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ईयरबड्स के नुकसान दायक प्रभाव: जानें कैसे बचें और सुरक्षित रखें अपने कान!

ईयरबड्स आजकल सभी लोगो के पास दिखना आम हो गया है. इन्हें केवल यंगस्टर्स ही नहीं घर बड़े भी जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं. लंबी वायर से छुटकारा दिलाने वाले वायरलेस ईयरबड्स काफी स्टाइलिश और यूजफुल लगते हैं. लेकिन अगर हम इसके साइड इफेक्ट्स पर नजर डालें तो ये काफी नुकसानदायक साबित हो सकते हैं. बीते दिनों एक यूजर ने वायरलेस ईयरबड्स के फटने का मामला एक्स प्लेटफॉर्म पर शेयर भी किया है. जिसमें सैमसंग के Galaxy Buds FE ईयरबड्स उसके कान में फट गए.

बहरहाल इस मामले पर कंपनी, यूजर और कम्युनिटी फोरम सभी में सवाल-जवाब का प्रोसेस जारी है. यहां समझें कि ईयरबड्स का सही इस्तेमाल कैसे होता है, कितनी वॉल्यूम, डेसिबिलिटी और कितने देर ईयरबड्स लगाने पर नुकसान के चांस कम हो सकते हैं.

ईयरबड्स इस्तेमाल करने का सही तरीका?

अगर देखा जाए तो नॉर्मली, 85 डेसिबल से ज्यादा आवाज किसी के भी कानों के लिए नुकसानदायक मानी जाती है. वहीं एक बार में 60 मिनट से ज्यादा देर ईयरबड्स का कानों में लगे रहना आपको नुकसान पहुंचा सकता है.

अब सवाल आता है कि ईयरबड्स का वॉल्यूम कितना रखें? एक बात का ध्यान रखें कि आपको ईयरबड्स की आवाज कम ही रखना चाहिए. लगातार ईयरबड्स का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, यूज करते टाइम बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना चाहिए.

नुकसान और बचाव

हमेशा सही साइज के ईयरबड्स सलेक्ट करें, ईयरबड्स को टाइम-टू -टाइम क्लीन करें. इससे इंफेक्शन से बचा जा सकता है.

ज्यादा शोर वाली जगहों पर ईयरबड्स यूज ना करें दरअसल ऐसे एरिया में आपको, ईयरबड्स का वॉल्यूम बढ़ानी पड़ती है, जिसकी वजह से आपके कानों को ज्यादा नुकसान हो सकता है.

ईयरबड्स को एक दिन में जितना कम समय के लिए यूज करेंगे वो ज्यादा अच्छा रहेगा अगर आप अपने जिम में या चलते-फिरते, घर या बाहर कोई काम करते टाइम यूज करने से कानों को ही नहीं और भी कई नुकसान हो सकते हैं.

उज्जैन में बारिश का कहर: महाकाल मंदिर के पास दीवार ढही, 2 की मौत, कई घायल!

उज्जैन के महाकाल मंदिर में शुक्रवार शाम को हुई तेज बारिश के दौरान गेट क्रमांक 4 की एक दीवार ढह गई. जिसके मलबे में कुछ लोग दब गए. घायल हो गए श्रद्धालुओं को रेस्क्यू टीम ने तुरंत मलबे से बाहर निकाला और इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. राहत और बचाव कार्य में तेजी लाई जा रही है. उज्जैन में अभी भी तेज बारिश का दौर जारी है. हादसे में अब तक 2 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है.

उज्जैन में पिछले कुछ दिनों से लगातार तेज बारिश का दौर जारी है लेकिन इस बारिश से महाकाल मंदिर क्षेत्र में आफत आ गई. महाकाल मंदिर के गेट नंबर 4 पर ज्योतिशाचार्य पंडित आनंद शंकर व्यास के मकान के पास एक पुरानी दीवार भर-भराकर ढह गई. दीवार के पास सामान बेचने वाले कुछ लोग इसकी चपेट में आ गए. महाकाल मंदिर प्रशासन को सूचना दी गई कि दीवार गिरने की वजह से कुछ लोग मलबे में दब गए हैं.

