इंटरनेट सेवा बंद कर JSSC (CGL) परीक्षा आयोजित होने पर सियासत गर्म, सत्ता और विपक्ष में तीखा तकरार
रिपोर्टर जयंत कुमार
झारखंड में जेएसएससी की स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा 21 और 22 सितंबर को हो रही है। परीक्षा को कलचर मुक्त बनाने के लिए झारखंड सरकार के द्वारा इंटरनेट सेवा बंद कर दिगई है। झारखंड में यह पहली बार होगा कि प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित करने के लिए इंटरनेट सेवा को बंद किया गया है।
आज 21 सितंबर को पूरे झारखंड में सुबह 8 बजे से 1: 30 तक इंटरनेट बंद कर दिया गया। इंटरनेट सेवा बंद होते ही जहां लोग घंटों सोशल मीडिया से दूर हो गए तो वहीं दूसरी ओर मोबाइल बैंकिंग जैसी सारी सुविधाएं भी ठप हो गईं। प्रशासन की यह तैयारी कल यानी 22 सितंबर को होने वाली परीक्षा के दौरान भी सुबह 8 बजे से दिन के 1.30 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर परीक्षा आयोजित करने का है।
इंटरनेट सेवा बंद होने के बाद इसपर सियासत शुरू हो गई है। झारखंड की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने सरकार के इस फैसले पर तीखा प्रहार किया है। बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इंटरनेट बंद कर परीक्षा आयोजित किए जाने की आलोचना और निंदा की है। कदाचार मुक्त परीक्षा हो, ये सभी लोग चाहते हैं लेकिन आम लोगों की परेशानी में डाल कर ऐसा करना उचित नहीं है।
वही इस पर पलटवार करते हुए सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित करने में यदि चार घंटे लोगों को थोड़ी कठिनाई हो और इससे युवाओं का भला हो तो क्या हर्जा है।
झारखंड में जेएसएससी (CGL)परीक्षा को लेकर राज्य में इंटरनेट बंद करने फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दायर की गई। झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस आनंद सेन और जस्टिस अनुभा रावत चौधरी की अदालत में सुनवाई हुई है। हाई कोर्ट ने इंटरनेट बंद करने के राज्य सरकार के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। लेकिन कोर्ट ने राज्य सरकार से चार सप्ताह में शपथ पत्र के माध्यम से जवाब पेश करने को कहा है।
Sep 21 2024, 20:47