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पातेपुर निबंधन कार्यालय में अनियमितता के विरोध में लोगों ने किया प्रदर्शन
हाजीपुर. पातेपुर निबंधन कार्यालय में ऑनलाइन रजिस्ट्री शुरू होते ही बिचौलिए हावी हो गये हैं. ऑनलाइन रजिस्ट्री से लेकर स्टांप खरीद में भी लोगों को निर्धारित राशि से दुगुना रुपये देने पड़ रहे हैं. वहीं लोगों को रजिस्ट्री कराने के लिए चार- पांच दिनों का चक्कर लगाना पड़ रहा है. इससे परेशान लोगों ने मंगलवार को निबंधन कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करते हुए प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान लोगों ने रजिस्ट्रार के खिलाफ भी नारेबाजी की. प्रदर्शन करते लोगों ने आरोप लगाया कि जब से ऑनलाइन रजिस्ट्री का काम शुरू हुआ है। बिचौलिए हावी हो गये हैं. रजिस्ट्री के नाम पर मुद्रांक विक्रेता स्टांप दबाकर महुआ तथा हाजीपुर से मंगाकर देने के नाम पर लोगों से निर्धारित राशि से दुगुनी कीमत वसूल रहे हैं. सौ रुपये के स्टांप का दो सौ रुपये, पांच सौ के स्टांप का आठ सौ रुपये तथा एक हजार के स्टांप का 17 सौ रुपये वसूली कर रहे हैं. इससे जमीन रजिस्ट्री कराने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।       
       पूर्व में स्थानीय विधायक से शिकायत के बाद कुछ दिनों तक व्यवस्था ठीक थी, लेकिन जब से ऑनलाइन रजिस्ट्री का काम शुरू
हुआ है तब से निबंधन कार्यालय पर बिचौलिए हावी हो गये हैं. लोगों ने इसके खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है   
      जमीन रजिस्ट्री कराने वालों ने आरोप लगाया कि पातेपुर निबंधन कार्यालय में कातिब एवं बिचौलियों की मिलीभगत कर लोगों से ऑनलाइन रजिस्ट्री के नाम पर लोगों से दो हजार रुपये एक्स्ट्रा वसूल किया जाता है. जमीन के भौतिक सत्यापन के नाम पर भी लोगों को एक-एक सप्ताह तक बिना वजह दौड़ाया जाता है तथा उसके लिए भी लोगों से पैसे की उगाही की जाती है.  लोगों ने आरोप लगाया कि निबंधन कार्यालय में बिचौलियों की मनमानी की शिकायत करने के बाद भी अधिकारी कोई संज्ञान नहीं ले रहे हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने बताया कि जमीन के किस्म के नाम  पर अधिकारी से मिलीभगत कर बिचौलिए के माध्यम से अधिकारी भी पांच हजार से लेकर 10 हजार रुपये तक की उगाही करते हैं. इसके लिए लगभग एक सप्ताह पूर्व कातिब के दो गुटों में मारपीट की घटना भी हुई थी.    
         अधिकारी कहते हैं स्टाफ वेंडर के विरुद्ध अधिक राशि की वसूली की लिखित शिकायत नहीं मिली है. शिकायत मिलने पर मामले की जांच कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. विभाग द्वारा उपलब्ध इ-स्टांप का प्रयोग भी लोग कर सकते हैं.
अनत चतुर्दशी एवं विश्वकर्मा पूजा का विधि-विधान
हाजीपुर। अनंत चतुर्दशी का त्योहार 17 सितंबर को मनाया जाएगा। इसी दिन देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाएगी। दस दिवसीय गणेश पूजन का समापन भी होगा। आचार्य सुजीत शास्त्री उर्फ मिहू बाबा ने बताया कि पंचांग के मुताबिक भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 16 सितंबर दोपहर 3:04 बजे से आरंभ हो रही है और इस तिथि का अंत 17 सितंबर सुबह 11:44 पर हो रहा है। वहीं उदया तिथि को आधार मानते हुए अनंत - चतुर्दशी का त्योहार 17 सितंबर को मनाया जाएगा।