आनन-फानन में सहायता बुलाई गई और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दी गई. पुलिस और बचावकर्मियों को तुरंत मौके पर भेजा गया. जैसे ही इन लोगों के दबने की सूचना महाकाल मंदिर प्रशासन को लगी उन्होंने तुरंत महाकाल थाना पुलिस व मंदिर कर्मचारियों की सहायता से घायलों को मलबे से बाहर निकाला. उन्हें उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया है. मलबे में कितने लोग दबे हैं और कितने को रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला है अभी इसकी जानकारी नहीं है. रेस्क्यू टीम लगातार बचाव कार्य करने में लगी हुई है. एसपी प्रदीप शर्मा ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की है

दीवार के पास खड़े थे लोग

घटना के प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बहुत तेज बारिश हो रही थी, हम छाता लेकर गेट नंबर 4 पर खड़े हुए थे. तभी अचानक दीवार गिर गई जिसमें दो महिला और एक बच्चा दीवार के नीचे दब गए थे. दीवार गिरने के कारण और कितने श्रद्धालु घायल हुए इसकी जानकारी महिला को नहीं है.

महोबा में ट्रक मालिक की परेशानी: राजस्थान में हुए चालान की जानकारी मिलने पर ट्रक मालिक दंग, कैसे चुकाएंगे लाखों रुपए?

महोबा के एक ट्रक मालिक को राजस्थान के चालबाज खनन माफियाओं ने लाखों रुपए का चूना लगा दिया. महोबा में खड़े ट्रक का राजस्थान के भरतपुर जिले में लाखों रुपए के चालान सहित खनन रॉयल्टी जारी होने के मामले से ट्रक मालिक के पैरों तले जमीन खिसक गई. ARTO में ट्रक का फिटनेस कराने गए ट्रक मालिक को राजस्थान में हुए चालान की जानकारी मिली तो वो दंग रह गया कि कैसे उसके ट्रक का नंबर इस्तेमाल कर राजस्थान के खनन माफियाओं ने न केवल बड़ा खेल खेल डाला, बल्कि 10 लाख रुपए का चूना भी लगा दिया. फिलहाल पीड़ित की शिकायत पर ARTO ने भरतपुर कलेक्टर को जांच के लिए पत्र लिखा है.

कबरई थाना क्षेत्र के विवेक नगर मोहल्ले के रहने वाले तारकेश्वर गुप्ता अपनी जीविका एक ट्रक के सहारे चला रहे हैं. उनके ट्रक का नंबर ‘UP95T3527’ है. हालांकि इस समय तारकेश्वर गुप्ता इसी ट्रक के नाम पर हुई ठगी को लेकर परेशान हैं. उनको चिंता सता रही है कि आखिर वह कैसे लाखों रुपए का चालान चुकाएंगे. तारकेश्वर गुप्ता ने बताया कि इसी ट्रक के जरिए वह कबरई में पत्थर ढोने का काम करते हैं. ट्रक की फिटनेस खत्म होने पर जब वह ATRO ऑफिस फिटनेस कराने पहुंचे तो विभागीय अधिकारी ने राजस्थान के भरतपुर जिले में 10 लाख रुपए का चालान होने पर फिटनेस करने से मना कर दिया.

6 महीने से घर पर खड़ा ट्रक

तारकेश्वर गुप्ता ने बताया कि यह सुनकर उनके होश उड़ गए कि जिले से बाहर कभी ट्रक नहीं गया और पिछले छह महीने से ट्रक खड़ा है तो फिर राजस्थान में लाखों रुपए के दर्जनों चालान कैसे कट गए. मामले को लेकर जब तारकेश्वर गुप्ता ने जब ARTO विभाग में जांच कराई तो पता चला कि भरतपुर के नागल पहाड़ी इलाके में अलग-अलग एक दर्जन से अधिक चालान ट्रक के नाम पर कटे हैं, जिनकी अनुमानित लागत 10 लाख रुपए है. जब उन्होंने ट्रक के नंबर को चेक कराया तो पता चला ट्रक के नाम पर खनन रॉयल्टी भी जारी की गई है.

