/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1731842629357826.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1731842629357826.png StreetBuzz सलमान खान ने महज 1 रुपये में की थी 'फिर मिलेंगे' फिल्म, जानें क्यों" veer
सलमान खान ने महज 1 रुपये में की थी 'फिर मिलेंगे' फिल्म, जानें क्यों"

सलमान खान अपने फैन्स के बीच भाईजान के नाम से जानें जाते हैं. कहा जाता है कि सलमान का दिल बहुत बड़ा है और ये बात उनकी बातों से झलकती भी हैं. सलमान ने कई लोगों को बॉलीवुड में मौका दिया है जिसमें हिमेश रेशमिया, जरीन खान, आदित्य पंचोली जैसे कई सितारें शामिल हैं. सलमान ने ही बॉलीवुड में कई हीरोइन्स को भी आने का मौका दिया था. हाल में एक प्रोड्यूसर ने सलमान की इसी दरियादिली के बारे में बात करते हुए उनकी एक फिल्म से जुड़ा किस्सा सुनाया.

इस फिल्म में एक ऐसा किरदार था जिसेको निभाने के लिए लगभग पूरी इंडस्ट्री ने मना कर दिया था, तब जाकर सलमान खान संकटमोचन बनकर आए और महज 1 रुपये में फिल्म कर डाली. ये कहानी है साल 2004 में आई फिल्म ‘फिर मिलेंगे’ की. डायरेक्टर रेवती की इस फिल्म में शिल्पा शेट्टी, सलमान खान और अभिषेक बच्चन लीड रोल में थे. अभिषेक बच्चन ने फिल्म में वकील का रोल किया था. वहीं सलमान खान इस फिल्म में एक एचआईवी पेशेंट का किरदार निभाते दिखे थे.

HIV पेशेंट का निभाया था रोल

खास बात ये है कि साल 2004 में आई इस फिल्म में एचआईवी पेशेंट के किरदार को पूरी इंडस्ट्री ने ठुकरा दिया था. जब कोई हीरो इस किरदार को नहीं करना चाहता था, तब सलमान खान संकटमोचन बनकर आए और महज 1 रुपये की फीस में इस किरदार को बखूबी निभाया. फिल्म के प्रोड्यूसर शैलेंद्र सिंह ने इसका खुलासा किया. शैलेंद्र सिंह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने बताया था कि सलमान ने खुद से आगे बढ़कर इस फिल्म में काम करने का फैसला लिया था और इस रोल को निभाया था.

बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही थी फिल्म

फिल्म के प्रोड्यूसर शैलेंद्र से पहले डायरेक्टर रेवती ने भी फिल्म के बारे में बताया था. बीते दिनों रेडिफ को दिए एक इंटरव्यू में रेवती ने बताया था कि हम एचआईवी पीड़ितों को लेकर फिल्म बना रहे थे लेकिन इस फिल्म में एक एचआईवी पीड़ित लीड किरदार हमें चाहिए था. हमने इंडस्ट्री के कई एक्टर्स से बात की लेकिन सभी ने इस किरदार को करने से मना कर दिया. इसके बाद शिल्पा शेट्टी ने इस फिल्म की कहानी सलमान को सुनाई. शिल्पा की बात पर सलमान मान गए और उन्होंने 1 रुपये की फीस में इस फिल्म में काम करने के लिए हां कर दिया. सलमान इस फिल्म के लिए संकटमोचन बनकर आए थे. हालांकि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही थी.

एप्प डाउनलोड करने से पहले जान लें ये जरूरी बातें, अनजान साइट्स से बचें"

Android चलाने वाले यूजर्स गूगल प्ले स्टोर तो वहीं Apple यूजर्स को अगर कोई नया ऐप डाउनलोड करना होता है तो एपल ऐप स्टोर में जाकर नए ऐप को सर्च करने लगते हैं. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जो Mobile App चाहिए वो ऑफिशियल स्टोर पर मिलता नहीं, जिस वजह से हम गूगल पर ऐप के बारे में सर्च करने लगते हैं.

Google पर ऐप के बारे में सर्च करते वक्त हमारे सामने कुछ ऐसे सर्च रिजल्ट्स आते हैं जो हमें अनजान वेबसाइट पर ले जाते हैं. कई बार लोग बिना सोचे-समझे इन वेबसाइट्स से ही ऐप के लिए APK फाइल को डाउनलोड कर लेते हैं.

