कोलकाता कांड पर बोले पीड़िता के वकील बिकास रंजन
कोलकाता में डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में पीड़िता के वकील बिकास रंजन भट्टाचार्य ने ममता सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने राज्य सरकार का करप्ट बताया है. इसके साथ-साथ घटना में कॉलेज के प्रिंसिपल की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए संदेहास्पद बताया है और कहा है कि उसकी अच्छे से जांच होनी चाहिए. मुझे उम्मीद है कि सीबीआई सही जांच कर पाएगी.
वकील ने बताया कि कोर्ट में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर हमने कहा है कि पीड़िता के शरीर की जो हालत थी उससे ये बिल्कुल नहीं लगता है कि किसी एक शख्स वैसा कर सकता है. शरीर पर मल्टीपल एटेम्पट हुए हैं. राज्य सरकार ने रेप विक्टिम्स का रेट चार्ट तय कर रखा है. इस सरकार में ये देखा जाता है कि कौन सी महिला के साथ कितनी बार रेप हुआ है, उस आधार पर उसे पैसा दिया जाता है.
वहीं, कॉलेज के प्रिंसिपल को लेकर भट्टाचार्य ने कहा कि घटना में संदीप घोष की भूमिका संदिग्ध है. इस घटना के पीछे कोई न कोई प्रभावशाली लोग हैं, जिन्हें ममता सरकार बचाना चाह रही है. घटनास्थल वाली जगह के बगल में कंस्ट्रक्शन क्यों कराया गया, घटना की जानकारी देने में क्यों देरी हुई, डिपार्टमेंट ने कुछ जवाब क्यों नहीं दिया, ऐसे तमाम बिंदु हैं. इस मामले में बुधवार को सीबीआई अपनी रिपोर्ट सबमिट करेगी. जहां तक डीएनए प्रोफाइलिंग की बात है तो उसकी रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है.
संभव है कि कुछ खुलासा करना चाहती थी पीड़िता
वकील ने दावा किया है कि 2011 से जब से ममता सरकार बनी है उसके बाद से इस राज्य में कई सारे ऐसे घोटाले हुए हैं. जिसमें शिक्षा घोटाला, राशन घोटाला और तमाम तरह के घोटाले हैं. इस अस्पताल में भी संभव है कुछ ऐसा चल रहा था जिसे वह लड़की बताना चाहती थी और उसे बताने नहीं दिया गया. कई सारे ऐसे पहलू हैं जिसकी जांच होनी चाहिए और मुझे ऐसा लगता है कि सीबीआई जांच में सारी चीजें निकल कर सामने आएगी.
घटना को किसी एक व्यक्ति ने नहीं दिया अंजाम
उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मैंने नहीं देखा है, लेकिन पीएम करने वाले डॉक्टरों से बात करने के बाद मैं यह दावा कर सकता हूं कि इस घटना को किसी एक व्यक्ति ने अंजाम नहीं दिया है. सवाल यह भी उठता है कि आनन-फानन में पीड़िता की लाश का अंतिम संस्कार क्यों कर दिया गया? पीड़िता के पिता जो कह रहे हैं वो बिल्कुल सही कह रहे हैं.
मामले में पीड़िता के पिता से कई सारे तथ्य छिपाए गए. सिर्फ और सिर्फ पुलिस और प्रशासन यह चाह रही थी कि किसी भी तरीके से लोगों को वहां पहुंचने नहीं दिया जाए. यही वजह है कि उन्होंने लाश को नहीं बल्कि एविडेंस को ही जला दिया है.
Aug 21 2024, 11:15