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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से देश को दिया ये संदेश, जानिए भाषण की 15 बड़ी बातें


नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर लगातार 11वीं बार तिरंगा झंडा फहराया। इस पर मौके पर पीएम मोदी ने राष्ट्र को करीब एक घंटे 41 मिनट संबोधित किया।

प्रधानमंत्री ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध, भ्रष्ट्राचार, न्यायिक प्रणाली में सुधार, बांग्लादेश के हालात समेत कई मुद्दों पर बात की। आइए जानते हैं पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें।

पीएम मोदी ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध पर चिंता जताते हुए कहा कि हमें गंभीरता से सोचना होगा। हमारी माताओं, बहनों, बेटियों के प्रति जो अत्याचार हो रहे हैं उसके प्रति जन सामान्य का आक्रोश है। 

इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा। महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो। राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो, ये समाज में विश्वास पैदा करने के लिए जरूरी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने को कहा कि अगले पांच वर्षों में मेडिकल की पढ़ाई के लिए 75 हजार नई सीटें सृजित की जाएंगी। उन्होंने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में यह भी कहा कि विकसित भारत के साथ ही हमें स्वस्थ भारत बनाना होगा। 

मोदी ने कहा कि हमने पिछले 10 साल में मेडिकल सीटों को करीब करीब एक लाख कर दिया। हर साल 25 हजार युवा मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं। वे ऐसे-ऐसे देशों में जाते हैं कि मैं सुनकर हैरान रह जाता हूं। उन्होंने घोषणा की कि हमने तय किया है कि अगले पांच साल में मेडिकल लाइन में 75 हजार नई सीटें बनाई जाएंगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब 40 करोड़ देशवासी गुलामी की जंजीरों को तोड़कर देश को आजाद कर सकते हैं तो आज 140 करोड़ ‘परिवारजन’ इसी भाव से समृद्ध भारत भी बना सकते हैं। 

78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘विकसित भारत 2047’ सिर्फ भाषण के शब्द नहीं हैं बल्कि इसके पीछे कठोर परिश्रम जारी है और देश के सामन्य जन से सुझाव लिए जा रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि हम 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। अगर 40 करोड़ देशवासी अपने पुरुषार्थ, समर्पण, त्याग और बलिदान से आजादी दिला सकते हैं, आजाद भारत बना सकते हैं तो 140 करोड़ देशवासी इसी भाव से समृद्ध भारत भी बना सकते हैं। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यह समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता का और अगर देश के लिए मरने की प्रतिबद्धता आजादी दिला सकती है तो देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता समृद्ध भारत भी बना सकती है।

पीएम मोदी ने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार देश में बड़े सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है और वह राजनीतिक गुणा-भाग से नहीं, बल्कि ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि’ के संकल्प के साथ कदम उठाती है। 

उन्होंने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में पिछले 10 वर्षों के दौरान उठाए गए कदमों तथा प्रमुख योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ‘यथास्थिति’ वाली मानसिकता को खत्म किया है। 

मोदी ने कहा कि पहले देश में यथास्थिति का एक माहौल बन गया था। लोग कहते थे कि कुछ होने वाला नहीं है। हमें इस मानसिकता को तोड़ना था और हमने तोड़ा । मोदी ने कहा, ‘‘देश का सामान्य नागरिक बदलाव चाहता था। हमने बड़े सुधार किए हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। मैं चाहता हूं कि भ्रष्टाचारियों के मन में डर पैदा हो ताकि आम आदमी को लूटने की परंपरा बंद हो। 

हम संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं लेकिन कुछ लोग होते हैं जो प्रगति देख नहीं सकते जो भारत का भला सोच नहीं सकते हैं। जब तक खुदका भला न हो तब तक उन्हें किसी का भला अच्छा नहीं लगता। देश को ऐसे लोगों से बचना होगा। ईमानदारी के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई तीव्र गति से जारी रहेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि हम दुनिया को बताना चाहते हैं कि उन्हें प्रगतिशील भारत को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है।

