जिले के आकांक्षी प्रखंड के टीबी चैंपियन को विशेष अतिथि के रूप में स्वतंत्रता दिवस समारोह, नई दिल्ली में शामिल होने के लिए किया गया आमंत्रित
जिले के दो आकांक्षी प्रखंड में शामिल बायसी और श्रीनगर प्रखंड के टीबी चैंपियन डेजी कुमारी और रूमा देवी को भेजे गए नई दिल्ली -12 से 16 अगस्त तक दिल्ली यात्रा का सभी खर्च नीति आयोग द्वारा किया जाएगा वहन -2019 में टीबी ग्रसित हुई थी डेजी कुमारी, स्वस्थ होने के बाद से अन्य टीबी लोगों को जांच और इलाज करवाने में कर रही है मदद पूर्णिया, 12 अगस्त 78 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में जिले के दो आकांक्षी प्रखंड में शामिल बायसी और श्रीनगर प्रखंड के दो टीबी चैंपियन को नई दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए नीति आयोग के निर्देश के अनुसार योजना एवं विकास विभाग द्वारा जिले को दो टीबी चैंपियन को चिन्हित करते हुए 12 अगस्त को नई दिल्ली रवाना किया गया है। इसमें बायसी प्रखंड से डेजी कुमारी और श्रीनगर प्रखंड से रूमा देवी नामित किए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा दोनों टीबी चैंपियन को उनके पति के साथ सरकारी गाड़ी द्वारा देवघर भेजा गया है। वहाँ से उन्हें हवाई जहाज के द्वारा नई दिल्ली भेजा जाएगा। नई दिल्ली में नीति आयोग द्वारा उन्हें होटल में रखा जाएगा और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष रूप में आमंत्रित किया जाएगा। इसके बाद 16 अगस्त को दोनों टीबी चैंपियन को हवाई जहाज और सामान्य गाड़ी के माध्यम से उनके घर वापस भेज दिया जाएगा।
दोनों टीबी चैंपियन और उनके पति की यात्रा, दिल्ली में स्वागत, परिवहन, भोजन और आवास का व्यय नीति आयोग द्वारा वहन किया जाएगा। लोगों को सरकारी व्यवस्था का लाभ उपलब्ध कराने के लिए दोनों को दिया गया चिन्हित : भारत सरकार रक्षा मंत्रालय द्वारा 15 अगस्त को लाल किला, नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह को देखने के लिए भारत सरकार के विशेष अतिथि के रूप में नीति आयोग के आकांक्षी प्रखंड से नीति आयोग के विभिन्न श्रेणियों का स्थानीय लोगों को लाभ उपलब्ध करवाने वाले लोगों को अपने जीवनसाथी के साथ भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके तहत देश के सभी राज्यों से नीति आयोग के आकांक्षी प्रखंड के 500 मेहमानों को नीति आयोग द्वारा आमंत्रित करने का निर्णय लिया है। इसमें पूरे बिहार के 11 जिलों के 26 प्रखंडों से चिन्हित लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसके लिए पूर्णिया जिले से टीबी चैंपियन के रूप में बायसी प्रखंड से डेजी कुमारी और श्रीनगर प्रखंड से रूमा देवी को चिन्हित किया गया है। दोनों लाभार्थी द्वारा टीबी चैंपियन के रूप में टीबी से ग्रसित मरीजों की पहचान करते हुए उन्हें सरकार द्वारा स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराई गई है। दोनों टीबी चैंपियन को अपने पति के साथ स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। दोनों टीबी चैंपियन पूर्व में टीबी बीमारी ग्रसित होने के बाद जिला यक्ष्मा केंद्र पूर्णिया से उपलब्ध मेडिसिन के साथ अपना इलाज करवाया गया। बीमारी से सुरक्षित होने के बाद अपने क्षेत्र में अन्य लोगों को इसके प्रति जागरूक करते हुए टीबी ग्रसित मरीजों को अस्पताल से लिंक करते हुए मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। 2019 में टीबी ग्रसित हुई थी डेजी कुमारी, अब अन्य टीबी ग्रसित लोगों को जांच और इलाज करवाने में कर रही है मदद : बायसी प्रखंड की टीबी चैंपियन डेजी कुमारी ने बताया कि वर्ष 2019 में हरियाणा में बी.