10 लाख रुपए का हो गया चालान

इसी महीने बीते तीन सितंबर को भरतपुर के नागल पहाड़ी में संचालित सिंडिकेट स्टोन क्रेशर के नाम से उक्त ट्रक नंबर पर खनन रॉयल्टी WTNW107352555 जारी हुई थी, जिससे यह अंदाजा लगाना कठिन नहीं होगा कि ऐसे ही खनन माफियाओं द्वारा बड़ी संख्या में खनन रॉयल्टी भी इसी ट्रक के नंबर पर जारी की गई होंगी. सबसे बड़ी बात यह है कि 10 लाख रुपए का चालान ट्रक मालिक तारकेश्वर गुप्ता के लिए चिंता का कारण बना है. तारकेश्वर गुप्ता हैरान हैं कि कैसे महोबा में खड़े ट्रक के नंबर का इस्तेमाल कर खनन माफियाओं ने राजस्थान में बड़ा खेल कर डाला.

ARTO ने भरतपुर कलेकट्र को लिखा लेटर

मामले को लेकर तारकेश्वर गुप्ता ने अधिकारियों से मदद और न्याय की गुहार लगाई है. पीड़ित ने इस बाबत एक लिखित प्रार्थना पत्र ARTO विभाग में देकर जारी लाखों रुपए के चालान बाबत जांच और कार्रवाई की मांग की, जिस पर उप संभागीय परिवहन कार्यालय के अधिकारी दयाशंकर ने गंभीरता दिखाते हुए उक्त मामले से संबंधित जांच हेतु भरतपुर राजस्थान के कलेक्टर को पत्र लिखा है.

तिरुपति लड्डू विवाद: जगन मोहन रेड्डी को पुलिस का नोटिस,तिरुपति का दौरा रद्द

विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में दिए जाने वाले लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी मिलाने से जुड़े विवाद के बीच आंध्र प्रदेश की सियासत लगातार गरमाती जा रही है. प्रसादम में मिलावट के आरोपों के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी आज शुक्रवार शाम तिरुमाला जाने वाले थे, लेकिन अब जानकारी आ रही है कि उनका दौरा रद्द हो गया है.

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और YSRCP प्रमुख जगनमोहन रेड्डी को बिना अनुमति तिरुपति आने के लिए मना किया गया है. पुलिस ने उनको नोटिस भेजा है और कहा कि आप बिना अनुमति तिरुपति में अपना कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकते,

इससे तनाव बढ़ सकता है. पूर्व सीएम की शनिवार को भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करने की योजना थी.

पार्टी के नेताओं को भी नोटिस भेजी थी पुलिस

हालांकि, जगन मोहन रेड्डी के भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दर्शन के लिए जाने से पहले जिला पुलिस की ओर से उनकी पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को आज शुक्रवार को नोटिस जारी कर कहा गया है कि वे पुलिस अधिनियम की धारा 30 का उल्लंघन न करें. अब पुलिस ने सीधे पूर्व मुख्यमंत्री को नोटिस भेजा है.

दूसरी ओर राज्य में एनडीए गठबंधन सरकार के कई नेता और हिंदुत्व समर्थक जगन रेड्डी को तिरुमाला में एंट्री करने को लेकर चेतावनी दे रहे हैं. जगन मोहन रेड्डी के 2 दिवसीय तिरुमाला दौरे के कार्यक्रम के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री आज शाम चार बजे विजयवाड़ा एयरपोर्ट से रेनिगुंटा के लिए रवाना होने वाले थे. फिर वहां से वह तिरुमाला जाने वाले थे.

