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रायपुर सेंट्रल जेल गोलीकांड: महापौर एजाज़ ढेबर ने BJP नेताओं के खिलाफ कोतवाली में की शिकायत, छवि धूमिल करने का लगाया आरोप

रायपुर-    -सेंट्रल जेल गोलीकांड को लेकर रायपुर में सियासत तेज हो गई है। महापौर एजाज़ ढेबर ने बीजेपी नेताओं पर अपराधी के साथ उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल कर बदनाम करने का आरोप लगाया है। इसे लेकर महापौर ढेबर ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।

महापौर ने बीजेपी प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव और नेता गौरीशंकर श्रीवास पर कांग्रेस पदाधिकारियों के अपमान का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नेताओं ने उनकी छवि धूमिल करने और उन्हें टारगेट करने के लिए यह कदम उठाया है। महापौर ढेबर ने इसे अल्पसंख्यक होने के कारण निशाना बनाए जाने की बात भी कही है।

गौरतलब है कि बीजेपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर महापौर ढेबर की एक तस्वीर वायरल की थी, जिसमें अपराधी के साथ उन्हें दिखाया गया था। इसके साथ ही बीजेपी नेताओं ने सांसद बृजमोहन अग्रवाल, दक्षिण प्रत्याशी सुनील सोनी, और बीजेपी मंडल उपाध्यक्ष की तस्वीरें भी साझा की हैं। महापौर ढेबर ने इसे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने की साजिश बताते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना के बाद से राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है।

बढ़ते अपराध पर पंकज झा ने कांग्रेस पर साधा निशाना, एक्स पर लिखा –
रायपुर-     सीएम के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, अब जांजगीर-चांपा में कांग्रेस पार्षद ने युवक की हत्या की है. इससे पहले गुरु प्रकाशमुनि के आश्रम पर कांग्रेसियों ने हमला किया. बलौदबाजार में कलेक्टर/एसपी का कार्यालय जलाकर हिंसा किया जाना, जिसमें विधायक की संलिप्तता के इतने मजबूत साक्ष्य हैं कि उनकी जमानत तक नहीं हो पा रही है. कांग्रेस को नीरज जी के शब्दों में यही कहा जा सकता है, आग लेकर हाथ में पगले जलाता है किसे, जब न ये बस्ती रहेगी, तू कहां रह पायेगा!

पंकज झा ने एक्स पर लिखा है कि रायपुर जेल प्रांगण में गोलीबारी मामले में दो शांतिदूत गिरफ्तार हुए हैं. सूरजपुर में पुलिस अधिकारी की पत्नी और बच्ची की कांग्रेस के बड़े नेता ने जघन्य हत्या की. सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. हर जगह अपराध को कांग्रेस के लोगों द्वारा अंजाम देना और फिर उस अपराध पर हल्की और सस्ती राजनीति उसके बड़े नेताओं द्वारा करना! ऐसा लगता है कि भूपेश बघेल और उनकी पार्टी ने सत्ता में रहते हुए पूरे पांच वर्ष अपने लोगों को अपराध की ट्रेनिंग देने में ही खर्च किया है. आज कांग्रेस पार्टी मानो जरायम पेशा वाले लोगों का गिरोह मात्र होकर रह गई है.

पंकज झा ने कहा, आज भी दुर्भाग्य से प्रदेश में कांग्रेस का एक बड़ा जनाधार है, लेकिन जनता द्वारा मिली उस ताकत का उपयोग कांग्रेस यहां भी केवल अराजकता और आतंक फैलाने में कर रही है. दुःख की बात यह है कि कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व भी कुछ करने की स्थिति में नहीं है, क्योंकि राहुल गांधी स्वयं अपनी निरंतर हार की बौखलाहट में सरगना जैसा व्यवहार कर रहे हैं. कांग्रेस को नीरज जी के शब्दों में यही कहा जा सकता है, आग लेकर हाथ में पगले जलाता है किसे जब न ये बस्ती रहेगी, तू कहां रह पायेगा!

पंकज झा ने एक फोटो साझा करते हुए लिखा है – फोटो रायपुर जेल प्रांगण में गोलीबारी करने वाले तीन अपराधियों में से एक का बताया जा रहा है, दो गिरफ्तार हो चुके हैं. क्या तीसरे को ‘संरक्षण’ में छिपा कर रखा गया है? सवाल तो बनता है.

