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मुंबई में एनसीपी नेता सचिन कुर्मी की हत्या: पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार , दो अन्य संदिग्धों की तलाश जारी

मुंबई के भायखला इलाके में NCP अजित पवार गुट के नेता सचिन कुर्मी की हत्या मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. भायखला इलाके में शुक्रवार रात राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजित पवार गुट के नेता सचिन कुर्मी उर्फ मुन्ना की कुछ लोगों ने धारदार हथियार से गोदकर हत्या कर दी थी.

इस मामले में मुंबई की भायखला पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनका नाम अनिल उर्फ अन्या काले और विजय उर्फ पप्या काकड़े बताया जा रहा है.

पुलिस के हाथ लगे तीन आरोपियों के अलावा इस मामले में दो और भी आरोपी हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में दो और संदिग्ध है जिनका नाम विजय उर्फ बुआ कुलकर्णी और दिलीप वागस्कर है. कुलकर्णी पिछले 4 दिनों से पुणे के एक निजी अस्पताल में भर्ती है तो वहीं दिलीप वागस्कर को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.

पैसों को लेकर की हत्या!

एक अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आ रहा है कि सचिन की हत्या पैसों को लेकर हुए कुछ विवाद के चलते हुई है. दरअसल बुआ कुलकर्णी ने मृतक सचिन कुर्मी के भाई को 9 लाख रुपए उधार दिए थे. इन पैसों की वसूली को लेकर दोनों कुर्मी और कुलकर्णी में अक्सर कहासुनी होती रहती थी. इसी लिए फिलहाल यही वजह हत्या की मानी जा रही है. इस मामले में कुर्मी ने कुलकर्णी के खिलाफ पुलिस ने शिकायत भी की थी.

अभी नहीं हुआ साफ

हालांकि अभी तक यह साफ नहीं कहा जा रहा है कि उधार लिए गए 9 लाख रुपए के चलते ये हत्या हुई है या कोई और मामला था लेकिन कुलकर्णी और कुर्मी के बीच कर्जे को लेकर अक्सर कहासुनी और कुर्मी के कुलकर्णी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के चलते. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि यही विवाद हत्या की वजह हो.

दिल्ली के शाहदरा में रामलीला मंचन के दौरान भगवान राम का किरदार निभाने वाले शख्स की हार्ट अटैक से मौत

दिल्ली के शाहदरा में रामलीला मंचन के दौरान भगवान राम का किरदार निभाने वाले शख्स की हार्ट अटैक से मौत हो गई. हादसे का वीडियो सामने आया है. रामलीला में अभिनय करते हुए अचानक उनके सीने में दर्द उठा और वह मंच के पीछे चले गए. इलाज के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उनकी पहचाना विश्वकर्मा नगर निवासी सतीश कौशिक के रूप में हुई है. उनकी उम्र 45 साल थी. सुशील कौशिक प्रॉपर्टी डीलर थे.

नवरात्र के अवसर पर शाहदरा इलाके के विश्वकर्मा नगर में रामलीला का मंचन चल रहा है. शनिवार की रात भी रामलीला का आयोजन किया जा रहा था, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. सभी किरदार रामलीला मंच पर अपने अभिनय निभा रहे थे. भगवान राम का रोल सुशील कौशिक निभा रहे थे. डायलॉग बोलते समय अचानक उनके सीने में दर्द उठा और उनकी मौत हो गई.

भगवान राम के थे भक्त, निभाते थे रोल

दिल्ली के शाहदरा इलाके के विश्वकर्मा नगर में हुए हादसे के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया. परिजनों के मुताबिक, सतीश कौशिक भगवान राम के भक्त थे. वह हर वर्ष रामलीला मंचन में भगवान राम का रोल निभाते थे. इस साल भी वह रामलीला में प्रभु राम का किरदार अदा कर रहे थे. शनिवार की रात जब वह डायलॉग बोल रहे थे तभी अचानक उनके सीने में दर्द उठा. जब सतीश कौशिक को दर्द उठा तो उन्होंने अपना हाथ सीने पर रख लिया. वह तेजी से मंच के पीछे पहुंचे. रामलीला कमेटी के लोग उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. दिल्ली पुलिस ने बताया कि सतीश की हार्ट अटैक आने से मौत हुई है.