सोशल मीडिया पर एकजुटता दिखाने का प्रयास

इस बीच सोशल मीडिया पर YSRCP के कार्यकर्ताओं से पूर्व मुख्यमंत्री के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए तिरुपति में कुछ जगहों पर पहुंचने को कहा जा रहा है. यही वजह है कि पुलिस की ओर से पार्टी के कई नेताओं को नोटिस जारी करना पड़ा.

सत्तापक्ष ने आस्था स्पष्ट करने की रखी थी मांग

दूसरी ओर, जगन मोहन रेड्डी के संभावित दर्शन को लेकर सत्तारूढ़ एनडीए इस मांग पर अड़ा था कि पूर्व मुख्यमंत्री को मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपनी आस्था स्पष्ट करनी चाहिए. नियम के अनुसार, भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करने के लिए प्रसिद्ध मंदिर में आने वाले गैर-हिंदुओं और विदेशियों को उनके प्रति अपनी आस्था स्पष्ट करनी होती है. गठबंधन के नेताओं का कहना था कि मंदिर में दर्शन से पहले जगन मोहन रेड्डी को डिक्लेरेशन देना होगा

अमित शाह का अंबाला में एलान: पीएम किसान योजना और आयुष्मान भारत में बड़े बदलाव

गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा की धरती से बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर हरियाणा चुनाव में बीजेपी की सरकार बनती है तो पीएम किसान की राशि को 6 हजार से बढ़ाकर 10 हजार कर दिया जाएगा। इसी तरह आयुष्मान भारत स्कीम को लेकर कहा गया है कि बीमा को 5 लाख से बढ़ातर 10 लाख किया जाएगा।

ऐसे में अगर उस राशि को ही बढ़ा दिया जाएगा, इसका सीधा असर किसानों की आमदनी पर पड़ेगा। जानकार मानते हैं कि यह बीजेपी का एक मास्टर स्ट्रोक भी साबित हो सकता था। हरियाणा में किसानों का एक वर्ग पार्टी से नाराज चल रहा है, तीन कृषि कानून वाले आंदोलन के बाद से ही चुनौती और ज्यादा बढ़ी है। ऐसे में उन्हीं किसानों को खुश करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने यह बड़ा ऐलान कर दिया है।

बीजेपी का हरियाणा वाला संकल्प पत्र

इसी तरह वर्तमान में आयुष्मान भारत का लाभ भी कई लोगों को मिल रहा है। इसे भी मोदी सरकार की एक बड़ी स्कीम के तौर पर देखा जाता है। अब अगर इसका दायरा भी बढ़ा दिया जाएगा, जमीन पर व्यापक असर देखने को मिल सकता है। वैसे हरियाणा चुनाव को लेकर बीजेपी का जो संकल्प पत्र सामने आया है, उसमें भी बड़े ऐलान किए गए हैं। इस लिस्ट में सभी महिलाओं को ‘लाडो लक्ष्मी योजना’ के तहत प्रतिमाह ₹2,100 वित्तिय सहायता प्रदान करने की बात है। इसी तरह गांवों के 50 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार देने का वादा है।

तेलंगाना में एक शख्स ने अपनी दिवंगत पत्नी के लिए कुछ ऐसा किया की जो आपकी भी आंखों से आ जाएंगे आंसू ,जाने

कोरोना काल में इस शख्स की बीवी की मौत हो गई थी. पत्नी की मौत का सदमा पति बर्दाश्त न कर पाया. उसने फिर अपनी ही पत्नी की मूर्तियां बनवाईं और घर में रखवा दीं. पत्नी की पेंटिंग्स भी घर की दीवारों पर बनवाई. ऐसा इसलिए किया ताकि उसे हरपल ये एहसास होता रहे कि उसकी बीवी वहीं उसके आस-पास है.