गोलीकांड पर गरमाई सियासत: अब महापौर एजाज ढेबर ने BJP नेता के साथ आरोपी की तस्वीर साझा कर उठाए सवाल, पूछा- “ये रिश्ता क्या कहलाता है?”

रायपुर- सेंट्रल जेल के बाहर सोमवार को हुए गोलीकांड के बाद राजनीतिक बयानबाजियां तेज हो गई हैं। इस मुद्दे पर भाजपा ने रायपुर के महापौर एजाज ढेबर के साथ फरार आरोपी की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए उन पर आरोप लगाए थे। इसके जवाब में महापौर ढेबर ने भाजपा मंडल अध्यक्ष सोनू राजपूत के साथ गोलीकांड के फरार आरोपी हीरा छूरा की एक तस्वीर पोस्ट साझा की है और तंज कसते हुए पूछा है कि, “ये रिश्ता क्या कहलाता है?”

बता दें कि महापौर एजाज ढेबर ने भाजपा द्वारा जारी की तस्वीर को सही बताते हुए कहा कि गणेश पूजा के कार्यक्रम के दौरान यह तस्वीर ली गई थी। उन्होंने कहा कि वह वार्ड का आदमी है और सभी जनप्रतिनिधि अपने वार्ड के सुख-दुख में साथ होते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें विशेष समुदाय से होने के कारण चुनाव के समय धर्म के आधार पर निशाना बनाया जाता है। उनके विरोधियों को इसका जवाब जनता देगी।

महापौर ढेबर ने कहा, “बीजेपी के मंडल अध्यक्ष और दक्षिण प्रत्याशी सुनील सोनी के साथ गोलीकांड के फरार आरोपी हीरा छूरा की तस्वीर है। मेरे खिलाफ चुनाव लड़े सुनील वंडरे के साथ भी तस्वीर है। वक्त आने पर सबकी तस्वीर जारी की जाएगी।”

BJP ने की थी ये पोस्ट

गौरतलब है कि गोलीकांड के आरोपियों के पकड़े जाने के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए एक्स पर पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था, “देखिए अपराध का कांग्रेस कनेक्शन। ये है रायपुर महापौर का मुँहलगा गोलीकांड का फरार आरोपी हीरा। वहीं हीरा जिसने केंद्रीय जेल के सामने गोलीकांड को अंजाम दिया। 5 साल में मिले कांग्रेसी संरक्षण ने इनका हौसला बुलंद कर दिया था। पर अब और नहीं, ऐसे अपराधियों पर अब विष्णु का सुदर्शन चलेगा।

हर अपराध के पीछे कांग्रेस की संलिप्तता

भाजपा के महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हर अपराध के पीछे कांग्रेस के संलिप्तता का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होने पीसीसी चीफ दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जवाब मांगा है।

कांग्रेस का पलटवार

इस मामले पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा, बीजेपी अपने पाप को बचाने के लिए कांग्रेस के ऊपर डालने से अच्छा है, कानून व्यवस्था दुरुस्त करे। कोई आरोपी किसी नेता के साथ फोटो खिंचवा लिया तो क्या उसके लिए वह जिम्मेदार है? बीजेपी के कई नेताओं के साथ हम भी फोटो दिखा देंगे। किसी बलात्कारी के साथ किसी नेता का फोटो है, किसी अपराधी के साथ किसी नेता का फोटो है। अपराधियों को बीजेपी के नेता और मंत्री पाल के रखे हैं।

नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एक साथ कराने की तैयारी में राज्य सरकार!, नियम में किया यह संशोधन…
रायपुर- छत्‍तीसगढ़ सरकार नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ करा सकती है. इसके लिए नियमों में संशोधन करते हुए छत्तीसगढ़ शासन ने छत्तीसगढ़ नगरपालिक निगम (संशोधन) अध्यादेश 2024 में प्रकाशित किया है. सरकार ने यह कदम IAS ऋचा शर्मा की अध्‍यक्षता में पांच सदस्‍यीय कमेटी की सिफारिश के आधार पर उठाया है.

नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कार्यकाल पूरा होने से पहले ही नया चुनाव करना होता था, अब नए संशोधन के बाद 6 महीने के समय के लिए राज्य सरकार व्यवस्था बनाकर कार्य का संचालन कर सकती है. इस 6 महीने के भीतर नया चुनाव करना अनिवार्य है. इसके साथ राज्य सरकार द्वारा अधिसूचना के मुताबिक, निर्वाचक नामावली में यदि त्रुटि हो तो उसे संशोधित किया जा सकता है.