App Download Tips: इन गलतियों को करने से बचें

अनजान वेबसाइट से APK File को डाउनलोड करने की गलती आप लोगों को बहुत ही भारी पड़ सकती है, इस गलती को करने से बचें क्योंकि इन साइट्स के जरिए डाउनलोड की गई फाइल आपके सिस्टम के लिए रिस्की हो सकती है.

आप भी सोच रहे होंगे कि फाइल डाउनलोड करने में रिस्की क्या है?

जो फाइल आपके किसी अनजान साइट से डाउनलोड की है, आपको उस फाइल को अपने सिस्टम में डालकर इंस्टॉल करने की कोशिश करेंगे और ऐसा करने पर अगर फाइल में वायरस हुआ तो वायरस आपके सिस्टम में चला जाएगा.

वायरस ही नहीं आपके सिस्टम में मैलवेयर अटैक भी हो सकता है और हैकर आपके सिस्टम का कंट्रोल अपने हाथों में ले सकते हैं. सोचिए कि अगर किसी हैकर के पास आपके फोन का कंट्रोल चला गया तो आपका अकाउंट भी खाली हो सकता है.

ऐप डाउनलोड करने का सबसे सेफ तरीका

एक बात गांठ बांध लीजिए कि किसी अनजान साइट से एपीके फाइल को डाउनलोड और सिस्टम में इंस्टॉल करने की गलती न करें. हमेशा फोन में दिए गूगल प्ले स्टोर और एपल ऐप स्टोर जैसे ऑफिशियल प्लेटफॉर्म से ही ऐप को इंस्टॉल करें.

लेबनान में चिकित्सा संकट के बीच भारत की मदद, 33 टन मेडिकल सामग्री की पहली खेप भेजी गई"

भारत ने युद्धग्रस्त लेबनान की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. भारत की ओर से लेबनान को 33 टन मेडिकल सामग्री भेजी जा रही है. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि लेबनान को मानवीय सहायता भेजी जा रही है. कुल 33 टन चिकित्सा आपूर्ति भेजी जा रही है. आज 11 टन चिकित्सा आपूर्ति की पहली खेप भेजी गई

इस खेप में हृदय संबंधी दवाएं, NSAIDs (गैर-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स), एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट, एंटीबायोटिक्स और एनेस्थेटिक्स सहित कई तरह के फार्मास्युटिकल उत्पाद शामिल हैं

लेबनान की चल रही स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से मुकाबले के लिए सहायता प्रदान करने के लिए भारत द्वारा यह महत्वपूर्ण मदद भेजी गई है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में चिकित्सा सहायता की प्रकृति की पुष्टि की.

भारत ने लेबनान को मानवीय सहायता दी

विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस खेप में हृदय रोगों की दवाएं शामिल है. चिकित्सा आपूर्ति की अतिरिक्त खेप जल्द ही भेजी जाएगी, जिससे देश की तत्काल स्वास्थ्य आवश्यकताओं को प्रबंधित करने की क्षमता मजबूत होगी. शेष आपूर्ति की दूसरी और तीसरी खेप आने वाले हफ्तों में भेजे जाने की उम्मीद है.

हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई को लेकर इजराइल के हवाई हमले में अब तक 2,000 से अधिक लेबनानी नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि हजारों की संख्या में घायल हैं और लगातार हमले के कारण लेबनान की चिकित्सा सेवाएं पूरी तरह ठप हो गयी है. हमले से दक्षिणी बेरूत का कुछ हिस्सा पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. ऐसे में लेबनान में चिकित्सा सामग्री का अभाव हो गया है और भारत की इस मदद से उसे बहुत ही राहत मिलेगी.

इजराइली हमले से लेबनान में संकट

इससे पहले लेबनान ने भारत से पश्चिम एशिया में युद्ध की स्थिति को लेकर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बातचीत करने का आह्वान किया था. भारत में लेबनान के राजदूत रबी नरश ने लेबनान को चिकित्सा आपूर्ति के लिए भारत की मानवीय सहायता की सराहना की थी.

इस बीच दक्षिणी लेबनान में मौजूद बहुराष्ट्रीय शांति सेना ने इजराइल की कार्रवाई को पश्चिम एशियाई देश की संप्रभुता का उल्लंघन करार दिया था. बहुराष्ट्रीय शांति सेना ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1701 का उल्लंघन बताया था.