मामला कोठागुडेम के मेडाराबस्ती इलाके का है. कोंडले वेंकटेश्वरलु की पत्नी अरुणा (50) की 2021 में कोरोना से मृत्यु हो गई थी. अरुणा के पति उनकी मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सके. वो दिन रात अपनी पत्नी को याद करके रोते रहते. लेकिन जो इंसान एक बार इस दुनिया से चला जाता है, वो कभी भी लौटकर नहीं आता. ये बात वेंकटेश्वरलु खुद भी जानते थे. लेकिन वो चाहते थे कि बीवी हमेशा उनके पास रहे.

मूर्ति बनवाने का आइडिया आया

इसके लिए उनके दिमाग में एक आइडिया आया. वेंकटेश्वरलु ने सोचा कि क्यों न मैं घर की दीवारों पर अरुणा की पेंटिंग्स बनवा दूं. ऐसा उन्होंने किया भी. लेकिन पेंटिंग से ऐसा नहीं लगता था कि अरुणा उनके पास हैं. इसलिए वेंकटेश्वरलु को एक और आइडिया आया. उन्होंने सोचा कि क्यों न मैं अरुणा की मूर्तियां बनवाऊं. उन्हें घर के हर कोने में रखवा दूंगा. ताकि मुझे हरपल यही एहसास हो कि अरुणा मेरे पास ही है.

कोलकाता से बनवाई मूर्तियां

आइडिया आते ही उन्होंने कोलकाता में मूर्ति बनाने वालों से कॉन्टेक्ट किया. करीब तीन फीट ऊंची और दो फीट चौड़ी दो फाइबर की मूर्तियां उन्होंने बनवाईं. फिर उन्हें घर के एंट्री गेट पर पस्थापित करवा दिया. वेंकटेश्वरलु रोज यहां अपनी पत्नी की प्रतिमाओं पर फूल अर्पण करते हैं. उनका और भी मूर्तियां इसी तरह बनवाने का प्लान है. जल्द ही वो और भी मूर्तियां बनवाएंगे और घर में रखवाएंगे.

महाराष्ट्र पुलिस ने बांग्लादेशी पोर्न स्टार रिया बर्डे को किया गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेजों के साथ भारत में रहने का आरोप

बांग्लादेश की एक पोर्न अभिनेत्री को महाराष्ट्र में गिरफ्तार किया गया है. यहां की ठाणे क्राइम ब्रांच ने रिया उर्फ आरोही को उनके पूरे परिवार के साथ गिरफ्तार किया है. रिया एक बांग्लादेशी पोर्न स्टार हैं और महाराष्ट्र में हिंदू बनकर अपने परिवार के साथ रह रही थी.

पोर्न और सी ग्रेड स्टार रिया बर्डे, जिन्हें बन्ना शेख और आरोही बर्डे के नाम से भी इंडस्ट्री में जाना जाता है. अब वह सलाखों के पीछे हैं. उल्हासनगर में ठाणे क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे गिरफ्तार किया. फिर स्थानीय हिल लाइन पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत में रहने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 465, 468, 479, 34 और 14 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पूरे परिवार का फर्जी दस्तावेज

बांग्लादेशी अभिनेत्री रिया पर आरोप है कि वह मूल रूप से बांग्लादेशी है. वह फर्जी दस्तावेज बनवाकर अपनी मां, भाई और बहन के साथ भारत में अवैध रूप से रह रही थी.

यही नहीं बांग्लादेशी होने के बावजूद भारतीय कागजात बनाने के लिए रिया की मां ने अमरावती के एक शख्स से शादी भी की थी. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में रिया के अलावा उसकी मां अंजली बर्डे उर्फ रूबी शेख, पिता अरविंद बर्डे, बहन रितू उर्फ मोनी शेख और भाई रविंद्र उर्फ रियाज शेख को भी आरोपी बनाया है.

मां का पश्चिम बंगाल का होने का दावा

गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने प्रेस नोट में बताया कि, गिरफ्तार रिया कई प्रोडक्शन हाउस से जुड़ी हुई थी और उसने कई सी ग्रेड फिल्मों में भी काम किया है. वह अपने आरोही नाम से इंडस्ट्री में जानी जाती है. पूरे मामले की जांच करने वाले पुलिस सब-इंस्पेक्टर संग्राम मालकर ने बताया कि अब तक की जांच में पता चला कि रिया की मां अंजलि मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली है. वह अपनी दो बेटियों रिया और एक बेटे के साथ भारत में अवैध रूप से रह रही थी.

