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विदेश में भारत की आलोचना करने पर राहुल गांधी पर भड़के केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी राहुल गांधी को बताया विभीषण


केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कांग्रेस के वरीय नेता और सांसद राहुल गांधी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अपने देश के बारे में दूसरे देशों में यह नहीं बोलना चाहिए था। अपने देश के प्रति सब लोग ईमानदार है, कोई भी देशभक्त ऐसा नहीं कह सकता है। 

राहुल गांधी अपने देश के नहीं विदेशों के नेता हैं। यही कारण है कि विदेशों में जाकर राहुल गांधी हिंदुस्तान के बारे में ऐसा बोलते हैं। कोई हिन्दुस्तानी ऐसा नहीं बोल सकता है तो राहुल गांधी को भी नही बोलना चाहिए। वह विपक्ष के नेता हैं। उन्हें सांसद में बोलना चाहिए। राहुल गांधी घर का भेदी लंका ढाए वाला काम कर रहे हैं।

दरअसल, बीते हफ्ते राहुल की अमेरिका यात्रा के दौरान उनके दिए बयानों पर जमकर हंगामा मचा रहा। जातिगत जनगणना से लेकर आरक्षण तक के मुद्दे पर विवाद हुआ। भारत विरोधी अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से उनकी मुलाकात पर सबसे ज्यादा विवाद हुआ। राहुल गांधी ने कहा था कि 'जब भारत एक निष्पक्ष जगह बन जाएगा तो कांग्रेस आरक्षण खत्म करने पर विचार करेगी। राहुल गांधी ने कहा कि भारत अभी निष्पक्ष जगह नहीं है। भारत में 90 फीसदी आबादी दलित, पिछड़ों और आदिवासियों की है, जो खेल में शामिल ही नहीं हैं।'

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आभार व्यक्त किया है। बताया कि विष्णुपद कॉरिडोर, महाबोधी कॉरिडोर, भुवनेश्वर से कोलकाता एक्सप्रेसवे, ओद्योगिक पार्क का निर्माण कराया जा रहा है। ऐसे में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की उपयोगिता और बढ़ जाएगी। 

गया वासियों को दो और वंदे भारत ट्रेन की सौगात

बता दें कि रेल मंत्रालय द्वारा गया वासियों को दो और वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी है। गया जंक्शन से पहली बार वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ किया गया। गया हावड़ा वंदे भारत और वाराणसी देवघर वंदे भारत को पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग से हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया हैं। इस अवसर पर गया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 6 पर कार्यक्रम आयोजित की गई। 

उक्त कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, पर्यावरण मंत्री डॉ प्रेम कुमार समेत कई नेता और रेलवे के अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावे गया जंक्शन पटना रांची वंदे भारत और रांची वाराणसी वंदे भारत का परिचालन पहले से हो रहा है। वहीं पटना टाटा पटना वंदे भारत का भी शुभारंभ रविवार को किया गया है। दो और वंदे भारत के साथ अब गया रेलवे स्टेशन से 5 वंदे भारत ट्रेन का परिचालन होगा।

इन दिनों से रेल यात्रियों को मिलेगा वंदे भारत ट्रेन की सुविधा

वहीं पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने बताया कि 18 सितंबर से ट्रेन संख्या 22303/22304 हावड़ा गया हावड़ा वंदे भारत ट्रेन का नियमित परिचालन किया जाएगा। यह ट्रेन गया और हावड़ा से गुरुवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन ही परिचालन होगा। जो दुर्गापुर, आसनसोल, धनबाद, पारसनाथ, कोडरमा रुकते हुए गया जंक्शन पहुंचेंगी। वहीं 16 सितंबर से ट्रेन संख्या 22500/22499 वाराणसी देवघर वाराणसी वंदे भारत ट्रेन का नियमित परिचालन किया जाएगा। 

उक्त ट्रेन मंगलवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन चलेगी। यह ट्रेन वाराणसी से डीडीयू, सासाराम, गया, नवादा, किऊल, जेसीडीह, देवघर जंक्शन पहुंचेगी। वहीं उन्होंने कहा कि रेल यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर गया और हावड़ा के बीच अत्याधुनिक व विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन का परिचालन का शुभारंभ किया गया है।