पीएम मोदी ने कहा कि मैंने सपना देखा है कि 2047 विकसित में सरकार की दखल कम हो। जहां सरकार की जरूरत हो वहां अभाव न हो और सरकार का बिना कारण प्रभाव भी न हो। मोदी ने कहा कि विश्व में सबसे तेज़ गति से करोड़ों लोगों को कोविड वैक्सीनेशन का काम हमारे देश में हुआ।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को उम्मीद जताई कि बांग्लादेश में हालात जल्द सामान्य होंगे और वहां हिंदू तथा दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में यह भी कहा कि बांग्लादेश की विकास यात्रा को लेकर शुभेच्छा रहेगी। 

मोदी ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है उसको लेकर पड़ोसी देश के नाते हमें चिंता होना स्वाभाविक है। मैं आशा करता हूं कि वहां हालात जल्द सामान्य होंगे। 140 करोड़ देशवासियों की चिंता यह है कि वहां हिंदू, अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो। 

उन्होंने कहा, ‘‘भारत हमेशा चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश सुख और शांति के मार्ग पर चलें।

पीएम मोदी ने कहा कि बार-बार चुनाव देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न करते हैं । पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि समान नागरिक संहिता को लेकर बार-बार चर्चा की है। मैं कहूंगा कि यह समय की मांग है कि देश में एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता हो...तभी हम धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्त हो पाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि करीब 10 करोड़ नई महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और परिवार के फैसले लेने की प्रक्रिया का अभिन्न अंग बन गई हैं तथा व्यापक सामाजिक बदलाव लाने में योगदान दे रही हैं। 

मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया और महिला सशक्तीकरण की सराहना की। मोदी ने कहा कि हमें यह देखकर गर्व हो रहा है कि महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं आत्मनिर्भर हो जाती हैं तो वे परिवार के निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेती हैं और यह महत्वपूर्ण सामाजिक परिवर्तन सुनिश्चित करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि क्षेत्र में बदलाव की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि सरकार किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास कर रही है। उन्होंने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से मिट्टी की सेहत में आ रही गिरावट पर भी चिंता जताई। 

उन्होंने कहा कि सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम शुरू किए हैं और ऐसी कृषि पद्धतियों के लिए बजट आवंटन भी बढ़ाया गया है। मोदी ने भरोसा जताया कि भारत दुनिया का जैविक खाद्यान्न उत्पादक बन सकता है। 

उन्होंने कहा, ''हमारी कृषि प्रणाली में बदलाव लाना बहुत जरूरी है। यह समय की मांग है।पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार UCC को लेकर चर्चा की है, अनेक बार आदेश दिए हैं। अब देश की मांग है कि देश में secular civil code हो। 

दुर्भाग्य से हमारे देश में आजादी के बाद लोगों को एक प्रकार के माई-बाप कल्चर से गुजरना पड़ा- सरकार से मांगते रहो, सरकार के सामने हाथ फैलाते रहो। हमने governance के इस मॉडल को बदला है। आज सरकार खुद लाभार्थियों के पास जाती है।

लोगों के जीवन में सरकार का दखल कम हो, इस दिशा में भी हमने काम किया है। हमने देशवासियों के लिए 1,500 से ज्यादा कानूनों को खत्म कर दिया, ताकि कानूनों के जंजाल में देशवासियों को फंसना न पड़े। सदियों से हमारे पास जो criminal law थे, उन्हें हम न्याय संहिता के रूप में लाए हैं। इसके मूल में 'दंड नहीं, नागरिक को न्याय' के भाव को हमने प्रबल बनाया है। मैं हर स्तर पर सरकार के प्रतिनिधियों और जन-प्रतिनिधियों से आग्रह करता हूं कि हमें मिशन मोड में ease of living के लिए कदम उठाने चाहिए।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के बड़े सुधारों की वजह से भारतीय बैंक वैश्विक स्तर पर मजबूत बैंकों में शामिल हैं। ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मजबूत बैंकिंग प्रणाली औपचारिक अर्थव्यवस्था को मजबूती देती है। 