हादसे का वीडियो हो रहा वायरल

हादसे का वीडियो सामने आया है, जिसे रामलीला देखने आए किसी शख्स ने बनाया है. वीडियो में सतीश कौशिक भगवान राम का किरदार निभाते दिख रहे हैं. वीडियो 29 सेकेंड का है. उसमें रामलीला मंच सजा हुआ है. भगवान राम का किरदार निभा रहे सतीश पहले टहलते हैं. उसके बाद वह घुटनों के बल बैठकर हाथ जोड़ते नजर आते हैं. जैसे ही वह डायलॉग बोलते हैं तभी वह अपने सीने पर हाथ रख लेते हैं. पहले वह सीने को दबाने की कोशिश करते हैं, फिर वह तेजी से मंच के पीछे चले जाते हैं.

मुंबई में आग का तांडव: चेंबूर के सिद्धार्थ कॉलोनी में दुकान में लगी आग, पांच लोगों की मौत, दो गंभीर रूप से झुलसे

मुंबई में बीएमसी आपदा नियंत्रण ने बताया कि उत्तरी मुंबई के चेंबूर उपनगर में एक दुकान में लगी भीषण आग में पांच लोगों की जलने से मौत हो गई। इनमें दो बच्चे भी थे। हादसे में दो लोग झुलस गए हैं, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

भीषण हादसा सुबह करीब 5.15 बजे सिद्धार्थ कॉलोनी में हुआ। मरने वालों में पति पत्नी दो बच्चे और एक रिश्तेदार शामिल है। सभी सोए थे इसलिए आग लगने का आभास नहीं हुआ।

अज्ञात कारणों से लगी भीषण आग ग्राउंड फ्लोर स्थित दुकान में लगी। यहीं से बिजली की वायरिंग से होते हुए ऊपर के फ्लोर तक पहुंच गई। धीरे धीरे घर का सारा सामान जल गया। नीचे दुकान थी और ऊपर की मंजिल में परिवार रहता था। सूचना पर दमकल विभाग मौके पर पहुंचा। पीड़ितों को रेस्क्यू किया।

आनन फानन में दमकल विभाग पीड़ितों को राजावाड़ी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों के नाम अनीता गुप्ता (39 साल), प्रेम गुप्ता और मंजू प्रेम गुप्ता (30 साल) समेत नरेंद्र गुप्ता (10) और पैरिस गुप्ता (7 साल) है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है और अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।

इससे पहले शनिवार को मुंबई के पास ही लगी भीषण आग में एक पूरा गोदाम जलकर राख हो गया था। मुंबई से करीब 40 किलोमीटर दूर भिवंडी तालुका के एक गांव में वी लॉजिस्टिक्स गोदाम में शुक्रवार रात आग लग गई थी। गोदाम में बड़ी मात्रा में हाइड्रोलिक ऑयल, कपड़ा, प्लास्टिक का सामान और केमिकल रखा हुआ था। हालांकि उस हादसे में कोई झुलसा नहीं था।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रैगिंग और धमकी के आरोप में 10 डॉक्टरों को किया गया निष्कासित

आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्टल में लेडी डॉक्टर की रेप और मर्डर की घटना के बाद गठित जांच कमेटी ने 10 डॉक्टरों को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से निष्कासित कर दिया है.

उन 10 डॉक्टरों पर रैगिंग और धमकी देने समेत कई आरोप लगे हैं. कॉलेज काउंसिल की बैठक में सामूहिक रूप से लिए गए निर्णय में डॉक्टरों को 72 घंटे के अंदर हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया गया.

