बड़ी संख्या में अजगरों के मिलने से मच गया हड़कंप,अब तक 25 का किया गया रेस्क्यू
उत्तर प्रदेश के इटावा चंबल क्षेत्र में बड़ी संख्या में अजगरों के मिलने से हड़कंप मच गया. इलाके के ग्रामीण अजगरों की उपस्थिति से भयवीत हो गए. डर की वजह से किसानों ने खेतों पर जाना छोड़ दिया. उन्होंने इसकी जानकारी आगरा चंबल सेंचुरी वन विभाग और इटावा के वन विभाग के अफसरों को दी. सूचना मिलने के बाद चंबल सेंचुरी के अफसरों ने रेस्क्यू अभियान चलाकर अजगर पकड़े. अजगरों को जन्म देने वाली मादा और नर अजगर अब तक रेस्क्यू टीम की पहुंच से बाहर है. टीम का कहना है कि पहली बार अजगरों का सबसे बड़ा आशियाना मिला है.
चंबल सेंचुरी की टीम के साथ रेस्क्यू करने पहुंचे ओशन संस्था के प्रतिनिधि डॉ. आशीष त्रिपाठी ने बताया कि, वह करीब 10 वर्षों से विभिन्न प्रकार के सांपों का रेस्क्यू कर रहे हैं. लेकिन पहली दफा कितनी बड़ी संख्या में उन्हें सांपों का रेस्क्यू करने का मौका मिला है. स्थानीय ग्रामीण अजय मिश्रा का कहना है कि, उनकी जानकारी में जैसे ही यह बात आई की पाली गोपालपुर गांव में अजगरों का बसेरा है.
24 अजगर, 1 करैत सांप
ग्रामीणों ने तत्काल यह जानकारी चंबल सेंचुरी के अफसर को दी. जिसके बाद उन्होंने मौके पर आकर के अजगरों का रेस्क्यू किया गया. चंबल सेंचुरी के वन क्षेत्राधिकारी के के त्यागी ने गुरुवार को यह जानकारी दी कि, स्थानीय ग्रामीणों की सूचना के आधार पर चंबल सेंचुरी की टीम ने वन्य जीव प्रतिनिधियों की मदद से पाली गोपालपुर गांव में स्थित सरकारी ट्यूबवेल की पानी की टंकी से रेस्क्यू अभियान चला करके 24 अजगर और एक करैत सांप का लाइव रेस्क्यू किया.
4-4 फुट के अजगर
उन्होंने बताया कि रेस्क्यू किए गए, सभी सांप 4 फुट से अधिक लंबाई के है. रेस्क्यू किए गए एक साथ दो दर्जन सांपों को प्राकृतिक आवास में छोड़ा दिया गया है. त्यागी ने बताया कि उन्होंने पहली दफा चंबल इलाके में इतनी बड़ी तादाद में एक साथ अजगरों का बसेरा पाया है. जिसको स्थानीय ग्रामीणों की सूचना के आधार पर रेस्क्यू करके प्राकृतिक वास में छोड़ दिया गया है. स्थानीय ग्रामीणों ने अजगरों की सक्रियता के बाद भयभीत होकर इलाके में खेती करना छोड दी थी. रेस्क्यू के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है.
Aug 30 2024, 15:23