइंट को और क्रियाशील बनाया जाए ताकि कम से कम यात्रियों को लाइन में लगना पड़े। महाबोधि मंदिर में और अधिक संख्या में व्हीलचेयर के माध्यम से ओल्ड एज टूरिस्ट को मदद पहुचाने की बात कही।

बैठक में पूर्व मंत्री सह बोधगया के विधायक कुमार सर्वजीत, अध्यक्ष नगर परिषद बोधगया, नगर पुलिस अधीक्षक प्रेरणा कुमार, बीटीएमसी सचिव महाश्वेता महारथी, बीटीएमसी सदस्य अरविंद सिंह, सदर एसडीओ कृषलय श्रीवास्तव, डीटीओ राजेश कुमार, एसडीपीओ सौरभ जयसवाल, ईओ अभिषेक आनंद, सीओ अरुण कुमार, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी कुमुद रंजन, बीटीएमसी केयर टेकर भिक्षु डा. दीनानाथ, थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह मौजूद रहे।

गया जिले में चलाया गया वाहन चेकिंग अभियान: 373 वाहनों से वसूला गया ₹2,31,000 का जुर्माना

गया। गया एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर अपराध नियंत्रण को लेकर गया जिले के सभी थाना क्षेत्रों में वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया।

जिसमें 373 वाहनों से उल्लंघन करने के मामले में ₹2,31,000 का जुर्माना वसूला गया। इसकी जानकारी गया के एसएससी आशीष भारती ने मंगलवार को 11 बजे प्रेस रिलीज जारी कर बताया है।

गया के एसएसपी आशीष भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को अपराध नियंत्रण और विधि व्यवस्था बनाये रखने को लेकर वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया, जिसमें यातायात नियमों का अनुपालन नहीं करने वाले 373 वाहनों से कुल ₹2,31,000 का जुर्माना वसूला गया है।

गया सेंट्रल जेल में कक्षपाल के पद पर कार्यरत महिला के घर में लाखों की चोरी, शादी में शिरकत करने के लिए गया था पूरा परिवार

गया। सोमवार को गया सेंट्रल जेल में कक्षपाल के पद पर कार्यरत महिला प्रेमलता कुमारी के घर में चोरी का मामला सामने आया है। मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के चपरदह रोड रघुकुल स्कूल के पास अपने मकान में कक्षपाल प्रेमलता कुमारी रहती है। एक दिसंबर को अपनी बहन की शादी में शिरकत करने के लिए बांकेबाजार चली गई थी।

बंद घर में चोरों ने घुसकर चार लाख से ज्यादा के सामान पर हाथ साफ कर दिया। घर में ताला लगा था। इस मौके का फायदा उठाकर चोरों ने एक लाख नकदी समेत तीन लाख रुपये के जेवरात की चोरी कर ली। शादी समारोह से घर वापस लौटी तब इसकी जानकारी हुई। पीड़ित ने बताया कि घर के गेट का ताला तोड़कर चोर अंदर दाखिल हुआ और फिर कैश समेत सोने-चांदी के जेवरात, बर्तन, कपड़े व कई कीमती सामान लेकर फरार गए।

कमरे में सारा सामान बिखरा पड़ा था। लगभग चार लाख की संपति की चोरी हुई। इसकी जानकारी मगध मेडिकल थाना इनकी जानकारी दी गई है। सूचना मिलने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। इधर दो महीने से शहर में चोर आतंक मचा रखा है। बदमाश पुलिस को चुनौती देते हुए थोड़े-थोड़े दिनों के अंतराल में लगातार किसी न किसी घर या दुकान को निशाना बना रहे हैं। आए दिन हो रही वारदातों ने पुलिस सुरक्षा की पोल खोल कर दी है।

पुलिस गश्ती के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। पुलिस की कार्रवाई सिर्फ मुकदमे दर्ज करने तक सीमित रह गए हैं। बदमाश पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं। पुलिस चोरों का सुराग तक नहीं जुटा पा रही है। जब भी कोई फरियादी पुलिस के पास अपने केस लेख बारे में पूछता है तो उसे एक रटा-रटाया जवाब मिलता है। जांच कर रहे है।

झारखंड के पलामू जिले से ढूंढ कर अगवा हुए 6 साल के आर्यन को पुलिस ने निकाला, अपहर्ताओं ने बच्चे को एक नवनिर्मित मकान में रखा था छुपा कर

गया। इमामगंज के बरडीह गांव से अगवा हुए छह साल के आर्यन को इमामगंज की पुलिस ने छह घंटे के अंदर झारखंड के पलामू जिले से ढूंढ निकाला। अपहर्ताओं ने बच्चे को एक नवनिर्मित मकान में छुपा कर रखा था। गया की सिटी एसपी प्रेरणा कुमार ने शेरघाटी में पत्रकारों को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि बच्चे को पलामू जिले के मनातू थानाक्षेत्र के बिचकिला- पदमा गांव में छिपाया गया था। मौके से तीन अपहरणकर्ता सौरभ कुमार, अवध कुमार (दोनों निवासी फलेंदा-एघारा, प्रतापपुर) और पिंटू कुमार (दुधमटिया- सोहैल को भी दबोच लिया गया।