     
     अनंत चतुर्दशी व्रत पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 06:11 से दोपहर 12.04 तक रहेगा। इस दिन रवि योग का निर्माण हो रहा है, जो सुबह 6:07 से आरंभ होकर दोपहर 01:51 तक रहेगा। ज्योतिष में इस योग को बेहद शुभ माना जाता है। इस योग में पूजन करने से दोगुना फल प्राप्त होता है। आचार्य सुजीत शाखी उर्फ मिहू बाबा ने बताया कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष के चतुर्दशी के दिन अनंत चतुर्दशी व्रत हिंदू धर्म में बहुत ही विशेष रूप से मनाया जाता है।

   
     इसे अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है। इस व्रत में भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा होती है। भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी कहा जाता है। इस दिन अनंत भगवान, भगवान विष्णु की पूजा के पश्चात बाजू पर अनंत सूत्र बांधा जाता है। यह कपास या रेशम से बने होते हैं और इनमें चौदह गांठें होती हैं। अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन भी किया जाएगा।

    
    उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में अनंत चतुर्दशी का विशेष महत्व है। साथ ही यह त्यौहार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं। श्री हरि विष्णु की पूजा-अर्चना करते हैं। वहीं इस दिन अनंत सूत्र बांधने की परंपरा है।
    
     यह गणेश उत्सव का अंतिम दिन होता है। इस दिन रवि योग का निर्माण हो रहा है, जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है।
   
   
    विश्वकर्मा पूजन की है तैयारी मठ मंदिरों, आवासीय परिसरों व सार्वजनिक स्थलों पर भगवान विश्वकर्मा पूजा की तैयारी जोर सोर से की गई है।

      
      ऐतिहासिक स्थल कौनहारा घाट धाम स्थित पौराणिक मंदिर प्रजापति श्री विश्वकर्मा मंदिर के परिसर में मंदिर के पुजारी शरीर दान कर चुके महात्मा राम इकबाल दास उर्फ स्वामी जी के सानिध्य में धूभ धाम पूजन की तैयारी है। वही ऑटो स्टैंड, आइ टी आइ संस्थान, कम्प्यूटर संस्थान, गैराज, सर्विस सेंटर, गाड़ियों के शोरूम आदि में हर्षोल्लास के साथ पूजन की जाएगी। सोमवार को देर शाम तक लोग संस्थानों की साफ सफाई में जुटे रहे।
ग्रामीण विकास मंत्री आज करेंगे 'स्वच्छता ही सेवा' कार्यक्रम का उद्घाटन
   हाजीपुर। 'स्वच्छता ही सेवा' 2024 कार्यक्रम का उद्घाटन हाजीपुर में स्थानीय बीका के सभागार में  ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार करेंगे। सुबह 11:00 बजे दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का आगाज होगा। कार्यक्रम में सचिव, ग्रामीण विकास विभाग तथा सीईओ, जीविका शामिल होंगे। इस अवसर पर स्वच्छता पर लघु फिल्म की प्रस्तुति होगी।

        
      जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा ने बताया कि स्वच्छता अभियान को गांव से लेकर शहर तक जोड़ने के लिए पूरे एक पखवाड़े तक कई गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने अपील की है कि इस अभियान को जन अभियान बनाएं।
           
    
      हाजीपुर में राज्यस्तरीय 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान की शुरुआत 17 सितंबर से और 2 अक्टूबर तक चलेगा। 2017 से स्वच्छता पखवाड़ा हर वर्ष मनाया जा रहा है। इस साल की थीम स्वभाव स्वच्छता - संस्कार स्वच्छता है। इसके तहत 'गांधीजी के पदचिह्नों पर स्वच्छार्पण', राज्य के धरोहर स्थलों पर 'बिहार हमारा गौरव - स्वच्छता हमारी पहचान', गंगा ग्रामों में 'गंगा तेरा पानी अमृत', जीविका आधारित स्वच्छता संवाद समेत कई आयोजन होंगे।