उन्होंने कहा कि पहले बैंकिंग क्षेत्र कठिन दौर से गुजर रहा था, लेकिन अब इस क्षेत्र में वृद्धि हो रही है। मोदी ने कहा, ''जरा सोचिए हमारे बैंकिंग क्षेत्र की क्या हालत थी। कोई वृद्धि नहीं थी, कोई विस्तार नहीं था और (बैंकिंग प्रणाली में) कोई विश्वास नहीं था। हमारे बैंक कठिन दौर से गुजर रहे थे।

आज जो महानुभाव राष्ट्र रक्षा के लिए पूरी लगन से, पूरी प्रतिबद्धता के साथ देश की रक्षा भी कर रहे हैं और देश को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास भी कर रहे हैं। वो हमारे किसान हैं, हमारे जवान हैं, हमारे नौजवानों के हौसले हैं, हमारी माताओं-बहनों का योगदान है, दलित-शोषित-वंचित-पीड़ित हैं।

पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन द्वारा आयोजित स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में झंडोत्तोलन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने किया

पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रध्वज जमशेदपुर के गोपाल मैदान में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने फहराया।

 इस अवसर पर उन्होंने परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली।

उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वीर शहीदो, संत महात्माओं को नमन करते हैं, जिसने अपने देश को आजादी दिलाने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।

 उन्होंने कहा कि शहर और गांव के बीच समन्वय बनाने के लिए झारखंड सरकार कई योजनाओं को शुरू की है, ताकि गरीब उपेक्षित वर्ग तक सरकार की योजना पहुंच सके।

रांची के शहीद चौक स्थित शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया झंडोत्तोलन, शहीदों को दी श्रद्धांजलि

रिपोर्टर जयंत कुमार 

राजधानी रांची के शहीद चौक स्थित शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर झंडोत्तोलन कर झारखंड के शहीदों को याद किया। वही शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। 

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार 15 अगस्त को रांची के शहीद चौक पहुंचे। यहां शहीद स्थल पर ध्वजारोहण किया। ज्ञात हो कि प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर इस स्थल स्थल पर राज्य के मुखिया झंडोत्तोलन करते हैं। बता दे कि यहां लगे कदम के पेड़ से 1858 में स्वतंत्रता सेनानी पांडे गणपत राय को सजा दी गई थी, साथ कई स्वतंत्रता सेनानीयो को भी सजा दी गई थी। जिसके बाद से इस स्थान को स्मारक स्थल के रूप में संजो कर रखा गया है। देश आजादी के बाद प्रत्येक वर्ष यहां झंडोतोलन किया जाता है। ऐसे शहीदों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का एक तरीका है। इस मौके पर यहां स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार के लोग भी मौजूद थे।

झारखंड से जुडी है नेताजी सुभाष चंद्र बोस कि यादें,आज भी सरिया के लोग नेताजी कोठी के नाम से प्रसिद्ध प्रभाती कोठी कि करते हैं चर्चा


झा. डेस्क 

 स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस का गिरिडीह जिला के सरिया (हजारीबाग रोड) से काफी लगाव था. यहां की प्रभाती कोठी की नींव उन्होंने ही डाली थी. इसे नेता जी की कोठी के नाम से भी लोग जानते थे. उस भवन से इनकी काफी यादें जुड़ी हुई हैं.

नेताजी सुभाष चंद्र बोस सरिया को अपनी कर्मभूमि मानते हुए अंग्रेजों के विरुद्ध यहां रणनीति बनाते थे. फिरंगी हुकूमत के खिलाफ कई रणनीतियों की साक्षी यह कोठी रही है.यहीं से वे 

1940 में कांग्रेस के अधिवेशन में शामिल होने रामगढ़ गये थे.