उनके पास से बच्चे के अपहरण के लिए इस्तेमाल की गई अपाची बाइक और पांच मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। सिटी एसपी ने बताया कि रविवार की शाम करीब तीन बजे हुए बच्चे के अपहरण में शामिल बदमाशों का सुराग तुरंत घटनास्थल पर ही अनुज कुमार नामक एक संदिग्ध को हिरासत में लेने के बाद मिल गया था।

निकट के नारायणपुर गांव के रहने वाले अनुज कुमार नामक संदिग्ध के पास मिले कीपैड फोन में ही अपहरणकर्ताओं का रहस्य छुपा था। बता दें कि बच्चे के अपहरण की सूचना जिला मुख्यालय पहुंचने के तुरंत बाद गया की सिटी एसपी ने इमामगंज के डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में एसआइटी का गठन कर अपहृत बच्चे को ढूंढ निकालने का टास्क सौंपा।

इस टीम में टेक्निकल सेल के कर्मियों के साथ इमामगंज, सुहैल और मैगरा के थानेदारों को भी शामिल किया गया था। सही दिशा में हुई पड़ताल का नतीजा भी छह घंटे में सामने आ गया और बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया। पुलिस की इस कार्रवाई से खुश बच्चे की मां सुमन देवी ने पुलिस के प्रति आभार जताते हुए कहा कि पुलिस के लोगों ने बहुत ही तेजी से काम किया, जिससे उनका बच्चा सही सलामत मिल गया। प्रेस कांफ्रेंस में इमामगंज के डीएसपी अमित कुमार और शेरघाटी के एएसपी शैलेंद्र सिंह भी मौजूद थे।

गया में कुम्हार उत्थान कमेटी गया जिला का एक बैठक हुआ आयोजित, माटी कला बोर्ड का गठन एवं अन्य मांगे को लेकर आंदोलन करने का निर्णय

गया। गया शहर के गांधी मैदान स्थित गांधी मंडप में कुम्हार उत्थान कमेटी गया जिला का एक बैठक आयोजित की गई. जिसकी अध्यक्षता कुम्हार उत्थान कमेटी के जिला अध्यक्ष राजीव नयन प्रजापति और संचालन भूपेंद्र प्रजापति ने किया। इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश अध्यक्ष ज्ञान दत्त प्रजापति शामिल हुए।

मुख्य अतिथि ज्ञानदत्त प्रजापति ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कुम्हार के उत्थान के लिए बिहार सरकार से माटी कला बोर्ड का गठन एवं अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।

इस बैठक में गया जिला कुम्हार कोर कमेटी का गठन किया गया। इस मौके पर सीताराम प्रजापति, रश्मि प्रजापति, सत्येंद्र प्रजापति, संजीव कुमार, किशोर प्रजापति, विकास कुमार, विजय प्रजापति, प्रमोद कुमार, सुबोध कुमार सहित कई लोग शामिल रहे।

डीएम ने मादक पदार्थ, अफीम के अवैध खेती, व्यापार के रोकथाम एवं नियंत्रण को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की समीक्षा, दिए यह निर्देश

गया। जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में गया जिला अन्तर्गत मादक पदार्थ/ अफीम के अवैध खेती/ व्यापार के रोकथाम एवं नियंत्रण, मद्द निषेध, खनन विभाग, भूमि विवाद इत्यादि बिंदुओं पर विस्तार से समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई। जिलाधिकारी ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शेरघाटी, भूमि सुधार उप समाहर्ता शेरघाटी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शेरघाटी तथा जिला वन पदाधिकारी को सख्त हिदायत दिया कि हर हाल में अभियान चलाकर तेजी से अफीम की खेती का विनष्टीकरण कार्य करावे। अभी प्रारंभिक समय है कि आसानी से अफीम को नष्ट किया जा सकता है, इसके लिये सभी संबंधित पदाधिकारी/ एजेंसी को एक टीम वर्क के रूप में कार्य करना पड़ेगा।

ज़िलाधिकारी ने सहायक आयुक्त उत्पाद को नोडल बनाते हुए निर्देश दिया कि शेरघाटी अनुमंडल के विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन के माध्यम से जीपीएस युक्त सर्वे कराएं तथा जीपीएस फ़ोटो के आधार पर जमीन मालिक को चिन्हित करते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई करे। साथ ही पर्याप्त संख्या में जेसीबी ट्रैक्टर सहित अन्य लॉजिस्टिक्स अगले दो दिनों के अंदर चिन्हित करते हुए विनष्टीकरण का कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिए हैं। प्रतिदिन टीम लगाकर अभियान चलाकर लगातार नष्ट करवाये। उन्होंने बताया कि शेरघाटी अनुमंडल के विभिन्न क्षेत्र में विशेष कर इमामगंज एव बाराचट्टी के क्षेत्र में लगभग 1300 एकड़ से ऊपर के सरकारी जमीन, वन विभाग के जमीन एवं रैयती जमीन में अफीम की खेती की जाती है। वन भूमि वाले जमीन पर वन विभाग की ओर से प्राथमिक की दर्ज की जाएगी।