त्‍तीसगढ़ सरकार ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ आयोजित करने के लिए IAS ऋचा शर्मा की अध्‍यक्षता में पांच सदस्‍यीय कमेटी का गठन किया गया था. जानकारों के मुताबिक, कमेटी ने राज्‍य सरकार को अपनी सिफारिश पंचायत और निकाय चुनाव एक साथ कराए की सिफारिश की थी.

कमेटी ने रिपोर्ट में कहा कि इससे धन की बचत के साथ ही विकास कार्यों में तेजी आएगी. दोनों चुनाव अलग-अलग कराने से आचार संहिता भी दो बार लगानी पड़ेगी. इससे विकास के काम प्रभावित होंगे, मैन पॉवर भी ज्‍यादा लगेगा. दोनों चुनाव एक साथ कराने से इन सबकी बचत होगी.

2019-20 में हुआ था चुनाव

पिछला नगरीय निकाय चुनाव 2019-20 में हुआ था. राज्‍य के 27 जिलों के 151 निकायों के 2840 पार्षदों के चुनाव के लिए 21 दिसंबर 2019 को मतदान हुआ था, और 24 दिसंबर को परिणाम घोषित किए गए थे. वहीं 20 दिसंबर 2020 को 15 नगरीय निकायों के 370 वार्डों में आम चुनाव हुआ था. 16 नगरीय निकायों के 17 वार्डों में उपचुनाव हुआ था. इसके अलावा राज्य के 146 जनपद पंचायतों में स्थित त्रिस्तरीय पंचायतों में 400 जिला पंचायत सदस्य, 2979 जनपद पंचायत सदस्य, 11636 सरपंच और 160350 पंच पद के लिए चुनाव हुआ था.

छत्तीसगढ़ में नगरीय निकायों की स्थिति

  • छत्तीसगढ़ में कुल निकाय – 184
  • छत्तीसगढ़ में कुल नगर निगम – 14
  • छत्तीसगढ़ में नगर पालिका परिषद् – 48
  • छत्तीसगढ़ में कुल नगर पंचायत – 122
रायपुर गोलीकांड मामले में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 2 फरार आरोपियों को ओडिशा से किया गिरफ्तार

रायपुर- राजधानी रायपुर की सेंट्रल जेल के बाहर सोमवार को हुए गोलीकांड मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सोमवार को पकड़े गए दो आरोपियों, शेख शाहनवाज और शाहरूख, के साथ वारदात को अंजाम देने के बाद से फरार चल रहे अब्दुल शेख गफ्फार उर्फ वादिया और हीरा छुरा को क्राइम ब्रांच की टीम ने ओडिशा में गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा फरार होने में उनकी मदद करने वाले दो अन्य युवकों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।

क्या है पूरा मामला?

बीते सोमवार 4 नवंबर को राजधानी के टिकरापारा निवासी शेख साहिल अपने परिवार के साथ जेल में बंद भाई से मिलने रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचे था। उसी दौरान, शेख शाहनवाज उर्फ शानू महाराज (उम्र 25 साल), शाहरूख (उम्र 19 साल), अब्दुल शेख गफ्फार उर्फ वादिया (उम्र 47 साल) और हीरा छुरा (उम्र 24 साल) ने सुनियोजित तरीके से दो अलग-अलग बाइक पर वहां पहुंचकर साहिल पर कट्टे से गोली फायर कर दी और मौके से फरार हो गए। इस हमले में साहिल के गले में गोली धंस गई थी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका इलाज जारी है।

घटना की जानकारी मिलते ही थाना गंज में अपराध दर्ज कर लिया गया और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10 विशेष टीमों का गठन किया गया। रायपुर पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए यपुर और दुर्ग की सीमाओं के पास नंदनवन क्षेत्र में घेराबंदी कर शेख शाहनवाज और शाहरूख को गिरफ्तार किया।