छत्तीसगढ़ के युवक ने 37 हजार में बनाई इलेक्ट्रिक बाइक, एक बार चार्ज में 45 किमी तक चलेगी

कहते हैं आवश्यकता ही अविष्कार की जननी होती है. यानी समस्या की घड़ी में जब व्यक्ति रचनात्मकता दिखाते हुए कुछ बेहतर तैयार कर ले तो वो अविष्कार हो जाता है. कुछ ऐसा ही नया किया है छत्तीसगढ़ के लाल ने. मोटरसाइकिल में डलने वाले पेट्रोल के खर्चे से बचने और महंगे इलेक्ट्रिक बाइक की कीमत को अफोर्ड न कर पाने की वजह से परेशान युवक ने महज 37 हजार रुपये में इलेक्ट्रिक बाइक तैयार कर दी है.

छत्तीसगढ़ में बालोद जिले के गुरुर ब्लॉक के तहत आने वाले धनेली गांव के कपिल साहू ने एक पुराने मोटरसाइकिल को इलेक्ट्रिक बाइक बना डाला. अब वो इस बाइक को रोजाना के काम में भी इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे रोजाना होने वाले पेट्रोल के खर्च से भी उन्हें राहत मिल गई है. ये इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल एक बार चार्ज करने पर 45 किलोमीटर तक चल जाती है.

37 हजार में बना डाली बाइक

कपिल साहू एक इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान चलाते हैं. उन्हें घर से दुकान जाने में रोजाना पेट्रोल का खर्च ज्यादा पड़ रहा था. वहीं उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि नई इलेक्ट्रिक बाइक खरीद सकें. इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया और इलेक्ट्रिक बाइक को बनाने का तरीका सीखा. इसके बाद उन्होंने 2 हजार में पुरानी मोटरसाइकिल खरीदी और 35 हजार का सामान मंगाकर सिर्फ 37 हजार में एक इलेक्ट्रिक बाइक बना डाली.

इस बाइक पर वो अपने रोजाना के काम के साथ-साथ परिवार के साथ भी घूमते हैं. कपिल साहू अब जल्द ही इलेक्ट्रिक कार भी बनाने की सोच रहे हैं. उनका कहना है कि इलेक्ट्रिक कार बनाने में सिर्फ 1 लाख का खर्च आएगा. कपिल के जोश और जुनुन को देख लग रहा है कि वो जल्द ही इलेक्ट्रिक कार भी तैयार कर लेंगे.

कबाड़ से जुगाड़ कर बनाई थी इलेक्ट्रिक साइकिल

बता दें कि इसके पहले भी डौंडीलोहारा ब्लॉक के दुपचेरा गांव में एक पिता ने अपने बेटे के लिए कबाड़ से जुगाड़ करते हुए इलेक्ट्रिक साइकिल बनाई थी. बेटे को करीबन 20 किलोमीटर का सफर तय कर घर से स्कूल आना-जाना पड़ता था. इस काम के बाद जिला कलेक्टर ने उनके घर पहुंचकर इस कार्य के लिए प्रमाण पत्र दिया था और पीठ भी थपथपाई थी.

यही नहीं, परना गांव के प्राथमिकशाला में पदस्थ दिव्यांग प्रधानपाठक ने एक साधारण बाइक को कार की तरह मोडिफाइड किया था, जिसमें बकायदा रिवर्स का गियर भी लगता है. कार की तरह हैंड गियर भी सेट किया गया है. इसे बनाने में कुल 70 हजार खर्च आया था.

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: पुलिस ने 5 और आरोपियों को किया गिरफ्तार, कुल 9 आरोपी हिरासत में"

महाराष्ट्र में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में शुक्रवार को पुलिस ने पांच और आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है. इस तरह से इस हत्याकांड में कुल गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर नौ हो गयी है.

मुंबई पुलिस के अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को रायगढ़ जिले के कर्जत और पनवेल से गिरफ्तार किया गया है. इन सभी के लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से कनेक्शन हैं. लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगा है. मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच इस हत्या की जांच कर रही है

बता दें कि 12 अक्टूबर को दशहरे के दिन मुंबई के बांद्रा इलाके के निर्मल नगर में बाबा सिद्दीकी की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. बाबा सिद्दीकी उस दिन अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय से बाहर निकल रहे थे. उसी दौरान तीन हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें गंभीर हालत में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मौत हो गई थी.