उन्होंने बताया, “रिया की मां ने खुद को पश्चिम बंगाल से होने का दावा करते हुए अमरावती निवासी अरविंद बर्डे से शादी भी की. बाद में खुद और अपने बच्चों के लिए फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट और अन्य फर्जी दस्तावेज बनवाकर भारतीय पासपोर्ट तक बनवा लिया, ताकि वह अपनी भारतीय पहचान साबित कर सके.”

रिया के दोस्त ने किया मामले का खुलासा

पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि रिया की मां और पिता दोनों फिलहाल कतर में रह रहे हैं. पुलिस ने बताया कि रिया को पहले भी मुंबई पुलिस ने वेश्यावृत्ति से जुड़े एक मामले में अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया था.

यह मामला तब पुलिस के सामने आया जब रिया के दोस्त प्रशांत मिश्रा को पता चला कि वह मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली है और देश में अवैध रूप से रह रही है. उन्होंने पुलिस में इस मामले की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने उसके दस्तावेजों की जांच की और पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश किया.

पितृ पक्ष के दौरान अगर आपके सपनों में पूर्वजों के आने के संकेत, जानें क्या है इसका अर्थ और महत्व!

पितृ पक्ष 2024 चल रहा है. 27 सितंबर 2024 को श्राद्ध का दसवां दिन है. इस दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनका निधन हिंदू पंचांग के दसवें दिन होता है. ऐसा माना जाता है कि 16 दिनों के इस पितृ पक्ष के दौरान अगर सच्चे मन से अपने पूर्वजों को याद करें और पिंडदान करें, तो इसका फायदा मिलता है. इससे पूर्वजों की कृपा बरसती है और उनका आशीर्वाद मिलता है. आपके पूर्वज आपसे खुश हैं कि नहीं ये अगर पता करना है तो इसका संकेत आपके सपने से जुड़ा हो सकता है. कहा जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान अगर आपके पूर्वज सपनों में आ रहे हैं तो और कुछ इशारा कर रहे हैं या कह रहे हैं तो ये इस बात से जुड़ा हो सकता है कि वे आपसे खुश हैं या फिर दुखी.

अगर आपके पूर्वज सपने में आशीर्वाद दे रहे हों

कहते हैं कि माता-पिता के आशीर्वाद से बड़ा कोई पुण्य कमाना नहीं होता. उनका आशीर्वाद और कृपा इंसान के लिए एक कवच की तरह होती है. ऐसे में अगर पितृ पक्ष की तरह आपके पूर्वज सपने में आ रहे हों और आशीर्वाद दे रहे हों तो इसका मतलब होता है कि वे आपपर महरबान हैं और जो भी काम आप करने जा रहे हैं उसमें आपको आपार सफलता मिलेगी. इसके अलावा आपके जीवन में आने वाले समय में धन का आगमन हो सकता है.

अगर सपने में आपके पूर्वज शांत हों

अगर सपने में आपके पूर्वज शांत बैठे हों तो ये भी शुभ संकेत माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि वे आपको आशीर्वाद दे रहे हैं और आपको निकट भविष्य में कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है. ये शुभ समाचार धन प्राप्ति हो सकती है. संतान सुख भी हो सकता है. या फिर कोई बड़ी खुशखबरी आपके जीवन में दस्कत दे सकती है.

अगर सपने में आपके पूर्वज हंस रहे हों

अगर सपने में आपके पूर्वज हंसते हुए नजर आएं तो इसका भी बहुत मतलब होता है. ये एक शुभ संकेत माना जाता है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जाता है कि आपके पूर्वज आपसे खुश हैं और उनकी कृपा आपपर बनी हुई है. वे आपको आशीर्वाद दे रहे हैं और आगे भविष्य में आपको कोई गुड न्यूज मिल सकती है. ये खुशखबरी नौकरी में आपकी तरक्की से जुड़ी हो सकती है. इसके अलावा ये खुशखबरी धन लाभ का भी संकेत हो सकती है.