ओडिशा में क्राइम ब्रांच की टीम का ऑपरेशन

शाहनवाज और शाहरूख से पूछताछ के आधार पर, पुलिस ने आरोपियों के छिपने के हर संभावित स्थान पर लगातार रेड मारी, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बीच पुलिस को जानकारी मिली कि अब्दुल शेख गफ्फार और हीरा छुरा ओडिशा फरार हो चुके हैं। इसके बाद, क्राइम ब्रांच की टीम ने उन्हें ओडिशा में ट्रेस कर गिरफ्तार किया। पुलिस ने इस भागने में मदद करने के आरोप में नरेन्द्र जगत उर्फ सुदामा (उम्र 22 साल) और रवि जाल (उम्र 34 साल) को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, इस वारदात में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश जारी है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

राज्योत्सव के दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति से कलाकारों ने जीत लिया दर्शकों का दिल
रायपुर-      राज्योत्सव के दूसरे दिन छत्तीसगढ़ी गीतों की शानदार प्रस्तुति लोक कलाकारों ने दी। आरु साहू और राजेश अवस्थी ने ददरिया गीतों के साथ उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। वहीं मुंबई से आईं नीति मोहन ने शानदार गीतों की प्रस्तुति कर समां बांध दिया। शाम को राज्योत्सव का रंग गौरा-गौरी गीत से आरंभ हुआ। इसके बाद तो छत्तीसगढ़ के लोकगीतों की सुंदर श्रृंखला सज गई। लोकरंग राज्योत्सव परिसर पर पूरी तरह से छलक गये। गौरा-गौरी गीत के बाद राउत नाचा की रंगारंग प्रस्तुति हुई और राऊत नाचा के जोश से पूरा उत्सव स्थल सराबोर हो गया। इसके बाद फाग गीतों के रंग छलके। जब मुख मुरली बजाय का प्रदर्शन हुआ तो पूरा राज्योत्सव स्थल श्याम रंग से रंग गया। इसके बाद द्रूतगामी पंथी नृत्य का आयोजन हुआ। आरू साहू और राजेश अवस्थी जैसे ही मंच पर आये, दूर तक तालियां गूंजती रही। जब इन कलाकारों ने ददरिया की प्रस्तुति दी तो लोक रंग का जादू पूरे उत्सव में चढ़ गया। लोकप्रिय गीत बटकी म बासी चुटकी म नून गावत हव ददरिया कान देके सुन की प्रस्तुति ने पूरे माहौल में तरंग घोल दी। इसके बाद वालीवुड पार्श्व गायिका नीति मोहन प्रस्तुति देने आई। उन्होंने जय जोहार के अभिवादन के साथ सुमधुर गीतों की लड़ी प्रस्तुत की। चली रे जुनून का लिये कतरा, जिया रे जिया रे जैसे गीतों का प्रदर्शन कर उन्होंने पूरे माहौल में संगीत के रस घोल दिये। आज राज्योत्सव के दूसरे दिन लोकगीतों के साथ भारतीय सिनेमा के अद्भुत गीत-संगीत के जो सुर सुनने लोगों को मिले, उसने राज्य स्थापना दिवस की खुशियों में चार चांद लगा दिये।
अपनी विरासत को सहेजते हुए छत्तीसगढ़ को अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प लें: राज्यपाल रमेन डेका

रायपुर-       छत्तीसगढ़ एक युवा राज्य है और युवा अवस्था में ही इस राज्य ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा और क्षमता का प्रदर्शन किया है। राज्योत्सव के मौके पर अपनी विरासत को सहेजने और छत्तीसगढ़ को अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प लें। नागरिकगणों से यह अपील राज्योत्सव कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्य अतिथि राज्यपाल रमेन डेका ने की। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने की।

इस मौके पर अपने संबोधन में श्री डेका ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए गौरव का दिन है। हमारे छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना को 24 वर्ष पूरे हो चुके हैं और यह हम सबके लिए ऐतिहासिक क्षण है। इन वर्षाे में हमने एक मजबूत आधार बनाया है और अपने लक्ष्य की ओर लगातार बढ़ने का संकल्प लिया है। उन्होंने इस अवसर पर राज्य निर्माण का स्वप्न देखने वाले और इसके लिए संघर्ष करने वाले पुरखों को भी नमन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा जनकल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसके लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं। छत्तीसगढ़ में कृषि एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। जनजातियों, महिलाओं एवं युवाओं के उत्थान एवं कल्याण के लिए भी निरंतर पहल की जा रही है।

