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भव्य सशस्त्र सैन्य समारोह: भारतीय सेना का भीष्म टी-90 टैंक पहुंचा रायपुर, शहर में रैली निकालकर किया गया स्वागत

रायपुर-   भारतीय सेना का भीष्म टी-90 टैंक और अन्य आर्टिलरी आज राजधानी रायपुर पहुंचा, जिसका शहर में रैली निकालकर स्वागत किया गया. बता दें कि रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 5 और 6 अक्टूबर को सैन्य शक्ति प्रदर्शन आर्मी मेले का एक बड़ा आयोजन किया जा रहा है, जिसमें भारतीय सैनिकों का जौहर देखने का मौका मिलेगा. इसी के तहत तैयारियां जोरों से जारी है.

जिला प्रशासन की ओर से इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित स्वागत समारोह में कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, एसएसपी संतोष कुमार सिंह और नगर निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा सहित अन्य अधिकारियों ने भीष्म टैंक का स्वागत किया. इसके बाद एक रैली के रूप में टैंक और अन्य सैन्य उपकरणों को तेलीबांधा, मरीन ड्राइव, कलेक्ट्रेट, जयस्तंभ और आश्रम चौक होते हुए साइंस कॉलेज मैदान तक ले जाया गया.

रैली के दौरान रायपुर के नागरिकों में खासा उत्साह देखने को मिला. सैकड़ों लोग इस शानदार रैली को अपने मोबाइल फोन में कैद करते हुए नजर आए. इस कार्यक्रम को लेकर राजधानी में सकारात्मक माहौल बना हुआ है और नागरिक इसे लेकर उत्सुक हैं.

 
साई कॉलेज की पोस्टर प्रतियोगिता में हरियाली और हरित एनर्जी अपनाने का दिया संदेश, स्वच्छता अभियान और रैली निकाल कर गांधी-शास्त्री को किया नमन

अम्बिकापुर-    श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के उपलक्ष्य पर स्वच्छता अभियान, पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित हुई। प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव, प्राध्यापक और विद्यार्थियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और जय जवान-जय किसान का नारा देने वाले शास्त्री जी की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया। सहायक प्राध्यापक डॉ. अलका पांडेय, देवेन्द्र दास सोनवानी और वाणिज्य एवं प्रबंध विभाग के अध्यक्ष राकेश कुमार सेन ने वैष्णव जन तेने कहिये और रधुपति राघव राजाराम भजन प्रस्तुत कर सभी को श्रद्धानत कर दिया।

ार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि आजादी और स्वाभिमान से जीवन जीने का अवसर हमें इन्हीं महापुरूषों के त्याग और बलिदान से मिला है। आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. आर.एन शर्मा ने कहा कि गांधी जी और शास्त्री जी का राष्ट्र निर्माण में योगदान अविस्मरणीय है। डॉ. अजय कुमार तिवारी ने गांधी जी के दक्षिण अफ्रीका के संघर्षों का स्मरण कराया। पीटरमारित्जबर्ग स्टेशन पर हुए अपमान को उन्होंने भारतीय स्वाभिमान की लड़ाई में बदल दिया।

इको क्लब के तत्वावधान में स्वच्छता अभियान विषय पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में धरती के सरंक्षण और हरियाली बढ़ाने का संदेश दिया गया। एक ओर जहां प्रदूषण के खिलाफ गहरी चिंता दिखी तो दूसरी ओर हरित एनर्जी का आह्वान दिखा। इको क्लब प्रभारी अरविन्द तिवारी ने बताया कि प्रतियोगिता में 15 पेंटिंग और 80 पोस्टर बनाने वालों ने भाग लिया।

भारत सरकार के युवा एवं खेल मंत्रालय के एक केन्द्रीय योजना राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता थीम पर महाविद्यालय परिसर के साथ-साथ डिगमा की सड़कों पर सफाई अभियान चलाया गया। इस दौरान स्वच्छता संदेश का पोस्टर लिये कार्यकताओं ने रैली निकाला। यह रैली कॉलेज परिसर से प्रारम्भ हो कर डिगमा, गांधीनगर होते हुए महाविद्यालय परिसर में पहुंच कर सभा के रूप में परिणत हो गयी। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना से जया के जीवन में आया बदलाव