रायगढ़ से पुलिस ने पांच को किया अरेस्ट

मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पुलिस को विशेष सूचना मिली थी. उसके आधार पर रायगढ़ जिले के कर्जत और पनवे में अपराध शाखा की ओर से छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान अपराध से संबंधित साजिश और उसके निष्पादन के मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि इस तरह से बाबा सिद्दीकी हत्या के मामले में अब तक कुल नौ लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है और जांच जारी है.

दूसरी ओर, विधायक जीशान शेखावत ने कहा कि मैं अभी कोई टिप्पणी करने के मूड में नहीं हूं. हमारी बैठकें चल रही हैं. अब तक तो आपने देखा ही होगा. हमारी अभी भी एक बैठक थी. मैं भी अपने परिवार की रक्षा करना चाहता हूं. कृपया मुझे कुछ समय दें, ताकि मैं आपके परिवार को सुरक्षा एवं अन्य महत्वपूर्ण कार्य प्रदान कर सकूं. हम निश्चित रूप से न्याय चाहते हैं.

हत्या की मिस्ट्री का अबतक नहीं हुआ खुलासा

उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि न्याय जरूर मिलेगा. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पुलिस कमिश्नर सभी इस मामले में काम कर रहे हैं. हमारी जांच जारी है.

बाबा सिद्दीकी की हत्या क्यों हुई?

इसका खुलासा अभी तक नहीं हुआ है. बाबा की हत्या को लेकर एसआरए प्रोजेक्ट पर क्या विवाद हुआ? या फिर बिश्नोई गैंग ने अभिनेता सलमान खान से महान अभिषेक के कारण बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी? ऐसे सवाल उठ रहे हैं. पुलिस अलग-अलग एंगल से मामले की जांच कर रही है, लेकिन इस घटना से पूरे देश में हड़कंप मच गया है.

दिल्ली में प्रदूषण को लेकर आपात बैठक: गोपाल राय ने डिप्टी कमिश्नरों को दिया निर्देश

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण को लेकर शुक्रवार को आपात बैठक बुलाई. इस बैठक का फोकस हॉट स्पॉट पर प्रदूषण कम करने पर रहा. दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री ने सभी डिप्टी कमिश्नरों (डीसी) को कल ग्राउंड विजिट करने का निर्देश दिया है.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी ने 80 स्पेशल मोबाइल एंटी स्मॉग गन तैनात करने का फैसला किया है.

उत्तर भारत में धीरे-धीरे सर्दी बढ़ने के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है. दिल्ली का औसत AQI खराब श्रेणी में आ गया है. लेकिन दिल्ली में 13 ऐसी जगहें हैं जहां AQI 300 के पार पहुंच गया है. इसमें वजीरपुर, मुंडका, रोहिणी, आनंद विहार, विवेक विहार, बवाना, नरेला शामिल हैं. बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने यह जानकारी दी है.

इन जगहों के लिए उठाया गया ठोस कदम

आनंद विहार में प्रदूषण मुख्य रूप से प्रदूषण के स्रोतों, बस स्टैंड के सामने खराब सड़क और बाहर से आने वाले डीजल वाहन, एनसीआरटीसी का निर्माण, ट्रैफिक जाम की वजह से बढ़ रहा है. इसे देखते हुए आनंद विहार के लिए समन्वय समिति बनाई गई है. अशोक विहार, आजादपुर में मेट्रो का काम चल रहा है. द्वारका हॉट स्पॉट में अस्पताल का काम चल रहा है, डीडीए ग्राउंड में कूड़ा पड़ा है.

वहीं, मुंडका हॉट स्पॉट में एनएचएआई के साथ मिलकर समन्वय समिति बनाई गई है. जहांगीरपुरी में बायोमास जलाने की समस्या है. रोहिणी में अस्पताल बनाया जा रहा है. नरेला में डीटीसी बस डिपो बनाया जा रहा है. ओखला हॉट स्पॉट में सड़क खराब है. जिसकी वजह से ट्रैफिक है. आरके पुरम में सड़क टूटी हुई है. वजीरपुर हॉट स्पॉट में भी निर्माण कार्य चल रहा है. बवाना में महर्षि वाल्मीकि अस्पताल के बाहर कूड़ा पड़ा है.