देवरा पार्ट 2: जूनियर एनटीआर के फैन्स को बड़ा झटका! शूटिंग में हो सकती है लंबी देरी

Junior NTR के फैन्स को जिस घड़ी का इंतजार था, वो फाइनली आ गई है. इस साल की मच अवेटेड फिल्म Devara सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है. जूनियर एनटीआर के अपोजिट जान्हवी कपूर नजर आ रही हैं. वहीं सैफ अली खान विलेन बनकर भौकाल काट रहे हैं. फिल्म को प्री-बुकिंग से भी जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि फिल्म ओपनिंग डे पर 100 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन कर सकती है. यह फिल्म दो पार्ट में आएगी. ‘देवरा’ को लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. इस बीच फैन्स को निराश करने वाली खबर सामने आ गई है.

RRR की सफलता के बाद यह जूनियर एनटीआर की अगली फिल्म है. पिक्चर को लेकर लंबे वक्त से तगड़ा बज बना हुआ है. इस फिल्म को कोरताला शिवा डायरेक्ट कर रहे हैं. उन्होंने एक साल के अंदर ही फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली थी. फिल्म में काफी तगड़े VFX देखने को मिल रहे हैं. इसी बीच Cinejosh पर एक रिपोर्ट सामने आई. इंटरव्यू के दौरान डायरेक्टर ने कहा कि अगर एक्टर्स को दूसरे प्रोजेक्ट्स से वक्त नहीं मिला, तो दूसरे पार्ट की शूटिंग में देरी होगी. साथ ही एक और फिल्म में काम करने की इच्छा जाहिर की है.

देवरा पार्ट 2’ बनने में कितना वक्त लगेगा?

हाल ही में कोरताला शिवा ने बताया था कि Devara पार्ट 2 के दो एपिसोड पहले ही शूट कर लिए गए हैं. जिन हिस्सों को उन्हीं सेम सेट पर शूट किया जाना था, वो टीम के साथ कंप्लीट कर चुके हैं. वहीं पहले पार्ट के एक्सपीरियंस के साथ वो 6-8 महीने में दूसरे इंस्टॉलमेंट की शूटिंग खत्म कर सकते हैं. फिल्म की रिलीज के बाद वो जूनियर एनटीआर के साथ बैठकर सीक्वल के शूटिंग शेड्यूल की चर्चा करेंगे. पर जिस तरह से डायरेक्टर ने जानकारी दी है, वो देखकर साफ पता लगता है कि इसमें अभी वक्त लगेगा.

दरअसल जूनियर एनटीआर के पास ‘देवरा’ के अलावा दो बड़े प्रोजेक्ट्स हैं. जल्द वो ऋतिक रोशन की War 2 में दिखाई देंगे. वहीं प्रशांत नील के साथ एक फिल्म कर रहे हैं, जिसका टाइटल- ड्रैगन बताया जा रहा है. वहीं सैफ अली खान के खाते में भी पहले से ही कई प्रोजेक्ट्स हैं. वो कई फिल्मों के लिए अपनी डेट्स भी दे चुके हैं. बात रही जान्हवी कपूर की तो वो इस वक्त ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ पर काम कर रही हैं. इसके बाद वो दूसरी फिल्मों का काम खत्म करेंगी. कुल मिलाकर आने वाले एक साल में भी देवरा पार्ट 2 पर काम होगा या नहीं, कहा नहीं जा सकता. तो यह फैन्स के लिए झटका ही है क्योंकि उन्हें अब लंबा इंतजार करना होगा.