जिन डॉक्टरों को निष्कासित किया गया है, उनमें सौरभ पाल, आशीष पांडे, अभिषेक सेन, आयुश्री थापा, निरजन बागची, सारिफ हसन, नीलाग्नि देबनाथ, अमरेंद्र सिंह, सतपाल सिंह और तनवीर अहमद काजी आदि शामिल हैं. उन्हें अगले 72 घंटे के अंदर हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया गया है.

आरोपियों के पंजीकरण प्रमाणपत्रों की जांच के लिए उनके नाम राज्य चिकित्सा परिषद को भी भेजे जाएंगे.

बता दें कि सीबीआई पहले ही संदीप घोष के करीबी आशीष पांडे को गिरफ्तार कर चुकी है. इन सभी आरोपियों पर पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के लिए काम करने के आरोप लगे हैं.

बता दें कि काउंसिल की बैठक

शनिवार को दोपहर से आरजी कर के प्लेटिनम जुबली भवन में शुरू हुई. बैठक में अधिकारी, डॉक्टर और प्रशिक्षुओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे. मेडिकल छात्रों ने बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. उन्होंने मांग की कि अस्पताल में ‘थ्रेट कल्चर’ के आरोपी 59 लोगों को तुरंत सजा दी जाए. इसके बाद काउंसिल ने बैठक के अंत में फैसले की घोषणा की.

रैगिंग और फेल करने की देते थे धमकी

आरजी कर अस्पताल के अधिकारियों ने सभी आरोपियों के नामों की एक सूची भी जारी की. उन पर धमकी देने और भय का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया गया है. इसके अलावा आरोप है कि उनमें से कई डॉक्टर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी थे.

आरोप है कि उनकी बात न मानने पर छात्रों को परीक्षा में फेल कर देने की धमकी दी जाती थी. हॉस्टल से निकाल देने की धमकियां देते थे. रात तीन बजे हॉस्टल के कमरे में बुलाकर शारीरिक व मानसिक यातनाएं दी जाती थी. इसके अलावा, छात्रों को एक विशेष राजनीतिक दल में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता था. सभाओं और जुलूसों में नहीं आने पर उत्पीड़न किया जाता था

हॉस्टल में रैगिंग होती थी. कभी-कभी जूनियर्स को देर रात शराब लाने के लिए भेजा जाता था. कॉमन रूम में सीनियर्स को तरह-तरह के हाव-भाव दिखाने होते थे. न मानने पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता था. ऐसी शिकायतों के आधार पर अस्पताल अधिकारियों ने उन 59 लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. 43 आरोपियों को हॉस्टल से निकाल दिया गया.

थ्रेट कल्चर के खिलाफ हुआ आंदोलन

बता दें कि, 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद अस्पतालों में थ्रेड कल्चर के आरोप लगे हैं. इसके बाद आरजी कर अस्पताल के छात्रों ने कुछ डॉक्टरों के खिलाफ अधिकारियों को शिकायत की गई.

जूनियर डॉक्टरों की शिकायत के आधार पर 59 लोगों की पहचान की गयी. इनमें डॉक्टरों के अलावा हाउस स्टाफ, इंटर्न भी शामिल हैं। अस्पताल की जांच कमेटी ने उनमें से कई को बुलाकर पूछताछ की. आखिरकार शनिवार की बैठक के बाद काउंसिल ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की.

