दीपावली; दीपोत्सव का पर्व नगरा नगर पंचायत सहित आस- पास के क्षेत्रो व ग्रामीण अंचलों में बड़े धूमधाम हर्षोल्लास पूर्ण वातावरण में संपन्न
ओमप्रकाश वर्मा ।नगरा(बलिया)।आस्था व उत्साह का पर्व अंधकार से जीवन को प्रकाशमय करने वाला महापर्व दीपावली; दीपोत्सव का पर्व नगर पंचायत सहित आस- पास के क्षेत्रो व ग्रामीण अंचलों में बड़े धूमधाम हर्षोल्लास पूर्ण वातावरण में मनाया गया। नगर पंचायत के बाजार कस्बे सहित क्षेत्र में मकानों पर बिजली के रंग-बिरंगी बल्ब के झालरों, लत्तरों मिट्टी के दीपों की सजावट से जगमगाता चकाचौंध छटा देखते ही बनता था। यह त्योहार अनेकता में एकता की मिशाल के लिए जाना जाता है। दीपावली व गोवर्धन पूजा धरती पर विचरण करने वाले सभी जीवों के सार्थक जीवन में प्राकृतिक महत्व का वैज्ञानिक भगवान राम के वन वापसी और धन की दैवी माता लक्ष्मी के पूजन का महापर्व है। इस त्योहार पर लोग अपने घरों को रंग रोगन से रंगाई पुताई करके साफ सफाई कर, घर व दुकान प्रतिष्ठान, सहित समितियों के माध्यम से प्रतिमा रखकर मां लक्ष्मी गणेश की पूजन अर्चन कर धन्य धान्य से जीवन सुखमय व्यतीत हो कामना करते हैं। महिला पुरुष बच्चे बुजुर्ग सभी मिलकर परिवार के साथ खुशियां भरे माहौल में एक दुसरे को बधाईयां देते मिष्ठान खिलाकर देर रात तक आतिशबाजी करते रहे। डिंहवा, नरही, मालीपुर, भीमपुरा, ताड़ी बड़ागांव, पाण्डेयपुर, कोदई, रघुनाथपुर,ढे़कवारी, पड़री, गोठवां, कोठियां,मलप,देवढ़िया,रेकुवां,उरैनी आदि गांवों में दिपावली व गोबर्धन पूजा की धूम रही।
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जलाकर अयोध्या नगरी के लोगों को दर्शन कराए थे।
पूर्व मंत्री छट्ठू राम ने कहा कि पटेल जी आधुनिक भारत के शिल्पकार,राष्ट्रीय एकता के सूत्रधार होने के साथ साथ किसान हित के बड़े ही चिंतक थे । इस अवसर पर अभियंता राम रतन पटेल , पूर्व ब्लॉक प्रमुख विनय प्रकाश अंचल ,दंगल पटेल आदि ने विचार व्यक्त किए अध्यक्षता चंद्रिका सिंह पटेल व संचालन रघुबंश पटेल ने किया ।
अयोध्या:22 जनवरी 2024 को रामलला 500 वर्ष बाद अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान हुए। इसके बाद 30 अक्टूबर को पहला दीपोत्सव हुआ, जब लला स्वयं के महलों में विराजमान होकर अपनी नगरी को अपलक निहारते रहे। अयोध्या का सौंदर्य देख रामलला खुद भी भाव-विह्वल हो उठे। योगी सरकार के आठवें दीपोत्सव में राममंदिर की अनुपम छटा हर किसी को आह्लादित कर रही थी। रामलला की मौजूदगी में बुधवार को पहला दीपोत्सव मनाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार शाम श्रीराम मंदिर भी पहुंचे। मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम मयार्दा पुरुषोत्तम श्रीराम का दर्शन किया, फिर उनके चरणों में श्रद्धा निवेदित की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने प्रभु के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किए। बाहर भी मुख्यमंत्री ने पांच-पांच दीप जलाए। वहीं मंदिर प्रांगण में हजारों दीप प्रज्ज्वलित किए गए। श्रीराम मंदिर में दीप प्रज्ज्वलन के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, श्रीराम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी अनिल मिश्र, गोपाल जी, विनोद जी आदि भी रहे।
स्थानीय नगर पंचायत में सामुदायिक शौचालय बनाने की मांग काफी दिनों से की जा रही है. लेकिन नगरा ब्लॉक मुख्यालय पर 6 वर्ष पूर्व बना 2 सीटर सामुदायिक शौचालय में हमेशा ताला लटका रहने से शोपीस बनकर रह गया है. यही कारण है कि आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बताते है कि यह सामुदायिक शौचालय 6 वर्ष पूर्व नगरा ग्राम पंचायत की तत्कालीन ग्राम प्रधान माहेलका द्वारा बनवाया गया था. 2 सीटर शौचालय बना तो दिया गया किंतु अब तक कभी भी इसका ताला नहीं खुला. ब्लॉक के दौरान डबाकरा हाल के समीप एडीओ पंचायत के ऑफिस के ठीक सामने निर्मित शौचालय में पानी की व्यवस्था भी नहीं है. नगरा ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद इसे नगर पंचायत को हस्तानांतरित कर दिया गया, इसके बावजूद इसका ताला नहीं खुला. जिससे ब्लॉक पर आने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
क्षेत्र के भाऊपुर गांव में चल रहे सप्तदिवसीय श्रीमद भागवत के चौथे दिन कथावाचन करते हुए कथावाचक आचार्य श्री रामजी दास महराज ने कहा कि जब-जब धरा पर अत्याचार, दुराचार, पापाचार बढ़ा है, तब-तब प्रभु का अवतार हुआ है।प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। जब धरा पर मथुरा के राजा कंस के अत्याचार अत्यधिक बढ़ गए, तब धरती की करुण पुकार सुनकर श्री हरि विष्णु ने देवकी माता के अष्टम पुत्र के रूप में भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लिया। इसी प्रकार त्रेता युग में लंकापति रावण के अत्याचारों से जब धरा डोलने लगी तब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने जन्म लिया, ऐसे तमाम प्रसंग श्रोताओं को सुनाएं, जिसे सुनकर उपस्थित श्रोता भक्ति भाव में तल्लीन हो गए। गोपियों के घर से केवल माखन चुराया अर्थात सार तत्व को ग्रहण किया और असार को छोड़ दिया।प्रभु हमें समझाना चाहते हैं कि सृष्टि का सार तत्व परमात्मा है।
Nov 02 2024, 21:16
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