एड. की परीक्षा के दौरान मेरे गर्दन में दर्द और गिल्टी होने के साथ साथ बुखार होने लगा था। धीरे धीरे गिल्टी और बुखार बढ़ने लगा जिसके कारण परीक्षा छोड़कर मैं वापस घर आ गई। वापस आने पर पहले मायके भागलपुर में प्राइवेट चिकित्सक से दिखाने पर पता चला कि मुझे टीबी बीमारी हो गया है। प्राइवेट डॉक्टर से 20 दिन की दवाई लेकर वापस अपने ससुराल बायसी आ गई। यहां भी सरकारी अस्पताल में दिखाया जिससे पता चला कि मुझे टीबी ही है जिसके लिए अस्पताल में सभी दवाई उपलब्ध है। टीबी ग्रसित होने पर मुझे खाने पीने और बातचीत करने में दर्द होने के साथ साथ गर्दन में होने वाले गिल्टी में बढ़ने का खतरा बना रहता था। अस्पताल से लगातार दवाई सेवन के बाद नियमित जांच करवाने पर पता चला मेरा टीबी ठीक हो रहा है। 09 महीने लगातार दवाई खाने और कांच करवाने पर मैं टीबी बीमारी से सुरक्षित हो गई। टीबी से स्वस्थ होने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुझे अन्य लोगों को टीबी के प्रति जागरूक करने और उन्हें मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रेरित किया गया। उसके लिए मुझे दरभंगा में 06 दिन का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान मुझे टीबी मरीजों की पहचान के लिए लक्षण और अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ दिलाने की जानकारी दी गई। इसके बाद मेरे द्वारा फरवरी 2022 से मार्च 2024 तक बायसी प्रखंड के साथ साथ डगरुआ और जलालगढ़ में टीबी ग्रसित मरीजों को जागरूक करते हुए नियमित जांच और मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने में सहयोग किया गया। इस दौरान टीबी ग्रसित मरीजों को घर में सुरक्षित रहते हुए घर के अन्य लोगों को टीबी ग्रसित होने से सुरक्षित रखने की जानकारी दे रही हूं। अस्पताल में टीबी मरीजों की जानकारी लेने के साथ साथ सामान्य बीमारी से ग्रसित लोगों को भी नजदीकी अस्पताल से चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराते हैं। जिससे ज्यादा लोगों को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित किया जाता है और लोग स्वस्थ रहते हैं। टीबी चैंपियन की मदद से बहुत से टीबी मरीज हुए टीबी से सुरक्षित : जिला संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ कृष्ण मोहन दास ने बताया कि टीबी बीमारी से ग्रसित मरीजों को जिला टीबी केंद्र से लगातार मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जाती है। इस दौरान उन्हें टीबी बीमारी के लक्षण और सुरक्षा के लिए ध्यान रखने योग्य बातों की जानकारी दी जाती है जिससे कि स्वास्थ्य होने पर संबंधित मरीज द्वारा अपने क्षेत्र के अन्य टीबी ग्रसित मरीजों की पहचान करते हुए उन्हें मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा सके। दोनों टीबी चैंपियन द्वारा अपने क्षेत्र में टीबी मुक्त अभियान के लिए बेहतर कार्य किया गया है जिसके लिए उन्हें चिन्हित कर सम्मान प्राप्त करने के लिए स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली भेजा जा रहा है। प्रधानमंत्री द्वारा लोगों को सरकारी सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराने के लिए आकांक्षी प्रखंड के लाभार्थियों को आमंत्रित करना सराहनीय है। अन्य लोगों को भी अपने क्षेत्र में लोगों को सरकारी सुविधा का लाभ उपलब्ध कराने में सहयोग करना चाहिए ताकि लोग को आसानी से इसका लाभ उठा सके।
Aug 13 2024, 16:42