       
       ‌जीविका के माध्यम से स्वच्छता पर चर्चा, सूखा-गीला कचरा पृथ्थकरण का प्रदर्शन और कचरा, अपशिष्ट पदार्थों से उपयोगी वस्तु के निर्माण आदि का आयोजन होगा।
        
     
       इस अभियान का उद्देश्य समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना और स्थानीय स्तर पर जनभागीदारी के माध्यम से स्वच्छता को बढ़ावा देना हैं. स्वच्छता न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और सामाजिक भी होती हैं. स्वच्छता और संस्कार व्यक्ति के व्यवहार और सोच में परिवर्तन लाते हैं.

     
         मुखिया, स्वयं सहायता समूह के सदस्य, स्वच्छता पर्यवेक्षक के साथ संवाद भी होगा। स्वच्छता किट, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का स्वीकृति पत्र,  पहले से प्राप्त आवास योजना के लिए गृह प्रवेश हेतु प्रतीकात्मक चाबी, आयुष्मान कार्ड आदि का वितरण होगा। इस अवसर पर स्वच्छता गीत, स्वच्छता प्रहरी एप, स्वच्छता मित्र एप भी लांच होगा। स्वच्छता शपथ ली जाएगी। हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा।
'स्वच्छता ही सेवा' अभियान शुरू शहर से गांव तक सफाई पर जोर
पीएम ग्रामीण आवास योजना के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र दी जाएगी।

'स्वच्छता ही सेवा' अभियान का उद्देश्य जिला मुख्यालय से पंचायत तक स्वछता पर बल देना: जिलाधिकारी हाजीपुर। जिला में 'स्वच्छता ही सेवा' 18 दिवसीय अभियान रविवार से ही शुरू हो गया। हालांकि इसकी विधिवत शुरुआत 17 सितंबर को बीका में आयोजित समारोह के साथ होगी। उद्घाटन समारोह में ग्रामीण विकास मंत्री, सचिव ग्रामीण विकास विभाग तथा जीविका के सीईओ भी शामिल होंगे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के लाभार्थियों के बीच स्वीकृति पत्र तथा गृह पूर्ण लाभार्थियों के बीच सांकेतिक चाबी दी जाएगी।

        
              'स्वच्छता ही सेवा' अभियान को लेकर अधिकारियों की विशेष बैठक रविवार को बीका में बुलाई गई। जीविका के सीईओ हिमांशु शर्मा तथा जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिला पदाधिकारी ने बताया कि इस स्वच्छता अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि जिला, अनुमंडल, प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर तक स्वच्छता पर विशेष बल देना। 17 सितंबर को जिले में इसकी विधिवत शुरुआत होगी।

        
              इस अभियान में जन भागीदारी जरूरी है। अधिकारियों से कहा कि वे स्वच्छता अभियान के सभी पहलुओं पर ध्यान दें और जन प्रतिनिधियों को भी कार्यक्रम और अभियान से जोड़ने की सलाह दी। आम लोगों में भी साफ सफाई और स्वच्छता को लेकर जन जागरूकता अभियान चलाएं। इस अभियान के दौरान जीविका, आईसीडीएस, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य कई विभागों से समन्वय कर दो दर्जन से ज्यादा गतिविधियों की कार्य योजना बनाई गई है।


                          'स्वच्छता ही सेवा' अभियान के अन्तर्गत अस्पतालों, सरकारी कार्यालय, नदी घाटों, पुरातात्विक महत्व के स्थलों, बाजार हाटों आदि की साफ-सफाई की जाएगी।