डिप्टी कमिश्नर को हॉट स्पॉट का प्रभारी बनाया गया

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, ‘हम पिछले 3-4 दिनों से देख रहे थे कि आनंद विहार सबसे ऊपर है, हमने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पता लगाएं कि वहां एक्यूआई इतना ज्यादा क्यों है. हमने 13 हॉट स्पॉट पर कार्रवाई की थी और रिपोर्ट मांगी थी. उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के डिप्टी कमिश्नर को हॉट स्पॉट का प्रभारी बनाया गया है, ताकि दिल्ली के सभी हॉट स्पॉट के लिए कार्ययोजना तैयार कर उसे संचालित किया जा सके.

उन्होंने कहा कि इसके लिए एक समन्वय समिति बनाई गई है. इसका नेतृत्व एमसीडी के डिप्टी कमिश्नर करेंगे. डीसी के साथ-साथ डीपीसीसी के एक इंजीनियर को भी इस समिति को संचालित करने के लिए तैनात किया गया है. ये इंजीनियर रोजाना वॉर रूम को रिपोर्ट करेंगे. पर्यावरण मंत्री ने कहा कि आज उनका फोकस हॉट स्पॉट पर प्रदूषण कम करने पर रहा.

दिल्ली में बंद स्मॉग टावरों पर क्या बोले?

गोपाल राय ने कहा कि पीडब्ल्यूडी ने 80 विशेष मोबाइल एंटी स्मॉग गन तैनात करने का फैसला किया है. एमसीडी इन हॉट स्पॉट पर अपने वाटर स्प्रिंकलर तैनात करेगी. इसके अलावा सभी डीसी को कल ग्राउंड विजिट करने के निर्देश दिए गए हैं. इस दौरान उन्होंने दिल्ली में बंद किए गए स्मॉग टावरों के बारे में भी बात की.

पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली में 2 स्मॉग टावर बनाए गए थे, जिनकी अवधि 2 साल थी. उन्होंने कहा कि एक आनंद विहार में केंद्र सरकार ने बनाया था और दूसरा कनॉट प्लेस में दिल्ली सरकार ने बनाया था. रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में जमा है.

साथ ही उन्होंने दिल्ली की सीमा से लगे राज्यों के पर्यावरण मंत्री से सवाल किया. उन्होंने पूछा कि उत्तर प्रदेश के पर्यावरण मंत्री कहां हैं? 4 राज्यों की सरकारों के पर्यावरण मंत्री कहां हैं? कई बार पत्र लिखे गए लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. बीजेपी सरकार प्रदूषण बढ़ाने का काम कर रही है

अनंत सिंह का वीडियो वायरल: फिल्मी गानों पर झूमते हुए दिखे बिहार के बाहुबली नेता"

बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह अपनी बोली और खास अंदाज के लिए चर्चा में बने रहते हैं. इस बीच, अनंत सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वो अपने समर्थकों के साथ फिल्मी गानों पर झूमते हुए दिख रहे हैं. अनंत सिंह का यह वीडियो मोकामा के लदमा गांव का बताया जा रहा है.

लदमा गांव में दुर्गा पूजा के मौके पर सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस आयोजन में नृत्य संगीत का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया था. अनंत सिंह इस आयोजन में अपने समर्थकों के साथ शामिल हुए थे. इसी आयोजन में अनंत सिंह फिल्मी गानों पर झूमते दिखे.

बॉलीवुड सांग पर झूम उठे अनंत सिंह

वीडियो में बॉलीवुड सांग ‘नौलखा मंगा दे, रे औ सैया दीवाने …’ पर अनंत सिंह दोनों हाथ ऊपर किए झूमते नजर आते हैं. इस वीडियों में भोजपुरी गायक गुंजन सिंह भी उनके साथ बैठे हुए दिख रहे हैं. वीडियो में अनंत सिंह के साथ उनके समर्थक भी झूमते हुए दिख रहे हैं.

बीते अगस्त में ही पटना हाइकोर्ट ने अनंत सिंह को दो मामलों में बरी करने का आदेश दिया था. इसके बाद वह पटना के बेउर जेल से रिहा हुए थे. रिहा होने के बाद वह पटना से सीधे बाढ़ गए थे. तब बेउर जेल से बाहर आने के बाद अनंत सिंह ने कहा था कि उनको न्याय मिला, बाहर आकर बढ़िया लग रहा है. अनंत सिंह के जेल से बाहर निकलने के बाद अगस्त में ही सीएम नीतीश कुमार ने उनसे मुलाकात की थी. अनंत सिंह मोकामा से विधायक रह चुके हैं.