रायपुर-    भारी मशीनरी की खनक-खनक की आवाज़ से अभ्यस्त होने में कुछ समय लग सकता है। शुरू में जया को फैक्ट्री के जीवन की सटीकता और गति डरावनी लगी। याद रखने के लिए नियम थे, अनुसरण करने के लिए कदम थे और सम्मान करने के लिए पदानुक्रम थे। 38 साल की उम्र में, कोविड-19 की पहली लहर के दौरान अपने पति की अचानक मृत्यु के बाद, जया को एक ऐसी भूमिका में धकेल दिया गया था, जिसके लिए किसी ने उसे तैयार नहीं किया था। जया की कहानी महिलाओं को सशक्त बनाने और समुदायों को बदलने में लेबर हेल्पलाइन और लेबर रिसोर्स सेंटर के दूरगामी प्रभाव का प्रमाण है। छत्तीसगढ़ श्रम विभाग को यूएनडीपी के संसाधन, विशेषज्ञता और सहायता ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

जया ने कहा, जब मेरे पति का निधन हुआ, तो मुझे ऐसा लगा जैसे मैं घुटन भरे अंधेरे में घिर गई हूं, जिससे बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा है। पति की मृत्यु के बाद जीवन आर्थिक कठिनाइयों और सामाजिक कलंक से भरा हुआ था, जो अक्सर भारतीय समाज में विधवा होने के साथ होता है। जया दुख और अविश्वास के सागर में डूबी हुई थी। लेकिन जल्द ही उसे अपने पति के कर्ज की सच्चाई का सामना करना पड़ा। अनिश्चित वित्तीय भविष्य सामने था और जया जानती थी कि उसे चीजों को सही करने के लिए कार्यबल में प्रवेश करना होगा।

आशा की एक किरण रायपुर में स्थापित सीएम श्रमिक हेल्पलाइन (मुख्यमंत्री श्रमिक सहायता केंद्र) के रूप में सामने आई। वहां, जया को मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के बारे में पता चला, जो एक सरकारी योजना थी जो एक मृत मजदूर के परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करती थी। दयालु स्टाफ सदस्यों ने जया को सरकारी योजना की जटिलताओं को समझने में मदद की और उसे 1,00,000 रुपये की सहायता राशि दिलाने में सहायता की।

यह रकम उनकी जीवनरेखा बन गई और कर्ज चुकाने में मदद की। उन्होंने कहा, मेरे पति की अचानक मृत्यु हो गई थी, इसलिए यह योजना बहुत मददगार रही। कर्ज चुकाने के बीच में ही इस योजना ने उन्हें बचाया। जिस दिन जया कर्ज मुक्त हुईं, उनकी सोच बदल गई। उन्हें न केवल राहत मिली, बल्कि आगे बढ़ने का दृढ़ संकल्प भी मिला। जया ने तय किया कि अब समय आ गया है कि वह अपने घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर काम पर लग जाएं।

खस्ता मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में फैक्ट्री की नौकरी के पहले दिन उसके हाथ-पैर कांप रहे थे। मशीनरी और निर्माण प्रक्रिया डराने वाली थी, लेकिन जया ने पहले भी कई चुनौतियों का सामना किया था। धीरे-धीरे, मुस्कुराते हुए, सौम्य सहकर्मियों की मदद से, जया ने अपनी नई भूमिका को अपनाया।

राज्यपाल रमेन डेका ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से की मुलाकात