राज्यपाल ने कहा कि पिछले 23 वर्षों में छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक ठोस धरातल निर्मित हुआ है। इस दौर में राज्य की सांस्कृतिक रूप से भी एक अलग पहचान बनी है। वर्तमान में भी सांस्कृतिक समृद्धि के लिए चहुंमुखी प्रयास किये जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक संसाधन पर्याप्त हैं, चाहे वन हो, खनिज हो या मानव संसाधन हो, सभी का उचित दोहन किया जाना अभी बाकी है। संसाधनों के दोहन के साथ ही हमें इस पर भी गहन चिंतन करना होगा कि विकास का पैमाना क्या हो। विकास की सतत् प्रक्रिया में प्रकृति के साथ संतुलन बना रहे, यह भी ध्यान रखना होगा। हम सबको आज संकल्प लेना होगा कि छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर ले जाने के लिए मिलजुल कर प्रयास करेंगे।

राज्य की उन्नति के लिए शांति जरूरी है, विगत कुछ वर्षों से नक्सल हिंसा से छत्तीसगढ़ का कुछ हिस्सा प्रभावित रहा है। इस हिंसा को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा लगातार साझा प्रयास किये जा रहे हैं। आशा है कि जल्द ही इस हिंसा से राज्य को मुक्ति मिलेगी और छत्तीसगढ़ तेजी से विकास की दौड़ में आगे बढ़ेगा।

राज्यपाल ने सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि इस राज्य को अग्रणी राज्य बनाने के लिए अधिक से अधिक योगदान दें साथ ही आज एक संकल्प लें कि अपने प्रदेश की, शहर की सार्वजनिक संपत्तियों, सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा करेंगे, उसे संभालेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्योत्सव समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जिन लोगों ने संयुक्त मध्यप्रदेश के समय छत्तीसगढ़ में जन्म लिया और बड़े हुए वे लोग तब और अब के फर्क को बहुत अच्छी तरह जानते हैं। उन्हें याद होगा कि किस तरह छत्तीसगढ़ में बार-बार अकाल पड़ता था। किसानों को रोजी-रोटी के लिए पलायन करना पड़ता था। सौभाग्य से जब अटल जी प्रधानमंत्री बने तो छत्तीसगढ़ की पीड़ा को समझा और अलग राज्य का निर्माण किया। 24 साल पूरे हो गये हैं। छत्तीसगढ़ विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कार्यक्रम में लोक कलाकारों को अधिकतम जगह दी है। इसके साथ ही छालीवुड और बालीवुड के कलाकारों को भी जगह दी है। मैं सभी कलाकारों का अभिनंदन करता हूँ। हमारी कला हमारे विचारों को अभिव्यक्त करने का माध्यम है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति इस मामले में बहुत समृद्ध है हमारे यहां हर विधा के कलाकार हैं। छत्तीसगढ़ में लोक गायन, लोक कला एवं सभी विधाओं को हमारी सरकार प्रोत्साहित कर रही है। शिल्प ग्राम स्थापित किये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने तीज त्योहारों, देव स्थलों, मड़ई मेलों को भी सहेज रहे हैं। विकास के लिए सबसे बड़ी ताकत संस्कृति से ही मिलती है। संस्कृति हमें बताती है कि विकास की दिशा क्या होनी चाहिए। प्राथमिकता क्या होनी चाहिए, सोच क्या होनी चाहिए, दृष्टिकोण क्या होना चाहिए और लक्ष्य क्या होना चाहिए। प्रत्येक नागरिक का आचार-विचार और व्यवहार संस्कृति ही तय करती है और इसी के अनुरूप नीति निर्धारण के लिए सरकार को प्रेरित करती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य के अनुरूप विकसित छत्तीसगढ़ के लिए विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है उसमें संस्कृति को सबसे ज्यादा तवज्जो दी है। संस्कृति ही समाज में ताकत पैदा करती है। छत्तीसगढ़ प्राकृतिक सौंदर्य के मामले में बेहद समृद्ध है। पर्यटन की यहां बड़ी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि किस तरह से भगवान श्रीराम से जुड़े तीर्थों का विकास किया जा रहा है। माता शबरी और माता कौशल्या के धाम को संवारा जा रहा है। राजिम, सिरपुर, मधेश्वर, भोरमदेव, बारसूर आदि अनेक ऐतिहासिक स्थल हैं, जिनका विकास किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी शिल्प कला को सहेजा जा रहा है और प्रोत्साहित किया जा रहा है। खादी के वस्त्रों पर 25 प्रतिशत की छूट देकर इसे प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन सबके साथ ही प्रदेश के खानपान की अपनी विशेषता है। संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता में शामिल है। यह राज्य हमने बनाया है संवारा है और आगे भी इसे हम ही संवारेंगे।