यहां रहते थे नेताजी के बहनोई 

बताया जाता है कि बंगाल विभाजन के बाद पश्चिम बंगाल से बंगाली परिवार के लोग तत्कालीन हजारीबाग जिला में अपना आशियाना बनाने लगे थे. ग्रैंड कोर्ड रेल मार्ग के बीच हजारीबाग रोड स्टेशन था, जिस कारण सरिया में बंगाली परिवारों ने मकान बनाने के लिए जमीन तलाशनी शुरू कर दी थी. सैकड़ों बंगाली परिवारों ने यहां अपनी आलीशान कोठी बनायी.

स्थानीय लोगों की मानें तो नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बहन-बहनोई भी राजधनवार रोड सरिया में मकान बनाने के लिए जमीन उपलब्ध करवायी थी. यह वह दौर था जब अंग्रेजों के विरुद्ध नेताजी अभियान छेड़ चुके थे. फिरंगी हुकूमत उन्हें बंदी बनाने के लिए उनकी तलाश कर रही थी. इधर, नेताजी बोस हुकूमत की नजर बचाकर अपने बहनोई के मकान बनाने में लगे मजदूरों में शामिल हो गये.ताकि अंग्रेजी हुकूमत उनकी पहचान नहीं कर सके.

प्रभाती कोठी की नींव में उन्होंने पांच ईंट रखी थी तथा चांदी के बेलचे से मिट्टी भरने की बात भी कही जाती है. इसी कोठी में कई बार अपने सहयोगियों के साथ रहकर उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ रणनीति बनायी थी. वे क्षेत्र में लोगों से मिलते थे. आजादी की लड़ाई को गति देते थे. 1920 ई से लेकर 1941 ई के बीच नेताजी का सरिया आना-जाना लगा रहता था. 1938 में कांग्रेस के महाधिवेशन में शामिल होने वह यहीं से गये थे..उग्र क्रांतिकारी स्वभाव के कारण ब्रिटिश शासन को परेशान करने में वह कामयाब रहे.

श्रमिक राजनीति में भी रही उनकी सक्रियता

बताया जाता है कि श्रमिक हितों के संरक्षण के लिए मजदूरों को एकजुट करने में इन्होंने सराहनीय भूमिका निभायी थी. सरिया में ही रहकर 1940 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 54 वें अधिवेशन के समांतर उन्होंने रामगढ़ में एक सम्मेलन आयोजित किया था. जानकार बताते हैं कि एक बार नेताजी अपने भतीजे डॉ शिशिर बोस के साथ ओडिशा से जीटी रोड होते हुए कार से सरिया पहुंचे थे.

कार में खराबी आ जाने के कारण उसे बगोदर में ही छोड़ देना पड़ा. अब उसका अवशेष भी नहीं रहा. बताया जाता है कि सुभाष चंद्र बोस के सरिया पहुंचने की खबर फिरंगियों को मिल चुकी थी. उन्हें घेर कर गिरफ्तार करने का प्रयास भी हुआ, जिसकी जानकारी उन्हें मिल चुकी थी. सुभाष चंद्र बोस छुपकर हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन आये. यहां रेलवे ट्रॉली की मदद से गोमो स्टेशन की ओर भाग निकले.

खरीदार ने कोठी की शक्ल बदल डाली

नेताजी की कोठी के नाम से जानी जाने वाली प्रभाती कोठी उनके परिजनों ने बेच दी. उस बंगले में नेताजी की कई तस्वीरें तथा उनकी लिखी डायरी होने की बात भी कही जाती है. अब उसके नामोनिशान नहीं बचे. खरीदार ने उक्त बंगले को खंडित कर अपनी दुकान बना ली है. नेताजी की बनायी प्रभाती कोठी का अवशेष आज भी मौजूद है. भले ही नेताजी की धरोहर सरिया में अब नहीं रही, परंतु उनके लगाव के कारण स्थानीय लोगों की मदद से बागोडीह मोड़ में उनकी प्रतिमा स्थापित की गयी है.