भारत की समुद्री सुरक्षा मजबूत होगी: नौसेना में शामिल होंगे 7 नए युद्धपोत और एक पनडुब्बी

भारतीय नौसेना के बेड़े में जल्द ही 7 नए युद्धपोत और एक पनडुब्बी शामिल होने जा रही है. यह भारत की ओर से अपनी समुद्री सुरक्षा को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा. भारतीय नौसेना को अगले चार महीनों के भीतर 7 युद्धपोत और एक पनडुब्बी मिल जाएगी. इससे नौसेना की निगरानी शक्ति भी बढ़ेगी, जिससे समुद्र में दुश्मन की हर हरकत पर कड़ी नजर रखी जा सकेगी.

नौसेना को जल्द ही एक सर्वे पोत और डाइविंग सपोर्ट पोत भी मिलेगा. इनमें से एक जहाज रूस में बन रहा है, जबकि बाकी भारतीय शिपयार्ड में बने हैं. ये सभी नवंबर तक नौसेना में शामिल हो सकते हैं. यानी हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की नौसेना को मजबूत करने के लिए नौसेना के बेड़े में इजाफा किया जाएगा. फिलहाल ये परीक्षण के अलग-अलग चरणों में हैं.

स्वदेशी ब्रह्मास्त्र ब्रह्मोस मिसाइल से रहेगा लैस

इन जहाजों में विध्वंसक, फ्रिगेट, सर्वेक्षक जहाज और पनडुब्बी शामिल हैं. ये सभी अत्याधुनिक संचार साधनों और हथियारों से लैस हैं. सूत्रों के मुताबिक रूस में बन रहा तलवार क्लास का तीसरे बैच का पहला गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट नवंबर तक भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएगा. इसका वजन 3600 टन से ज्यादा है. इसमें 180 नौसैनिक 9000 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकते हैं.

यह फ्रिगेट स्वदेशी ब्रह्मास्त्र “ब्रह्मोस मिसाइल” से लैस है. इस साल के अंत तक विशाखापत्तनम श्रेणी का चौथा और आखिरी गाइडेड मिसाइल विध्वंसक भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएगा. इस विध्वंसक का वजन 7400 टन है और यह ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है, जो लंबी दूरी की मिसाइल हैं. इसमें 32 बराक मिसाइलें भी हैं जो 100 किलोमीटर तक वार कर सकती हैं.

इसके साथ ही दुश्मन की पनडुब्बियों से निपटने के लिए रॉकेट और टॉरपीडो भी हैं. इसमें दो हेलीकॉप्टर तैनात किए जा सकते हैं. यह बेहतरीन संचार साधनों और रडार से लैस है. इसमें 300 नौसैनिकों के साथ 45 दिनों तक समुद्र में रहने की क्षमता है और यह एक बार में 15000 किलोमीटर की यात्रा कर सकता है. दूसरा बड़ा युद्धपोत नीलगिरी श्रेणी का पहला गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट नीलगिरी है.

मिसाइल फ्रिगेट नीलगिरी नवंबर में नौसेना में शामिल होगी

मिसाइल फ्रिगेट नीलगिरी का वजन 6670 टन है. यह 8 लंबी दूरी की ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है, जिनका इस्तेमाल दुश्मन के जहाजों या ज़मीनी ठिकानों पर किया जा सकता है. यह बराक मिसाइलों, रॉकेट और टॉरपीडो से भी लैस है. दुश्मन की पनडुब्बियों को निशाना बनाने वाला यह पहला माहे क्लास का पनडुब्बी रोधी युद्धपोत है, जिसे नवंबर में नौसेना में शामिल किया जाएगा.

यह तट के पास उथले पानी में पनडुब्बियों का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने में सक्षम है. यह टॉरपीडो के साथ-साथ आधुनिक सोनार सिस्टम से लैस है. कलवरी क्लास की छठी और आखिरी पनडुब्बी नवंबर में नौसेना में शामिल होगी. इसमें 43 नौसैनिक बैठ सकते हैं और यह पनडुब्बी 50 दिनों तक पानी के अंदर रह सकती है. यह पनडुब्बी एक बार में 12,000 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है.