बिहार के बाहुबली नेताओं में अनंत सिंह की गिनती

अनंत सिंह की गिनती बिहार के बाहुबली नेताओं में होती है. इन्हें मोकामा के लोग छोटे सरकार भी बुलाते हैं. अनंत सिंह बिहार के बाढ़ के रहने वाले हैं. 1990 और 1995 में जदयू के टिकट पर मोकामा से विधायक का चुनाव जीते. हालांकि, 2000 के चुनाव में सूरजभान सिंह से हार गए थे. 16 अगस्त 2019 को अनंत सिंह पर केस दर्ज किया गया था. उनके घर से एके 47 राइफल और दो हथगोले बरामद किए गए थे. आरोप लगा कि एके 47 राइफल अनंत सिंह की थी.

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, अब्बास अंसारी को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दी जमानत"

मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ से सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. शीर्ष अदालत ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उन्हें जमानत दे दी. जस्टिस एमएम सुंदरेश और जस्टिस पंकज मिथल की बेंच ने उन्हें जमानत दी. कोर्ट ने अंसारी की याचिका पर 14 अगस्त को ईडी को नोटिस जारी किया था. इससे पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 9 मई को अब्बास अंसारी की याचिका खारिज कर दी थी.

इसके बाद अंसारी ने हाई कोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. इस मामले में अंसारी पर 4 नवंबर 2022 को मामला दर्ज किया गया था. अब्बास अंसारी फिलहाल कासगंज जेल में बंद हैं. अब्बास को आज सुप्रीम कोर्ट से दो मामलों में जमानत मिली है. पहला मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में उन्हें बेल मिली है. इसके अलावा चित्रकूट जेल में बंद रहने के दौरान पत्नी से गैरकानूनी ढंग से मुलाकात मामले में भी जमानत मिली है. कोर्ट ने अब्बास अंसारी को जांच में सहयोग करने का आदेश दिया.

गैंगस्टर एक्ट मामले में जमानत देने से SC का इनकार

वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट मामले में जमानत देने से इंकार किया. गैंगस्टर मामले में जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने को कहा. इस मामले में जमानत नहीं मिलने की वजह से अब्बास अंसारी फिलहाल जेल में रहेगा. गैंगस्टर मामले में अब्बास के वकील कपिल सिब्बल ने अंतरित जमानत की मांग की. मगर सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत की मांग ठुकरा दी.

सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट को निर्देश दिया कि वो गैंगस्टर मामले मे जमानत याचिका पर चार हफ्ते में सुनवाई पूरी करने का प्रयास करे. अब्बास के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि डेढ़ साल से ज्यादा समय से जेल में हैं. अब्बास अंसारी के खिलाफ 4 सितंबर को गैंगस्टर एक्ट लगाया गया था.

आईपीएस श्वेता श्रीमाली की सख्त निगरानी में लॉरेंस बिश्नोई: साबरमती जेल में हाई सिक्योरिटी

महाराष्ट्र के मुंबई के बांद्रा में दशहरे के दिन बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उनके हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है. अब बाबा सिद्दकी की मौत के कुछ समय बाद ही मुंबई कंट्रोल रूम को सलमान खान को जान से मारने की धमकी लॉरेंज बिश्नोई गैंग की तरफ से दी गई है. एक्टर सलमान खान के बांद्रा स्थित घर पर भी अप्रैल महीने में फायरिंग भी की गई थी. इस फायरिंग में ही लॉरेंस गैंग के शामिल होने की बात सामने आई थी

अभी फिलहाल, लॉरेंस बिश्नोई को साबरमती जेल में रखा गया है. इससे जुड़े मामलों की गंभीरता को देखते हुए लॉरेंस को हाई सिक्योरिटी में रखा गया है. जिस कुख्यात अपराधी की वजह से बॉलीवुड में चर्चों को बौछार हो गई है उस लॉरेंस बिश्नोई के जेल में की जाने वाली एक-एक हरकतों की निगरानी लेडी सिंघम आईपीएस अधिकारी श्वेता श्रीमाली के जरिए रखी जाती है. आईपीएस श्वेता श्रीमाली ने 2023 में ही साबरमती जेल की कमान संभाली है. इन्होंने 2010 सिविल सर्विसेज परीक्षा में सेलेक्शन के बाद सें बतौर आईपीएस ज्वाइन किया था.