रायपुर-    राज्यपाल रमेन डेका ने आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से नई दिल्ली में सौजन्य मुलाकात की। श्री डेका ने केंद्रीय वित्त मंत्री से विभिन्न क्षेत्रों में घरेलू संस्थागत निवेश और विदेशी संस्थागत निवेश के द्वारा छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के संबंध में विस्तार से चर्चा की। इसके अलावा राज्यपाल ने छत्तीसगढ़ को एक समृद्ध अर्थव्यवस्था बनाने के महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण के साथ छत्तीसगढ़ निवेशक सम्मेलन 2025 के आयोजन का प्रस्ताव रखा। इसका उद्देश्य राज्य में उपलब्ध संसाधनों के समुचित उपयोग के साथ बड़े और छोटे उद्योगों, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट निवेश को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस तरह के निवेश से छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

श्री डेका ने श्रीमती सीतारमण को बताया कि छत्तीसगढ़ में भरपूर प्राकृतिक, खनिज एवं वन संपदा है, जिसके कारण छत्तीसगढ़ में विकास की अपार संभावनाएं है। इस दृष्टिकोण से छत्तीसगढ़ में निवेशक सम्मेलन का आयोजन महत्वपूर्ण है। उन्होंने वित्त मंत्री से छत्तीसगढ़ के विकास को लेकर अन्य कई मुद्दों पर भी चर्चा की।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की बस को झंडी दिखाकर किया रवाना

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज शारदीय नवरात्रि के पहले दिन मां बम्लेश्वरी के दर्शन लाभ के लिए जा रहे श्रद्धालुओं के बस को मुख्यमंत्री निवास से झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने नवरात्रि के शुभ मौके पर इस पावन यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी। सभी श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री को नवरात्रि की शुभकामनाएं दी। मां बम्लेश्वरी के जयकारे और भजन-कीर्तन के साथ यह यात्रा शुरू हुई।

गौरतलब है कि मां काली अन्नदान भंडारा समिति द्वारा श्रद्धालुओं को पिछले 09 वर्षों से लगातार नवरात्रि के पावन मौके पर मां बम्लेश्वरी धाम की निःशुल्क यात्रा कराई जाती है। इस वर्ष भी आगामी 5 दिनों तक रोजाना चार बसों के माध्यम से श्रद्धालुओं को मां बम्लेश्वरी दर्शन के लिए भेजा जा रहा है। इस मौके पर संजय श्रीवास्तव और मां काली अन्नदान भंडारा समिति के अध्यक्ष दीपक भारद्वाज मौजूद रहे।

स्काउट्स एंड गाइड के सर्वधर्म प्रार्थना सभा में शामिल हुए सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने की समाज भाईचारे, शांति, और समरसता की कामना

रायपुर-    जिंदगी में अनुशासन बहुत जरूरी है, यह हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है और जीवन को एक दिशा देता है। अनुशासन वह शक्ति है जो हमें कठिन परिस्थितियों में स्थिर और प्रतिबद्ध रहने में मदद करती है।

यह बात रायपुर सांसद एवं छत्तीसगढ़ स्काउट्स एंड गाइड के अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल ने महात्मा गांधी जी और पूर्व प्रधानमंत्री माननीय लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर छत्तीसगढ़ स्काउट्स एंड गाइड के राज्य प्रशिक्षण केन्द्र, झीपन जिला बलौदा बाजार में राज्य स्तरीय सर्वधर्म प्रार्थना सभा के दौरान कही।

बृजमोहन अग्रवाल ने सर्वधर्म प्रार्थना सभा के माध्यम से समाज में आपसी भाईचारे, शांति, और समरसता की कामना की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, अनुशासन के बिना जीवन असंगठित और अराजक हो सकता है। जिससे हम अपने उद्देश्यों से भटक सकते हैं। स्काउट्स एंड गाइड हमे सेवा भाव के साथ अनुशासन, समय प्रबंधन, आत्म-नियंत्रण, और संयम सिखाता है। और न केवल सीखाता है बल्कि मानवीय सेवा की सीख भी देता है।

श्री अग्रवाल ने युवाओं से आह्वान किया कि, वे जनसेवा के कार्यों के माध्यम से समाज मे एक उदाहरण बनें। उन्होंने कहा कि, नवंबर 2025 में रायपुर में राष्ट्रीय जम्बूरी एवं पहली वर्ल्ड गर्ल्स गाइड जम्बूरी का आयोजन होने जा रहा है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर का यह आयोजन छत्तीसगढ़ और राज्य की स्काउटिंग को एक नई पहचान देगा। जिसके लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा।

कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ स्काउट्स एंड गाइड के 3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में शामिल प्रदेश के 7 जिलों के 159 स्काउट्स एंड गाइड भी शामिल हुए। जिनसे बृजमोहन अग्रवाल ने संवाद किया और आयोजन के बारे में जानकारी हासिल की।  इस अवसर पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी पूज्य माता जी को याद करते हुए 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत पौधारोपण भी किया।

कार्यक्रम में राज्य उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा, राज्य मुख्य आयुक्त डॉ. सोमनाथ यादव, विजय केशरवानी, कोषाध्यक्ष मुरली शर्मा समेत स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स, जिला शिक्षा अधिकारी, एसडीएम और गणमान्यजन उपस्थित रहे।

जल जीवन मिशन: राज्य में 39.50 लाख से अधिक परिवारों को मिला घरेलू नल कनेक्शन

रायपुर-     राज्य के ग्रामीण अंचलों में निःशुल्क घरेलू नल कनेक्शन देने का काम तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में जल जीवन मिशन के अंतर्गत घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत 50 लाख 05 हजार 147 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिया जाना है। जिसके तहत वर्तमान में 39 लाख 50 हजार 400 घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसके साथ-साथ राज्य के 43 हजार 924 स्कूलों, 41 हजार 663 आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा 17 हजार 319 ग्राम पंचायत भवनों और सामुदायिक उप-स्वास्थ्य केन्द्रों में टेप नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था की गई है। जिसमें छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला सर्वाधिक 1 लाख 96 हजार 667 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देने में अग्रणी है। इसी तरह जिला रायगढ़ 1 लाख 95 हजार 983, जांजगीर-चांपा जिले में 1 लाख 82 हजार 437 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देने में क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री अरुण साव के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे जल जीवन मिशन के अंतर्गत राज्य में प्रति व्यक्ति, प्रतिदिन 55 लीटर के मान से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, इसके लिए सभी जिलों में कार्ययोजना तैयार कर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। इस मिशन के तहत घरेलू नल कनेक्शन के अतिरिक्त स्कूल, उप-स्वास्थ्य केंद्र एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी रनिंग वाटर की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही साथ जमीनी स्तर पर राज्य में सिंगल विलेज स्कीम और मल्टी विलेज स्कीम सहित अन्य पेयजल योजनाओं सहित जल जीवन मिशन के कार्यों का क्रियान्वयन सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मो. केसर अब्दुलहक और जल जीवन मिशन संचालक डॉ. सर्वेश्वेर भूरे द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।