दिल्ली:केजरीवाल के इस्तीफे को कांग्रेस ने बताया नाटक कहा इस्तीफा ' सहानुभूति वोट हासिल करने का हथकंडा' हैं।


नई दिल्ली:- कांग्रेस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा को राजनीतिक मजबूरियों के कारण किया गया नाटक करार दिया और दावा किया कि 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा चुनाव और राष्ट्रीय राजधानी में होने वाले विधानसभा चुनावों में इसका पुरानी पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा.कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, पार्टी को सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ मजबूत सत्ता विरोधी लहर के कारण 10 साल के अंतराल के बाद हरियाणा में सरकार बनाने का भरोसा था और दिल्ली में भी वापसी करने का भी भरोसा था, जहां आप 2013 से सत्ता में है.

पहले ही देना चाहिए था इस्तीफा

दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने कहा, " अरविंद केजरीवाल को उस समय ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, जब उन पर शराब घोटाले में आरोप लगे थे और बाद में उसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था. उन्हें तब भी इस्तीफा दे देना चाहिए था, जब दिल्ली के लोग भारी बारिश के दौरान नालों के जाम होने के कारण बाढ़ से जूझ रहे थे या जब लोगों को पीने के पानी और बिजली की आपूर्ति की कमी से जूझना पड़ रहा था या जब शहर भारी प्रदूषण के कारण जाम हो गया था.?"

उन्होंने कहा कि अब जब कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है, तो अब वह इस्तीफा क्यों दे रहें. यह सब नाटक है और राजनीतिक मजबूरी के तहत किया जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को क्लीन चिट नहीं दी है और मतदाताओं के सामने उनकी पोल खुल गई है.

'मतदाता कांग्रेस का समर्थन करेंगे'

यादव ने कहा, "दिल्ली के मतदाताओं को एहसास हो गया है कि पहले शहर का विकास किसने किया और अब उनके लिए कौन काम कर रहा है. इस बार मतदाता कांग्रेस का समर्थन करेंगे, न कि आप का, चाहे चुनाव फरवरी में हों या नवंबर में. दिल्ली में मुकाबला कांग्रेस बनाम बीजेपी होने वाला है।

यही वजह है कि हाल ही में आप के कई नेता और मंत्री कांग्रेस में शामिल हुए हैं. हमने आर्टिलरी संगठन को पुनर्जीवित किया है और अगली सरकार हम ही बनाएंगे."

सहानुभूति वोट हासिल करने हथकंडा

पूर्व सांसद और पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने कहा, "केजरीवाल का इस्तीफा सहानुभूति वोट हासिल करने का एक हथकंडा है, लेकिन अब इसका कोई असर नहीं होगा. लोगों ने पिछली शीला दीक्षित सरकार और केजरीवाल सरकार के दौरान किए गए कामों में अंतर देखा है।

कांग्रेस अब दिल्ली को सबसे हरी-भरी राजधानी होने का गौरव वापस दिलाएगी."

हरियाणा के प्रभारी एआईसीसी सचिव मनोज चौहान ने कहा, 'हरियाणा में AAP की कोई मौजूदगी नहीं है और यह हाल के लोकसभा चुनावों में दिखा है. हमने हरियाणा में आप के साथ सीट बंटवारे की डील करने की कोशिश की, लेकिन वे पीछे हट गए और सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन हरियाणा में भी कांग्रेस बनाम भाजपा की लड़ाई होगी और हम वहां सरकार बनाएंगे।

हम मतदाताओं को बताएंगे कि आप को कोई भी वोट देने का मतलब भाजपा को अप्रत्यक्ष समर्थन होगा.उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली और हरियाणा में कांग्रेस और आप का गठबंधन था. हरियाणा में कांग्रेस ने 9 और AAP ने 1 सीट पर चुनाव लड़ा था. दिल्ली में कांग्रेस ने 3 और आप ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ा था. कांग्रेस ने हरियाणा में 5 सीटें जीतीं, लेकिन दिल्ली में एक भी नहीं.

