कृषि विवि में बिहार के 56 प्रगतिशील किसानों ने लिया प्रशिक्षण
कुमारगंज अयोध्या ।आचार्य नरेंद्र कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के प्रसार निदेशालय में श्रीअन्न उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपरण विषय पर चल रहे पांच दिवसीय प्रशिक्षण का देर शाम समापन हो गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह के दिशा निर्देशन में आयोजित किया गया। बिहार के जहानाबाद से 56 प्रगतिशील किसानों का दल पांच दिवसीय प्रशिक्षण के लिए कृषि विवि पहुंचा था। किसानों ने प्रशिक्षण में श्रीअन्न (मोटे अनाज फसलों) की वैज्ञानिक खेती, उत्पाद, बागवानी फसलों आदि की जानकारी ली।
अपर निदेशक प्रसार डॉ आर. आर. सिंह ने बताया कि जमीन में पोषण का प्रयोग व्यवस्थित तरीके से नहीं किया गया तो उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।कहा की स्वस्थ शरीर एवं खुशहाल जीवन के लिए सभी को श्री अन्य का प्रयोग करना होगा। अपनी मृदा को स्वस्थ रखने के लिए प्राकृतिक विधि के सिद्धांतों को अपनाकर मिट्टी में उपयोगी माइक्रो आर्गेनिज्म की संख्या को बढ़ाएं। वरिष्ठ प्रसार अधिकारी डा. के.एम. सिंह ने बताया कि श्रीअन्न का अधिक उत्पादन लेने के लिए सस्य क्रियाएं समय से करें, इससे उत्पादन में तेजी के साथ वृद्धि होती है। किसानों ने आंवला, बेल, बेर, जामुन एवं ड्रैगन फ्रूट की खेती को बारीकि से जाना। उन्हे बताया गया कि इन पौधों के विकास एवं अच्छे उत्पादन के लिए रोशनी व धूप वाले क्षेत्र में लगाना चाहिए।
इस दौरान वैज्ञानिकों ने विभिन्न प्रजातियों के फलों में लगने वाले बीमारियों के लक्षण एवं बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। आंवला में जंग रोग काफी आम बात है। इस दौरान किसानों ने आंवला, बेर, बेल आदि से जैम, जेली, जूस और मुरब्बा आदि उत्पाद बनाने के गुणों को भी सीखा। कार्यक्रम को सफल बनाने में अमरनाथ सिंह, संपादक उमेश पाठक, एसपी सिंह, उमाशंकर पांडेय, अमन यादव, एकता सिंह, पल्लवी, सुरुचि, शमशेर, संजय, कृष्ण कुमार, राममूर्ति, नूरे आलम, राम सूरज राव आदि का विशेष योगदान रहा।
Sep 01 2024, 18:32