आईए जानते है, वैसे अद्भुत जानवर के बारे में जो अपने अंगों को पुनः उगा सकते हैं...
कुछ जानवरों में अद्भुत पुनर्जीवन की क्षमता होती है, जो उन्हें अपने खोए हुए अंगों को पुनः उत्पन्न करने की अनुमति देती है। इस लेख में हम ऐसे ही कुछ जीवों के बारे में जानेंगे जो इस असाधारण गुण के धनी हैं:
1. स्टारफिश (Starfish)
स्टारफिश, जिसे समुद्री सितारा भी कहा जाता है, के पास अपने हाथों (arms) को पुनः उगाने की क्षमता होती है। यदि किसी कारणवश इसका हाथ कट जाए, तो वह कुछ ही महीनों में अपने खोए हुए अंग को फिर से उत्पन्न कर लेती है। इतना ही नहीं, कुछ प्रजातियों में तो एक कटा हुआ हाथ भी नया स्टारफिश बना सकता है।
2. सैलामैंडर (Salamander)
सैलामैंडर के पास अपने शरीर के लगभग किसी भी हिस्से, जैसे पैर, पूंछ, और यहां तक कि रीढ़ की हड्डी के हिस्सों को पुनः उत्पन्न करने की अविश्वसनीय क्षमता होती है। ये जीव अपने तंत्रिका तंतु (nerve tissues) और हृदय की कोशिकाओं तक को पुनः बना सकते हैं।
3. एक्सोलोटल (Axolotl)
मैक्सिकन सैलामैंडर के नाम से भी जाना जाने वाला एक्सोलोटल विशेष रूप से अपने पुनरुत्पादन गुण के लिए प्रसिद्ध है। यह अपनी आंखें, अंग, रीढ़ की हड्डी और यहां तक कि हृदय और मस्तिष्क की कोशिकाओं को भी पुनः उत्पन्न कर सकता है। यह शोधकर्ताओं के लिए पुनर्जनन (regeneration) के अध्ययन का एक महत्वपूर्ण विषय है।
4. केकड़ा (Crab)
केकड़े के पास अपने पैर और पंजों को पुनः उगाने की क्षमता होती है। यदि इसके पैर या पंजे टूट जाएं या गिर जाएं, तो यह अगले कई मोल्टिंग (molting) चक्रों के दौरान इन्हें पुनः विकसित कर सकता है।
5. गिरगिट (Lizard)
गिरगिट की पूंछ को पुनः उगाने की क्षमता सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। जब गिरगिट खतरे का सामना करता है, तो यह अपनी पूंछ को छोड़ देता है, जिससे शिकारी उसका पीछा छोड़ देता है। फिर कुछ ही महीनों में यह एक नई पूंछ विकसित कर लेता है।
6. समुद्री खीरा (Sea Cucumber)
समुद्री खीरे अपने पूरे आंतरिक अंगों (internal organs) को पुनः उत्पन्न करने की क्षमता रखते हैं। यदि ये किसी खतरे में होते हैं, तो अपने कुछ अंगों को छोड़कर दुश्मन को चकमा दे सकते हैं और बाद में इन्हें पुनः विकसित कर सकते हैं।
7. मेडुसा जेलीफ़िश (Turritopsis dohrnii)
मेडुसा जेलीफ़िश को "अमर जेलीफ़िश" भी कहा जाता है, क्योंकि यह अपने जीवनचक्र को पुनः प्रारंभ कर सकती है। यदि इसे चोट लगती है या इसके जीवित रहने की स्थिति बिगड़ जाती है, तो यह अपने आप को एक युवा अवस्था में बदलकर जीवनचक्र को पुनः शुरू कर सकती है।
इन जानवरों की पुनरुत्पादन क्षमता प्रकृति का अद्भुत उदाहरण है। वैज्ञानिक इन जीवों का अध्ययन करके यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि इनकी कोशिकाएं इस प्रकार से कैसे पुनः विकसित होती हैं, ताकि भविष्य में मनुष्यों में भी अंग पुनर्जनन की संभावना को खोजा जा सके।
Oct 04 2024, 12:19