         
                   18 सितंबर को वैशाली बुद्ध स्तूप के निकट स्वच्छ भारत सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन होगा। 20 सितंबर को सभी प्रखंड में प्रखंड विकास पदाधिकारी के नेतृत्व में 5 किलोमीटर की साईकिल रैली की जाएगी। इस दौरान घर-घर जाकर स्वच्छता हेतु जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जगह-जगह सेल्फी प्वाइंट बनाए जाएंगे, सभी सरकारी  एवं प्राईवेट स्कूल कॉलेज में स्वच्छता विषय पर चित्रकला, भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता होगी। विजेता पुरस्कृत होंगे और सभी चित्रों को  राष्ट्रीय स्वच्छता दिवस के अवसर पर 2 अक्टूबर को आयोजित कार्यक्रम में प्रदर्शित किया  जाएगा।

          
            'स्वच्छता ही सेवा' अभियान को लेकर दिए गए निर्देश: स्वास्थ्य विभाग को स्वच्छताकर्मियों के स्वास्थ्य की जांच, स्वास्थ्य विभाग के अस्पताल परिसर की साफ-सफाई। शिक्षा विभाग को सभी विद्यालयों की सफाई, स्वच्छता से संबंधित निबंध, चित्रकला आदि प्रत्योगिता का आयोजन। जीविका के सभी समुदाय अधारित संगठनों में सफाई अभियान, स्वच्छता पर चर्चा, सूखा-गीला कचरा पृथक्करण का प्रदर्शन। कचरा, अपशिष्ट पदार्थों से उपयोगी वस्तु के निर्माण की दिशा में आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया गया। कार्यपालक अभियंता पीए‌चईडी को सभी पानी की टंकी की सफाई सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया ।

              
       बैठक में अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, एसडीएम हाजीपुर, विशेष कार्य पदाधिकारी, डीपीएम जीविका, निदेशक डीआरडीए सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।
450 सड़क और 76 पुलों का होगा निर्माण
हाजीपुर । राज्य सरकार के द्वारा 26 हजार किमी ग्रामीण सड़कों के निर्माण और 1600 पुल-पुलिया के निर्माण की मंजूरी मिलने के बाद जिले की जर्जर सड़कों के निर्माण का रास्ता साफ हो गया। जिले वासियों में उम्मीद जग गई है कि अब उनके क्षेत्र की जर्जर सड़कों और पुलों का कायाकल्प हो जाएगा।


     वैशाली जिले में स्टेट हाईवे सहित पथ निर्माण विभाग की कई मुख्य सड़कों की चौड़ीकरण का प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा गया है। यहां सड़क पर गाड़ियों के बढ़ते दवाब से सड़कों की चौड़ाई को और बढ़ाने की जरुरत हैं. कई जगह ऐसे भी हैं जहां स्टेट हाइवे पर भीषण जाम लगा रहता हैं तो वहीं कुछ जगह ऐसे भी हैं जहां पर जनसंख्या बढ़ी हैं जिससे गाड़ियों का परिचालन भी बढ़ा हैं.

    
      विभागीय कार्यपालक अभियंता बताते हैं कि डिस्ट्रिक एक्शन प्लान में पथ निर्माण विभाग की सड़कों के चौड़ीकरण और 50 सड़कों के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव दिया गया था।जिले के 16 प्रखंडों के पंचायतों के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाली जर्जर सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव भी सरकार को भेजा गया है। वहीं नए पुल और पुराने व जर्जर पुलों के निर्माण के लिए अलग से प्रस्ताव भेजा गया था.
    
      
       
     ग्रामीण अभियंत्रण संगठन के कार्यपालक अभियंताओं ने बताया कि जिले में कुल 400 जर्जर सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है।  सड़कों की जर्जर स्थिति के कारण बरसात के दिनों में इन पर पानी भर जाता है जिससे वाहनों के
परिचालन में काफी कठिनाई होती हैं तो वहीं दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती हैं.