आज का इतिहास:1959 में 15 सितंबर को ही भारत की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा दूरदर्शन की शुरुआत हुई थी


नयी दिल्ली : 15 सितंबर का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1971 में आज ही के दिन शांति पूर्ण दुनिया के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध ग्रीन पीस की स्थापना की गई थी। 

1959 में 15 सितंबर को ही भारत की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा दूरदर्शन की शुरुआत हुई थी।

2017 में आज ही के दिन कासीनी अंतरिक्ष यान शनि के उपग्रह टाइटन से टकरा गया था।

2009 में 15 सितंबर के दिन ही बंगलूर के मुंदिर शिवराजी ने सब जूनियर बिलियर्ड्स का ख़िताब जीता था।

2008 में आज ही के दिन अमेरिका के सबसे बड़े बैंकों में से एक लीमैन ब्रदर्स ने अपने आप को दिवालिया घोषित किया था।

2008 में 15 सितंबर के दिन ही क्राम्पटन गीब्स ने अमेरिका की एमएसआई ग्रुप कंपनी का अधिग्रहण किया था।

2004 में आज ही के दिन ब्रिटिश नागरिक गुरिंदर चड्ढा को ‘वूमैन आफ़ द ईयर’ सम्मान दिया गया था।

2001 में 15 सितंबर के ही दिन अमेरिकी सीनेट ने राष्ट्रपति को अफगानिस्तान पर सैनिक कार्यवाही की मंजूरी दी थी।

2000 में आज ही के दिन सिडनी में 27वें ओलंपिक खेलों का शुभारंभ हुआ था।

1981 में 15 सितंबर को ही वानुअतु संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य बना था।

1971 में आज ही के दिन शांति पूर्ण दुनिया के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध ग्रीन पीस की स्थापना की गई थी।

1959 में 15 सितंबर को ही भारत की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा दूरदर्शन की शुरुआत हुई थी।

1959 में आज ही के दिन रूसी नेता निकिता ख्रुश्चेव अमेरिका की यात्रा करने वाले सोवियत संघ के पहले नेता बने थे।

1948 में 15 सितंबर को ही स्वतंत्र भारत का पहला ध्वजपोत आईएनएस दिल्ली बंबई (अब मुंबई) के बंदरगाह पर पहुंचा था।

1940 में आज ही के दिन द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटेन की वायुसेना ने दावा किया कि इसने हिटलर की जर्मन वायुसेना को हरा दिया है।

1931 में 15 सितंबर के दिन ही गांधी-इरविन समझौता हुआ था।

15 सितंबर को जन्में प्रसिद्ध व्यक्ति

1967 में आज ही के दिन भारतीय अभिनेत्री राम्या कृष्णन का जन्म हुआ था।

1939 में 15 सितंबर को ही भारतीय अर्थशास्त्री, कानून मंत्री और न्यायमूर्ति भारत के लिए सुब्रमण्यम स्वामी का जन्म हुआ था।  

1927 में आज ही के दिन प्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार सर्वेश्वर दयाल सक्सेना का जन्म हुआ था।

1922 में 15 सितंबर को ही अमेरिकी अभिनेता और निर्देशक जैकी कूपर का जन्म हुआ था।

1909 में आज ही के दिन तमिलनाडु के प्रसिद्ध नेता और भूतपूर्व मुख्यमंत्री सी. एन. अन्नादुराई का जन्म हुआ था।

1905 में 15 सितंबर को ही भारत प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार डॉ. रामकुमार वर्मा का जन्म हुआ था।

15 सितंबर को हुए निधन

2012 में आज ही दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पांचवें सरसंघचालक के एस सुदर्शन का निधन हुआ था।

15 सितंबर को प्रमुख उत्सव

अभियंता दिवस

संचायिका दिवस

SIT की चार्जशीट में खुलासा:दुष्कर्म के दौरान पीड़िता को हंसने पर मजबूर करता था पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना

बेंगलुरु:- जेडीएस के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में एसआइटी के तीसरे आरोपपत्र से पता चला है कि वह पीड़िता को अपनी पसंद का इनरवियर पहनने और इस जघन्य कृत्य को अंजाम देते समय हंसने के लिए मजबूर करता था।

मामले की जांच कर रही एसआइटी ने जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत में 1,691 पन्नों का आरोपपत्र पेश किया और इसके साथ पीड़िता का बयान संलग्न किया। एसआइटी ने इस मामले में 120 से अधिक गवाहों से पूछताछ की है।

बंदूक की नोक पर किया दुष्कर्म

पीड़िता ने बताया है कि प्रज्वल ने बंदूक की नोक पर उसके साथ बार-बार दुष्कर्म किया, उसका वीडियो बनाया और वीडियो के स्क्रीनशाट लिए। वह इस बात पर जोर देता था कि पीड़िता को यौन उत्पीड़न के दौरान रोना नहीं चाहिए और उसे पूरे समय हंसना चाहिए। 

पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रज्वल ने 2020 से 2023 तक पीड़िता के साथ बार-बार दुष्कर्म किया। हर बार जब वह अपराध करता था, तो उसका वीडियो रिकार्ड कर लेता था।

कार्यक्रम के बाद प्रज्वल ने किया फोन

इसके बाद वह पीड़िता को धमकी देता था कि अगर उसने इसके बारे में किसी को बताया तो वह इसे सार्वजनिक कर देगा। मामले में गवाह एक विधायक ने एसआइटी को बताया कि वह एक कार्यक्रम में शामिल हुआ था, जिसमें प्रज्वल और पीड़िता दोनों ने भाग लिया था।कार्यक्रम के बाद प्रज्वल ने बार-बार उसे फोन किया और गेस्ट हाउस में आने के लिए मजबूर किया।

आर्मी स्कूल में TGT, PGT, PRT पदों पर भर्ती का एलान, टेस्ट के लिए आवेदन 25 अक्टूबर तक


नई दिल्ली:- आर्मी स्कूल्स में टीचर भर्ती की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है। आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी (AWES) द्वारा पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT), प्रशिक्षित ग्रेजुएट टीचर (TGT) एवं प्राइमरी शिक्षक (PRT) भर्ती ऑनलाइन स्क्रीनिंग टेस्ट (OST) के लिए रजिस्ट्रेशन 10 सितंबर से शुरू कर दिए गए हैं। जो भी अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल होना चाहते हैं वे OST के लिए निर्धारित अंतिम तिथि 25 अक्टूबर 2024 तक फॉर्म भर सकते हैं।

रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन माध्यम से AWES की ऑफिशियल वेबसाइट awesindia.com पर जाकर किया जा सकता है। पंजीकरण करने से पहले उम्मीदवार पात्रता एवं मापदंड की जांच अवश्य कर लें।

एप्लीकेशन प्रॉसेस एवं शुल्क

इस भर्ती में आवेदन के लिए आपको सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।

यहां आपको On-Line Screening Test for Teachers 2024 के नीचे रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करना है।

अब आपको पहले रजिस्टर बटन पर क्लिक करके मांगी गई डिटेल भरकर पंजीकरण कर लेना है।

इसके बाद लॉग इन के माध्यम से अन्य जानकारी भरकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर लें।

अंत में अभ्यर्थी तय शुल्क जमा करके पूर्ण रूप से भरे हुए फॉर्म को सबमिट कर दें।

आपको बता दें कि आवेदन पत्र भरने के साथ सभी वर्ग के उम्मीदवारों को 385 रुपये शुल्क जमा करना होगा। शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से किया जा सकता है।

इन डेट्स में होगा ऑनलाइन स्क्रीनिंग टेस्ट

आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी की ओर से ऑनलाइन स्क्रीनिंग टेस्ट (OST) का आयोजन 23 एवं 24 नवंबर 2024 को करवाया जाएगा।

एग्जाम के लिए 25 नवंबर के दिन को रिजर्व रखा गया है। आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड परीक्षा से कुछ दिन पूर्व जारी कर दिए जाएंगे। स्क्रीनिंग टेस्ट संपन्न होने के बाद रिजल्ट की घोषणा 10 दिसंबर 2024 को कर दी जाएगी।