दिमाग को शांत और पॉजिटिव रखने करे ये योगासन

आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में मानसिक तनाव और चिंता सामान्य समस्याएँ बन चुकी हैं। इनसे निपटने के लिए योग एक प्रभावी और प्राकृतिक उपाय है। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, बल्कि मानसिक शांति और सकारात्मकता को भी बढ़ावा देता है। यहां कुछ योगासन बताए गए हैं जो दिमाग को शांत और सकारात्मक बनाए रखने में मदद कर सकते हैं:

1. शवासन (Corpse Pose)

शवासन एक बहुत ही सरल लेकिन अत्यधिक प्रभावी योगासन है। इस आसन में शरीर पूरी तरह से आराम की अवस्था में होता है। इसे करने से शरीर और मन दोनों को गहरी शांति मिलती है और तनाव कम होता है। इसे करने के लिए, पीठ के बल लेट जाएं, आंखें बंद करें और शरीर को पूरी तरह से ढीला छोड़ दें। धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें, और अपने शरीर को पूरी तरह से स्थिर और आराम की स्थिति में रखें।

2. प्राणायाम (Breathing Exercises)

प्राणायाम में विभिन्न प्रकार की सांस संबंधी तकनीकों का उपयोग किया जाता है जो दिमाग को शांत और संतुलित रखने में मदद करते हैं। विशेष रूप से अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ाते हैं। इसे नियमित रूप से करने से तनाव कम होता है और दिमाग में सकारात्मकता का संचार होता है।

3. बालासन (Child’s Pose)

बालासन एक आरामदायक और सुकून देने वाला योगासन है। यह आसन दिमाग को शांत करने, थकान दूर करने और चिंता को कम करने में मदद करता है। इस आसन में घुटनों के बल बैठकर शरीर को आगे की ओर झुकाएं और माथे को ज़मीन पर रखें। हाथों को आगे की ओर फैलाकर रखें और शरीर को आराम की अवस्था में छोड़ दें।

4. विपरीत करनी (Legs Up the Wall Pose)

विपरीत करनी आसन में पैरों को दीवार के सहारे ऊपर उठाया जाता है, जिससे रक्त प्रवाह में सुधार होता है और दिमाग को शांति मिलती है। यह आसन तनाव और चिंता को कम करने में सहायक है। इसे करने के लिए दीवार के पास लेटें और पैरों को सीधा ऊपर उठाकर दीवार से सटाकर रखें। शरीर को ढीला छोड़ें और कुछ मिनटों तक इस स्थिति में बने रहें।

5. सेतु बंधासन (Bridge Pose)

सेतु बंधासन मन को शांत करने और दिमाग को रिलैक्स करने में मदद करता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेटें, घुटनों को मोड़ें और पैरों को ज़मीन पर रखें। हाथों को शरीर के बगल में रखें और धीरे-धीरे कूल्हों को ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड इस स्थिति में बने रहें और फिर वापस प्रारंभिक स्थिति में लौटें।

6. ध्यान (Meditation)

ध्यान मानसिक शांति और आत्म-चेतना को बढ़ावा देने का सर्वोत्तम तरीका है। नियमित ध्यान करने से दिमाग शांत होता है और नकारात्मक विचारों का प्रभाव कम होता है। आप किसी शांत स्थान पर बैठकर अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं या कोई विशेष मंत्र का जाप कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

दिमाग को शांत और पॉजिटिव बनाए रखने के लिए योग एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है। उपरोक्त योगासन और प्राणायाम न केवल आपके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारेंगे बल्कि आपके जीवन में संतुलन और सकारात्मकता भी लाएंगे। इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करें और धीरे-धीरे फर्क महसूस करें।

आइए जानते है ग्रीन टी का सेवन करने से कितने दिन में वजन कम होता हैं।


ग्रीन टी का सेवन वजन कम करने में सहायक हो सकता है, लेकिन यह कितने दिन में असर दिखाएगा, यह कई कारकों पर निर्भर करता है। ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स और कैफीन जैसे तत्व मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देते हैं, जिससे शरीर अधिक कैलोरी बर्न कर सकता है।

हालांकि, केवल ग्रीन टी पीने से तेजी से वजन कम होना संभव नहीं है। इसके साथ आपको एक संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और स्वस्थ जीवनशैली अपनानी होगी।

परिणाम देखने का समय:

व्यक्तिगत अंतर: हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, इसलिए कुछ लोगों में असर जल्दी दिख सकता है जबकि कुछ में समय लग सकता है।

सेवन की मात्रा: अगर आप नियमित रूप से ग्रीन टी पीते हैं (दिन में 2-3 बार), तो आपको 1-2 महीने में फर्क दिखना शुरू हो सकता है, बशर्ते आप संतुलित आहार और व्यायाम भी कर रहे हों।

आहार और व्यायाम: यदि ग्रीन टी के साथ आप स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम को भी फॉलो करते हैं, तो परिणाम अधिक जल्दी और प्रभावी हो सकते हैं।

ध्यान रखें: ग्रीन टी को एक सप्लीमेंट की तरह इस्तेमाल करना चाहिए, ना कि मुख्य वजन घटाने के उपाय के रूप में।

नियमितता, धैर्य, और एक स्वस्थ जीवनशैली ही लंबे समय तक टिकाऊ वजन कम करने का सही तरीका है।

पीएम मोदी ने लाल किले से बांग्लादेश का किया जिक्र, बोले-भारत चाहता है पड़ोसी देश शांति की राह पर रहे

देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। पूरे देश में उत्साह का माहौल है। प्रधानमंत्री मोदी ने 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया।

मेरा हर पल देश के लिए- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि मेरा हर पल देश के लिए है। मेरा कर्ण-कर्ण मां भारती के लिए है। तीसरे कार्यकाल में तीन गुना गति से काम करूंगा। आपने मुझे जो जिम्मेदारी दी है, उसे मैं पूरा करूंगा।मैं चुनौतियों से डरता नहीं हूं. मैं आपके बेहतर भविष्य के लिए हूं।

वन नेशन वन इलेक्शन पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन के लिए देश को आगे आना होगा। भारत की प्रगति के लिए इस सपने को पूरा करना होगा। मैं सभी पार्टियों से अपील करता हूं कि वो आगे आएं।

सेकुलर सिविल कोड समय की मांग: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि सेकुलर सिविल कोड समय की मांग है। धर्म के आधार पर भेदभाव मुक्ति जरूरी है। परिवारवाद और जातिवाद से मुक्ति जरूरी है। गलत कानूनों का आधुनिक समाज में स्थान नहीं है।

बांग्लादेश पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि देश में कुछ लोग भ्रष्टाचार का जय जयकार कर रहे हैं। ये स्वस्थ समाज के लिए चिंता की बात है। भ्रष्टाचारियों में डर का माहौल बनाना जरूरी है। उनपर कार्रवाई होती रहेगी। पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हुआ वो चिंता की बात है। उम्मीद है कि वहां हालात जल्द सामान्य होंगे। वहां के हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो। भारत चाहता है कि पड़ोसी देश शांति की राह पर रहे। आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा में हमारा शुभचिंतन ही रहेगा।

राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को कड़ी सजा दी जाए: पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “…मैं आज लाल किले से एक बार फिर अपना दर्द व्यक्त करना चाहता हूं। एक समाज के तौर पर हमें महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के बारे में गंभीरता से सोचना होगा – इसके खिलाफ आक्रोश है मैं इस आक्रोश को महसूस कर सकता हूं। देश को, समाज को, राज्य सरकारों को इसे गंभीरता से लेना होगा, महिलाओं के खिलाफ अपराधों की त्वरित जांच हो, इन राक्षसी कृत्यों को अंजाम देने वालों को जल्द से जल्द सख्त सजा मिले। ये विश्वास जगाने के लिए जरूरी है। समाज से मैं यह भी कहना चाहूंगा कि जब महिलाओं पर बलात्कार और अत्याचार की घटनाएं होती हैं तो उस पर व्यापक चर्चा होती है, लेकिन जब ऐसी राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को सजा दी जाती है तो वह खबरों में नहीं दिखती, बल्कि एक कोने तक ही सीमित रहती है। समय की मांग है कि सजा पाने वालों पर व्यापक चर्चा की जाए ताकि यह पाप करने वाले समझें कि इससे फांसी होती है, मुझे लगता है कि यह डर पैदा करना बहुत जरूरी है।