सरकारी भूमि पर अफीम की खेती करने वालों के विरुद्ध अंचल अधिकारी के स्तर से एफआईआर की दर्ज की जाएगी तथा प्राइवेट भूमि वाले पर जमीन मालिक पर प्राथमिक की जाएगी। हर हाल में नामजद प्राथमिक की दर्ज करने का निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वैसे व्यक्ति जो अफीम की खेती करवाते हैं या बड़े माफिया है उन पर विशेष रूप से फोकस कर उन पर प्राथमिक दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई करें। पिछले वर्ष कई एकड़ में बड़े पैमाने पर वन विभाग एवं कृषि विभाग द्वारा अलग-अलग प्रकार के पेड़ पौधे उसी स्थान पर लगाए गए थे। इसके अलावा कृषि विभाग द्वारा उन क्षेत्रों में वैकल्पिक खेती भी करवाई गई थी ताकि लोग इस मादक पदार्थ की खेती नहीं कर सके। इस वर्ष अफीम की खेती को नष्ट करने में किसी भी स्तर पर कोई कोताही नहीं बरते।

समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि वन भूमि तथा गैर वन भूमि क्षेत्र में, जहाँ भी अफीम का पौधा है, उसे चिन्हित कर नष्ट करवाये। उन्होंने जिला वन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अफीम के फसल को नष्ट करने के दौरान केमिकल का छिड़काव स्प्रे करवाये, ताकि दुबारा मादक फसल उपज नही हो सके। उन्होंने कहा कि अफीम की खेती में प्रयोग आने वाले गैर वन भूमि वाले क्षेत्र के जमीन मालिक तथा खेती करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध नामयुक्त (बाय नेम) प्राथमिकी दर्ज करें तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी यह सुनिश्चित कराएंगे की उनकी गिरफ्तारी त्वरित गति से हो। उन्होंने कहा कि अफीम की खेती से जुड़े हुए व्यक्तियों का प्राथमिकी दर्ज करने में किसी प्रकार की कोई कोताही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यह सभी संबंधित पदाधिकारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कंबाइंड ऑपरेशन चलाने के लिए सभी पारा मिलिट्री फोर्स का भी प्रयोग किया जाएगा।

     

जिलाधिकारी ने कहा कि सख्ती से लगातार सघन अभियान चलाने का सख्त हिदायत दिया। उन्होंने जिला वन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वन विभाग की वैसे क्षेत्र जहां अफीम की खेती को नष्ट किया जा रहा है। खनन विभाग के समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि जहां भी बालू खनन किया जा रहा है उस स्थान पर खनन विभाग द्वारा निर्गत चेकलिस्ट के अनुसार नियमित जांच अपेक्षित है। अगर चेकलिस्ट के बाहर यदि खनन होता है, तो संबंधित संवेदक के विरुद्ध कार्रवाई करें। प्रत्येक सप्ताह के दो दिन अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संयुक्त रूप से छापेमारी अभियान चलावे इसके अलावा नियमित तौर पर खनन विभाग एवं स्थानीय पदाधिकारी लगातार प्रभावी छापेमारी अभियान चलावे। खनन विभाग के पदाधिकारी को क्षेत्र का बंटवारा कर टीम बनाएं एवं छापामारी करवाये।

भूमि विवाद के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्रत्येक शनिवार को थाना स्तर पर होने वाले जनता दरबार की सुनवाई पूरी प्रभावी रूप से करें। गया जिला में सिचाई पूरी तरह आहर पोखर पइन पर निर्भर है। इसे देखते हुए सरकारी जितने भी जल संचयन संरचनाओं हैं यदि अतिक्रमण हो रहे हैं तो उसे तुरंत अतिक्रमण वाद चलकर निपटारा करें। मद्द निषेध एवं उत्पाद विभाग के समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि शराब विनष्टीकरण में तेजी लावे। थाना स्तर पर लिस्ट बनाएं पूर्व में जो विनष्टीकरण का आदेश पारित है उसे हर हाल में नष्ट करें। डोभी चेक पोस्ट पर सतत निगरानी अति आवश्यक है। जिला पदाधिकारी ने अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था को निर्देश दिया की औचक निरीक्षण हर हाल में नियमित तौर पर करें। वहां लगाए गए सीसीटीवी का गहन जांच भी करें। समीक्षा बैठक में जिला वन पदाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस उपाधीक्षक, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उपस्थित सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी अंचलो के अंचलाधिकारी, सभी थानों के थाना प्रभारी तथा अफीम से संबंधित पदाधिकारी गण उपस्थित थे।