Railway Recruitment 2024: ईस्टर्न रेलवे में अप्रेंटिसशिप के 3115 पदों पर नई भर्ती का एलान, आवेदन 24 सितंबर से


नई दिल्ली:- रेलवे में सरकारी नौकरी पाने का सपना देख रहे युवाओं के लिए बड़ी खबर है। एनटीपीसी के बाद अब आरआरसी ईस्टर्न रेलवे RRC Eastern Railway- ER) में अप्रेंटिसशिप के 3115 पदों रिक्त पदों को भरने के लिए भर्ती निकाली गई है। भर्ती के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ ही आवेदन तिथियों को भी घोषित कर दिया गया है। इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू कर दी जाएगी।

आवेदन शुरू होते ही अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन माध्यम से आरआरसी ईआर की ऑफिशियल वेबसाइट www.rrcer.org पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकेंगे। फॉर्म भरने की लास्ट डेट 23 अक्टूबर 2024 निर्धारित की गई है।

आवेदन से पहले यहां से चेक करें पात्रता

इस भर्ती में आवेदन के लिए अभ्यर्थी ने मैट्रिक उत्तीर्ण करने के साथ ही आईटीआई-ITI/ एनसीवीटी-NCVT सर्टिफिकेट संबंधित ट्रेड से प्राप्त किया हो। इसके साथ ही अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 15 वर्ष से कम और 24 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग से आने वाले अभ्यर्थियों को नियमानुसार छूट दी जाएगी। उम्र की गणना 23 अक्टूबर 2024 को ध्यान में रखकर की जाएगी।

एप्लीकेशन प्रॉसेस एवं आवेदन शुल्क

इस भर्ती में आवेदन केवल ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकेगा, अन्य किसी भी प्रकार से फॉर्म स्वीकार नहीं किये जाएंगे। एप्लीकेशन फॉर्म भरने के साथ ही जनरल, ओबीसी ईडब्ल्यूएस वर्ग के उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क के रूप में 100 रुपये का भुगतान करना होगा। एससी/ एसटी/ पीएच/ महिला अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल होने के लिए निशुल्क आवेदन कर सकते हैं।

कैसे होगा चयन

आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को मैट्रिक एवं आईटीआई/ एनसीवीटी में प्राप्त अंकों के अनुसार शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। शॉर्टलिस्टेड उम्मीदवारों को अगले चरण डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा। अंत में उम्मीदवारों के प्रदर्शन के अनुसार फाइनल मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। भर्ती से जुड़ी विस्तृत डिटेल के लिए अभ्यर्थी ऑफिशियल नोटिफिकेशन का अवलोकन अवश्य कर लें।

कानपुर के प्रसिद्ध केसर पान मसाला के मालिक की पत्नी की मौत, आगरा एक्सप्रेस-वे पर फटा गाड़ी का टायर


दिल्ली:- कानपुर के प्रसिद्ध केसर पान मसाला कंपनी के मालिक हरीश मखीजा की पत्नी की एक सड़क हादसे में मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि प्रीति मखीजा की कार का टायर इटावा के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर अचानक फट गया.

जानकारी के अनुसार, कार में केसर पान मसाला कंपनी के मालिक हरीश मखीजा की पत्नी प्रीति मखीजा, कानपुर के प्रसिद्ध शराब कारोबारी तिलक राज शर्मा की पत्नी और एक ड्राइवर सवार था.

इस सड़क दुर्घटना में प्रीति मखीजा की मौत हो गई, जबकि कार में सवार एक अन्य महिला और ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया है. पता चला है कि हरीश मखीजा और तिलक राज शर्मा अपने परिवार के सदस्यों के साथ एक निजी समारोह में शामिल होने के लिए आगरा जा रहे थे. जैसे ही उनकी कार 79 मैनपुरी के करहल टोल के पास पहुंची, तभी टायर फट गया और गाड़ी अचानक पलट गई।

मृतक महिला के बेटे पीयूष मखीजा ने बताया कि हादसे के वक्त बारिश बहुत तेज हो रही थी और गाड़ी की रफ्तार भी अधिक थी. इसी दौरान टायर फट गया और गाड़ी पलटने से मेरी मां की मौत हो गई. एक अन्य महिला इस हादसे में घायल हुई हैं.