गुजरात कैडर में पति-पत्नी आईपीएस

तेज-तर्रार ऑफिसर श्वेता श्रीमाली और पति सुनील जोशी, दोनों ही गुजरात कैडर में प्रशासन का हिस्सा हैं. श्वेता श्रीमाली साबरमती सेंट्रल जेल की डीआईजी हैं तो वहीं पति सुनील जोशी गुजरात एटीएस का हिस्सा हैं. दोनों ने ही 2010 में यूपीएससी की परीक्षा को पास किया था. उन्होंने ऑल ओवर इंडिया में यूपीएससी की परीक्षा में 79 रैंक हासिल की थी.

आईपीएस श्वेता श्रीमाली राजपूतों की धरती राजस्थान की रहने वाली हैं. स्कूल के दिनों से ही आईपीएस श्वेता पढ़ने में काफी होशियार थीं. एक अच्छे और मेहनती स्टूडेंट के तौर पर उन्होंने पूरी लगन और शिद्दत से अपनी पढ़ाई को पूरा किया. ग्रैजुएशन में उन्होंने बीए को चुना और उसके बाद यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं. कड़ी मेहनत और लगन के बाद उन्हें इस परीक्षा में सफलता भी मिली.

किन-किन जिलों में किया काम?

श्वेता श्रीमाली ने अहमदाबाद में डीसीपी के तौर पर काम किया. उसके बाद उन्हें आदिवासियों के बाहुल्य इलाके की कमान सौंपी गई, जिसमें डांग जिले में उन्होंने बतौर एसपी काम किया. अब वो साबरमती सेंट्रल जेल में डीआईजी के पद पर काम कर रही हैं

आचार संहिता उल्लंघन: शिंदे सरकार को चुनाव आयोग का झटका, 103 फैसले और 8 टेंडर किए रद्द

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग की ओर से कर दिया गया है. 20 नवंबर को राज्य में एक ही चरण में चुनाव होंगे और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे, लेकिन इससे पहले राज्य सरकार को चुनाव आयोग की ओर से बड़ा झटका लगा है. चुनाव आयोग ने शिंदे सरकार पर एक्शन लिया है, जिसके चलते आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए उन्हें टेंडर और कई जीआर कैंसिल करने पड़े हैं.

दरअसल चुनाव आयोग ने आचार संहिता लगने से पहले महामंडल पर की गई नियुक्तियों और हड़बड़ी मे लिए गए फैसलों पर आचार संहिता लगने के बाद अमल करने को आचार संहिता का उल्लंघन बताया है, जिसके बाद अब आचार संहिता रहने तक इन फैसलों (GRs) को जैसे थे वैसे ही रखने का आदेश दिया गया है और सख्ती भी दिखाई है.

चुनाव आयोग ने मांगी रिपोर्ट

इसके साथ ही जिन फैसलों पर जीआर निकले होंगे और उन पर अमल नहीं हुआ होगा. उन्हे पेंडिंग रखने का आदेश दिया गया है. आचार संहिता लगने के बाद भी राज्य सरकार ने कई फैसले जारी कर उनके टेंडर भी निकाले. इस तरह का एक्शन आचार संहिता के नियमों का उल्लंघन करने में लिया जाता है. इस पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्य सरकार को विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को भी कहा है.

103 फैसले और 8 टेंडर रद्द करने पड़े

ऐसे में केंद्रीय चुनाव आयोग के आक्रामक रवैये को देखने के बाद राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार ने आचार संहिता के दौरान सरकार की वेबसाइट पर जारी 103 फैसले और 8 टेंडर को रद्द कर दिया है. हाल ही में चुनाव आयोग की ओर से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया गया था, जिसके तुरंत बाद शिंदे सरकार ने अपनी सरकारी वेबसाइट पर अपॉइंटमेंट्स और टेंडर जारी कर दिए थे. इसके बाद उन्हें चुनाव आयोग की ओर से एक पत्र भेजा गया था. उसमें बताया गया था कि आचार संहिता लागू होने के बाद फैसले नहीं लिए जा सकते.