महिला अत्याचार पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि बेटियों पर अत्याचार हो रहे हैं। सरकारों को महिला अत्याचार को गंभीरता से लेना चाहिए। महिलाओं के प्रति अपराधों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए देश में आक्रोश है। जल्दी सजा पर चर्चा करना जरूरी है, जिससे दोषियों में डर पैदा हो।

युवाओं के लिए पीएम मोदी का बड़ा ऐलान,मेडिकल क्षेत्र में 5 साल में 75 हजार सीटें बढ़ाई जाएंगी

पीएम मोदी ने लाल किले से बड़ा ऐलान किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत बनाने के संकल्प को दोहराते हुए कई अहम घोषणाएं की। जिसमें एक बड़ी घोषणा मेडिकल की पढ़ाई करने के इच्छुक युवाओं के लिए भी की। पीएम मोदी ने कहा कि 5 साल में देश में मेडिकल की 75000 सीटें बढ़ाई जाएंगी। बता मौजूदा समय में देश भर में एमबीबीएस की सीटें 1 लाख से अधिक हैं। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले दस साल में एमबीबीएस की सीटें एक लाख बढ़ा दी जाएंगी। हर साल देश के 25 हजार युवा मेडिकल की पढ़ाई करने विदेश जा रहे हैं। मेडिकल की सीटों में इजाफे के बाद वे देश में ही रहकर पढ़ाई कर सकेंगे और डॉक्टर बनने के अपने सपने पूरे कर सकेंगे।

अभी इतनी हैं सीटें?

सरकारी मेडिकल काॅलेजों में एमबीबीएस की कुल 55,648 और प्राइवेट काॅलेजों में 50,685 एमबीबीएस की सीटें हैं। जिन पर इस बार दाखिला होना है। नीट यूजी 2024 काउंसलिंग राउंड 1 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 14 अगस्त से शुरू है, जो 20 अगस्त तक चलेगी। पहले राउंड के लिए सीट आवंटन का रिजल्ट 23 अगस्त को जारी किया जाएगा। नीट यूजी काउंसलिंग का आयोजन कुल चार राउंड में किया जाएगा।

पोकेमोन की मिस्टी और जेसी को आवाज देने वाली अभिनेत्री, मियावकी ईनोउ, का ब्रेस्ट कैंसर से हुआ निधन,याद में बनेगा मेमोरियल


पोकेमोन की मिस्टी और जेसी को आवाज देने वाली अभिनेत्री, मियावकी ईनोउ, का हाल ही में ब्रेस्ट कैंसर के कारण निधन हो गया। मियावकी ने अपनी आवाज से इन पात्रों को जीवन दिया था, और उनकी अद्वितीय कला और योगदान के कारण उन्हें व्यापक प्रशंसा मिली थी। उनकी याद में एक मेमोरियल का आयोजन किया जाएगा ताकि उनके फैंस और साथी कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें। उनका काम और उनकी आवाज हमेशा फैंस के दिलों में जीवित रहेगी।

बता दे की लंबे समय से रेचेल ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही थीं। आखिर 46 साल की उम्र में उन्होंने इस बीमारी से जंग हार ली और इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन की जानकारी दोस्त वेरोनिका टेलर ने सोशल मीडिया पर की है। इस दुखद खबर के आते ही मनोरंजन जगत में शोक की लहर दौड़ गई। लोग रेचेल लिलिस को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। जाहिर है कि पोकेमॉन: द फर्स्ट मूवी में ब्रॉक, ऐश केचम, पिकाचु और मिस्टी जैसे कैरेक्टर्स को काफी पसंद किया जाता है। वहीं मिस्टी और जेसी को आवाज रेचेल लिलिस ने दी थी। अब उनके निधन के बाद कौन इन कैरेक्टर्स को आवाज देगा यह जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।