इस मौके पर छत्तीसगढ़ नैसर्गिक पर्यटन पत्रिका और संस्कृति विभाग की पत्रिका ‘बिहनिया‘ का विमोचन किया। इस मौके पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा सहित अन्य गणमान्य नागरिक एवं अधिकारीगण मौजूद थे।

राज्योत्सव 2024: श्रम विभाग का स्टॉल बना श्रमिकों एवं आम नागरिकों के आकर्षण का केंद्र

रायपुर-      नवा रायपुर के अटल नगर राज्योत्सव स्थल पर राज्योत्सव के दूसरे दिन लोगों का उत्साह और उमंग खूब दिखा। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापार परिसर मे श्रम विभाग के स्टॉल पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित प्रदेश के श्रमिकों एवं नागरिकों के लिए विभिन्न योजनाओं की जानकारी से संबंधित स्टॉल लगाया गया है।

मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना, इस योजना में श्रमिक की मृत्यु हो जाने पर, उनकी दिव्यांगता के आधार उन्हें प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। इसी तरह श्रम विभाग की एक अन्य योजना है मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना इसमें पंजीकृत निर्माण श्रमिक के प्रथम 2 बच्चों को 1000रुपए से लेकर 10000 रुपए तक की छात्रवृत्ति बतौर प्रोत्साहन राशि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कक्षा 1 से लेकर स्नातकोत्तर तक पढ़ाई जारी रखने और उन्हे आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रदान की जाती है।

मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना, मिनीमाता महतारी जतन योजना यह ऐसी योजनाएं है जिससे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों जिसमें महिलाएं भी शामिल है उन्हें उनके श्रम के लिए पेंशन भी दिए जाने का प्रावधान है। इस योजना में प्रतिमाह रुपये 1500/-पेंशन जीवन पर्यन्त दिया जाता है।

इस तरह मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु निःशुल्क कोचिंग सहायता योजना में पंजीकृत निर्माण श्रमिक एवं उनके बच्चो को शैक्षणिक योग्यता अनुरूप विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान की जाती है। इस योजना में शैक्षणिक योग्यता अनुरूप विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं जैसे -पीएससी, सीजी व्यापम, एसएससी, रेल्वे, पुलिस इंट्रेस हेतु निःशुल्क कोचिंग भी प्रदान किया जाता है।

इसी तरह श्रम विभाग के स्टॉल में छत्तीसगढ़ राज्य के श्रमिकों के लिए अन्य योजनाओं की भी जानकारी उपलब्ध है जिसमें निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु निःशुल्क गणवेश एवं पुस्तक कॉपी हेतु सहायता राशि योजना, मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा प्रोत्साहन योजना, शहीद वीरनारायण सिंह श्रम अन्न योजना, असंगठित कर्मकार महतारी जतन योजना यह सब एक ऐसी योजना है जिसमें मंडल में पंजीकृत असंगठित महिला कर्मकार, महिला सफाई कर्मकार, महिला ठेका श्रमिक, घरेलू महिला कामगार एवं महिला हमाल श्रमिकों को सहायता पहुंचाई जाती है।

इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के श्रमिकों के लिए मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना और मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना भी संचालित है जिसमें 59 वर्ष से 60 वर्ष तक के आयु वर्ग के निर्माण श्रमिक जो विगत 03 वर्ष से मंडल में पंजीकृत है उन्हें 20,000 एकमुश्त राशि प्रदान की जाती है।

श्रम विभाग के स्टॉल में छत्तीसगढ़ सरकार ने जिस तरह से अपने प्रदेश के श्रमिकों के हित के लिए, जिन महती योजनाओं का क्रियान्वयन किया है वह बहुत महत्वपूर्ण है इससे प्रदेश के श्रमिकों को अपने श्रम का उचित मूल्य दिया जा रहा है एवं स्टॉल के माध्यम से उन्हें विभिन्न योजनाओं से जोड़ा भी जा रहा है।