तृणमूल कांग्रेस सांसद बिप्लब कुमार देब का बड़ा बयान: बलात्कारियों और हत्यारों को देखते ही गोली मार देना चाहिए

पश्चिम बंगाल के परगना जिले के कुलतली में शुक्रवार को एक 9 साल की बच्ची के साथ रेप-मर्डर केस का मामला सामने आया. इससे पहले अगस्त महीने में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के रेप-मर्डर को लेकर देशभर में प्रदर्शन देखने को मिला. इसी बीच पश्चिम बंगाल के घाटाल से सांसद और एक्टर बिप्लब कुमार देब ने कहा कि बलात्कारियों और हत्यारों को देखते ही गोली मार दी जानी चाहिए

तृणमूल कांग्रेस के सांसद देब ने शनिवार को कहा कि अगर अपराधियों की पहचान हो जाती है और वह दोषी साबित हो जाते हैं तो उन पर करदाताओं का पैसा बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए. उन्हें देखते ही गोली मार दी जानी चाहिए. देब ने देश के कानून को मजबूत बताते हुए कहा कि इसके बावजूद भी हम अपनी माताओं और बेटियों को बचाने में असमर्थ हैं

कोई सोच भी न सके’

उन्होंने आगे कहा कि ऐसे अपराधों के लिए दोषी पाए जाने वालों को इतनी सख्त सजा मिलनी चाहिए कि वह भविष्य में ऐसा कोई भी अपराध करने के बारे में सोच भी न सके. अगर अपराधियों में डर नहीं होगा तो ऐसे अपराधों को रोका नहीं जा सकता. देव ने यह बयान देश में लगातार आ रहे रेप-मर्डर केस के बीच दिया है. उन्होंने ऐसे अपराधियों को देखते ही सीधे गोली मारने की बात कही है.

जूनियर डॉक्टर रेप-मर्डर केस

आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए रेप-मर्डर केस को लेकर काफी विवाद हुआ था, जिसमें पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए डॉक्टर्स ने हड़ताल की थी और सड़कों पर उतर आए. इस मामले के मुख्य आरोपी संजय रॉय को इस केस के सामने आने के 3-4 दिन के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया गया था और साथ ही पूर्व प्रिंसिपल को भी निष्कासित कर दिया था. इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: उमर अब्दुल्ला ने एग्जिट पोल को खारिज किया, कहा - 8 अक्टूबर को मतगणना के नतीजे ही मायने रखेंगे

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजों को खारिज कर दिया और कहा कि 8 अक्टूबर को मतगणना के अंत में आने वाले नंबर ही मायने रखेंगे

. बता दें कि जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में मतदान हुए हैं और शनिवार को हरियाणा विधासनभा चुनाव के बाद एग्जिट पोल के रिजल्ट आए हैं.

अधिकांश एग्जिट पोल में नेशनल कॉन्फ्रेंस को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में दिखाया गया है, जिसके बाद भाजपा दूसरे नंबर पर है. लेकिन कुछ एग्जिट पोल में महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी को किंगमेकर करार दिया गया है.

एनसी-कांग्रेस गठबंधन को 90 सदस्यीय सदन में आधे से ज्यादा सीटें मिलती दिखाई गई हैं. दैनिक भास्कर ने जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी)-कांग्रेस गठबंधन को 35-40 और भाजपा को 20-25 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में हुए थे. मतगणना 8 अक्टूबर को होगा

8 अक्टूबर का इंतजार, बाकी सब टाइम पास

उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर ट्वीट किया कि मुझे आश्चर्य है कि चैनल एग्जिट पोल को लेकर परेशान हैं, खासकर हाल के आम चुनावों की विफलता के बाद. मैं चैनलों, सोशल मीडिया, व्हाट्सएप आदि पर होने वाले सभी शोर को नजरअंदाज कर रहा हूं, क्योंकि केवल 8 अक्टूबर को ही नंबर सामने आएंगे. बाकी सब सिर्फ टाइम पास है.

वहीं,जम्मू-कश्मीर में,

सी-वोटर-इंडिया टुडे के सर्वेक्षण में केंद्र शासित प्रदेश की 90 सदस्यीय विधानसभा में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को 40-48 सीटें और भाजपा को 27-32 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.