दोस्त ने शेयर की इमोशनल पोस्ट

एक्ट्रेस रेचेल लिलिस की दोस्त वेरोनिका टेलर ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए लिखा, 'हम सभी रेचेल लिलिस को उनके निभाए गए शानदार कैरेक्टर्स के लिए जानते हैं। वो अपनी खूबसूरत आवाज, आपनी शानदार कॉमिक टाइमिंग और अपने उल्लेखनीय अभिनय कौशल से हमारे शनिवार की सुबह और स्कूल के पहले और बाद के घंटों को सुकून से भर देती थीं।' वेरोनिका ने रेचेल लिलिस को 'असाधारण प्रतिभा' के रूप में याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा एक उज्ज्वल प्रकाश जो बोले या गाते हुए रेचेल की आवाज से चमकता था, उसे याद किया।

एनिमेटेड भूमिकाओं के लिए किया याद

वेरोनिका टेलर ने रेचेल लिलिस को उनकी कई एनिमेटेड भूमिकाओं के लिए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, 'रेचेल उस उदार प्रेम और समर्थन के लिए बहुत आभारी थीं जो उन्हें उस वक्त मिला जब वो कैंसर जैसी घातक बीमारी से जंग लड़ रही थीं। उनके नकारात्मक सफर को प्यार और सपोर्ट ने सकारात्मकता में बदला है। उनका परिवार भी उनके फैंस को धन्यवाद देना चाहता है। फिलहाल वो निजी तौर पर शोक मना रहे हैं। आगे चलकर रेचेल लिलिस के लिए एक स्मारक बनवाने की योजना बनाई जा रही है।'

फैंस दे रहे श्रद्धांजलि

उधर, रेचेल लिलिस के निधन की खबर से उनके फैंस का दिल टूट गया है। उनके दोस्त और फैंस उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इस बीच एक यूजर ने लिखा, 'अलविदा और बचपन की यादों के लिए आपका धन्यवाद रेचेल लिलिस।' दूसरे यूजर ने लिखा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है.. आपकी मौत से बहुत बुरा लगा है। हमें खेद है। आपके परिवार को हमारी तरफ से शोक संवेदनाएं।' गौरतलब है कि रेचेल लिलिस ने अपने 20 साल के करियर में 120 से ज्यादा कैरेक्टर प्ले किए थे। उन्होंने पोकेमॉन, हंटर x हंटर, रिवोल्यूशनरी गर्ल यूटेना, बर्सर्क, सोनिक एक्स और सुपर स्मैश ब्रदर्स जैसे शोज में अपनी आवाज दी थी।

आज का पंचांग- 13 अगस्त 2024, जानिये पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रह योग

विक्रम संवत- 2081, पिंगल

शक सम्वत- 1946, क्रोधी

पूर्णिमांत- श्रावण

अमांत- श्रावण

तिथि

शुक्ल पक्ष अष्टमी- अगस्त 12 07:55 AM- अगस्त 13 09:31 AM

शुक्ल पक्ष नवमी- अगस्त 13 09:31 AM- अगस्त 14 10:24 AM

नक्षत्र

विशाखा- अगस्त 12 08:33 AM- अगस्त 13 10:44 AM

अनुराधा- अगस्त 13 10:44 AM- अगस्त 14 12:12 PM

योग

ब्रह्म- अगस्त 12 04:25 PM- अगस्त 13 04:33 PM

इन्द्र- अगस्त 13 04:33 PM- अगस्त 14 04:05 PM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय- 6:06 AM

सूर्यास्त- 6:56 PM

चन्द्रोदय- अगस्त 13 1:24 PM

चन्द्रास्त- अगस्त 14 12:15 AM

अशुभ काल

राहू- 3:44 PM- 5:20 PM

यम गण्ड- 9:19 AM- 10:55 AM

कुलिक- 12:31 PM- 2:07 PM

दुर्मुहूर्त- 08:40 AM- 09:31 AM, 11:24 PM- 12:09 AM

वर्ज्यम्- 02:59 PM- 04:41 PM

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त- 12:05 PM- 12:57 PM

अमृत काल- 01:09 AM- 02:51 AM

ब्रह्म मुहूर्त- 04:30 AM- 05:18 AM