लैंडमार्क होटल के चेयरमैन की पत्नी भी घायल

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लैंडमार्क होटल के चेयरमैन दीपक कोठारी की पत्नी दीप्ति कोठारी भी इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई. उन्हें सैफई के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. दीप्ति के सिर में चोट लगी है, जहां उनका इलाज चल रहा है.

सतीश महाना के रिश्तेदार?

वहीं, हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. साथ ही घायलों को इलाज के लिए सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है.

मैनपुरी के भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक गुप्ता ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि अचानक गाड़ी एक्सप्रेसवे पर पलट गई और कार में सवार प्रीति मखीजा की मौत हो गई है. वह लोग एक निजी समारोह में शामिल होने के लिए आगरा जा रहे थे. केसर पान मसाला के मालिक हरीश मखीजा, यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं. इस हादसे के बाद मृतक परिवार के घर मातम पसरा हुआ है.

हिंदी दिवस: 75 साल पहले हिन्दी राजभाषा बनी, 1953 से हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है हिन्दी दिवस


नयी दिल्ली : आज हिन्दी दिवस है। आज ही के दिन 1949 में हिन्दी को भारत की राजभाषा का दर्जा दिया गया था। दरअसल, साल 1947 में जब भारत आजाद हुआ तो आजाद भारत के सामने कई बड़ी समस्याएं थीं। जिसमें से एक समस्या भाषा को लेकर भी थी। 

भारत में सैकड़ों भाषाएं और बोलियां बोली जाती थीं। ऐसे में राजभाषा क्या होगी ये तय करना एक बड़ी चुनौती थी। हालांकि, हिन्दी भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। यही वजह है कि राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी ने हिंदी को जनमानस की भाषा कहा था।

संविधान सभा ने लंबी चर्चा के बाद 14 सितंबर को ये फैसला लिया कि हिन्दी ही भारत की राजभाषा होगी।

संविधान के अनुच्छेद 343 (1) में इसका उल्लेख है। इसके अनुसार भारत की राजभाषा ‘हिन्दी’ और लिपि ‘देवनागरी’ है। साल 1953 से हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए हर साल 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाने की शुरुआत हुई।

हालांकि हिन्दी को आधिकारिक भाषा चुनने के बाद ही गैर-हिन्दी भाषी राज्यों का विरोध शुरू हो गया। सबसे ज्यादा विरोध दक्षिण भारत के राज्यों से हो रहा था। विरोध को देखते हुए संविधान लागू होने के अगले 15 वर्षों तक अंग्रेजी को भी भारत की राजभाषा बनाने का फैसला लिया गया, लेकिन जैसे ही ये तारीख नजदीक आने लगी दक्षिण भारतीय राज्यों का अंग्रेजी को लेकर आंदोलन फिर से जोर पकड़ने लगा। इसलिए सरकार को 1963 में राजभाषा अधिनियम लाना पड़ा। इसमें अंग्रेजी को 1965 के बाद भी कामकाज की भाषा बनाए रखना शामिल था। 

राज्यों को भी अधिकार दिए गए कि वे अपनी मर्जी के मुताबिक किसी भी भाषा में सरकारी कामकाज कर सकते हैं। फिलहाल देश में 22 भाषाओं को आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला हुआ है।

आज, हिन्दी दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। हमारे देश में 77 प्रतिशत लोग हिन्दी बोलते, समझते और पढ़ते हैं।

आज है परिवर्तिनी एकादशी, भगवान विष्णु बदलेंगे करवट,जाने पूजा विधि,कथा और महत्त्व?