जानें एग्जिट पोल के दावे

पीपुल्स पल्स ने एनसी-कांग्रेस गठबंधन को 46-50 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को 23-27 सीटें मिल सकती हैं, जबकि रिपब्लिक-गुलिस्तान ने एनसी-कांग्रेस गठबंधन को 31-36 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को 28-30 सीटें मिल सकती हैं।. अलग-अलग सर्वेक्षणों में पीडीपी को 5 से 12 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि अन्य को भी 4-16 सीटें मिलती दिख रही हैं.

*मध्य प्रदेश में नारी सशक्तिकरण का संदेश: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाड़ली बहना योजना के हितग्राहियों को दिया तोहफा

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को वीरांगना रानी दुर्गावती के 500वें जन्म जयंती वर्ष के अवसर पर दमोह के सिंग्रामपुर में कैबिनेट की अहम बैठक की. इस बैठक से पहले मुख्यमंत्री ने रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें राष्ट्र का गौरव बताया. इस मौके पर सीएम मोहन यादव ने लाड़ली बहना योजना के साथ-साथ कई और योजनाओं के हितग्राहियों को सिंगल क्लिक के माध्यम से सहयोग राशि का ट्रांसफर किया.

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश सरकार राज्य के समग्र विकास और हर वर्ग के कल्याण के लिए लगातार कार्य कर रही है. इस कार्यक्रम के दौरान कई विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन कर शासकीय योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किया गया है.

नारी सशक्तिकरण के लिए एक विशेष सप्ताह मनाने का निर्णय लिया है…

इन योजनाओं में राशि की गई ट्रांसफर

शनिवार को कार्यक्रम के दौरान महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ प्रदेश में चहुंमुखी विकास को दर्शाते हुए मुख्यमंत्री ने 1.29 करोड़ बहनों को लाड़ली बहना योजना के तहत ₹1574 करोड़ की राशि, 55 लाख से अधिक हितग्राहियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत ₹332.71 करोड़ की राशि और 24 लाख से अधिक बहनों को ₹450 में गैस रीफिल योजना के तहत ₹28 करोड़ की राशि का ट्रांसफर किया गया है

संकट के साथी’ मोबाइल ऐप का लोकार्पण

कार्यक्रम में संस्कृति विभाग की ओर से शुरू किया गया ‘संकट के साथी’ मोबाइल ऐप का लोकार्पण भी किया गया. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि महान वीरांगना रानी दुर्गावती के त्याग, तप एवं बलिदान की शौर्य गाथा के साक्षी रहे सिंगौरगढ़ किले का भ्रमण किया और प्राचीन भद्र काली माता मंदिर में दर्शन-पूजन कर प्रदेशवासियों के सुख एवं कल्याण की कामना की.

कोंकण रेलवे भर्ती 2024: ग्रेजुएट अप्रेंटिस और टेक्नीशियन अप्रेंटिस के पदों पर आवेदन शुरू, अंतिम तिथि 2 नवंबर

अगर आपने इंजीनियरिंग की है और सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए एक खुशखबरी है. रेलवे ने इंजीनियर्स के लिए कई पदों पर भर्तियां निकाली हैं, जिसके लिए आवेदन मांगे गए हैं. ये भर्तियां कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (KRCL) में अप्रेंटिस के पदों पर निकली हैं. योग्य और इच्छुक उम्मीदवार केआरसीएल की ऑफिशियल वेबसाइट konkanrailway.com पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कोंकण रेलवे में 190 पदों को भरा जाएगा.

ग्रेजुएट अप्रेंटिस/टेक्नीशियन अप्रेंटिस के लिए आवेदन करने की लास्ट डेट 2 नवंबर 2024 है.

कितने पदों पर कितनी भर्तियां?

सिविल इंजीनियरिंग- 30 पद

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग- 20 पद

इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग- 10 पद

मैकेनिकल इंजीनियरिंग- 20 पद

डिप्लोमा (सिविल)- 30 पद

डिप्लोमा (इलेक्ट्रिकल)- 20 पद

डिप्लोमा (इलेक्ट्रॉनिक्स)- 10 पद

डिप्लोमा (मैकेनिकल)- 20 पद

सामान्य स्ट्रीम स्नातक- 30 पद

पात्रता मानदंड क्या हैं?

इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की उम्र सीमा 01.09.2024 को 18 से 25 साल के बीच होनी चाहिए (जन्मतिथि 01.09.1999 से 01.09.2006 के बीच). हालांकि नियमों के मुताबिक, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए ऊपरी उम्र सीमा में 5 साल और ओबीसी-एनसीएल उम्मीदवारों के लिए 3 साल की छूट होगी.

चयन प्रक्रिया क्या है?

सभी ईयर/सेमेस्टर में मिले कुल अंकों को जोड़कर कुल प्रतिशत निकाला जाएगा और उसके मुताबिक मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी. अंकों को पूर्णांकित नहीं किया जाएगा और किसी विशेष सेमेस्टर/ईयर को कोई महत्व नहीं दिया जाएगा. अगर अभ्यर्थी वैरिफिकेशन के लिए मूल प्रमाण-पत्र जमा करने में असफल रहता है या किसी भी स्तर पर कोई अन्य गलती पाई जाती है तो उसका चयन रद्द कर दिया जाएगा.

आवेदन शुल्क कितना है?

सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 100 रुपये निर्धारित किया गया है, जबकि अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/महिला/अल्पसंख्यक/आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क में छूट दी गई है. शुल्क का भुगतान ऑनलाइन मोड से किया जाना चाहिए.

अधिक जानकारी के लिए आप कोंकण रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट konkanrailway.com देख सकते हैं.

बस मार्शलों के मुद्दे पर दिल्ली में राजनीतिक तापमान बढ़ा, सौरभ भारद्वाज ने विजेंद्र गुप्ता के पकड़े पैर

दिल्ली में डीटीसी बस मार्शलों की नियुक्ति का विवाद अब सियासी रूप ले चुका है. आतिशी सरकार हर हाल में बस मार्शलों की नियुक्ति की मांग पर अड़ी है. शनिवार को यह मुद्दा उस समय तूल पकड़ लिया जब बीजेपी विधायक और नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता मुख्यमंत्री आतिशी से मिलने के लिए उनके आवास पहुंच गए.

आवास पर मौजूद आम आदमी पार्टी नेताओं और मंत्रियों ने विजेंद्र गुप्ता से उपराज्यपाल के पास चलने के लिए कहा. दूसरी ओर बस मार्शलों की नियुक्ति का अनुरोध करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज विजेंद्र गुप्ता के पैरों पर लेट गए.

बस मार्शलों की नियुक्ति को लेकर मंत्री सौरभ भारद्वाज का नेता विपक्ष के पैरों पर गिरने की तस्वीर सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है. इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता एलजी हाउस भी पहुंचे हुए थे, लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. वहां मौजूद पुलिस ने लोगों को तितर-बितर कर दिया.

AAP का दावा- बस मार्शलों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं

आम आदमी पार्टी कहना है कि बस मर्शलों को नौकरी पर से हटाए जाने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है. वो परिवार का खर्चा भी नहीं चला पर रहे हैं. ऐसे में उपराज्यपाल को जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी बस मार्शलों की नियुक्ति को मंजूरी देनी चाहिए.

अब पूरे मामले पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी भी सामने आई. पूर्व सीएम ने कहा कि मुझे गर्व है कि अपने मंत्रियों पर जो लोगों के काम करवाने के लिए किसी के पैरों में भी लेट जाते हैं. मेरी उपराज्यपाल साहब और बीजेपी वालों से विनती है कि इस मुद्दे पर राजनीति न करें और तुरंत बस मार्शलों को नौकरी पर रखा जाए.

