यूएन के मंच से पीएम मोदी का बड़ा संदेश, बोले-शांति के लिए ग्लोबल रिफॉर्म की जरूरत, भारत तैयार है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र में 'समिट ऑफ द फ्यूचर' को संबोधित किया।उन्होंने वैश्विक चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर भाषण दिया। ‘बेहतर कल के लिए बहुपक्षीय समाधान’ विषय पर आयोजित इस शिखर सम्मेलन में दुनिया भर के विभिन्न नेता शामिल हुए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक सहयोग को मजबूत करने और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की।
'समिट ऑफ द फ्यूचर' को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जून में अभी मानव इतिहास के सबसे बड़े चुनावों में भारत के लोगों ने मुझे लगातार तीसरी बार सेवा का अवसर दिया है और आज मैं इसी मानवता के छठे हिस्से की आवाज आप तक पहुंचाने यहां आया हूं। उन्होंने कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय विश्व के भविष्य पर चर्चा कर रहा है, तो सर्वोच्च प्राथमिकता ‘‘मानव-केंद्रित दृष्टिकोण’’ को दी जानी चाहिए।
वैश्विक संस्थाओं में सुधार की वकालत
प्रधानमंत्री मोदी ने किसी विशेष संघर्ष का नाम लिए बिना कहा, मानवता की सफलता हमारी सामूहिक शक्ति में निहित है, युद्ध के मैदान में नहीं।वैश्विक शांति और विकास के लिए वैश्विक संस्थाओं में सुधार महत्वपूर्ण हैं। सुधार प्रासंगिकता की कुंजी है। एक तरफ वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए आतंकवाद जैसा बड़ा खतरा है, वहीं दूसरी तरफ साइबर, मैरिटाइम, स्पेस जैसे संघर्ष के नए मैदान बन रहे हैं। इन सभी मुद्दों पर वैश्विक कार्रवाई वैश्विक महत्वाकांक्षा से मेल खानी चाहिए।
हमारे पास दुनिया को देने को बहुत कुछ-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट का दावा ठोका और कहा कि हमारे पास दुनिया को देने को बहुत कुछ है। पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल एक्शन मस्ट मैच ग्लोबल एम्बिशन। टेक्नोलॉजी के सेफ और रेस्पांसिबल इस्तेमाल के लिए बैलेंस की आवश्यकता है। ग्लोबल गुड के लिए भारत अपने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को पूरे विश्व से साझा करने के लिए तैयार है।
पीएम मोदी ने कहा, सतत विकास को प्राथमिकता देते हुए, हमें मानव कल्याण, भोजन, स्वास्थ्य सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी होगी। हमने भारत में 250 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकालकर दिखाया है कि सतत विकास सफल हो सकता है। हम सफलता के इस अनुभव को ग्लोबल साउथ के साथ साझा करने के लिए तैयार हैं।
Sep 24 2024, 13:42