संभागायुक्त कावरे ने लंबित पेंशन प्रकरणों को लेकर अधिकारियों पर जताई गहरी नाराज़गी, प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाने के दिए निर्देश
रायपुर-  संभागायुक्त महादेव कावरे ने विभिन्न विभागों में बड़ी संख्या में लंबित पेंशन प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाने और अगले महीने तक प्रगति दिखाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। संभागायुक्त कावरे ने आज जल संसाधन, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, स्कूल शिक्षा, आबकारी, राज्य कर, समाज कल्याण, कृषि आदि विभागों के संभाग स्तरीय अधिकारियों के साथ विभागों में लंबित पेंशन प्रकरणों पर कार्रवाई की समीक्षा की।

समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने प्रकरणों में सामान्य आपत्तियों जैसे नाम सुधार, दस्तावेज अपलोड करने जैसी आपत्तियों का अपने स्तर पर निराकरण कर पेंशन प्रकरणों के निपटारे में तेजी लाने के निर्देश दिए। संभागायुक्त ने विभागीय स्तर पर जांच के कारण लंबित पेंशन प्रकरणों में विभागीय जांच को भी व्यक्तिगत रुचि लेकर निराकृत कराने की पहल करने को कहा।

संभागायुक्त कावरे ने बैठक में जल संसाधन विभाग में 22, लोक निर्माण विभाग में 24, स्कूल शिक्षा विभाग में 39 और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में 43 पेंशन प्रकरणों के लंबे समय से निराकरण नहीं होने पर अधिकारियों के प्रति गहरी नाराज़गी जताई। श्री कावरे ने लंबे समय से लंबित पेंशन प्रकरणों पर तेजी से कार्रवाई कर अगले महीने की समीक्षा बैठक में प्रगति दिखाने के निर्देश दिए।

उन्होंने सभी अधिकारियों को कहा कि प्रगति नहीं होने पर अधिकारियों सहित आहरण संवितरण अधिकारियों पर भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

लंबित ईडब्ल्यूआर प्रकरणों पर भी त्वरित कार्रवाई करने के दिए निर्देश

संभागायुक्त कावरे ने बताया कि जिन कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति होने वाली है, उनके दस्तावेजों या कार्मिक संपदा रिकॉर्ड में सुधार आहरण संवितरण अधिकारी के स्तर पर किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि सेवानिवृत्ति हो चुके शासकीय सेवकों के कार्मिक संपदा रिकॉर्ड में सुधार संयुक्त संचालक, कोष लेखा पेंशन स्तर पर होगा। इसलिए ऐसे सभी प्रकरणों को विभाग तैयार कर संयुक्त संचालक कोष लेखा पेंशन को भेजें। संभागायुक्त ने पुरानी पेंशन योजना लागू होने के बाद लंबित ईडब्ल्यूआर प्रकरणों पर भी त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश बैठक में दिए हैं।

अतिक्रमण हटाने गए वन कर्मियों ओर ग्रामीणों ने बोला हमला, पुलिस ने संभाला मोर्चा

सूरजपुर-   सूरजपुर जिले के धरमपुर में वन भूमि पर अतिक्रमण हटाने के दौरान वन कर्मियों और ग्रामीणों के बीच झड़प हुआ है. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है. घटना धरमपुर वन परिक्षेत्र की है, जहां सड़क किनारे कुछ ग्रामीणों ने लगभग तीन एकड़ वन भूमि पर खलिहान रखकर अतिक्रमण कर रखा था.

ऐसे में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और अतिक्रमण हटाने के लिए जेसीबी वाहन से खुदाई का कार्य शुरू किया. इस दौरान अतिक्रमणकारियों और ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम के साथ जमकर विरोध किया और झड़प हुई. स्थिति को देखते हुए प्रतापपुर और खड़गवां पुलिस को मौके पर बुलाया गया, जिन्होंने ग्रामीणों को वहां से हटाया और स्थिति को नियंत्रित किया. फिलहाल वन अमला अतिक्रमित किये गए भूमि को सुरक्षित करने में लगी हुई है.

एसडीओ प्रतापपुर वन परिक्षेत्र आशुतोष भगत ने कहा कि हम यहां प्रतापपुर परिक्षेत्र के धर्मपुर सर्किल में स्थित गणेशपुर बीट के कक्ष क्रमांक 23 में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रहे हैं. यहां ग्रामीणों ने खलिहान बनाकर वन भूमि पर कब्जा कर रखा था. संज्ञान में आने पर वन विभाग की टीम पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की है.