  
    सम्पर्क पथ से जोड़ने के लिए 20 नई सड़क को भी शामिल किया है।  कई इलाके ऐसे भी हैं जिनका मुख्य सड़क से संपर्क न होने के वजह से आम जीवन में काफी परेशानी होती हैं। इलाके के लोगों का संपर्क बाजारों से नहीं हो पाता है़। दूसरे जगह आने-जाने में कठिनाई होती हैं ।इसी तरह पुराने व जर्जर पुलों सहित कुल 76 पुलों के निर्माण के लिए विधायक की अनुशंसा के साथ प्रस्ताव भेजा गया है।         
          
ग्रामीण अभियंत्रण संगठन महनार के कार्यपालक अभियंता तबरेज ने पूछने पर बताया कि सड़कों की मेंटेनेंस अवधि समाप्त होने वाली सड़कों के अलावा जर्जर सड़कों और पुलों के जीर्णोद्धार और निर्माण का प्रस्ताव जिले के माध्यम से सरकार में भेजा गया है। अभी तक उन प्रस्तावों की मंजूरी और निर्माण कार्य संबंधी किसी प्रकार की सूचना यहां उपलब्ध नहीं है।


इसी तरह ग्रामीण अभियंत्रण संगठन महुआ के कार्यपालक अभियंता संजय शर्मा ने भी बताया कि मेंटेनेंस अवधि समाप्त होने वाली सड़कों और जर्जर सड़क तथा पुल-पुलियों के निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है। अब तक उसकी मंजूरी या निर्माण संबंधी किसी प्रकार की जानकारी विभाग की ओर से नहीं मिली है।
आधुनिक स्वरूप में दिखेगा हरिहर क्षेत्र का सोनपुर मेला
      सोनपुर। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हर वर्ष लगने वाले एशिया प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले का सरकारी स्तर पर आगाज 13 नवंबर को होगा। मेला 13 नवंबर से प्रारंभ होकर 14 दिसंबर तक चलेगा। इस बार भी सरकारी स्तर पर मेले की अवधि 32 दिनों की होगी।

           
      अनुमंडल कार्यालय स्थित सभागार में शनिवार की शाम सारण के डीएम अमन समीर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मेले के आयोजन और संचालन को लेकर चर्चा किया गया। संचालन एडीएम शंभू शरण पांडेय कर रहे थे। बैठक के बाद डीएम अमन समीर और एसपी डॉ. कुमार आशीष ने बताया कि एशिया फेमस हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री से कराने के लिए अनुरोध किया जाएगा। 
           
    उन्होंने बताया  कि सोनपुर मेले में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर गंगा स्नान के लिए होने वाली लाखों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए स्नान घाटों, भीड़-भाड़ वाले इलाकों के अलावा पूरे मेला क्षेत्र में जगह-जगह मेटल डिटेक्टर, सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। 24 घंटे निर्वाध बिजली आपूर्ति की जाएगी।

    
        बैठक में पेयजल, रौशनी, स्वास्थ्य, सफाई, कानून व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, सड़कों एवं स्नानघाटों की मरम्मत, बैरिकेडिंग, नाव, गोताखोर, शौचालय, मेले का प्रचार- प्रसार आदि से संबंधित तैयारियों पर भी विचार-विमर्श किया गया। मुख्य पंडाल के मंच से प्रतिदिन होने वाल कार्यक्रमों की शुरुआत हरिहरनाथ मंदिर की आरती के साथ शुरू करने का अनुरोध किया गया। मंदिर के लाइव प्रसारण कराने का अनुरोध किया गया. एनएच पर भव्य गेट निर्मित कर वहीं से 80 फीट चौड़ी सड़क निर्माण के लिए प्रयास किया जा रहा हैं.
      
        
         वहीं, मेला अवधि में आयोजित होने वाली खेलकूद प्रतियोगिता, आउटडोर प्रतियोगिता, राष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति, फुटबाल, क्रिकेट, कबड्डी, कुश्ती और वॉलीबाल समेत अन्य नेशनल स्पोर्ट्स की रूपरेखा तय की जा रही है। इसके अलावा प्रसिद्ध हस्तियों का टॉक शो भी आयोजित किया जायगा. पुस्तक मेला के आयोजन के लिए भी प्रयास किया जायगा.