नयी दिल्ली : पुराणों में मनीषी पुरुषों ने जल को 'नारा' कहा है। वह नारा ही भगवान का अयन-निवास स्थल है इसलिए वे नारायण कहलाते हैं। नारायण स्वरूप भगवान विष्णु सर्वत्र व्यापक रूप में विराजमान हैं। वे ही मेघ स्वरूप होकर वर्षा करते हैं। वर्षा से अन्न पैदा होता है और अन्न से प्रजा जीवन धारण करती है। 

श्रीविष्णु देवशयनी एकादशी से योग निद्रा में चले जाते हैं और भाद्रपद शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन वे अपनी करवट बदलते हैं। इस एकादशी को पद्मा, परिवर्तिनी, वामन एकादशी या डोल ग्यारस के नाम से जाना जाता है। 

मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु करवट बदलने के समय प्रसन्न मुद्रा में रहते हैं, इस अवधि में भक्तिभाव और विनयपूर्वक उनसे जो कुछ भी मांगा जाता है वे अवश्य प्रदान करते हैं। 

यह भी माना जाता है कि इस दिन माता यशोदा ने जलाशय पर जाकर श्रीकृष्ण के वस्त्र धोए थे,इसी कारण इसे जलझूलनी एकादशी भी कहा जाता है। मंदिरों में इस दिन भगवान श्रीविष्णु की प्रतिमा या शालिग्राम को पालकी में बिठाकर पूजा-अर्चना के बाद ढोल-नगाड़ों के साथ शोभा यात्रा निकाली जाती है। 

एकादशी पूजा विधि

शास्त्रों के अनुसार पद्मा एकादशी के दिन प्रातः स्नान आदि से निवृत होकर भगवान विष्णु के वामन अवतार को ध्यान करते हुए उन्हें पचांमृत से स्नान करवाएं। इसके पश्चात गंगाजल से स्नान करवाकर कुमकुम-अक्षत, पीले पुष्प, चन्दन, तुलसी पत्र आदि से श्री हरि की पूजा करें। 

वामन भगवान की कथा का श्रवण या वाचन करने के बाद दीपक से आरती उतारें एवं प्रसाद सभी में वितरित करें। पुण्य फलों की प्राप्ति के लिए भगवान विष्णु के मंत्र ‘‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’’का यथा संभव तुलसी की माला से जाप करें। शाम के समय भगवान विष्णु के मंदिर अथवा उनकी मूर्ति के समक्ष भजन-कीर्तन करना शुभ माना गया है।

पद्मा एकादशी का महत्व

इस एकादशी पर भगवान विष्णु सहित देवी लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में धन और सुख-समृद्धि की प्राप्ति तो होती ही है। परलोक में भी इस एकादशी के पुण्य से उत्तम स्थान मिलता है। पद्मा एकादशी के विषय में शास्त्र कहता है कि इस दिन छाता,जूते, चावल, दही,जल से भरा कलश एवं चांदी का दान करना उत्तम फलदायी होता है। जो लोग किसी कारणवश पद्मा एकादशी का व्रत नहीं कर पाते हैं उन्हें पद्मा एकादशी के दिन भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों की कथा का पाठ करना चाहिए। विष्णु सहस्रनाम एवं रामायण का पाठ करना भी इस दिन उत्तम फलदायी माना गया है।

ये मिलता है फल

धर्मग्रंथों के अनुसार, पद्मा एकादशी का व्रत करने से वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है। जो मनुष्य इस एकादशी को भगवान विष्णु के वामन रूप की पूजा करता है उसके समस्त पापों का नाश होता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही, भगवान विष्णु की कृपा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। इस व्रत को करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

एकादशी कथा

शास्त्रों के अनुसार महादानी राजा बलि ने अपने पराक्रम से तीनों लोकों पर अपना अधिकार कर लिया था। लेकिन वह अपने द्वार पर आए किसी भी याचक को कभी भी निराश नहीं करते थे। एक बार भगवान विष्णु ने राजा बलि की परीक्षा ली। वामन रूप में भगवान विष्णु ने राजा बलि से तीन पग भूमि देने का वचन मांग लिया। भगवान विष्णु ने दो पग में समस्त लोकों को नाप लिया। जब तीसरे पग के लिए कुछ नहीं बचा तो राजा बलि ने अपना वचन पूरा करने के लिए अपना सिर वामन ब्राह्राण के पैर के नीचे रख दिया। भगवान, राजा बलि की इस भावना से बेहद प्रसन्न हुए और उन्हें पाताल लोक का राजा बना दिया।