बीजेपी नेता की गाड़ी में बैठ एलजी ऑफिस पहुंची सीएम आतिशी

मामला यही ठंडा ही नहीं हुआ, जैसे ही सीएम आवास से नेता विपक्ष अपनी गाड़ी की तरफ बढ़ें उनसे पहले मुख्यमंत्री आतिशी उनकी गाड़ी में सवार हो गईं. मुख्यमंत्री नेता विपक्ष की गाड़ी में ही बैठकर उपराज्यपाल के दफ्तर पहुंचीं हुई थीं. राजभवन से निकलने के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि बीजेपी राजनीति कर रही है और मार्श ल को बरगलाने का काम कर रही है. हमने कैबिनेट में पास कर दिया है अब बीजेपी के पाले में गेंद है, वो उपराज्यपाल से पास करवाए.

आम आदमी पार्टी का आरोप है कि बस मार्शल की बहाली के मुद्दे पर बीजेपी विधायक उपराज्यपाल के यहां जाने से बच रहे थे. इसलिए आप सरकार के मंत्री और विधायक उनके पैरों पर लेट गए. काफी संघर्ष के बाद बीजेपी विधायकों को एलजी दफ्तर ले जा सके

नवरात्रि 2024: क्या आप जानते है क्यों होती है मां दुर्गा की सवारी शेर? जानें पौराणिक मान्यताएं

नवरात्रि 2024 चल रही है. शनिवार को नवरात्रि का तीसरा दिन है. इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. 9 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार में भक्तों का खूब बढ़-चढ़कर उत्साह देखने को मिलता है.

एक बात आपने जरूर गौर की होगी. जितने भी मां दुर्गा के मंदिर हैं या प्रतिमा है उसमें मां हमेशा शेर पर ही सवार नजर आती हैं. मां दुर्गा की सवारी शेर है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मां दुर्गा की सवारी शेर कैसे पड़ी. नवरात्रि 2024 के मौके पर बता रहे हैं कि आखिर मां दुर्गा शेर पर ही क्यों सवार रहती हैं और शेर उनकी सवारी कैसे बनी.

क्या है पौराणिक मान्यता

ऐसा माना जाता है कि मां की सबसे पसंदीदा सवारी शेर है. वैसे तो मां देवी के 9 रूपों की नौ अलग-अलग सवारियां हैं. लेकिन मां दुर्गा की मूल सवारी तो शेर ही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मां दुर्गा की सवारी शेर क्यों है. इसके पीछे की पौराणिक मान्यताएं हैं जब मां पार्वती का वाहन शेर बना. दरअसल मां पार्वती ने भागवान शिव को पाने के लिए कड़ी मेहनत की थी. उनकी तपस्या से मां पार्वती का रंग काला पड़ गया था. एक दफा हंसी-मजाक में शिव जी ने पार्वती को चिढ़ा दिया और काली कहकर बुला लिया. इससे मां पार्वती काफी ज्यादा क्रोधित हो गईं और गुस्से में कैलाश पर्वत छोड़ कर चली गईं.

शेर कैसे बना मां की सवारी

जब शिव से गुस्सा कर और कैलाश छोड़कर माता पार्वती तपस्या कर रही थीं उस दौरान वहां पर एक भूखा शेर आया. मां पार्वती को तपस्या करता देख शेर वहीं पर बैठ गया. मां पार्वती की तपस्या से भगवान शिव बहुत खुश हुए और उन्होंने मां पार्वती को गोरी होने का वरदान दिया. जब मां पार्वती तालाब में स्नान करने गईं तो उनका रंग फिर से गोरा हो गया और उस तालाब से सांवले रंग की एक देवी प्रकट हुईं. उन्हें मां कौशकी का नाम दिया गया और माता पार्वती को इस दौरान से ही मां गौरी के नाम से जाना जाने लगा. जब मां तालाब में नहाने के बाद फिर से आईं तो उस दौरान उन्हें वो शेर वहीं पर बैठा मिला. मां भी शेर से काफी पसंद हुईं और उन्होंने उस शेर को अपनी सवारी बना लिया.