    
    पर्यटकों के विश्राम के लिए टेंट सिटी का निर्माण कराया जाएगा। नजदीकि जिलों में मेला स्पेशल बस सेवा चलाया जाएगा।  गजग्राह चौक, पुलघाट, नखास व चिड़ि बाजार में हाईमास्ट लाइट लगाने, मेला क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत, कालीघाट से पुलघाट तक रंग-रोगन कराने का भी निर्णय लिया गया।

  
       जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर सोनपुर मेला के उद्घाटन व समापन समारोह में मुख्य अतिथि को आमंत्रित करने के लिए अनुरोध किया जाएगा. र्बैठक में विधायक प्रो. रामानुज प्रसाद, पूर्व विधायक विनय सिंह, नगर पंचायत के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष विनोद सम्राट, रामविनोद, ज्ञानेन्द्र सिंह टूनटून, राकेश सिंह, अधिवक्ता नवल कुमार सिंह, निर्भय कुमार, अजय, लालबाबू राय, रामबालक, मनोज, शैलेन्द्र राम, अमित कुमार सिंह समेत अनेक जनप्रतिनिधियों ने सुझाव दिए। एसडीओ कुमार आशीष, एसडीपीओ नवल किशोर, कार्यपालक दंडाधिकारी रामजी पासवान, डीसीएलआर, बीडीओ, सीओ मौजूद रहे।
जिलास्तरीय युवा उत्सव 25 व 26 को
हाजीपुर। 28वें जिला स्तरीय युवा उत्सव के आयोजन को लेकर अपर समाहर्ता (राजस्व) की अध्यक्षता में आयोजन समिति की बैठक हुई। बैठक में 25 व 26 सितंबर को आरएन कॉलेज के सभागार में जिलास्तरीय युवा उत्सव मनाने का निर्णय लिया गया।

 
      विभिन्न विधा में विभिन्न आयुवर्ग के 15 से 29 वर्ष के कलाकार भाग ले सकते हैं। प्रतियोगिता में समूह गायन, समूह लोक मूल्य, लघु नाटक (अंग्रेजी / हिंदी), शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय गायन, हारमोनियम वादन सुगम, चाक्षुषकला, कविता लेखन, कहानी लेखन आदि को शामिल किया गया है।

       
        प्रतियोगिता के निर्णायक दल के सदस्यों का चयन किया जा रहा है एवं उन्हें आमंत्रित किया जायेगा।    प्रतियोगिता के अंत में चयनित प्रतिभागियों को पुरस्कृत करते हुए उनका चयन राज्य स्तरीय युवा उत्सव के लिए किया जायेगा।

           
           बैठक में बताया गया कि भाग लेने वाले प्रतिभागी अपना आवेदन जिला खेल कार्यालय, वैशाली, अक्षयवट राय में 21 सितंबर तक निबंधित डाक से या कार्य दिवस पर कार्यालय में हाथों-हाथ जमा करा सकते हैं। आवेदनपत्र का प्रारूप जिला खेल कार्यालय से 14 सितंबर से प्राप्त किया जा सकता है ।

     
      बैठक में बताया गया कि जिला स्तरीय युवा उत्सव के सफल संचालन के लिए कार्य योजना बनायी जा रही है। प्रतिभागियों के लिए पेयजल एवं अल्पाहार की व्यवस्था रहेगी। प्रतियोगिता स्थल पर पुलिस बल एवं मजिस्ट्रेट और स्वास्थ्य सुविधा की टीम भी तैनात रहेगी।
    
         बैठक में डीएसपी हेडक्वाटर, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी वैशाली, अनुमंडल पदाधिकारी हाजीपुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी, कला एवं संस्कृति सह जिला खेल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।