आज का इतिहास: 2009 में आज ही के दिन चंद्रमा पर बर्फ खोजने का इसरो-नासा का अभियान असफल हुआ था

नयी दिल्ली : 13 सितंबर का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 2006 में आज ही के दिन इब्सा (भारत-ब्राजील-साउथ अफ़्रीका त्रिगुटीय संगठन) का पहला शिखर सम्मेलन ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया में शुरू हुआ था। 

1928 में आज ही के दिन भारत के प्रसिद्ध कवि श्रीधर पाठक का निधन हुआ था।

2009 में आज ही के दिन चंद्रमा पर बर्फ खोजने का इसरो-नासा का अभियान असफल हुआ था।

2009 में 13 सितंबर के दिन ही लोकसभा में एंग्लो इंडियन समुदाय के प्रतिनिधि के रूप में कोच्चि के चार्ल्स डायस को मनोनीत किया गया था।

2007 में आज ही के दिन रूस के राष्‍ट्रपति ब्‍लादिमिर पुतिन ने प्रधानमंत्री मिखाइल फ़ेदकोव के आग्रह को स्‍वीकार करते हुए केंद्रीय कैबिनेट को भंग किया था।

2007 में 13 सितंबर के दिन ही नेशनल एरोनॉटिक्‍स स्‍पेस एडमिनिस्‍ट्रेशन (नासा) के वैज्ञानिकों ने बृहस्‍पति से 3 गुना बड़े गृह का पता लगाया।

2006 में आज ही के दिन इब्सा (भारत-ब्राजील-साउथ अफ़्रीका त्रिगुटीय संगठन) का पहला शिखर सम्मेलन ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया में शुरू हुआ था।

2005 में 13 सितंबर को ही सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए समर्थन देने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका ने मानकों की घोषणा की थी।

2000 में आज ही के दिन भारत के विश्वनाथन आनंद ने शेनयांन में पहला फिडे शतरंज विश्व कप जीता था।

1968 में 13 सितंबर के दिन ही अल्बानिया वारसाॅ संधि से अलग हुआ था।

1948 में आज ही के दिन उप प्रधानमंत्री वल्लभ भाई पटेल ने सेना को हैदराबाद में घुस कर कार्रवाई करने और उसे भारतीय संघ के साथ एकीकृत करने का आदेश दिया था।

1922 में आज ही के दिन पोलिश संसद द्वारा जिडायनिया बंदरगाह निर्माण अधिनियम पारित किया गया था।

1914 में 13 सितंबर को ही प्रथम विश्व युद्ध में जर्मनी और फ्रांस के बीच एस्ने की लड़ाई शुरू हुई थी।

13 सितंबर को जन्में प्रसिद्ध व्यक्ति

1946 में 13 सितंबर के दिन ही परमवीर चक्र सम्मानित भारतीय सैनिक मेजर रामास्वामी परमेस्वरन का जन्म हुआ था।

1939 में आज ही के दिन प्रसिद्ध कवि एवं निबंधकार भगवत रावत का जन्म हुआ था।

1926 में 13 सितंबर के दिन ही भारत की महिला क्रांतिकारी नगेन्द्र बाला का जन्म हुआ था।

1912 में आज ही के दिन अमेरिकी अभिनेत्री रीटा शॉ का जन्म हुआ था।

13 सितंबर को हुए निधन

2012 में आज ही के दिन भारत के 21वें मुख्य न्यायाधीश रंगनाथ मिश्रा का निधन हुआ था।

1929 में 13 सितंबर के दिन ही भारत के प्रसिद्ध क्रांतिकारी जतीन्द्रनाथ दास का निधन हुआ था।

1928 में आज ही के दिन भारत के प्रसिद्ध कवि श्रीधर पाठक का निधन हुआ था।