जल जीवन मिशन के तहत अब तक बिलासपुर जिले में 1 लाख 78 हजार 664, रायपुर जिला 1 लाख 78 हजार 161, बलौदाबाजार-भाटापारा में 1 लाख 76 हजार 393, कवर्धा 1 लाख 63 हजार 198, धमतरी जिले में 1 लाख 52 हजार 233, बालोद में 01 लाख 49 हजार 510, बेमेतरा जिले में 1 लाख 48 हजार, मुंगेली में 1 लाख 46 हजार 906, जशपुर में 1 लाख 43 हजार 454, बस्तर में 1 लाख 41 हजार 925, कोरबा में 1 लाख 41 हजार 623, बलरामपुर में 1 लाख 39 हजार 229 तथा राजनांदगांव जिला 1 लाख 38 हजार 788 नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसी तरह दुर्ग 1 लाख 36 हजार 001, सक्ती में 1 लाख 32 हजार 005, गरियाबंद 1 लाख 30 हजार 025, सरगुजा जिले के 1 लाख 27 हजार 209, सांरगढ़-बिलाईगढ़ में 1 लाख 17 हजार 360, सूरजपुर में 1 लाख 14 हजार 619, कांकेर 1 लाख 09 हजार 494, कोण्डागांव में 1 लाख 871, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 66 हजार 209, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 61 हजार 703, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 60 हजार 117, सुकमा में 45 हजार 838, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 45 हजार 460, दंतेवाड़ा में 39 हजार 091, कोरिया में 37 हजार 522, बीजापुर 31 हजार 969, और नारायणपुर जिले में 21 हजार 736 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने शायर हाजी हसन अली ’हसन’ को उनकी जयंती पर किया याद
रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध शायर हाजी हसन अली ’हसन’ की 2 अक्टूबर को जयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा कि श्री हसन का उर्दू भाषा के प्रसार में विशिष्ट योगदान है। उन्होंने कहा कि श्री हाजी हसन ने हिन्दी से उर्दू पढ़ना-लिखना सीखने के लिए कई किताबें लिखी, इससे दोनों भाषाओं को सीखने और समझने में रूचि रखने वालों को आसानी हुई है। हाजी हसन अली ‘हसन‘ ने उर्दू भाषा को जनप्रिय बनाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। राज्य सरकार ने उनके सम्मान में राज्य अलंकरण की स्थापना की है।
बस्तर दशहरा मनाने काछन देवी ने दी अनुमति, अब होगी विशेष रस्मों की अदायगी
बस्तर-  विश्व में अनोखी और आकर्षक परंपराओं के लिए मशहूर बस्तर दशहरा पर्व की शुरुआत आज रात काछन देवी की अनुमति के बाद हो गयी है. बस्तर दशहरा पर्व शुरू करने के लिए अनुमति लेने की परंपरा अनूठी है. काछनगादी रस्म में एक नाबालिग कुंवारी कन्या बेल के कांटों के झूले पर लिटाया जाता है. बस्तर में करीब 700 वर्षों से चली आ रही परंपरा की मान्यता के अनुसार कांटों के झूले पर लेटी कन्या में साक्षात देवी आकर पर्व शुरू करने की अनुमति देती है. 75 दिनों तक मनाए जाने वाले दशहरा पर्व में निभाई जानेवाली 12 से ज्यादा रस्में अद्भुत और अनोखी होती हैं.

बता दें कि बस्तर का महापर्व दशहरा बिना किसी बाधा के संपन्न हो, इस मन्नत और आशीर्वाद के लिए काछन देवी की पूजा होती है. बुधवार रात काछन देवी के रूप में अनुसूचित जाति के एक विशेष परिवार की 8 वर्षीय कुंवारी कन्या पीहू दास ने कांटो के झूले पर लेटकर बस्तर राजपरिवार को दशहरा पर्व आरंभ करने की अनुमति दी. इससे पहले पिछले कुछ वर्षों से काछनगादी रस्म को पीहू की चचेरी बहन अनुराधा निभा रही थी.

मान्यता है कि इस महापर्व को निर्बाध संपन्न कराने के लिए काछन देवी की अनुमति आवश्यक है. जिस हेतु पनका जाति की कुंवारी कन्या को बेल के कांटो से बने झूले पर लेटाया जाता है और इस दौरान उसके अंदर खुद देवी आकर पर्व आरंभ करने की अनुमति देती है. हर वर्ष पितृमोक्ष अमावस्या को इस प्रमुख विधान को निभाकर राज परिवार यह अनुमति प्राप्त करता है. इस दौरान बस्तर का राजपरिवार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ हजारों की संख्या में लोग इस अनूठी परंपरा को देखने काछन गुड़ी पहुंचते हैं.

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को महाराजा अग्रसेन जयंती की दी बधाई
रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों विशेषकर अग्रवाल समाज के लोगों को महाराजा अग्रसेन जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। अपने शुभकामना संदेश में श्री साय ने कहा है कि महाराजा अग्रसेन ने हमें सामाजिक समानता, करुणा और अहिंसा का संदेश दिया। लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था और आर्थिक समरूपता उनके आदर्श मूल्य रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज को समृद्ध और सशक्त बनाने तथा प्रेम और सदभाव का वातावरण निर्माण के लिए महाराजा अग्रसेन द्वारा दिए गए विचार मूल्य प्रेरणादायी हैं।