'स्कूलों में शीघ्र बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध' कराने को लेकर बैठक की गई |
हाजीपुर। जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग की योजनाओं की समीक्षा की। वहीं विद्यालयों की मरम्मत और रख-रखाव को लेकर भवन निर्माण, पीएचईडी तथा बिजली विभाग के अभियंताओं के साथ समीक्षा बैठक की।

     
         बैठक में डीईओ, वैशाली ने बताया कि 642 स्किम्स में से 360 की पोर्टल पर एंट्री कराकर काम शुरू कर दिया गया है। जिसमें 130 नए शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है, जो की एक से दो सप्ताह में चालू हो जाएंगे।
      
      वहीं 642 में से 5 लाख से कम लागत वाली 230 स्कीम्स हैं, जिसमें से 120 पीएचडी के पास हैं। पीएचईडी सहायक अभियंता ने बताया कि इन 120 स्कीम्स पर लोकल प्रचार प्रसार कर निविदा तुरंत शुरू होगी और काम शुरू कर दिया जाएगा।  इसके तहत 48 पेयजल और 130 शौचालयों का निर्माण कराया जाना है। डीएम ने इसे अविलंब शुरू करने को कहा।

      
        भवन निर्माण विभाग के पास पांच लाख से अधिक के 201 स्कीम्स हैं, जिसमें बताया गया कि सबका टेंडर हो गया है।
        
        डीएम ने इसे अविलंब शुरू करने को कहा। डीएम ने आदेश दिया कि इन सभी स्कीम्स पर  काम शुरू हो जाना चाहिए। उन्होंने रविवार तक काम शुरू कर इसे पोर्टल पर अपलोड करने को कहा।
डीएम ने कहा कि टेंडर फ्लोटेड होने पर पोर्टल में सब पर काम शुरू हो गया है, ये दिखना चाहिए।

     
कार्य की धीमी प्रगति को लेकर डीएम ने काफी नाराजगी जताई।  बुनियादी सुविधाएं की कमी से विद्यालयों के पठन-पाठन कार्य धीमी होती हैं. बैठक में डीडीसी के साथ अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

वैशाली में निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करने का निर्देश
हाजीपुर । जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने वैशालीगढ़ स्थित निर्माणाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन-सह-बुद्ध स्मृति स्तूप का गुरुवार को निरीक्षण किया। उनके द्वारा प्रत्येक सप्ताह वैशाली में निर्माण के प्रगति की समीक्षा की जाती है। निरीक्षण में भवन निर्माण विभाग के अपर सचिव विनय कुमार भी थे।   
   
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने पूरे परिसर में निर्माण कार्य को देखा और आवश्यक निर्देश दिए। निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि ने बताया कि लगभग 20 प्रतिशत ही कार्य शेष है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। निर्देश दिया गया कि परिसर में पौधरोपण भी कराएं। यहां अच्छे ढंग से वॉटर बॉडी का भी निर्माण कराएं। 
      
   
   मुख्य सम्यक स्तूप, मेडिटेशन सेंटर, गेस्ट हाउस, लाइब्रेरी, विजिटर केंद्र , म्यूजियम एवं पूरे परिसर का सौंदर्यीकरण पर्यटकों के लिए आकर्षक हैं.
       

 
   बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय-सह-बुद्ध स्मृति स्तूप के बन जाने के बाद यहां बौद्ध भिक्षु के साथ-साथ बड़ी संख्या में पर्यटक आएंगे। बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय में महात्मा बुद्ध के जीवन से संबंधित घटनाओं और बौद्ध धर्म से जुड़े प्रसंगों को यहां दर्शाया जाएगा। इस अवसर पर एसडीएम रामबाबू बैठा, कार्यपालक अभियंता नीरज भास्कर सहित कई अधिकारी और अभियंता मौजूद थे।
वैशाली के स्कूलों मेंअधिकारियों के निरीक्षण का दिख रहा असर

