लाख सुरक्षा के बावजूद ट्रेनों से तस्करी बदस्तूर जारी, पांच वर्षों में 11 करोड़ से अधिक नकदी और 80 किलो से अधिक सोना बरामद
श्रीप्रकाश यादव
चंदौली / डीडीयू नगर।भारतीय रेल में लाख सुरक्षा के बावजूद ट्रेनों से तस्करी बदस्तूर जारी है। तस्कर रेलवे को तस्करी का सबसे मुख्य साधन मानते हैं। ट्रेनों से सिर्फ सोना चांदी, हेरोइन, असलहा ही नहीं नकदी का आवागमन भी लगतार हो रहा है। रविवार को जीआरपी आरपीएफ ने तीन तस्कर के पास से एक कुन्टल तीन किलो कच्ची पक्की चांदी की सिल्ली के साथ नगदी तीन लाख पछत्तर हजार रुपए के साथ पकड़ा। बुधवार की रात स्थानीय रेलवे स्टेशन से दो किलो सोना के साथ गिरफ्तार तस्कर का बयान है। इसमें उसने आठ बार सोने की तस्करी की बात कबूली है।
स्थानीय रेलवे स्टेशन पर कड़ी सुरक्षा का नतीजा है कि पांच वर्षों में स्टेशन से 11 करोड़ से अधिक नकदी और 80 किलो से अधिक सोना बरामद हो चुका है। यहां 41.48 लाख के विदेशी मुद्रा भी मिल चुकी है। वहीं एक करोड़ के नकली नोट भी बरामद हो चुके हैं। भारतीय रेल को लाइफ लाइन माना जाता है। प्रतिदिन करोड़ों लोग रेलवे से यात्रा करते हैं। यात्रियों के साथ तस्कर भी ट्रेनों को नकदी और सोने चांदी, कछुआ, नशीले पाउडर आदि की तस्करी करते हैं। स्थानीय रेलवे स्टेशन पर पांच वर्षों में 80 किलो से अधिक सोना बरामद हो चुका है। जबकि पांच वर्षों में 11 करोड़ रुपये नकदी बरामद हो चुका है।
20 जुलाई 2018 को दुरंतो एक्सप्रेस के ए-वन कोच से हावड़ा से दिल्ली ले जाए जा रही दो करोड़ रुपये की नगदी को जीआरपी और आरपीएफ के टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर छह से बरामद किया। इस दौरान राजस्थान के गंगानगर निवासी व्यक्ति को गिरफ्तार किया। 25 अक्टूबर को राजधानी एक्सप्रेस में 50 लाख दस हजार 840 रुपये बरामद हुए। 25 जनवरी 2020 को जीआरपी व आरपीएफ ने स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या दो की सीढ़ी से एक करोड़ 18 लाख रुपये नकदी के साथ एक तस्कर को पकड़ा। आरोपित वाराणसी से रुपये से भरे दो बैग लेकर हावड़ा के दुर्गापुर जाने की फिराक में था।
31 जुलाई 2020 का स्थानीय रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम कटनी मध्य प्रदेश निवासी एक युवक को गिरफ्तार किया। उसके पास से 48. 50 लाख भारतीय रुपये के साथ अमेरिका, चीन, नेपाल, थाईलैंड सहित एक दर्जन देशों की लगभग 41.84 लाख रुपये मूल्य की करेंसी बरामद की।आठ मार्च 2021 को ब्रह्मपुत्र मेल से एक करोड़ रुपये मूल्य के दो दो हजार के नकली नोट बरामद किए। 15 जून की रात आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने एक व्यक्ति को 38.50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया।
लगभग डेढ़ वर्ष बाद फिर से सात दिसंबर 2022 को दो लोगों के पास से तीस लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं। वर्ष 2023 से अब तक स्टेशन से सवा छह करोड़ से अधिक नकदी बरामद हो चुके हैं। सोने की बात करें तो दो अप्रैल 2022 को डीआरआई ने दो तस्करों को चार किलो सोना बरामद किया था। इसी तरह सात जून 2023 को डीआरआई ने 12 सौ ग्राम सोना और आठ जनवरी 2024 को डीआरआई ने दो करोड़ रुपये मूल्य के बीस सोने के बिस्कूट बरामद किए थे।
Dec 05 2024, 13:04