"आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार " चौथे चरण में सिसई प्रखंड के पण्डरानी ग्राम में पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची डेस्क : आज गुमला जिले के सिसई प्रखंड अंतर्गत शिवनाथपुर पंचायत के पण्डरानी ग्राम में आयोजित चौथे चरण के "आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। जो उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आने वाले पांच वर्षों में आपको इतना मजबूत बनाएंगे कि आपको किसी से मदद मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप अपने बलबूते अपने विकास का रास्ता तय करेंगे और राज्य की तस्वीर एवं तकदीर बदलने में राज्य सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि "आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार " का चौथा चरण चल रहा है । हर गांव- मोहल्ला- टोला में शिविर लगाकर आपकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। मेरा आपसे कहना है कि आपका अधिकार आपका दरवाजा खटखटा रहा है। आप आगे आएं और और अपनी जरूरत की योजना को अपने घर में ले जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जो भी योजनाएं बना रही है, वह आपकी सोच और जरूरत को ध्यान में रखकर है। हम अपनी इन योजनाओं के माध्यम से आपको आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। क्योंकि, जब आप सशक्त होंगे तो राज्य भी मजबूत बनेगा। उन्होंने यह भी कहा कि "आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम में जो भी आवेदन आते हैं, उनका भी ध्यान योजनाओं के निर्धारण में किया जाता है, क्योंकि इससे हमें अपनी जनता के वास्तविक हालात की जानकारी प्राप्त होती है।
उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि ये सरकार रांची हेडक्वार्टर से नहीं बल्कि गांव और देहात से चल रही है। ग्रामीणों की समस्याओं से हम भली- भांति वाकिफ हैं। ऐसे में ग्रामीण व्यवस्था की मजबूती हमारी प्रतिबद्धता है। यहां के आदिवासी- मूलवासी वर्षों से काफी पिछड़े रहे हैं। पिछले 20 वर्षों में ये हमेशा हाशिये पर रहे । लेकिन, इन्हें आगे बढ़ाने के लिए हमारी सरकार लगातार प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा, सिदो -कान्हू, तिलका मांझी, बुधु भगत और नीलाम्बर पीताम्बर जैसे अनेकों वीरों ने जल- जंगल- जमीन की रक्षा एवं अन्याय, शोषण जुल्म के खिलाफ अपनी शहादत दे दी थी। लेकिन, आज उद्योग- धंधे, खनन एवं फैक्ट्री लगाने के नाम पर जल -जंगल- जमीन के साथ छेड़छाड़ होता रहा है। इस वजह से यहां के आदिवासी- मूलवासी विस्थापित होते गए। उनकी जमीन पर किसी और का कब्जा हो गया। लेकिन, हमारी सरकार जल- जंगल- जमीन की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस सिलसिले में नेतरहाट फायरिंग रेंज को बंद कर हमने ग्रामीणों को उनकी जमीन वापस करने का काम किया है ।
18 वर्ष से अधिक की बहन- बेटियां भी दे सकती हैं अग्रिम आवेदन
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड मुख्यमंत्री मईंयां सम्मान योजना नारी सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया एक मजबूत कदम है । इस योजना को लेकर राज्य की बहन- बेटियों में अदभुत उत्साह देखने को मिल रहा है । अभी इस योजना का लाभ 21 से 50 वर्ष की महिलाओं को मिल रहा है, लेकिन योजना के प्रति बहन- बेटियों का जबरदस्त उत्साह देखते हुए हमने 18 वर्ष से ही इस योजना का लाभ बहन- बेटियों को देने का निर्णय लिया है। इस सिलसिले में जल्द ही नीति बनाई जाएगी। लेकिन, मैं राज्य की बहन- बेटियों से कहना चाहता हूं कि वे "आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार" कार्यक्रम के तहत आयोजित शिविरों में अग्रिम आवेदन दें ताकि उन्हें इस योजना का लाभ देने की प्रक्रिया भी आरंभ हो जाए।
Sep 08 2024, 19:09