हाजीपुर।  शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पत्र के आलोक में और जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा के निर्देश पर उप विकास आयुक्त, वैशाली शम्स जावेद अंसारी ने विद्यालयों के निरीक्षण करने वाले अधिकारियों की बैठक कर विद्यालयों का सकारात्मक निरीक्षण करने का निर्देश दिया  था. वहीं गुरुवार तक जिले के कुल 2208 विद्यालयों में 1988 विद्यालयों का निरीक्षण कर निरीक्षण का प्रतिवेदन ई-शिक्षा कोष पर अपलोड कर दिया गया है।


    जिले के 2110 सरकारी विद्यालयों का निरीक्षण करने के लिए 301 पदाधिकारियों की ड्‌यूटी लगाई गई। 301 में 138 पदाधिकारी जिला प्रशासन अथवा अन्य विभागों से हैं।जबकि 163 शिक्षा विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मी हैं.

 
   वैशाली के सरकारी स्कूलों में पदाधिकारियों के सकारात्मक निरीक्षण का असर 'दिखने लगा हैं.शैक्षणिक व्यवस्था सुदृढ और सशक्त हो रही है। वहीं स्कूली वातावरण भी खुशगवार हैं।  अब जो भी विद्यालय का निरीक्षण करने आ रहे हैं। वह शिक्षकों की गलती पकड़ने के बजाय उन गलतियों को सुधारने और विद्यालय का माहौल कैसे बेहतर हो इस  पर परिचर्चा करते हैं। इसके अलावा अन्य कारणों पर भी स्कूल के सदस्यों के साथ विस्तार से चर्चा की जाती है।

     
     निरीक्षण के बदले स्वरूप से शिक्षक और प्रधानाध्यापक में खुशी का माहौल है।  बच्चे और अभिभावक भी शिक्षा प्रति ज्यादा सजग दिखते हैं। एक शिक्षक ने बताया कि जिला प्रशासन के जो अधिकारी विद्यालयों में आ रहे हैं वह बच्चों की कक्षा भी लेते हैंऔर शिक्षक तथा प्रधानाध्यापक के साथ बैठककर अपने अनुभवों को साझा भी करते हैं।

 
     जिले के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, मार्केटिंग ऑफिसर जब कक्षाओं में बच्चों के बीच होते हैं तो वह अपने  पढ़ाई के दिनों के संघर्ष को बच्चों के साथ के साझा करते हैं और बच्चों को नियमित रूप से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करते हैं।


कमियों को सुधारने को मिली एक सप्ताह की मोहलत

         शिक्षा विभाग के पदाधिकारी भी लगातार विद्यालयों में पठन-पाठन के माहौल को बेहतर करने के लिए निरीक्षण करने लगे हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी वीरेंद्र नारायण, डी पी ओ कुमार शशि रंजन, संतोष कुमार ने आवंटित चार विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों की सराहना की वहीं जो कमियां मिली उनको सुधारने के लिए एक सप्ताह की मोहलत दी। हालांकि, अभी भी कुछ ऐसे निरीक्षक पदाधिकारी हैं जो विद्यालयों में सुधार की बजाय शिक्षकों का भयादोहन करने में लगे हैं। शिक्षकों का कहना है कि बेहतर सुविधा भी उपलब्ध करवाने की सख्त जरूरत है। इसपर भी सभी को ध्यान देने की जरूरत है।


    एडीपीसी शिक्षा विभाग डॉ उदय कुमार उज्वल का निरीक्षण शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापकों के बीच काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। गुरुवार को जिन विद्यालयों में एडीपीसी द्वारा भ्रमण किया गया यहां संसाधनों की कमी नहीं है, परंतु बच्चों का नामांकन बहुत कम है, जिसे बढ़ाने को लेकर प्रधानाध्यापक, शिक्षक और स्थानीय जन समुदाय के साथ बैठक की गई और सबको  क्षेत्र का भ्रमण कर नामांकन बढ़ाने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा अन्य कारणों की भी चर्चा की गई है।