*सक्रिय क्षय रोग खोजी अभियान को सफल बनाने के लिए दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण*
सीतापुर- स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आशा व वॉलिंटियरों को सक्रिय क्षय रोग खोजी अभियान को सफल बनाने के लिए दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण। जानकारी के अनुसार शनिवार को प्रशिक्षण दाता रितेश मेहरोत्रा व इंद्रेश भार्गव ने आगामी सोमवार से प्रारंभ होने वाले सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान को सफल बनाने के लिए आशाओं व वॉलिंटियरों की 21 टीमों को प्रशिक्षित किया।
इस मौके पर उन्होंने आशाओं को प्रशिक्षित करते हुए कहा कि, सभी टीमे चयनित क्षेत्र में घर-घर जाकर संदिग्ध टीबी मरीजों की खोज करेंगी। आशाओं को संबोधित करते हुए नोडल अधिकारी डॉ जामिद अली ने टीबी के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि, दो सप्ताह से अधिक खांसी बुखार आना, रात में पसीना आना, भूख में कमी या वजन घटना टीबी के लक्षण हो सकते हैं। उन्होंने इस मौके पर क्षय रोगियों के लिए चलाई जा रही निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत रोगियों को मिलने वाले लाभों की जानकारी दी।
उन्होंने उपस्थित सभी आशाओं को जागरुक करते हुए बताया कि टीबी रोग को देश से हटाने के लिए सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है। इस राष्ट्रीय कार्यक्रम को सफल बनाने में कोई भी लापरवाही न बरती जाए। इस मौके पर आशा, वॉलिंटियर और स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।
Sep 07 2024, 18:37